हरित कार्ड का सरल मार्ग? अमेरिकी कानून निर्माता जल्द ही सीनेट में पेश करेंगे विधेयक – लेकिन क्या यह पारित होगा?
चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में, एक अमेरिकी कानून निर्माता ने एक नए विधेयक का प्रस्ताव दिया है जिसका उद्देश्य अमेरिका में ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाना है। यह खबर उन लाखों लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी निवास की तलाश में हैं, जिनमें भारतीय नागरिक भी शामिल हैं, जो अमेरिका में कुशल श्रमिकों और पेशेवरों का एक बड़ा हिस्सा बनाते हैं। यह विधेयक यदि पारित हो जाता है, तो यह आव्रजन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है, लेकिन इसके पारित होने की राह में कई बाधाएं हैं।
यह लेख UPSC उम्मीदवारों के लिए इस मुद्दे की गहराई में जाएगा, ग्रीन कार्ड की प्रक्रिया, प्रस्तावित विधेयक के संभावित प्रावधानों, इसके पक्ष और विपक्ष में तर्कों, और अमेरिकी आव्रजन नीति के व्यापक संदर्भ में इसके महत्व का विश्लेषण करेगा।
ग्रीन कार्ड क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
सबसे पहले, यह समझना आवश्यक है कि ग्रीन कार्ड वास्तव में क्या है। ग्रीन कार्ड, जिसे आधिकारिक तौर पर ‘प्रमाणित स्थायी निवासी कार्ड’ (Permanent Resident Card) कहा जाता है, एक पहचान पत्र है जो संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी गैर-नागरिक को स्थायी रूप से रहने और काम करने की अनुमति देता है। यह उन्हें अमेरिकी नागरिकों के समान ही कुछ अधिकारों और जिम्मेदारियों प्रदान करता है, जैसे कि देश में रहने, काम करने और यात्रा करने की स्वतंत्रता। हालांकि, वे वोट नहीं दे सकते और कुछ सरकारी नौकरियों के लिए पात्र नहीं होते हैं।
ग्रीन कार्ड प्राप्त करना कई लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होता है क्योंकि यह उन्हें अमेरिकी समाज में अधिक सुरक्षित और स्थिर भविष्य प्रदान करता है। यह उन्हें अपने परिवार के सदस्यों को प्रायोजित करने, कुछ प्रकार की वित्तीय सहायता प्राप्त करने और अंततः अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन करने की अनुमति देता है।
वर्तमान ग्रीन कार्ड प्रक्रिया: एक जटिल और लंबी यात्रा
वर्तमान में, अमेरिका में ग्रीन कार्ड प्राप्त करना एक अत्यंत जटिल, समय लेने वाली और अक्सर हताश करने वाली प्रक्रिया हो सकती है। इसे समझना एक जटिल भूलभुलैया को नेविगेट करने जैसा है, जहां हर मोड़ पर नए नियम और आवश्यकताएं सामने आती हैं। ग्रीन कार्ड के लिए पात्रता विभिन्न श्रेणियों पर आधारित होती है, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
- पारिवारिक प्रायोजन (Family Sponsorship): अमेरिकी नागरिक या स्थायी निवासी अपने कुछ करीबी रिश्तेदारों (जैसे पति/पत्नी, बच्चे, माता-पिता, भाई-बहन) को प्रायोजित कर सकते हैं।
- रोजगार-आधारित (Employment-Based): कुशल श्रमिक, पेशेवर और अन्य उच्च-कुशल व्यक्ति जिन्हें अमेरिकी नियोक्ता द्वारा नौकरी की पेशकश की जाती है, वे इस श्रेणी के तहत आवेदन कर सकते हैं। इसमें विभिन्न उप-श्रेणियां शामिल हैं, जैसे EB-1 (असाधारण योग्यता वाले व्यक्ति), EB-2 (उन्नत डिग्री वाले पेशेवर), EB-3 (कुशल श्रमिक, पेशेवर, अन्य श्रमिक), आदि।
- विविधता वीजा (Diversity Visa – DV) लॉटरी: यह उन देशों के लोगों के लिए है जहां से अमेरिका में अप्रवासन की दर कम है, उन्हें लॉटरी प्रणाली के माध्यम से ग्रीन कार्ड प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
