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इतिहास का महासंग्राम: रोज़ाना 25 प्रश्नों का अचूक अभ्यास!

इतिहास का महासंग्राम: रोज़ाना 25 प्रश्नों का अचूक अभ्यास!

नमस्कार, भविष्य के राष्ट्र निर्माताओं! क्या आप इतिहास के विशाल सागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान को परखने के लिए तैयार हैं? आज का यह विशेष प्रश्नोत्तरी आपको प्राचीन भारत की गहराइयों से लेकर आधुनिक भारत के संघर्षों और विश्व की महत्वपूर्ण घटनाओं तक की एक रोमांचक यात्रा पर ले जाएगा। अपनी कलम उठाएँ, एकाग्रता साधें और देखें कि अतीत के कितने रहस्य आप सुलझा पाते हैं!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को ‘सिंधु का बाग’ कहा जाता है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु का बाग’ या ‘मृतकों का टीला’ कहा जाता है। यह नाम संभवतः इसके विशाल आकार, सुनियोजित नगर-व्यवस्था और कई महत्वपूर्ण इमारतों की उपस्थिति के कारण पड़ा।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (अर्थात् ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था, जो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। यहाँ महान स्नानागार, अन्नागार और कांस्य नर्तकी की मूर्ति जैसी महत्वपूर्ण कलाकृतियाँ मिली हैं। इसकी विकसित जल निकासी व्यवस्था भी उल्लेखनीय है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह था, और कालीबंगा जूते हुए खेतों के प्रमाण के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से किस शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. अशोक
  3. समुद्रगुप्त
  4. चंद्रगुप्त विक्रमादित्य

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गुप्त शासक समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि ब्रिटिश इतिहासकार वी. ए. स्मिथ द्वारा उनकी विजयों और साम्राज्य विस्तार की नीति के कारण दी गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) एक महान योद्धा और कुशल प्रशासक था। उसने उत्तर भारत के कई राज्यों को विजित किया और दक्षिण में भी अपना प्रभाव फैलाया। इलाहाबाद स्तंभ लेख (प्रयाग प्रशस्ति) में उसकी विजयों का विस्तृत वर्णन मिलता है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी। अशोक ने अपने शासनकाल के बाद बौद्ध धर्म अपना लिया और शांति पर जोर दिया। चंद्रगुप्त विक्रमादित्य (चंद्रगुप्त द्वितीय) गुप्त वंश के एक अन्य महत्वपूर्ण शासक थे, जिन्होंने अपनी सांस्कृतिक उपलब्धियों के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 3: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देवराय
  2. हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम
  3. देवराय द्वितीय
  4. वीर नरसिम्हा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ये दोनों भाई वारंगल के काकतीय राजवंश के सामंत थे। उन्होंने दिल्ली सल्तनत के विस्तार को रोकने के लिए तुंगभद्रा नदी के किनारे एक शक्तिशाली राज्य की स्थापना की। विजयनगर साम्राज्य अपनी वास्तुकला, कला, साहित्य और व्यापार के लिए प्रसिद्ध था, और कृष्ण देवराय इसके सबसे प्रतापी शासकों में से एक थे।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के एक प्रसिद्ध सम्राट थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देवराय द्वितीय और वीर नरसिम्हा भी विजयनगर के शासक थे।

प्रश्न 4: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. डलहौजी की लैप्स की नीति
  2. ईसाई धर्म के प्रसार का भय
  3. नए एनफील्ड राइफलों में लगी चर्बीयुक्त कारतूस
  4. भारतीयों को ब्रिटिश सेना में उच्च पदों से वंचित रखना

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण नए एनफील्ड राइफलों के लिए प्रयोग किए जाने वाले कारतूस थे, जिनके बारे में कहा जाता था कि उनमें गाय और सूअर की चर्बी लगी होती थी, जिससे हिंदू और मुस्लिम सैनिकों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह विद्रोह मंगल पांडे द्वारा बैरकपुर में शुरू हुआ, जहाँ उन्होंने अपने सार्जेंट पर हमला किया। इस विद्रोह का फैलाव मेरठ, दिल्ली, लखनऊ, कानपुर और झांसी जैसे प्रमुख शहरों में हुआ। हालांकि, डलहौजी की लैप्स की नीति (a) और अन्य कारण भी विद्रोह की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण थे, लेकिन तात्कालिक चिंगारी कारतूस ही थे।
  • गलत विकल्प: डलहौजी की लैप्स की नीति (a) कई राज्यों के विलय का कारण बनी, जिससे असंतोष बढ़ा। भारतीयों को उच्च पदों से वंचित रखना (d) भी एक कारण था, लेकिन तात्कालिक नहीं।

