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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। यह न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करता है, बल्कि आपकी तार्किक क्षमता और विश्लेषणात्मक कौशल को भी बढ़ाता है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बुनियादी सिद्धांतों की ठोस समझ आपको किसी भी परीक्षा में बढ़त दिला सकती है। आइए, ‘Doubling Down on Diamond’ (हीरे पर दोगुना जोर) जैसे सामयिक संकेतों से प्रेरित इन प्रश्नों के माध्यम से अपनी विज्ञान की तैयारी को और मजबूत करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. हीरे में कार्बन परमाणुओं को किस प्रकार के रासायनिक बंधन द्वारा एक साथ रखा जाता है?

    • (a) आयनिक बंधन
    • (b) सहसंयोजक बंधन
    • (c) हाइड्रोजन बंधन
    • (d) धात्विक बंधन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधन इलेक्ट्रॉनों को साझा करने से बनता है, जो हीरे की असाधारण कठोरता और स्थिरता के लिए जिम्मेदार है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंधन बनाता है, जिससे एक त्रिविमीय (three-dimensional) जाली संरचना बनती है। यह मजबूत साझा बंधन हीरे को उसकी अत्यधिक कठोरता, उच्च गलनांक और रासायनिक निष्क्रियता प्रदान करता है। आयनिक बंधन आयनों के बीच इलेक्ट्रोस्टैटिक आकर्षण है, हाइड्रोजन बंधन एक विशेष प्रकार का द्विध्रुव-द्विध्रुव अंतःक्रिया है, और धात्विक बंधन धातुओं में पाए जाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. निम्नलिखित में से कौन सा कथन हीरे के प्रकाशीय गुणों के संबंध में सत्य है?

    • (a) यह प्रकाश को अत्यधिक अवशोषित करता है।
    • (b) इसका अपवर्तनांक (refractive index) कम होता है।
    • (c) यह प्रकाश को प्रभावी ढंग से बिखेरता है।
    • (d) इसकी उच्च प्रकीर्णन क्षमता (dispersion) इसे “आग” (fire) प्रदान करती है।

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हीरे का उच्च अपवर्तनांक और उच्च प्रकीर्णन (dispersion) इसकी चमक और रंगीन चमक (जिसे “आग” कहा जाता है) के लिए जिम्मेदार है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक लगभग 2.417 होता है, जो अधिकांश अन्य पारदर्शी सामग्रियों से काफी अधिक है। इसके अलावा, इसकी प्रकीर्णन क्षमता (विभिन्न तरंग दैर्ध्य के प्रकाश के लिए अपवर्तनांक में भिन्नता) भी बहुत अधिक होती है। जब सफेद प्रकाश हीरे से गुजरता है, तो यह अपने घटक रंगों में बिखर जाता है, जिससे इंद्रधनुषी प्रभाव पैदा होता है। यही “आग” है जिसके लिए हीरे प्रसिद्ध हैं। यह प्रकाश को अवशोषित नहीं करता, बल्कि उसे अपवर्तित और परावर्तित करता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  3. हीरे की कठोरता का मुख्य कारण क्या है?

    • (a) कार्बन परमाणुओं के बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल
    • (b) कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधन
    • (c) कार्बन परमाणुओं की कम घनत्व
    • (d) नाइट्रोजन परमाणुओं की उपस्थिति

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल जाली में परमाणुओं के बीच बंधन की प्रकृति पदार्थ की कठोरता निर्धारित करती है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता (मोह पैमाने पर 10) कार्बन परमाणुओं के बीच मौजूद मजबूत सहसंयोजक बंधनों का परिणाम है। ये बंधन सभी दिशाओं में एक मजबूत, त्रि-आयामी नेटवर्क बनाते हैं। वैन डेर वाल्स बल कमजोर होते हैं और ग्राफिट में परतों को एक साथ रखते हैं, न कि हीरे में। हीरे में कार्बन परमाणुओं का घनत्व उच्च होता है, और जबकि नाइट्रोजन जैसी अशुद्धियाँ रंग को प्रभावित कर सकती हैं, वे सीधे तौर पर कठोरता का मुख्य कारण नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. हीरे के निर्माण की प्रक्रिया में उपयोग की जाने वाली अत्यधिक उच्च दाब (high pressure) की स्थिति किस तापमान सीमा में पाई जाती है?