- शरणार्थी और आवेदक (Refugees and Asylees): जो लोग अपने गृह देशों में उत्पीड़न से भाग रहे हैं, वे शरणार्थी या आवेदक के रूप में ग्रीन कार्ड के लिए पात्र हो सकते हैं।
इस प्रक्रिया में आमतौर पर कई सरकारी एजेंसियों, जैसे कि नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS), राज्य विभाग (Department of State), और श्रम विभाग (Department of Labor) के साथ बातचीत शामिल होती है। इसके लिए भारी मात्रा में दस्तावेज, पृष्ठभूमि की जांच, चिकित्सा परीक्षण और साक्षात्कार की आवश्यकता होती है।
चुनौतियां:
- लंबी प्रतीक्षा अवधि: विशेष रूप से रोजगार-आधारित श्रेणियों में, कुछ देशों (जैसे भारत) के आवेदकों को अपने लिए निर्धारित वार्षिक कोटा पूरा होने के कारण ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए वर्षों, कभी-कभी दशकों तक इंतजार करना पड़ता है। यह “बैकलॉग” (Backlog) एक बड़ी बाधा है।
- देश-विशिष्ट कोटे: प्रत्येक देश के लिए प्रति वर्ष एक निश्चित संख्या में ग्रीन कार्ड जारी किए जाते हैं। यदि किसी देश से आवेदकों की संख्या कोटे से अधिक हो जाती है, तो अतिरिक्त आवेदकों को इंतजार करना पड़ता है।
- जटिल कागजी कार्रवाई: फॉर्म की जटिलता, आवश्यकताओं में निरंतर बदलाव और पर्याप्त प्रमाण प्रस्तुत करने का दबाव आवेदकों के लिए बहुत बोझिल हो सकता है।
- अप्रत्याशित निर्णय: कई बार, विस्तृत आवेदन प्रस्तुत करने के बाद भी, आवेदन अस्वीकृत हो जाते हैं, जिसका कारण स्पष्ट नहीं होता।
प्रस्तावित विधेयक: क्या यह प्रक्रिया को सरल बनाएगा?
हालांकि प्रस्तावित विधेयक के विशिष्ट विवरण अभी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन इसके पीछे का उद्देश्य स्पष्ट है: ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और सुगम बनाना। कानून निर्माता इस पर विचार कर रहे हैं कि किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। कुछ संभावित बदलावों में शामिल हो सकते हैं:
- कोटे में वृद्धि: संभवतः, प्रस्ताव में विभिन्न श्रेणियों और देशों के लिए वार्षिक ग्रीन कार्ड कोटे को बढ़ाने का प्रावधान हो सकता है, जिससे लंबी प्रतीक्षा अवधि कम हो सके।
- श्रेणियों का पुनर्गठन: कुछ श्रेणियों को पुनर्गठित या समाप्त किया जा सकता है ताकि प्रक्रिया अधिक सीधी हो जाए। उदाहरण के लिए, कुशल श्रमिकों के लिए अधिक लचीली आवश्यकताएं लाई जा सकती हैं।
- प्रक्रियात्मक सरलीकरण: कागजी कार्रवाई को कम करना, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रियाओं को बेहतर बनाना, और आवेदकों के लिए अधिक स्पष्ट दिशानिर्देश प्रदान करना भी एजेंडे में हो सकता है।
- विशिष्ट व्यवसायों को प्राथमिकता: कुछ प्रस्तावों में उन क्षेत्रों में प्रतिभाओं को आकर्षित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है जहां अमेरिका में प्रतिभा की कमी है, जैसे कि प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और नवीकरणीय ऊर्जा।
एक सादृश्य (Analogy): कल्पना कीजिए कि आप एक महत्वपूर्ण परीक्षा के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन आवेदन पत्र कई पृष्ठों का है, आपको अलग-अलग विभागों से कई प्रमाण पत्र लाने होंगे, और आवेदन जमा करने के बाद भी आपको वर्षों तक यह नहीं पता चलेगा कि आपका आवेदन स्वीकार हुआ है या नहीं। प्रस्तावित विधेयक का उद्देश्य इस प्रक्रिया को एक सुव्यवस्थित, प्रत्यक्ष और निष्पक्ष प्रणाली में बदलना है, जैसे एक मानकीकृत ऑनलाइन आवेदन प्रणाली जो स्पष्ट समय-सीमा प्रदान करती है।
