हीरे की चमक: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के प्रश्न
परिचय: नमस्कार, भावी सरकारी अधिकारी! प्रतियोगी परीक्षाओं में विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। अपनी तैयारी को और मजबूत करने और अपनी ज्ञान की गहराई को परखने के लिए, हम आपके लिए लाए हैं सामान्य विज्ञान के 25 बहुविकल्पीय प्रश्न। ये प्रश्न भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं, जो आपको परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद करेंगे। आइए, हीरे की तरह चमकने के लिए अपने ज्ञान को तराशें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरे को उसके असाधारण चमक के लिए जाना जाता है। यह चमक मुख्य रूप से किस घटना के कारण होती है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- (d) विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection – TIR) एक ऑप्टिकल घटना है जो तब होती है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से एक कम सघन माध्यम में एक विशिष्ट क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक कोण पर यात्रा करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा अपने उच्च अपवर्तनांक (refractive index) के कारण प्रसिद्ध है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह बार-बार आंतरिक परावर्तन से गुजरता है क्योंकि आपतन कोण (angle of incidence) क्रांतिक कोण से अधिक होता है। इस बार-बार होने वाले पूर्ण आंतरिक परावर्तन और फिर हीरे से बाहर निकलते समय प्रकाश के टूटने (refraction) से हीरे में “आग” या चमक दिखाई देती है। परावर्तन, अपवर्तन और विवर्तन हीरे की चमक में योगदान करते हैं, लेकिन पूर्ण आंतरिक परावर्तन प्राथमिक कारण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन का एक अपरूप (allotrope) होने के नाते, हीरे की क्रिस्टल संरचना में प्रत्येक कार्बन परमाणु कितने अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध (covalently bonded) द्वारा जुड़ा होता है?
- (a) 2
- (b) 3
- (c) 4
- (d) 6
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन की संयोजकता (valency) 4 होती है। हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु sp3 संकरण (hybridization) द्वारा चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ एक चतुष्फलकीय (tetrahedral) व्यवस्था में सहसंयोजक बंध बनाता है।
व्याख्या (Explanation): यह मजबूत त्रि-आयामी सहसंयोजक नेटवर्क हीरे को उसकी असाधारण कठोरता और उच्च गलनांक प्रदान करता है। यह 4-गुना बंधन संरचना ही हीरे की क्रिस्टल जाली (crystal lattice) का आधार है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे की कठोरता किस प्रकार मापी जाती है?
- (a) मोह स्केल (Mohs Scale)
- (b) रॉकवेल स्केल (Rockwell Scale)
- (c) ब्रिनेल स्केल (Brinell Scale)
- (d) विकर्स स्केल (Vickers Scale)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोह स्केल खनिजों की सापेक्ष कठोरता को मापने की एक पैमाना है, जिसे फ्रेडरिक मोह्स ने विकसित किया था। यह इस सिद्धांत पर आधारित है कि एक कठोर पदार्थ नरम पदार्थ को खरोंच सकता है।
व्याख्या (Explanation): मोह स्केल पर 10 खनिज होते हैं, जहां टेल्क (talc) 1 पर सबसे नरम और हीरा 10 पर सबसे कठोर होता है। हीरा सभी ज्ञात प्राकृतिक पदार्थों में सबसे कठोर है, और यही कारण है कि इसका उपयोग अन्य कठोर सामग्रियों को काटने और चमकाने के लिए किया जाता है। रॉकवेल, ब्रिनेल और विकर्स स्केल का उपयोग आमतौर पर धातुओं और अन्य सामग्रियों की कठोरता को मापने के लिए किया जाता है, लेकिन मोह स्केल विशेष रूप से खनिजों के लिए उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जब हीरे पर पराबैंगनी (UV) प्रकाश डाला जाता है, तो यह अक्सर किस रंग की रोशनी उत्सर्जित करता है?
