सामान्य विज्ञान: प्रोटीन विकास और अन्य वैज्ञानिक अवधारणाओं पर महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत आवश्यक है। यह खंड आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के प्रमुख विषयों पर आधारित महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे आपकी तैयारी मजबूत होगी और आप परीक्षा के लिए बेहतर ढंग से तैयार हो सकेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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“evolution engine” द्वारा सुपर-प्रोटीन 100,000 गुना तेजी से बनाने की क्षमता किस वैज्ञानिक क्षेत्र से संबंधित है?
- (a) क्वांटम फिजिक्स
- (b) बायोटेक्नोलॉजी और मॉलिक्यूलर बायोलॉजी
- (c) एस्ट्रोफिजिक्स
- (d) न्यूक्लियर केमिस्ट्री
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रोटीन का विकास और इंजीनियरिंग मॉलिक्यूलर बायोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी का एक प्रमुख क्षेत्र है। यह डीएनए अनुक्रमों को संशोधित करने और बेहतर कार्यात्मक प्रोटीन बनाने से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): सुपर-प्रोटीन बनाने के लिए प्रोटीन की संरचना और कार्य को समझना आवश्यक है, जो आणविक स्तर पर होता है। बायोटेक्नोलॉजी ऐसी तकनीकों का उपयोग करती है जो प्राकृतिक विकास की तुलना में प्रोटीन को बहुत तेज़ी से संशोधित और उत्पन्न कर सकती हैं। क्वांटम फिजिक्स परमाणुओं और उप-परमाणु कणों के व्यवहार से संबंधित है, एस्ट्रोफिजिक्स ब्रह्मांड के अध्ययन से, और न्यूक्लियर केमिस्ट्री परमाणु नाभिक से संबंधित है, जो इस संदर्भ में सीधे तौर पर लागू नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा प्रोटीन का प्राथमिक संरचनात्मक इकाई है?
- (a) फैटी एसिड
- (b) न्यूक्लियोटाइड
- (c) अमीनो एसिड
- (d) ग्लिसरॉल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रोटीन अमीनो एसिड नामक छोटी इकाइयों की लंबी श्रृंखलाओं से बने होते हैं। ये अमीनो एसिड पेप्टाइड बॉन्ड द्वारा जुड़े होते हैं।
व्याख्या (Explanation): अमीनो एसिड वह मोनोमर हैं जो एक साथ जुड़कर पॉलीपेप्टाइड श्रृंखला बनाते हैं, जो प्रोटीन की प्राथमिक संरचना का निर्माण करती है। फैटी एसिड लिपिड के निर्माण खंड हैं, न्यूक्लियोटाइड न्यूक्लिक एसिड (DNA और RNA) के निर्माण खंड हैं, और ग्लिसरॉल वसा के निर्माण खंडों में से एक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एंजाइम जो डीएनए को एक विशिष्ट बिंदु पर काटते हैं, क्या कहलाते हैं?
- (a) डीएनए पोलीमरेज़
- (b) लाइगेज़
- (c) रेस्ट्रिक्शन एंजाइम
- (d) हेलिकेज़
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेस्ट्रिक्शन एंजाइम (Restriction Enzymes) जीवाणुओं में पाए जाने वाले एंजाइम हैं जो डीएनए के भीतर विशिष्ट न्यूक्लियोटाइड अनुक्रमों को पहचानते हैं और उन्हें काटते हैं।
व्याख्या (Explanation): रेस्ट्रिक्शन एंजाइम आनुवंशिक इंजीनियरिंग में महत्वपूर्ण उपकरण हैं, जिनका उपयोग डीएनए को विशिष्ट स्थानों पर तोड़ने के लिए किया जाता है। डीएनए पोलीमरेज़ डीएनए संश्लेषण में शामिल होता है, लाइगेज़ डीएनए खंडों को जोड़ने का काम करता है, और हेलिकेज़ डीएनए की दोहरी हेलिक्स संरचना को खोलने में मदद करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके भोजन बनाते हैं। इस प्रक्रिया में कौन सी गैस छोड़ी जाती है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) नाइट्रोजन
- (c) ऑक्सीजन
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण का समीकरण है: 6CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H₂O (जल) + सूर्य का प्रकाश → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂ (ऑक्सीजन)।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके ग्लूकोज (भोजन) बनाते हैं और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन छोड़ते हैं। यह ऑक्सीजन वायुमंडल में प्रवेश करती है और अधिकांश जीवों के श्वसन के लिए आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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किस प्रकार के बंधन दो अमीनो एसिड को एक पेप्टाइड बॉन्ड से जोड़ते हैं?
