हीरों का दोहराव: आपकी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: नमस्कार, भावी सरकारी अधिकारियों! प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की दुनिया में, सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है जो आपकी सफलता की नींव को मजबूत करता है। चाहे वह भौतिकी के सिद्धांत हों, रसायन विज्ञान के रहस्य हों, या जीव विज्ञान की जटिलताएं हों, हर विषय में महारत हासिल करना आवश्यक है। यहाँ, हम “Doubling Down on Diamond” के विषय से प्रेरित होकर, आपके ज्ञान को परखने और आपकी तैयारी को नई धार देने के लिए विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं। तो, अपनी विश्लेषणात्मक टोपी पहन लें और इस ज्ञानवर्धक यात्रा पर चल पड़ें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रश्न 1: हीरे का चमकना किस प्रकाशीय घटना के कारण होता है?
- (a) विवर्तन (Diffraction)
- (b) व्यतिकरण (Interference)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- (d) प्रकीर्णन (Scattering)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन एक प्रकाशीय घटना है जहाँ प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाते समय क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक कोण पर आपतित होता है, तो वह वापस सघन माध्यम में परावर्तित हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) बहुत अधिक होता है, जिससे इसका क्रांतिक कोण बहुत कम (लगभग 24.4 डिग्री) होता है। जब प्रकाश हीरे के अंदर प्रवेश करता है, तो यह कई बार आंतरिक रूप से परावर्तित होता है, और जब यह अंततः बाहर निकलता है, तो हम इसे अत्यधिक चमकीला और जगमगाता हुआ देखते हैं। विवर्तन, व्यतिकरण और प्रकीर्णन अन्य प्रकाशीय घटनाएँ हैं, लेकिन हीरे की चमक का मुख्य कारण पूर्ण आंतरिक परावर्तन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 2: हीरे की कठोरता का मुख्य कारण क्या है?
- (a) आयनिक बंध (Ionic bonds)
- (b) सहसंयोजक बंध (Covalent bonds)
- (c) धात्विक बंध (Metallic bonds)
- (d) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen bonds)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंध परमाणुओं को एक साथ बांधते हैं। सहसंयोजक बंध में, परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करते हैं, जिससे एक बहुत मजबूत और स्थिर संरचना बनती है।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन परमाणुओं का एक क्रिस्टलीय रूप है जहाँ प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है। यह त्रिविमीय (3D) जाली संरचना अत्यंत मजबूत होती है, जिसके कारण हीरा अत्यंत कठोर होता है। आयनिक, धात्विक और हाइड्रोजन बंध अन्य प्रकार के बंध हैं जिनकी प्रकृति और शक्ति भिन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 3: कार्बन का कौन सा अपररूप (allotrope) हीरे से अधिक कठोर होता है?
- (a) ग्रेफाइट (Graphite)
- (b) फुलरीन (Fullerenes)
- (c) हीरा (Diamond)
- (d) कार्बन नैनोट्यूब (Carbon Nanotubes)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपररूपता (allotropy) किसी तत्व के विभिन्न रूपों को संदर्भित करती है जो भौतिक गुणों में भिन्न होते हैं लेकिन रासायनिक रूप से समान होते हैं।
व्याख्या (Explanation): कार्बन के कई अपररूप होते हैं, जिनमें हीरा, ग्रेफाइट, फुलरीन और कार्बन नैनोट्यूब शामिल हैं। जबकि हीरा बहुत कठोर है, विशिष्ट रूप से निर्मित कार्बन नैनोट्यूब, अपनी अद्वितीय आणविक संरचना के कारण, हीरे से भी अधिक मजबूत और कठोर माने जाते हैं। ग्रेफाइट नरम होता है और फुलरीन की कठोरता भिन्न-भिन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 4: हीरे की संरचना में कार्बन परमाणुओं के बीच संकरण (hybridization) क्या होता है?