- (a) लाल
- (b) पीला
- (c) नीला
- (d) हरा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यह घटना प्रतिदीप्ति (fluorescence) या स्फुरदीप्ति (phosphorescence) के कारण होती है, जहाँ एक पदार्थ प्रकाश को अवशोषित करता है और फिर इसे लंबी तरंग दैर्ध्य (longer wavelength) पर उत्सर्जित करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में मौजूद नाइट्रोजन या अन्य अशुद्धियाँ (impurities) यूवी प्रकाश को अवशोषित कर सकती हैं और फिर इसे दृश्यमान प्रकाश के रूप में उत्सर्जित कर सकती हैं। कई हीरे, विशेष रूप से जिनमें नाइट्रोजन की मात्रा अधिक होती है, यूवी प्रकाश के तहत एक नीली या कभी-कभी पीली चमक प्रदर्शित करते हैं। यह गुण अक्सर हीरे की पहचान और ग्रेडिंग में उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का गलनांक (Melting point) कितना होता है, यदि हम सामान्य वायुमंडलीय दबाव की बात करें?
- (a) लगभग 1500°C
- (b) लगभग 2000°C
- (c) लगभग 3550°C
- (d) हीरा बिना गले सीधे ग्रेफाइट में बदल जाता है।
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उच्च तापमान और दबाव में, कार्बन के विभिन्न अपरूप एक दूसरे में परिवर्तित हो सकते हैं। गलनांक की परिभाषा आमतौर पर एक स्थिर दबाव पर ठोस से तरल अवस्था में परिवर्तन को संदर्भित करती है।
व्याख्या (Explanation): सामान्य वायुमंडलीय दबाव पर, हीरा एक निश्चित गलनांक पर पिघलने के बजाय, लगभग 1500°C (2732°F) से ऊपर गर्म करने पर सीधे ग्रेफाइट (graphite) में बदल जाता है। हीरे को पिघलाने के लिए अत्यधिक उच्च दबाव की आवश्यकता होती है। इस प्रकार, तकनीकी रूप से, वायुमंडलीय दबाव पर इसका कोई वास्तविक गलनांक नहीं होता है क्योंकि यह अपघटित (decompose) हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे के निर्माण की प्रक्रिया के लिए मुख्य रूप से किस तत्व की आवश्यकता होती है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) कार्बन
- (c) नाइट्रोजन
- (d) सिलिकॉन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरा कार्बन का एक क्रिस्टलीय अपरूप है। इसका मतलब है कि हीरे के प्रत्येक परमाणु का मूल तत्व कार्बन है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के भीतर अत्यधिक उच्च दबाव और तापमान पर, शुद्ध कार्बन परमाणुओं को एक विशिष्ट क्रिस्टल संरचना में व्यवस्थित किया जाता है, जिससे हीरा बनता है। अन्य तत्व, जैसे नाइट्रोजन, हीरे में अशुद्धियों के रूप में मौजूद हो सकते हैं और उसके रंग और गुणों को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन हीरा मूल रूप से कार्बन से बना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे को काटने और चमकाने के लिए किस चीज का उपयोग किया जाता है?
- (a) अन्य हीरे
- (b) कार्बाइड
- (c) एल्यूमीनियम ऑक्साइड
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): “हीरा हीरे को काटता है” एक सामान्य कहावत है जो हीरे की असाधारण कठोरता को दर्शाती है।
व्याख्या (Explanation): अपनी अत्यंत उच्च कठोरता के कारण, केवल हीरा ही दूसरे हीरे को कुशलतापूर्वक काट और चमका सकता है। कटे हुए हीरे को पॉलिश करने के लिए हीरे के पाउडर या हीरे से युक्त पेस्ट का उपयोग किया जाता है। अन्य सामग्री, जैसे कार्बाइड या एल्यूमीनियम ऑक्साइड, हीरे की तुलना में नरम होती हैं और हीरे पर महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं डाल सकतीं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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शरीर में सबसे बड़ी कोशिका कौन सी है?
- (a) तंत्रिका कोशिका (Neuron)
- (b) अंडाणु (Ovum)
- (c) शुक्राणु (Sperm)
- (d) यकृत कोशिका (Hepatocyte)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न कोशिकाएं विभिन्न कार्य करती हैं और उनका आकार भी भिन्न होता है। कोशिका का आकार उसके कार्य और मात्रा के आधार पर विकसित होता है।
व्याख्या (Explanation): अंडाणु (Ovum) या डिंब मानव शरीर की सबसे बड़ी कोशिका है। यह एक एकल कोशिका होती है जिसमें महिला का आनुवंशिक पदार्थ होता है और यह निषेचन (fertilization) के लिए तैयार होती है। एक स्वस्थ महिला का अंडाणु लगभग 0.1 मिलीमीटर व्यास का होता है। तंत्रिका कोशिकाएं लंबी हो सकती हैं, लेकिन उनका आयतन (volume) आमतौर पर अंडाणु से कम होता है। शुक्राणु बहुत छोटी कोशिकाएं होती हैं। यकृत कोशिकाएं मध्यम आकार की होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के दौरान, पौधे सूर्य के प्रकाश को किस रूप में ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं?