- (a) आयनिक बॉन्ड
- (b) हाइड्रोजन बॉन्ड
- (c) कोवेलेंट बॉन्ड
- (d) मेटैलिक बॉन्ड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पेप्टाइड बॉन्ड एक कोवेलेंट बॉन्ड का एक रूप है जो एक अमीनो एसिड के कार्बोक्सिल समूह (-COOH) और दूसरे अमीनो एसिड के अमीनो समूह (-NH₂) के बीच बनता है, जिसमें पानी का एक अणु निकलता है (डीहाइड्रेशन संश्लेषण)।
व्याख्या (Explanation): कोवेलेंट बॉन्ड इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं और वे परमाणुओं को कसकर एक साथ बांधते हैं। आयनिक बॉन्ड आयनों के बीच इलेक्ट्रोस्टैटिक आकर्षण से बनते हैं, हाइड्रोजन बॉन्ड हाइड्रोजन परमाणु और उच्च इलेक्ट्रोनगेटिव परमाणु (जैसे ऑक्सीजन या नाइट्रोजन) के बीच कमजोर आकर्षण होते हैं, और मेटैलिक बॉन्ड धातुओं में पाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम (Second Law of Thermodynamics) क्या बताता है?
- (a) ऊर्जा न तो बनाई जा सकती है और न ही नष्ट की जा सकती है।
- (b) किसी भी ऊर्जा रूपांतरण में, कुछ ऊर्जा हमेशा अनुपयोगी (गर्मी) के रूप में खो जाती है।
- (c) पूर्ण शून्य (Absolute zero) पर, किसी भी प्रणाली की एन्ट्रॉपी न्यूनतम होती है।
- (d) ऊर्जा हमेशा उच्च तापमान से निम्न तापमान की ओर प्रवाहित होती है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम बताता है कि एक बंद प्रणाली में, समग्र एन्ट्रॉपी (अव्यवस्था) हमेशा समय के साथ बढ़ती है। सरल शब्दों में, हर ऊर्जा रूपांतरण में कुछ ऊर्जा गर्मी के रूप में खो जाती है, जिससे वह काम करने के लिए अनुपलब्ध हो जाती है।
व्याख्या (Explanation): विकल्प (a) ऊष्मागतिकी के पहले नियम (ऊर्जा संरक्षण) से संबंधित है। विकल्प (c) ऊष्मागतिकी के तीसरे नियम का एक कथन है। विकल्प (d) ऊष्मागतिकी के दूसरे नियम का एक परिणाम है, लेकिन नियम स्वयं एन्ट्रॉपी में वृद्धि का वर्णन करता है। इसलिए, सबसे सटीक कथन (b) है जो ऊर्जा रूपांतरणों में अपरिहार्य ऊर्जा हानि को दर्शाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सेलुलर श्वसन (Cellular Respiration) में ATP के निर्माण की मुख्य प्रक्रिया कौन सी है?
