350+ रन: भारत-इंग्लंड क्रिकेट – UPSC के लिए खेल कूटनीति, अर्थव्यवस्था और समाज का विश्लेषण
चर्चा में क्यों? (Why in News?):
हाल ही में, भारत और इंग्लैंड के बीच एक रोमांचक क्रिकेट मैच में भारतीय टीम ने 350 रन का आंकड़ा पार किया, जिसमें रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों ने अर्धशतकीय पारी खेलकर क्रीज पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। यह खबर लाखों क्रिकेट प्रशंसकों के लिए जहां खुशी और उत्साह का विषय है, वहीं एक UPSC उम्मीदवार के लिए यह मात्र स्कोरबोर्ड का अंक नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण, अर्थव्यवस्था, सामाजिक विकास और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को समझने का एक महत्वपूर्ण लेंस है। क्या आपने कभी सोचा है कि एक क्रिकेट मैच कैसे किसी देश की सॉफ्ट पावर, आर्थिक ताकत और सामाजिक ताने-बाने का प्रतिबिंब बन सकता है?
एक UPSC अभ्यर्थी के रूप में, हमारा लक्ष्य सतही जानकारी से परे जाकर किसी भी घटना के बहुआयामी प्रभावों का विश्लेषण करना होता है। यह लेख आपको भारत-इंग्लैंड क्रिकेट मैच के स्कोर से निकलकर, खेल के व्यापक राष्ट्रीय और वैश्विक महत्व को समझने में मदद करेगा, जो आपके सामान्य अध्ययन के विभिन्न प्रश्नपत्रों के लिए बेहद प्रासंगिक है।
खेल: सिर्फ मनोरंजन नहीं, एक राष्ट्रीय परियोजना
हम अक्सर खेल को केवल मनोरंजन या शारीरिक गतिविधि के रूप में देखते हैं। लेकिन वास्तव में, खेल एक राष्ट्र की पहचान, उसके मूल्यों और उसकी आकांक्षाओं का प्रतीक होता है। यह सिर्फ ‘गेम’ नहीं, बल्कि एक ‘राष्ट्रीय परियोजना’ है, जिसके कई आयाम हैं:
- आर्थिक इंजन: यह एक विशाल उद्योग है जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
- सामाजिक एकीकरण: यह विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को एक साथ लाता है, राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है।
- स्वास्थ्य और कल्याण: यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, एक स्वस्थ कार्यबल तैयार करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति: यह सॉफ्ट पावर का एक शक्तिशाली उपकरण है, जो देश की वैश्विक छवि को बेहतर बनाता है।
- रोजगार सृजन: खिलाड़ियों से लेकर कोच, प्रशासक, तकनीकी स्टाफ तक, यह बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
आइए, इन आयामों को विस्तार से समझते हैं।
आर्थिक इंजन के रूप में खेल: बाउंड्री से भी आगे का खेल
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) दुनिया के सबसे धनी खेल निकायों में से एक है, और इसकी आय भारत की खेल अर्थव्यवस्था की क्षमता का एक बड़ा प्रमाण है। एक क्रिकेट मैच में बने 350 रन का अर्थ सिर्फ खेल प्रदर्शन नहीं, बल्कि इसके पीछे एक विशाल आर्थिक तंत्र का संचालन है।
UPSC प्रासंगिकता: अर्थव्यवस्था (GS-III)
1. मीडिया अधिकार और विज्ञापन राजस्व:
- अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू मैचों के प्रसारण अधिकार (TV, डिजिटल) अरबों डॉलर में बेचे जाते हैं। IPL जैसे टूर्नामेंट इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जहाँ मीडिया अधिकार की नीलामी में रिकॉर्ड तोड़ बोलियाँ लगती हैं।
- विज्ञापनदाता खेल आयोजनों के दौरान अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए भारी निवेश करते हैं। यह मीडिया हाउसेज, विज्ञापन एजेंसियों और खुद टीमों/खिलाड़ियों के लिए राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है।
- उदाहरण: स्टार इंडिया (अब डिज़नी स्टार) ने 2018-22 के लिए IPL के मीडिया अधिकार ₹16,347 करोड़ में खरीदे थे, और Viacom18 ने 2023-27 के लिए डिजिटल अधिकार ₹23,758 करोड़ में जीते। यह दर्शाता है कि खेल कैसे बड़े पैमाने पर वित्तीय लेनदेन का केंद्र बन गया है।
2. पर्यटन और आतिथ्य उद्योग:
- बड़े खेल आयोजनों (जैसे विश्व कप, टेस्ट सीरीज) के दौरान घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक बड़ी संख्या में शहरों का दौरा करते हैं। इससे होटल, रेस्तरां, परिवहन और स्थानीय व्यवसायों को भारी लाभ होता है।
