हीरा और विज्ञान: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य ज्ञान के प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों को समझना न केवल परीक्षा में सफलता दिलाता है, बल्कि हमारे आसपास की दुनिया को समझने में भी मदद करता है। ‘Doubling Down on Diamond’ जैसे शीर्षक हमें विभिन्न वैज्ञानिक अवधारणाओं से जुड़ने का अवसर देते हैं। यहाँ हम हीरा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करेंगे जो आपकी सामान्य विज्ञान की समझ को और भी मजबूत करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरे का मुख्य घटक क्या है?
- (a) सिलिकॉन
- (b) कार्बन
- (c) एल्यूमीनियम
- (d) लोहा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक तत्व और उनके यौगिक।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक अपररूप (allotrope) है। यह कार्बन परमाणुओं से बना होता है जो एक विशिष्ट क्रिस्टल संरचना में सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) द्वारा जुड़े होते हैं। पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्राकृतिक रूप से सबसे कठोर पदार्थों में से एक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे में कार्बन परमाणु किस प्रकार के बंधों से जुड़े होते हैं?
- (a) आयनिक बंध
- (b) सहसंयोजक बंध
- (c) हाइड्रोजन बंध
- (d) धात्विक बंध
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधन के प्रकार।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता और स्थिरता का श्रेय इसके कार्बन परमाणुओं के बीच पाए जाने वाले मजबूत सहसंयोजक बंधों को जाता है। प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से चतुष्फलकीय (tetrahedral) रूप से जुड़ा होता है, जिससे एक त्रि-आयामी (3D) जाली संरचना बनती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरा किस क्रिस्टल संरचना को अपनाता है?
- (a) फलक-केंद्रित घनीय (FCC)
- (b) काय-केंद्रित घनीय (BCC)
- (c) हीरा घन (Diamond Cubic)
- (d) षट्कोणीय (Hexagonal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल संरचनाएं।
व्याख्या (Explanation): हीरा एक विशिष्ट घन क्रिस्टल संरचना में क्रिस्टलीकृत होता है जिसे “हीरा घन” संरचना कहा जाता है। यह संरचना वास्तव में फलक-केंद्रित घनीय (FCC) जाली का एक जटिल रूप है जिसमें दो अंतःसंबंधित FCC उप-जालियां होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) कितना होता है?
- (a) लगभग 1.5
- (b) लगभग 2.42
- (c) लगभग 1.0
- (d) लगभग 3.14
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी और भौतिक गुण।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) ही इसके शानदार चमक और ‘फायर’ (विभिन्न रंगों में प्रकाश का बिखराव) का कारण है। यह प्रकाश को अत्यधिक मोड़ता है, जिससे हीरे के कट से निकलने पर प्रकाश का कुल आंतरिक परावर्तन (total internal reflection) होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की कठोरता मोह पैमाने (Mohs scale of hardness) पर कितनी होती है?
- (a) 5
- (b) 7
- (c) 10
- (d) 8
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खनिज विज्ञान और भौतिक गुण।
व्याख्या (Explanation): मोह पैमाना खनिजों की सापेक्ष खरोंच प्रतिरोधकता को मापता है। हीरा इस पैमाने पर 10 के मान के साथ सबसे कठोर ज्ञात प्राकृतिक पदार्थ है, जिसका अर्थ है कि यह किसी भी अन्य ज्ञात खनिज को खरोंच सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा कथन हीरे के संबंध में असत्य है?
