Get free Notes

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Click Here

सामान्य विज्ञान में हीरे की चमक: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अभ्यास प्रश्न

सामान्य विज्ञान में हीरे की चमक: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अभ्यास प्रश्न

परिचय: प्रिय प्रतियोगी! आपकी सफलता की राह को और सुगम बनाने के लिए, हम सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्नों का एक विशेष सेट लेकर आए हैं। यह अभ्यास सत्र आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों को समझने में मदद करेगा, जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, रेलवे, राज्य PSCs आदि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। “Doubling Down on Diamond” शीर्षक का यह वैज्ञानिक अन्वेषण आपको ज्ञान के नए आयामों से परिचित कराएगा। आइए, अपनी तैयारी को परखें और आत्मविश्वास बढ़ाएं!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. कार्बन के किस अपरूप (allotrope) में हीरे जैसी संरचना पाई जाती है, जो अपनी कठोरता और चमक के लिए जाना जाता है?

    • (a) ग्रेफाइट (Graphite)
    • (b) फुलेरीन (Fullerene)
    • (c) कोयला (Coal)
    • (d) हीरा (Diamond)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन एक अद्वितीय तत्व है जिसके कई अपरूप होते हैं, जिनमें से प्रत्येक की एक अलग क्रिस्टल संरचना और गुण होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का वह अपरूप है जिसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से चतुष्फलकीय (tetrahedral) रूप से जुड़ा होता है। यह त्रि-आयामी (3D) नेटवर्क संरचना हीरे को असाधारण कठोरता और उच्च अपवर्तनांक (refractive index) प्रदान करती है, जिसके परिणामस्वरूप यह अत्यधिक चमकदार होता है। ग्रेफाइट की परतदार संरचना होती है, फुलेरीन गोलाकार या दीर्घवृत्ताकार अणु होते हैं, और कोयला मुख्य रूप से कार्बनिक पदार्थों का मिश्रण होता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  2. हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) उच्च क्यों होता है, जिसके कारण यह अत्यधिक चमकता है?

    • (a) इसमें अधिक इलेक्ट्रॉन होते हैं।
    • (b) इसके परमाणु एक सघन क्रिस्टल जालक (crystal lattice) में व्यवस्थित होते हैं।
    • (c) यह प्रकाश को अधिक अवशोषित करता है।
    • (d) इसमें मजबूत सहसंयोजक बंध (covalent bonds) होते हैं।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का अपवर्तनांक प्रकाश की गति में होने वाले परिवर्तन को दर्शाता है जब वह उस पदार्थ से गुजरता है। यह पदार्थ की घनत्व और उसके परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनिक घनत्व से संबंधित है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु एक अत्यंत सघन और कठोर त्रि-आयामी क्रिस्टल जालक में व्यवस्थित होते हैं। यह सघन व्यवस्था और परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों का विशेष वितरण प्रकाश के मार्ग को बार-बार मोड़ने (refraction) का कारण बनता है। प्रत्येक प्रकाश किरण जो हीरे में प्रवेश करती है, वह आंतरिक परावर्तन (internal reflection) से तब तक गुजरती है जब तक कि वह बाहर न निकल जाए। उच्च अपवर्तनांक और पूर्ण आंतरिक परावर्तन (total internal reflection) के कारण हीरा असाधारण रूप से चमकता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. हीरे का उपयोग किसमें किया जाता है, जो उसकी अत्यधिक कठोरता का लाभ उठाता है?

