सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: आपकी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड होता है। चाहे आप SSC, रेलवे, या राज्य PSC परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की आपकी समझ आपकी सफलता के लिए निर्णायक हो सकती है। यहाँ, हम “Doubling Down on Diamond” विषय के संकेत से प्रेरित होकर, विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) लाए हैं, जो आपकी ज्ञान की गहराई को परखने और आपकी तैयारी को मजबूत करने में मदद करेंगे। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत हल भी दिया गया है, ताकि आप अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझ सकें।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरा किस प्रकार के कार्बन का अपरूप (allotrope) है?
- (a) sp
- (b) sp²
- (c) sp³
- (d) sp²d
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के परमाणुओं के बीच संकरण (hybridization) का प्रकार उसके क्रिस्टल संरचना और गुणों को निर्धारित करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से चतुष्फलकीय (tetrahedral) रूप से जुड़ा होता है। यह व्यवस्था sp³ संकरण का परिणाम है। इस संकरण के कारण, हीरे में कार्बन-कार्बन बंधन बहुत मजबूत होते हैं, जो इसे अत्यंत कठोर बनाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) कितना होता है?
- (a) 1.52
- (b) 2.42
- (c) 1.33
- (d) 1.45
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक प्रकाश की गति में माध्यम के कारण होने वाली कमी का माप है। उच्च अपवर्तनांक वाले पदार्थ प्रकाश को अधिक मोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) इसे प्रकाश को बहुत अधिक मोड़ने की क्षमता देता है। इसी कारण से, हीरे को चमकीला दिखाने के लिए इसे विशेष तरीके से काटा जाता है, जिससे “फायर” (light dispersion) उत्पन्न होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की चमक (brilliance) और आग (fire) के लिए मुख्य रूप से कौन सी भौतिक घटना जिम्मेदार है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- (d) विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम की ओर जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का क्रांतिक कोण बहुत कम (लगभग 24.4°) होता है। जब प्रकाश हीरे के अंदर प्रवेश करता है, तो यह बार-बार आंतरिक परावर्तन से गुजरता है, जिससे हीरे की असाधारण चमक पैदा होती है। प्रकाश का विभिन्न रंगों में विभाजित होना (आग) फैलाव (dispersion) के कारण होता है, जो अपवर्तन से संबंधित है, लेकिन चमक का मुख्य कारण पूर्ण आंतरिक परावर्तन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का घनत्व (density) लगभग कितना होता है?
- (a) 2.32 g/cm³
- (b) 3.51 g/cm³
- (c) 1.75 g/cm³
- (d) 3.00 g/cm³
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): घनत्व किसी पदार्थ के द्रव्यमान और आयतन का अनुपात होता है (घनत्व = द्रव्यमान/आयतन)।
व्याख्या (Explanation): हीरे का घनत्व लगभग 3.51 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर (g/cm³) होता है। यह इसे अन्य रत्नों की तुलना में काफी सघन बनाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की कठोरता (hardness) का कारण क्या है?
- (a) कमजोर वैन डेर वाल्स बल
- (b) आयनिक बंधन
- (c) सहसंयोजक बंधन (Covalent bonding)
- (d) धात्विक बंधन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों की कठोरता उनके परमाणुओं के बीच बंधनों की मजबूती पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की अत्यधिक कठोरता का कारण कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधनों का एक त्रिविमीय (3D) जालीदार (lattice) संरचना में व्यवस्थित होना है। इन बंधनों को तोड़ने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मोस् स्केल (Mohs scale) पर हीरे की कठोरता कितनी होती है?
- (a) 5
- (b) 7
- (c) 9
- (d) 10
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोस् स्केल खनिजों की सापेक्ष खरोंच (scratch) कठोरता को मापने का एक पैमाना है।
व्याख्या (Explanation): मोस् स्केल पर हीरे को 10 की कठोरता दी गई है, जो इसे सबसे कठोर प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पदार्थों में से एक बनाती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे का उपयोग मुख्य रूप से कहाँ किया जाता है?
