हीरों पर वैज्ञानिक पकड़: आपकी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए सामान्य विज्ञान प्रश्न
परिचय: नमस्कार, भविष्य के प्रतिस्पर्धी! “Doubling Down on Diamond” जैसे आकर्षक शीर्षक हमें अक्सर रोजमर्रा की चीजों के पीछे छिपे विज्ञान को समझने के लिए प्रेरित करते हैं। यह अभ्यास सत्र विशेष रूप से उन उम्मीदवारों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो SSC, Railways, State PSCs जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। यहाँ भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) दिए गए हैं, जो आपकी तैयारी को परखने और आपके ज्ञान को मजबूत करने में मदद करेंगे। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत समाधान और वैज्ञानिक स्पष्टीकरण भी प्रदान किया गया है ताकि अवधारणाएं स्पष्ट हो सकें। आइए, इस वैज्ञानिक यात्रा में आगे बढ़ें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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कार्बन का कौन सा अपररूप (allotrope) ‘हीरा’ कहलाता है?
- (a) ग्रेफाइट
- (b) फुलेरीन
- (c) हीरा
- (d) कार्बन नैनोट्यूब
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के विभिन्न क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय रूप होते हैं, जिन्हें अपररूप कहा जाता है। हीरे का क्रिस्टल जालक (crystal lattice) बहुत ही सघन और चतुष्फलकीय (tetrahedral) होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा, कार्बन का सबसे कठोर और सबसे चमकीला प्राकृतिक रूप है। इसके प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजी बंध (covalent bond) द्वारा जुड़ा होता है, जो एक त्रि-आयामी (3D) पिरामिडनुमा संरचना बनाता है। ग्रेफाइट, फुलेरीन और कार्बन नैनोट्यूब भी कार्बन के अपररूप हैं, लेकिन संरचना और गुणों में भिन्न होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे की कठोरता का मुख्य कारण क्या है?
- (a) इसमें आयनिक बंध होते हैं
- (b) इसमें धातु बंध होते हैं
- (c) इसमें प्रबल सहसंयोजी बंध होते हैं
- (d) इसमें वैन डेर वाल्स बल होते हैं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधों की प्रकृति किसी पदार्थ के भौतिक गुणों, जैसे कठोरता, गलनांक आदि को निर्धारित करती है। सहसंयोजी बंध परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं और ये अत्यंत प्रबल होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु एक-दूसरे से बहुत प्रबल सहसंयोजी बंधों द्वारा जुड़े होते हैं। ये बंध बहुत कम ऊर्जा पर टूटते हैं, जिससे हीरा अत्यंत कठोर होता है। आयनिक बंध आयनों के बीच, धातु बंध धातुओं के बीच, और वैन डेर वाल्स बल कमजोर अंतर-आणविक बल होते हैं, जो हीरे की अत्यधिक कठोरता के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection) के कारण हीरा इतना चमकदार क्यों दिखाई देता है?
- (a) यह प्रकाश को अवशोषित कर लेता है
- (b) यह प्रकाश को परावर्तित कर देता है
- (c) यह प्रकाश को अपवर्तित कर देता है
- (d) यह प्रकाश का प्रकीर्णन (scattering) करता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से विरल माध्यम की ओर जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होता है, जिससे प्रकाश वापस उसी माध्यम में परावर्तित हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) बहुत अधिक होता है, जिसके कारण इसका क्रांतिक कोण बहुत कम होता है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह कई बार आंतरिक रूप से परावर्तित होता है, जिससे यह बहुत चमकीला दिखाई देता है। यह चमकीलापन पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण होता है, न कि केवल परावर्तन, अपवर्तन या प्रकीर्णन के कारण।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) लगभग कितना होता है?