- यह पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देता है, जिससे रोजगार सृजन होता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलती है।
3. मर्चेंडाइजिंग और ब्रांडिंग:
- टीम जर्सी, कैप, खेल उपकरण और खिलाड़ियों से संबंधित अन्य मर्चेंडाइज की बिक्री एक बड़ा बाजार है।
- खिलाड़ी स्वयं बड़े ब्रांडों के एंबेसडर होते हैं, जिससे ब्रांड मूल्य बढ़ता है और संबंधित कंपनियों को लाभ होता है।
4. खेल अवसंरचना विकास:
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियमों, प्रशिक्षण अकादमियों और खेल परिसरों के निर्माण और रखरखाव में भारी निवेश होता है। यह निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देता है और स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करता है।
5. रोजगार सृजन:
- खिलाड़ियों, कोचों, फिजियोथेरेपिस्टों, खेल वैज्ञानिकों, प्रशासकों, इवेंट मैनेजरों, ब्रॉडकास्टरों, सुरक्षा कर्मियों आदि के रूप में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलते हैं।
“खेल अर्थव्यवस्था एक विशाल वट वृक्ष की तरह है, जिसकी जड़ें मीडिया अधिकारों, विज्ञापन, पर्यटन, निर्माण और सेवा क्षेत्रों में गहरी जमी हैं, और जिसकी शाखाएँ लाखों लोगों को आजीविका प्रदान करती हैं।”
सामाजिक समरसता और राष्ट्र निर्माण: एक टीम, एक भारत
UPSC प्रासंगिकता: समाज (GS-I), शासन (GS-II)
1. राष्ट्रीय एकता और पहचान:
- खेल, विशेषकर क्रिकेट, भारत में लोगों को जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र की बाधाओं को तोड़कर एकजुट करता है। एक भारतीय टीम के लिए सामूहिक समर्थन राष्ट्रीय गौरव की भावना को बढ़ाता है।
- जब रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी मैदान पर चमकते हैं, तो वे केवल एक राज्य या समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते, बल्कि पूरे भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं।
2. प्रेरणा और रोल मॉडल:
- सफल खिलाड़ी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनते हैं। वे अनुशासन, कड़ी मेहनत, दृढ़ता और खेल भावना का महत्व सिखाते हैं।
- यह युवाओं को खेल में करियर बनाने या कम से कम सक्रिय जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
3. स्वास्थ्य और फिटनेस आंदोलन:
- खेलों की लोकप्रियता लोगों को शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करती है।
- सरकार की ‘फिट इंडिया’ जैसी पहलें इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं, जो राष्ट्रीय खेल आयोजनों से प्रेरणा लेती हैं।
4. लैंगिक समानता और समावेशिता:
- महिला क्रिकेट, फुटबॉल और अन्य खेलों में भारत की बढ़ती भागीदारी लैंगिक रूढ़ियों को तोड़ रही है। महिला एथलीटों की सफलता युवा लड़कियों को खेल में भाग लेने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए सशक्त बनाती है।
- पैरालिंपिक में भारतीय एथलीटों की सफलता दिव्यांग व्यक्तियों के लिए समाज में समावेश और सम्मान को बढ़ावा देती है।
5. कौशल विकास और व्यक्तित्व निर्माण:
- खेल टीम वर्क, नेतृत्व, दबाव में निर्णय लेने, हार को स्वीकार करने और जीत का जश्न मनाने जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल सिखाता है। ये कौशल छात्रों और भविष्य के पेशेवरों के लिए अमूल्य हैं।
अंतर्राष्ट्रीय संबंध और सॉफ्ट पावर: खेल के मैदान से कूटनीति
UPSC प्रासंगिकता: अंतर्राष्ट्रीय संबंध (GS-II)
खेल, विशेषकर क्रिकेट, भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सॉफ्ट पावर का एक अविश्वसनीय रूप से प्रभावी उपकरण रहा है।
1. खेल कूटनीति (Sports Diplomacy):
- अंतर्राष्ट्रीय खेल टूर्नामेंट विभिन्न देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सद्भावना को बढ़ावा देते हैं। भारत-इंग्लैंड जैसे मैच केवल प्रतिद्वंद्विता नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का एक मंच भी हैं।