- (a) ग्लाइकोलिसिस
- (b) क्रेब्स चक्र (Citric Acid Cycle)
- (c) ऑक्सीडेटिव फास्फोराइलेशन
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सेलुलर श्वसन एक बहु-चरणीय प्रक्रिया है जिसमें ग्लूकोज को तोड़ा जाता है ताकि कोशिकाओं के लिए उपयोग करने योग्य ऊर्जा (ATP) का उत्पादन किया जा सके। इसमें ग्लाइकोलिसिस, क्रेब्स चक्र और ऑक्सीडेटिव फास्फोराइलेशन शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): ग्लाइकोलिसिस साइटोप्लाज्म में होता है और ग्लूकोज को पाइरूवेट में तोड़ता है, जिससे थोड़ी मात्रा में ATP बनती है। क्रेब्स चक्र (माइटोकॉन्ड्रिया में) और ऑक्सीडेटिव फास्फोराइलेशन (माइटोकॉन्ड्रियल झिल्ली पर) ATP की बड़ी मात्रा का उत्पादन करते हैं। इसलिए, सभी तीन प्रक्रियाएं ATP निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रकाश को तरंग और कण दोनों के रूप में माना जा सकता है। प्रकाश की इस दोहरी प्रकृति को क्या कहा जाता है?
- (a) क्वांटम उलझाव (Quantum Entanglement)
- (b) प्रकाश विद्युत प्रभाव (Photoelectric Effect)
- (c) तरंग-कण द्वैतता (Wave-Particle Duality)
- (d) व्यतिकरण (Interference)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तरंग-कण द्वैतता (Wave-Particle Duality) क्वांटम यांत्रिकी का एक मौलिक सिद्धांत है जो बताता है कि सभी कण तरंग जैसी और तरंगें कण जैसी दोनों विशेषताएं प्रदर्शित कर सकती हैं। प्रकाश के मामले में, यह व्यतिकरण और विवर्तन जैसी तरंग प्रकृति और प्रकाश विद्युत प्रभाव जैसी कण प्रकृति प्रदर्शित करता है।
व्याख्या (Explanation): व्यतिकरण तरंगों का एक गुण है। प्रकाश विद्युत प्रभाव तब होता है जब प्रकाश (फोटोन नामक कणों के रूप में) किसी धातु की सतह से इलेक्ट्रॉनों को बाहर निकालता है, जो प्रकाश की कण प्रकृति को दर्शाता है। तरंग-कण द्वैतता इन दोनों व्यवहारों को एकीकृत करती है। क्वांटम उलझाव दो या दो से अधिक कणों के बीच एक संबंध है, जहां उनके गुणों को एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से वर्णित नहीं किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी कौन सी है?
- (a) पल्मोनरी धमनी
- (b) कोरोनरी धमनी
- (c) महाधमनी (Aorta)
- (d) कैरोटिड धमनी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): महाधमनी (Aorta) शरीर की सबसे बड़ी और मुख्य धमनी है। यह बाएं वेंट्रिकल से निकलती है और पूरे शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त ले जाती है।
व्याख्या (Explanation): पल्मोनरी धमनी हृदय से फेफड़ों तक रक्त ले जाती है, कोरोनरी धमनी हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करती है, और कैरोटिड धमनियां मस्तिष्क तक रक्त ले जाती हैं। महाधमनी का व्यास सबसे बड़ा होता है और यह पूरे शरीर में रक्त वितरण नेटवर्क का मुख्य स्तंभ है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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तापमान मापने के लिए किस उपकरण का प्रयोग किया जाता है?
- (a) बैरोमीटर
- (b) थर्मामीटर
- (c) मैनोमीटर
- (d) हाइड्रोमीटर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): थर्मामीटर एक उपकरण है जिसे तापमान को मापने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह आमतौर पर एक बंद ट्यूब में एक तरल (जैसे पारा या अल्कोहल) का उपयोग करता है जो तापमान परिवर्तन के जवाब में फैलता या सिकुड़ता है।
व्याख्या (Explanation): बैरोमीटर वायुमंडलीय दबाव मापने के लिए, मैनोमीटर गैसों के दबाव को मापने के लिए, और हाइड्रोमीटर तरल पदार्थों के घनत्व को मापने के लिए उपयोग किए जाते हैं। तापमान मापने का विशिष्ट कार्य थर्मामीटर द्वारा किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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साइटोप्लाज्म में मौजूद झिल्ली-बाध्य कोशिका अंगक जो जटिल अणुओं को तोड़ने के लिए एंजाइमों का उपयोग करता है, वह क्या कहलाता है?