    • (a) 500-1000 °C
    • (b) 1000-1500 °C
    • (c) 1500-2000 °C
    • (d) 2000-2500 °C

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन को हीरे में बदलने के लिए अत्यधिक दाब और ऊष्मा दोनों की आवश्यकता होती है।

    व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक हीरे पृथ्वी के मैंटल (mantle) में बनते हैं, जहाँ दाब 4.5 से 6 GPa (गीगापास्कल) या उससे अधिक होता है, और तापमान 900 °C से 1300 °C तक होता है। प्रयोगशालाओं में कृत्रिम हीरे बनाने के लिए भी समान या थोड़ी अधिक तापमान (लगभग 1000-1500 °C) और अत्यंत उच्च दाब (5-6 GPa) की आवश्यकता होती है। यह सीमा कार्बन को ग्राफिट से हीरे में बदलने के लिए आवश्यक ऊर्जा और अस्थिरता प्रदान करती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. निम्नलिखित में से कौन सा यौगिक (compound) शुद्ध कार्बन से नहीं बना होता है?

    • (a) हीरा (Diamond)
    • (b) ग्रेफाइट (Graphite)
    • (c) फुलेरीन (Fullerene)
    • (d) काँच (Glass)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अपररूप (Allotropes) एक ही तत्व के विभिन्न रूप होते हैं, जबकि यौगिक विभिन्न तत्वों के परमाणुओं से बने होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरा, ग्रेफाइट और फुलेरीन कार्बन के अपररूप हैं, जिसका अर्थ है कि वे शुद्ध कार्बन परमाणुओं से बने होते हैं, लेकिन उनकी परमाणु व्यवस्था अलग-अलग होती है। काँच एक अनाकार (amorphous) ठोस है जो मुख्य रूप से सिलिकॉन डाइऑक्साइड (SiO₂) से बना होता है, और इसमें अन्य तत्व जैसे सोडियम ऑक्साइड (Na₂O) और कैल्शियम ऑक्साइड (CaO) भी हो सकते हैं। इसलिए, काँच शुद्ध कार्बन से नहीं बना होता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  6. कार्बन के किस अपररूप का उपयोग पेंसिल की “लीड” बनाने में किया जाता है?

    • (a) हीरा
    • (b) ग्रेफाइट
    • (c) फुलेरीन
    • (d) चारकोल

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्रेफाइट की परतों वाली संरचना और उसके रासायनिक गुणों के कारण इसका उपयोग स्नेहक (lubricant) और लिखने के उपकरण में होता है।

    व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु षट्कोणीय (hexagonal) छल्लों की परतों में व्यवस्थित होते हैं, और इन परतों के बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल होते हैं। ये परतें आसानी से एक-दूसरे पर सरक सकती हैं, जिससे ग्रेफाइट मुलायम और चिकना हो जाता है। यही कारण है कि पेंसिल की लीड, जो ग्रेफाइट और मिट्टी का मिश्रण होती है, कागज पर निशान छोड़ती है। हीरा बहुत कठोर होता है, फुलेरीन विशेष संरचना वाले होते हैं, और चारकोल भी इस्तेमाल हो सकता है लेकिन मुख्य रूप से लीड में ग्रेफाइट ही होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. कार्बन चक्र (carbon cycle) में, प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के दौरान पौधे वायुमंडल से किस गैस को अवशोषित करते हैं?

    • (a) ऑक्सीजन (O₂)
    • (b) नाइट्रोजन (N₂)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
    • (d) मीथेन (CH₄)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को शर्करा (sugars) में परिवर्तित करते हैं, जिससे ऑक्सीजन मुक्त होती है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का सामान्य समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। इस प्रक्रिया में, पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को लेते हैं, उसे पानी के साथ मिलाकर जटिल कार्बनिक यौगिक (जैसे ग्लूकोज) बनाते हैं, और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन छोड़ते हैं। यह कार्बन को वायुमंडल से जीवों में स्थानांतरित करने का प्राथमिक मार्ग है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  8. हीरे को रासायनिक रूप से सबसे स्थिर (stable) क्यों माना जाता है?