- खेल के माध्यम से देशों के बीच तनाव कम किया जा सकता है और नए संबंध स्थापित किए जा सकते हैं।
2. ‘ब्रांड इंडिया’ को बढ़ावा:
- अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भारत की सफलता देश की बढ़ती वैश्विक पहचान और क्षमता को दर्शाती है। यह देश की विश्वसनीयता को बढ़ाता है और निवेश और पर्यटन को आकर्षित करता है।
- उदाहरण के लिए, IPL जैसे टूर्नामेंट वैश्विक प्रतिभाओं को भारत लाते हैं, जिससे भारत की प्रबंधन क्षमता और आतिथ्य प्रदर्शित होता है।
3. अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रभाव:
- भारत क्रिकेट के वैश्विक प्रशासन (ICC) में एक प्रमुख खिलाड़ी है, जो उसे खेल कूटनीति के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित करने की शक्ति देता है।
“खेल, युद्ध के बिना कूटनीति है। यह राष्ट्रों को एकजुट करता है, पुल बनाता है, और वैश्विक सद्भावना को बढ़ावा देता है।”
शासन और नीति निर्माण: खेल को सशक्त बनाना
UPSC प्रासंगिकता: शासन (GS-II), सामाजिक न्याय (GS-II)
एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए प्रभावी शासन और दूरदर्शी नीतियों की आवश्यकता होती है। भारत सरकार ने खेल के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं:
1. राष्ट्रीय खेल नीति (National Sports Policy):
- भारत की खेल नीतियां खेलों को बढ़ावा देने, प्रतिभाओं की पहचान करने, प्रशिक्षण प्रदान करने और खेल अवसंरचना विकसित करने पर केंद्रित हैं।
- लक्ष्य: ‘खेल को बढ़ावा देना और भारत को खेल महाशक्ति बनाना’।
2. खेलो इंडिया कार्यक्रम (Khelo India Programme):
- देश में जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने और भारत को एक महान खेल राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया।
- यह ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिभाओं की पहचान करता है, उन्हें प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- लाभ: खेल नर्सरी, अकादमियों का विकास, युवा एथलीटों को छात्रवृत्ति, खेल अवसंरचना का उन्नयन।
3. टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS – Target Olympic Podium Scheme):
- एलीट एथलीटों को उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण, विदेशी प्रदर्शन और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए शुरू किया गया ताकि वे ओलंपिक और अन्य अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में पदक जीत सकें।
4. राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA – National Anti-Doping Agency):
- खेलों में ईमानदारी और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए डोपिंग पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है। NADA अंतर्राष्ट्रीय मानकों (WADA कोड) के अनुसार डोपिंग परीक्षण और जागरूकता कार्यक्रम चलाती है।
5. शारीरिक शिक्षा का एकीकरण:
- शिक्षा प्रणाली में खेल को अधिक महत्व देना, स्कूलों में खेल के मैदानों का विकास करना और योग्य खेल शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
भारतीय खेलों के सामने चुनौतियाँ
हालांकि भारत ने खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है, फिर भी कई चुनौतियाँ मौजूद हैं, जिन पर UPSC मेन्स में प्रश्न बन सकते हैं:
1. जमीनी स्तर पर अवसंरचना का अभाव:
- विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में पर्याप्त खेल मैदानों, प्रशिक्षण सुविधाओं और उपकरणों की कमी है।
2. क्रिकेट पर अत्यधिक निर्भरता:
- अन्य खेलों की तुलना में क्रिकेट को अत्यधिक धन, मीडिया कवरेज और प्रायोजन मिलता है, जिससे अन्य खेलों का विकास प्रभावित होता है।
3. प्रशासन और पारदर्शिता:
- कुछ खेल संघों में पारदर्शिता की कमी, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, जिससे खेल का विकास बाधित होता है।
4. डोपिंग और नैतिकता के मुद्दे:
- डोपिंग के मामले भारतीय खेलों की छवि को धूमिल करते हैं और युवा खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं।