- (a) sp
- (b) sp²
- (c) sp³
- (d) d²sp³
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा परमाणु कक्षक (atomic orbitals) मिश्रित होकर नए संकर कक्षक (hybrid orbitals) बनाते हैं, जो रासायनिक बंधों के निर्माण में भाग लेते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से चतुष्फलकीय (tetrahedral) ज्यामिति में जुड़ा होता है। इस चतुष्फलकीय व्यवस्था के लिए sp³ संकरण आवश्यक है, जहाँ कार्बन का एक 2s कक्षक और तीन 2p कक्षक मिलकर चार समतुल्य sp³ संकर कक्षक बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 5: निम्नलिखित में से कौन सा प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले कठोरतम पदार्थ का वर्णन करता है?
- (a) क्वार्ट्ज़ (Quartz)
- (b) एमरी (Emery)
- (c) कोरन्डम (Corundum)
- (d) हीरा (Diamond)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोह्स कठोरता पैमाना (Mohs Hardness Scale) खनिजों की सापेक्षिक कठोरता को मापता है, जहाँ 10 सबसे कठोर होता है।
व्याख्या (Explanation): मोह्स पैमाने पर, हीरे को 10 का मान दिया गया है, जो इसे प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले सभी पदार्थों में सबसे कठोर बनाता है। क्वार्ट्ज़ का मान 7, एमरी (एल्यूमीनियम ऑक्साइड का एक रूप) का मान 8-9, और कोरन्डम (जैसे नीलम और रूबी) का मान 9 होता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 6: हीरे को ग्रेफाइट में बदलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (b) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
- (c) तापन (Heating)
- (d) उपचयन (Oxidation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उच्च तापमान पर, कार्बन के अपररूप एक-दूसरे में परिवर्तित हो सकते हैं, हालाँकि यह प्रक्रिया आमतौर पर धीमी होती है।
व्याख्या (Explanation): जब हीरे को उच्च तापमान (लगभग 1500°C से ऊपर) पर और ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है, तो यह धीरे-धीरे अधिक स्थिर अपररूप, ग्रेफाइट में परिवर्तित हो सकता है। यह एक ऊष्माशोषी (endothermic) प्रक्रिया है। ऊर्ध्वपातन ठोस से सीधे गैस में परिवर्तन है। क्रिस्टलीकरण घोल से ठोस बनना है। उपचयन ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 7: हीरे की विद्युत चालकता (electrical conductivity) कैसी होती है?
- (a) उत्कृष्ट चालक (Excellent conductor)
- (b) अर्धचालक (Semiconductor)
- (c) कुचालक (Insulator)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता पदार्थ में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपलब्धता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु sp³ संकरण द्वारा पूरी तरह से संतृप्त (saturated) होते हैं, और सभी valence इलेक्ट्रॉन सहसंयोजक बंधों में बंधे होते हैं। मुक्त या गतिशील इलेक्ट्रॉनों की अनुपस्थिति के कारण, हीरा विद्युत का एक बहुत अच्छा कुचालक (insulator) है। इसके विपरीत, ग्रेफाइट में sp² संकरण होता है जिसमें पाई (π) इलेक्ट्रॉन delocalized होते हैं, जो इसे विद्युत का सुचालक बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 8: हीरे का उपयोग किन उद्योगों में अपघर्षक (abrasive) के रूप में किया जाता है?
- (a) केवल काटने (Cutting)
- (b) केवल पॉलिशिंग (Polishing)
- (c) काटने, पीसने और पॉलिशिंग
- (d) केवल ड्रिलिंग (Drilling)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे की अत्यधिक कठोरता इसे विभिन्न औद्योगिक प्रक्रियाओं में एक उत्कृष्ट अपघर्षक बनाती है।
व्याख्या (Explanation): अपनी असाधारण कठोरता के कारण, हीरे का व्यापक रूप से काटने वाले औजारों (जैसे ग्लास कटर, डायमंड सॉ ब्लेड), पीसने वाले पहियों (grinding wheels), और पॉलिशिंग यौगिकों (polishing compounds) में उपयोग किया जाता है। ये अनुप्रयोग विभिन्न सामग्रियों जैसे धातु, पत्थर, कंक्रीट और अन्य कठोर पदार्थों पर काम करने के लिए आवश्यक हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 9: निम्नलिखित में से कौन सा रासायनिक तत्व हीरे का मूल घटक है?