विधेयक के पक्ष में तर्क (Arguments in Favor):
इस प्रकार के विधेयक का कई दृष्टिकोणों से समर्थन किया जा सकता है:
- आर्थिक विकास को बढ़ावा: अमेरिका को हमेशा से ही कुशल आप्रवासियों से लाभ हुआ है। प्रतिभाओं को आकर्षित करने और बनाए रखने से नवाचार, उद्यमशीलता और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है। सरल प्रक्रियाएं अधिक योग्य व्यक्तियों को अमेरिका आने और योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।
- प्रतिभा पलायन को रोकना: यदि अमेरिका में कुशल श्रमिकों के लिए प्रक्रिया कठिन बनी रहती है, तो वे अन्य देशों की ओर रुख कर सकते हैं जो अधिक स्वागत योग्य आव्रजन नीतियां प्रदान करते हैं। यह अमेरिका के लिए ‘प्रतिभा पलायन’ (Brain Drain) का कारण बन सकता है।
- मानवीय दृष्टिकोण: लंबी और जटिल प्रक्रियाएं उन व्यक्तियों और परिवारों पर भारी बोझ डालती हैं जो अमेरिका में एक बेहतर जीवन की तलाश में हैं। एक सरल और निष्पक्ष प्रणाली मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाती है।
- दक्षता में वृद्धि: एक सुव्यवस्थित प्रणाली आव्रजन अधिकारियों के लिए भी काम को आसान बना सकती है, जिससे वे अधिक कुशलता से काम कर सकें और संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सकें।
विधेयक के विपक्ष में तर्क (Arguments Against):
हालांकि, इस तरह के किसी भी विधेयक का विरोध भी हो सकता है, और इसके अपने कारण हैं:
- राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताएं: कुछ लोग तर्क दे सकते हैं कि प्रक्रिया को सरल बनाने से पृष्ठभूमि की जांच कमजोर हो सकती है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। वे सख्त सुरक्षा उपायों को बनाए रखने की वकालत करते हैं।
- अमेरिकी श्रमिकों पर प्रभाव: कुछ वर्गों का मानना है कि बड़ी संख्या में आप्रवासियों को आने की अनुमति देने से अमेरिकी श्रमिकों के लिए नौकरी के अवसर कम हो सकते हैं या मजदूरी पर दबाव पड़ सकता है।
- प्रवासी नीतियों का असंतुलन: यह तर्क दिया जा सकता है कि कुशल श्रमिकों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने से अन्य श्रेणियों के आप्रवासियों (जैसे कि परिवार-आधारित या शरणार्थी) के अवसरों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
- अप्रत्याशित परिणाम: किसी भी बड़े विधायी परिवर्तन के अप्रत्याशित परिणाम हो सकते हैं जिन्हें पहले से समझना मुश्किल है।
अमेरिकी आव्रजन प्रणाली का व्यापक संदर्भ
यह प्रस्ताव अमेरिकी आव्रजन प्रणाली में व्यापक बहस का हिस्सा है। कई वर्षों से, कांग्रेस में आव्रजन सुधारों पर चर्चा होती रही है, लेकिन आम सहमति तक पहुंचना मुश्किल साबित हुआ है। यह विधेयक विशेष रूप से ‘मेरिट-आधारित’ (Merit-based) आव्रजन पर बढ़ते जोर को दर्शाता है, जहां कौशल, शिक्षा और आर्थिक क्षमता को प्राथमिकता दी जाती है।
ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य: अमेरिका का इतिहास आप्रवासन द्वारा आकार दिया गया है। हालांकि, समय-समय पर, देश ने अपनी आव्रजन नीतियों को अपनी आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित किया है। 1965 का आव्रजन और राष्ट्रीयता अधिनियम, जिसने देश-आधारित कोटा को समाप्त कर दिया, एक महत्वपूर्ण मोड़ था। वर्तमान बहस उसी ऐतिहासिक निरंतरता का हिस्सा है।
