हीरों के विज्ञान के पार: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहन समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के उन प्रमुख अवधारणाओं का अभ्यास करने में मदद करेगा जो अक्सर परीक्षाओं में पूछी जाती हैं। “Doubling Down on Diamond” जैसे संकेत हमें प्रकृति के सबसे कठोर पदार्थों से लेकर जीवन के जटिल रहस्यों तक, विज्ञान की व्यापकता को समझने के लिए प्रेरित करते हैं। आइए, इन 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्नों के माध्यम से अपने ज्ञान को परखें और अपनी तैयारी को और मजबूत करें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
-
हीरा, जो अपने असाधारण कठोरता के लिए जाना जाता है, कार्बन का एक अपरूप (allotrope) है। हीरे में कार्बन परमाणुओं के बीच किस प्रकार का बंधन होता है?
- (a) आयनिक बंधन (Ionic bond)
- (b) सहसंयोजक बंधन (Covalent bond)
- (c) धात्विक बंधन (Metallic bond)
- (d) हाइड्रोजन बंधन (Hydrogen bond)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधन इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी द्वारा बनता है। हीरा कार्बन परमाणुओं से बना होता है, जहां प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंधन बनाता है, जिससे एक अत्यंत स्थिर त्रिविमीय (3D) जाली संरचना बनती है।
व्याख्या (Explanation): आयनिक बंधन आयनों के बीच इलेक्ट्रॉनों के स्थानांतरण से बनता है। धात्विक बंधन धातुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉनों के कारण होता है। हाइड्रोजन बंधन एक अणु में हाइड्रोजन और एक अत्यधिक विद्युतीय तत्व (जैसे ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फ्लोरीन) के बीच एक कमजोर आकर्षण है। हीरे की कठोरता उसके मजबूत सहसंयोजक बंधनों के कारण होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरे के अपवर्तनांक (refractive index) का मान लगभग 2.42 है। प्रकाश के हीरे से गुजरने पर क्या प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण उसमें ‘चमक’ (brilliance) आती है?
- (a) विवर्तन (Diffraction)
- (b) प्रकीर्णन (Scattering)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total internal reflection)
- (d) व्यतिकरण (Interference)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से विरल माध्यम की ओर एक क्रांतिक कोण (critical angle) से बड़े कोण पर आपतित होता है। हीरे का उच्च अपवर्तनांक एक छोटा क्रांतिक कोण (लगभग 24.4 डिग्री) उत्पन्न करता है।
व्याख्या (Explanation): जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह अपवर्तित होता है। हीरे को इस प्रकार काटा जाता है कि अधिकांश प्रकाश आंतरिक रूप से परावर्तित हो जाए (पूर्ण आंतरिक परावर्तन) और अंततः बाहर निकल जाए। यह बार-बार होने वाला आंतरिक परावर्तन और फिर बाहर निकलने वाले प्रकाश का विभिन्न रंगों में विक्षेपण (dispersion) हीरे की विशिष्ट चमक का कारण बनता है। विवर्तन, प्रकीर्णन और व्यतिकरण प्रकाश के अन्य गुण हैं लेकिन हीरे की चमक के मुख्य कारण नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
हीरे का उपयोग कटाई और पॉलिशिंग जैसे औद्योगिक अनुप्रयोगों में इसकी असाधारण कठोरता के कारण किया जाता है। कठोरता के मापन के लिए मोह स्केल (Mohs scale) पर हीरे का मान कितना है?
- (a) 5
- (b) 7
- (c) 9
- (d) 10
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोह्स स्केल एक सापेक्षिक स्केल है जो खनिजों की खरोंच के प्रति उनकी प्रतिरोधक क्षमता को मापता है। स्केल पर 10 सबसे कठोर पदार्थ है।
व्याख्या (Explanation): मोह्स स्केल पर, हीरा 10 के मान के साथ सबसे कठोर ज्ञात प्राकृतिक पदार्थ है। इसका मतलब है कि हीरा स्केल पर किसी भी अन्य खनिज को खरोंच सकता है, लेकिन उसे केवल हीरा ही खरोंच सकता है। अन्य विकल्प मोह्स स्केल पर विभिन्न खनिजों के मान हैं (जैसे क्वार्ट्ज 7, टोपाज़ 8)।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
हीरे की शुद्धता का आकलन कैसे किया जाता है? हीरे में अशुद्धियाँ (impurities) रंग, स्पष्टता और प्रदर्शन को कैसे प्रभावित कर सकती हैं?
