इतिहास की गहराई में उतरें: दैनिक ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी!
समय के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा पर निकल पड़ें! आज की प्रश्नोत्तरी के साथ अपने ऐतिहासिक ज्ञान की धार तेज करें और अतीत की महत्वपूर्ण घटनाओं, व्यक्तित्वों और साम्राज्यों के रहस्यों को उजागर करें। क्या आप आज के ज्ञान की परीक्षा के लिए तैयार हैं?
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस स्थल से पाषाण युगीन औजारों के साथ-साथ नवपाषाण कालीन कृषकों के साक्ष्य भी मिले हैं?
- मेहरगढ़
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- कालीबंगा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मेहरगढ़ (वर्तमान पाकिस्तान में स्थित) दक्षिण एशिया में नवपाषाण क्रांति का सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है। यहाँ प्रारंभिक कृषकों के सबसे पुराने ज्ञात प्रमाण मिलते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: मेहरगढ़ में लगभग 7000 ईसा पूर्व से 5500 ईसा पूर्व तक की बस्तियाँ मिली हैं। यहाँ से गेहूँ, जौ की खेती और भेड़, बकरी पालन के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ पुरातात्विक अध्ययनों में यहाँ पाषाण युगीन औजारों के भी संकेत मिलते हैं, जो इसके क्रमिक विकास को दर्शाते हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता के परिपक्व चरण के शहर हैं, जो नवपाषाण काल के बाद के हैं। कालीबंगा भी सिंधु घाटी सभ्यता का स्थल है, जो हड़प्पा से पूर्व की कुछ गतिविधियों को दर्शाता है, लेकिन मेहरगढ़ जितनी प्राचीन कृषकीय बस्तियों के प्रमाण यहाँ नहीं मिलते।
प्रश्न 2: “अष्टप्रधान” का गठन किस मराठा शासक ने किया था?
- शिवाजी महाराज
- बाजीराव प्रथम
- सम्राट अकबर
- महाराजा रणजीत सिंह
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने शासनकाल में एक कुशल प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित करने के लिए “अष्टप्रधान” नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में आठ मंत्री होते थे: पेशवा (प्रधान मंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), मंत्री (शाही पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), सचिव (राजकीय कागजात), पंडित राव (धर्माध्यक्ष), सेनापति (सेना प्रमुख) और न्यायाधीश (न्याय मंत्री)। यह परिषद राज्य के शासन में शिवाजी को सलाह देती थी।
- गलत विकल्प: बाजीराव प्रथम पेशवा थे जिन्होंने शिवाजी के बाद मराठा साम्राज्य का विस्तार किया। सम्राट अकबर मुगल शासक थे जिनकी प्रशासनिक व्यवस्था भिन्न थी। महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य के संस्थापक थे।
प्रश्न 3: किस वायसराय के कार्यकाल में भारत में पहली बार डाक टिकट जारी किए गए?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लॉर्ड डलहौजी, जो 1848 से 1856 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे, के कार्यकाल में भारत में पहली बार डाक टिकट जारी किए गए।
- संदर्भ और विस्तार: डलहौजी ने डाक व्यवस्था में सुधार करते हुए 1854 में पूरे भारत में एक समान डाक दरें लागू कीं और डाक टिकटों का प्रचलन शुरू किया। यह संचार व्यवस्था को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग 1857 की क्रांति के समय गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड कर्जन के कार्यकाल में बंगाल का विभाजन हुआ। लॉर्ड विलियम बेंटिंक को भारतीय समाज सुधारों के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 4: निम्नलिखित में से कौन सा पुरातात्विक स्थल सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे दक्षिणी स्थल के रूप में जाना जाता है?
- मांडा
- दायमाबाद
- लोथल
- सुतकागेंडोर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: दायमाबाद, जो महाराष्ट्र में गोदावरी नदी के तट पर स्थित है, सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे दक्षिणी ज्ञात स्थल है।
- संदर्भ और विस्तार: दायमाबाद से तांबे की वस्तुएं, जैसे हाथी, घोड़ा, गेंडा और भैंस की मूर्तियाँ मिली हैं, जो इस सभ्यता की कला और शिल्प का प्रमाण हैं। इस स्थल ने सिंधु सभ्यता के विस्तार की दक्षिणी सीमा को चिह्नित किया।
- गलत विकल्प: मांडा (जम्मू-कश्मीर) सबसे उत्तरी स्थल है। लोथल (गुजरात) एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, लेकिन दायमाबाद से अधिक दक्षिण में स्थित है। सुतकागेंडोर (बलूचिस्तान) सबसे पश्चिमी स्थल है।
प्रश्न 5: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ किसने रद्द किया था?
