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9.73 लाख+ रोजगार: मोदी सरकार का रोजगार मेला – UPSC की तैयारी के लिए संपूर्ण मार्गदर्शिका

9.73 लाख+ रोजगार: मोदी सरकार का रोजगार मेला – UPSC की तैयारी के लिए संपूर्ण मार्गदर्शिका

चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में संपन्न 16वां रोजगार मेला, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए, सरकार की रोजगार सृजन पहल पर ध्यान केंद्रित करता है। यह मेला अब तक आयोजित 16 रोजगार मेलों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसके माध्यम से 9.73 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। यह घटना UPSC परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत की रोजगार नीतियों, सामाजिक-आर्थिक विकास और सरकारी कार्यक्रमों को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है।

रोजगार मेला: एक विस्तृत विश्लेषण

सरकार द्वारा आयोजित रोजगार मेला, युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस पहल के कई आयाम हैं, जिनका UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए व्यापक रूप से विश्लेषण करना ज़रूरी है।

उद्देश्य (Objectives):

  • युवाओं में रोजगार की दर बढ़ाना।
  • कुशल कार्यबल का निर्माण करना।
  • आर्थिक विकास को गति देना।
  • सामाजिक समानता को बढ़ावा देना।
  • सरकारी रोजगार के अवसरों में पारदर्शिता लाना।

कार्यान्वयन (Implementation):

रोजगार मेला एक केंद्रित अभियान है जिसमें विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों द्वारा रिक्त पदों की घोषणा और भर्ती प्रक्रिया शामिल है। ऑनलाइन आवेदन, लिखित परीक्षा, साक्षात्कार आदि के माध्यम से उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की गई हैं की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो।

रोजगार के प्रकार (Types of Employment):

रोजगार मेलों में विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियां शामिल हैं, जैसे कि:

  • सरकारी क्षेत्र (Central & State Government)
  • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (PSUs)
  • बैंकिंग क्षेत्र
  • रेलवे
  • डाक विभाग
  • और अन्य

सफलताएँ और चुनौतियाँ (Successes and Challenges):

हालांकि 9.73 लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करना एक बड़ी उपलब्धि है, फिर भी कुछ चुनौतियाँ बनी हुई हैं:

  • गुणवत्तापूर्ण रोजगार की कमी: कई नौकरियाँ अकुशल या कम वेतन वाली हो सकती हैं।
  • भौगोलिक असमानता: रोजगार के अवसरों का वितरण असमान हो सकता है, जिससे कुछ क्षेत्रों में बेरोजगारी बनी रह सकती है।
  • कुशलता अंतर: उपलब्ध नौकरियों और उपलब्ध कुशलता के बीच एक अंतर हो सकता है।
  • पारदर्शिता और जवाबदेही: भर्ती प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करना एक सतत चुनौती है।

भविष्य की राह (The Way Forward):

रोजगार मेला एक सराहनीय पहल है, परंतु इसके प्रभाव को बढ़ाने के लिए कुछ सुधारों की आवश्यकता है:

  • कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करना: शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों में निवेश करके युवाओं को उपलब्ध नौकरियों के लिए उचित कौशल प्रदान करना।
  • लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को प्रोत्साहन देना: MSME रोजगार सृजन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • निवेश और व्यापार के अनुकूल वातावरण बनाना: आर्थिक विकास के लिए एक अनुकूल माहौल रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगा।
  • सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) का उपयोग करना: रोजगार मेला और रोजगार संबंधित जानकारी के प्रसार के लिए ICT का उपयोग किया जा सकता है।
  • नियमित मूल्यांकन और निगरानी: इस पहल की प्रभावशीलता का मूल्यांकन और निगरानी करना और इसके आधार पर आवश्यक परिवर्तन करना।

रोजगार मेला एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन यह भारत की जटिल रोजगार चुनौतियों का समाधान अकेले नहीं कर सकता है। एक व्यापक दृष्टिकोण जिसमें शिक्षा, कौशल विकास, और आर्थिक विकास सम्मिलित हो, ज़रूरी है।

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. **कथन 1:** रोजगार मेला पूरी तरह से सरकारी नौकरियों तक सीमित है।
**कथन 2:** रोजगार मेला का उद्देश्य केवल संख्यात्मक रोजगार सृजन नहीं बल्कि गुणवत्तापूर्ण रोजगार सृजन भी है।

a) केवल कथन 1 सही है
b) केवल कथन 2 सही है
c) दोनों कथन सही हैं
d) दोनों कथन गलत हैं

