हीरों पर डबल: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विज्ञान प्रश्नोत्तरी
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान का गहन ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह प्रश्नोत्तरी भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के प्रमुख विषयों से 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) का एक अनूठा संग्रह प्रस्तुत करती है, जो आपकी तैयारी को परखने और अवधारणाओं को स्पष्ट करने में मदद करेगी। “Doubling Down on Diamond” की थीम के अनुरूप, हम उन सवालों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो अक्सर परीक्षा में पूछे जाते हैं और जिनका महत्व अनमोल है!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सा कथन हीरे के बारे में सत्य है?
- (a) यह एक यौगिक है।
- (b) यह कार्बन का एक अपररूप है।
- (c) इसका गलनांक निम्न होता है।
- (d) यह विद्युत का सुचालक है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपररूपता (Allotropy) किसी तत्व का वह गुण है जिसके द्वारा वह दो या दो से अधिक भिन्न रूपों में मौजूद हो सकता है, जिनमें से प्रत्येक के भौतिक और रासायनिक गुण भिन्न हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक शुद्ध अपररूप है, जिसमें कार्बन परमाणु एक चतुष्फलकीय (tetrahedral) संरचना में व्यवस्थित होते हैं। यह इसकी असाधारण कठोरता और उच्च गलनांक (जो वास्तव में एक सीमा नहीं है, बल्कि बहुत अधिक तापमान पर सीधे गैस में उर्ध्वपातित होता है) के लिए जिम्मेदार है। हीरा विद्युत का कुचालक होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की अत्यधिक कठोरता का मुख्य कारण क्या है?
- (a) इसमें आयनिक बंधन होते हैं।
- (b) इसमें धात्विक बंधन होते हैं।
- (c) इसमें सहसंयोजक बंधन (covalent bonds) का एक त्रि-आयामी नेटवर्क होता है।
- (d) इसमें वैन डेर वाल्स बल होते हैं।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बंधन की प्रकृति (Nature of Bonding) किसी पदार्थ के भौतिक गुणों, जैसे कठोरता, गलनांक आदि को निर्धारित करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है, जिससे एक अत्यंत मजबूत और स्थिर त्रि-आयामी नेटवर्क बनता है। यह मजबूत सहसंयोजक बंधन ही हीरे को अत्यधिक कठोर बनाते हैं। आयनिक, धात्विक और वैन डेर वाल्स बल अन्य प्रकार के बंधनों में पाए जाते हैं जिनकी कठोरता पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरा प्रकाश को किस कारण से चमकाता है?
- (a) प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering of light)
- (b) प्रकाश का विवर्तन (Diffraction of light)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total internal reflection)
- (d) प्रकाश का व्यतिकरण (Interference of light)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन वह घटना है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक हो जाता है, तो प्रकाश वापस सघन माध्यम में परावर्तित हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) बहुत अधिक होता है और इसका क्रांतिक कोण (critical angle) बहुत कम (लगभग 24.4 डिग्री) होता है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह कई बार अंदर परावर्तित होता है (पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण) और जब यह बाहर निकलता है, तो यह विभिन्न कोणों पर बिखर जाता है, जिससे यह बहुत चमकीला दिखाई देता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ग्रेफाइट (Graphite) की तुलना में हीरे का गलनांक (या विघटन तापमान) अधिक क्यों होता है?
- (a) हीरे का घनत्व अधिक होता है।
- (b) हीरे में कार्बन-कार्बन बंधन की व्यवस्था अधिक स्थिर होती है।
- (c) हीरे में अंतरा-आण्विक बल अधिक मजबूत होते हैं।
- (d) हीरे में प्रकाश का अवशोषण अधिक होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ के विघटन या गलनांक उसके बंधनों की मजबूती और व्यवस्था पर निर्भर करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु षट्कोणीय परतों में व्यवस्थित होते हैं, और इन परतों के बीच दुर्बल वैन डेर वाल्स बल होते हैं, जो इसे परतदार और नरम बनाते हैं। हीरे में, कार्बन परमाणु एक त्रि-आयामी नेटवर्क में मजबूती से सहसंयोजक बंधों से जुड़े होते हैं। यह मजबूत और सघन त्रि-आयामी सहसंयोजक नेटवर्क ग्रेफाइट की तुलना में हीरे को उच्च विघटन तापमान प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन का कौन सा अपररूप विद्युत का सुचालक है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलरीन
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में, प्रत्येक कार्बन परमाणु तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़ा होता है, जिससे एक षट्कोणीय परत बनती है। इस व्यवस्था में, प्रत्येक कार्बन परमाणु का एक वैलेंस इलेक्ट्रॉन डिलोक्लाइज्ड (delocalized) हो जाता है और पूरी परत में स्वतंत्र रूप से घूम सकता है, जिससे ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक बनता है। हीरा एक त्रि-आयामी नेटवर्क है जहाँ सभी वैलेंस इलेक्ट्रॉन सहसंयोजक बंधों में बंधे होते हैं, जिससे वह विद्युत का कुचालक होता है। फुलरीन की चालकता भिन्न हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का उपयोग काटने और पीसने वाले औजारों में क्यों किया जाता है?