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डफरिन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’, जिसे 1878 में लॉर्ड लिटन द्वारा पारित किया गया था, को 1882 में लॉर्ड रिपन द्वारा रद्द कर दिया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस एक्ट का उद्देश्य भारतीय भाषाओं के समाचार पत्रों पर नियंत्रण रखना था, क्योंकि ब्रिटिश सरकार को लगता था कि ये समाचार पत्र ब्रिटिश विरोधी भावनाओं को भड़का रहे हैं। लॉर्ड रिपन, जो अपनी उदारवादी नीतियों के लिए जाने जाते थे, ने इस एक्ट को भारतीय प्रेस की स्वतंत्रता के विरुद्ध मानते हुए रद्द कर दिया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड लिटन ने इस एक्ट को लागू किया था। लॉर्ड कर्जन और लॉर्ड डफरिन बाद के वायसराय थे।
प्रश्न 6: जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे?
- महावीर
- पार्श्वनाथ
- ऋषभनाथ
- अजितनाथ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ थे, जिन्हें आदिनाथ के नाम से भी जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: जैन परंपरा के अनुसार, ऋषभनाथ ने जैन धर्म की स्थापना की और यह मानते हैं कि वे इस कालचक्र में प्रथम तीर्थंकर थे। वे इक्ष्वाकु वंश के राजा थे जिन्होंने सांसारिक जीवन का त्याग कर मोक्ष प्राप्त किया।
- गलत विकल्प: महावीर जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे। पार्श्वनाथ 23वें तीर्थंकर थे। अजितनाथ चौथे तीर्थंकर थे।
प्रश्न 7: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) की प्रथा किसने शुरू की थी?
- लॉर्ड वेलेस्ली
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कॉर्नवालिस
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लॉर्ड वेलेस्ली, जो 1798 से 1805 तक भारत के गवर्नर-जनरल थे, ने ‘सहायक संधि’ की प्रथा शुरू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संधि के तहत, भारतीय शासकों को अपनी सेना भंग करनी पड़ती थी और अपनी सीमा में एक ब्रिटिश सेना रखनी पड़ती थी, जिसका खर्च वही राजा उठाता था। बदले में, ब्रिटिश कंपनी उस राजा को बाहरी आक्रमण से सुरक्षा प्रदान करती थी और किसी अन्य भारतीय राज्य से युद्ध या शांति की अनुमति देती थी। इससे धीरे-धीरे भारतीय राज्यों की स्वतंत्रता कम हो गई।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कॉर्नवालिस ने स्थायी बंदोबस्त लागू किया था। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।
प्रश्न 8: सम्राट अशोक का सबसे लंबा शिलालेख कहाँ स्थित है?
- कालसी
- शाहबाजगढ़ी
- गिरनार
- जौगड़
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सम्राट अशोक का सबसे लंबा शिलालेख (14 शिलालेखों का समूह) पाकिस्तान के पेशावर जिले में स्थित शाहबाजगढ़ी में पाया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: शाहबाजगढ़ी का शिलालेख खरोष्ठी लिपि में लिखा गया है, जो उस समय पश्चिम उत्तर भारत में प्रचलित थी। ये शिलालेख अशोक के धम्म (धार्मिक नियमों) और उसकी प्रजा के प्रति कल्याणकारी नीतियों का वर्णन करते हैं।
- गलत विकल्प: कालसी (उत्तराखंड) और जौगड़ (ओडिशा) में भी अशोक के शिलालेख मिले हैं, लेकिन वे शाहबाजगढ़ी जितने लंबे नहीं हैं। गिरनार (गुजरात) में भी एक महत्वपूर्ण शिलालेख है, जो संस्कृत में होने के कारण अलग है।
प्रश्न 9: ‘सन 1857 के विद्रोह’ का तात्कालिक कारण क्या था?
- धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले एनफील्ड राइफल के कारतूस
- ईसाई धर्म के प्रचार में ब्रिटिश सरकार की भूमिका
- भारतीयों के लिए आर्थिक शोषण
- लॉर्ड डलहौजी की हड़प नीति
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण चर्बी लगे कारतूसों का प्रयोग था, जिनमें गाय और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था, जिससे हिंदू और मुस्लिम दोनों सैनिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची।
- संदर्भ और विस्तार: नई एनफील्ड राइफलों के कारतूसों को इस्तेमाल करने से पहले दांतों से चीरना पड़ता था, जिससे सैनिकों का धर्म भ्रष्ट होने का भय था। इस घटना ने सैनिकों में व्यापक रोष पैदा किया, जो पहले से ही ब्रिटिश नीतियों से असंतुष्ट थे।
- गलत विकल्प: यद्यपि ईसाई धर्म का प्रचार, आर्थिक शोषण और डलहौजी की हड़प नीति विद्रोह के अन्य महत्वपूर्ण कारण थे, लेकिन ये तात्कालिक कारण नहीं थे।
प्रश्न 10: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्ण देवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय द्वितीय
- तिरुमल राय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इन दोनों भाइयों ने दिल्ली सल्तनत केTHF को दक्षिण में बढ़ते प्रभाव को रोकने के उद्देश्य से इस शक्तिशाली हिंदू साम्राज्य की नींव रखी। विजयनगर साम्राज्य कला, साहित्य और वास्तुकला का एक प्रमुख केंद्र बना, खासकर हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम के शासनकाल में।
- गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देवराय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे। तिरुमल राय ने विजयनगर साम्राज्य के अंत के समय शासन किया था।
प्रश्न 11: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव किस वर्ष पारित हुआ?
- 1940
- 1942
- 1945
- 1947
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने इस आंदोलन के दौरान ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर करना था, ताकि भारत को स्वतंत्रता मिल सके।
- गलत विकल्प: 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह शुरू हुआ था, 1945 में शिमला सम्मेलन हुआ और 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ।
प्रश्न 12: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
- इस काल में महान साम्राज्यों का उदय हुआ।
- इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान और वास्तुकला का अभूतपूर्व विकास हुआ।
- इस काल में विदेशी आक्रमणों से सुरक्षा मिली।
- इस काल में धर्मनिरपेक्षता का बोलबाला था।
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320 ईस्वी से 550 ईस्वी) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस अवधि में कला, साहित्य, विज्ञान, गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति हुई।
- संदर्भ और विस्तार: कालिदास जैसे महान कवियों, आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञों और खगोलशास्त्रियों, तथा अजंता की गुफाओं जैसी कलाकृतियों का विकास इसी काल में हुआ। दशमलव प्रणाली और शून्य की अवधारणा का विकास भी इसी काल की महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
- गलत विकल्प: जबकि गुप्त काल में शक्तिशाली साम्राज्य थे, प्रमुख कारण सांस्कृतिक और बौद्धिक उपलब्धियाँ थीं। विदेशी आक्रमणों से पूर्ण सुरक्षा नहीं थी, और धर्मनिरपेक्षता का पूरी तरह से बोलबाला नहीं था, बल्कि हिंदू धर्म का पुनरुत्थान हुआ।
प्रश्न 13: ‘आर्य समाज’ की स्थापना किसने की थी?
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राममोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘आर्य समाज’ की स्थापना 1875 ईस्वी में स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती का मूल नाम मूलशंकर था। आर्य समाज ने वेदों को ज्ञान का परम स्रोत माना और ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया। इसने बाल विवाह, बहुदेववाद और मूर्ति पूजा का विरोध किया तथा विधवा पुनर्विवाह और जाति प्रथा के उन्मूलन का समर्थन किया।
- गलत विकल्प: राजा राममोहन राय ने ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना की थी। स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन से जुड़े थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया।
प्रश्न 14: चंगेज खान किस मंगोल शासक का समकालीन था?