**उत्तर: b) केवल कथन 2 सही है**

2. रोजगार मेला किसके द्वारा आयोजित किया जाता है?
a) राज्य सरकारें
b) केंद्र सरकार
c) निजी कंपनियाँ
d) अंतर्राष्ट्रीय संगठन

**उत्तर: b) केंद्र सरकार**

3. रोजगार मेला में नियुक्तियों के प्रकार में कौन सा शामिल नहीं है?
a) सरकारी नौकरियाँ
b) PSUs में नौकरियाँ
c) स्वरोजगार
d) बैंकिंग क्षेत्र में नौकरियाँ

**उत्तर: c) स्वरोजगार**

4. रोजगार मेला के मुख्य उद्देश्यों में से एक क्या है?
a) देश की जनसंख्या बढ़ाना
b) युवाओं में रोजगार की दर बढ़ाना
c) विदेशी निवेश को आकर्षित करना
d) कृषि उत्पादन बढ़ाना

**उत्तर: b) युवाओं में रोजगार की दर बढ़ाना**

5. रोजगार मेला से जुड़ी एक प्रमुख चुनौती क्या है?
a) पर्याप्त धन की कमी
b) प्रतिभाशाली युवाओं की कमी
c) गुणवत्तापूर्ण रोजगार की कमी
d) उम्मीदवारों की कमी

**उत्तर: c) गुणवत्तापूर्ण रोजगार की कमी**

6. रोजगार मेला किस प्रकार की नीति का उदाहरण है?
a) उदारीकरण
b) निजीकरण
c) सक्रिय रोजगार नीति
d) संरक्षणवाद

**उत्तर: c) सक्रिय रोजगार नीति**

7. रोजगार मेला में कितने लोगों को अब तक रोजगार मिला है?
a) 51,000
b) 9.73 लाख से अधिक
c) 1 करोड़ से अधिक
d) 5 लाख से कम

**उत्तर: b) 9.73 लाख से अधिक**

8. रोजगार मेला में शामिल होने वाले मुख्य क्षेत्र कौन से हैं? (एक से अधिक उत्तर सही हो सकते हैं)
a) शिक्षा
b) स्वास्थ्य
c) रेलवे
d) बैंकिंग

**उत्तर: c) रेलवे, d) बैंकिंग** (और अन्य कई क्षेत्र भी शामिल हो सकते हैं)

9. रोजगार मेला के लिए आवेदन प्रक्रिया आमतौर पर कैसी होती है?
a) केवल मौखिक
b) केवल लिखित
c) ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों
d) केवल ऑफलाइन

**उत्तर: c) ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों**

10. रोजगार मेला की सफलता का आकलन कैसे किया जाता है?
a) केवल नियुक्ति पत्रों की संख्या के आधार पर
b) नियुक्ति पत्रों की संख्या, रोजगार की गुणवत्ता और दीर्घकालिक प्रभाव के आधार पर
c) केवल सरकार के द्वारा किए गए दावों के आधार पर
d) केवल मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर

**उत्तर: b) नियुक्ति पत्रों की संख्या, रोजगार की गुणवत्ता और दीर्घकालिक प्रभाव के आधार पर**

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. रोजगार मेला भारत में रोजगार सृजन के लिए एक प्रभावी नीति है या नहीं? इस कथन का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। अपने उत्तर में इसकी सफलताओं, चुनौतियों और सुधारों के क्षेत्रों पर चर्चा कीजिए।

2. रोजगार मेला के माध्यम से भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास पर क्या प्रभाव पड़ा है? इसका विश्लेषण करते हुए सामाजिक न्याय और क्षेत्रीय असमानताओं के पहलुओं पर विशेष ध्यान दीजिए।

3. भारत में बढ़ते रोजगार संकट के समाधान के लिए रोजगार मेला जैसी पहलों के साथ-साथ अन्य किन नीतियों और रणनीतियों को अपनाने की आवश्यकता है? अपने उत्तर में कौशल विकास, उद्यमिता और अन्य संबंधित पहलुओं पर चर्चा कीजिए।

4. रोजगार मेला में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा क्या कदम उठाए जाने चाहिए? अपने उत्तर में प्रौद्योगिकी के उपयोग, निगरानी तंत्र और जनता की भागीदारी जैसी विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा कीजिए।

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