- (a) केवल गहनों में
- (b) काटने और पीसने के औजारों में
- (c) इलेक्ट्रॉनिक्स में
- (d) ऊर्जा उत्पादन में
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की कठोरता उसके व्यावहारिक अनुप्रयोगों को निर्धारित करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता के कारण, इसका व्यापक रूप से काटने, ड्रिलिंग और पीसने वाले औजारों में उपयोग किया जाता है। यह अन्य कठोर सामग्रियों को काटने के लिए अत्यंत प्रभावी है। हालांकि इसका उपयोग गहनों में भी होता है, लेकिन औद्योगिक उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन का कौन सा अपरूप (allotrope) विद्युत का सुचालक (conductor) है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन (valence electrons) सहसंयोजक बंधनों में बंधे होते हैं और स्थिर होते हैं, इसलिए हीरा विद्युत का कुचालक (insulator) है। ग्रेफाइट में, कार्बन परमाणु sp² संकरित होते हैं और षट्कोणीय परतों (hexagonal layers) में व्यवस्थित होते हैं। इन परतों के बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल होते हैं, और प्रत्येक कार्बन परमाणु का एक अवशिष्ट (delocalized) इलेक्ट्रॉन होता है जो परतों के माध्यम से स्वतंत्र रूप से घूम सकता है, जिससे ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरा किस प्रकार के बंधन (bonding) द्वारा बनता है?
- (a) आयनिक बंधन
- (b) धात्विक बंधन
- (c) सहसंयोजक बंधन
- (d) हाइड्रोजन बंधन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधन दो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु अपने चार बाहरी इलेक्ट्रॉनों को चार पड़ोसी कार्बन परमाणुओं के साथ साझा करता है, जिससे प्रत्येक कार्बन परमाणु के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधन बनते हैं। यह परमाणुओं को एक कठोर, त्रिविमीय जाल में बांधता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरा किस प्रकार की क्रिस्टल संरचना (crystal structure) प्रदर्शित करता है?
- (a) फलक-केंद्रित घन (FCC)
- (b) काय-केंद्रित घन (BCC)
- (c) षट्कोणीय निविड संकुलित (HCP)
- (d) विकृत जिंक सल्फाइड (Diamond cubic)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल संरचना परमाणुओं की त्रि-आयामी व्यवस्था का वर्णन करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की क्रिस्टल संरचना को “डायमंड क्यूबिक” संरचना कहा जाता है, जो जिंक सल्फाइड (ZnS) की संरचना का एक विकृत रूप है। इसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चतुष्फलकीय रूप से चार अन्य कार्बन परमाणुओं से घिरा होता है, जिससे एक अत्यंत स्थिर और सघन त्रि-आयामी जाली बनती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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कार्बन का वह अपरूप कौन सा है जो गुंबद के आकार की संरचनाओं (जैसे फुटबॉल) में पाया जाता है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन (विशेष रूप से बकीबॉल)
- (d) कोयला
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फुलेरीन कार्बन के अपरूप हैं जिनमें कार्बन परमाणु खोखली संरचनाओं में व्यवस्थित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): फुलेरीन, विशेष रूप से बकीबॉल (Buckminsterfullerene, C₆₀), गुंबद के आकार की या गोलाकार संरचनाओं में होते हैं, जो 60 कार्बन परमाणुओं से बने होते हैं। ये फुटबॉल जैसी संरचना बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे को ग्रेफाइट में बदलने के लिए किस प्रक्रिया का उपयोग किया जा सकता है?
- (a) ऑक्सीकरण
- (b) ऊष्मीय अपघटन (Thermal decomposition)
- (c) उच्च तापमान और दबाव पर तापानुशीतन (Annealing)
- (d) संघनन (Condensation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों के चरण परिवर्तन (phase transitions) विशिष्ट तापमान और दबाव की स्थितियों में हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे को ग्रेफाइट में परिवर्तित करना संभव है, हालांकि यह एक प्रतिवर्ती (reversible) प्रक्रिया नहीं है। जब हीरे को उच्च तापमान (लगभग 1500°C) पर बिना ऑक्सीजन के गर्म किया जाता है, तो यह धीरे-धीरे ग्रेफाइट में परिवर्तित हो जाता है। सामान्य वायुमंडलीय दबाव पर, ग्रेफाइट हीरे की तुलना में अधिक स्थिर होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन का कौन सा अपरूप सबसे नरम होता है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन
- (d) एंथ्रासाइट (कोयले का एक प्रकार)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों की नरम या कठोर प्रकृति उनके बंधनों की प्रकृति और संरचना पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में कार्बन की परतें कमजोर वैन डेर वाल्स बलों द्वारा एक दूसरे से जुड़ी होती हैं। ये परतें आसानी से एक दूसरे पर फिसल सकती हैं, जिससे ग्रेफाइट बहुत नरम और चिकना हो जाता है। यह पेंसिल की लेड के रूप में उपयोग का कारण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश के वर्ण-विक्षेपण (dispersion of light) के कारण हीरे में किस प्रकार की घटना देखी जाती है?