- (a) सिलिकॉन (Silicon)
- (b) कार्बन (Carbon)
- (c) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (d) बोरॉन (Boron)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे कार्बन का एक शुद्ध क्रिस्टलीय रूप है।
व्याख्या (Explanation): हीरा, रासायनिक रूप से, शुद्ध कार्बन का एक रूप है। इसके क्रिस्टल संरचना में केवल कार्बन परमाणु ही व्यवस्थित होते हैं, जो सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़े होते हैं। अन्य तत्व (जैसे नाइट्रोजन या बोरॉन) कभी-कभी हीरे की संरचना में अशुद्धियों के रूप में पाए जा सकते हैं, जिससे इसके रंग और गुणों में परिवर्तन होता है, लेकिन मूल घटक हमेशा कार्बन ही होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 10: कौन सी गैस हीरे को उच्च तापमान पर गर्म करने पर ऑक्सीकृत (oxidize) करती है?
- (a) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (b) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (c) आर्गन (Argon)
- (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दहन (combustion) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करके ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करता है।
व्याख्या (Explanation): जब हीरे को उच्च तापमान पर ऑक्सीजन की उपस्थिति में गर्म किया जाता है, तो यह जलता है और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) बनाता है। यह एक ऑक्सीकरण अभिक्रिया है। उदाहरण के लिए, C (हीरा) + O₂ (गैस) → CO₂ (गैस)। अन्य गैसें जैसे नाइट्रोजन, आर्गन और हाइड्रोजन हीरे के साथ उच्च तापमान पर इतनी आसानी से अभिक्रिया नहीं करतीं या अभिक्रिया की दर बहुत कम होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 11: मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?
- (a) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ विभिन्न कार्य करती हैं। कुछ बाह्यस्रावी (exocrine) होती हैं और कुछ अंतःस्रावी (endocrine) होती हैं। यकृत एक बहिस्रावी ग्रंथि है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर में सबसे बड़ा आंतरिक अंग और सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह लगभग 1.5 किलोग्राम वजन का होता है। यह चयापचय, पित्त उत्पादन, विषहरण (detoxification) और प्रोटीन संश्लेषण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। पीयूष ग्रंथि सबसे छोटी अंतःस्रावी ग्रंथियों में से एक है, थायराइड ग्रंथि गर्दन में होती है, और अधिवृक्क ग्रंथियाँ किडनी के ऊपर स्थित होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 12: प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया में कौन सा वर्णक (pigment) मुख्य भूमिका निभाता है?
- (a) कैरोटीनॉयड (Carotenoid)
- (b) एंथोसायनिन (Anthocyanin)
- (c) क्लोरोफिल (Chlorophyll)
- (d) ज़ैंथोफिल (Xanthophyll)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, आमतौर पर शर्करा (sugar) के रूप में।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल हरे रंग का वर्णक है जो पौधों की पत्तियों और अन्य भागों में पाया जाता है। यह सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करने का मुख्य कार्य करता है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है। क्लोरोफिल द्वारा अवशोषित प्रकाश ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (शर्करा) और ऑक्सीजन में बदलने के लिए किया जाता है। कैरोटीनॉयड, एंथोसायनिन और ज़ैंथोफिल भी पौधों में पाए जाने वाले वर्णक हैं, लेकिन वे प्रकाश संश्लेषण में क्लोरोफिल जितनी महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 13: मानव रक्त का pH मान लगभग कितना होता है?
- (a) 6.4 – 6.8
- (b) 7.35 – 7.45
- (c) 8.0 – 8.5
- (d) 5.0 – 5.5
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH मान किसी घोल की अम्लता या क्षारकता को मापता है। 7 से कम pH अम्लीय, 7 उदासीन और 7 से अधिक pH क्षारीय होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त का pH मान थोड़ा क्षारीय होता है, जो सामान्यतः 7.35 से 7.45 की सीमा में होता है। रक्त का pH शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसका एक संकीर्ण सीमा के भीतर बनाए रखना महत्वपूर्ण है ताकि शरीर के एंजाइम और अन्य जैविक प्रक्रियाएं ठीक से काम कर सकें।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 14: मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी (smallest bone) कौन सी है?