    • (a) विद्युत का सुचालक (Conductor of electricity)
    • (b) काटने और पीसने वाले औजार (Cutting and grinding tools)
    • (c) ऊष्मा का कुचालक (Insulator of heat)
    • (d) पारदर्शी दर्पण (Transparent mirrors)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मोह्स कठोरता पैमाना (Mohs Hardness Scale) पदार्थों की सापेक्षिक कठोरता को मापता है, जिसमें हीरा उच्चतम अंक (10) पर होता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता इसे अन्य कठोर पदार्थों को काटने, पीसने और ड्रिल करने के लिए एक आदर्श सामग्री बनाती है। इस गुण के कारण, हीरे का व्यापक रूप से औद्योगिक कटिंग डिस्क, ड्रिल बिट्स, सैंडपेपर और पॉलिशिंग यौगिकों में उपयोग किया जाता है। विद्युत चालकता के संबंध में, हीरा एक उत्कृष्ट विद्युत रोधी (insulator) है, और यह ऊष्मा का बहुत अच्छा सुचालक (conductor) है, न कि कुचालक।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. निम्न में से कौन सा कथन हीरे के लिए सत्य नहीं है?

    • (a) यह कार्बन का एक शुद्ध रूप है।
    • (b) यह विद्युत का अच्छा सुचालक है।
    • (c) यह प्रकाश को बहुत अधिक अपवर्तित करता है।
    • (d) यह बहुत कठोर होता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हीरे की विद्युत चालकता उसके क्रिस्टल संरचना और बंधों की प्रकृति पर निर्भर करती है।

    व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक शुद्ध क्रिस्टलीय रूप है। इसकी सघन त्रि-आयामी संरचना के कारण, यह प्रकाश को उच्च कोटि तक अपवर्तित करता है, जिससे इसमें चमक आती है। यह मोह्स पैमाने पर 10 के साथ सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थों में से एक है। हालांकि, हीरे में सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन (valence electrons) सहसंयोजक बंधों में मजबूती से बंधे होते हैं और मुक्त रूप से घूमने के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं। इसलिए, हीरा विद्युत का एक उत्कृष्ट रोधी (insulator) है, सुचालक नहीं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. हीरे के निर्माण के लिए कौन सी स्थितियाँ आवश्यक हैं?

    • (a) उच्च तापमान और निम्न दबाव
    • (b) निम्न तापमान और उच्च दबाव
    • (c) मध्यम तापमान और मध्यम दबाव
    • (d) अत्यंत उच्च तापमान और अत्यंत उच्च दबाव

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपरूपों का निर्माण विशिष्ट दबाव और तापमान की स्थितियों पर निर्भर करता है।

    व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक रूप से हीरे पृथ्वी की सतह से लगभग 150-200 किलोमीटर नीचे, मैंटल (mantle) में बनते हैं। इस गहराई पर, तापमान लगभग 900-1300 डिग्री सेल्सियस और दबाव लगभग 45-60 किलोबार (kilobar) होता है। ये अत्यंत उच्च तापमान और दबाव की स्थितियाँ कार्बन परमाणुओं को एक साथ मिलकर हीरे की सघन क्रिस्टल संरचना बनाने के लिए मजबूर करती हैं। प्रयोगशालाओं में भी कृत्रिम हीरे बनाने के लिए इन्हीं सिद्धांतों का पालन किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  6. हीरे को पिघलाने (melt) के बजाय, उच्च तापमान पर किस गैस के वातावरण में यह जलता है?

    • (a) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (b) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (c) हाइड्रोजन (Hydrogen)
    • (d) हीलियम (Helium)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ज्वलन (combustion) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ ऑक्सीजन की उपस्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया करके ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे का गलनांक (melting point) बहुत अधिक होता है, और यह वायुमंडलीय दबाव पर पिघलता नहीं है। इसके बजाय, जब इसे लगभग 800-1000 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर ऑक्सीजन की उपस्थिति में गर्म किया जाता है, तो यह जलता है और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) बनाता है, ठीक उसी तरह जैसे एक सामान्य ईंधन जलता है। इस प्रक्रिया को दहन कहते हैं। यह प्रतिक्रिया मुख्य रूप से निम्न समीकरण द्वारा दर्शायी जाती है: C (diamond) + O2 (gas) → CO2 (gas) + heat।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. कार्बन का कौन सा अपरूप विद्युत का सुचालक है और ग्रेफाइट की परतों के बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल (van der Waals forces) होते हैं?

