सामान्य विज्ञान: सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का एक मजबूत आधार सफलता की कुंजी है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों की गहरी समझ आपको विभिन्न सरकारी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद कर सकती है। यहाँ, हम विशेष रूप से आपकी तैयारी को परखने और मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किए गए 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसमें विस्तृत स्पष्टीकरण भी शामिल हैं।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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किस प्रकार की ऊर्जा को आमतौर पर “ऊष्मा” कहा जाता है?
- (a) गतिज ऊर्जा
- (b) स्थितिज ऊर्जा
- (c) तापीय ऊर्जा
- (d) रासायनिक ऊर्जा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा के विभिन्न रूप होते हैं, जिनमें से तापीय ऊर्जा वह है जो किसी वस्तु के तापमान से संबंधित होती है और कणों की औसत गतिज ऊर्जा के कारण उत्पन्न होती है। “ऊष्मा” इसी तापीय ऊर्जा का स्थानांतरण है।
व्याख्या (Explanation): गतिज ऊर्जा किसी वस्तु की गति से संबंधित होती है। स्थितिज ऊर्जा किसी वस्तु की स्थिति या विन्यास के कारण होती है। रासायनिक ऊर्जा रासायनिक बंधों में संग्रहीत होती है। तापीय ऊर्जा (Thermal Energy) वह आंतरिक ऊर्जा है जो किसी प्रणाली के तापमान से जुड़ी होती है, और ऊष्मा (Heat) इस तापीय ऊर्जा का एक रूप है जो तापमान के अंतर के कारण स्थानांतरित होती है। इसलिए, “ऊष्मा” को सामान्यतः तापीय ऊर्जा के रूप में जाना जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में पौधे मुख्य रूप से किस गैस को अवशोषित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (एक प्रकार की चीनी) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधों को कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की आवश्यकता होती है, जो वायुमंडल से पत्तियों के माध्यम से प्रवेश करती है। सूर्य के प्रकाश और क्लोरोफिल (पत्तियों में हरा वर्णक) की उपस्थिति में, CO2 और पानी मिलकर ग्लूकोज (भोजन) बनाते हैं और ऑक्सीजन (O2) को एक उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में रक्तचाप को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) थर्मामीटर
- (b) स्टेथोस्कोप
- (c) बैरोमीटर
- (d) स्फिग्मोमैनोमीटर
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer) एक चिकित्सा उपकरण है जिसका उपयोग धमनी के रक्तचाप को मापने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): थर्मामीटर का उपयोग शरीर के तापमान को मापने के लिए किया जाता है। स्टेथोस्कोप का उपयोग शरीर के अंदर की आवाजों (जैसे हृदय की धड़कन) को सुनने के लिए किया जाता है। बैरोमीटर का उपयोग वायुमंडलीय दबाव को मापने के लिए किया जाता है। स्फिग्मोमैनोमीटर रक्तचाप को मापता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पानी का क्वथनांक (Boiling Point) क्या है?
- (a) 0°C
- (b) 100°F
- (c) 100°C
- (d) 212°C
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब उसके परिवेश के दबाव के बराबर हो जाता है, जिससे तरल उबलने लगता है। मानक वायुमंडलीय दबाव पर, पानी का क्वथनांक 100 डिग्री सेल्सियस (100°C) होता है।
व्याख्या (Explanation): 0°C पानी का हिमांक (Freezing Point) है। 100°F फारेनहाइट पैमाने पर पानी का क्वथनांक है, लेकिन सेल्सियस पैमाने पर यह 37.78°C के बराबर होता है। 212°C फारेनहाइट पैमाने पर पानी का क्वथनांक है, जो 100°C के बराबर होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव कान की श्रव्यता सीमा (Audible Range) आमतौर पर कितनी होती है?