- (a) अशुद्धियाँ हीरे को अधिक कठोर बनाती हैं।
- (b) अशुद्धियाँ हीरे में रंगीन धब्बे या रंग उत्पन्न कर सकती हैं।
- (c) अशुद्धियाँ हीरे के अपवर्तनांक को बढ़ाती हैं।
- (d) अशुद्धियाँ हीरे के क्रांतिक कोण को बढ़ाती हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे की संरचना में कार्बन के अलावा अन्य तत्वों की थोड़ी मात्रा मौजूद हो सकती है। ये अशुद्धियाँ क्रिस्टल जाली में हस्तक्षेप करती हैं और प्रकाश के साथ अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में नाइट्रोजन, बोरॉन या सल्फर जैसी अशुद्धियाँ मौजूद हो सकती हैं। नाइट्रोजन की उपस्थिति हीरे को पीला या भूरा रंग दे सकती है (जैसे कि टाइप Ia हीरे में)। बोरॉन की उपस्थिति नीले रंग के हीरे (जैसे टाइप IIb हीरे) का कारण बन सकती है। ये अशुद्धियाँ हीरे की कठोरता या अपवर्तनांक को महत्वपूर्ण रूप से नहीं बदलती हैं, लेकिन वे रंग और कभी-कभी स्पष्टता को प्रभावित करती हैं, जिससे हीरा कम पारदर्शी या धब्बेदार दिख सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
पृथ्वी के अंदर हीरे का निर्माण किन विशिष्ट भूवैज्ञानिक परिस्थितियों में होता है?
- (a) कम दाब और उच्च तापमान
- (b) उच्च दाब और कम तापमान
- (c) उच्च दाब और उच्च तापमान
- (d) कम दाब और कम तापमान
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे कार्बन का एक थर्मोडायनामिक रूप से स्थिर रूप (thermodynamically stable form) है जो अत्यंत उच्च दाब और तापमान की परिस्थितियों में बनता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे पृथ्वी के मेंटल (mantle) में लगभग 150-200 किलोमीटर की गहराई पर बनते हैं, जहाँ दाब लगभग 4.5–6 GPa (गिगापास्कल) और तापमान 900–1300 °C (डिग्री सेल्सियस) के बीच होता है। ये स्थितियाँ भूवैज्ञानिक रूप से विस्फोटक ज्वालामुखी गतिविधि (जैसे कि किम्बरलाइट पाइप) द्वारा पृथ्वी की सतह के करीब लाई जाती हैं। कम दाब और तापमान पर, कार्बन ग्रेफाइट के रूप में स्थिर होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कार्बन के अन्य अपरूपों (allotropes) की तुलना में हीरे की असाधारण कठोरता का क्या कारण है?
- (a) कार्बन परमाणुओं के बीच लंबी दूरी
- (b) कार्बन परमाणुओं के बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल
- (c) कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत, त्रि-आयामी (3D) सहसंयोजक नेटवर्क
- (d) कार्बन परमाणुओं का अष्टकोणीय (octahedral) विन्यास
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की कठोरता उसके परमाणुओं या अणुओं के बीच के बंधनों की शक्ति और व्यवस्था पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ एक टेट्राहेड्रल (tetrahedral) व्यवस्था में मजबूत सहसंयोजक बंधन बनाता है। यह बंधन एक विशाल, त्रि-आयामी (3D) नेटवर्क संरचना बनाता है। इस नेटवर्क में इलेक्ट्रॉनों को साझा किया जाता है और बहुत मजबूती से बंधे होते हैं, जिससे इसे तोड़ना अत्यंत कठिन हो जाता है, परिणामस्वरूप हीरा बहुत कठोर होता है। ग्रेफाइट में, कार्बन परमाणु परतों में व्यवस्थित होते हैं जो कमजोर वैन डेर वाल्स बलों से जुड़े होते हैं, जिससे यह नरम होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कार्बन का परमाणु क्रमांक (atomic number) क्या है?