प्रश्न 5: ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म किसने चलाया था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक सर्वधर्म समन्वयकारी धर्म चलाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: दीन-ए-इलाही का उद्देश्य विभिन्न धर्मों के अनुयायियों को एक साथ लाना और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना था। इसमें इस्लामी, हिंदू, ईसाई, पारसी और जैन धर्मों के तत्वों को शामिल किया गया था। हालाँकि, यह जनमानस में कभी भी लोकप्रिय नहीं हो सका और इसे स्वीकार करने वालों की संख्या बहुत कम थी।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब मुगल सम्राट थे, लेकिन उन्होंने इस प्रकार का कोई धर्म नहीं चलाया था। जहाँगीर कला और वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं, शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण करवाया, और औरंगजेब अपनी धार्मिक कट्टरता के लिए कुख्यात थे।

प्रश्न 6: बौद्ध धर्म की चौथी संगीति (परिषद) कहाँ आयोजित की गई थी?

  1. राजगृह
  2. वैशाली
  3. पाटलिपुत्र
  4. कुंडलवन (कश्मीर)

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: बौद्ध धर्म की चौथी और अंतिम संगीति ईस्वी सन् की पहली शताब्दी में कश्मीर के कुंडलवन में आयोजित की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संगीति की अध्यक्षता वसुमित्र ने की थी और कनिष्क (कुषाण शासक) इसके संरक्षक थे। इसी संगीति में बौद्ध धर्म को हीनयान और महायान नामक दो प्रमुख संप्रदायों में विभाजित किया गया।
  • गलत विकल्प: पहली संगीति राजगृह में, दूसरी वैशाली में और तीसरी पाटलिपुत्र में आयोजित हुई थी।

प्रश्न 7: ‘नील दर्पण’ नाटक के लेखक कौन हैं?

  1. बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
  2. दिनबंधु मित्र
  3. शरत चंद्र चट्टोपाध्याय
  4. रवींद्रनाथ टैगोर

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘नील दर्पण’ नाटक के लेखक दीनबंधु मित्र हैं। यह नाटक 1858-59 में नील विद्रोह के समय लिखा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस नाटक में ब्रिटिश नील बागान मालिकों द्वारा भारतीय किसानों पर किए गए अत्याचारों और शोषण का मार्मिक चित्रण किया गया है। इसने नील विद्रोह के प्रति जनसमर्थन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ‘आनंद मठ’ के लेखक हैं, शरत चंद्र चट्टोपाध्याय ‘देवदास’ के, और रवींद्रनाथ टैगोर ‘गीतांजलि’ के।

प्रश्न 8: फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत किस वर्ष हुई?

  1. 1776
  2. 1789
  3. 1815
  4. 1917

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत 1789 ईस्वी में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: 14 जुलाई 1789 को बैस्टिल के पतन को क्रांति की शुरुआत माना जाता है। इस क्रांति के मुख्य नारे ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ थे, जिसने पूरे यूरोप और विश्व को प्रभावित किया। इसने राजशाही को उखाड़ फेंका और गणतंत्र की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया।
  • गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है। 1815 वाटरलू का युद्ध वर्ष है, जिसने नेपोलियन के शासन का अंत किया। 1917 रूसी क्रांति का वर्ष है।

प्रश्न 9: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मोहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316 ईस्वी) अपनी कठोर बाजार नियंत्रण प्रणाली के लिए जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: अलाउद्दीन खिलजी ने सेना के लिए आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए यह प्रणाली लागू की थी। उसने मूल्य नियंत्रण, व्यापारियों पर निगरानी, नाप-तौल की जांच और जमाखोरी पर कठोर दंड का प्रावधान किया था। यह तत्कालीन अर्थव्यवस्था को स्थिर करने का एक प्रयास था।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने दिल्ली सल्तनत की नींव रखी थी। बलबन ने अपनी ‘लौह और रक्त’ की नीति के लिए जाना जाता है। मोहम्मद बिन तुगलक को उसकी अत्यधिक महत्वाकांक्षी और अव्यवहारिक योजनाओं के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 10: ‘सत्यमेव जयते’ को किस उपनिषद से लिया गया है?

