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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के ये विशेष रूप से तैयार किए गए बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) आपकी तैयारी को मज़बूत करने और परीक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने में आपकी सहायता करेंगे। आइए, इन महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करें और अपने ज्ञान का परीक्षण करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. हीरा ‘Doubling Down on Diamond’ शीर्षक से किस विशेष गुण के कारण चर्चा में है, जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिक्स में किया जा सकता है?

    • (a) इसकी कठोरता
    • (b) इसका उच्च तापीय चालकता
    • (c) इसका निम्न अपवर्तक सूचकांक
    • (d) इसकी विद्युत चालकता

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सामग्री की तापीय चालकता (Thermal Conductivity) बताती है कि कोई सामग्री कितनी अच्छी तरह गर्मी का संचालन कर सकती है। उच्च तापीय चालकता वाली सामग्री का उपयोग उन अनुप्रयोगों में किया जाता है जहाँ गर्मी को कुशलतापूर्वक हटाना आवश्यक है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण रूप से उच्च तापीय चालकता होती है, जो इसे ऐसे अनुप्रयोगों के लिए आदर्श बनाती है जहाँ अत्यधिक गर्मी उत्पन्न होती है, जैसे कि उच्च-शक्ति वाले इलेक्ट्रॉनिक्स और लेजर सिस्टम में। इसके कारण, यह ‘Doubling Down on Diamond’ शीर्षक के तहत चर्चा में है, जो इसके उन्नत इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल अनुप्रयोगों पर केंद्रित है। इसकी कठोरता (a) भी एक महत्वपूर्ण गुण है, लेकिन चर्चा का मुख्य बिंदु तापीय प्रबंधन है। इसका अपवर्तक सूचकांक (c) उच्च होता है, और यह विद्युत का कुचालक (d) है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. हीरे की संरचना में कार्बन परमाणु किस प्रकार के बंधन द्वारा जुड़े होते हैं?

    • (a) आयनिक बंधन
    • (b) सहसंयोजक बंधन
    • (c) धात्विक बंधन
    • (d) हाइड्रोजन बंधन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधन (Covalent Bonding) वह रासायनिक बंधन है जो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनता है। यह आमतौर पर अधातु परमाणुओं के बीच पाया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन परमाणुओं से बना होता है, और प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधन द्वारा जुड़ा होता है। यह त्रि-आयामी (3D) नेटवर्क संरचना हीरे को इसकी असाधारण कठोरता और उच्च गलनांक प्रदान करती है। आयनिक बंधन (a) आयनों के बीच स्थिर विद्युत आकर्षण है, धात्विक बंधन (c) धातुओं में पाया जाता है, और हाइड्रोजन बंधन (d) हाइड्रोजन और उच्च विद्युत ऋणात्मकता वाले परमाणु के बीच होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. निम्नलिखित में से कौन सा कारक हीरे की विद्युत रोधी (insulating) प्रकृति के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है?

    • (a) कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधन
    • (b) इलेक्ट्रॉनों का स्थानीयकृत (localized) होना
    • (c) उच्च गलनांक
    • (d) उच्च अपवर्तनांक

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता (Electrical Conductivity) किसी पदार्थ के माध्यम से विद्युत आवेशों (जैसे इलेक्ट्रॉनों) के प्रवाह की क्षमता है। जो पदार्थ विद्युत का संचालन नहीं करते, वे विद्युत रोधी (insulators) कहलाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में, सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन (valence electrons) कार्बन परमाणुओं के बीच सहसंयोजक बंधों में मजबूती से बंधे होते हैं और स्थानीयकृत (localized) होते हैं। इन इलेक्ट्रॉनों को आसानी से मुक्त नहीं किया जा सकता है, इसलिए हीरा विद्युत का एक उत्कृष्ट रोधी (insulator) है। मजबूत सहसंयोजक बंधन (a) कठोरता के लिए जिम्मेदार है। उच्च गलनांक (c) और उच्च अपवर्तनांक (d) विद्युत रोधी प्रकृति से सीधे संबंधित नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. हीरे का उपयोग किन विशेष इलेक्ट्रॉनिक अनुप्रयोगों में किया जा सकता है, जो इसे ‘Doubling Down on Diamond’ शीर्षक के लिए प्रासंगिक बनाता है?