- (a) 20 Hz से 20,000 Hz
- (b) 2 Hz से 2,000 Hz
- (c) 200 Hz से 2,000 Hz
- (d) 20 Hz से 2,000 Hz
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्रव्यता सीमा (Audible Range) ध्वनि आवृत्तियों की वह सीमा है जिसे एक सामान्य मानव कान सुन सकता है।
व्याख्या (Explanation): सामान्य मानव कान लगभग 20 हर्ट्ज़ (Hz) से लेकर 20,000 हर्ट्ज़ (20 kHz) तक की आवृत्तियों की ध्वनियों को सुन सकता है। 20 Hz से कम की आवृत्तियों को इन्फ्रासाउंड (Infrasound) और 20,000 Hz से अधिक की आवृत्तियों को अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) कहा जाता है, जिन्हें मनुष्य सामान्यतः नहीं सुन सकते।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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आवर्त सारणी (Periodic Table) में, क्षार धातुएँ (Alkali Metals) किस समूह (Group) में पाई जाती हैं?
- (a) समूह 1
- (b) समूह 17
- (c) समूह 18
- (d) समूह 2
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक, इलेक्ट्रॉन विन्यास और आवर्ती रासायनिक गुणों के आधार पर व्यवस्थित करती है। समूह समान संयोजी इलेक्ट्रॉन विन्यास वाले तत्वों का एक ऊर्ध्वाधर कॉलम होता है।
व्याख्या (Explanation): क्षार धातुएँ (जैसे लिथियम, सोडियम, पोटेशियम) आवर्त सारणी के समूह 1 में स्थित होती हैं। इनमें बाहरी कोश में केवल एक इलेक्ट्रॉन होता है, जो उन्हें अत्यधिक प्रतिक्रियाशील बनाता है। समूह 17 हैलोजन (Halogens) होते हैं, समूह 18 उत्कृष्ट गैसें (Noble Gases) होती हैं, और समूह 2 क्षारीय मृदा धातुएँ (Alkaline Earth Metals) होती हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीमोग्लोबिन का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) वसा का पाचन
- (b) ऑक्सीजन का परिवहन
- (c) प्रतिरक्षा प्रदान करना
- (d) तंत्रिका आवेगों का संचरण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है, जो फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन में आयरन (Fe) होता है, जो ऑक्सीजन के अणुओं से बंध जाता है। यह ऑक्सीजन फेफड़ों से ऊतकों तक ले जाई जाती है, जहां यह कोशिकाओं द्वारा ऊर्जा उत्पादन के लिए उपयोग की जाती है। वसा का पाचन एंजाइमों द्वारा होता है, प्रतिरक्षा प्रणाली श्वेत रक्त कोशिकाओं और एंटीबॉडी द्वारा प्रदान की जाती है, और तंत्रिका आवेगों का संचरण तंत्रिका कोशिकाओं द्वारा होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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गति के तीसरे नियम (Third Law of Motion) के अनुसार, प्रत्येक क्रिया की हमेशा एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है। यह किस सिद्धांत का उदाहरण है?
- (a) ऊर्जा संरक्षण
- (b) संवेग संरक्षण
- (c) जड़त्व
- (d) द्रव्यमान संरक्षण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन के गति के तीसरे नियम के अनुसार, जब एक वस्तु दूसरी वस्तु पर बल लगाती है, तो दूसरी वस्तु पहली वस्तु पर एक समान और विपरीत दिशा में बल लगाती है। यह सिद्धांत संवेग संरक्षण (Conservation of Momentum) से निकटता से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): संवेग संरक्षण का सिद्धांत कहता है कि एक पृथक प्रणाली का कुल संवेग स्थिर रहता है। जब दो वस्तुएं परस्पर क्रिया करती हैं, तो एक वस्तु द्वारा दूसरी वस्तु पर लगाया गया बल और दूसरी वस्तु द्वारा पहली वस्तु पर लगाया गया बल (क्रिया-प्रतिक्रिया बल) संवेग परिवर्तन के दर के बराबर होते हैं, और क्योंकि ये बल परिमाण में बराबर और दिशा में विपरीत होते हैं, कुल संवेग संरक्षित रहता है। ऊर्जा संरक्षण (Law of Conservation of Energy) ऊर्जा के कुल योग के स्थिर रहने से संबंधित है। जड़त्व (Inertia) किसी वस्तु की अपनी गति की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करने की प्रवृत्ति है। द्रव्यमान संरक्षण (Law of Conservation of Mass) कहता है कि एक रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किस अम्ल का उपयोग आमतौर पर पेट में भोजन के पाचन के लिए किया जाता है?