    • (a) इसके परमाणुओं में उच्च गतिज ऊर्जा होती है।
    • (b) इसके परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधन होते हैं।
    • (c) यह एक उत्कृष्ट विद्युत चालक है।
    • (d) यह आसानी से पानी में घुल जाता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की रासायनिक स्थिरता उसके परमाणुओं के बीच बंधनों की मजबूती और संरचना पर निर्भर करती है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे की उत्कृष्ट रासायनिक स्थिरता का कारण इसके कार्बन परमाणुओं के बीच मौजूद बहुत मजबूत और सर्वव्यापी सहसंयोजक बंधन हैं। ये बंधन बहुत अधिक ऊर्जा वाले होते हैं और इन्हें तोड़ना मुश्किल होता है, जिससे हीरा अधिकांश रासायनिक अभिकर्मकों (reagents) के प्रति अत्यधिक निष्क्रिय (inert) हो जाता है। यह उच्च गतिज ऊर्जा वाला नहीं होता, न ही यह एक अच्छा विद्युत चालक है (यह एक विद्युत इन्सुलेटर है), और यह पानी में नहीं घुलता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. पृथ्वी पर हीरे का मुख्य स्रोत क्या है?

    • (a) ज्वालामुखी विस्फोट
    • (b) उल्कापिंडों का प्रभाव
    • (c) पृथ्वी का मैंटल
    • (d) गहरा समुद्र तल

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएं खनिजों के निर्माण और पृथ्वी की सतह तक उनके परिवहन के लिए जिम्मेदार हैं।

    व्याख्या (Explanation): अधिकांश प्राकृतिक हीरे पृथ्वी के मैंटल में, लगभग 150-250 किलोमीटर (90-155 मील) की गहराई पर, अत्यंत उच्च दाब और तापमान पर बनते हैं। ये हीरे तब ज्वालामुखी विस्फोटों के दौरान, विशेष रूप से किम्बरलाइट (kimberlite) और लैम्प्रोइट (lamproite) पाइपों के माध्यम से, पृथ्वी की सतह पर लाए जाते हैं। उल्कापिंडों के प्रभाव से भी हीरे बन सकते हैं (इम्पेक्ट डायमंड), लेकिन वे प्राकृतिक स्रोत का मुख्य हिस्सा नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  10. जीव विज्ञान में, “डबल हेलिक्स” (double helix) संरचना किसकी विशेषता है?

    • (a) प्रोटीन
    • (b) आरएनए (RNA)
    • (c) डीएनए (DNA)
    • (d) कार्बोहाइड्रेट

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) आनुवंशिक जानकारी का वाहक है और इसकी एक विशिष्ट द्विकुंडलिनी (double helix) संरचना होती है।

    व्याख्या (Explanation): डीएनए की संरचना दो पॉली न्यूक्लियोटाइड श्रृंखलाओं से मिलकर बनती है जो एक दूसरे के चारों ओर लिपटकर एक हेलिक्स (कुंडली) बनाती हैं, जैसा कि वाटसन और क्रिक ने 1953 में खोजा था। यह संरचना आनुवंशिक जानकारी को संग्रहीत और प्रसारित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रोटीन अमीनो एसिड की लंबी श्रृंखलाएं हैं जिनकी जटिल त्रि-आयामी संरचनाएं होती हैं। आरएनए भी न्यूक्लिक एसिड है, लेकिन यह आमतौर पर एकल-रज्जुक (single-stranded) होता है। कार्बोहाइड्रेट शर्करा, स्टार्च और सेलूलोज़ जैसे यौगिक हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. कोशिका सिद्धांत (cell theory) के अनुसार, सभी जीवित जीव किससे बने होते हैं?

    • (a) केवल कोशिका भित्ति (cell wall)
    • (b) केवल कोशिका झिल्ली (cell membrane)
    • (c) केवल एक कोशिका
    • (d) एक या अधिक कोशिकाओं से

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिका सिद्धांत जीव विज्ञान का एक मौलिक सिद्धांत है जो बताता है कि कोशिकाएं जीवन की मूल संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाइयाँ हैं।

    व्याख्या (Explanation): कोशिका सिद्धांत के तीन मुख्य प्रस्ताव हैं: 1. सभी ज्ञात जीव कोशिकाओं से बने होते हैं। 2. कोशिकाएं जीवन की मूल इकाई हैं। 3. सभी कोशिकाएं पूर्व-मौजूदा कोशिकाओं से उत्पन्न होती हैं। इसलिए, सभी जीवित जीव या तो एक एकल कोशिका (जैसे बैक्टीरिया, कुछ प्रोटिस्ट) या कई कोशिकाओं (जैसे पौधे, जानवर) से बने होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  12. प्रकाश संश्लेषण के दौरान पौधों द्वारा छोड़ी जाने वाली ऑक्सीजन (O₂) का स्रोत क्या है?