    • (a) हीरा (Diamond)
    • (b) ग्रेफाइट (Graphite)
    • (c) बकमिंस्टरफुलरिन (Buckminsterfullerene)
    • (d) चारकोल (Charcoal)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पदार्थों के विद्युत चालकता और उनकी क्रिस्टल संरचना के बीच संबंध।

    व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट, हीरे के विपरीत, विद्युत का एक अच्छा सुचालक है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ग्रेफाइट की संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु केवल तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है, जिससे एक षट्कोणीय (hexagonal) परतदार संरचना बनती है। प्रत्येक कार्बन परमाणु के पास एक अतिरिक्त पाई-इलेक्ट्रॉन (pi-electron) होता है जो इन परतों के भीतर स्थानीयकृत (delocalized) होता है। ये मुक्त इलेक्ट्रॉन विद्युत धारा का संचालन करने के लिए स्वतंत्र होते हैं। ग्रेफाइट की परतें एक-दूसरे के ऊपर व्यवस्थित होती हैं और उनके बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल होते हैं, जो परतों को आसानी से एक-दूसरे पर फिसलने की अनुमति देते हैं, यही कारण है कि ग्रेफाइट स्नेहक (lubricant) के रूप में प्रयोग किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. मानव शरीर में, हड्डियों को एक साथ जोड़ने वाले संयोजी ऊतक (connective tissue) को क्या कहते हैं?

    • (a) स्नायु (Ligament)
    • (b) कण्डरा (Tendon)
    • (c) उपास्थि (Cartilage)
    • (d) मांसपेशी (Muscle)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली में विभिन्न प्रकार के संयोजी ऊतक अपनी विशिष्ट भूमिकाओं के साथ मौजूद होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): स्नायु (Ligaments) मजबूत, लोचदार रेशेदार संयोजी ऊतक होते हैं जो हड्डियों को एक साथ जोड़ते हैं, जिससे जोड़ों को स्थिरता मिलती है। कण्डरा (Tendons) संयोजी ऊतक होते हैं जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ते हैं, जिससे गति संभव होती है। उपास्थि (Cartilage) एक लचीला संयोजी ऊतक है जो हड्डियों के सिरों को कवर करता है, शॉक को अवशोषित करता है और चिकनी गति प्रदान करता है, और यह जोड़ों में भी पाया जाता है। मांसपेशियाँ संकुचन द्वारा गति उत्पन्न करती हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  9. जीव विज्ञान में, डीएनए (DNA) का पूरा नाम क्या है, जिसमें आनुवंशिक जानकारी निहित होती है?

    • (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid)
    • (b) डायनिट्रोजन मोनोऑक्साइड (Dinitrogen Monoxide)
    • (c) डीऑक्सीराइबोस (Deoxyribose)
    • (d) डोपामिन न्यूक्लिक एसिड (Dopamine Nucleic Acid)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूक्लिक एसिड जीव विज्ञान में आनुवंशिक सामग्री के रूप में कार्य करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): डीएनए का पूरा नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid) है। यह एक दोहरा सर्पिल (double helix) अणु है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों में आनुवंशिक निर्देशों को ले जाता है। यह डीऑक्सीराइबोज शर्करा, फॉस्फेट समूह और चार नाइट्रोजनस क्षारकों (एडेनिन, गुआनिन, साइटोसिन और थाइमिन) से मिलकर बनता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  10. मानव मस्तिष्क का वह भाग जो स्वैच्छिक (voluntary) गतियों, संतुलन और मुद्रा (posture) के समन्वय के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है, कौन सा है?