    • (a) केवल प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LEDs)
    • (b) केवल ट्रांजिस्टर और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स
    • (c) उच्च-शक्ति, उच्च-तापमान और उच्च-आवृत्ति वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
    • (d) केवल सेमीकंडक्टर चिप्स का निर्माण

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अर्धचालक (Semiconductors) ऐसे पदार्थ होते हैं जिनकी चालकता चालकों (conductors) और रोधी (insulators) के बीच होती है, और जिन्हें नियंत्रित किया जा सकता है। उनके गुण इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उनके उपयोग को सक्षम बनाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में उच्च तापीय चालकता, उच्च ब्रेकडाउन वोल्टेज और उच्च इलेक्ट्रॉन गतिशीलता जैसे उत्कृष्ट गुण होते हैं, जो इसे उच्च-शक्ति, उच्च-तापमान और उच्च-आवृत्ति वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, जैसे शक्तिशाली ट्रांजिस्टर, RF (रेडियो फ्रीक्वेंसी) एम्पलीफायर और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए एक आदर्श सामग्री बनाते हैं। यह केवल LEDs (a) या चिप निर्माण (d) तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यापक अनुप्रयोगों में उपयोग किया जा सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. हीरे के शुद्धिकरण (purification) की प्रक्रिया में, कार्बन के ऑक्सीकरण को रोकने के लिए आमतौर पर किस गैस का उपयोग किया जाता है?

    • (a) ऑक्सीजन (O₂)
    • (b) नाइट्रोजन (N₂)
    • (c) हाइड्रोजन (H₂)
    • (d) आर्गन (Ar)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अक्रिय वातावरण (Inert Atmosphere) में रासायनिक अभिक्रियाएं नहीं होती हैं। अक्रिय गैसें या तत्व वातावरण को अभिक्रियाशील प्रजातियों से बचाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरे को उच्च तापमान पर शुद्ध करते समय, कार्बन के ऑक्सीकरण (जलने) से बचाने के लिए एक अक्रिय वातावरण की आवश्यकता होती है। नाइट्रोजन (N₂) एक अक्रिय गैस है जो उच्च तापमान पर कार्बन के साथ आसानी से अभिक्रिया नहीं करती है, इसलिए इसका उपयोग किया जाता है। ऑक्सीजन (a) कार्बन को जला देगी। हाइड्रोजन (c) और आर्गन (d) भी प्रतिक्रिया कर सकते हैं या कम प्रभावी हो सकते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. हीरे का चमकीलापन (brilliance) मुख्य रूप से किस प्रकाशीय गुण के कारण होता है?

    • (a) अवशोषण (Absorption)
    • (b) विवर्तन (Diffraction)
    • (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
    • (d) प्रकीर्णन (Scattering)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection) तब होता है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से एक विरल माध्यम में आपतित होता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होता है, जिससे प्रकाश पूरी तरह से सघन माध्यम में परावर्तित हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (high refractive index) होता है, जिसका अर्थ है कि प्रकाश हीरे में प्रवेश करते समय काफी मुड़ जाता है। जब प्रकाश हीरे के भीतर यात्रा करता है, तो यह सतहों से बार-बार पूर्ण आंतरिक परावर्तन से गुजरता है, जिससे ‘चमकीलापन’ या ‘आग’ (fire) उत्पन्न होती है। अवशोषण (a) प्रकाश को सोखना है, विवर्तन (b) तरंगों का बाधाओं के चारों ओर मुड़ना है, और प्रकीर्णन (d) प्रकाश का विभिन्न दिशाओं में फैलना है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. कार्बन के विभिन्न अपररूपों (allotropes) में, कौन सा सबसे कठोर होता है?

