इतिहास का महासंग्राम: आज ही परखें अपनी तैयारी!
ऐतिहासिक गलियारों में एक और रोमांचक यात्रा के लिए तैयार हो जाइए! आज हम आपके ज्ञान की परीक्षा लेने के लिए विभिन्न युगों से चुने हुए 25 प्रश्न लेकर आए हैं। क्या आप सिंधु घाटी की गहराइयों से लेकर विश्व युद्धों की उथल-पुथल तक, हर पड़ाव पर अपनी पकड़ मजबूत रखते हैं? आइए, इतिहास के इस महासंग्राम में खुद को आजमाएं!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारतीय नेपोलियन’ के रूप में जाना जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- कुमारगुप्त
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त को ‘भारतीय नेपोलियन’ के रूप में जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) एक अत्यंत शक्तिशाली और महत्वाकांक्षी शासक था जिसने अपने साम्राज्य का विस्तार करने के लिए कई सैन्य अभियान चलाए। उसकी विजयों का वर्णन उसके दरबारी कवि हरिषेण द्वारा प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में किया गया है। इन विजयों के कारण उसे ‘भारतीय नेपोलियन’ कहा गया, जैसा कि प्रसिद्ध इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने अपनी पुस्तक ‘अर्ली हिस्ट्री ऑफ इंडिया’ में उल्लेख किया है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त राजवंश का संस्थापक था। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया था।
प्रश्न 2: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) प्रणाली को सर्वप्रथम किस गवर्नर-जनरल ने लागू किया?
- लॉर्ड कार्नवालिस
- लॉर्ड वेलेजली
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड वेलेजली ने सहायक संधि प्रणाली को लागू किया।
- संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड वेलेजली (गवर्नर-जनरल 1798-1805) ने भारतीय राज्यों को ब्रिटिश प्रभाव क्षेत्र में लाने के लिए इस कूटनीतिक और सैन्य नीति को अपनाया। इस संधि के तहत, भारतीय शासकों को अपनी सेना भंग कर ब्रिटिश सेना को बनाए रखना पड़ता था, अपने क्षेत्र में ब्रिटिश रेजीडेंट रखना पड़ता था, और ब्रिटिश अनुमति के बिना किसी यूरोपीय शक्ति से संबंध नहीं रखना पड़ता था। इसके बदले में, ब्रिटिश कंपनी उस राज्य की बाहरी आक्रमणों से रक्षा करने का वचन देती थी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कार्नवालिस ने पुलिस और न्याय व्यवस्था में सुधार किए। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं।
प्रश्न 3: भारत में ‘स्थायी बंदोबस्त’ (Permanent Settlement) की शुरुआत किसने की?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कॉर्नवालिस
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड कॉर्नवालिस ने स्थायी बंदोबस्त की शुरुआत की।
- संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कॉर्नवालिस, जो 1786 से 1793 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे, ने 1793 में बंगाल, बिहार, उड़ीसा और मद्रास के कुछ हिस्सों में स्थायी बंदोबस्त लागू किया। इसके तहत, जमींदारों को भूमि का मालिक माना गया और उनसे यह अपेक्षा की गई कि वे सरकार को एक निश्चित राशि भू-राजस्व के रूप में देते रहेंगे, जिसे भविष्य में बदला नहीं जाएगा। इसका उद्देश्य राजस्व व्यवस्था को स्थिर करना और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए एक विश्वसनीय राजस्व स्रोत सुनिश्चित करना था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने 1833 का चार्टर अधिनियम लागू किया और सती प्रथा का उन्मूलन किया।
प्रश्न 4: निम्नलिखित में से किस आंदोलन का संबंध ‘चौरी-चौरा कांड’ से है?
- सविनय अवज्ञा आंदोलन
- असहयोग आंदोलन
- भारत छोड़ो आंदोलन
- खिलाफत आंदोलन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: असहयोग आंदोलन का संबंध चौरी-चौरा कांड से है।
- संदर्भ और विस्तार: चौरी-चौरा कांड 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर जिले (उत्तर प्रदेश) के चौरी-चौरा नामक स्थान पर हुआ था। इस घटना में, असहयोग आंदोलन के प्रदर्शनकारियों की एक भीड़ ने पुलिस चौकी में आग लगा दी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए। इस हिंसक घटना से आहत होकर महात्मा गांधी ने 12 फरवरी 1922 को असहयोग आंदोलन को स्थगित कर दिया।
- गलत विकल्प: सविनय अवज्ञा आंदोलन 1930 में शुरू हुआ। भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में शुरू हुआ। खिलाफत आंदोलन 1919 में शुरू हुआ था।
प्रश्न 5: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ (Garden of Sindh) कहलाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु का बाग’ या ‘मृतकों का टीला’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था। इसकी विशालता, सुनियोजित नगर संरचना, स्नानागार, और अन्य सार्वजनिक भवनों को देखकर इसे ‘सिंधु का बाग’ भी कहा जाता था, जो इसकी समृद्धि और महत्व को दर्शाता है। यह वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा सिंधु घाटी सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह था। कालीबंगन अपनी अग्निवेदी और ऊंट की अस्थियों के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 6: ‘वेदांत’ का सर्वप्रथम व्यवस्थित निरूपण किस उपनिषद में मिलता है?