    • (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
    • (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
    • (c) मस्तिष्क स्तंभ (Brainstem)
    • (d) हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव मस्तिष्क के विभिन्न भाग विशिष्ट कार्यों को नियंत्रित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क (Cerebellum) मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो मुख्य रूप से स्वैच्छिक गतियों, संतुलन, समन्वय और मुद्रा को नियंत्रित करता है। यह मांसपेशियों की क्रियाओं को परिष्कृत करता है और उन्हें सुचारू और सटीक बनाता है। प्रमस्तिष्क (Cerebrum) सोच, स्मृति और चेतना जैसी उच्च-स्तरीय संज्ञानात्मक कार्यों के लिए जिम्मेदार है। मस्तिष्क स्तंभ (Brainstem) श्वसन, हृदय गति और रक्तचाप जैसी महत्वपूर्ण अनैच्छिक (involuntary) कार्यों को नियंत्रित करता है। हाइपोथैलेमस (Hypothalamus) शरीर के तापमान, भूख और प्यास जैसे होमियोस्टेसिस (homeostasis) को विनियमित करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को किसमें परिवर्तित करते हैं?

    • (a) ऑक्सीजन और स्टार्च (Oxygen and Starch)
    • (b) ग्लूकोज और ऑक्सीजन (Glucose and Oxygen)
    • (c) नाइट्रोजन और पानी (Nitrogen and Water)
    • (d) कार्बन डाइऑक्साइड और पानी (Carbon Dioxide and Water)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके अपना भोजन बनाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की कुल प्रतिक्रिया इस प्रकार है: 6CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H2O (जल) + सूर्य का प्रकाश → C6H12O6 (ग्लूकोज) + 6O2 (ऑक्सीजन)। इस प्रक्रिया में, पौधे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को अवशोषित करते हैं, क्लोरोफिल (chlorophyll) की सहायता से सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करते हैं, और इसे ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा जो ऊर्जा स्रोत का काम करती है) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं। ऑक्सीजन वातावरण में छोड़ी जाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. मानव रक्त का वह कौन सा घटक है जो ऑक्सीजन के परिवहन के लिए जिम्मेदार होता है?

    • (a) प्लाज्मा (Plasma)
    • (b) श्वेत रक्त कोशिकाएं (White Blood Cells – WBCs)
    • (c) लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells – RBCs)
    • (d) प्लेटलेट्स (Platelets)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रक्त विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं और प्लाज्मा से बना होता है, जिनमें से प्रत्येक के अपने विशिष्ट कार्य होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाएं (Erythrocytes) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) नामक एक प्रोटीन से भरपूर होती हैं, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को बांधती है और इसे शरीर के ऊतकों तक पहुंचाती है। वे ऊतकों से कार्बन डाइऑक्साइड को वापस फेफड़ों तक भी ले जाती हैं। प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है जो पोषक तत्वों, हार्मोन, अपशिष्ट उत्पादों और अन्य पदार्थों का परिवहन करता है। श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमने में मदद करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. पौधों में जल और खनिजों का परिवहन मुख्य रूप से किस ऊतक (tissue) द्वारा किया जाता है?

    • (a) फ्लोएम (Phloem)
    • (b) जाइलम (Xylem)
    • (c) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
    • (d) स्क्लेरेन्काइमा (Sclerenchyma)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): संवहन ऊतक (Vascular tissues) पौधों में पानी, खनिजों और शर्करा के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम (Xylem) पौधों का संवहन ऊतक है जो जड़ों से अवशोषित जल और उसमें घुले खनिजों को पौधे के बाकी हिस्सों (तने, पत्तियों, फूलों) तक पहुंचाता है। यह पौधे को यांत्रिक सहायता भी प्रदान करता है। फ्लोएम (Phloem) वह संवहन ऊतक है जो प्रकाश संश्लेषण द्वारा निर्मित शर्करा (भोजन) को पत्तियों से पौधे के अन्य भागों तक पहुंचाता है। पैरेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा पौधों के अन्य प्रकार के ऊतक हैं जिनके अलग-अलग कार्य होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. सौर मंडल में, वह ग्रह कौन सा है जिसे अक्सर “लाल ग्रह” (Red Planet) कहा जाता है?