- (a) सल्फ्यूरिक अम्ल
- (b) नाइट्रिक अम्ल
- (c) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
- (d) एसिटिक अम्ल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव पेट की जठर ग्रंथियां (Gastric Glands) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) का स्राव करती हैं, जो पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पेट को एक अम्लीय वातावरण प्रदान करता है, जो पेप्सिन (Pepsin) जैसे पाचक एंजाइमों को सक्रिय करता है। यह भोजन में मौजूद बैक्टीरिया और सूक्ष्मजीवों को भी मारता है। सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) एक बहुत ही संक्षारक अम्ल है और पेट में नहीं पाया जाता। नाइट्रिक अम्ल (HNO3) भी एक प्रबल अम्ल है। एसिटिक अम्ल (CH3COOH) सिरके में पाया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश की किस घटना के कारण आकाश नीला दिखाई देता है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) प्रकीर्णन (Scattering)
- (d) विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering of Light) वह प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश की किरणें हवा के अणुओं या धूल के कणों से टकराकर विभिन्न दिशाओं में फैल जाती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है, तो यह हवा के अणुओं (मुख्य रूप से नाइट्रोजन और ऑक्सीजन) से टकराता है। ये अणु नीले प्रकाश को लाल प्रकाश की तुलना में अधिक प्रभावी ढंग से प्रकीर्णित करते हैं, क्योंकि नीले प्रकाश की तरंग दैर्ध्य छोटी होती है। यह प्रकीर्णित नीला प्रकाश आकाश में हर दिशा में फैल जाता है, जिससे हमें आकाश नीला दिखाई देता है। परावर्तन तब होता है जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस उसी माध्यम में लौट जाता है। अपवर्तन तब होता है जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाते समय अपनी दिशा बदलता है। विवर्तन तब होता है जब प्रकाश किसी बाधा के किनारों के चारों ओर मुड़ता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जीवित प्राणियों में, कोशिका भित्ति (Cell Wall) मुख्य रूप से किसमें पाई जाती है?
- (a) पशु कोशिकाएँ
- (b) पादप कोशिकाएँ और कवक
- (c) केवल मानव कोशिकाएँ
- (d) जीवाणु कोशिकाएँ
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका भित्ति कोशिका झिल्ली (Cell Membrane) के बाहर एक अतिरिक्त सुरक्षात्मक परत है जो कोशिका को संरचनात्मक सहायता और सुरक्षा प्रदान करती है।
व्याख्या (Explanation): पादप कोशिकाओं में कोशिका भित्ति सेल्यूलोज से बनी होती है। कवक (Fungi) में, यह चिटिन (Chitin) से बनी होती है। कुछ जीवाणुओं में भी कोशिका भित्ति होती है, लेकिन यह भिन्न रासायनिक संरचना वाली होती है। पशु कोशिकाओं और मानव कोशिकाओं में कोशिका भित्ति नहीं होती है; उनमें केवल कोशिका झिल्ली होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सोडियम (Na) का परमाणु क्रमांक (Atomic Number) कितना है?
- (a) 9
- (b) 11
- (c) 13
- (d) 10
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु क्रमांक (Atomic Number) एक तत्व के परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या होती है। यह तत्व की पहचान निर्धारित करता है।
व्याख्या (Explanation): सोडियम (Na) का परमाणु क्रमांक 11 होता है, जिसका अर्थ है कि इसके नाभिक में 11 प्रोटॉन होते हैं। एक तटस्थ परमाणु में, प्रोटॉन की संख्या इलेक्ट्रॉनों की संख्या के बराबर होती है। सोडियम का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 1 होता है। फ्लोरीन (F) का परमाणु क्रमांक 9 है, एल्युमीनियम (Al) का 13 है, और नियॉन (Ne) का 10 है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव मस्तिष्क का वह कौन सा भाग है जो शारीरिक गतिविधियों के समन्वय (Coordination) और संतुलन (Balance) के लिए जिम्मेदार है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मस्तिष्क स्तंभ (Brainstem)
- (d) थैलेमस (Thalamus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भागों के विशिष्ट कार्य होते हैं। अनुमस्तिष्क, मस्तिष्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो स्वैच्छिक मांसपेशी आंदोलनों, मुद्रा, संतुलन, समन्वय और भाषण को नियंत्रित करता है।
व्याख्या (Explanation): प्रमस्तिष्क (Cerebrum) सोच, स्मृति और भाषा जैसी उच्च-स्तरीय कार्यों को नियंत्रित करता है। मस्तिष्क स्तंभ (Brainstem) हृदय गति, श्वास और नींद जैसी अनैच्छिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है। थैलेमस (Thalamus) संवेदी जानकारी के लिए एक रिले स्टेशन के रूप में कार्य करता है। अनुमस्तिष्क (Cerebellum) संतुलन और समन्वय बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत धारा (Electric Current) को मापने के लिए किस मात्रक (Unit) का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्ट (Volt)
- (b) ओम (Ohm)
- (c) एम्पीयर (Ampere)
- (d) वाट (Watt)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा (Electric Current) आवेश के प्रवाह की दर है। इसका SI मात्रक एम्पीयर (A) है।
व्याख्या (Explanation): वोल्ट (Volt) विभवांतर (Potential Difference) का मात्रक है। ओम (Ohm) प्रतिरोध (Resistance) का मात्रक है। वाट (Watt) शक्ति (Power) का मात्रक है। एम्पीयर (Ampere) विद्युत धारा का मात्रक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पदार्थ की अवस्थाएँ (States of Matter) में से, कौन सी अवस्था आयतन (Volume) और आकार (Shape) दोनों में निश्चित नहीं होती है?