UPSC के लिए प्रासंगिकता: UPSC उम्मीदवारों के लिए, यह मुद्दा ‘अंतर्राष्ट्रीय संबंध’ (International Relations) और ‘भारतीय प्रवासी’ (Indian Diaspora) जैसे विषयों के लिए महत्वपूर्ण है। अमेरिका के साथ भारत के संबंध, भारतीय प्रवासियों का योगदान, और अमेरिकी आव्रजन नीतियों में बदलाव का भारत पर प्रभाव, ये सभी महत्वपूर्ण पहलू हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए।
“आव्रजन केवल लोगों की आवाजाही नहीं है, यह विचारों, संस्कृतियों और आर्थिक शक्तियों की आवाजाही है जो एक राष्ट्र को समृद्ध करती है।” – अज्ञात
चुनौतियां और आगे की राह
इस प्रस्तावित विधेयक के लिए सीनेट में पारित होना एक लंबी और अनिश्चित यात्रा है। इसके लिए द्विदलीय समर्थन (Bipartisan Support) की आवश्यकता होगी, जो वर्तमान राजनीतिक माहौल में हासिल करना मुश्किल हो सकता है।
संभावित चरण:
- विधेयक का सीनेट में पेश होना: यह पहला कदम है।
- समिति में विचार-विमर्श: विधेयक को संबंधित सीनेट समितियों को भेजा जाएगा, जहां इसकी समीक्षा, सुनवाई और संशोधन किए जाएंगे।
- सीनेट में मतदान: यदि समिति इसे मंजूरी देती है, तो इसे पूर्ण सीनेट में मतदान के लिए रखा जाएगा।
- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में पारित होना: यदि सीनेट इसे पारित कर देती है, तो इसे प्रतिनिधि सभा (House of Representatives) में भेजा जाएगा, जहां इसे भी पारित करना होगा।
- राष्ट्रपति का हस्ताक्षर: अंत में, विधेयक को कानून बनने के लिए राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित किया जाना चाहिए।
प्रत्येक चरण में, विधेयक में महत्वपूर्ण बदलाव किए जा सकते हैं, या यह पूरी तरह से अस्वीकृत भी हो सकता है।
निष्कर्ष
यह प्रस्तावित विधेयक अमेरिकी आव्रजन प्रणाली में एक संभावित बड़े बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है, जिसका उद्देश्य ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को अधिक कुशल और सुलभ बनाना है। यह कुशल श्रमिकों और पेशेवरों के लिए अवसर खोल सकता है, विशेष रूप से भारत जैसे देशों से, और अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
हालांकि, इसके पारित होने की राह में कई राजनीतिक और व्यावहारिक बाधाएं हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा, अमेरिकी श्रमिकों पर प्रभाव और प्रवासियों के अन्य वर्गों के साथ संतुलन बनाए रखने जैसी चिंताओं को दूर करना होगा। UPSC उम्मीदवारों के लिए, इस मुद्दे के विभिन्न पहलुओं, इसके आर्थिक और सामाजिक प्रभावों, और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर इसके संभावित असर को समझना महत्वपूर्ण है। इस तरह के विधायी प्रयासों पर नजर रखना भू-राजनीति और समसामयिक मामलों की समझ के लिए आवश्यक है।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
- प्रश्न 1: ‘ग्रीन कार्ड’ (Permanent Resident Card) निम्नलिखित में से किसे प्रदान किया जाता है?
(a) संयुक्त राज्य अमेरिका के नागरिकों को
(b) संयुक्त राज्य अमेरिका में काम करने वाले विदेशी नागरिकों को, जो स्थायी रूप से रहने की अनुमति रखते हैं
(c) केवल उन विदेशी नागरिकों को जो अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन कर रहे हैं
(d) केवल उन विदेशी नागरिकों को जो अमेरिका में पर्यटन के लिए आए हैंउत्तर: (b)
व्याख्या: ग्रीन कार्ड संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी निवास और काम करने की अनुमति प्राप्त करने वाले गैर-नागरिकों को दिया जाता है। - प्रश्न 2: संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया में मुख्य रूप से कौन सी एजेंसियां शामिल होती हैं?