- अलाउद्दीन खिलजी
- इल्तुतमिश
- सिकंदर लोदी
- गयासुद्दीन तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चंगेज खान (चंगेज़ ख़ाँ) मंगोल साम्राज्य का संस्थापक था और भारत में इल्तुतमिश (दिल्ली सल्तनत का शासक) के समकालीन था।
- संदर्भ और विस्तार: 1221 ईस्वी में, जब चंगेज खान ने ख्वारिज्म पर आक्रमण किया, तब उसने इल्तुतमिश को भारत पर आक्रमण करने की धमकी दी थी। हालाँकि, इल्तुतमिश ने कूटनीतिक तरीके से चंगेज खान के बढ़ते प्रभाव को भारत में प्रवेश करने से रोक दिया।
- गलत विकल्प: अलाउद्दीन खिलजी और गयासुद्दीन तुगलक इल्तुतमिश के बाद के शासक थे, जब चंगेज खान की मृत्यु हो चुकी थी। सिकंदर लोदी लोदी वंश का शासक था, जो बहुत बाद का समय है।
प्रश्न 15: ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) का नेतृत्व किसने किया था?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- महात्मा गांधी
- राजेंद्र प्रसाद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1930 में हुए ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: गांधीजी ने 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी के लिए पदयात्रा शुरू की, जो लगभग 385 किलोमीटर की दूरी पर था। 6 अप्रैल 1930 को, गांधीजी ने समुद्र तट पर नमक कानून तोड़कर इस सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की। यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार की नमक एकाधिकार नीति के विरोध में था।
- गलत विकल्प: अन्य कांग्रेसी नेता भी आंदोलन में शामिल थे, लेकिन इसका नेतृत्व गांधीजी ने ही किया था।
प्रश्न 16: मोहनजोदड़ो से प्राप्त विशाल स्नानागार (Great Bath) किस काल का प्रमुख पुरातात्विक साक्ष्य है?
- वैदिक काल
- मौर्य काल
- सिंधु घाटी सभ्यता
- गुप्त काल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो से प्राप्त विशाल स्नानागार (Great Bath) सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 2500 ईसा पूर्व – 1900 ईसा पूर्व) का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पुरातात्विक साक्ष्य है।
- संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार सार्वजनिक स्नान के लिए उपयोग किया जाता था और इसकी वास्तुकला तथा जल निकासी व्यवस्था उस काल की उन्नत इंजीनियरिंग का प्रमाण है। यह संभवतः धार्मिक या अनुष्ठानिक उद्देश्यों के लिए प्रयोग किया जाता था।
- गलत विकल्प: वैदिक काल, मौर्य काल और गुप्त काल सिंधु घाटी सभ्यता के बाद के काल हैं, और उनके पुरातात्विक साक्ष्य इस प्रकार के बड़े स्नानागारों से भिन्न हैं।
प्रश्न 17: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ (World War II) कब प्रारंभ हुआ?
- 1914
- 1935
- 1939
- 1941
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण के साथ प्रारंभ हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध 1945 तक चला और इसमें मित्र राष्ट्रों (जैसे ब्रिटेन, फ्रांस, सोवियत संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका) और धुरी राष्ट्रों (जैसे जर्मनी, इटली, जापान) के बीच संघर्ष हुआ। यह मानव इतिहास का सबसे घातक संघर्ष था, जिसमें अनुमानित 70 से 85 मिलियन लोग मारे गए।
- गलत विकल्प: 1914 प्रथम विश्व युद्ध का प्रारंभ वर्ष था। 1935 और 1941 अन्य महत्वपूर्ण वर्ष थे, लेकिन युद्ध की शुरुआत 1939 में हुई थी।
प्रश्न 18: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- समद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त प्रथम
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने समुद्रगुप्त की सैन्य विजयों और व्यापक साम्राज्य के कारण उसे यह उपाधि दी थी। उसने उत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों को अपने अधीन किया और दक्षिण में भी कई राज्यों पर विजय प्राप्त की। उसकी राजधानी पाटलिपुत्र थी।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी। चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।
प्रश्न 19: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1925
- 1930
- 1931
- 1935
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इस समझौते के परिणामस्वरूप, गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन स्थगित कर दिया और द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए सहमत हुए। इस समझौते में कई राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और नमक सत्याग्रह के दौरान जब्त की गई संपत्तियों को वापस करने की भी बात की गई थी।
- गलत विकल्प: 1925 में काकोरी कांड हुआ, 1930 में दांडी मार्च और 1935 में भारत सरकार अधिनियम पारित हुआ।