5. कोचों की गुणवत्ता और उपलब्धता:
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोचों की कमी और स्थानीय कोचों के प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता।
6. महिला खेलों में भागीदारी बढ़ाना:
- अभी भी कई क्षेत्रों में महिलाओं को खेल में भाग लेने के लिए सामाजिक बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
7. एथलीटों के लिए करियर सुरक्षा:
- खेल से सेवानिवृत्ति के बाद खिलाड़ियों के लिए पर्याप्त करियर विकल्पों और सामाजिक सुरक्षा का अभाव।
8. खेल विज्ञान और प्रौद्योगिकी का कम उपयोग:
- प्रशिक्षण, चोट प्रबंधन और प्रदर्शन विश्लेषण में आधुनिक खेल विज्ञान और प्रौद्योगिकी का पर्याप्त उपयोग नहीं।
आगे की राह (Way Forward)
भारत को एक वैश्विक खेल शक्ति बनाने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है:
1. समग्र खेल पारिस्थितिकी तंत्र का विकास:
- ‘प्ले फॉर इंडिया’ आंदोलन: सिर्फ ‘फिट इंडिया’ नहीं, बल्कि ‘प्ले फॉर इंडिया’ को बढ़ावा देना, जहां खेल जीवन का एक अभिन्न अंग हो।
- ग्राम पंचायत से राष्ट्रीय स्तर तक: जमीनी स्तर पर खेल को बढ़ावा देने के लिए पंचायतों को सशक्त बनाना और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं से जोड़ना।
2. पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) को बढ़ावा:
- स्टेडियमों के निर्माण, खेल अकादमियों के संचालन और एथलीटों को प्रायोजित करने के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करना।
- CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड का उपयोग खेल विकास के लिए करना।
3. खेल विज्ञान और प्रौद्योगिकी का एकीकरण:
- खेल विज्ञान प्रयोगशालाओं की स्थापना, डेटा एनालिटिक्स का उपयोग, चोट प्रबंधन और एथलीटों के पोषण पर ध्यान केंद्रित करना।
- वर्चुअल रियलिटी (VR) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग प्रशिक्षण विधियों को बेहतर बनाने के लिए।
4. शिक्षा के साथ खेल का एकीकरण:
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में खेल को मुख्यधारा में लाने पर जोर दिया गया है। स्कूलों और कॉलेजों में अनिवार्य खेल शिक्षा और खेल कोटा बढ़ाना।
5. एथलीट कल्याण और विकास:
- खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना।
- सेवानिवृत्ति के बाद उनके लिए शिक्षा और रोजगार के अवसर सुनिश्चित करना।
- युवा एथलीटों के लिए दोहरी करियर योजना (शिक्षा + खेल) लागू करना।
6. खेल कूटनीति का सक्रिय उपयोग:
- अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी के लिए बोली लगाना, जिससे देश की वैश्विक छवि को बढ़ावा मिले।
- खेल के माध्यम से पड़ोसी देशों के साथ संबंध मजबूत करना।
भारतीय टीम का 350+ का स्कोर सिर्फ एक क्रिकेट मैच का परिणाम नहीं है, बल्कि यह एक सशक्त, एकजुट और महत्वाकांक्षी भारत की तस्वीर है। एक UPSC उम्मीदवार के रूप में, हमें इस ‘स्कोर’ को व्यापक संदर्भ में देखना चाहिए – एक ऐसा संदर्भ जो अर्थव्यवस्था, समाज, कूटनीति और शासन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करता है। यह खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक राष्ट्र के विकास की एक गतिशील गाथा है।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
(यहाँ 10 MCQs, उनके उत्तर और व्याख्या प्रदान करें)
1. ‘खेलो इंडिया कार्यक्रम’ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह कार्यक्रम ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर खेल को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
- इसका उद्देश्य देश में एक मजबूत खेल संस्कृति विकसित करना है और इसमें युवा एथलीटों को वित्तीय सहायता का प्रावधान है।
- यह योजना केवल ओलंपिक खेलों पर ध्यान केंद्रित करती है, न कि पारंपरिक भारतीय खेलों पर।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल I और II
(b) केवल II और III
(c) केवल I और III
(d) I, II और III
उत्तर: (a)