- (a) ऊष्मा ऊर्जा
- (b) रासायनिक ऊर्जा
- (c) यांत्रिक ऊर्जा
- (d) विद्युत ऊर्जा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से कार्बोहाइड्रेट (जैसे ग्लूकोज) बनाते हैं, और ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद के रूप में मुक्त होती है।
व्याख्या (Explanation): सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को क्लोरोफिल (chlorophyll) नामक वर्णक द्वारा अवशोषित किया जाता है और फिर इस ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज जैसे कार्बनिक यौगिकों में बदलने के लिए किया जाता है। इस प्रकार, प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा के रूप में संग्रहीत किया जाता है, जो अंततः पौधे के विकास और अन्य जैविक प्रक्रियाओं के लिए उपयोग की जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त का pH मान लगभग कितना होता है?
- (a) 3.5 – 4.5
- (b) 6.5 – 7.0
- (c) 7.35 – 7.45
- (d) 8.0 – 8.5
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाने पर, 7 को उदासीन (neutral) माना जाता है। 7 से नीचे के मान अम्लीय (acidic) और 7 से ऊपर के मान क्षारीय (alkaline) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है, जिसका pH मान सामान्यतः 7.35 से 7.45 के बीच होता है। शरीर में विभिन्न बफर प्रणालियाँ (buffer systems) रक्त के pH को इस संकीर्ण सीमा के भीतर बनाए रखने में मदद करती हैं, जो सामान्य शारीरिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कौन सी गैसें ओजोन परत (Ozone layer) के क्षरण (depletion) के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और मीथेन (CH4)
- (b) क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs)
- (c) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx)
- (d) ओजोन (O3) स्वयं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ओजोन परत पृथ्वी के वायुमंडल के समताप मंडल (stratosphere) में स्थित है और सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करती है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs), जो पहले रेफ्रिजरेंट, स्प्रे कैन प्रणोदक (propellants) और सॉल्वैंट्स में उपयोग किए जाते थे, ओजोन परत के क्षरण के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार पाए गए हैं। समताप मंडल में, CFCs पराबैंगनी प्रकाश द्वारा क्लोरीन परमाणुओं में टूट जाते हैं, जो ओजोन अणुओं (O3) को नष्ट करते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल (Montreal Protocol) लागू किया गया है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे लंबी अस्थि (bone) कौन सी है?
- (a) टिबिया (Tibia)
- (b) फीमर (Femur)
- (c) ह्यूमरस (Humerus)
- (d) रेडियस (Radius)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली (skeletal system) शरीर को संरचना, समर्थन और गति प्रदान करती है।
व्याख्या (Explanation): फीमर, जिसे जांघ की हड्डी (thigh bone) भी कहा जाता है, मानव शरीर में सबसे लंबी, सबसे बड़ी और सबसे मजबूत हड्डी है। यह कूल्हे (hip) से घुटने (knee) तक फैली होती है और चलने, दौड़ने और कूदने जैसी गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। टिबिया (पिंडली की हड्डी) दूसरी सबसे लंबी हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक उत्तल लेंस (convex lens) द्वारा बनने वाला वास्तविक प्रतिबिंब (real image) कैसा होता है?