- (a) 4
- (b) 6
- (c) 8
- (d) 12
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु क्रमांक (Z) एक तत्व के नाभिक (nucleus) में प्रोटॉन की संख्या को दर्शाता है। यह तत्व की पहचान निर्धारित करता है।
व्याख्या (Explanation): आवर्त सारणी (Periodic table) में कार्बन (C) का परमाणु क्रमांक 6 है। इसका मतलब है कि कार्बन के प्रत्येक परमाणु के नाभिक में 6 प्रोटॉन होते हैं। इसके परमाणु में 6 इलेक्ट्रॉन भी होते हैं, और एक तटस्थ परमाणु में 6 न्यूट्रॉन (आइसोटोप के आधार पर भिन्न हो सकते हैं) होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरे का उपयोग कृत्रिम उपग्रहों (artificial satellites) में कहाँ किया जा सकता है, इसकी असाधारण ऊष्मा चालकता (thermal conductivity) के कारण?
- (a) संचार एंटेना के लिए
- (b) सौर पैनलों के लिए सुरक्षात्मक कोटिंग के रूप में
- (c) गर्मी अपव्यय (heat dissipation) के लिए एक घटक के रूप में
- (d) विद्युत रोधी (insulator) के रूप में
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा चालकता यह मापती है कि कोई पदार्थ कितनी कुशलता से ऊष्मा को संचालित करता है। उत्कृष्ट ऊष्मा चालक उत्कृष्ट ऊष्मा अपव्यय कर सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की ऊष्मा चालकता सभी ज्ञात पदार्थों में सबसे अधिक होती है, जो तांबे जैसी धातुओं से भी बेहतर होती है। कृत्रिम उपग्रहों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में, अत्यधिक गर्मी उत्पन्न होती है। इस गर्मी को प्रभावी ढंग से दूर करने के लिए हीरे का उपयोग हीट सिंक (heat sinks) या गर्मी अपव्यय घटकों के रूप में किया जा सकता है, जिससे उपकरणों का प्रदर्शन और जीवनकाल बढ़ता है। यह विद्युत का अच्छा रोधक भी है, लेकिन मुख्य अनुप्रयोग ऊष्मा प्रबंधन से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) एक ग्रीनहाउस गैस है। क्या मानव शरीर में भी कार्बन डाइऑक्साइड एक भूमिका निभाता है?
- (a) यह रक्त को ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है।
- (b) यह श्वसन प्रक्रिया का एक अपशिष्ट उत्पाद है।
- (c) यह कोशिका झिल्ली (cell membrane) के निर्माण में महत्वपूर्ण है।
- (d) यह प्रोटीन संश्लेषण (protein synthesis) को नियंत्रित करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करती हैं, और इसके उप-उत्पादों में कार्बन डाइऑक्साइड और पानी शामिल होते हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में, कोशिकीय श्वसन के दौरान ग्लूकोज का ऑक्सीकरण होता है, जिससे ऊर्जा, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उत्पादन होता है। CO2 रक्त द्वारा फेफड़ों तक ले जाया जाता है और साँस छोड़ने के साथ शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। इसलिए, यह श्वसन प्रक्रिया का एक अपशिष्ट उत्पाद है। यह रक्त के pH को भी प्रभावित करता है, लेकिन इसका मुख्य ‘उत्पाद’ के रूप में उल्लेख किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
जीव विज्ञान में, “जीवन का आधार” के रूप में किस तत्व को जाना जाता है, और यह कार्बन के साथ मिलकर कौन से जटिल अणु बनाता है?