    • (a) ग्रेफाइट
    • (b) फुलेरीन
    • (c) हीरा
    • (d) कोयला

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अपररूपता (Allotropy) वह घटना है जहाँ एक तत्व एक ही भौतिक अवस्था में दो या दो से अधिक भिन्न रूपों में मौजूद हो सकता है। ये रूप विभिन्न क्रिस्टल संरचनाओं या आणविक व्यवस्थाओं के कारण भिन्न गुण प्रदर्शित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक अपररूप है जिसमें कार्बन परमाणु एक टेट्राहेड्रल (tetrahedral) क्रिस्टल संरचना में जुड़े होते हैं, जहाँ प्रत्येक कार्बन चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधन द्वारा जुड़ा होता है। यह त्रि-आयामी, मजबूत नेटवर्क संरचना हीरे को ज्ञात सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थों में से एक बनाती है। ग्रेफाइट (a) परतों में होता है और नरम होता है। फुलेरीन (b) विभिन्न आणविक संरचनाओं के साथ गोले या ट्यूब बनाते हैं। कोयला (d) कार्बन का एक अशुद्ध रूप है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  8. निम्नलिखित में से कौन सी प्रक्रिया कृत्रिम हीरे (synthetic diamonds) के निर्माण में शामिल है?

    • (a) केवल उच्च दबाव, उच्च तापमान (HPHT) विधि
    • (b) केवल रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) विधि
    • (c) HPHT और CVD दोनों विधियाँ
    • (d) आयन प्रत्यारोपण (Ion Implantation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कृत्रिम हीरे (Synthetic Diamonds), जिन्हें प्रयोगशाला में विकसित हीरे भी कहा जाता है, प्राकृतिक हीरे के समान रासायनिक और भौतिक गुण प्रदर्शित करते हैं। इनका निर्माण विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): कृत्रिम हीरे के निर्माण के लिए दो मुख्य विधियाँ हैं: उच्च दबाव, उच्च तापमान (HPHT) विधि, जो प्राकृतिक परिस्थितियों की नकल करती है, और रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) विधि, जिसमें एक सब्सट्रेट पर कार्बन युक्त गैसों को जमा करना शामिल है। आयन प्रत्यारोपण (d) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उपयोग सामग्री के गुणों को बदलने के लिए किया जाता है, लेकिन सीधे हीरे का निर्माण नहीं करता।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  9. हीरे के ‘फ़ायर’ (fire) का क्या अर्थ है?

    • (a) हीरे से निकलने वाली ऊष्मा
    • (b) प्रकाश का विभिन्न रंगों में विक्षेपण (dispersion)
    • (c) हीरे का उच्च गलनांक
    • (d) हीरे की विद्युत चालकता

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश का विक्षेपण (Dispersion of Light) वह घटना है जिसमें सफेद प्रकाश अपने घटक रंगों में विभाजित हो जाता है जब यह एक ऐसे माध्यम से गुजरता है जिसका अपवर्तनांक (refractive index) प्रकाश की तरंग दैर्ध्य (wavelength) पर निर्भर करता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च विक्षेपण (high dispersion) होता है। इसका मतलब है कि विभिन्न रंगों (तरंग दैर्ध्य) का प्रकाश हीरे में अलग-अलग कोणों पर मुड़ता है। जब प्रकाश हीरे के अंदर पूर्ण आंतरिक परावर्तन से गुजरता है, तो यह प्रभाव रंगीन स्पार्कल (sparkle) या ‘फ़ायर’ के रूप में दिखाई देता है। ऊष्मा (a) या गलनांक (c) या विद्युत चालकता (d) ‘फ़ायर’ से संबंधित नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. कार्बनिक यौगिकों में, ‘संतृप्त’ (saturated) शब्द का क्या अर्थ है?