    • (a) शुक्र (Venus)
    • (b) बृहस्पति (Jupiter)
    • (c) मंगल (Mars)
    • (d) शनि (Saturn)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्रहों की सतह की संरचना और वायुमंडल उनके रंग और उपस्थिति को प्रभावित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): मंगल ग्रह को “लाल ग्रह” कहा जाता है क्योंकि इसकी सतह पर बड़ी मात्रा में आयरन ऑक्साइड (rust) मौजूद है, जो इसे एक विशिष्ट लाल रंग देता है। शुक्र का वातावरण घना और पीला होता है, बृहस्पति और शनि गैस दानव हैं जिनमें रंगीन बादल की पट्टियाँ होती हैं, और इन पर लाल रंग का कोई प्रमुख घटक नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  15. ध्वनि की गति (speed of sound) किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?

    • (a) वायु (Air)
    • (b) जल (Water)
    • (c) इस्पात (Steel)
    • (d) निर्वात (Vacuum)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग (mechanical wave) है जिसके संचरण के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। माध्यम की घनत्व और प्रत्यास्थता (elasticity) ध्वनि की गति को प्रभावित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम के कणों के बीच की दूरी और उनकी प्रत्यास्थता पर निर्भर करती है। सामान्य तौर पर, ध्वनि ठोस पदार्थों में सबसे तेज, तरल पदार्थों में उससे कम और गैसों में सबसे धीमी गति से चलती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि वहां संचरण के लिए कोई माध्यम नहीं होता है। इस्पात (एक ठोस) में, कण बहुत पास-पास होते हैं और कसकर बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि की गति हवा (एक गैस) या पानी (एक तरल) की तुलना में बहुत अधिक होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. पानी (H2O) का वह कौन सा गुण है जिसके कारण यह एक उत्कृष्ट विलायक (solvent) है?

    • (a) इसकी अध्रुवीय प्रकृति (Non-polar nature)
    • (b) इसकी उच्च विशिष्ट ऊष्मा (High specific heat)
    • (c) इसकी ध्रुवीय प्रकृति (Polar nature)
    • (d) इसका निम्न क्वथनांक (Low boiling point)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): “समान समान को घोलता है” (Like dissolves like) का सिद्धांत।

    व्याख्या (Explanation): पानी एक ध्रुवीय अणु है, जिसका अर्थ है कि इसके ऑक्सीजन परमाणु पर आंशिक ऋणात्मक आवेश (partial negative charge) और हाइड्रोजन परमाणुओं पर आंशिक धनात्मक आवेश (partial positive charge) होता है। यह ध्रुवीयता पानी को अन्य ध्रुवीय अणुओं (जैसे नमक, शर्करा) और आयनों को घेरने और घोलने की अनुमति देती है। अध्रुवीय पदार्थ, जैसे तेल, पानी में नहीं घुलते क्योंकि वे पानी के ध्रुवीय अणुओं के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत नहीं कर पाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. मानव शरीर में, कौन सा हार्मोन रक्त शर्करा (blood sugar) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है?

    • (a) एड्रेनालिन (Adrenaline)
    • (b) थायरोक्सिन (Thyroxin)
    • (c) इंसुलिन (Insulin)
    • (d) टेस्टोस्टेरोन (Testosterone)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अंतःस्रावी ग्रंथियां (Endocrine glands) शरीर में विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करने वाले हार्मोन स्रावित करती हैं।

    व्याख्या (Explanation): इंसुलिन अग्न्याशय (pancreas) की बीटा कोशिकाओं द्वारा स्रावित एक हार्मोन है। यह रक्त से ग्लूकोज को कोशिकाओं में प्रवेश करने में मदद करता है, जहां इसका उपयोग ऊर्जा के लिए किया जाता है, इस प्रकार रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है। उच्च रक्त शर्करा के स्तर से मधुमेह (diabetes) हो सकता है। एड्रेनालिन ‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया में शामिल है। थायरोक्सिन चयापचय (metabolism) को नियंत्रित करता है। टेस्टोस्टेरोन एक पुरुष सेक्स हार्मोन है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. एक लेंस की शक्ति (power of a lens) को किस इकाई में मापा जाता है?