- (a) ठोस (Solid)
- (b) द्रव (Liquid)
- (c) गैस (Gas)
- (d) प्लाज्मा (Plasma)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की तीन मुख्य अवस्थाएँ होती हैं: ठोस, द्रव और गैस। प्रत्येक अवस्था की अपनी विशिष्ट विशेषताएँ होती हैं जो कणों की व्यवस्था और गति से निर्धारित होती हैं।
व्याख्या (Explanation): ठोस अवस्था में कण कसकर बंधे होते हैं, जिससे उनका आयतन और आकार दोनों निश्चित होते हैं। द्रव अवस्था में कणों में गति की अधिक स्वतंत्रता होती है, इसलिए उनका आयतन निश्चित होता है लेकिन आकार अनिश्चित (जिस पात्र में रखे जाते हैं, उसका आकार ले लेते हैं)। गैस अवस्था में, कण एक-दूसरे से बहुत दूर होते हैं और तेज़ी से गति करते हैं, इसलिए उनका आयतन और आकार दोनों अनिश्चित होते हैं। प्लाज्मा, पदार्थ की चौथी अवस्था है, जो आयनित गैस होती है और उच्च तापमान पर पाई जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) स्कर्वी (Scurvy)
- (b) रिकेट्स (Rickets)
- (c) बेरीबेरी (Beriberi)
- (d) रतौंधी (Night Blindness)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन डी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स (Rickets) नामक बीमारी हो जाती है, जिसमें हड्डियाँ नरम और विकृत हो जाती हैं। वयस्कों में, यह ऑस्टियोमलेशिया (Osteomalacia) का कारण बन सकता है। स्कर्वी विटामिन सी की कमी से होता है। बेरीबेरी विटामिन बी1 (थायमिन) की कमी से होता है। रतौंधी विटामिन ए की कमी से होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी?
- (a) जे.जे. थॉमसन
- (b) अर्नेस्ट रदरफोर्ड
- (c) जॉन डाल्टन
- (d) नील्स बोहर
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु की संरचना को समझने में महत्वपूर्ण खोजों में इलेक्ट्रॉन की खोज शामिल है, जो एक ऋणात्मक आवेशित कण है।
व्याख्या (Explanation): जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson) ने 1897 में कैथोड किरणों (Cathode Rays) के प्रयोगों के माध्यम से इलेक्ट्रॉन की खोज की थी। अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford) ने परमाणु नाभिक (Nucleus) की खोज की थी। जॉन डाल्टन (John Dalton) ने परमाणु सिद्धांत (Atomic Theory) का प्रस्ताव रखा था। नील्स बोहर (Niels Bohr) ने परमाणु के बोहर मॉडल (Bohr Model) का विकास किया था।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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शरीर का वह कौन सा अंग है जो रक्त को फ़िल्टर करता है और अपशिष्ट उत्पादों (Waste Products) को हटाता है?