    • (a) यौगिक में केवल कार्बन-कार्बन एकल बंधन होते हैं।
    • (b) यौगिक में कार्बन-कार्बन दोहरे या तिहरे बंधन होते हैं।
    • (c) यौगिक में कार्बन परमाणु अन्य परमाणुओं से जुड़े होते हैं।
    • (d) यौगिक में कार्बन और हाइड्रोजन की उच्च मात्रा होती है।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बनिक रसायन विज्ञान में, संतृप्त हाइड्रोकार्बन (Saturated Hydrocarbons) वे यौगिक होते हैं जिनमें कार्बन परमाणुओं के बीच केवल एकल बंधन (single bonds) होते हैं, और कार्बन परमाणु अपने अधिकतम संभव हाइड्रोजन परमाणुओं से जुड़े होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): संतृप्त कार्बनिक यौगिकों में, कार्बन कंकाल (carbon skeleton) में कार्बन-कार्बन परमाणुओं के बीच केवल एकल बंधन होते हैं। असंतृप्त यौगिकों (unsaturated compounds) में कार्बन-कार्बन दोहरे (alkenes) या तिहरे बंधन (alkynes) होते हैं। विकल्प (c) और (d) संतृप्त यौगिकों के सामान्य गुण हो सकते हैं, लेकिन ‘संतृप्त’ शब्द का सीधा अर्थ एकल बंधनों से संबंधित है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  11. कार्बनिक यौगिकों में, ‘असंतृप्त’ (unsaturated) शब्द का क्या अर्थ है?

    • (a) यौगिक में कार्बन-कार्बन एकल बंधन होते हैं।
    • (b) यौगिक में कार्बन-कार्बन दोहरे या तिहरे बंधन होते हैं।
    • (c) यौगिक में कार्बन परमाणु पूरी तरह से हाइड्रोजन से बंधे होते हैं।
    • (d) यौगिक हवा के प्रति संवेदनशील होता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): असंतृप्त हाइड्रोकार्बन (Unsaturated Hydrocarbons) वे कार्बनिक यौगिक होते हैं जिनमें कार्बन परमाणुओं के बीच एक या अधिक दोहरे (C=C) या तिहरे (C≡C) बंधन होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): इन दोहरे या तिहरे बंधनों में अतिरिक्त बंधन ‘अतिरिक्त’ होते हैं, अर्थात, कार्बन परमाणु अपने अधिकतम संभव हाइड्रोजन परमाणुओं से बंधे नहीं होते हैं। यह उन्हें अतिरिक्त अभिक्रियाशीलता (reactivity) प्रदान करता है। एकल बंधन (a) संतृप्त यौगिकों की विशेषता है। विकल्प (c) और (d) असंतृप्त यौगिकों के सामान्य अर्थ में परिभाषित नहीं करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. कार्बन के किस अन्य महत्वपूर्ण अपररूप (allotrope) का उपयोग स्नेहक (lubricant) के रूप में किया जाता है?

    • (a) हीरा
    • (b) फुलेरीन
    • (c) ग्रेफाइट
    • (d) कोक

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु षट्कोणीय (hexagonal) परतों में व्यवस्थित होते हैं, और इन परतों के बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल (van der Waals forces) होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट की परतदार संरचना के कारण, परतें एक-दूसरे पर आसानी से फिसल सकती हैं। यह गुण ग्रेफाइट को एक उत्कृष्ट स्नेहक (lubricant) बनाता है, जिसका उपयोग पेंसिल की लीड (lead) में, इलेक्ट्रोड के रूप में और उच्च तापमान पर मशीनों के लिए स्नेहक के रूप में किया जाता है। हीरा (a) अत्यधिक कठोर होता है। फुलेरीन (b) विभिन्न अनुप्रयोगों के साथ एक अलग संरचना है। कोक (d) कोयले का एक रूप है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. बायोलॉजी में, ‘सक्रियण ऊर्जा’ (Activation Energy) क्या है?