- (a) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम
- (b) गॉल्जी एपरेटस
- (c) लाइसोसोम
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाइसोसोम (Lysosomes) झिल्ली-बाध्य कोशिकांग हैं जिनमें हाइड्रोलिटिक एंजाइम होते हैं जो अपशिष्ट उत्पादों, सेलुलर मलबे और रोगजनकों को पचा सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): लाइसोसोम कोशिका के ‘पाचन तंत्र’ के रूप में कार्य करते हैं, जो अवांछित या क्षतिग्रस्त सेलुलर घटकों को तोड़ने के लिए जिम्मेदार होते हैं। एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम प्रोटीन और लिपिड संश्लेषण में शामिल है, गॉल्जी एपरेटस प्रोटीन को संशोधित और पैक करता है, और माइटोकॉन्ड्रिया सेलुलर श्वसन और ATP उत्पादन के लिए जिम्मेदार हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब किसी गैस को संपीडित (compressed) किया जाता है, तो इसका आयतन (volume) और दबाव (pressure) के बीच क्या संबंध होता है, यह मानते हुए कि तापमान स्थिर है?
- (a) आयतन बढ़ता है, दबाव घटता है।
- (b) आयतन घटता है, दबाव बढ़ता है।
- (c) आयतन और दबाव दोनों बढ़ते हैं।
- (d) आयतन और दबाव दोनों घटते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बॉयल का नियम (Boyle’s Law) बताता है कि स्थिर तापमान पर, किसी गैस के दबाव और आयतन का गुणनफल स्थिर रहता है (PV = k)। इसका मतलब है कि दबाव और आयतन एक दूसरे के व्युत्क्रमानुपाती (inversely proportional) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): यदि आप किसी गैस को संपीड़ित करते हैं, तो आप उसके आयतन को कम कर रहे हैं। बॉयल के नियम के अनुसार, स्थिर तापमान पर, जब आयतन कम होता है, तो दबाव अवश्य बढ़ना चाहिए ताकि उनका गुणनफल स्थिर रहे।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबॉडी (Antibodies) क्या हैं और वे शरीर में क्या कार्य करती हैं?
- (a) हार्मोन जो उपापचय (metabolism) को नियंत्रित करते हैं
- (b) प्रोटीन जो प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं और रोगजनकों से लड़ते हैं
- (c) एंजाइम जो पाचन में सहायता करते हैं
- (d) न्यूक्लिक एसिड जो आनुवंशिक जानकारी ले जाते हैं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंटीबॉडी, जिन्हें इम्यूनोग्लोबुलिन (immunoglobulins) भी कहा जाता है, Y-आकार के प्रोटीन होते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा निर्मित होते हैं। वे शरीर में प्रवेश करने वाले विदेशी पदार्थों (जैसे बैक्टीरिया, वायरस) को पहचानते हैं और उन्हें बेअसर करते हैं।
व्याख्या (Explanation): एंटीबॉडी विशिष्ट रूप से रोगजनकों से जुड़ते हैं, उन्हें चिह्नित करते हैं ताकि अन्य प्रतिरक्षा कोशिकाएं उन्हें नष्ट कर सकें, या वे सीधे रोगजनकों को निष्क्रिय कर सकें। हार्मोन विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं को विनियमित करते हैं, पाचन एंजाइम भोजन के टूटने में मदद करते हैं, और न्यूक्लिक एसिड (DNA/RNA) आनुवंशिक सामग्री को संग्रहीत और प्रसारित करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत धारा (Electric Current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर
- (b) ओह्ममीटर
- (c) एमीटर
- (d) गैल्वेनोमीटर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एमीटर (Ammeter) एक उपकरण है जिसे विद्युत परिपथ में विद्युत धारा की मात्रा को मापने के लिए श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है।