(a) FBI और CIA
(b) USCIS, Department of State, और Department of Labor
(c) IRS और SEC
(d) NASA और NOAAउत्तर: (b)
व्याख्या: संयुक्त राज्य अमेरिका में आव्रजन से संबंधित मामलों को मुख्य रूप से USCIS (नागरिकता और आव्रजन सेवा), Department of State (विदेश विभाग – वीजा जारी करने के लिए), और Department of Labor (श्रम विभाग – रोजगार-आधारित आवेदनों के लिए) द्वारा संभाला जाता है। - प्रश्न 3: ‘देश-विशिष्ट कोटे’ (Country-Specific Quotas) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
(a) ये कोटे प्रति वर्ष जारी किए जाने वाले ग्रीन कार्ड की संख्या को सीमित करते हैं।
(b) ये कोटे केवल पारिवारिक प्रायोजन श्रेणियों पर लागू होते हैं।
(c) इन कोटे का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी एक देश से बहुत अधिक आप्रवासी अमेरिका में न आएं।
(d) उपरोक्त सभीउत्तर: (d)
व्याख्या: देश-विशिष्ट कोटे प्रत्येक देश के लिए प्रति वर्ष जारी किए जाने वाले ग्रीन कार्ड की संख्या को सीमित करते हैं, जिसका उद्देश्य आप्रवासन प्रवाह में विविधता बनाए रखना है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप कुछ देशों के आवेदकों के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि होती है। - प्रश्न 4: निम्नलिखित में से कौन सी एक श्रेणी है जिसके तहत कोई व्यक्ति संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है?
(a) शरणार्थी और आवेदक
(b) कुशल श्रमिक
(c) पारिवारिक प्रायोजन
(d) उपरोक्त सभीउत्तर: (d)
व्याख्या: उपरोक्त सभी विकल्प (शरणार्थी/आवेदक, कुशल श्रमिक, और पारिवारिक प्रायोजन) ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रमुख श्रेणियां हैं। - प्रश्न 5: संयुक्त राज्य अमेरिका में ‘विविधता वीजा’ (Diversity Visa – DV) लॉटरी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(a) उच्च-कुशल वैज्ञानिकों को आकर्षित करना
(b) उन देशों के लोगों को अवसर प्रदान करना जहां से अमेरिका में आप्रवासन की दर कम है
(c) अमेरिकी नागरिकों के परिवार के सदस्यों को प्रायोजित करना
(d) व्यापार निवेश के माध्यम से ग्रीन कार्ड प्राप्त करनाउत्तर: (b)
व्याख्या: विविधता वीजा लॉटरी उन देशों के नागरिकों के लिए है जहां से ऐतिहासिक रूप से अमेरिका में आव्रजन की दर कम रही है, ताकि आप्रवासी आबादी में विविधता बनी रहे। - प्रश्न 6: हाल ही में चर्चा में आया प्रस्तावित अमेरिकी विधेयक मुख्य रूप से किस पर केंद्रित है?
(a) अमेरिकी नागरिकों के लिए मतदान अधिकार का विस्तार
(b) ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाना
(c) वर्क परमिट प्राप्त करने की प्रक्रिया को जटिल बनाना
(d) गैर-आप्रवासियों के लिए वीजा की संख्या को कम करनाउत्तर: (b)
व्याख्या: प्रस्तावित विधेयक का मुख्य उद्देश्य ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाना है। - प्रश्न 7: संयुक्त राज्य अमेरिका में ‘बैकलॉग’ (Backlog) शब्द का ग्रीन कार्ड प्रक्रिया के संदर्भ में क्या अर्थ है?
(a) आवेदन जमा करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची
(b) निर्धारित वार्षिक कोटे से अधिक आवेदकों की लंबी प्रतीक्षा सूची
(c) अप्रवासियों के लिए अमेरिका में रहने की अधिकतम अवधि
(d) वीजा आवेदन अस्वीकृति दरउत्तर: (b)
व्याख्या: बैकलॉग से तात्पर्य उन आवेदकों की लंबी प्रतीक्षा सूची से है जो निर्धारित वार्षिक कोटे के कारण अपना ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। - प्रश्न 8: संयुक्त राज्य अमेरिका में ‘मेरिट-आधारित’ (Merit-based) आव्रजन प्रणाली पर बढ़ते जोर का क्या तात्पर्य है?