व्याख्या: ‘खेलो इंडिया कार्यक्रम’ जमीनी स्तर पर खेल को बढ़ावा देने, युवा प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करने पर केंद्रित है। यह ओलंपिक खेलों के साथ-साथ पारंपरिक भारतीय खेलों को भी बढ़ावा देता है, इसलिए कथन III गलत है।
2. भारत में ‘राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA)’ के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- NADA एक स्वतंत्र निकाय है जो खेल मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन कार्य करता है।
- इसका मुख्य कार्य भारतीय खेलों में डोपिंग मुक्त वातावरण सुनिश्चित करना है।
- यह विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) के कोड और दिशानिर्देशों का पालन करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल I और II
(b) केवल II और III
(c) केवल I और III
(d) I, II और III
उत्तर: (d)
व्याख्या: राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) एक स्वतंत्र संगठन है जो युवा मामले और खेल मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। यह भारत में खेल को डोपिंग मुक्त रखने के लिए जिम्मेदार है और WADA के नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करता है। सभी कथन सही हैं।
3. ‘टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS)’ का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
(a) जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान करना।
(b) एलीट एथलीटों को ओलंपिक और अन्य प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में पदक जीतने के लिए सहायता प्रदान करना।
(c) देश भर में खेल अवसंरचना का विकास करना।
(d) खेल में महिला भागीदारी को बढ़ावा देना।
उत्तर: (b)
व्याख्या: TOPS स्कीम का प्राथमिक उद्देश्य उन एलीट भारतीय एथलीटों की पहचान करना और उन्हें सहायता प्रदान करना है जिनके पास ओलंपिक और पैरालिंपिक में पदक जीतने की उच्च संभावना है।
4. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन ‘खेल कूटनीति’ (Sports Diplomacy) का सर्वोत्तम वर्णन करता है?
(a) खेल आयोजनों के माध्यम से देशों के बीच आर्थिक व्यापार को बढ़ावा देना।
(b) खेल के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बेहतर बनाना और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देना।
(c) सैन्य गठबंधनों को मजबूत करने के लिए खेल प्रतियोगिताओं का उपयोग करना।
(d) अंतरराष्ट्रीय खेल संघों में अपने देश के हितों को बढ़ावा देना।
उत्तर: (b)
व्याख्या: खेल कूटनीति देशों के बीच संबंध बनाने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और सद्भावना बढ़ाने के लिए खेल का उपयोग करने को संदर्भित करता है।
5. भारत में खेल अर्थव्यवस्था के संदर्भ में, ‘मीडिया अधिकार’ से क्या अभिप्राय है?
(a) खेल आयोजनों में खिलाड़ियों द्वारा दिए गए साक्षात्कारों के अधिकार।
(b) खेल आयोजनों के प्रसारण और वितरण के अनन्य अधिकार।
(c) खेल समाचारों को कवर करने के लिए पत्रकारों के अधिकार।
(d) खेल टीमों के मर्चेंडाइज के उत्पादन और बिक्री के अधिकार।
उत्तर: (b)
व्याख्या: मीडिया अधिकार खेल आयोजनों के टेलीविजन, रेडियो, इंटरनेट और अन्य प्लेटफार्मों पर प्रसारण और वितरण के अनन्य अधिकार होते हैं, जो खेल संघों के लिए राजस्व का एक बड़ा स्रोत होते हैं।
6. भारत में क्रिकेट के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा निकाय शासी निकाय है?
(a) भारतीय ओलंपिक संघ (IOA)
(b) भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI)
(c) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI)
(d) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC)
उत्तर: (c)
व्याख्या: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) भारत में क्रिकेट का शासी निकाय है। IOA भारत में ओलंपिक आंदोलन का शासी निकाय है, SAI भारत में खेल विकास के लिए एक प्रमुख निकाय है, और ICC क्रिकेट का वैश्विक शासी निकाय है।
7. खेल के माध्यम से ‘सॉफ्ट पावर’ (Soft Power) के प्रयोग का सबसे अच्छा उदाहरण क्या है?