- (a) ऑक्सीजन; कार्बोहाइड्रेट
- (b) नाइट्रोजन; प्रोटीन
- (c) हाइड्रोजन; लिपिड
- (d) कार्बन; न्यूक्लिक एसिड, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन अपनी अद्वितीय बंधन क्षमता के कारण जीवन के लिए आवश्यक सभी जटिल कार्बनिक अणुओं (biomolecules) के निर्माण खंडों का निर्माण करता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन को “जीवन का आधार” कहा जाता है क्योंकि यह चार सहसंयोजक बंधन बना सकता है, जिससे लंबी, जटिल और विविध श्रृंखलाएं बनती हैं। ये कार्बन-आधारित अणु जीवन के लिए आवश्यक सभी प्रमुख बायोमॉलिक्यूल्स बनाते हैं: न्यूक्लिक एसिड (DNA, RNA), प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट (जैसे शर्करा, स्टार्च) और लिपिड (वसा)। अन्य तत्व जीवन के लिए आवश्यक हैं, लेकिन कार्बन वह केंद्रीय तत्व है जो इन जटिल अणुओं का आधार बनता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
पौधे प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करते हैं। इस प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड का क्या कार्य है?
- (a) यह प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है।
- (b) यह पानी को ऑक्सीजन में तोड़ता है।
- (c) यह शर्करा (glucose) बनाने के लिए आवश्यक कार्बन का स्रोत है।
- (d) यह प्रकाश संश्लेषण को रोकने वाले अवरोधक (inhibitor) के रूप में कार्य करता है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (एक शर्करा) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का सामान्य समीकरण है: 6CO2 + 6H2O + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 (ग्लूकोज) + 6O2। यहाँ, कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) से कार्बन परमाणुओं को पौधों द्वारा ग्लूकोज (C6H12O6) बनाने के लिए लिया जाता है, जो पौधे के लिए भोजन और ऊर्जा का स्रोत है। पानी (H2O) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने में मदद करता है और ऑक्सीजन (O2) के उत्पादन में भूमिका निभाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव रक्त में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए कौन सा प्रोटीन जिम्मेदार है?
- (a) कोलेजन (Collagen)
- (b) एल्बुमिन (Albumin)
- (c) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (d) इंसुलिन (Insulin)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) में पाया जाने वाला एक जटिल प्रोटीन है जिसमें आयरन (लोहे) का एक अणु होता है, जो ऑक्सीजन को बांधता है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन लेता है और इसे शरीर के विभिन्न ऊतकों तक पहुंचाता है। यह कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक वापस लाने में भी भूमिका निभाता है। कोलेजन संयोजी ऊतकों (connective tissues) का एक संरचनात्मक प्रोटीन है, एल्बुमिन रक्त में एक सामान्य प्रोटीन है जो द्रव संतुलन और परिवहन में मदद करता है, और इंसुलिन एक हार्मोन है जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
प्रकाश संश्लेषण के दौरान, जल (H2O) का क्या होता है?
- (a) यह ऑक्सीजन (O2) और प्रोटॉन (H+) में विभाजित हो जाता है।
- (b) यह कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) में परिवर्तित हो जाता है।
- (c) यह प्रकाश ऊर्जा को संग्रहित करता है।
- (d) यह सीधे ग्लूकोज (C6H12O6) में बदल जाता है।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की प्रकाश-निर्भर अभिक्रियाओं (light-dependent reactions) में, पानी का अणु प्रकाश ऊर्जा द्वारा विभाजित (photolysis) हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, जल के अणु प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके ऑक्सीजन गैस (O2), प्रोटॉन (H+) और इलेक्ट्रॉनों में टूट जाते हैं। मुक्त हुए इलेक्ट्रॉन प्रकाश-संश्लेषण की आगे की प्रक्रियाओं में ऊर्जा प्रदान करते हैं। ऑक्सीजन गैस वातावरण में छोड़ दी जाती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी (artery) कौन सी है?