- (a) सीधा और बड़ा
- (b) सीधा और छोटा
- (c) उल्टा और बड़ा
- (d) उल्टा और छोटा
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्तल लेंस प्रकाश किरणों को अभिसरित (converge) करते हैं। जब प्रकाश किरणें एक बिंदु पर मिलती हैं, तो वहां एक प्रतिबिंब बनता है।
व्याख्या (Explanation): एक उत्तल लेंस द्वारा बनने वाला वास्तविक प्रतिबिंब हमेशा उल्टा (inverted) होता है। यह सीधा (erect) या उल्टा हो सकता है, और बड़ा (magnified) या छोटा (diminished) हो सकता है, यह वस्तु की स्थिति पर निर्भर करता है। लेकिन, जब एक उत्तल लेंस एक वास्तविक प्रतिबिंब बनाता है, तो वह हमेशा उल्टा ही होता है। सामान्य तौर पर, वस्तु को लेंस से दूर रखने पर एक छोटा, उल्टा प्रतिबिंब बनता है, और वस्तु को लेंस के करीब लाने पर बड़ा, उल्टा प्रतिबिंब बनता है (फोकल लंबाई से दोगुना से अधिक दूरी पर)।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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रक्तचाप (Blood pressure) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) थर्मामीटर (Thermometer)
- (b) स्टेथोस्कोप (Stethoscope)
- (c) स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)
- (d) ओडोमीटर (Odometer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्तचाप धमनियों (arteries) में रक्त द्वारा डाली जाने वाली दीवार पर दबाव है।
व्याख्या (Explanation): स्फिग्मोमैनोमीटर (जिसे ब्लड प्रेशर कफ या बीपी मशीन भी कहा जाता है) एक चिकित्सा उपकरण है जिसका उपयोग रक्तचाप को मापने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर एक मुद्रास्फीति योग्य कफ (inflatable cuff) से बना होता है जिसे ऊपरी बांह के चारों ओर लपेटा जाता है, और एक गेज जो मापता है कि कफ के अंदर कितना दबाव है। स्टेथोस्कोप का उपयोग रक्तचाप मापते समय विशेष ध्वनियों को सुनने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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आधुनिक आवर्त सारणी (Modern Periodic Table) में तत्वों को उनके किस गुणधर्म के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है?
- (a) परमाणु भार (Atomic Weight)
- (b) परमाणु संख्या (Atomic Number)
- (c) न्यूट्रॉन संख्या (Number of Neutrons)
- (d) संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या (Number of Valence Electrons)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी तत्वों को उनके रासायनिक और भौतिक गुणों के आधार पर व्यवस्थित करती है, जिससे नियमितताओं (regularities) का पता लगाना आसान हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): हेनरी मोस्ले (Henry Moseley) ने 1913 में आधुनिक आवर्त सारणी का प्रस्ताव दिया, जो तत्वों को उनके परमाणु संख्या (प्रोटॉन की संख्या) के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करती है। पहले की आवर्त सारणी, जैसे मेंडेलीव (Mendeleev) की, परमाणु भार पर आधारित थीं, लेकिन आधुनिक आवर्त सारणी अधिक सुसंगत और सटीक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे छोटी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
- (c) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्रंथियां ऐसे अंग हैं जो हार्मोन और अन्य पदार्थों का उत्पादन और स्राव (secrete) करती हैं।
व्याख्या (Explanation): पीयूष ग्रंथि, जिसे अक्सर “मास्टर ग्रंथि” कहा जाता है, मस्तिष्क के आधार पर स्थित होती है। यह आकार में बहुत छोटी होती है (लगभग मटर के दाने के बराबर) लेकिन शरीर के लगभग सभी अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों (endocrine glands) के कार्यों को नियंत्रित करने वाले कई महत्वपूर्ण हार्मोन का उत्पादन करती है। अग्न्याशय, थायराइड और अधिवृक्क ग्रंथियां पीयूष ग्रंथि से बड़ी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पानी का क्वथनांक (Boiling point) किस पर निर्भर करता है?
- (a) केवल तापमान पर
- (b) केवल दाब पर
- (c) तापमान और दाब दोनों पर
- (d) घुलित अशुद्धियों पर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब (vapor pressure) उसके ऊपर लगने वाले बाह्य दाब के बराबर हो जाता है, जिससे तरल उबलने लगता है।
व्याख्या (Explanation): मानक वायुमंडलीय दाब (1 atm) पर, पानी 100°C (212°F) पर उबलता है। हालांकि, यदि दाब बदलता है, तो क्वथनांक भी बदल जाता है। उदाहरण के लिए, उच्च दाब पर क्वथनांक बढ़ जाता है (जैसे प्रेशर कुकर में) और कम दाब पर क्वथनांक घट जाता है (जैसे ऊंचे पहाड़ों पर)। घुलित अशुद्धियां (जैसे नमक) भी पानी के क्वथनांक को थोड़ा बढ़ा सकती हैं (क्वथनांक उन्नयन – boiling point elevation), लेकिन दाब का प्रभाव अधिक महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“सूखी बर्फ” (Dry ice) किसे कहा जाता है?