(a) किसी देश द्वारा अत्याधुनिक खेल अवसंरचना का निर्माण करना।
(b) अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में किसी देश के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन।
(c) किसी देश द्वारा अन्य देशों के साथ खेल आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित करना।
(d) खेल उपकरणों का बड़े पैमाने पर निर्यात करना।
उत्तर: (c)
व्याख्या: सॉफ्ट पावर अन्य देशों को प्रभावित करने की क्षमता है जो बल या आर्थिक दबाव के बजाय सांस्कृतिक और राजनीतिक मूल्यों के आकर्षण के माध्यम से होती है। खेल आदान-प्रदान कार्यक्रम सीधे सांस्कृतिक जुड़ाव और सद्भावना को बढ़ावा देते हैं। शानदार प्रदर्शन भी सॉफ्ट पावर है, लेकिन आदान-प्रदान कार्यक्रम अधिक प्रत्यक्ष कूटनीति है।
8. राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के संदर्भ में, ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ किस क्षेत्र में दिया जाता है?
(a) खेल पत्रकारिता
(b) खेल प्रशासन
(c) खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन
(d) खेल कोचिंग
उत्तर: (c)
व्याख्या: मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार) भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है, जो एक खिलाड़ी द्वारा पिछले चार वर्षों की अवधि में खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
9. भारतीय खेल पारिस्थितिकी तंत्र में ‘खेल नर्सरी’ (Sports Nurseries) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(a) पेशेवर एथलीटों को उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करना।
(b) युवा और बच्चों में खेल प्रतिभाओं की पहचान करना और उन्हें प्रारंभिक प्रशिक्षण देना।
(c) खेल विज्ञान अनुसंधान को बढ़ावा देना।
(d) खेल आयोजनों के लिए स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करना।
उत्तर: (b)
व्याख्या: खेल नर्सरी युवा और बच्चों में खेल प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें बुनियादी प्रशिक्षण और सुविधाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, ताकि उन्हें खेल में शुरुआती करियर बनाने में मदद मिल सके।
10. भारत में शारीरिक शिक्षा और खेल के महत्व को रेखांकित करने वाली हालिया नीतिगत पहल कौन सी है, जिसमें खेल को पाठ्यक्रम का अभिन्न अंग बनाने पर जोर दिया गया है?
(a) नई आर्थिक नीति 1991
(b) राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017
(c) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
(d) स्टार्टअप इंडिया पहल
उत्तर: (c)
व्याख्या: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 में शारीरिक शिक्षा और खेल को स्कूली पाठ्यक्रम का एक अभिन्न अंग बनाने पर विशेष जोर दिया गया है, ताकि छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा दिया जा सके।
मुख्य परीक्षा (Mains)
(यहाँ 3-4 मेन्स के प्रश्न प्रदान करें)
1. प्रश्न: “खेल न केवल मनोरंजन का एक साधन है, बल्कि राष्ट्र निर्माण का एक शक्तिशाली उपकरण भी है।” इस कथन का विश्लेषण करते हुए, भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास और वैश्विक स्थिति को आकार देने में खेल की भूमिका का आलोचनात्मक परीक्षण करें। (250 शब्द)
2. प्रश्न: भारत सरकार द्वारा खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और एथलीटों को सशक्त बनाने के लिए उठाए गए प्रमुख कदमों पर चर्चा करें। इन पहलों के बावजूद, भारतीय खेलों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों क्या हैं, और आप इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए क्या अभिनव उपाय सुझाएंगे? (250 शब्द)
3. प्रश्न: ‘सॉफ्ट पावर’ के एक उपकरण के रूप में खेल कूटनीति के महत्व का मूल्यांकन करें। उन तरीकों पर प्रकाश डालें जिनसे भारत अपनी खेल शक्ति का लाभ उठाकर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूत कर सकता है और ‘ब्रांड इंडिया’ को बढ़ावा दे सकता है। (250 शब्द)
4. प्रश्न: भारत में खेल अर्थव्यवस्था के बढ़ते महत्व का विश्लेषण करें। यह रोजगार सृजन, पर्यटन और बुनियादी ढाँचे के विकास में कैसे योगदान देता है? उन बाधाओं की भी पहचान करें जो खेल को एक पूर्ण आर्थिक इंजन बनने से रोकती हैं। (250 शब्द)