व्याख्या (Explanation): वोल्टमीटर का उपयोग विद्युत विभव (voltage) मापने के लिए, ओह्ममीटर का उपयोग प्रतिरोध (resistance) मापने के लिए, और गैल्वेनोमीटर का उपयोग बहुत छोटी धाराओं का पता लगाने के लिए किया जाता है (लेकिन सीधे बड़ी धाराओं को मापने के लिए नहीं)। एमीटर विशेष रूप से विद्युत धारा को मापने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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डीएनए (DNA) का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid)
- (b) डायन्यूक्लियोटाइड एसिड (Dinucleic Acid)
- (c) डीऑक्सीराइबोस न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribose Nucleic Acid)
- (d) डाइबोर्न्यूक्लिक एसिड (Diboronic Acid)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid) एक अणु है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों में आनुवंशिक निर्देश ले जाता है। यह वह अणु है जो जीवन की वृद्धि, कामकाज, विकास और प्रजनन के लिए आवश्यक जानकारी को कूटबद्ध करता है।
व्याख्या (Explanation): “डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक” शब्द इसके शर्करा घटक (डीऑक्सीराइबोस) और इसके रासायनिक प्रकृति (न्यूक्लिक एसिड) को संदर्भित करता है। अन्य विकल्प या तो गलत स्पेलिंग हैं या पूरी तरह से अलग रासायनिक यौगिकों को दर्शाते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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गति का दूसरा नियम (Second Law of Motion) क्या बताता है?
- (a) किसी वस्तु पर बाहरी बल के अभाव में, वह अपनी स्थिर अवस्था या एकसमान गति की अवस्था में बनी रहती है।
- (b) किसी वस्तु पर कार्य करने वाला शुद्ध बल (net force) उस वस्तु के द्रव्यमान (mass) और त्वरण (acceleration) के गुणनफल के बराबर होता है (F = ma)।
- (c) प्रत्येक क्रिया के लिए, एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।
- (d) एक वस्तु की जड़ता (inertia) को उसके द्रव्यमान द्वारा मापा जाता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन के गति के दूसरे नियम के अनुसार, किसी वस्तु पर लगने वाला शुद्ध बल, वस्तु के द्रव्यमान और उसके त्वरण के गुणनफल के समानुपाती होता है, और बल की दिशा में कार्य करता है। इसे गणितीय रूप से F = ma के रूप में व्यक्त किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): विकल्प (a) न्यूटन के गति के पहले नियम (जड़त्व का नियम) का वर्णन करता है। विकल्प (c) न्यूटन के गति के तीसरे नियम का वर्णन करता है। विकल्प (d) जड़ता की परिभाषा है, जो पहले नियम से संबंधित है। इसलिए, F = ma वाला कथन गति का दूसरा नियम है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कोशिका झिल्ली (Cell membrane) मुख्य रूप से किससे बनी होती है?
- (a) कार्बोहाइड्रेट
- (b) प्रोटीन और लिपिड
- (c) न्यूक्लिक एसिड
- (d) खनिजों
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका झिल्ली (जिसे प्लाज्मा झिल्ली भी कहा जाता है) एक पतली, लचीली परत होती है जो कोशिका के आंतरिक भाग को बाहरी वातावरण से अलग करती है। यह मुख्य रूप से लिपिड (विशेष रूप से फॉस्फोलिपिड्स) और प्रोटीन से बनी होती है, जिसमें कुछ कार्बोहाइड्रेट भी जुड़े हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): फॉस्फोलिपिड्स एक बाईलेयर बनाते हैं जिसमें हाइड्रोफिलिक (पानी को पसंद करने वाले) सिर बाहर की ओर और हाइड्रोफोबिक (पानी से बचने वाले) पूंछ अंदर की ओर होते हैं। प्रोटीन इस बाईलेयर में एम्बेडेड होते हैं और परिवहन, सिग्नलिंग और सेल पहचान जैसे विभिन्न कार्य करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए किस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है, जिसमें उसे जस्ते (zinc) की एक परत से लेपित किया जाता है?