(a) अमेरिका में रहने वाले सभी लोगों को समान अधिकार देना
(b) आप्रवासियों के चयन में कौशल, शिक्षा और आर्थिक क्षमता को प्राथमिकता देना
(c) पारिवारिक संबंधों के आधार पर आप्रवासन को प्राथमिकता देना
(d) आप्रवासन को पूरी तरह से बंद कर देनाउत्तर: (b)
व्याख्या: मेरिट-आधारित आव्रजन प्रणाली उन आप्रवासियों को प्राथमिकता देती है जिनके पास उच्च कौशल, शिक्षा, या आर्थिक योगदान की क्षमता होती है। - प्रश्न 9: यदि संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्रीन कार्ड प्रक्रिया सरल हो जाती है, तो इसका भारत जैसे देशों से आने वाले कुशल श्रमिकों पर क्या संभावित प्रभाव पड़ सकता है?
(a) उन पर अमेरिका आने का दबाव बढ़ेगा
(b) उनकी अमेरिका में रहने और काम करने की संभावना बढ़ेगी
(c) उन्हें अन्य देशों की ओर रुख करना पड़ सकता है
(d) (a) और (b) दोनोंउत्तर: (d)
व्याख्या: यदि प्रक्रिया सरल होती है, तो यह भारत जैसे देशों से आने वाले कुशल श्रमिकों के लिए अमेरिका को अधिक आकर्षक बना सकता है, जिससे अमेरिका में रहने और काम करने की उनकी संभावना बढ़ सकती है। - प्रश्न 10: अमेरिकी सीनेट में किसी विधेयक को कानून बनने के लिए किन चरणों से गुजरना पड़ता है?
(a) सीनेट में पेश होना, समिति में मतदान, राष्ट्रपति का हस्ताक्षर
(b) सीनेट में पेश होना, समिति में विचार-विमर्श, सीनेट में मतदान, हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में पारित होना, राष्ट्रपति का हस्ताक्षर
(c) केवल हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में पेश होना और पारित होना
(d) केवल राष्ट्रपति का हस्ताक्षरउत्तर: (b)
व्याख्या: अमेरिकी विधायी प्रक्रिया में कई चरण शामिल हैं, जिसमें सीनेट में पेश होना, समितियों द्वारा विचार-विमर्श और मतदान, हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स से अनुमोदन, और अंत में राष्ट्रपति का हस्ताक्षर शामिल है।
मुख्य परीक्षा (Mains)
- प्रश्न 1: संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की वर्तमान प्रक्रिया की जटिलताओं और चुनौतियों का आलोचनात्मक विश्लेषण करें। विशेष रूप से, देश-विशिष्ट कोटे और बैकलॉग के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें और बताएं कि ये भारत जैसे देशों से आने वाले कुशल श्रमिकों को कैसे प्रभावित करते हैं। (लगभग 250 शब्द)
- प्रश्न 2: प्रस्तावित अमेरिकी विधेयक, जो ग्रीन कार्ड प्रक्रिया को सरल बनाने का लक्ष्य रखता है, के संभावित आर्थिक और सामाजिक प्रभावों का विश्लेषण करें। विधेयक के पक्ष और विपक्ष में तर्कों पर चर्चा करें और यह भी बताएं कि ऐसे सुधार अमेरिकी आव्रजन नीति को कैसे आकार दे सकते हैं। (लगभग 250 शब्द)
- प्रश्न 3: ‘मेरिट-आधारित’ आव्रजन प्रणाली पर बढ़ते जोर और पारंपरिक ‘पारिवारिक-आधारित’ आव्रजन प्रणाली के बीच संभावित तनावों पर चर्चा करें। वर्तमान अमेरिकी आव्रजन सुधार बहसों के संदर्भ में इस संतुलन को कैसे बनाए रखा जा सकता है? (लगभग 250 शब्द)
- प्रश्न 4: संयुक्त राज्य अमेरिका की आव्रजन नीतियां भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को कैसे प्रभावित करती हैं? हालिया आव्रजन सुधार प्रस्तावों के आलोक में इस संबंध का मूल्यांकन करें। (लगभग 150 शब्द)