    • (a) मीटर (Meter)
    • (b) वाट (Watt)
    • (c) डायोप्टर (Diopter)
    • (d) हर्ट्ज़ (Hertz)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लेंस की शक्ति उसकी फोकस दूरी (focal length) के व्युत्क्रमानुपाती (inversely proportional) होती है।

    व्याख्या (Explanation): लेंस की शक्ति को डायोप्टर (Diopter) में मापा जाता है। शक्ति (P) की गणना फोकस दूरी (f), जो मीटर में मापी जाती है, के व्युत्क्रम के रूप में की जाती है: P = 1/f। एक अधिक शक्तिशाली लेंस का मतलब है कि यह प्रकाश को अधिक मजबूती से मोड़ता है और इसकी फोकस दूरी कम होती है। मीटर लंबाई की इकाई है, वाट शक्ति की इकाई (विद्युत या यांत्रिक), और हर्ट्ज़ आवृत्ति की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. कौन सा विटामिन सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने पर मानव त्वचा द्वारा संश्लेषित (synthesized) किया जाता है?

    • (a) विटामिन ए (Vitamin A)
    • (b) विटामिन सी (Vitamin C)
    • (c) विटामिन डी (Vitamin D)
    • (d) विटामिन ई (Vitamin E)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कुछ विटामिन मानव शरीर द्वारा निर्मित किए जा सकते हैं, जबकि अन्य को आहार से प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन डी एक वसा-घुलनशील (fat-soluble) विटामिन है जो कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। जब हमारी त्वचा पराबैंगनी-बी (UVB) किरणों वाले सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती है, तो यह कोलेस्ट्रॉल डेरिवेटिव (cholesterol derivative) का उपयोग करके विटामिन डी का संश्लेषण करती है। पर्याप्त सूर्य के प्रकाश के संपर्क के बिना, विटामिन डी की कमी हो सकती है, जिससे रिकेट्स (rickets) जैसी स्थितियां हो सकती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. ध्वनि तरंगों को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करने वाला उपकरण कौन सा है?

    • (a) लाउडस्पीकर (Loudspeaker)
    • (b) माइक्रोफोन (Microphone)
    • (c) ट्रांसफार्मर (Transformer)
    • (d) जनरेटर (Generator)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विभिन्न उपकरण ऊर्जा के विभिन्न रूपों के बीच रूपांतरण (conversion) करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): माइक्रोफोन एक ऐसा उपकरण है जो ध्वनि तरंगों (जो यांत्रिक कंपन हैं) को विद्युत संकेतों (इलेक्ट्रिकल सिग्नल) में परिवर्तित करता है। यह सिग्नल फिर रिकॉर्डिंग, प्रवर्धन (amplification) या प्रसारण के लिए उपयोग किया जा सकता है। लाउडस्पीकर विद्युत संकेतों को वापस ध्वनि तरंगों में परिवर्तित करता है। ट्रांसफार्मर विद्युत ऊर्जा के स्तर को बदलने के लिए उपयोग किए जाते हैं, और जनरेटर यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. वनस्पतियों (flora) में, फूलों के परागण (pollination) के लिए कौन सा कीड़ा सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

    • (a) मकड़ी (Spider)
    • (b) तितली (Butterfly)
    • (c) मधुमक्खी (Honeybee)
    • (d) चींटी (Ant)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): परागण पौधों के प्रजनन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो प्रजातियों के अस्तित्व को सुनिश्चित करता है।

    व्याख्या (Explanation): मधुमक्खियां सबसे कुशल और व्यापक रूप से ज्ञात परागणकों में से एक हैं। जब वे फूलों से अमृत (nectar) और पराग (pollen) इकट्ठा करती हैं, तो उनके शरीर पर पराग कण चिपक जाते हैं। जब वे अगले फूल पर बैठती हैं, तो इन पराग कणों को वर्तिकाग्र (stigma) पर स्थानांतरित कर दिया जाता है, जिससे परागण होता है। कई अन्य कीड़े भी परागण में भूमिका निभाते हैं, लेकिन मधुमक्खियों का महत्व निर्विवाद है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  22. प्लास्टिक को कठोर बनाने या टिकाऊ बनाने के लिए उसमें मिलाया जाने वाला योजक (additive) क्या कहलाता है?