- (a) यह एक विद्युत का कुचालक है।
- (b) यह ऊष्मा का अच्छा संवाहक है।
- (c) यह ग्रेफाइट का एक अपररूप है।
- (d) यह बहुत उच्च गलनांक दर्शाता है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपररूप और उनके गुण।
व्याख्या (Explanation): हीरा और ग्रेफाइट दोनों कार्बन के अपररूप हैं, लेकिन उनके गुण बहुत भिन्न होते हैं। हीरा एक उत्कृष्ट विद्युत का कुचालक है, जबकि ग्रेफाइट सुचालक है। हीरा ऊष्मा का भी एक उत्कृष्ट संवाहक है। दोनों के गलनांक बहुत उच्च होते हैं। कथन (c) असत्य है क्योंकि हीरा ग्रेफाइट का अपररूप नहीं है, बल्कि वे दोनों कार्बन के अलग-अलग अपररूप हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे के निर्माण के लिए कौन सी परिस्थितियाँ आवश्यक हैं?
- (a) कम दबाव और उच्च तापमान
- (b) उच्च दबाव और कम तापमान
- (c) मध्यम दबाव और मध्यम तापमान
- (d) बहुत कम दबाव और बहुत कम तापमान
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भूविज्ञान और पदार्थ विज्ञान।
व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक रूप से हीरे पृथ्वी के मैंटल (mantle) में अत्यंत उच्च दबाव (लगभग 45-60 किलोबार) और उच्च तापमान (900-1300 डिग्री सेल्सियस) पर बनते हैं। इन चरम परिस्थितियों में कार्बन परमाणु एक स्थिर, सघन संरचना में व्यवस्थित हो जाते हैं जिसे हीरा कहते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरे को उच्च तापमान पर वायु में गर्म करने पर क्या होता है?
- (a) यह ग्रेफाइट में परिवर्तित हो जाता है।
- (b) यह जलकर कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है।
- (c) यह पिघल जाता है।
- (d) यह अपरिवर्तित रहता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक अभिक्रियाएं और दहन।
व्याख्या (Explanation): जब हीरे को वायु (ऑक्सीजन की उपस्थिति) में उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है, तो यह दहन अभिक्रिया से गुजरता है और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) गैस उत्पन्न करता है। यह अभिक्रिया ऊर्जा जारी करती है।
रासायनिक समीकरण: C (हीरा) + O2 (वायु) → CO2 (गैस) + ऊष्मा
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कृत्रिम हीरे (synthetic diamonds) बनाने के लिए आमतौर पर किस विधि का उपयोग किया जाता है?
- (a) रासायनिक वाष्प जमाव (CVD)
- (b) उच्च दबाव-उच्च तापमान (HPHT)
- (c) केवल (a)
- (d) (a) और (b) दोनों
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ संश्लेषण और औद्योगिक प्रक्रियाएं।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम हीरे के निर्माण के लिए दो मुख्य विधियाँ हैं: उच्च दबाव-उच्च तापमान (HPHT) विधि, जो प्राकृतिक निर्माण की नकल करती है, और रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) विधि, जहाँ कार्बन युक्त गैसों से हीरे की परतें उगाई जाती हैं। ये दोनों विधियाँ औद्योगिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे को काटने और चमकाने के लिए किस सामग्री का उपयोग किया जाता है?
- (a) स्टील
- (b) केवल हीरा
- (c) टंगस्टन कार्बाइड
- (d) एल्यूमीनियम ऑक्साइड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): घर्षण और भौतिक गुण।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता के कारण, इसे काटने या आकार देने के लिए केवल हीरे से बने औजारों का ही उपयोग किया जा सकता है। हीरे को चमकाने के लिए भी हीरे के पाउडर या हीरे से लेपित डिस्क का उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे को किस तापमान पर ग्रेफाइट में परिवर्तित होने की उम्मीद की जा सकती है, बशर्ते कि दबाव कम हो?
- (a) 500°C
- (b) 1000°C
- (c) 1500°C
- (d) 2000°C
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की अवस्था परिवर्तन और ऊष्मागतिकी।
व्याख्या (Explanation): यद्यपि हीरा उच्च तापमान पर स्थिर होता है, लेकिन वायुमंडल के दबाव के पास, लगभग 1500°C से ऊपर, यह धीरे-धीरे अधिक स्थिर रूप, ग्रेफाइट में परिवर्तित होना शुरू कर सकता है। यह प्रक्रिया ऊष्मागतिक रूप से संभव है, लेकिन बहुत धीमी होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरा ऊष्मा का उत्कृष्ट संवाहक क्यों है?