- (a) ह्यूमरस (Humerus)
- (b) स्टेप्स (Stapes)
- (c) फीमर (Femur)
- (d) टिबिया (Tibia)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली में विभिन्न आकार और कार्य की हड्डियाँ होती हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी मध्य कान में पाई जाने वाली ‘स्टेप्स’ (Stapes) है। यह श्रवण प्रक्रिया में ध्वनि तरंगों को आंतरिक कान तक पहुंचाती है। ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, फीमर जांघ की हड्डी है (मानव शरीर की सबसे लंबी हड्डी), और टिबिया पिंडली की हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 15: किस वैज्ञानिक ने कोशिका (cell) की खोज की थी?
- (a) रॉबर्ट हुक (Robert Hooke)
- (b) एंटोनी वैन लीउवेनहुक (Antonie van Leeuwenhoek)
- (c) चार्ल्स डार्विन (Charles Darwin)
- (d) ग्रेगर मेंडल (Gregor Mendel)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका जीव विज्ञान की मूलभूत इकाई है।
व्याख्या (Explanation): रॉबर्ट हुक ने 1665 में एक माइक्रोस्कोप के नीचे कॉर्क की पतली परत का अवलोकन करते समय ‘कोशिका’ (cell) शब्द का प्रयोग किया था। उन्होंने मधुमक्खी के छत्ते जैसी संरचनाएं देखीं और उन्हें कोशिका नाम दिया। एंटोनी वैन लीउवेनहुक ने पहली बार जीवित कोशिकाओं (जैसे बैक्टीरिया) का अवलोकन किया। चार्ल्स डार्विन ने विकासवाद का सिद्धांत दिया, और ग्रेगर मेंडल को आनुवंशिकी का जनक कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 16: आवर्त सारणी (Periodic Table) में, किस समूह (group) में क्षार धातुएँ (alkali metals) स्थित होती हैं?
- (a) समूह 1 (Group 1)
- (b) समूह 2 (Group 2)
- (c) समूह 17 (Group 17)
- (d) समूह 18 (Group 18)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी तत्वों को उनके परमाणु संख्या और रासायनिक गुणों के आधार पर व्यवस्थित करती है।
व्याख्या (Explanation): आवर्त सारणी का समूह 1, जिसमें लिथियम (Li), सोडियम (Na), पोटेशियम (K) आदि शामिल हैं, क्षार धातुएँ कहलाती हैं। ये धातुएँ अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होती हैं और इनमें बाहरी कक्षा में केवल एक valence इलेक्ट्रॉन होता है। समूह 2 में क्षारीय मृदा धातुएँ (alkaline earth metals) होती हैं। समूह 17 में हैलोजन (halogens) होते हैं, और समूह 18 में उत्कृष्ट गैसें (noble gases) होती हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 17: निम्नलिखित में से कौन सा एक ऊष्माक्षेपी (exothermic) अभिक्रिया का उदाहरण है?
- (a) जल का वाष्पीकरण (Evaporation of water)
- (b) अमोनियम क्लोराइड का घुलना (Dissolving ammonium chloride)
- (c) प्राकृतिक गैस का जलना (Burning of natural gas)
- (d) बर्फ का पिघलना (Melting of ice)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया वह होती है जो अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा छोड़ती है, जिससे आसपास का तापमान बढ़ जाता है। ऊष्माशोषी अभिक्रिया वह होती है जो ऊष्मा अवशोषित करती है।
व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक गैस (मुख्य रूप से मीथेन) का जलना एक दहन अभिक्रिया है जो बहुत अधिक ऊष्मा उत्पन्न करती है। इसलिए, यह एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है। जल का वाष्पीकरण, अमोनियम क्लोराइड का घुलना, और बर्फ का पिघलना ये सभी ऊष्माशोषी प्रक्रियाएं हैं क्योंकि इन्हें होने के लिए ऊष्मा की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 18: ओजोन परत (ozone layer) पृथ्वी के वायुमंडल के किस मंडल (layer) में पाई जाती है?