    • (a) वह न्यूनतम ऊर्जा जो किसी अभिक्रिया को शुरू करने के लिए आवश्यक है।
    • (b) अभिक्रिया के दौरान उत्सर्जित कुल ऊर्जा।
    • (c) वह ऊर्जा जो एक एन्जाइम द्वारा प्रदान की जाती है।
    • (d) अभिक्रिया पूर्ण होने के बाद बची हुई ऊर्जा।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक अभिक्रियाओं को होने के लिए एक निश्चित न्यूनतम ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिसे सक्रियण ऊर्जा कहा जाता है। एन्जाइम (Enzymes) अभिक्रिया की दर को बढ़ाते हुए इस सक्रियण ऊर्जा को कम करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जैविक प्रणालियों में, अभिक्रियाएं अक्सर धीमी होती हैं क्योंकि उनके लिए उच्च सक्रियण ऊर्जा की आवश्यकता होती है। एन्जाइम इस ऊर्जा अवरोध को कम करके अभिक्रियाओं को गति देते हैं। विकल्प (b), (c), और (d) सक्रियण ऊर्जा की परिभाषा को सही ढंग से नहीं दर्शाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  14. कोशिका श्वसन (Cellular Respiration) के दौरान, ग्लूकोज का विखंडन (breakdown) मुख्य रूप से कहाँ होता है?

    • (a) नाभिक (Nucleus)
    • (b) गॉल्जीकाय (Golgi Apparatus)
    • (c) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
    • (d) कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिका श्वसन एक चयापचय (metabolic) प्रक्रिया है जो कोशिकाओं को ऊर्जा प्राप्त करने के लिए शर्करा (जैसे ग्लूकोज) को तोड़ती है। इसमें कई चरण शामिल होते हैं, जिनकी शुरुआत कोशिकाद्रव्य में होती है।

    व्याख्या (Explanation): कोशिका श्वसन का पहला चरण, ग्लाइकोलिसिस (Glycolysis), कोशिकाद्रव्य (cytoplasm) में होता है। इस प्रक्रिया में, एक ग्लूकोज अणु को पाइरूवेट (pyruvate) के दो अणुओं में तोड़ा जाता है, जिससे थोड़ी मात्रा में ATP (ऊर्जा मुद्रा) और NADH (ऊर्जा वाहक) का उत्पादन होता है। अन्य ऑर्गेनेल (organelles) कोशिका श्वसन के विभिन्न चरणों में भाग लेते हैं (जैसे माइटोकॉन्ड्रिया), लेकिन प्रारंभिक ग्लूकोज विखंडन कोशिकाद्रव्य में होता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  15. मानव शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) का प्राथमिक कार्य क्या है?

    • (a) प्रतिरक्षा प्रदान करना
    • (b) ऑक्सीजन का परिवहन करना
    • (c) रक्त का स्कंदन (clotting) करना
    • (d) पोषक तत्वों का अवशोषण करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाएं (Erythrocytes) रक्त का एक प्रमुख घटक हैं और इनमें हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) नामक प्रोटीन होता है।

    व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन को पकड़ता है और इसे शरीर के ऊतकों तक पहुंचाता है, जहां यह ऊर्जा उत्पादन के लिए उपयोग की जाती है। फिर यह ऊतकों से कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक वापस ले जाता है। श्वेत रक्त कोशिकाएं (White Blood Cells) प्रतिरक्षा प्रदान करती हैं (a), प्लेटलेट्स (Platelets) रक्त स्कंदन (c) में मदद करते हैं, और पोषक तत्वों का अवशोषण (d) मुख्य रूप से आंतों में होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) में, पौधे किस गैस का उपयोग करते हैं?

    • (a) ऑक्सीजन (O₂)
    • (b) नाइट्रोजन (N₂)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
    • (d) मीथेन (CH₄)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को शर्करा (ग्लूकोज) में परिवर्तित करते हैं, जो उनकी वृद्धि और पोषण के लिए ऊर्जा स्रोत के रूप में कार्य करती है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के समीकरण में, पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) लेते हैं, इसे पानी (H₂O) के साथ मिलाकर, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में, क्लोरोफिल (chlorophyll) की मदद से, ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) और ऑक्सीजन (O₂) बनाते हैं। इसलिए, कार्बन डाइऑक्साइड आवश्यक अभिकारक है। ऑक्सीजन (a) उत्पाद है। नाइट्रोजन (b) वायुमंडल में बहुतायत में है लेकिन सीधे प्रकाश संश्लेषण में उपयोग नहीं होती है। मीथेन (d) एक ग्रीनहाउस गैस है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. मानव शरीर में निम्नलिखित में से कौन सा एंजाइम प्रोटीन के पाचन में सहायता करता है?