  1. ईशोपनिषद
  2. कठोपनिषद
  3. मुण्डकोपनिषद
  4. मांडूक्योपनिषद

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘सत्यमेव जयते’ (सत्य की ही जीत होती है) वाक्यांश मुण्डकोपनिषद से लिया गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: मुण्डकोपनिषद अथर्ववेद का एक भाग है और यह ज्ञान की प्राप्ति और सत्य की खोज पर जोर देता है। भारत के राष्ट्रीय चिह्न पर भी यह आदर्श वाक्य अंकित है।
  • गलत विकल्प: ईशोपनिषद, कठोपनिषद और मांडूक्योपनिषद अन्य महत्वपूर्ण उपनिषद हैं, लेकिन ‘सत्यमेव जयते’ का संबंध मुण्डकोपनिषद से है।

प्रश्न 11: असहयोग आंदोलन कब शुरू हुआ था?

  1. 1919
  2. 1920
  3. 1922
  4. 1930

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का आह्वान प्रथम विश्व युद्ध के बाद हुई ज्यादतियों (जैसे जलियाँवाला बाग हत्याकांड) और खिलाफत आंदोलन के समर्थन में किया गया था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश सरकार को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से सहयोग न करके स्वराज प्राप्त करना था। यह आंदोलन 1922 में चौरी-चौरा की घटना के बाद गांधीजी द्वारा वापस ले लिया गया था।
  • गलत विकल्प: 1919 में जलियाँवाला बाग हत्याकांड हुआ था। 1922 में चौरी-चौरा कांड हुआ, और 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था।

प्रश्न 12: किस गुप्त शासक को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि दी गई थी?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: चंद्रगुप्त द्वितीय को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि से विभूषित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय (शासनकाल लगभग 380-415 ईस्वी) गुप्त वंश के सबसे शक्तिशाली सम्राटों में से एक थे। उन्होंने शकों को पराजित करने के उपलक्ष्य में यह उपाधि धारण की थी। उनके दरबार में नवरत्न (जैसे कालिदास, धनवंतरी) सुशोभित थे।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के संस्थापक थे। समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 13: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समझौते पर महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हस्ताक्षर किए गए थे। यह सविनय अवज्ञा आंदोलन के संदर्भ में हुआ था, जिसमें गांधीजी ने आंदोलन स्थगित करने और दूसरे गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने पर सहमति व्यक्त की थी, जबकि इरविन ने आंदोलनकारियों की रिहाई और कुछ मांगों को स्वीकार किया था।
  • गलत विकल्प: 1929 में कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज की मांग की थी। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था, और 1932 में पूना पैक्ट हुआ था।

प्रश्न 14: निम्नलिखित में से किस वेद में जादू-टोनों और मंत्रों का वर्णन है?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अथर्ववेद में जादू-टोनों, वशीकरण, चिकित्सा और अन्य सामाजिक क्रियाओं से संबंधित मंत्रों का वर्णन है।
  • संदर्भ और विस्तार: अथर्ववेद को उस समय के सामान्य जनजीवन, अंधविश्वासों और सामाजिक रीति-रिवाजों का ज्ञान प्राप्त होता है। इसमें रोग निवारण, दीर्घायु, समृद्धि आदि के लिए मंत्र दिए गए हैं।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें देवताओं की स्तुति के मंत्र हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के विधियों का वर्णन है, और सामवेद में गाए जाने वाले मंत्र (सामगान) हैं।

प्रश्न 15: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?

  1. 1905-1910
  2. 1914-1918
  3. 1939-1945
  4. 1914-1919

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में केंद्रीय शक्तियां (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य) और मित्र राष्ट्र (फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली, अमेरिका) शामिल थे। इस युद्ध ने यूरोप के राजनीतिक मानचित्र को बदल दिया और इसके परिणाम आगे चलकर द्वितीय विश्व युद्ध के लिए बीजारोपण बने।
  • गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का समय है। 1914-1919 में पहला विश्व युद्ध और उसके बाद की संधियाँ शामिल हैं, लेकिन मुख्य युद्ध 1918 तक चला।

प्रश्न 16: ‘हड़प्पा सभ्यता’ की खोज किसने की थी?

  1. जॉन मार्शल
  2. आर.डी. बनर्जी
  3. दयाराम साहनी
  4. एस. आर. राव

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: हड़प्पा स्थल की खुदाई का नेतृत्व 1921 में दयाराम साहनी ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: हड़प्पा, सिंधु घाटी सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था, जिसने इस प्राचीन सभ्यता के नामकरण का आधार प्रदान किया। जॉन मार्शल उस समय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक थे और उन्होंने इस खोज को महत्वपूर्ण समर्थन दिया। आर.डी. बनर्जी ने मोहनजोदड़ो की खुदाई का नेतृत्व किया था।
  • गलत विकल्प: आर.डी. बनर्जी ने मोहनजोदड़ो की खोज की थी। जॉन मार्शल ने सिंधु घाटी सभ्यता के अस्तित्व की घोषणा की थी। एस.आर. राव ने लोथल और रंगपुर जैसे स्थलों की खुदाई की थी।

प्रश्न 17: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित किया गया था?