- कठोपनिषद
- ईशोपनिषद
- मंडूक्योपनिषद
- मांडुक्योपनिषद
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मांडुक्योपनिषद में वेदांत का सर्वप्रथम व्यवस्थित निरूपण मिलता है।
- संदर्भ और विस्तार: मांडुक्योपनिषद, अथर्ववेद का एक उपनिषद है, जो ‘ओम्’ (ॐ) की अवधारणा और आत्मा की विभिन्न अवस्थाओं (जाग्रत, स्वप्न, सुषुप्ति) का वर्णन करता है। यह वेदांत दर्शन के मूल सिद्धांतों, विशेष रूप से अद्वैत वेदांत की आधारशिला रखता है, जिसमें ब्रह्म और आत्मा की एकता पर जोर दिया गया है।
- गलत विकल्प: कठोपनिषद यम और नचिकेता के संवाद के लिए प्रसिद्ध है। ईशोपनिषद में ईश्वर की सर्वव्यापीता का वर्णन है।
प्रश्न 7: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की परिषद किस शासक से संबंधित थी?
- अशोक
- चंद्रगुप्त मौर्य
- शिवाजी
- हर्षवर्धन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ परिषद मराठा शासक शिवाजी से संबंधित थी।
- संदर्भ और विस्तार: शिवाजी महाराज ने अपनी शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद बनाई थी, जिसे ‘अष्टप्रधान’ कहा जाता था। इन मंत्रियों के पास विभिन्न विभाग थे, जैसे पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (पत्राचार), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सेना प्रमुख), पंडित राव (धार्मिक मामले), न्यायाधीश (न्याय प्रमुख), और वाकनवीस (आंतरिक मामले)।
- गलत विकल्प: अशोक, चंद्रगुप्त मौर्य और हर्षवर्धन जैसे शासकों के पास भी सलाहकार परिषदें थीं, लेकिन उन्हें ‘अष्टप्रधान’ नहीं कहा जाता था।
प्रश्न 8: ‘दीन-ए-इलाही’ धर्म की शुरुआत किस मुगल शासक ने की थी?
- बाबर
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अकबर ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नवीन धर्म की शुरुआत की थी।
- संदर्भ और विस्तार: मुगल सम्राट अकबर (शासनकाल 1556-1605) ने विभिन्न धर्मों के तत्वों को मिलाकर एक सर्वसमावेशी धर्म ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की स्थापना 1582 में की थी। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना और लोगों को एक सूत्र में पिरोना था। हालांकि, यह केवल कुछ ही लोगों द्वारा स्वीकार किया गया और यह एक असफल प्रयोग सिद्ध हुआ।
- गलत विकल्प: बाबर मुगल साम्राज्य का संस्थापक था। हुमायूँ ने साम्राज्य को फिर से स्थापित किया। जहाँगीर ने कला और चित्रकला को संरक्षण दिया।
प्रश्न 9: प्रथम विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) में कौन सा देश शामिल नहीं था?
- ग्रेट ब्रिटेन
- फ्रांस
- रूस
- ऑस्ट्रिया-हंगरी
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ऑस्ट्रिया-हंगरी मित्र राष्ट्रों में शामिल नहीं था, बल्कि यह केंद्रीय शक्तियों (Central Powers) का हिस्सा था।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में मुख्य रूप से दो गुट थे: मित्र राष्ट्र (ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका आदि) और केंद्रीय शक्तियां (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की, बुल्गारिया)। ऑस्ट्रिया-हंगरी साम्राज्य, जर्मनी के साथ मिलकर, युद्ध का एक प्रमुख पक्ष था।
- गलत विकल्प: ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस और रूस प्रथम विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों के प्रमुख सदस्य थे।
प्रश्न 10: ‘दास वंश’ (Slave Dynasty) की स्थापना किसने की थी?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- रजिया सुल्तान
- बलबन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत में दास वंश की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: कुतुबुद्दीन ऐबक (शासनकाल 1206-1210), जो मोहम्मद गोरी का एक गुलाम था, ने 1206 में दिल्ली सल्तनत की स्थापना की और दास वंश (जिसे ममलुक वंश भी कहा जाता है) की नींव रखी। उसने अपनी राजधानी लाहौर में स्थापित की और कुतुब मीनार का निर्माण शुरू करवाया।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश कुतुबुद्दीन ऐबक का दामाद और उत्तराधिकारी था, जिसने दिल्ली को राजधानी बनाया। रज़िया सुल्तान इल्तुतमिश की बेटी और दिल्ली सल्तनत की एकमात्र महिला शासक थी। बलबन एक शक्तिशाली शासक था जिसने राजत्व के दैवीय सिद्धांत को लागू किया।
प्रश्न 11: निम्नलिखित में से कौन सा स्थल हड़प्पा सभ्यता का बंदरगाह था?