- (a) हृदय (Heart)
- (b) फेफड़े (Lungs)
- (c) गुर्दे (Kidneys)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुर्दे (Kidneys) मानव उत्सर्जन तंत्र (Urinary System) के प्रमुख अंग हैं, जो रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को छानकर मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं।
व्याख्या (Explanation): गुर्दे रक्त को फ़िल्टर करते हैं, यूरिया, अतिरिक्त नमक और पानी जैसे अपशिष्ट उत्पादों को हटाते हैं। हृदय रक्त पंप करता है। फेफड़े ऑक्सीजन लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकालते हैं। यकृत (Liver) चयापचय (Metabolism) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विषैले पदार्थों को डिटॉक्सिफाई करता है, और पित्त (Bile) का उत्पादन करता है, लेकिन इसका मुख्य कार्य रक्त को फ़िल्टर करके अपशिष्ट हटाना नहीं है जैसा कि गुर्दे करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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किसी वस्तु की गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy) किस पर निर्भर करती है?
- (a) केवल द्रव्यमान (Mass)
- (b) केवल वेग (Velocity)
- (c) द्रव्यमान और वेग दोनों
- (d) केवल त्वरण (Acceleration)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गतिज ऊर्जा किसी वस्तु की गति के कारण उसमें निहित ऊर्जा होती है। इसका सूत्र KE = 1/2 * mv^2 है, जहाँ m वस्तु का द्रव्यमान है और v उसका वेग है।
व्याख्या (Explanation): सूत्र के अनुसार, गतिज ऊर्जा वस्तु के द्रव्यमान (m) और उसके वेग (v) के वर्ग (v^2) दोनों के गुणनफल पर निर्भर करती है। यदि द्रव्यमान या वेग बढ़ता है, तो गतिज ऊर्जा भी बढ़ती है। त्वरण (Acceleration) वेग में परिवर्तन की दर है, लेकिन गतिज ऊर्जा सीधे त्वरण पर निर्भर नहीं करती, बल्कि वेग पर निर्भर करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली गैस कौन सी है?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
- (c) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (d) आर्गन (Argon)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का वायुमंडल विभिन्न गैसों का मिश्रण है, जिसमें नाइट्रोजन सबसे अधिक मात्रा में पाई जाती है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के वायुमंडल में लगभग 78% नाइट्रोजन (N2), 21% ऑक्सीजन (O2), लगभग 0.9% आर्गन (Ar) और बहुत कम मात्रा में अन्य गैसें (जैसे कार्बन डाइऑक्साइड, नियॉन, हीलियम, मीथेन आदि) होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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DNA का पूर्ण रूप (Full Form) क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड
- (b) डाइनाइट्रोजन एसिड
- (c) डीऑक्सीराइबोज न्यूक्लिक एसिड
- (d) डायोक्साइनिक एसिड
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): DNA (Deoxyribonucleic Acid) एक अणु है जो आनुवंशिक निर्देशों को वहन करता है और एक जीव के विकास, कामकाज, वृद्धि और प्रजनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): DNA का पूरा नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid) है। यह एक जटिल अणु है जिसमें किसी जीव के निर्माण और कार्यप्रणाली के लिए आनुवंशिक कोड होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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किसी पदार्थ को गर्म करने पर उसके आयतन में होने वाली वृद्धि को क्या कहते हैं?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) ऊष्मीय प्रसार (Thermal Expansion)
- (c) संक्षेपण (Condensation)
- (d) गलनांक (Melting Point)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मीय प्रसार (Thermal Expansion) वह घटना है जिसमें तापमान में वृद्धि के कारण किसी पदार्थ का आयतन बढ़ता है।
व्याख्या (Explanation): जब किसी पदार्थ को गर्म किया जाता है, तो उसके कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है, जिससे वे एक-दूसरे से अधिक दूरी पर हो जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, ठोस, द्रव और गैसों के आयतन में वृद्धि होती है। वाष्पीकरण एक तरल का गैस में बदलना है। संक्षेपण गैस का तरल में बदलना है। गलनांक वह तापमान है जिस पर कोई ठोस पिघलता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Largest Gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायरॉयड (Thyroid)
- (c) एड्रेनल (Adrenal)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण अंग है और सभी ग्रंथियों में सबसे बड़ा है।
व्याख्या (Explanation): यकृत पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में स्थित होता है और इसका वजन लगभग 1.5 किलोग्राम (3.3 पाउंड) होता है। यह चयापचय, डिटॉक्सिफिकेशन, प्रोटीन संश्लेषण और पित्त उत्पादन सहित 500 से अधिक महत्वपूर्ण कार्य करता है। अग्न्याशय, थायरॉयड और एड्रेनल ग्रंथियाँ महत्वपूर्ण हैं, लेकिन यकृत से छोटी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पदार्थ की अवस्थाओं में से, कौन सी अवस्था आयतन (Volume) में निश्चित होती है लेकिन आकार (Shape) में अनिश्चित?
