सामान्य विज्ञान में महारत हासिल करें: ‘डायमंड’ से प्रेरित महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए निरंतर अभ्यास और अवधारणाओं की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहाँ हम ‘Doubling Down on Diamond’ जैसे सामयिक संकेतों से प्रेरित होकर भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) लाए हैं। यह प्रश्नोत्तरी आपकी सामान्य विज्ञान की तैयारी को मजबूत करने और परीक्षा के लिए आपकी क्षमता का आकलन करने में सहायक होगी। तो चलिए, अपनी तैयारी को परखें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
-
हीरे के कठोरतम होने का मुख्य कारण क्या है?
- (a) कार्बन परमाणुओं की विशाल श्रृंखला
- (b) कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंध
- (c) हीरे में आयनिक बंध की उपस्थिति
- (d) हीरे का घना क्रिस्टल संरचना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध (Covalent bond) दो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनता है और यह बहुत मजबूत होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा, कार्बन का एक अपररूप है, जिसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध द्वारा जुड़ा होता है। यह त्रिविमीय (3D) जाली संरचना अत्यंत स्थिर और मजबूत होती है, जिसके कारण हीरा बहुत कठोर होता है। अन्य विकल्प उतने सटीक कारण नहीं बताते।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरे में कौन सा संकरण (hybridization) पाया जाता है?
- (a) sp
- (b) sp²
- (c) sp³
- (d) d²sp³
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संकरण परमाणुओं के ऑर्बिटल्स का मिश्रण है जो बंध निर्माण में भाग लेते हैं। sp³ संकरण में एक s ऑर्बिटल और तीन p ऑर्बिटल्स मिलकर चार नए sp³ संकर ऑर्बिटल्स बनाते हैं, जो चतुष्फलकीय (tetrahedral) व्यवस्था में होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से एकल सहसंयोजक बंध द्वारा जुड़ा होता है, जो एक चतुष्फलकीय ज्यामिति बनाता है। यह sp³ संकरण के कारण संभव है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कार्बन का वह अपररूप कौन सा है जो विद्युत का सुचालक है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन
- (d) चारकोल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में, कार्बन परमाणु षटकोणीय (hexagonal) परतों में व्यवस्थित होते हैं। प्रत्येक कार्बन परमाणु तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से बंधा होता है, और चौथा संयोजी इलेक्ट्रॉन delocalized (विस्थानीकृत) होता है और परतों के बीच स्वतंत्र रूप से घूम सकता है। ये मुक्त इलेक्ट्रॉन विद्युत प्रवाह का संचालन करते हैं, जबकि हीरे में सभी इलेक्ट्रॉन बंधे होते हैं, इसलिए यह विद्युत का कुचालक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरा किस कारण से प्रकाश को तीव्र रूप से परावर्तित करता है?
- (a) उच्च अपवर्तनांक (high refractive index)
- (b) कम अपवर्तनांक (low refractive index)
- (c) रंगहीन प्रकृति
- (d) क्रिस्टल का आकार
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उच्च अपवर्तनांक वाले पदार्थ प्रकाश को अधिक मोड़ते हैं और अधिक आंतरिक परावर्तन (total internal reflection) की संभावना को बढ़ाते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक लगभग 2.42 होता है, जो अधिकांश पारदर्शी पदार्थों से बहुत अधिक है। यह उच्च अपवर्तनांक प्रकाश को हीरे के अंदर अधिक बार परावर्तित करता है, जिससे उसकी चमक और आभा (fire) बढ़ती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
हीरे के काटने और पॉलिश करने के लिए किस पदार्थ का उपयोग किया जाता है?
- (a) साधारण स्टील
- (b) कार्बाइड
- (c) अन्य हीरा
- (d) एल्युमिनियम ऑक्साइड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कठोरतम पदार्थ ही किसी अन्य पदार्थ को काट या खरोंच सकता है।
व्याख्या (Explanation): चूँकि हीराMohs पैमाने पर सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थ है (कठोरता 10), इसलिए इसे काटने और आकार देने के लिए केवल अन्य हीरे या हीरे के कणों का उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मोस पैमाने (Mohs scale) पर हीरे की कठोरता कितनी होती है?
- (a) 7
- (b) 8
- (c) 9
- (d) 10
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोस पैमाना खनिजों की सापेक्ष खरोंच कठोरता को मापता है।
व्याख्या (Explanation): मोस पैमाना 1 (टैल्क) से 10 (हीरा) तक होता है। हीरा इस पैमाने पर सबसे कठोर पदार्थ है, जिसका मान 10 है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
कृत्रिम हीरा (synthetic diamond) बनाने के लिए आमतौर पर किस विधि का उपयोग किया जाता है?