- (a) यह सस्ता होता है।
- (b) यह हल्का होता है।
- (c) यह रासायनिक रूप से निष्क्रिय होता है।
- (d) यह अत्यधिक कठोर होता है।
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कठोर पदार्थ खरोंच या घर्षण के माध्यम से नरम पदार्थों को काटने या पीसने में सक्षम होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता, जैसा कि ऊपर चर्चा की गई है, इसके त्रि-आयामी सहसंयोजक नेटवर्क के कारण है। यह कठोरता इसे धातुओं, चट्टानों और अन्य कठोर सामग्रियों को काटने, ड्रिल करने और पीसने के लिए एक आदर्श सामग्री बनाती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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“हीरा” शब्द लैटिन शब्द “adamas” से लिया गया है, जिसका अर्थ क्या है?
- (a) प्रकाश
- (b) सबसे कठोर
- (c) कीमती
- (d) अजेय
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शब्दों की व्युत्पत्ति (Etymology) उनके मूल अर्थों को समझने में मदद करती है।
व्याख्या (Explanation): “Adamas” ग्रीक शब्द है, जिसका अर्थ “अजेय” या “अपरिवर्तनीय” है। यह हीरे की असाधारण कठोरता और स्थायित्व को दर्शाता है, जिससे यह प्राचीन काल से ही पूजनीय रहा है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे के निर्माण के लिए आवश्यक मुख्य शर्तें क्या हैं?
- (a) कम तापमान और कम दबाव
- (b) उच्च तापमान और उच्च दबाव
- (c) निम्न तापमान और उच्च दबाव
- (d) उच्च तापमान और निम्न दबाव
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उच्च दबाव और तापमान की स्थिति में कार्बन परमाणु एक घनी, त्रि-आयामी सहसंयोजक संरचना में व्यवस्थित होकर हीरा बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक रूप से हीरे पृथ्वी की गहराइयों में, अत्यधिक उच्च दबाव (अरबों पास्कल) और उच्च तापमान (1000-1500 डिग्री सेल्सियस) पर बनते हैं। ये स्थितियाँ कार्बन परमाणुओं को डायमंड क्यूबिक क्रिस्टल जाली (diamond cubic crystal lattice) बनाने के लिए मजबूर करती हैं। कृत्रिम हीरे भी इन्हीं परिस्थितियों में बनाए जाते हैं, या रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) जैसी विधियों का उपयोग करके।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे में मौजूद कार्बन परमाणुओं के बीच बंधन कोण (bond angle) कितना होता है?
- (a) 90°
- (b) 109.5°
- (c) 120°
- (d) 180°
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधों में परमाणुओं के बीच बंधन कोण उनकी हाइब्रिडाइजेशन (hybridization) पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में प्रत्येक कार्बन परमाणु sp³ हाइब्रिडाइज्ड होता है। sp³ हाइब्रिडाइजेशन चतुष्फलकीय ज्यामिति (tetrahedral geometry) को जन्म देता है, जिसमें बंधन कोण लगभग 109.5° होता है। यह कोण हीरे की क्रिस्टल संरचना में कार्बन परमाणुओं की व्यवस्था को परिभाषित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में ऊर्जा उत्पादन के लिए कौन सी प्रक्रिया मुख्य रूप से उत्तरदायी है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) श्वसन
- (c) किण्वन
- (d) वाष्पोत्सर्जन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration) एक उपापचयी प्रक्रिया है जो ग्लूकोज जैसे कार्बनिक यौगिकों से रासायनिक ऊर्जा को ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) के रूप में मुक्त करती है, जिसका उपयोग कोशिकाएं अपने कार्यों के लिए करती हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण पौधे करते हैं। किण्वन (fermentation) अवायवीय (anaerobic) श्वसन का एक रूप है जो कम ऊर्जा उत्पन्न करता है। वाष्पोत्सर्जन पौधों में जल परिवहन से संबंधित है। इसलिए, शरीर में ऊर्जा उत्पादन की मुख्य प्रक्रिया श्वसन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर की संरचना और अंगों का अध्ययन शरीर रचना विज्ञान (Anatomy) का हिस्सा है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग और सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह विभिन्न चयापचय (metabolic) क्रियाओं, जैसे पित्त उत्पादन, विषाक्त पदार्थों को निकालना और प्रोटीन संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रक्त का थक्का जमने के लिए कौन सा विटामिन आवश्यक है?