    • (a) एमाइलेज (Amylase)
    • (b) लाइपेज (Lipase)
    • (c) पेप्सिन (Pepsin)
    • (d) माल्टेज (Maltase)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं जो विशिष्ट रासायनिक अभिक्रियाओं को गति देते हैं, जैसे कि भोजन का पाचन।

    व्याख्या (Explanation): पेप्सिन पेट (stomach) में स्रावित होने वाला एक एंजाइम है जो प्रोटीन को छोटे पेप्टाइड्स (peptides) में तोड़ता है। एमाइलेज (a) कार्बोहाइड्रेट (स्टार्च) को पचाता है। लाइपेज (b) वसा (fats) को पचाता है। माल्टेज (d) माल्टोज (एक प्रकार की शर्करा) को पचाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. मानव कंकाल प्रणाली में कितनी हड्डियाँ होती हैं?

    • (a) 206
    • (b) 300
    • (c) 150
    • (d) 270

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली हड्डियों का एक ढाँचा है जो शरीर को सहारा, सुरक्षा और गति प्रदान करती है।

    व्याख्या (Explanation): एक वयस्क मानव कंकाल में आम तौर पर 206 हड्डियाँ होती हैं। जन्म के समय शिशुओं में अधिक हड्डियाँ होती हैं, जो बाद में जुड़ जाती हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  19. डीएनए (DNA) की संरचना को किस रूप में वर्णित किया गया है?

    • (a) एकल हेलिक्स (Single Helix)
    • (b) डबल हेलिक्स (Double Helix)
    • (c) ट्रिपल हेलिक्स (Triple Helix)
    • (d) सीधी श्रृंखला (Straight Chain)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA) आनुवंशिक जानकारी (genetic information) का वाहक है, जो सभी ज्ञात जीवित जीवों और कई वायरस की आनुवंशिक सामग्री है।

    व्याख्या (Explanation): डीएनए की संरचना दो पॉली न्यूक्लियोटाइड श्रृंखलाओं (polynucleotide chains) से बनी होती है जो एक साथ जुड़कर एक डबल हेलिक्स (double helix) बनाती हैं। यह खोज वाटसन (Watson) और क्रिक (Crick) ने की थी।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. वनस्पति विज्ञान में, ‘फ्लोएम’ (Phloem) का क्या कार्य है?

    • (a) प्रकाश संश्लेषण के लिए जल का परिवहन
    • (b) जड़ों से पत्तियों तक खनिज लवण का परिवहन
    • (c) पत्तियों से अन्य भागों तक शर्करा (भोजन) का परिवहन
    • (d) पौधों को संरचनात्मक सहारा प्रदान करना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों में ऊतक (tissues) विभिन्न कार्य करते हैं, जिनमें पोषक तत्वों का परिवहन भी शामिल है। जाइलम (Xylem) और फ्लोएम (Phloem) संवहन ऊतक (vascular tissues) हैं।

    व्याख्या (Explanation): फ्लोएम वह संवहन ऊतक है जो प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से पत्तियों में उत्पादित शर्करा (भोजन) को पौधे के अन्य भागों, जैसे जड़ों, तनों और फलों तक पहुंचाता है। जाइलम (a और b) जल और खनिज लवणों का परिवहन करता है। विकल्प (d) सेल्युलोस (cellulose) से बनी कोशिका भित्ति (cell wall) या अन्य ऊतकों से संबंधित है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर के संतुलन और मुद्रा (posture) को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है?