- (a) ठोस (Solid)
- (b) द्रव (Liquid)
- (c) गैस (Gas)
- (d) प्लाज्मा (Plasma)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की विभिन्न अवस्थाओं के कणों की व्यवस्था और गति के आधार पर उनके भौतिक गुणधर्म (जैसे आयतन और आकार) भिन्न होते हैं।
व्याख्या (Explanation): द्रव अवस्था में, कण एक-दूसरे के करीब होते हैं लेकिन ठोस की तरह कसकर बंधे नहीं होते, जिससे वे एक-दूसरे पर फिसल सकते हैं। इसलिए, उनका आयतन निश्चित होता है क्योंकि उनके बीच की दूरी ज्यादा नहीं बदलती, लेकिन वे जिस पात्र में रखे जाते हैं, उसका आकार ले लेते हैं, जिससे उनका आकार अनिश्चित होता है। ठोस का आयतन और आकार दोनों निश्चित होते हैं, और गैस का आयतन और आकार दोनों अनिश्चित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आधुनिक आवर्त सारणी (Modern Periodic Table) को किसने विकसित किया था?
- (a) दिमित्री मेंडेलीव (Dmitri Mendeleev)
- (b) हेनरी मोस्ले (Henry Moseley)
- (c) एंटोनी लैवोजियर (Antoine Lavoisier)
- (d) जॉन डाल्टन (John Dalton)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तत्वों को व्यवस्थित करने के लिए आवर्त सारणी एक महत्वपूर्ण उपकरण है। आधुनिक आवर्त सारणी परमाणु क्रमांक पर आधारित है।
व्याख्या (Explanation): दिमित्री मेंडेलीव ने प्रारंभिक आवर्त सारणी विकसित की थी, जो तत्वों को उनके परमाणु भार के आधार पर व्यवस्थित करती थी। हालांकि, 1913 में हेनरी मोस्ले (Henry Moseley) ने दर्शाया कि तत्वों के रासायनिक गुण उनके परमाणु क्रमांक (Atomic Number) के आवर्ती फलन होते हैं, न कि परमाणु भार के। इस खोज के आधार पर आधुनिक आवर्त सारणी विकसित की गई, जहाँ तत्वों को परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है। लैवोजियर ने तत्वों की सूची तैयार की थी और एंटोनी लैवोजियर ने तत्वों के बारे में महत्वपूर्ण कार्य किया था, लेकिन वे आवर्त सारणी के विकास से सीधे तौर पर संबंधित नहीं हैं। जॉन डाल्टन ने परमाणु सिद्धांत दिया था।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में ऊर्जा उत्पादन (Energy Production) के लिए कोशिकाओं द्वारा किस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है?
- (a) किण्वन (Fermentation)
- (b) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (c) श्वसन (Respiration)
- (d) पाचन (Digestion)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration) वह जैव रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं पोषक तत्वों (जैसे ग्लूकोज) को ऊर्जा (ATP) में परिवर्तित करती हैं, जिसके लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन (मुख्य रूप से माइटोकॉन्ड्रिया में होता है) वह मुख्य प्रक्रिया है जिसके द्वारा अधिकांश जीव ऊर्जा प्राप्त करते हैं। प्रकाश संश्लेषण केवल पौधों और कुछ अन्य जीवों द्वारा किया जाता है। किण्वन एक अवायवीय (Anaerobic) प्रक्रिया है जो कम ऊर्जा उत्पन्न करती है और सभी कोशिकाओं में नहीं होती। पाचन भोजन को छोटे अणुओं में तोड़ने की प्रक्रिया है, ऊर्जा उत्पादन की नहीं।
अतः, सही उत्तर (c) है।