- (a) विटामिन A
- (b) विटामिन C
- (c) विटामिन K
- (d) विटामिन D
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन K रक्त स्कंदन (blood coagulation) के लिए आवश्यक है, विशेष रूप से प्रोथ्रोम्बिन (prothrombin) जैसे स्कंदन कारकों के संश्लेषण में।
व्याख्या (Explanation): विटामिन K की कमी से रक्तस्राव (hemorrhage) हो सकता है क्योंकि शरीर पर्याप्त प्रोथ्रोम्बिन नहीं बना पाता है, जो रक्त का थक्का जमाने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव हृदय में कितने कक्षक (chambers) होते हैं?
- (a) दो
- (b) तीन
- (c) चार
- (d) पाँच
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव हृदय की संरचना में दो अलिंद (atria) और दो निलय (ventricles) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव हृदय चार कक्षों से बना होता है: दायां अलिंद, दायां निलय, बायां अलिंद और बायां निलय। ये कक्ष रक्त के प्रभावी परिसंचरण को सुनिश्चित करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में पौधे किस गैस का अवशोषण करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। इससे स्पष्ट है कि पौधे कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव आँख में रेटिना (Retina) का कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश को केंद्रित करना
- (b) ध्वनि तरंगों को प्राप्त करना
- (c) प्रकाश संकेतों को विद्युत आवेगों में बदलना
- (d) आँखों के रंग का निर्धारण करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेटिना आँख के पीछे की परत है जिसमें प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाएं (रॉड्स और कोन्स) होती हैं।
व्याख्या (Explanation): रेटिना पर पड़ने वाला प्रकाश विद्युत आवेगों में परिवर्तित हो जाता है, जिन्हें ऑप्टिक तंत्रिका (optic nerve) के माध्यम से मस्तिष्क तक भेजा जाता है, जहाँ वे छवियों के रूप में व्याख्यायित होते हैं। कॉर्निया और लेंस प्रकाश को केंद्रित करने का कार्य करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria) को कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ (Powerhouse of the cell) क्यों कहा जाता है?
- (a) यह प्रोटीन संश्लेषण करता है।
- (b) यह ऊर्जा (ATP) का उत्पादन करता है।
- (c) यह आनुवंशिक सामग्री रखता है।
- (d) यह कोशिका को संरचना प्रदान करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिकीय श्वसन का मुख्य स्थल है, जहाँ ग्लूकोज से ATP के रूप में ऊर्जा उत्पन्न होती है।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन की अधिकांश प्रक्रियाएं माइटोकॉन्ड्रिया में होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप कोशिका के उपयोग के लिए बड़ी मात्रा में ATP का उत्पादन होता है। इसलिए, इसे ‘ऊर्जा घर’ कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कौन सी है?
- (a) फीमर (Femur)
- (b) ह्यूमरस (Humerus)
- (c) स्टेप्स (Stapes)
- (d) टिबिया (Tibia)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शरीर रचना विज्ञान के अनुसार, मानव शरीर में हड्डियों का आकार और नाम विशिष्ट होता है।
व्याख्या (Explanation): स्टेप्स (Stapes) या रकाब (stirrup) मानव कान के मध्य कान में पाई जाने वाली सबसे छोटी हड्डी है। यह ध्वनि तरंगों को आंतरिक कान तक संचारित करने में मदद करती है। फीमर जांघ की सबसे बड़ी हड्डी है, जबकि ह्यूमरस ऊपरी बांह की और टिबिया पिंडली की हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पानी का क्वथनांक (Boiling Point) किस पर निर्भर करता है?
- (a) आयतन
- (b) दाब
- (c) आकार
- (d) रंग
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी द्रव का क्वथनांक वह तापमान है जिस पर उसका वाष्प दाब (vapor pressure) उस पर लगने वाले बाहरी दाब के बराबर हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): सामान्य वायुमंडलीय दाब (1 atm) पर पानी का क्वथनांक 100°C होता है। हालांकि, यदि दाब बढ़ाया जाता है, तो क्वथनांक भी बढ़ जाता है (जैसे प्रेशर कुकर में)। यदि दाब कम किया जाता है, तो क्वथनांक कम हो जाता है (जैसे ऊंचे पहाड़ों पर)। आयतन, आकार और रंग का क्वथनांक पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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घर्षण बल (Frictional Force) के बारे में क्या सत्य है?
- (a) यह हमेशा गति का विरोध करता है।
- (b) यह गति का समर्थन करता है।
- (c) यह शून्य हो सकता है।
- (d) यह केवल सतहों के बीच होता है।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): घर्षण बल वह बल है जो दो संपर्क सतहों के बीच सापेक्ष गति का विरोध करता है।
व्याख्या (Explanation): घर्षण बल हमेशा उस दिशा के विपरीत कार्य करता है जिस दिशा में वस्तु को गति करने की प्रवृत्ति होती है या गति कर रही होती है। उदाहरण के लिए, जब आप किसी मेज पर रखे बक्से को धक्का देते हैं, तो घर्षण बल आपके द्वारा लगाए गए बल के विपरीत दिशा में कार्य करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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ध्वनि तरंगें किस प्रकार की तरंगें हैं?