- (a) उच्च दाब-निम्न तापमान (High Pressure-Low Temperature – HPHT)
- (b) रासायनिक वाष्प जमाव (Chemical Vapor Deposition – CVD)
- (c) उपरोक्त दोनों
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कृत्रिम हीरे उच्च दबाव और तापमान की स्थितियों में कार्बन परमाणुओं को व्यवस्थित करके बनाए जाते हैं, जो प्राकृतिक निर्माण की नकल करते हैं। CVD विधि में गैस अवस्था से कार्बन जमा किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम हीरे बनाने के लिए दो मुख्य विधियाँ हैं: HPHT विधि, जो प्राकृतिक परिस्थितियों की नकल करती है, और CVD विधि, जो गैस चरण से शुद्ध कार्बन जमा करके हीरे की पतली परतें या क्रिस्टल बनाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
हीरे के क्रिस्टल संरचना में कार्बन-कार्बन बंधों की लंबाई कितनी होती है?
- (a) 154 pm
- (b) 142 pm
- (c) 135 pm
- (d) 120 pm
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधों की लंबाई विशिष्ट आणविक संरचनाओं के लिए नियत होती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे के क्रिस्टल में कार्बन-कार्बन एकल सहसंयोजक बंध की लंबाई लगभग 154 पिकोमीटर (pm) होती है। यह बंध की मजबूती का एक माप है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
निम्न में से कौन सा कथन हीरे के संबंध में सत्य नहीं है?
- (a) यह कार्बन का एक अपररूप है।
- (b) यह विद्युत का सुचालक है।
- (c) यह अत्यंत कठोर होता है।
- (d) यह प्रकाश को उच्च दर से परावर्तित करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की विद्युत चालकता उसके इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): जैसा कि पहले चर्चा की गई है, हीरे के सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन बंधों में स्थानीकृत (localized) होते हैं, जिसके कारण यह विद्युत का कुचालक होता है, न कि सुचालक। अन्य सभी कथन हीरे के गुणधर्मों का सही वर्णन करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरे के उत्पादन में उपयोग होने वाले उत्प्रेरक (catalyst) में आमतौर पर शामिल होता है:
- (a) निकल (Ni)
- (b) लोहा (Fe)
- (c) कोबाल्ट (Co)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): HPHT विधि में, धातु उत्प्रेरक कार्बन को ग्रेफाइट से हीरे में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): HPHT (High Pressure-High Temperature) विधि द्वारा कृत्रिम हीरा बनाने में, कार्बन को पिघलाने और हीरे के रूप में क्रिस्टलीकृत करने के लिए निकल, लोहा और कोबाल्ट जैसी धातुओं के मिश्रण का उपयोग उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
शरीर के किस अंग में लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) बनती हैं?
- (a) यकृत (Liver)
- (b) प्लीहा (Spleen)
- (c) अस्थि मज्जा (Bone Marrow)
- (d) वृक्क (Kidney)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन (एरिथ्रोपोएसिस) एक जटिल प्रक्रिया है जो भ्रूण के विकास के दौरान कुछ अंगों में और जन्म के बाद मुख्य रूप से लाल अस्थि मज्जा में होती है।
व्याख्या (Explanation): वयस्क मनुष्यों में, लाल रक्त कोशिकाएं मुख्य रूप से चपटी हड्डियों (जैसे पसलियां, श्रोणि) और लंबी हड्डियों के सिरों में पाए जाने वाले लाल अस्थि मज्जा में बनती हैं। यकृत और प्लीहा भ्रूण अवस्था में RBCs का उत्पादन करते हैं, लेकिन वयस्कता में यह कार्य मुख्यतः अस्थि मज्जा ही करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव शरीर में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए कौन सा प्रोटीन जिम्मेदार है?