    • (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
    • (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
    • (c) मेडुला ऑब्लोंगटा (Medulla Oblongata)
    • (d) हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव मस्तिष्क के विभिन्न भाग विशिष्ट कार्य करते हैं, जिनमें संवेदी सूचनाओं का प्रसंस्करण और शारीरिक गतिविधियों का समन्वय शामिल है।

    व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क (Cerebellum), जो प्रमस्तिष्क (cerebrum) के नीचे और पीछे स्थित होता है, मुख्य रूप से स्वैच्छिक गतिविधियों (voluntary movements) के समन्वय, संतुलन, मांसपेशियों की टोन और शरीर की मुद्रा को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है। प्रमस्तिष्क (a) सोच, स्मृति और ऐच्छिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है। मेडुला ऑब्लोंगटा (c) अनैच्छिक (involuntary) कार्यों जैसे श्वसन और हृदय गति को नियंत्रित करता है। हाइपोथैलेमस (d) शरीर के तापमान, भूख और प्यास जैसे कार्यों को नियंत्रित करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. रसायन विज्ञान में, pH स्केल क्या मापता है?

    • (a) विलयन की अम्लता या क्षारकता
    • (b) विलयन में नमक की मात्रा
    • (c) विलयन का तापमान
    • (d) विलयन की विद्युत चालकता

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH स्केल एक लघुगणकीय (logarithmic) पैमाना है जिसका उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि कोई जलीय विलयन (aqueous solution) कितना अम्लीय (acidic) या क्षारीय (alkaline/basic) है।

    व्याख्या (Explanation): pH मान 0 से 14 तक होता है। 7 से कम pH मान अम्लीय विलयन को इंगित करता है, 7 का pH मान उदासीन (neutral) विलयन को इंगित करता है, और 7 से अधिक pH मान क्षारीय विलयन को इंगित करता है। नमक की मात्रा (b), तापमान (c), या विद्युत चालकता (d) को pH स्केल द्वारा सीधे नहीं मापा जाता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  23. चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) की SI इकाई क्या है?

    • (a) वोल्ट (Volt)
    • (b) एम्पीयर (Ampere)
    • (c) टेस्ला (Tesla)
    • (d) जूल (Joule)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र एक सदिश क्षेत्र (vector field) है जो विद्युत आवेशों पर बल (force) लगाता है और चुंबकीय द्विध्रुवों (magnetic dipoles) के साथ परस्पर क्रिया करता है।

    व्याख्या (Explanation): चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति को मापने के लिए SI (अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली) इकाई टेस्ला (T) है। वोल्ट (a) विद्युत क्षमता (electric potential) की इकाई है। एम्पीयर (b) विद्युत धारा (electric current) की इकाई है। जूल (d) ऊर्जा या कार्य (energy or work) की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. विटामिन सी (Vitamin C) का रासायनिक नाम क्या है?

    • (a) रेटिनॉल (Retinol)
    • (b) एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid)
    • (c) कैल्सीफेरॉल (Calciferol)
    • (d) टोकोफेरॉल (Tocopherol)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व (micronutrients) हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और विभिन्न जैविक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन सी का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड है। यह एक पानी में घुलनशील विटामिन है जो एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है। रेटिनॉल (a) विटामिन ए है, कैल्सीफेरॉल (c) विटामिन डी है, और टोकोफेरॉल (d) विटामिन ई है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. तापमान मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?

    • (a) बैरोमीटर (Barometer)
    • (b) हाइड्रोमीटर (Hydrometer)
    • (c) थर्मामीटर (Thermometer)
    • (d) एमीटर (Ammeter)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): थर्मामीटर एक उपकरण है जो तापमान को मापता है। यह तापमान में परिवर्तन के प्रति संवेदनशील पदार्थ (जैसे पारा या अल्कोहल) के प्रसार या संकुचन के सिद्धांत पर काम करता है।

    व्याख्या (Explanation): बैरोमीटर (a) वायुमंडलीय दबाव (atmospheric pressure) को मापता है। हाइड्रोमीटर (b) तरल पदार्थों के घनत्व (density) को मापता है। एमीटर (d) विद्युत धारा (electric current) को मापता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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