- (a) फुफ्फुसीय धमनी (Pulmonary artery)
- (b) महाधमनी (Aorta)
- (c) कैरोटिड धमनी (Carotid artery)
- (d) वृक्क धमनी (Renal artery)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): महाधमनी शरीर की मुख्य और सबसे बड़ी धमनी है, जो बाएं वेंट्रिकल (left ventricle) से निकलती है और ऑक्सीजन युक्त रक्त को पूरे शरीर में पहुँचाती है।
व्याख्या (Explanation): महाधमनी हृदय के बाएं वेंट्रिकल से निकलती है और एक चाप (arch) बनाती है, जहाँ से यह विभिन्न शाखाओं में बंटकर शरीर के ऊपरी और निचले हिस्सों को रक्त की आपूर्ति करती है। फुफ्फुसीय धमनी हृदय से फेफड़ों तक अशुद्ध रक्त ले जाती है, कैरोटिड धमनियां मस्तिष्क को रक्त पहुंचाती हैं, और वृक्क धमनियां गुर्दे को रक्त पहुंचाती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
विटामिन D की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) स्कर्वी (Scurvy)
- (b) बेरीबेरी (Beriberi)
- (c) रिकेट्स (Rickets)
- (d) नाइट ब्लाइंडनेस (Night blindness)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन D कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण के लिए आवश्यक है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन D की कमी से बच्चों में रिकेट्स नामक रोग होता है, जिसमें हड्डियां नरम और कमजोर हो जाती हैं। वयस्कों में, विटामिन D की कमी से ऑस्टियोमलेशिया (osteomalacia) हो सकता है। स्कर्वी विटामिन C की कमी से, बेरीबेरी विटामिन B1 (थियामिन) की कमी से, और नाइट ब्लाइंडनेस विटामिन A की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव शरीर में सबसे लंबी हड्डी कौन सी है?
- (a) टिबिया (Tibia)
- (b) फीमर (Femur)
- (c) ह्यूमरस (Humerus)
- (d) रेडियस (Radius)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फीमर, जिसे जांघ की हड्डी भी कहा जाता है, मानव कंकाल की सबसे लंबी, सबसे भारी और सबसे मजबूत हड्डी है।
व्याख्या (Explanation): फीमर कूल्हे से घुटने तक फैली होती है और शरीर के वजन का समर्थन करने और चलने, दौड़ने और कूदने जैसी गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। टिबिया (shinbone) टांग की दूसरी सबसे लंबी हड्डी है, ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, और रेडियस कलाई की ओर वाली अग्रबाहु की हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
‘एंजाइम’ (Enzyme) क्या होते हैं?
- (a) प्रोटीन जो शरीर के चयापचय (metabolism) में रासायनिक अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित (catalyze) करते हैं।
- (b) हार्मोन जो संचार (communication) में मदद करते हैं।
- (c) विटामिन जो कोएंजाइम (coenzymes) के रूप में कार्य करते हैं।
- (d) कोशिका झिल्लियों के निर्माण खंड (building blocks)।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं, जो मुख्य रूप से प्रोटीन से बने होते हैं और जीवन की लगभग सभी रासायनिक अभिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं।
व्याख्या (Explanation): एंजाइम अपने विशिष्ट सब्सट्रेट (substrate) से जुड़ते हैं और उन्हें उत्पादों (products) में परिवर्तित करते हैं, जिससे अभिक्रिया बहुत तेज हो जाती है। उदाहरण के लिए, पाचन एंजाइम भोजन को छोटे अणुओं में तोड़ते हैं। हार्मोन रासायनिक संदेशवाहक होते हैं, विटामिन कोएंजाइम के रूप में कार्य कर सकते हैं, और कोशिका झिल्लियां लिपिड और प्रोटीन से बनी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग और सबसे बड़ी ग्रंथि है, जिसका वजन लगभग 1.5 किलोग्राम होता है।
व्याख्या (Explanation): यकृत कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे पित्त (bile) का उत्पादन (जो वसा के पाचन में मदद करता है), प्रोटीन का संश्लेषण, विषहरण (detoxification), और ग्लाइकोजन (glycogen) का भंडारण। अग्न्याशय पाचन एंजाइम और हार्मोन (जैसे इंसुलिन) का उत्पादन करता है, अधिवृक्क ग्रंथि हार्मोन (जैसे एड्रेनालिन) का उत्पादन करती है, और थायराइड ग्रंथि मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने वाले हार्मोन का उत्पादन करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
‘डीएनए’ (DNA) का पूर्ण रूप क्या है, और यह किस प्रकार का अणु है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड; एक प्रोटीन
- (b) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड; एक न्यूक्लिक एसिड
- (c) डाइनाइट्रोजन मोनोऑक्साइड; एक कार्बोहाइड्रेट
- (d) डाइऑक्सीकार्बन; एक लिपिड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (DNA) आनुवंशिक जानकारी का वाहक है और डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड नामक न्यूक्लिक एसिड का एक प्रकार है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए एक दोहरा हेलिक्स (double helix) संरचना वाला अणु है जिसमें आनुवंशिक कोड होता है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों और कई वायरस की जैविक विकास, कामकाज, वृद्धि और प्रजनन के लिए आवश्यक निर्देश प्रदान करता है। न्यूक्लिक एसिड पॉलिमर होते हैं जो न्यूक्लियोटाइड से बने होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव आँख में प्रकाश को नियंत्रित करने वाली संरचना कौन सी है, जो पुतली (pupil) के आकार को बदलती है?