- (a) 1.5
- (b) 2.42
- (c) 1.00
- (d) 3.5
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक (n) किसी माध्यम में प्रकाश की गति और निर्वात में प्रकाश की गति का अनुपात होता है। उच्च अपवर्तनांक का मतलब है कि प्रकाश उस माध्यम में धीरे चलता है और अधिक झुकता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक लगभग 2.42 होता है, जो पानी (1.33) और कांच (लगभग 1.5) जैसे सामान्य माध्यमों की तुलना में बहुत अधिक है। यही कारण है कि हीरे में प्रकाश का विचलन (bending) अधिक होता है और पूर्ण आंतरिक परावर्तन संभव होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का क्रांतिक कोण (critical angle) कितना होता है?
- (a) 45°
- (b) 24.4°
- (c) 18°
- (d) 90°
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रांतिक कोण (c) वह आपतन कोण है जिस पर विरल माध्यम में अपवर्तन कोण 90° होता है। यह sin(c) = 1/n सूत्र द्वारा दिया जाता है, जहाँ n अपवर्तनांक है।
व्याख्या (Explanation): हीरे के लिए sin(c) = 1/2.42 ≈ 0.413। इसलिए, c = arcsin(0.413) ≈ 24.4°। यह निम्न क्रांतिक कोण हीरे के अंदर प्रकाश को फंसाने में मदद करता है, जिससे यह अत्यधिक चमकदार बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे को काटने और तराशने (cutting and polishing) के लिए आमतौर पर किस पदार्थ का उपयोग किया जाता है?
- (a) सामान्य स्टील
- (b) हीरे का पाउडर
- (c) एल्यूमीनियम ऑक्साइड
- (d) सिरेमिक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ‘समान को समान काटता है’ (Diamond cuts diamond) का सिद्धांत यहाँ लागू होता है। सबसे कठोर पदार्थ का उपयोग करके ही उससे कम कठोर पदार्थ को आकार दिया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): चूंकि हीरा सबसे कठोर प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, इसे काटने और आकार देने के लिए केवल हीरे का ही उपयोग किया जा सकता है। हीरे के पाउडर या हीरे से युक्त औजारों का उपयोग करके हीरों को काटा और पॉलिश किया जाता है ताकि उनकी चमक को बढ़ाया जा सके।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का उपयोग बिजली के एक अच्छे सुचालक (conductor) के रूप में क्यों नहीं किया जाता है?
- (a) इसमें मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते
- (b) इसमें बहुत अधिक प्रतिरोध होता है
- (c) इसके परमाणु बहुत कसकर बंधे होते हैं
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता मुख्य रूप से मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करती है जो विद्युत आवेश को वहन कर सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, सभी बाहरी इलेक्ट्रॉन कार्बन परमाणुओं के बीच सहसंयोजी बंधों में बंधे होते हैं। इलेक्ट्रॉनों को अलग करने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसलिए हीरे में मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं। इस कारण, हीरा बिजली का कुचालक (insulator) होता है। इसके परमाणु कसकर बंधे होते हैं और इसका प्रतिरोध बहुत अधिक होता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे की संरचना में प्रत्येक कार्बन परमाणु कितने अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजी बंध द्वारा जुड़ा होता है?
- (a) 2
- (b) 3
- (c) 4
- (d) 6
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन की संयोजकता (valency) 4 होती है, अर्थात यह 4 अन्य परमाणुओं के साथ सहसंयोजी बंध बना सकता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की क्रिस्टल संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु अपने आस-पास के चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ चतुष्फलकीय (tetrahedral) व्यवस्था में सहसंयोजी बंध बनाता है। यह सघन, त्रि-आयामी नेटवर्क ही हीरे की असाधारण कठोरता और उच्च गलनांक का कारण बनता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का उपयोग किस प्रकार के उपकरण बनाने में किया जाता है?
- (a) केवल गहने
- (b) उच्च-तापमान भट्टियों के लाइनिंग
- (c) कटिंग, ड्रिलिंग और पॉलिशिंग के औजार
- (d) केवल इलेक्ट्रॉनिक्स
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों के भौतिक गुणों के आधार पर उनके उपयोग निर्धारित होते हैं। हीरे की कठोरता और घर्षण प्रतिरोध इसे औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अपने असाधारण गुणों के कारण, हीरे का उपयोग न केवल गहनों में किया जाता है, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों में कटिंग, ड्रिलिंग, ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग जैसे कार्यों के लिए औजारों में भी किया जाता है। उच्च-तापमान भट्टियों के लाइनिंग के लिए सिरेमिक जैसे पदार्थ अधिक उपयुक्त होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्न में से कौन सा कथन हीरे के बारे में सत्य नहीं है?