- (a) इसमें मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं।
- (b) इसमें मजबूत सहसंयोजक बंध और क्रिस्टल जाली होती है।
- (c) यह एक धातु है।
- (d) इसके परमाणुओं के बीच कमजोर अंतराण्विक बल होते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा स्थानांतरण और ठोस पदार्थों की संरचना।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, ऊष्मा का स्थानांतरण मुख्य रूप से जाली कंपन (lattice vibrations) या फोनन (phonons) के माध्यम से होता है। कार्बन परमाणुओं के बीच अत्यंत मजबूत सहसंयोजक बंध और एक सघन, सुव्यवस्थित क्रिस्टल जाली इन कंपनों को कुशलतापूर्वक प्रसारित करने की अनुमति देती है, जिससे यह एक उत्कृष्ट ऊष्मा संवाहक बनता है। इसमें मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते, इसलिए यह विद्युत का कुचालक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘डायमंड’ (Diamond) शब्द का प्रयोग अक्सर एक व्यक्ति के चरित्र के वर्णन में किस गुणवत्ता को इंगित करने के लिए किया जाता है?
- (a) नम्रता
- (b) दृढ़ता और ईमानदारी
- (c) चंचलता
- (d) कोमलता
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भाषा और मुहावरे।
व्याख्या (Explanation): हीरे की कठोरता, स्थायित्व और चमक के कारण, ‘डायमंड’ (हीरा) शब्द का प्रयोग अक्सर किसी ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है जो दृढ़, ईमानदार, विश्वसनीय और उच्च नैतिक मूल्यों वाला हो। यह एक सकारात्मक गुण माना जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे के दहन से उत्पन्न होने वाली गैस का रासायनिक सूत्र क्या है?
- (a) CO
- (b) SO2
- (c) CO2
- (d) H2O
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र और दहन अभिक्रियाएं।
व्याख्या (Explanation): जब किसी भी कार्बन युक्त पदार्थ (जैसे हीरा) का दहन ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है, तो मुख्य उत्पाद कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) होता है। यह एक सामान्य दहन अभिक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरा कौन से विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम (electromagnetic spectrum) में प्रकाश को परावर्तित और अपवर्तित करता है, जिससे इंद्रधनुषी प्रभाव (fire) उत्पन्न होता है?
- (a) अवर्णनीय प्रकाश (Infrared)
- (b) अवरक्त प्रकाश (Ultraviolet)
- (c) दृश्य प्रकाश (Visible light)
- (d) रेडियो तरंगें
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी और प्रकाश का विक्षेपण (Dispersion)।
व्याख्या (Explanation): हीरे का ‘फायर’ या इंद्रधनुषी प्रभाव दृश्य प्रकाश के कारण होता है। हीरे का उच्च फैलाव (dispersion) (प्रकाश के विभिन्न रंगों के अपवर्तनांकों में अंतर) का मतलब है कि यह सफेद प्रकाश को उसके घटक रंगों (जैसे लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, बैंगनी) में विभाजित करता है, जैसा कि प्रिज़्म करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन के निम्नलिखित अपररूपों में से कौन सा सबसे कम कठोर होता है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन
- (d) फुलवेन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपररूप और उनके गुण।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु षट्कोणीय छल्लों (hexagonal rings) में व्यवस्थित होते हैं, जो परतों में बंधे होते हैं। इन परतों के बीच केवल कमजोर वैन डेर वाल्स बल (van der Waals forces) होते हैं, जिससे परतें एक-दूसरे पर आसानी से फिसल सकती हैं। यही कारण है कि ग्रेफाइट मुलायम होता है और इसका उपयोग स्नेहक (lubricant) के रूप में किया जाता है, जबकि हीरा बहुत कठोर होता है। फुलेरीन और फुलवेन भी कार्बन के अपररूप हैं, लेकिन ग्रेफाइट सबसे कम कठोर होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे में कार्बन परमाणुओं के बीच बंधों की प्रकृति क्या है?