- कालीबंगन
- बनावली
- लोथल
- धौलावीरा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लोथल हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख बंदरगाह शहर था।
- संदर्भ और विस्तार: लोथल, जो वर्तमान गुजरात में स्थित है, अपने विशाल बंदरगाह (डॉकयार्ड) के लिए जाना जाता है। यह शहर मेसोपोटामिया और अन्य पश्चिमी सभ्यताओं के साथ व्यापार का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। यहाँ पाए गए बाट और मुहरें अंतरराष्ट्रीय व्यापार की पुष्टि करती हैं।
- गलत विकल्प: कालीबंगन में अग्निवेदी और भूकंप के प्रमाण मिले। बनावली में मिट्टी का हल मिला। धौलावीरा अपनी जल प्रबंधन प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है।
प्रश्न 12: ‘गीत गोविंद’ का रचयिता कौन था?
- कबीर
- सूरदास
- तुलसीदास
- जयदेव
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: जयदेव ने ‘गीत गोविंद’ की रचना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: जयदेव 12वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध संस्कृत कवि थे, जो बंगाल के सेन वंश के राजा लक्ष्मणसेन के दरबारी कवि थे। ‘गीत गोविंद’ भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम पर आधारित एक काव्यात्मक रचना है, जिसने भारतीय साहित्य और कला को गहराई से प्रभावित किया है।
- गलत विकल्प: कबीर 15वीं शताब्दी के संत-कवि थे। सूरदास और तुलसीदास क्रमशः कृष्ण और राम भक्ति के महान कवि थे।
प्रश्न 13: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
- 1857
- 1885
- 1905
- 1920
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को बॉम्बे (अब मुंबई) में हुई थी। इसके संस्थापक सदस्य एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी ए.ओ. ह्यूम थे, और पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी थे। इसका प्रारंभिक उद्देश्य भारतीयों को राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल करना और ब्रिटिश सरकार के सामने उनकी समस्याओं को रखना था।
- गलत विकल्प: 1857 में भारतीय स्वतंत्रता का प्रथम युद्ध हुआ। 1905 में बंगाल का विभाजन हुआ। 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ।
प्रश्न 14: ‘अशोकावदान’ के अनुसार, अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए कितने हजार भिक्षुओं को श्रीलंका भेजा?