- (a) रेटिना (Retina)
- (b) कॉर्निया (Cornea)
- (c) लेंस (Lens)
- (d) आइरिस (Iris)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आइरिस एक पेशी (muscular) संरचना है जो आंख के रंगीन हिस्से का निर्माण करती है और पुतली के व्यास को नियंत्रित करके आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करती है।
व्याख्या (Explanation): तेज प्रकाश में, आइरिस की मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे पुतली छोटी हो जाती है और कम प्रकाश आंख में प्रवेश करता है। कम रोशनी में, आइरिस शिथिल हो जाता है, जिससे पुतली बड़ी हो जाती है और अधिक प्रकाश आंख में प्रवेश करता है। रेटिना प्रकाश को महसूस करता है, कॉर्निया प्रकाश को अपवर्तित करता है, और लेंस प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
‘सेल’ (Cell) सिद्धांत के अनुसार, सभी जीवित जीव किससे बने होते हैं?
- (a) ऊतक (Tissues)
- (b) कोशिकाएँ (Cells)
- (c) अंग (Organs)
- (d) अणु (Molecules)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका सिद्धांत, जो जीव विज्ञान की एक मौलिक अवधारणा है, बताता है कि सभी जीवित जीव कोशिकाओं से बने होते हैं, कोशिकाएं जीवन की मूलभूत इकाई होती हैं, और सभी कोशिकाएं पूर्व-मौजूदा कोशिकाओं से उत्पन्न होती हैं।
व्याख्या (Explanation): कोशिकाएं जीवित चीजों की सबसे छोटी इकाई हैं जो जीवन की सभी विशेषताओं को प्रदर्शित कर सकती हैं। एककोशिकीय जीव (जैसे बैक्टीरिया) केवल एक कोशिका से बने होते हैं, जबकि बहुकोशिकीय जीव (जैसे मनुष्य) खरबों कोशिकाओं से बने होते हैं जो ऊतकों, अंगों और अंग प्रणालियों को बनाने के लिए व्यवस्थित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
निम्नलिखित में से कौन सा एक ‘धातु’ (metal) है?
- (a) सल्फर (Sulfur)
- (b) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (c) सोना (Gold)
- (d) ब्रोमीन (Bromine)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं में सामान्यतः उच्च विद्युत और ऊष्मा चालकता, लचीलापन (malleability), तन्यता (ductility) और धात्विक चमक (metallic luster) जैसे गुण होते हैं।
व्याख्या (Explanation): सोना (Au) एक उत्कृष्ट धातु है जो इन सभी गुणों को प्रदर्शित करती है। सल्फर और ऑक्सीजन अधातु (non-metals) हैं, और ब्रोमीन एक अधातु तत्व है जो कमरे के तापमान पर तरल अवस्था में पाया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
‘प्रकाश संश्लेषण’ (Photosynthesis) के लिए आवश्यक मुख्य घटक क्या हैं, जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड और पानी के अलावा शामिल हैं?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) सूर्य का प्रकाश (Sunlight)
- (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके कार्बनिक यौगिकों (जैसे शर्करा) को संश्लेषित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए सूर्य के प्रकाश (प्रकाश ऊर्जा), कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) की आवश्यकता होती है। क्लोरोफिल (Chlorophyll) नामक वर्णक (pigment) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है। इस ऊर्जा का उपयोग CO2 और H2O को शर्करा (जैसे ग्लूकोज) और ऑक्सीजन (O2) में बदलने के लिए किया जाता है। ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण का एक उप-उत्पाद है, न कि आवश्यक इनपुट।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
ध्वनि तरंगें (Sound waves) किस प्रकार की तरंगें हैं?