प्रश्न 20: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से ‘नर्तकी की कांस्य मूर्ति’ प्राप्त हुई है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धौलावीरा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो से ‘नर्तकी की कांस्य मूर्ति’ (Dancing Girl) प्राप्त हुई है, जो सिंधु घाटी सभ्यता की कला और शिल्प का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मूर्ति लगभग 4 इंच लंबी है और इसे ‘लॉस्ट-वैक्स’ तकनीक (lost-wax technique) से बनाया गया है। यह मूर्ति एक युवा महिला की है जो आत्मविश्वास से भरी मुद्रा में खड़ी है, और यह उस काल की उन्नत कलात्मक और तकनीकी कौशल को दर्शाती है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा से श्रमिक वर्ग की मूर्तियाँ और कब्रिस्तान मिले हैं। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ गोदी (dockyard) के अवशेष मिले हैं। धौलावीरा अपनी जल प्रबंधन प्रणाली के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 21: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ (French Revolution) किस वर्ष हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1799
- 1815
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह क्रांति 14 जुलाई 1789 को बैस्टिल के पतन के साथ शुरू हुई और इसने फ्रांस में राजशाही को समाप्त कर दिया, गणतंत्र की स्थापना की और ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) के विचारों को फैलाया। इसका वैश्विक इतिहास पर गहरा प्रभाव पड़ा।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है। 1799 में नेपोलियन बोनापार्ट सत्ता में आया, जो क्रांति का एक महत्वपूर्ण चरण था। 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन का पतन हुआ।
प्रश्न 22: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल बादशाह ने की थी?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक संश्लेषित धर्म था जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सिद्धांतों को मिलाकर एक सार्वभौमिक धर्म बनाना था, ताकि साम्राज्य में धार्मिक सद्भाव लाया जा सके। हालाँकि, यह अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ और इसे स्वीकार करने वाले प्रमुख व्यक्ति बीरबल थे।
- गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब अकबर के बाद के शासक थे जिनकी अपनी अलग-अलग नीतियां थीं।
प्रश्न 23: ‘गदर आंदोलन’ का प्रमुख केंद्र कहाँ था?
- भारत
- अमेरिका और कनाडा
- जर्मनी
- सिंगापुर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘गदर आंदोलन’, जो 1913 में शुरू हुआ था, का प्रमुख केंद्र उत्तरी अमेरिका (अमेरिका और कनाडा) था।
- संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन को ‘गदर पार्टी’ द्वारा संचालित किया जा रहा था, जिसका मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को में था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत में क्रांति फैलाना था, जिसमें मुख्य रूप से प्रवासी भारतीय शामिल थे।
- गलत विकल्प: जबकि आंदोलन के भारत में भी प्रभाव थे, इसका मुख्य संगठनात्मक केंद्र अमेरिका और कनाडा ही थे। जर्मनी और सिंगापुर भी कुछ हद तक सहायक भूमिका में थे।
प्रश्न 24: वेदों में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग किस पशु के लिए किया गया है?
- घोड़ा
- गाय
- बैल
- हाथी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: वेदों में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग गाय के लिए किया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: ‘अघन्य’ का अर्थ है ‘जिसे मारा न जाए’। वैदिक काल में गाय को अत्यधिक पवित्र माना जाता था और उसका वध वर्जित था। गाय संपत्ति का महत्वपूर्ण सूचक थी और दूध, घी आदि के लिए महत्वपूर्ण थी।
- गलत विकल्प: अन्य पशुओं को उतना पवित्र या ‘अघन्य’ नहीं माना जाता था।
प्रश्न 25: ‘रॉलेट एक्ट’ किस वर्ष पारित हुआ था?
- 1915
- 1919
- 1920
- 1922
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘रॉलेट एक्ट’ (अनार्कीकल एंड रेवोल्यूशनरी क्राइम्स एक्ट) 1919 में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम ने ब्रिटिश सरकार को बिना किसी मुकदमे के राजनीतिक बंदियों को जेल में डालने और बिना वारंट के तलाशी लेने की शक्ति दी थी। इसे ‘बिना वकील, बिना दलील, बिना अपील’ वाला कानून भी कहा जाता था। इस एक्ट के विरोध में ही 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था।
- गलत विकल्प: 1915 में प्रथम विश्व युद्ध चल रहा था। 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ और 1922 में चौरी-चौरा घटना हुई।