    • (a) प्लास्टिसाइज़र (Plasticizer)
    • (b) उत्प्रेरक (Catalyst)
    • (c) स्टेबलाइजर (Stabilizer)
    • (d) फिलर (Filler)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्लास्टिक के गुणों को उनकी निर्माण प्रक्रिया के दौरान विभिन्न योजकों को जोड़कर संशोधित किया जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): प्लास्टिसाइज़र प्लास्टिक में मिलाए जाने वाले पदार्थ होते हैं जो सामग्री की लचीलापन (flexibility), कार्यक्षमता (workability) और लोच (elasticity) को बढ़ाते हैं। वे बहुलक श्रृंखलाओं (polymer chains) के बीच की दूरी बढ़ाकर और अंतर-आणविक बलों (intermolecular forces) को कमजोर करके काम करते हैं। उदाहरण के लिए, पीवीसी (PVC) में अक्सर प्लास्टिसाइज़र मिलाए जाते हैं ताकि उसे पाइपों के लिए कठोर से लचीले उत्पादों (जैसे केबल इन्सुलेशन, फ़्लोरिंग) में बदला जा सके।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  23. मानव शरीर में, निम्नलिखित में से कौन सी ग्रंथि (gland) “मास्टर ग्रंथि” कहलाती है क्योंकि यह अन्य कई अंतःस्रावी ग्रंथियों के कार्य को नियंत्रित करती है?

    • (a) थायरॉयड ग्रंथि (Thyroid gland)
    • (b) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
    • (c) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (d) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अंतःस्रावी तंत्र (Endocrine system) शरीर के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों को विनियमित करने के लिए हार्मोन का उपयोग करता है।

    व्याख्या (Explanation): पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland), जिसे मास्टर ग्रंथि के रूप में भी जाना जाता है, हाइपोथैलेमस (hypothalamus) के नीचे स्थित एक छोटी लेकिन महत्वपूर्ण ग्रंथि है। यह कई हार्मोन का उत्पादन और स्राव करती है जो वृद्धि, चयापचय, प्रजनन और अन्य शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करते हैं। यह थायरॉयड ग्रंथि, अधिवृक्क ग्रंथियों और गोनाड (gonads) जैसी अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों को भी उत्तेजित या बाधित करती है, जिससे यह अंतःस्रावी तंत्र के समन्वय में केंद्रीय भूमिका निभाती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  24. प्रकाश के किस गुण के कारण इंद्रधनुष (rainbow) बनता है?

    • (a) परावर्तन (Reflection)
    • (b) अपवर्तन (Refraction)
    • (c) विवर्तन (Diffraction)
    • (d) प्रकीर्णन (Scattering)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है, तो वह अपने पथ से विचलित हो जाता है, जिसे अपवर्तन कहते हैं।

    व्याख्या (Explanation): इंद्रधनुष वर्षा के बाद हवा में मौजूद पानी की बूंदों द्वारा सूर्य के प्रकाश के अपवर्तन, आंतरिक परावर्तन और फिर से अपवर्तन के कारण बनता है। जब सूर्य का प्रकाश पानी की बूंद में प्रवेश करता है, तो वह मुड़ जाता है (अपवर्तन) और विभिन्न तरंग दैर्ध्य (wavelengths) प्रकाश के लिए अपवर्तन का कोण थोड़ा भिन्न होता है, जिससे प्रकाश सात रंगों में विभाजित हो जाता है (वर्ण-विक्षेपण – dispersion)। यह विक्षेपण इंद्रधनुष के रंगीन बैंड को बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

Leave a Comment