- (a) हीमोग्लोबिन
- (b) मायोग्लोबिन
- (c) एल्ब्यूमिन
- (d) कोलेजन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त में ऑक्सीजन ले जाने वाले विशेष प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) एक जटिल प्रोटीन है जो लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर पाया जाता है। यह लौह (iron) युक्त प्रोटीन फेफड़ों से ऑक्सीजन को बांधता है और इसे शरीर के विभिन्न ऊतकों तक पहुंचाता है। मायोग्लोबिन मांसपेशियों में ऑक्सीजन भंडारण का कार्य करता है, एल्ब्यूमिन रक्त में प्लाज्मा ऑन्कोटिक दबाव बनाए रखता है, और कोलेजन एक संरचनात्मक प्रोटीन है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में कौन सी गैस छोड़ी जाती है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (b) ऑक्सीजन (O₂)
- (c) नाइट्रोजन (N₂)
- (d) मीथेन (CH₄)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके जल और कार्बन डाइऑक्साइड को ग्लूकोज (भोजन) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की समग्र अभिक्रिया है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। इस प्रक्रिया में, पौधे क्लोरोफिल की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके शर्करा (ग्लूकोज) बनाते हैं और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन गैस छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव रक्त का pH मान लगभग कितना होता है?
- (a) 6.4
- (b) 7.4
- (c) 8.4
- (d) 5.4
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता या क्षारकता को मापता है। 7 से कम pH अम्लीय, 7 उदासीन और 7 से अधिक क्षारीय होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है। इसका सामान्य pH मान 7.35 से 7.45 के बीच होता है, जिसे लगभग 7.4 माना जाता है। यह एक संकीर्ण सीमा है और शरीर के सामान्य कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
निम्नलिखित में से कौन सा विटामिन घाव भरने में सहायक होता है?
- (a) विटामिन ए
- (b) विटामिन सी
- (c) विटामिन डी
- (d) विटामिन ई
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) कोलेजन के संश्लेषण के लिए आवश्यक है, जो घाव भरने और संयोजी ऊतकों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी शरीर में कोलेजन प्रोटीन के निर्माण में मदद करता है। कोलेजन त्वचा, रक्त वाहिकाओं, टेंडन और उपास्थि (cartilage) का एक महत्वपूर्ण संरचनात्मक घटक है। इसकी कमी से घाव भरने में देरी हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
जीवों में आनुवंशिक सूचना का वाहक क्या है?
- (a) प्रोटीन
- (b) कार्बोहाइड्रेट
- (c) DNA (Deoxyribonucleic Acid)
- (d) वसा (Fat)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): DNA एक अणु है जिसमें जीवों के विकास, कामकाज, वृद्धि और प्रजनन के लिए सभी आवश्यक आनुवंशिक निर्देश होते हैं।
व्याख्या (Explanation): DNA, आनुवंशिक पदार्थ है जो प्रत्येक कोशिका के नाभिक (nucleus) में पाया जाता है। यह जीनों के रूप में आनुवंशिक जानकारी को संग्रहीत करता है, जो माता-पिता से संतानों में स्थानांतरित होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
शरीर का ‘ऊर्जा घर’ (Powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondrion)
- (d) गॉल्जीकाय (Golgi apparatus)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका का वह अंग है जहाँ कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) होता है, जिससे ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) के रूप में ऊर्जा उत्पन्न होती है।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के भीतर पाई जाने वाली झिल्ली-बद्ध कोशिकांग (membrane-bound organelle) हैं जो कोशिकीय श्वसन के माध्यम से अधिकांश सेलुलर रासायनिक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। यह ऊर्जा एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) के रूप में संग्रहित होती है, जो सेल की गतिविधियों के लिए उपयोग की जाने वाली ऊर्जा की मुख्य इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पौधे के किस भाग में प्रकाश संश्लेषण होता है?
- (a) जड़ (Root)
- (b) तना (Stem)
- (c) पत्ती (Leaf)
- (d) फूल (Flower)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक क्लोरोफिल मुख्य रूप से पत्तियों में पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): पत्तियों में क्लोरोफिल नामक एक हरा वर्णक (pigment) होता है, जो सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है। यह प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है। हालांकि तने के हरे भागों में भी कुछ प्रकाश संश्लेषण हो सकता है, पत्तियाँ इसका प्राथमिक स्थल हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
ध्वनि तरंगों की गति सबसे तेज किस माध्यम में होती है?
- (a) हवा
- (b) पानी
- (c) ठोस
- (d) निर्वात
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जिसे प्रसार के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है, और इसकी गति माध्यम के घनत्व और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि हवा (गैस) की तुलना में पानी (द्रव) में और पानी की तुलना में ठोस पदार्थों में बहुत तेज गति से यात्रा करती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ठोस में अणु एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं और अधिक कसकर बंधे होते हैं, जिससे कंपन (vibrations) अधिक कुशलता से प्रसारित होते हैं। निर्वात में ध्वनि बिल्कुल भी यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि कोई माध्यम नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को पहुँचने में लगभग कितना समय लगता है?