- (a) जमे हुए पानी का चूर्ण
- (b) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड (Solid CO2)
- (c) जमे हुए अमोनिया (Frozen Ammonia)
- (d) जमे हुए सोडियम क्लोराइड (Frozen NaCl)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ठोस कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) सामान्य वायुमंडलीय दबाव पर सीधे गैसीय अवस्था में परिवर्तित हो जाती है, इस प्रक्रिया को उर्ध्वपातन (sublimation) कहते हैं।
व्याख्या (Explanation): ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को “सूखी बर्फ” कहा जाता है क्योंकि यह पिघलती नहीं है, बल्कि सीधे गैसीय कार्बन डाइऑक्साइड में बदल जाती है। इस कारण से, यह कोई गीलापन नहीं छोड़ती है, जैसा कि सामान्य बर्फ (जमा हुआ पानी) के पिघलने पर होता है। इसका उपयोग शीतलन (cooling) और विशेष प्रभावों (जैसे धुआं) के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर के संतुलन (balance) और मुद्रा (posture) को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मध्य मस्तिष्क (Midbrain)
- (d) पश्च मस्तिष्क (Hindbrain)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भाग विभिन्न जटिल कार्यों को नियंत्रित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क (Cerebellum), जो मस्तिष्क के पिछले निचले हिस्से में स्थित होता है, मुख्य रूप से अनैच्छिक (involuntary) गतियों, जैसे संतुलन, मुद्रा, समन्वय (coordination) और चाल (gait) को नियंत्रित करता है। यह मांसपेशियों की गतिविधियों को परिष्कृत (refine) करता है ताकि वे सुचारू और सटीक हों। प्रमस्तिष्क सोचने, सीखने और याददाश्त जैसी उच्च-स्तरीय संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत धारा (Electric current) को मापने के लिए किस इकाई का प्रयोग किया जाता है?
- (a) वोल्ट (Volt)
- (b) ओम (Ohm)
- (c) एम्पीयर (Ampere)
- (d) वाट (Watt)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा आवेशित कणों (जैसे इलेक्ट्रॉन) के प्रवाह की दर है।
व्याख्या (Explanation): विद्युत धारा को मापने की SI इकाई एम्पीयर (Ampere) है, जिसे ‘A’ से दर्शाया जाता है। वोल्ट (Volt) विद्युत विभवांतर (electric potential difference) की इकाई है, ओम (Ohm) विद्युत प्रतिरोध (electric resistance) की इकाई है, और वाट (Watt) शक्ति (power) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी (artery) कौन सी है?
- (a) फुफ्फुसीय धमनी (Pulmonary artery)
- (b) महाधमनी (Aorta)
- (c) कैरोटिड धमनी (Carotid artery)
- (d) वृक्क धमनी (Renal artery)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धमनियां हृदय से शरीर के अन्य भागों तक रक्त ले जाती हैं।
व्याख्या (Explanation): महाधमनी (Aorta) मानव शरीर की सबसे बड़ी धमनी है। यह बाएं निलय (left ventricle) से निकलती है और ऑक्सीजन युक्त रक्त को पूरे शरीर में वितरित करती है। यह एक चाप (arch) के रूप में ऊपर उठती है और फिर नीचे की ओर जाती है, जिससे अन्य बड़ी धमनियां निकलती हैं। फुफ्फुसीय धमनी फेफड़ों तक अशुद्ध रक्त ले जाती है, लेकिन आकार में महाधमनी से छोटी होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब नमक (NaCl) को पानी में घोला जाता है, तो यह आयनों (ions) में वियोजित (dissociates) हो जाता है। यह प्रक्रिया क्या कहलाती है?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) उर्ध्वपातन (Sublimation)
- (c) आयनीकरण (Ionization)
- (d) संघनन (Condensation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आयनीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक परमाणु या अणु एक आयन बनाने के लिए इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है या खो देता है।
व्याख्या (Explanation): जब सोडियम क्लोराइड (NaCl) जैसे आयनिक यौगिक को पानी में घोला जाता है, तो पानी के ध्रुवीय अणु (polar molecules) सोडियम (Na+) और क्लोराइड (Cl-) आयनों को घेर लेते हैं और उन्हें क्रिस्टल जाली से अलग कर देते हैं। इस प्रक्रिया में, NaCl पानी में Na+ और Cl- आयनों में वियोजित हो जाता है, और इस वियोजन को आयनीकरण कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन किसके द्वारा किया जाता है?