- (a) ध्रुवीय सहसंयोजक
- (b) अध्रुवीय सहसंयोजक
- (c) सहसंयोजक और आयनिक
- (d) आयनिक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधन।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन परमाणुओं से बना होता है, और कार्बन-कार्बन के बीच का बंधन सहसंयोजक होता है। चूंकि दोनों परमाणु एक ही तत्व के हैं, उनकी वैद्युतीयऋणात्मकता (electronegativity) समान है, जिससे यह बंधन अध्रुवीय (nonpolar) सहसंयोजक बंधन बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला खनिज हीरे को खरोंच सकता है?
- (a) क्वार्ट्ज (Quartz)
- (b) टोपाज़ (Topaz)
- (c) कोरन्डम (Corundum)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोह पैमाना और खनिजों की कठोरता।
व्याख्या (Explanation): मोह पैमाने पर, कोरन्डम (जिसमें माणिक और नीलम शामिल हैं) का मान 9 होता है, जो हीरे (10) से कम है। क्वार्ट्ज का मान 7 और टोपाज़ का मान 8 होता है। केवल हीरे से कठोर कोई भी पदार्थ हीरे को खरोंच सकता है। इसलिए, इन विकल्पों में से केवल कोरन्डम हीरे को खरोंच सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे के शुद्धिकरण (purification) के लिए किस विधि का उपयोग किया जा सकता है?
- (a) आसवन (Distillation)
- (b) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
- (c) उच्च तापमान पर वायु में जलाना
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक शुद्धिकरण विधियां।
व्याख्या (Explanation): हीरे स्वयं कार्बन का शुद्ध रूप होता है। यदि इसमें अशुद्धियाँ (जैसे अन्य खनिज) मिली हुई हैं, तो उन्हें भौतिक विधियों से अलग किया जाता है (जैसे घनत्व के आधार पर)। आसवन और क्रिस्टलीकरण ऐसी विधियाँ हैं जो आमतौर पर रासायनिक यौगिकों को शुद्ध करने के लिए उपयोग की जाती हैं, न कि शुद्ध तत्वों को। उच्च तापमान पर जलाना (विकल्प c) हीरे को नष्ट कर देगा।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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कार्बन के कौन से अपररूप में sp2 संकरण (hybridization) पाया जाता है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन
- (d) बकमिन्स्टरफुलरेन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधन और संकरण।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु sp3 संकरणित होता है, जो चतुष्फलकीय व्यवस्था बनाता है। ग्रेफाइट में, प्रत्येक कार्बन परमाणु sp2 संकरणित होता है और तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़ा होता है, जिससे षट्कोणीय परतें बनती हैं। फुलेरीन (जैसे बकमिन्स्टरफुलरेन) में sp2 और कुछ sp3 संकरण का मिश्रण होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब हीरे को बिना ऑक्सीजन वाले वातावरण में उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है, तो क्या होता है?
- (a) यह ग्रेफाइट में परिवर्तित हो जाता है।
- (b) यह पिघल जाता है।
- (c) यह अपरिवर्तित रहता है।
- (d) यह वाष्पित हो जाता है।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की अवस्था परिवर्तन और ऊष्मागतिकी।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में, हीरा उच्च तापमान पर स्थिर रहता है, लेकिन ऊष्मागतिक रूप से यह ग्रेफाइट की तुलना में कम स्थिर होता है। इसलिए, बहुत उच्च तापमान पर (लगभग 1500°C से ऊपर), यह धीरे-धीरे अधिक स्थिर रूप, ग्रेफाइट में परिवर्तित हो सकता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरा विद्युत का कुचालक क्यों होता है, जबकि ग्रेफाइट सुचालक होता है?