    • (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का टूटना
    • (b) पानी (H₂O) का टूटना
    • (c) क्लोरोफिल का क्षय
    • (d) शर्करा का विखंडन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण में, प्रकाश ऊर्जा का उपयोग जल अणुओं को विभाजित करने के लिए किया जाता है, जिससे इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और ऑक्सीजन गैस उत्पन्न होती है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की ‘प्रकाश-निर्भर प्रतिक्रियाओं’ (light-dependent reactions) में, जल अणु (H₂O) को प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके तोड़ा जाता है (फोटोलाइसिस)। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन (O₂) एक सह-उत्पाद के रूप में मुक्त होती है। कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का उपयोग कार्बोहाइड्रेट बनाने के लिए किया जाता है, और यह सीधे ऑक्सीजन का स्रोत नहीं है। क्लोरोफिल और शर्करा का क्षय ऑक्सीजन उत्पादन से संबंधित नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. मानव शरीर में सबसे बड़ी कोशिका कौन सी है?

    • (a) तंत्रिका कोशिका (Neuron)
    • (b) लाल रक्त कोशिका (Red Blood Cell)
    • (c) अंडाणु (Ovum)
    • (d) मांसपेशी कोशिका (Muscle Cell)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विभिन्न मानव कोशिकाएं आकार और कार्य में बहुत भिन्न होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में अंडाणु (Ovum) सबसे बड़ी कोशिका होती है, जो लगभग 0.1 मिमी व्यास की होती है। तंत्रिका कोशिकाएं लंबी हो सकती हैं, लेकिन उनका सेल बॉडी (soma) बहुत बड़ा नहीं होता। लाल रक्त कोशिकाएं छोटी होती हैं (लगभग 7-8 माइक्रोमीटर व्यास) और उनमें नाभिक नहीं होता। मांसपेशी कोशिकाएं लंबी हो सकती हैं, लेकिन अंडाणु की तुलना में वे आमतौर पर आयतन में बड़ी नहीं होतीं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  14. मानव मस्तिष्क का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) भोजन का पाचन
    • (b) रक्त परिसंचरण
    • (c) शरीर के कार्यों का समन्वय और नियंत्रण
    • (d) हार्मोन का उत्पादन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव तंत्रिका तंत्र शरीर के विभिन्न कार्यों के समन्वय और नियंत्रण के लिए जिम्मेदार है, जिसका केंद्रीय अंग मस्तिष्क है।

    व्याख्या (Explanation): मस्तिष्क केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का मुख्य अंग है और यह शरीर की सभी गतिविधियों, जैसे सोचना, याद रखना, महसूस करना, हिलना-डुलना, और आंतरिक अंगों के कार्यों (जैसे हृदय गति, श्वास) को नियंत्रित और समन्वयित करता है। पाचन तंत्र, परिसंचरण तंत्र और अंतःस्रावी तंत्र (endocrine system) के अपने विशिष्ट कार्य होते हैं, हालांकि मस्तिष्क इन प्रणालियों के कुछ पहलुओं को भी प्रभावित कर सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  15. पौधों में, जाइलम (xylem) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) प्रकाश संश्लेषण के लिए CO₂ का परिवहन
    • (b) पत्तियों से शर्करा का परिवहन
    • (c) जड़ों से जल और खनिजों का परिवहन
    • (d) फूलों के परागण में सहायता करना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों में विशेष ऊतक (tissues) जल, पोषक तत्वों और भोजन के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम एक संवहनी ऊतक (vascular tissue) है जो पौधों में जड़ों से तनों और पत्तियों तक पानी और घुले हुए खनिजों का परिवहन करता है। यह पौधों को यांत्रिक सहारा भी प्रदान करता है। फ्लोएम (phloem) वह ऊतक है जो पत्तियों में बने शर्करा (भोजन) को पौधे के अन्य भागों में ले जाता है। प्रकाश संश्लेषण के लिए CO₂ का अवशोषण पत्तियों के स्टोमेटा (stomata) से होता है, और परागण में फूल के विभिन्न भाग शामिल होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. मानव रक्त का सामान्य pH मान लगभग कितना होता है?