- (a) यह कार्बन का एक अपररूप है।
- (b) यह एक विद्युत का सुचालक है।
- (c) यह सबसे कठोर प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है।
- (d) इसका अपवर्तनांक उच्च होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में सभी इलेक्ट्रॉन सहसंयोजी बंधों में बंधे होते हैं, इसलिए यह बिजली का कुचालक होता है। अन्य सभी कथन सत्य हैं: यह कार्बन का अपररूप है, सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थ है, और इसका उच्च अपवर्तनांक होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कृत्रिम हीरे (synthetic diamonds) मुख्य रूप से किस प्रक्रिया द्वारा बनाए जाते हैं?
- (a) उच्च दाब और उच्च तापमान (HPHT)
- (b) रासायनिक वाष्प जमाव (CVD)
- (c) दोनों (a) और (b)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कृत्रिम हीरे प्राकृतिक प्रक्रिया की नकल करके बनाए जाते हैं, जिनमें उच्च दाब और तापमान की स्थितियाँ शामिल होती हैं।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम हीरे आमतौर पर दो मुख्य तरीकों से बनाए जाते हैं: उच्च दाब, उच्च तापमान (HPHT) विधि, जो प्राकृतिक हीरे के निर्माण के समान है, और रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) विधि, जिसमें हाइड्रोकार्बन गैसों से हीरे की परतें उगाई जाती हैं। दोनों विधियाँ औद्योगिक और वैज्ञानिक उपयोग के लिए कृत्रिम हीरे का उत्पादन करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) का आणविक भार (molecular weight) कितना होता है? (परमाणु भार: C=12, O=16)
- (a) 16
- (b) 12
- (c) 28
- (d) 44
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी यौगिक का आणविक भार उसके घटक परमाणुओं के परमाणु भारों का योग होता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) में एक कार्बन परमाणु (परमाणु भार 12) और एक ऑक्सीजन परमाणु (परमाणु भार 16) होता है। अतः, CO का आणविक भार = 12 + 16 = 28 ग्राम/मोल।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का गलनांक (melting point) और क्वथनांक (boiling point) अत्यधिक उच्च क्यों होता है?
- (a) कमजोर अंतर-आणविक बलों के कारण
- (b) मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति के कारण
- (c) परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजी बंधों के कारण
- (d) इसकी पिरामिडनुमा संरचना के कारण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का गलनांक और क्वथनांक उन बंधों की शक्ति पर निर्भर करता है जो उसके परमाणुओं या अणुओं को एक साथ बांधते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की त्रि-आयामी क्रिस्टल जालक में कार्बन परमाणुओं के बीच अत्यंत मजबूत सहसंयोजी बंध होते हैं। इन बंधों को तोड़ने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिसके परिणामस्वरूप हीरे का गलनांक और क्वथनांक (जो लगभग 3550°C माना जाता है, हालांकि यह ऊर्ध्वपातित (sublimes) हो जाता है) बहुत अधिक होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कौन सा विटामिन घाव भरने (wound healing) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) विटामिन ए
- (b) विटामिन सी
- (c) विटामिन डी
- (d) विटामिन ई
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) शरीर में कोलेजन के संश्लेषण के लिए आवश्यक है, जो संयोजी ऊतकों (connective tissues) का एक महत्वपूर्ण घटक है और घाव भरने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी कोलेजन के निर्माण में सहायता करता है, जो त्वचा, रक्त वाहिकाओं, टेंडन और उपास्थि (cartilage) में एक संरचनात्मक प्रोटीन है। इसकी कमी से स्कर्वी रोग होता है, जिसमें घाव धीरे-धीरे भरते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के दौरान, पौधे किस गैस को अवशोषित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके अकार्बनिक पदार्थों (कार्बन डाइऑक्साइड और पानी) को कार्बनिक यौगिकों (ग्लूकोज) में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधों को सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड की आवश्यकता होती है। कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल से पर्णहरित (chlorophyll) की मदद से अवशोषित की जाती है और ग्लूकोज बनाने में उपयोग होती है, जबकि ऑक्सीजन उप-उत्पाद के रूप में मुक्त होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियां होती हैं जो विभिन्न हार्मोन और एंजाइम स्रावित करती हैं। इन ग्रंथियों के आकार के आधार पर उन्हें वर्गीकृत किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है, जो शरीर के ऊपरी दाहिने चतुर्थांश (upper right quadrant) में स्थित होती है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करती है, जैसे पित्त का उत्पादन, विषहरण (detoxification), और प्रोटीन संश्लेषण।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की गति (speed of sound) निम्न में से किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?