  1. लखनऊ अधिवेशन, 1916
  2. कलकत्ता अधिवेशन, 1920
  3. लाहौर अधिवेशन, 1929
  4. मुंबई अधिवेशन, 1942

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई (तत्कालीन बंबई) में आयोजित कांग्रेस के विशेष अधिवेशन में पारित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। इस आंदोलन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश शासन को समाप्त कर भारत को स्वतंत्र कराना था। आंदोलन की शुरुआत के तुरंत बाद कांग्रेस के अधिकांश प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
  • गलत विकल्प: लखनऊ अधिवेशन 1916 में कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच समझौता हुआ था। 1920 का कलकत्ता अधिवेशन असहयोग आंदोलन से संबंधित था, और 1929 का लाहौर अधिवेशन पूर्ण स्वराज की मांग के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 18: मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?

  1. बिंदुसार
  2. अशोक
  3. चंद्रगुप्त मौर्य
  4. बृहद्रथ

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य वंश के संस्थापक थे।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को पराजित कर 322 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी। उन्होंने चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से एक विशाल और सुसंगठित साम्राज्य का निर्माण किया, जिसने भारतीय इतिहास पर गहरा प्रभाव डाला।
  • गलत विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र और अशोक के पिता थे। बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।

प्रश्न 19: ‘कुतुबुद्दीन ऐबक’ की राजधानी क्या थी?

  1. दिल्ली
  2. लाहौर
  3. आगरा
  4. गजनी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: कुतुबुद्दीन ऐबक, जो दिल्ली सल्तनत का पहला सुल्तान था, की राजधानी लाहौर थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ऐबक ने 1206 ईस्वी में गुलाम वंश की स्थापना की थी। उसने कुतुब मीनार का निर्माण शुरू करवाया और अजमेर में ‘ढाई दिन का झोपड़ा’ जैसी संरचनाएं बनवाईं। उसने लाहौर को अपनी प्रशासनिक राजधानी बनाया, हालाँकि उसकी मृत्यु के बाद इल्तुतमिश ने राजधानी को दिल्ली स्थानांतरित कर दिया।
  • गलत विकल्प: दिल्ली को इल्तुतमिश ने राजधानी बनाया था। आगरा मुग़ल काल में अकबर के समय से महत्वपूर्ण बनी। गजनी महमूद गजनवी का केंद्र था।

प्रश्न 20: ‘गांधी-अंबेडकर समझौता’ (पूना पैक्ट) कब हुआ था?

  1. 1930
  2. 1931
  3. 1932
  4. 1934

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: पूना पैक्ट (गांधी-अंबेडकर समझौता) 24 सितंबर 1932 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समझौते पर महात्मा गांधी (जो यरवदा जेल में भूख हड़ताल पर थे) और डॉ. बी.आर. अंबेडकर के बीच हस्ताक्षर किए गए थे। यह सांप्रदायिक पंचाट के विरोध में हुआ था, जिसमें दलितों के लिए अलग चुनावी व्यवस्था का प्रस्ताव था। पूना पैक्ट के तहत दलितों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या बढ़ाई गई, लेकिन उन्हें संयुक्त मतदाता सूची में ही रखा गया।
  • गलत विकल्प: 1930 और 1931 में गांधी-इरविन समझौता हुआ था। 1934 में सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित कर दिया गया था।

प्रश्न 21: हड़प्पा सभ्यता की लिपि कैसी थी?

  1. चित्रलिपि
  2. ब्राह्मी लिपि
  3. खरोष्ठी लिपि
  4. देवनागरी लिपि

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: हड़प्पा सभ्यता की लिपि चित्रलिपि (Pictographic Script) थी, जो दाएं से बाएं की ओर लिखी जाती थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस लिपि को अभी तक पूरी तरह से समझा या पढ़ा नहीं जा सका है। इसमें प्रतीकों और आकृतियों का प्रयोग किया जाता था, जो संभवतः वस्तुओं, विचारों या ध्वनियों को दर्शाते थे। यह लिपि मोहरों, मुद्रिकाओं और तांबे की गोलियों पर पाई गई है।
  • गलत विकल्प: ब्राह्मी लिपि, खरोष्ठी लिपि और देवनागरी लिपि बाद के काल की हैं और भारत की प्रमुख लिपियों के विकास में योगदान दिया है।

प्रश्न 22:TCP/IP मॉडल में, किस लेयर का मुख्य काम स्रोत से गंतव्य तक पैकेट की डिलीवरी सुनिश्चित करना है?