    • (a) 6.5
    • (b) 7.4
    • (c) 8.0
    • (d) 5.5

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 7 उदासीन होता है, 7 से कम अम्लीय और 7 से अधिक क्षारीय।

    व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय (alkaline) होता है, जिसका सामान्य pH मान लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है। एक स्थिर pH बनाए रखना शरीर के सामान्य कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, और यह बफरिंग सिस्टम (buffering systems) द्वारा सुनिश्चित किया जाता है। 6.5 अम्लीय है, 8.0 अधिक क्षारीय है, और 5.5 अत्यधिक अम्लीय है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत क्या है?

    • (a) रासायनिक ऊर्जा
    • (b) विद्युत ऊर्जा
    • (c) सौर ऊर्जा
    • (d) ऊष्मीय ऊर्जा

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक प्रकाश-ऊर्जा-निर्भर प्रक्रिया है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए प्राथमिक ऊर्जा स्रोत सूर्य से प्राप्त होने वाली सौर ऊर्जा है। पौधे इस सौर ऊर्जा को अवशोषित करते हैं और इसका उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को शर्करा (जो रासायनिक ऊर्जा के रूप में संग्रहीत होती है) में परिवर्तित करने के लिए करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. हीरे का गलनांक (melting point) कितना उच्च होता है?

    • (a) लगभग 500 °C
    • (b) लगभग 1000 °C
    • (c) लगभग 2000 °C
    • (d) मानक वायुमंडलीय दाब पर यह ऊर्ध्वपातित (sublimes) होता है, पिघलता नहीं।

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कुछ पदार्थ अति उच्च तापमान पर पिघलने के बजाय सीधे ठोस से गैस में बदल जाते हैं (ऊर्ध्वपातन)।

    व्याख्या (Explanation): सामान्य वायुमंडलीय दाब (normal atmospheric pressure) पर, हीरे का गलनांक बहुत अधिक होता है। वास्तव में, हीरे का गलनांक इतना अधिक होता है कि वे वायुमंडलीय दाब पर पिघलने से पहले कार्बन डाइऑक्साइड में ऑक्सीकृत हो जाते हैं या सीधे ठोस से गैस अवस्था में ऊर्ध्वपातित हो जाते हैं। शुद्ध हीरे के लिए ऊर्ध्वपातन लगभग 3825 °C (6917 °F) पर होता है। इसलिए, किसी विशेष गलनांक के बजाय ऊर्ध्वपातन का उल्लेख करना अधिक सटीक है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  19. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?

    • (a) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न प्रकार की ग्रंथियां होती हैं जो हार्मोन और अन्य पदार्थों का उत्पादन करती हैं।

    व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है, जिसका भार लगभग 1.5 किलोग्राम होता है। यह पाचन, चयापचय (metabolism) और विषहरण (detoxification) सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। अग्न्याशय पाचन और हार्मोन उत्पादन दोनों में भूमिका निभाता है, थायराइड चयापचय को नियंत्रित करता है, और अधिवृक्क ग्रंथि एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन बनाती है, लेकिन ये यकृत से छोटे होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. पौधे श्वसन (respiration) में कौन सी गैस लेते हैं?

    • (a) ऑक्सीजन (O₂)
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
    • (c) नाइट्रोजन (N₂)
    • (d) ओजोन (O₃)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): श्वसन एक जैव रासायनिक प्रक्रिया है जो ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए कार्बनिक यौगिकों को तोड़ती है, जिसमें आमतौर पर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।

    व्याख्या (Explanation): अधिकांश सजीवों की तरह, पौधों को भी ऊर्जा उत्पादन के लिए श्वसन प्रक्रिया में ऑक्सीजन (O₂) की आवश्यकता होती है। वे प्रकाश संश्लेषण के दौरान छोड़ी गई ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं। श्वसन का समीकरण प्रकाश संश्लेषण के विपरीत है: C₆H₁₂O₆ + 6O₂ → 6CO₂ + 6H₂O + ऊर्जा। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान CO₂ लेते हैं और O₂ छोड़ते हैं, लेकिन वे श्वसन के लिए O₂ लेते हैं और CO₂ छोड़ते हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  21. विटामिन सी (Vitamin C) का रासायनिक नाम क्या है?