- (a) क्षोभमंडल (Troposphere)
- (b) समताप मंडल (Stratosphere)
- (c) मध्यमंडल (Mesosphere)
- (d) आयनमंडल (Ionosphere)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी के वायुमंडल को विभिन्न परतों में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषताएं हैं।
व्याख्या (Explanation): ओजोन परत, जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करती है, पृथ्वी के वायुमंडल की समताप मंडल (Stratosphere) परत में स्थित है। यह परत पृथ्वी की सतह से लगभग 10 से 50 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है। क्षोभमंडल सबसे निचली परत है, मध्यमंडल उसके ऊपर है, और आयनमंडल उससे भी ऊपर है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 19: मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी (artery) कौन सी है?
- (a) फुफ्फुसीय धमनी (Pulmonary artery)
- (b) कैरोटिड धमनी (Carotid artery)
- (c) महाधमनी (Aorta)
- (d) कोरोनरी धमनी (Coronary artery)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धमनियाँ वे रक्त वाहिकाएँ होती हैं जो ऑक्सीजन युक्त रक्त को हृदय से शरीर के अन्य भागों तक ले जाती हैं (फुफ्फुसीय धमनी को छोड़कर)।
व्याख्या (Explanation): महाधमनी (Aorta) मानव शरीर की सबसे बड़ी और मुख्य धमनी है। यह हृदय के बाएं वेंट्रिकल से निकलती है और पूरे शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त वितरित करती है। फुफ्फुसीय धमनी हृदय से फेफड़ों तक डीऑक्सीजनेटेड रक्त ले जाती है। कैरोटिड धमनियाँ गर्दन में मस्तिष्क तक रक्त ले जाती हैं, और कोरोनरी धमनियाँ हृदय की मांसपेशियों को रक्त आपूर्ति करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 20: निम्नलिखित में से किस यौगिक (compound) का उपयोग बेकिंग सोडा (baking soda) के रूप में किया जाता है?
- (a) सोडियम क्लोराइड (Sodium chloride)
- (b) सोडियम कार्बोनेट (Sodium carbonate)
- (c) सोडियम बाइकार्बोनेट (Sodium bicarbonate)
- (d) सोडियम सल्फेट (Sodium sulfate)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बेकिंग सोडा एक सामान्य घरेलू रसायन है जिसका उपयोग बेकिंग और अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO₃) है। यह एक हल्के क्षार के रूप में कार्य करता है और जब इसे अम्लीय सामग्री के साथ मिलाया जाता है, तो यह कार्बन डाइऑक्साइड गैस उत्पन्न करता है, जिससे बेकिंग की हुई वस्तुएँ फूल जाती हैं। सोडियम क्लोराइड साधारण नमक है, सोडियम कार्बोनेट वाशिंग सोडा है, और सोडियम सल्फेट का उपयोग विभिन्न औद्योगिक प्रक्रियाओं में होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 21: मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर के संतुलन और मुद्रा (posture) को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मेडुला ऑब्लोंगेटा (Medulla oblongata)
- (d) थैलेमस (Thalamus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव मस्तिष्क के विभिन्न भाग विशिष्ट कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क (Cerebellum), जिसे छोटा मस्तिष्क भी कहा जाता है, मस्तिष्क के पिछले और निचले हिस्से में स्थित होता है। यह मुख्य रूप से स्वैच्छिक गतियों (voluntary movements) के समन्वय, संतुलन और शरीर की मुद्रा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रमस्तिष्क बुद्धि, स्मृति और चेतना जैसे उच्च-स्तरीय कार्यों के लिए जिम्मेदार है। मेडुला ऑब्लोंगेटा श्वसन, हृदय गति और रक्तचाप जैसी अनैच्छिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है। थैलेमस संवेदी जानकारी को प्रसंस्कृत (process) करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 22: दूध को दही में बदलने वाली जीवाणु (bacteria) प्रक्रिया क्या कहलाती है?