- (a) विद्युत चुम्बकीय तरंगें (Electromagnetic waves)
- (b) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse waves)
- (c) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal waves)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अनुदैर्ध्य तरंगों में, माध्यम के कण तरंग के प्रसार की दिशा के समानांतर दोलन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि हवा, पानी या ठोस जैसे माध्यम में दबाव में उतार-चढ़ाव के रूप में फैलती है। कण आगे-पीछे होते हैं, जिससे संपीड़न (compressions) और विरलन (rarefactions) बनते हैं, जो तरंग प्रसार की दिशा में होते हैं। विद्युत चुम्बकीय तरंगें (जैसे प्रकाश) अनुप्रस्थ होती हैं और उन्हें फैलने के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
‘न्यूरॉन’ (Neuron) मानव शरीर के किस तंत्र का मूल कार्यशील घटक है?
- (a) पाचन तंत्र (Digestive system)
- (b) श्वसन तंत्र (Respiratory system)
- (c) तंत्रिका तंत्र (Nervous system)
- (d) परिसंचरण तंत्र (Circulatory system)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूरॉन, या तंत्रिका कोशिका, तंत्रिका तंत्र की मूल इकाई है जो विद्युत और रासायनिक संकेतों के माध्यम से सूचनाओं को प्रसारित करती है।
व्याख्या (Explanation): न्यूरॉन्स मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और शरीर की बाकी नसों का निर्माण करते हैं। वे संवेदी जानकारी को प्राप्त करने, संसाधित करने और प्रसारित करने के लिए जिम्मेदार हैं, जिससे हमें सोचने, महसूस करने और कार्य करने में मदद मिलती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पदार्थ की चौथी अवस्था (fourth state of matter) कौन सी है, जो अत्यधिक आयनित गैस (highly ionized gas) होती है?
- (a) ठोस (Solid)
- (b) द्रव (Liquid)
- (c) गैस (Gas)
- (d) प्लाज्मा (Plasma)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की सामान्य तीन अवस्थाएं ठोस, द्रव और गैस हैं। चौथी अवस्था प्लाज्मा है, जो बहुत उच्च तापमान पर बनती है।
व्याख्या (Explanation): प्लाज्मा एक ऐसी अवस्था है जिसमें पदार्थ को इतना गर्म किया जाता है कि उसके परमाणु अपने इलेक्ट्रॉनों को खो देते हैं, जिससे आयनों और मुक्त इलेक्ट्रॉनों का मिश्रण बनता है। यह अवस्था तारों (जैसे सूर्य) में पाई जाती है और इसका उपयोग विभिन्न औद्योगिक और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों में भी किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
‘प्रकाश का वर्ण विक्षेपण’ (Dispersion of light) क्या है?
- (a) जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस लौटता है।
- (b) जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करते समय मुड़ता है।
- (c) जब सफेद प्रकाश अपने घटक रंगों में विभाजित हो जाता है।
- (d) जब प्रकाश तरंगें एक-दूसरे से मिलती हैं और एक-दूसरे को बढ़ाती या रद्द करती हैं।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वर्ण विक्षेपण वह घटना है जब सफेद प्रकाश, जिसमें विभिन्न तरंग दैर्ध्य (wavelengths) के रंग शामिल होते हैं, एक प्रिज्म जैसे माध्यम से गुजरता है और विभिन्न रंगों में विभाजित हो जाता है क्योंकि प्रत्येक रंग का अपवर्तन (refraction) थोड़ा भिन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): इंद्रधनुष (rainbow) वर्ण विक्षेपण का एक प्राकृतिक उदाहरण है, जहां पानी की बूंदें प्रिज्म के रूप में कार्य करती हैं। अपवर्तन, परावर्तन, और व्यतिकरण प्रकाश के अन्य गुण हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।