- (a) इलेक्ट्रोलाइसिस
- (b) गैल्वनाइजेशन
- (c) एनोडाइजेशन
- (d) पॉलिशिंग
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गैल्वनाइजेशन (Galvanization) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लोहे या इस्पात की वस्तुओं पर जस्ते की एक सुरक्षात्मक परत चढ़ाई जाती है। जस्ता लोहे को ऑक्सीजन और नमी के संपर्क में आने से रोकता है, जिससे जंग लगने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
व्याख्या (Explanation): इलेक्ट्रोलाइसिस एक प्रक्रिया है जिसका उपयोग विद्युत प्रवाह के माध्यम से रासायनिक प्रतिक्रियाओं को प्रेरित करने के लिए किया जाता है। एनोडाइजेशन एल्यूमीनियम जैसी धातुओं पर ऑक्साइड परत बनाने की एक प्रक्रिया है। पॉलिशिंग एक सतह को चिकना और चमकदार बनाने की प्रक्रिया है। गैल्वनाइजेशन विशेष रूप से लोहे को जंग से बचाने के लिए जस्ते की परत चढ़ाने से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव आंख में, प्रकाश रेटिना पर केंद्रित होता है। लेंस का वह गुण जो प्रकाश को मोड़ने (refract) के लिए जिम्मेदार है, क्या कहलाता है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) विवर्तन (Diffraction)
- (d) प्रकीर्णन (Scattering)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपवर्तन (Refraction) वह घटना है जिसमें प्रकाश की किरणें एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करते समय अपनी दिशा बदल लेती हैं, क्योंकि वे अलग-अलग गति से यात्रा करते हैं। मानव आंख में, लेंस प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करने के लिए अपवर्तन का उपयोग करता है।
व्याख्या (Explanation): परावर्तन वह है जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस लौटता है। विवर्तन प्रकाश के तरंगों के मुड़ने की घटना है जब वे किसी बाधा के किनारों से गुजरते हैं। प्रकीर्णन प्रकाश का विभिन्न दिशाओं में फैलना है। लेंस का कार्य प्रकाश किरणों को मोड़ना है, जो अपवर्तन की परिभाषा है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कौन सा विटामिन रक्त के थक्के जमने (blood clotting) के लिए आवश्यक है?
- (a) विटामिन ए
- (b) विटामिन सी
- (c) विटामिन डी
- (d) विटामिन के
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन के (Vitamin K) रक्त के सामान्य थक्के जमने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह यकृत में कुछ प्रोथ्रोम्बिन (prothrombin) जैसे थक्के कारकों (clotting factors) के संश्लेषण के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन ए दृष्टि, त्वचा के स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा कार्य के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन सी कोलेजन संश्लेषण और एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है। विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। विटामिन के की कमी से रक्तस्राव की समस्या हो सकती है क्योंकि रक्त ठीक से नहीं जमता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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गतिमान आवेश (moving electric charge) के कारण कौन सा क्षेत्र उत्पन्न होता है?
- (a) केवल विद्युत क्षेत्र
- (b) केवल चुंबकीय क्षेत्र
- (c) विद्युत और चुंबकीय दोनों क्षेत्र
- (d) गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकत्व के अनुसार, एक स्थिर आवेश एक विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करता है। हालांकि, जब आवेश गतिमान होता है, तो वह एक चुंबकीय क्षेत्र भी उत्पन्न करता है। विद्युत धारा (आवेशों का प्रवाह) एक चुंबकीय क्षेत्र का स्रोत है।
व्याख्या (Explanation): स्थिर आवेश केवल विद्युत क्षेत्र बनाते हैं। गतिमान आवेश, जैसे कि विद्युत धारा, विद्युत क्षेत्र के साथ-साथ एक चुंबकीय क्षेत्र भी उत्पन्न करते हैं। गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र द्रव्यमान के कारण उत्पन्न होता है, न कि आवेश के कारण।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, क्लोरोफिल (chlorophyll) नामक वर्णक (pigment) किस तरंग दैर्ध्य (wavelength) के प्रकाश को सबसे प्रभावी ढंग से अवशोषित करता है?