- 5
- 7
- 9
- 10
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘अशोकावदान’ के अनुसार, अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए 7 हजार भिक्षुओं को श्रीलंका भेजा था।
- संदर्भ और विस्तार: ‘अशोकावदान’ एक प्राचीन बौद्ध ग्रंथ है जो सम्राट अशोक के जीवन और गतिविधियों का वर्णन करता है। इस ग्रंथ के अनुसार, अशोक ने अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को बौद्ध धर्म का प्रचार करने के लिए श्रीलंका भेजा था, और उनके साथ 7 हजार भिक्षुओं का दल भी था। हालाँकि, यह संख्या ऐतिहासिक रूप से संदिग्ध है, लेकिन यह अशोक के बौद्ध धर्म के प्रसार में योगदान को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: यह संख्याएँ संदर्भों में भिन्न हो सकती हैं, लेकिन ‘अशोकावदान’ में 7 हजार का उल्लेख प्रमुख है।
प्रश्न 15: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस वर्ष हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता 1931 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: 5 मार्च 1931 को महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच यह समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत, गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को समाप्त करने और दूसरे गोलमेज सम्मेलन (Round Table Conference) में भाग लेने पर सहमति व्यक्त की, जबकि सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और कुछ प्रशासनिक सुधारों पर विचार करने का वादा किया।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ। 1932 में पूना पैक्ट हुआ।
प्रश्न 16: चंगेज खान ने ______ के शासनकाल में भारत पर आक्रमण करने की धमकी दी थी?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- रजिया सुल्तान
- बलबन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंगेज खान ने इल्तुतमिश के शासनकाल में भारत पर आक्रमण करने की धमकी दी थी।
- संदर्भ और विस्तार: 1221 ईस्वी में, मंगोल शासक चंगेज खान ने ख्वारिज्म साम्राज्य का पीछा करते हुए सिंधु नदी को पार किया था। उस समय दिल्ली सल्तनत पर इल्तुतमिश का शासन था। इल्तुतमिश ने मंगोलों के साथ सीधे टकराव से बचने के लिए सूझबूझ का परिचय दिया और ख्वारिज्म के शाहजादे जलालुद्दीन मिंगबर्नी को शरण नहीं दी, जिससे भारत पर मंगोल आक्रमण टल गया।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु 1210 में हो गई थी, इससे पहले यह घटना हुई। रज़िया सुल्तान 1236 में शासक बनीं। बलबन 1266 में शासक बने।
प्रश्न 17: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन थे?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राममोहन राय
- स्वामी विवेकानंद
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक स्वामी दयानंद सरस्वती थे।
- संदर्भ और विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती (1824-1883) एक महान समाज सुधारक और आर्य समाज के संस्थापक थे। ‘सत्यार्थ प्रकाश’ उनकी सबसे महत्वपूर्ण कृति है, जिसमें उन्होंने अपने धार्मिक और सामाजिक विचारों को व्यक्त किया है और वेदों को सर्वोच्च ज्ञान का स्रोत बताया है। यह पुस्तक हिंदू धर्म के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण सिद्ध हुई।
- गलत विकल्प: राजा राममोहन राय ‘ब्रह्म समाज’ के संस्थापक थे। स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में अग्रणी थे।
प्रश्न 18: फ्रांस की राज्य क्रांति (French Revolution) कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: फ्रांस की राज्य क्रांति 1789 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: 14 जुलाई 1789 को बास्तील के पतन के साथ शुरू हुई फ्रांसीसी क्रांति ने फ्रांस की राजशाही को समाप्त कर दिया और ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) के आदर्शों को बढ़ावा दिया। इस क्रांति का पूरे यूरोप और विश्व पर गहरा प्रभाव पड़ा।
- गलत विकल्प: 1776 में अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा हुई। 1815 में वाटरलू का युद्ध हुआ। 1848 में यूरोप में क्रांतियों का दौर चला।
प्रश्न 19: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेव राय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय प्रथम
- कृष्णराज द्वितीय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: हरिहर और बुक्का ने 1336 ईस्वी में तुंगभद्रा नदी के तट पर विजयनगर की स्थापना की थी। यह साम्राज्य अपने वास्तुकला, साहित्य और कला के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध था। उन्होंने मुहम्मद बिन तुगलक के खिलाफ विद्रोह कर स्वतंत्र राज्य की स्थापना की।
- गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे। देवराय प्रथम और कृष्णराज द्वितीय अन्य महत्वपूर्ण शासक थे।
प्रश्न 20: ‘गदर आंदोलन’ का मुख्यालय कहाँ था?
- लंदन
- सैन फ्रांसिस्को
- बर्लिन
- टोक्यो
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘गदर आंदोलन’ का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका) में था।
- संदर्भ और विस्तार: गदर आंदोलन, जिसे ‘हिन्द मजदूर किसान पार्टी’ के नाम से भी जाना जाता था, 1913 में शुरू हुआ था। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन से भारत को स्वतंत्र कराना था। इसके संस्थापक सदस्यों में लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और करतार सिंह सराभा शामिल थे। इसका मुख्य पत्र ‘गदर’ नामक उर्दू साप्ताहिक था।
- गलत विकल्प: लंदन, बर्लिन और टोक्यो में भी भारतीय क्रांतिकारियों की गतिविधियां थीं, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था।
प्रश्न 21: निम्नलिखित में से किस धर्म सुधारक को ‘प्रारंभिक प्रोटेस्टेंट’ (Early Protestant) माना जाता है?