- (a) निर्वात
- (b) हवा
- (c) पानी
- (d) स्टील
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक अनुदैर्ध्य तरंग (longitudinal wave) है जिसे संचरण के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। माध्यम के कणों के बीच अंतःक्रिया की शक्ति ध्वनि की गति को प्रभावित करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व (density) और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है। ठोस पदार्थों में, विशेष रूप से धातु जैसे स्टील में, कण एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं और कसकर बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि बहुत तेजी से संचरित होती है। हवा में ध्वनि धीमी होती है, और निर्वात में ध्वनि बिल्कुल भी यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि संचरण के लिए कोई माध्यम नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव रक्त का pH मान लगभग कितना होता है?
- (a) 6.5
- (b) 7.4
- (c) 8.0
- (d) 5.5
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH मान किसी विलयन की अम्लता या क्षारकता को दर्शाता है। 7 से कम pH अम्लीय, 7 उदासीन, और 7 से अधिक pH क्षारीय होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है, जिसका pH मान सामान्यतः 7.35 से 7.45 के बीच होता है। यह एक संकीर्ण सीमा है जिसे शरीर द्वारा बनाए रखा जाता है ताकि विभिन्न शारीरिक कार्य ठीक से हो सकें।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आधुनिक आवर्त सारणी (Modern Periodic Table) में तत्वों को उनके किस गुण के आधार पर व्यवस्थित किया गया है?
- (a) परमाणु भार
- (b) परमाणु संख्या
- (c) न्यूट्रॉन संख्या
- (d) इलेक्ट्रॉन की संख्या
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हेनरी मोसले ने आधुनिक आवर्त सारणी का प्रस्ताव दिया, जिसमें तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुण उनकी परमाणु संख्या के आवर्ती फलन (periodic function) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): मेंडेलीव की प्रारंभिक आवर्त सारणी परमाणु भार पर आधारित थी, लेकिन इसमें कुछ विसंगतियां थीं। मोसले के एक्स-रे प्रयोगों से पता चला कि परमाणु संख्या (प्रोटॉन की संख्या) तत्वों का अधिक मौलिक गुण है। आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों को उनकी बढ़ती परमाणु संख्या के क्रम में व्यवस्थित करती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर का तापमान नियंत्रित करने वाला मस्तिष्क का भाग कौन सा है?
- (a) सेरिब्रम (Cerebrum)
- (b) सेरिबेलम (Cerebellum)
- (c) हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)
- (d) मेडुला ओब्लोंगटा (Medulla Oblongata)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भाग शरीर के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करते हैं, जिनमें संवेदी और शारीरिक प्रक्रियाएं शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): हाइपोथैलेमस मस्तिष्क का एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा है जो शरीर के कई स्वचालित कार्यों को नियंत्रित करता है, जिनमें शरीर के तापमान का विनियमन, भूख, प्यास और नींद-जागने का चक्र शामिल है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कौन सी गैस ग्रीनहाउस प्रभाव (greenhouse effect) के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है?