- (a) 8 मिनट
- (b) 8 घंटे
- (c) 8 सेकंड
- (d) 8 दिन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति (लगभग 3 x 10⁸ मीटर/सेकंड) और सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी (लगभग 150 मिलियन किलोमीटर) का उपयोग करके समय की गणना की जा सकती है।
व्याख्या (Explanation): सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को पहुँचने में औसतन लगभग 8 मिनट और 20 सेकंड लगते हैं। यह समय प्रकाश की गति और सूर्य-पृथ्वी की दूरी के गुणनफल से ज्ञात होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
इंद्रधनुष (Rainbow) में कितने रंग होते हैं?
- (a) 5
- (b) 6
- (c) 7
- (d) 8
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इंद्रधनुष सूर्य के प्रकाश के जल की बूँदों द्वारा अपवर्तन (refraction) और परावर्तन (reflection) के कारण बनता है, जिससे प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण (dispersion) होता है।
व्याख्या (Explanation): इंद्रधनुष में सात रंग होते हैं: बैंगनी (Violet), जामुनी (Indigo), नीला (Blue), हरा (Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange), और लाल (Red)। इन्हें संक्षेप में ‘VIBGYOR’ के नाम से जाना जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
एक साधारण पेंडुलम (Simple Pendulum) का आवर्तकाल (Time Period) किस पर निर्भर करता है?
- (a) द्रव्यमान (Mass)
- (b) लंबाई (Length)
- (c) आयाम (Amplitude)
- (d) तापमान (Temperature)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक साधारण पेंडुलम के आवर्तकाल का सूत्र T = 2π√(L/g) होता है, जहाँ T आवर्तकाल, L पेंडुलम की लंबाई और g गुरुत्वाकर्षण त्वरण है।
व्याख्या (Explanation): सूत्र के अनुसार, पेंडुलम का आवर्तकाल उसकी लंबाई (L) के वर्गमूल के समानुपाती होता है। यह द्रव्यमान, आयाम (यदि छोटा हो) या तापमान से सीधे प्रभावित नहीं होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
पानी का क्वथनांक (Boiling Point) क्या है?
- (a) 0°C
- (b) 100°C
- (c) 100°F
- (d) 0°F
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर कोई द्रव उबलने लगता है और गैसीय अवस्था में परिवर्तित होने लगता है, जो उसके वाष्प दाब (vapor pressure) के वायुमंडलीय दाब के बराबर होने पर होता है।
व्याख्या (Explanation): मानक वायुमंडलीय दाब पर, पानी 100 डिग्री सेल्सियस (212 डिग्री फ़ारेनहाइट) पर उबलता है। 0°C पानी का हिमांक (freezing point) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
बिजली के बल्ब में फिलामेंट (Filament) किस धातु का बना होता है?
- (a) लोहा
- (b) ताँबा
- (c) टंगस्टन
- (d) एल्युमिनियम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फिलामेंट को उच्च तापमान पर बिना पिघले या टूटे जलना चाहिए और प्रकाश उत्सर्जित करना चाहिए।
व्याख्या (Explanation): बिजली के बल्ब में फिलामेंट टंगस्टन (Tungsten) धातु का बना होता है क्योंकि इसका गलनांक (melting point) बहुत उच्च (लगभग 3422°C) होता है, जिससे यह उच्च तापमान पर भी प्रकाश उत्सर्जित कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Largest gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्रंथियाँ वे अंग हैं जो हार्मोन या अन्य पदार्थ स्रावित करती हैं। मानव शरीर में विभिन्न आकार की कई ग्रंथियाँ होती हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है, जिसका वजन लगभग 1.5 किलोग्राम होता है। यह चयापचय, पित्त उत्पादन और विषहरण (detoxification) सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पेशियों (Muscles) में किस अम्ल के जमा होने से थकान महसूस होती है?
- (a) साइट्रिक अम्ल (Citric acid)
- (b) लैक्टिक अम्ल (Lactic acid)
- (c) एसिटिक अम्ल (Acetic acid)
- (d) सल्फ्यूरिक अम्ल (Sulfuric acid)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तीव्र शारीरिक गतिविधि के दौरान, पेशियों को ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे वे अवायवीय श्वसन (anaerobic respiration) करती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो पेशियाँ ग्लूकोज को लैक्टिक अम्ल में परिवर्तित करके ऊर्जा प्राप्त करती हैं। इस लैक्टिक अम्ल के जमा होने से पेशियों में दर्द और थकान महसूस होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।