- (a) विद्युत चुम्बकीय तरंगें
- (b) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal waves)
- (c) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse waves)
- (d) ये सभी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तरंगों को उनके संचरण के तरीके के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। अनुदैर्ध्य तरंगों में माध्यम के कण तरंग संचरण की दिशा के समानांतर कंपन करते हैं, जबकि अनुप्रस्थ तरंगों में कण तरंग संचरण की दिशा के लंबवत कंपन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि तरंगें हवा या अन्य माध्यमों में संपीड़न (compression) और विरलन (rarefaction) की तरंगों के रूप में फैलती हैं। माध्यम के कण तरंग के संचरण की दिशा के आगे-पीछे कंपन करते हैं, जो उन्हें अनुदैर्ध्य तरंगें बनाता है। विद्युत चुम्बकीय तरंगें (जैसे प्रकाश) अनुप्रस्थ होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सूर्य के प्रकाश में कौन सा विटामिन सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है?
- (a) विटामिन K
- (b) विटामिन B
- (c) विटामिन D
- (d) विटामिन A
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव त्वचा पराबैंगनी (UV) प्रकाश के संपर्क में आने पर विटामिन D का संश्लेषण करती है।
व्याख्या (Explanation): जब सूर्य का प्रकाश हमारी त्वचा पर पड़ता है, तो त्वचा में मौजूद एक यौगिक (7-डीहाइड्रोकोलेस्ट्रॉल) विटामिन D में परिवर्तित हो जाता है। विटामिन D कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण के लिए आवश्यक है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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अम्ल (Acids) का pH मान कितना होता है?
- (a) 7 से अधिक
- (b) 7 से कम
- (c) ठीक 7
- (d) 0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 7 से कम pH अम्लीय, 7 उदासीन और 7 से अधिक क्षारीय होता है।
व्याख्या (Explanation): अम्ल वे पदार्थ होते हैं जो जलीय विलयन में H⁺ आयन उत्पन्न करते हैं। pH मान हाइड्रोजन आयन की सांद्रता का ऋणात्मक लघुगणक (negative logarithm) होता है। उच्च H⁺ सांद्रता का अर्थ है कम pH मान, जो अम्लीय प्रकृति को दर्शाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्य (Work) की SI इकाई क्या है?
- (a) जूल (Joule)
- (b) न्यूटन (Newton)
- (c) वाट (Watt)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, कार्य बल और विस्थापन का गुणनफल होता है (W = F × d)।
व्याख्या (Explanation): बल की SI इकाई न्यूटन (N) और विस्थापन की SI इकाई मीटर (m) है। इसलिए, कार्य की SI इकाई न्यूटन-मीटर (N-m) है, जिसे जूल (Joule) कहा जाता है। वाट शक्ति की इकाई है, और पास्कल दाब की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में सबसे लंबी हड्डी कौन सी है?
- (a) ह्यूमरस
- (b) टिबिया
- (c) फीमर
- (d) रेडियस
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली की सबसे लंबी और सबसे मजबूत हड्डी फीमर है।
व्याख्या (Explanation): फीमर, जिसे जांघ की हड्डी भी कहा जाता है, श्रोणि (pelvis) से घुटने तक फैली होती है और यह मानव शरीर की सबसे बड़ी और सबसे भारी हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) की SI इकाई क्या है?
- (a) वेबर (Weber)
- (b) टेस्ला (Tesla)
- (c) हेनरी (Henry)
- (d) गॉस (Gauss)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति को मापने के लिए विभिन्न इकाइयों का उपयोग किया जाता है, जिनमें SI और गैर-SI इकाइयाँ शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति (magnetic flux density) की SI इकाई टेस्ला (T) है। वेबर चुंबकीय फ्लक्स की इकाई है, हेनरी प्रेरकत्व (inductance) की इकाई है, और गॉस चुंबकीय क्षेत्र की एक गैर-SI इकाई है (1 टेस्ला = 10,000 गॉस)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत का सबसे अच्छा सुचालक कौन सा धातु है?
- (a) लोहा (Iron)
- (b) तांबा (Copper)
- (c) एल्यूमीनियम (Aluminum)
- (d) चांदी (Silver)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं की विद्युत चालकता उनके मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपलब्धता और गतिशीलता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): चांदी (Silver) में सभी धातुओं में सबसे कम विद्युत प्रतिरोधकता होती है, जिसका अर्थ है कि यह विद्युत का सबसे अच्छा सुचालक है। इसके बाद तांबा, सोना और एल्यूमीनियम आते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।