- (a) ऑक्सीजन (O2)
- (b) नाइट्रोजन (N2)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- (d) ओजोन (O3)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्रीनहाउस गैसें वे गैसें होती हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल में अवरक्त विकिरण (infrared radiation) को अवशोषित और उत्सर्जित करती हैं, जिससे पृथ्वी का तापमान बढ़ता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) ग्रीनहाउस प्रभाव में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देने वाली गैस है, खासकर मानव गतिविधियों जैसे जीवाश्म ईंधन के जलने के कारण। अन्य ग्रीनहाउस गैसों में मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड और जल वाष्प शामिल हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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किसी वस्तु पर लगने वाले बल (force) और उसके द्वारा तय की गई दूरी (distance) के गुणनफल को क्या कहते हैं?
- (a) शक्ति (Power)
- (b) कार्य (Work)
- (c) ऊर्जा (Energy)
- (d) गति (Momentum)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, कार्य (Work) तब किया जाता है जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाता है और वह बल की दिशा में कुछ दूरी तय करती है।
व्याख्या (Explanation): कार्य (W) का सूत्र W = F × d है, जहाँ F बल है और d बल की दिशा में तय की गई दूरी है। कार्य की SI इकाई जूल (Joule) है। शक्ति (Power) कार्य करने की दर है, ऊर्जा किसी वस्तु की कार्य करने की क्षमता है, और गति (Momentum) द्रव्यमान और वेग का गुणनफल है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी (smallest bone) कौन सी है?
- (a) फीमर (Femur)
- (b) स्टेप्स (Stapes)
- (c) ह्यूमरस (Humerus)
- (d) टिबिया (Tibia)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल तंत्र में विभिन्न आकार की हड्डियां होती हैं, जो अलग-अलग कार्य करती हैं।
व्याख्या (Explanation): स्टेप्स (Stapes) मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी है, जो मध्य कान (middle ear) में स्थित होती है। यह ध्वनि तरंगों को आंतरिक कान तक पहुंचाने में मदद करती है। फीमर जांघ की सबसे लंबी हड्डी है, ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, और टिबिया पिंडली की एक हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब कोई वस्तु सीधे ऊपर की ओर फेंकी जाती है, तो उच्चतम बिंदु पर उसका त्वरण (acceleration) क्या होता है?
- (a) शून्य
- (b) गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे की ओर (g)
- (c) गुरुत्वाकर्षण के कारण ऊपर की ओर (g)
- (d) गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे की ओर (g/2)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): त्वरण परिवर्तन की दर है। गुरुत्वाकर्षण त्वरण (g) पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के कारण सभी वस्तुओं पर लगने वाला त्वरण है, जो हमेशा नीचे की ओर निर्देशित होता है।
व्याख्या (Explanation): जब कोई वस्तु ऊपर की ओर फेंकी जाती है, तो उस पर केवल गुरुत्वाकर्षण बल कार्य करता है, जो हमेशा नीचे की ओर निर्देशित होता है। इसलिए, वस्तु की गति ऊपर की ओर कम होती जाती है, लेकिन त्वरण, जो बल के कारण होता है, हमेशा गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे की ओर (लगभग 9.8 m/s²) ही रहता है, जब तक कि वह उच्चतम बिंदु पर पहुँचकर नीचे गिरना शुरू न करे। उच्चतम बिंदु पर वेग शून्य होता है, लेकिन त्वरण शून्य नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक जीवाश्म ईंधन (fossil fuel) नहीं है?
- (a) कोयला
- (b) पेट्रोलियम
- (c) प्राकृतिक गैस
- (d) यूरेनियम
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीवाश्म ईंधन वे ईंधन हैं जो पृथ्वी की पपड़ी के नीचे मृत पौधों और जानवरों के अवशेषों से लाखों वर्षों में बनते हैं।
व्याख्या (Explanation): कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस सभी जीवाश्म ईंधन हैं क्योंकि वे कार्बनिक पदार्थों के विघटन से बने हैं। यूरेनियम एक रेडियोधर्मी धातु है जिसका उपयोग परमाणु ऊर्जा के उत्पादन में किया जाता है, यह जीवाश्म ईंधन की श्रेणी में नहीं आता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।