- (a) हीरे में इलेक्ट्रॉन अधिक होते हैं।
- (b) हीरे में सभी इलेक्ट्रॉन बंधों में जकड़े होते हैं, जबकि ग्रेफाइट में delocalized π इलेक्ट्रॉन होते हैं।
- (c) हीरे का क्रिस्टल जालक बड़ा होता है।
- (d) ग्रेफाइट में कम कार्बन परमाणु होते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता और रासायनिक बंधन।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु sp3 संकरणित होता है और चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है। इन सभी संयोजी इलेक्ट्रॉनों का उपयोग बंधन में किया जाता है, इसलिए कोई मुक्त या delocalized इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं जो विद्युत धारा का संचालन कर सकें। ग्रेफाइट में, कार्बन sp2 संकरणित होते हैं, और प्रत्येक कार्बन परमाणु एक अतिरिक्त p-ऑर्बिटल रखता है। ये p-ऑर्बिटल्स मिलकर π-इलेक्ट्रॉन बादल बनाते हैं जो परतों के बीच delocalized होते हैं, जिससे यह विद्युत का सुचालक बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कृत्रिम रूप से निर्मित हीरे (lab-grown diamonds) के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
- (a) वे प्राकृतिक हीरे से भिन्न होते हैं।
- (b) उनका रासायनिक और भौतिक गुणधर्म प्राकृतिक हीरे के समान होता है।
- (c) वे बहुत कम कठोर होते हैं।
- (d) उनका निर्माण केवल CVD विधि से होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ संश्लेषण और गुणधर्म।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम रूप से बनाए गए हीरे, चाहे HPHT या CVD विधि से निर्मित हों, रासायनिक रूप से (कार्बन), क्रिस्टल संरचना में, और भौतिक गुणों (जैसे कठोरता, अपवर्तनांक, ऊष्मा चालकता) में प्राकृतिक हीरे के समान होते हैं। अंतर केवल उनके निर्माण की प्रक्रिया और स्रोत में है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब हीरे को बहुत तेज गति से घुमाया जाता है, तो यह अपने चमकदार रूप के कारण क्या प्रभाव दिखाता है?
- (a) यह धुआं पैदा करता है।
- (b) यह प्रकाश को बिखेरता है।
- (c) यह अदृश्य हो जाता है।
- (d) यह रंग बदलता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी और गति का प्रभाव।
व्याख्या (Explanation): जब हीरे को तेजी से घुमाया जाता है, तो उसके कई कटे हुए फलक (facets) तेजी से प्रकाश के स्रोत की ओर और दूर जाते हैं। इसके उच्च अपवर्तनांक और फैलाव के कारण, यह प्रकाश को विभिन्न दिशाओं में और विभिन्न रंगों में अत्यधिक बिखेरता है, जिससे ‘फायर’ और चमक का एक आकर्षक प्रभाव पैदा होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किस धातु के साथ हीरे का प्रयोग घर्षण-रोधी (anti-friction) कोटिंग के रूप में किया जा सकता है?
- (a) सोना
- (b) लोहा
- (c) टाइटेनियम
- (d) एल्यूमीनियम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ विज्ञान और कोटिंग्स।
व्याख्या (Explanation): हीरे की अविश्वसनीय कठोरता और कम घर्षण गुणांक (coefficient of friction) के कारण, इसे अक्सर उपकरण, कटिंग ब्लेड और कुछ मशीनरी के लिए एक घर्षण-रोधी कोटिंग के रूप में उपयोग किया जाता है। विशेष रूप से, टाइटेनियम जैसी धातुओं पर हीरे की पतली फिल्में (diamond-like carbon – DLC coatings) घिसाव और घर्षण को कम करने में बहुत प्रभावी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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