- इग्नाटियस ऑफ लोयोला
- जॉन कैल्विन
- मार्टिन लूथर
- हल्डरिच ज्विंग्ली
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मार्टिन लूथर को ‘प्रारंभिक प्रोटेस्टेंट’ माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मार्टिन लूथर (1483-1546) एक जर्मन भिक्षु और धर्मशास्त्री थे जिन्होंने 16वीं शताब्दी में कैथोलिक चर्च में सुधार के लिए ’95 थीसिस’ (95 Theses) प्रकाशित की। उनकी शिक्षाओं ने ही प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन (Protestant Reformation) की शुरुआत की, जिसने पश्चिमी ईसाई धर्म को मौलिक रूप से बदल दिया।
- गलत विकल्प: जॉन कैल्विन और हल्डरिच ज्विंग्ली भी सुधारक थे, लेकिन लूथर का प्रभाव और कालक्रम उन्हें ‘प्रारंभिक’ बनाता है। इग्नाटियस ऑफ लोयोला जेसुइट्स के संस्थापक थे, जो कैथोलिक सुधार के समर्थक थे।
प्रश्न 22: ‘पंचशील सिद्धांत’ किन दो देशों के बीच समझौता था?
- भारत और पाकिस्तान
- भारत और चीन
- भारत और श्रीलंका
- भारत और नेपाल
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पंचशील सिद्धांत भारत और चीन के बीच एक समझौता था।
- संदर्भ और विस्तार: 29 अप्रैल 1954 को भारत और चीन के बीच ‘शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पाँच सिद्धांत’ (पंचशील) पर हस्ताक्षर किए गए थे। इन सिद्धांतों में एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान, पारस्परिक अनाक्रमण, एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना, समानता और पारस्परिक लाभ, और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व शामिल थे।
- गलत विकल्प: अन्य देशों के साथ भारत के विभिन्न समझौते रहे हैं, लेकिन पंचशील का संबंध विशेष रूप से भारत-चीन के साथ है।
प्रश्न 23: मगध साम्राज्य का सबसे पहला उल्लेख किस प्राचीन ग्रंथ में मिलता है?
- रामायण
- महाभारत
- ऋग्वेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मगध का सबसे पहला उल्लेख अथर्ववेद में मिलता है।
- संदर्भ और विस्तार: अथर्ववेद, जो सबसे बाद के वेदों में से एक है, में मगध का उल्लेख एक ऐसे क्षेत्र के रूप में किया गया है जहाँ कुछ लोग ‘गला’ (गला) रोग से पीड़ित थे, लेकिन यह उल्लेख एक राजनीतिक इकाई के रूप में मगध की उपस्थिति को दर्शाता है। बौद्ध और जैन ग्रंथ भी मगध के उदय का विस्तृत वर्णन करते हैं।
- गलत विकल्प: रामायण और महाभारत में प्राचीन भारत के कई राज्यों का उल्लेख है, लेकिन मगध का प्रारंभिक उल्लेख अथर्ववेद में अधिक प्रत्यक्ष है। ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और उसमें मगध का कोई उल्लेख नहीं है।
प्रश्न 24: ‘तैमूर लंग’ ने भारत पर कब आक्रमण किया था?
- 1398
- 1401
- 1405
- 1410
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: तैमूर लंग ने 1398 में भारत पर आक्रमण किया था।
- संदर्भ और विस्तार: मध्य एशियाई विजेता तैमूर (तैमूर लंग) ने 1398 में दिल्ली सल्तनत पर आक्रमण किया, जो उस समय नसीरुद्दीन महमूद तुगलक के शासनकाल में अत्यंत कमजोर हो चुकी थी। तैमूर के आक्रमण से दिल्ली का भारी विनाश हुआ और सल्तनत का पतन और तेज हो गया।
- गलत विकल्प: आक्रमण 1398 में हुआ था, जिसके बाद दिल्ली में अव्यवस्था फैल गई और सैय्यद वंश का उदय हुआ।
प्रश्न 25: ‘बुद्धचरितम्’ का लेखक कौन था?
- नागार्जुन
- आर्यभट्ट
- अश्वघोष
- पाणिनि
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘बुद्धचरितम्’ का लेखक अश्वघोष था।
- संदर्भ और विस्तार: अश्वघोष (लगभग पहली शताब्दी ईस्वी) कुषाण शासक कनिष्क के दरबारी कवि थे। ‘बुद्धचरितम्’ भगवान बुद्ध के जीवन पर आधारित एक महाकाव्य है, जिसे बौद्ध साहित्य की एक उत्कृष्ट कृति माना जाता है। यह संस्कृत में लिखा गया था और इसमें बुद्ध के जन्म से लेकर उनके परिनिर्वाण तक का वर्णन है।
- गलत विकल्प: नागार्जुन एक प्रसिद्ध बौद्ध दार्शनिक थे। आर्यभट्ट एक महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे। पाणिनि ने ‘अष्टाध्यायी’ नामक प्रसिद्ध व्याकरण ग्रंथ की रचना की।