हिमाचल, MP और काशी की बाढ़: क्या बताती हैं ये घटनाएँ जलवायु परिवर्तन की भयावहता?
चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण आई भीषण बाढ़ ने 8 जिलों को प्रभावित किया है, जिससे 200 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। मध्य प्रदेश में बरघी बांध के 17 गेट खोले गए हैं, जबकि वाराणसी में दशाश्वमेध घाट जलमग्न हो गया है। ये घटनाएँ जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभावों और भारत में जल संकट की गंभीरता को दर्शाती हैं।
यह घटनाक्रम केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि एक जटिल समस्या है जिसमें जलवायु परिवर्तन, भू-भौतिकीय कारक, और मानव गतिविधियाँ शामिल हैं। इस लेख में हम इन घटनाओं के कारणों, प्रभावों, चुनौतियों और भविष्य के लिए रास्तों का विश्लेषण करेंगे, ताकि UPSC की परीक्षा के लिए आवश्यक समसामयिक ज्ञान को प्राप्त किया जा सके।
Table of Contents
- हिमाचल प्रदेश में बाढ़: एक विस्तृत विश्लेषण
- मध्य प्रदेश में बरघी बांध: एक नज़रिया
- वाराणसी में दशाश्वमेध घाट: धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
- जलवायु परिवर्तन: एक बड़ी चुनौती
- भविष्य की राह: क्या करना चाहिए?
- UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
- मुख्य परीक्षा (Mains)
हिमाचल प्रदेश में बाढ़: एक विस्तृत विश्लेषण
हिमाचल प्रदेश की पहाड़ी भूगोल इसकी बाढ़ के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाता है। भारी बारिश से ढलानों पर मिट्टी का कटाव होता है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ आती है। इसके अलावा, अवैज्ञानिक निर्माण और वनों की कटाई ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है।
- कारण: अत्यधिक वर्षा, भूस्खलन, अवैज्ञानिक शहरीकरण, वनों की कटाई।
- प्रभाव: जन-धन की क्षति, बुनियादी ढाँचे का नुकसान, आर्थिक गतिविधियों में व्यवधान, कृषि उत्पादन में कमी।
- चुनौतियाँ: बचाव और राहत कार्य में कठिनाई, पुनर्वास, लंबे समय तक चलने वाले प्रभाव।
“हिमाचल प्रदेश की बाढ़ एक चेतावनी है। हमें जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे।”
मध्य प्रदेश में बरघी बांध: एक नज़रिया
बरघी बांध के 17 गेट खोलने से मध्य प्रदेश के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यह घटना जल प्रबंधन की चुनौतियों और आबादी की सुरक्षा के लिए उचित योजना की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।
- कारण: भारी वर्षा, बांध की क्षमता, जल निकासी व्यवस्था।
- प्रभाव: निचले इलाकों में बाढ़, कृषि भूमि की क्षति, आवासीय क्षेत्रों में जलभराव।
- चुनौतियाँ: बाढ़ का पूर्वानुमान, जल स्तर का प्रबंधन, राहत और बचाव कार्य।
वाराणसी में दशाश्वमेध घाट: धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
दशाश्वमेध घाट का जलमग्न होना न केवल भौतिक नुकसान का प्रतीक है, बल्कि हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए भी एक खतरा है। यह जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के व्यापक परिणामों को रेखांकित करता है।
- कारण: गंगा नदी का जल स्तर बढ़ना, अपर्याप्त जल निकासी व्यवस्था।
- प्रभाव: पर्यटन गतिविधियों में व्यवधान, सांस्कृतिक स्थलों को नुकसान, आर्थिक क्षति।
- चुनौतियाँ: सांस्कृतिक स्थलों का संरक्षण, पर्यटन उद्योग का पुनर्निर्माण।
जलवायु परिवर्तन: एक बड़ी चुनौती
ये घटनाएँ जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभावों की ओर इशारा करती हैं। अत्यधिक वर्षा, बढ़ते तापमान और समुद्र का जलस्तर बढ़ना, इन सभी ने प्राकृतिक आपदाओं की आवृत्ति और तीव्रता को बढ़ा दिया है। भारत जैसे देश, जहाँ भौगोलिक विविधता है, जलवायु परिवर्तन के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील हैं।
भविष्य की राह: क्या करना चाहिए?
इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है:
- वैज्ञानिक जल प्रबंधन: जल संसाधनों का कुशल उपयोग, बाढ़ नियंत्रण संरचनाएँ, जल संरक्षण तकनीकें।
- जलवायु परिवर्तन अनुकूलन: जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए अनुकूलन उपायों का कार्यान्वयन।
- सतत विकास: जल संरक्षण, वनों की कटाई को रोकना, सतत कृषि पद्धतियाँ।
- जागरूकता अभियान: जनता को जलवायु परिवर्तन और जल संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करना।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
1. **कथन 1:** हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई बाढ़ मुख्यतः अत्यधिक वर्षा के कारण हुई है।
**कथन 2:** अवैज्ञानिक निर्माण और वनों की कटाई ने बाढ़ की तीव्रता को बढ़ाया है।
a) केवल कथन 1 सही है।
b) केवल कथन 2 सही है।
c) दोनों कथन सही हैं।
d) दोनों कथन गलत हैं।
**उत्तर: c) दोनों कथन सही हैं।**
2. बरघी बांध किस राज्य में स्थित है?
a) उत्तर प्रदेश
b) उत्तराखंड
c) मध्य प्रदेश
d) गुजरात
**उत्तर: c) मध्य प्रदेश**
3. दशाश्वमेध घाट किस शहर में स्थित है?
a) वाराणसी
b) अयोध्या
c) प्रयागराज
d) मथुरा
**उत्तर: a) वाराणसी**
4. निम्नलिखित में से कौन सा कारक बाढ़ की संभावना को बढ़ाता है?
a) वनीकरण
b) मिट्टी का संरक्षण
c) अवैज्ञानिक शहरीकरण
d) जल संरक्षण
**उत्तर: c) अवैज्ञानिक शहरीकरण**
5. जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए कौन सा उपाय सबसे महत्वपूर्ण है?
a) कृषि उत्पादन बढ़ाना
b) औद्योगिक उत्पादन बढ़ाना
c) सतत विकास को अपनाना
d) जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देना
**उत्तर: c) सतत विकास को अपनाना**
6. हिमाचल प्रदेश में बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित कौन सा क्षेत्र है? (आपको मानचित्र के साथ एक विकल्प देना होगा या क्षेत्र का नाम देना होगा)
7. बरघी बांध के कितने गेट खोले गए थे?
8. दशाश्वमेध घाट किस नदी के किनारे स्थित है?
9. बाढ़ के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान को कैसे कम किया जा सकता है?
10. जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
मुख्य परीक्षा (Mains)
1. भारत में बाढ़ की घटनाओं में वृद्धि के पीछे के कारणों का विस्तृत विश्लेषण कीजिए और इनसे निपटने के लिए प्रभावी रणनीतियों पर चर्चा कीजिए।
2. जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभावों और भारत में जल संकट के बीच संबंध स्थापित करते हुए, जल संसाधन प्रबंधन के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार कीजिए।
3. हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हाल ही में आई बाढ़ की घटनाओं के सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय प्रभावों का मूल्यांकन कीजिए। इन प्रभावों को कम करने के लिए सुझाव दीजिये।
4. जलवायु परिवर्तन के प्रति भारत की भेद्यता का आकलन कीजिए और राष्ट्रीय स्तर पर जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन और शमन के लिए उपायों पर चर्चा कीजिए।