- (a) प्लाज्मा (Plasma)
- (b) लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells – RBCs)
- (c) श्वेत रक्त कोशिकाएं (White Blood Cells – WBCs)
- (d) प्लेटलेट्स (Platelets)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त शरीर के विभिन्न भागों में ऑक्सीजन, पोषक तत्वों और अपशिष्ट उत्पादों का परिवहन करता है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) हीमोग्लोबिन (hemoglobin) नामक प्रोटीन से भरपूर होती हैं। हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन के साथ बंध बनाता है और फेफड़ों से शरीर के ऊतकों (tissues) तक ऑक्सीजन पहुंचाता है। प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है और इसमें कई घुलित पदार्थ होते हैं, लेकिन ऑक्सीजन का मुख्य परिवहन RBCs द्वारा ही होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति (Speed of sound) किस माध्यम में सबसे तेज होती है?
- (a) निर्वात (Vacuum)
- (b) हवा (Air)
- (c) पानी (Water)
- (d) ठोस (Solid)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन द्वारा फैलती हैं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि को फैलने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। निर्वात में कोई कण नहीं होते, इसलिए ध्वनि निर्वात में नहीं फैल सकती। ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व (density) और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है। सामान्य तौर पर, ध्वनि ठोसों में सबसे तेज, फिर तरल पदार्थों में और गैसों में सबसे धीमी गति से चलती है, क्योंकि ठोस पदार्थों में कण एक-दूसरे के करीब होते हैं और अधिक मजबूती से जुड़े होते हैं, जिससे कंपन तेजी से स्थानांतरित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव पाचन तंत्र में, भोजन का अवशोषण (absorption) मुख्य रूप से कहाँ होता है?
- (a) पेट (Stomach)
- (b) बड़ी आंत (Large Intestine)
- (c) छोटी आंत (Small Intestine)
- (d) ग्रासनली (Esophagus)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पाचन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा भोजन को छोटे, अवशोषित होने योग्य पोषक तत्वों में तोड़ा जाता है।
व्याख्या (Explanation): छोटी आंत, विशेष रूप से इलियम (ileum) का अंतिम भाग, वह प्राथमिक स्थान है जहाँ पचे हुए पोषक तत्वों (जैसे अमीनो एसिड, ग्लूकोज, फैटी एसिड) को रक्तप्रवाह (bloodstream) और लसीका प्रणाली (lymphatic system) में अवशोषित किया जाता है। छोटी आंत की आंतरिक सतह पर विली (villi) और माइक्रोविली (microvilli) नामक संरचनाएं होती हैं जो अवशोषण के लिए सतह क्षेत्र को बहुत बढ़ा देती हैं। पेट मुख्य रूप से भोजन को संग्रहित करता है और प्रोटीन का पाचन शुरू करता है। बड़ी आंत मुख्य रूप से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का अवशोषण करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कौन सी गैस का उपयोग अग्निशामक (fire extinguisher) के रूप में किया जाता है?
- (a) ऑक्सीजन (O2)
- (b) नाइट्रोजन (N2)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- (d) हाइड्रोजन (H2)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आग लगने के लिए तीन चीजें आवश्यक हैं: ईंधन, ऑक्सीजन और एक इग्निशन स्रोत। आग बुझाने के लिए इनमें से किसी एक को हटाना पड़ता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) एक भारी गैस है जो हवा से अधिक सघन होती है। जब इसे आग पर डाला जाता है, तो यह ईंधन के चारों ओर एक परत बनाती है, जिससे हवा (ऑक्सीजन) का संपर्क कट जाता है, और आग बुझ जाती है। CO2 दहनशील (combustible) नहीं है और इसलिए आग को बुझाने में प्रभावी है। ऑक्सीजन और हाइड्रोजन दहनशील हैं, और नाइट्रोजन को छोड़कर, इसका उपयोग आग बुझाने के लिए विशेष प्रकार के अग्निशामकों में होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।