- (a) इंद्रधनुष
- (b) विपथन (Aberration)
- (c) आग (Fire)
- (d) सतरंगी प्रभाव (Iridescence)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण तब होता है जब सफेद प्रकाश अपने घटक रंगों में विभाजित हो जाता है, क्योंकि प्रत्येक रंग का अपवर्तन सूचकांक थोड़ा भिन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च फैलाव (high dispersion) इसे प्रकाश को उसके घटक रंगों में प्रभावी ढंग से विभाजित करने की अनुमति देता है। जब हीरे को उचित रूप से काटा जाता है, तो यह पूर्ण आंतरिक परावर्तन के साथ मिलकर प्रकाश को इंद्रधनुषी रंगों में बिखेरता है, जिसे “आग” (fire) कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे के औद्योगिक ग्रेड (industrial grade) का उपयोग मुख्य रूप से कहाँ किया जाता है?
- (a) सजावटी गहने
- (b) ड्रिल बिट्स और कटिंग टूल्स
- (c) इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
- (d) कांच पर नक्काशी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की कठोरता उसके औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता इसे विभिन्न प्रकार के उद्योगों में कटाई, ड्रिलिंग, पीसने और पॉलिश करने के लिए एक अमूल्य सामग्री बनाती है। औद्योगिक ग्रेड के हीरे को अक्सर सिंथेटिक रूप से भी उत्पादित किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा कथन हीरे के बारे में सत्य है?
- (a) यह विद्युत का सुचालक है।
- (b) इसमें sp² संकरण होता है।
- (c) इसका गलनांक (melting point) बहुत उच्च होता है।
- (d) यह दाब के प्रति असंवेदनशील है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मजबूत सहसंयोजक बंधन वाले यौगिकों में उच्च गलनांक होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में मजबूत सहसंयोजक बंधन होते हैं, जिन्हें तोड़ने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए, हीरे का गलनांक बहुत अधिक होता है (लगभग 3550 °C), और यह वास्तव में ऊष्मीय रूप से स्थिर होता है। यह विद्युत का कुचालक होता है और इसमें sp³ संकरण होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे के निर्माण के लिए निम्नलिखित में से कौन सी परिस्थितियाँ सबसे उपयुक्त हैं?
- (a) निम्न तापमान, उच्च दाब
- (b) उच्च तापमान, निम्न दाब
- (c) उच्च तापमान, उच्च दाब
- (d) निम्न तापमान, निम्न दाब
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के डायमंड संरचना में स्थिर रहने के लिए उच्च तापमान और दाब की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के अंदर, हीरे का निर्माण मुख्य रूप से पृथ्वी के मैंटल (mantle) में होता है, जहाँ बहुत उच्च तापमान (1000-1500°C) और अत्यधिक उच्च दाब (45-60 किलोबार) होता है। ये परिस्थितियाँ कार्बन परमाणुओं को हीरे की संरचना में व्यवस्थित होने के लिए प्रेरित करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे की Mohs कठोरता स्केल पर 10 का मान यह दर्शाता है कि:
- (a) यह बहुत नरम है।
- (b) यह मध्यम रूप से कठोर है।
- (c) यह सबसे कठोर ज्ञात प्राकृतिक पदार्थों में से एक है।
- (d) यह केवल विशेष सतहों को खरोंच सकता है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): Mohs कठोरता स्केल सापेक्ष खरोंच कठोरता को मापता है, जहाँ उच्च मान अधिक कठोरता दर्शाता है।
व्याख्या (Explanation): Mohs स्केल पर 10 का मान दर्शाता है कि हीरा सबसे कठोर पदार्थ है जिसका परीक्षण किया गया है। यह किसी भी अन्य Mohs स्केल पर सूचीबद्ध सामग्री को आसानी से खरोंच सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कौन सी प्रक्रिया हीरे को काटा या तराशा (cut or shaped) जा सकता है?