- (a) केवल हरा
- (b) नीला और लाल
- (c) केवल पीला
- (d) बैंगनी और नारंगी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल, जो पौधों में प्रकाश संश्लेषण के लिए मुख्य वर्णक है, दृश्यमान स्पेक्ट्रम के नीले और लाल भागों में प्रकाश को सबसे अधिक कुशलता से अवशोषित करता है। यह हरे रंग के प्रकाश को सबसे कम अवशोषित करता है, यही कारण है कि पौधे हरे दिखाई देते हैं (क्योंकि हरा प्रकाश परावर्तित हो जाता है)।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक ऊर्जा नीले (लगभग 400-450 nm) और लाल (लगभग 640-670 nm) तरंग दैर्ध्य से प्राप्त होती है। अन्य रंग (जैसे हरा) मुख्य रूप से परावर्तित या प्रसारित हो जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक प्राथमिक प्रदूषक (primary pollutant) नहीं है?
- (a) सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂)
- (b) ओजोन (O₃)
- (c) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
- (d) लेड (Pb)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्राथमिक प्रदूषक सीधे स्रोतों से पर्यावरण में उत्सर्जित होते हैं। द्वितीयक प्रदूषक प्राथमिक प्रदूषकों और वायुमंडल में अन्य रासायनिक या भौतिक प्रतिक्रियाओं के संयोजन से बनते हैं।
व्याख्या (Explanation): सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) जीवाश्म ईंधन के जलने से सीधे उत्सर्जित होता है। कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) अपूर्ण दहन का उत्पाद है और सीधे उत्सर्जित होता है। लेड (Pb) भी सीधे वायुमंडल में उत्सर्जित हो सकता है (जैसे कि पुराने ईंधन या औद्योगिक प्रक्रियाओं से)। ओजोन (O₃), विशेष रूप से निचले वायुमंडल में, एक द्वितीयक प्रदूषक है जो सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (VOCs) की प्रतिक्रिया से बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हाइड्रोजन परमाणु का नाभिक (nucleus) क्या होता है?
- (a) एक प्रोटॉन
- (b) एक न्यूट्रॉन
- (c) एक प्रोटॉन और एक न्यूट्रॉन
- (d) एक इलेक्ट्रॉन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोजन का सबसे सामान्य समस्थानिक (isotope), जिसे प्रोटियम (protium) कहा जाता है, में केवल एक प्रोटॉन होता है। इसके नाभिक में कोई न्यूट्रॉन नहीं होता है। ड्यूटेरियम में एक प्रोटॉन और एक न्यूट्रॉन होता है, और ट्रिटियम में एक प्रोटॉन और दो न्यूट्रॉन होते हैं, लेकिन ‘हाइड्रोजन परमाणु’ से तात्पर्य अक्सर सबसे सामान्य समस्थानिक से होता है।
व्याख्या (Explanation): परमाणु का नाभिक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से बना होता है (हीलियम से शुरू होकर)। हालांकि, हाइड्रोजन का सबसे आम रूप, प्रोटियम, में केवल एक प्रोटॉन होता है, और यह नाभिक बनाता है। इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर परिक्रमा करते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में सबसे छोटा अस्थि (bone) कौन सी है?
- (a) कलाई की हड्डी (Carpal)
- (b) स्टेपीज़ (Stapes)
- (c) उंगली की हड्डी (Phalange)
- (d) दांत
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): स्टेपीज़ (Stapes) मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी है, जो मध्य कान में पाई जाती है। यह श्रवण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
व्याख्या (Explanation): स्टेपीज़ कान के तीन छोटे श्रवण अस्थियों (malleus, incus, stapes) में से एक है और यह सबसे छोटी होती है। कलाई और उंगली की हड्डियाँ (कार्पल और फालेंजेस) स्टेपीज़ से बड़ी होती हैं। दांत, हालांकि छोटे होते हैं, तकनीकी रूप से हड्डियाँ नहीं बल्कि कठोर ऊतक होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।