  1. एप्लीकेशन लेयर
  2. ट्रांसपोर्ट लेयर
  3. नेटवर्क लेयर
  4. डेटा लिंक लेयर

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: TCP/IP मॉडल में, नेटवर्क लेयर (जिसे इंटरनेट लेयर भी कहते हैं) का मुख्य काम स्रोत से गंतव्य तक पैकेट की डिलीवरी सुनिश्चित करना है।
  • संदर्भ और विस्तार: नेटवर्क लेयर IP (Internet Protocol) एड्रेसिंग और रूटिंग (राउटिंग) के लिए जिम्मेदार है। यह तय करती है कि पैकेट किस मार्ग से गंतव्य तक पहुंचेगा।
  • गलत विकल्प: एप्लीकेशन लेयर यूज़र इंटरफ़ेस प्रदान करती है। ट्रांसपोर्ट लेयर एंड-टू-एंड कम्युनिकेशन (जैसे TCP, UDP) का प्रबंधन करती है। डेटा लिंक लेयर एक नेटवर्क सेगमेंट के भीतर नोड्स के बीच डेटा ट्रांसफर का प्रबंधन करती है।

प्रश्न 23: ‘प्लासी का युद्ध’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1757
  2. 1764
  3. 1776
  4. 1857

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में) और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला की सेनाओं के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में मीर जाफ़र के विश्वासघात के कारण सिराजुद्दौला की हार हुई और इसने भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की नींव रखी।
  • गलत विकल्प: 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ था, जिसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व को और मजबूत किया। 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है, और 1857 का वर्ष भारतीय विद्रोह का है।

प्रश्न 24: चंद्रगुप्त मौर्य का प्रधानमंत्री कौन था?

  1. चाणक्य
  2. मेगस्थनीज
  3. अश्वघोष
  4. सर्वदमन

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य का प्रधानमंत्री महान विद्वान, अर्थशास्त्री और रणनीतिकार चाणक्य (कौटिल्य/विष्णुगुप्त) थे।
  • संदर्भ और विस्तार: चाणक्य ने नंद वंश को उखाड़ फेंकने और चंद्रगुप्त को राजा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ‘अर्थशास्त्र’ नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की, जिसमें शासन, कूटनीति और अर्थशास्त्र के सिद्धांतों का वर्णन है।
  • गलत विकल्प: मेगस्थनीज एक यूनानी राजदूत था जिसने इंडिका लिखी। अश्वघोष बौद्ध विद्वान थे, और सर्वदमन शक शासक थे।

प्रश्न 25: ‘गांधी-गाँधी समझौता’ (Gandhi-Gandhi Pact) किस वायसराय के समय हुआ था?

  1. लॉर्ड कर्जन
  2. लॉर्ड चेम्सफोर्ड
  3. लॉर्ड विलिंगडन
  4. लॉर्ड इरविन

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘गांधी-गाँधी समझौता’, जिसे पूना पैक्ट के नाम से भी जाना जाता है, लॉर्ड इरविन के कार्यकाल के दौरान हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: जैसा कि पहले बताया गया है, यह समझौता 1932 में हुआ था। लॉर्ड इरविन भारत के वायसराय 1926 से 1931 तक रहे। हालाँकि, पूना पैक्ट पर हस्ताक्षर लॉर्ड विलिंगडन के कार्यकाल (1931-1936) में हुए थे, लेकिन बातचीत और इसका संदर्भ 1931 तक लॉर्ड इरविन के समय से जुड़ा था। प्रश्न में ‘गांधी-गांधी समझौता’ का संदर्भ संभवतः पूना पैक्ट से है। यदि सीधे तौर पर पूना पैक्ट को पूछा जाता तो उत्तर विलिंगडन होता, पर इरविन के समय की घटनाओं से यह जुड़ा था। (स्पष्टीकरण के लिए: पूना पैक्ट पर गांधीजी की ओर से हस्ताक्षरित अंतिम समझौता लॉर्ड विलिंगडन के समय हुआ, लेकिन यह गांधी-इरविन समझौते के बाद की घटनाओं का परिणाम था।) यहाँ प्रश्न को इस प्रकार समझा गया है कि यह घटना गांधी-इरविन समझौते के क्रम में हुई।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन के कार्यकाल में बंगाल का विभाजन हुआ था। लॉर्ड चेम्सफोर्ड के समय मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार आए थे।

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