    • (a) रेटिनॉल (Retinol)
    • (b) एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid)
    • (c) कैल्सीफेरॉल (Calciferol)
    • (d) टोकोफेरॉल (Tocopherol)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विभिन्न विटामिनों के अपने विशिष्ट रासायनिक नाम होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन सी का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड है। रेटिनॉल विटामिन ए का एक रूप है, कैल्सीफेरॉल विटामिन डी का एक रूप है, और टोकोफेरॉल विटामिन ई का एक रूप है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. कार्बन के कौन से अपररूप (allotrope) विद्युत के अच्छे चालक हैं?

    • (a) केवल हीरा
    • (b) केवल ग्रेफाइट
    • (c) हीरा और ग्रेफाइट दोनों
    • (d) उपरोक्त में से कोई नहीं

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता पर निर्भर करती है।

    व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट विद्युत का एक अच्छा चालक है क्योंकि इसकी परतों में प्रत्येक कार्बन परमाणु के पास एक अव्यवस्थित (delocalized) इलेक्ट्रॉन होता है जो परतों के बीच स्वतंत्र रूप से घूम सकता है। इन अव्यवस्थित इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता विद्युत प्रवाह की अनुमति देती है। हीरा एक विद्युत इन्सुलेटर है क्योंकि इसके सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन (valence electrons) सहसंयोजक बंधनों में कसकर बंधे होते हैं और गतिमान नहीं हो सकते।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  23. मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कौन सी है?

    • (a) टिबिया (Tibia)
    • (b) स्टेप्स (Stapes)
    • (c) फीमर (Femur)
    • (d) कशेरुका (Vertebra)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कंकाल प्रणाली विभिन्न प्रकार की हड्डियाँ बनाती है, जिनमें आकार और कार्य भिन्न होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): स्टेप्स (Stapes) मध्य कान (middle ear) में पाई जाने वाली सबसे छोटी हड्डी है। यह ध्वनि कंपन को आंतरिक कान तक पहुंचाती है। टिबिया (shinbone) और फीमर (thighbone) पैर की सबसे बड़ी और सबसे लंबी हड्डियाँ हैं, जबकि कशेरुकाएं रीढ़ की हड्डी बनाती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  24. मानव शरीर में रक्तचाप (blood pressure) को नियंत्रित करने में निम्नलिखित में से कौन सा अंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

    • (a) फेफड़े (Lungs)
    • (b) गुर्दे (Kidneys)
    • (c) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (d) प्लीहा (Spleen)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गुर्दे द्रव संतुलन और रक्तचाप को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): गुर्दे रक्तचाप को नियंत्रित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे रक्त की मात्रा को नियंत्रित करके और रेनिन-एंजियोटेंसिन-एल्डोस्टेरोन प्रणाली (renin-angiotensin-aldosterone system) के माध्यम से हार्मोन जारी करके ऐसा करते हैं, जो रक्त वाहिकाओं के संकुचन और द्रव प्रतिधारण को प्रभावित करता है। फेफड़े श्वसन और रक्त ऑक्सीजनकरण के लिए महत्वपूर्ण हैं, अग्न्याशय हार्मोन (इंसुलिन) और पाचक एंजाइमों का उत्पादन करता है, और प्लीहा रक्त को फ़िल्टर करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली में भूमिका निभाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक एक महत्वपूर्ण तत्व जो मिट्टी से अवशोषित होता है, वह है:

    • (a) सोना (Gold)
    • (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (c) कार्बन (Carbon)
    • (d) हीलियम (Helium)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधे अपने विकास और चयापचय के लिए विभिन्न पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिन्हें वे मिट्टी से अवशोषित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के लिए, पौधों को कई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिनमें से एक महत्वपूर्ण तत्व नाइट्रोजन है। नाइट्रोजन क्लोरोफिल (जो प्रकाश संश्लेषण में प्रकाश को अवशोषित करता है) और एंजाइमों का एक प्रमुख घटक है। हालांकि कार्बन प्रकाश संश्लेषण के लिए केंद्रीय तत्व है, यह CO₂ के रूप में वायुमंडल से आता है, मिट्टी से नहीं। सोना और हीलियम पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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