- (a) केवल अन्य हीरे
- (b) लेजर बीम
- (c) एक मजबूत एसिड
- (d) पानी
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी वस्तु को काटने या तराशने के लिए, काटने वाले पदार्थ की कठोरता काटने वाले पदार्थ से अधिक होनी चाहिए।
व्याख्या (Explanation): हीरे की Mohs स्केल पर कठोरता 10 होती है। केवल दूसरा हीरा या हीरे के कणों का उपयोग करके ही हीरे को काटा या तराशा जा सकता है। लेजर और अन्य तकनीकें भी उपयोग की जा सकती हैं, लेकिन उनके काम करने का तरीका अक्सर हीरे को वाष्पीकृत करना या जलाना होता है, या फिर वे हीरे को काटने के लिए हीरे के कणों का उपयोग करते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरे की “आग” (fire) का मतलब है:
- (a) इसका उच्च गलनांक
- (b) प्रकाश का विभिन्न रंगों में बिखराव
- (c) इसकी विद्युत चालकता
- (d) इसकी रासायनिक निष्क्रियता
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): “आग” रत्न विज्ञान में एक शब्द है जो प्रकाश के फैलाव को संदर्भित करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की “आग” (fire) वह घटना है जहाँ हीरे के भीतर प्रवेश करने वाला सफेद प्रकाश अपवर्तन और फैलाव के कारण अपने घटक रंगों (जैसे लाल, नीला, हरा) में विभाजित हो जाता है, जिससे यह रंगीन चिंगारियों की तरह चमकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरा किस प्रकार के यौगिक (compound) का एक रूप है?
- (a) कार्बन मोनोऑक्साइड
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) कार्बन
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपरूप (allotropes) एक ही तत्व के विभिन्न रूपों में पाए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन (C) का एक अपरूप है। अपरूप एक ही रासायनिक तत्व के ऐसे रूप होते हैं जिनमें परमाणुओं की व्यवस्था या संरचना भिन्न होती है, जिससे भौतिक गुणों में अंतर आता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे के संश्लेषण (synthesis) में आमतौर पर किस तकनीक का उपयोग किया जाता है?
- (a) रासायनिक वाष्प जमाव (CVD)
- (b) उच्च तापमान संश्लेषण (HTHP)
- (c) दोनों (a) और (b)
- (d) वाष्पीकरण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कृत्रिम हीरे बनाने के लिए विशेष औद्योगिक प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे को कृत्रिम रूप से बनाने के लिए दो मुख्य विधियाँ हैं: उच्च तापमान उच्च दाब (HTHP) विधि, जो प्राकृतिक निर्माण की परिस्थितियों की नकल करती है, और रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) विधि, जिसमें गैसों से हीरे की परतें जमा की जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का कौन सा गुण इसे विद्युत इन्सुलेटर (electrical insulator) बनाता है?
- (a) इसकी सघनता
- (b) इसके sp³ संकरित इलेक्ट्रॉन
- (c) इसकी कम तापीय चालकता
- (d) इसका उच्च अपवर्तनांक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता के लिए मुक्त या अवशिष्ट इलेक्ट्रॉनों का होना आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन चार पड़ोसी कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंधनों में कसकर बंधे होते हैं। ये इलेक्ट्रॉन स्थानीयकृत (localized) होते हैं और विद्युत धारा प्रवाहित करने के लिए स्वतंत्र रूप से नहीं घूम सकते, इसलिए हीरा एक उत्कृष्ट विद्युत इन्सुलेटर है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरा निम्न में से किस तरंग दैर्ध्य (wavelength) की प्रकाश को पारगम्य (transparent) होता है?
- (a) केवल दृश्य प्रकाश
- (b) अवरक्त (Infrared)
- (c) पराबैंगनी (Ultraviolet)
- (d) हीरा सभी तरंग दैर्ध्य के प्रकाश के लिए अपारदर्शी होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों की पारगम्यता उनकी इलेक्ट्रॉनिक संरचना और प्रकाश के साथ उनकी अंतःक्रिया पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): जबकि हीरा दृश्य प्रकाश (visible light) के लिए बहुत पारदर्शी होता है, यह अवरक्त (Infrared) प्रकाश के लिए भी पारगम्य होता है, विशेष रूप से लंबी तरंग दैर्ध्य के लिए। हालांकि, यह पराबैंगनी (Ultraviolet) प्रकाश के कुछ हिस्सों को अवशोषित कर सकता है, विशेषकर यदि उसमें अशुद्धियाँ हों।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन का कौन सा अपरूप ऊष्मा का बहुत अच्छा चालक (conductor of heat) है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) बकमिन्स्टरफुलेरिन
- (d) कोयला
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तापीय चालकता परमाणुओं के कंपन (vibrations) और ऊर्जा हस्तांतरण की दक्षता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में मौजूद मजबूत सहसंयोजक बंधन और सघन क्रिस्टल संरचना के कारण, कंपन (phonons) बहुत तेज़ी से फैल सकते हैं। यह इसे कमरे के तापमान पर ज्ञात सबसे कुशल ऊष्मा चालकों में से एक बनाता है, जो धातुओं जैसे तांबे या चांदी से भी बेहतर है।
अतः, सही उत्तर (a) है।