- (a) किण्वन (Fermentation)
- (b) श्वसन (Respiration)
- (c) उपापचय (Metabolism)
- (d) पाचन (Digestion)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किण्वन एक चयापचय प्रक्रिया है जिसमें सूक्ष्मजीव (जैसे बैक्टीरिया) सरल शर्करा को लैक्टिक एसिड या अल्कोहल में बदलते हैं, अक्सर ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में।
व्याख्या (Explanation): दूध में लैक्टोज (शर्करा) को लैक्टिक एसिड में बदलने के लिए लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया (जैसे Lactobacillus) का उपयोग किया जाता है। यह लैक्टिक एसिड दूध के प्रोटीन (कैसिइन) को जमा देता है, जिससे दही बनता है। यह प्रक्रिया किण्वन का एक उदाहरण है। श्वसन, उपापचय और पाचन अन्य जैविक प्रक्रियाएं हैं जिनके उद्देश्य और तरीके भिन्न होते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 23: किस प्रकार के लेंस का उपयोग निकट दृष्टि दोष (myopia) को ठीक करने के लिए किया जाता है?
- (a) उत्तल लेंस (Convex lens)
- (b) अवतल लेंस (Concave lens)
- (c) बेलनाकार लेंस (Cylindrical lens)
- (d) समतल-उत्तल लेंस (Plano-convex lens)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नेत्र दोषों को दृष्टि सुधारक लेंसों का उपयोग करके ठीक किया जा सकता है जो प्रकाश किरणों को रेटिना पर ठीक से केंद्रित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): निकट दृष्टि दोष (myopia) में, आँख दूर की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से नहीं देख पाती है क्योंकि प्रकाश रेटिना से पहले ही केंद्रित हो जाता है। अवतल लेंस (Concave lens) प्रकाश किरणों को फैलाता है, जिससे वे रेटिना पर सही ढंग से केंद्रित हो सकें। उत्तल लेंस का उपयोग दूर दृष्टि दोष (hyperopia) को ठीक करने के लिए किया जाता है। बेलनाकार लेंस दृष्टिवैषम्य (astigmatism) के लिए प्रयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 24: प्रकाश की गति (speed of light) निर्वात (vacuum) में कितनी होती है?
- (a) 3 x 10⁸ मीटर प्रति सेकंड
- (b) 3 x 10⁸ किलोमीटर प्रति सेकंड
- (c) 3 x 10⁵ मीटर प्रति सेकंड
- (d) 3 x 10⁵ किलोमीटर प्रति सेकंड
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति ब्रह्मांड में सबसे अधिक गति है जो द्रव्यमान रहित कणों या ऊर्जा द्वारा प्राप्त की जा सकती है।
व्याख्या (Explanation): निर्वात में प्रकाश की गति लगभग 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड होती है, जिसे आमतौर पर 3 x 10⁸ मीटर प्रति सेकंड के रूप में पूर्णांकित किया जाता है। यह गति सभी विद्युत चुम्बकीय विकिरण (electromagnetic radiation) के लिए समान होती है। किलोमीटर प्रति सेकंड में यह लगभग 3 x 10⁵ किमी/सेकंड होती है, लेकिन प्रश्न में “मीटर प्रति सेकंड” इकाई का प्रयोग किया गया है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 25: पौधों में गैसों का आदान-प्रदान (exchange of gases) मुख्य रूप से किसके माध्यम से होता है?
- (a) जड़ें (Roots)
- (b) रंध्र (Stomata)
- (c) तना (Stem)
- (d) फल (Fruits)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों को प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) और श्वसन के लिए ऑक्सीजन (O₂) की आवश्यकता होती है, और वे इन गैसों का आदान-प्रदान अपने विशिष्ट संरचनाओं के माध्यम से करते हैं।
व्याख्या (Explanation): पौधों की पत्तियों की सतह पर छोटे छिद्र होते हैं जिन्हें रंध्र (Stomata) कहा जाता है। इन छिद्रों के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड पौधे के अंदर प्रवेश करती है और ऑक्सीजन बाहर निकलती है। वाष्पोत्सर्जन (transpiration) भी मुख्य रूप से रंध्रों के माध्यम से होता है। जड़ों और तनों में भी गैस विनिमय के लिए अन्य तंत्र हो सकते हैं, लेकिन पत्तियों में रंध्र सबसे महत्वपूर्ण स्थल हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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