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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: आपकी परीक्षा की तैयारी को मज़बूत करें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: आपकी परीक्षा की तैयारी को मज़बूत करें

परिचय:** प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की एक ठोस समझ अत्यंत आवश्यक है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों की आपकी पकड़ आपकी योग्यता निर्धारित कर सकती है। यहाँ, हम नवीनतम वैज्ञानिक प्रवृत्तियों को ध्यान में रखते हुए, आपके ज्ञान का परीक्षण करने और आपकी तैयारी को निखारने के लिए डिज़ाइन किए गए 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्न प्रस्तुत करते हैं। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत स्पष्टीकरण दिया गया है ताकि आप न केवल सही उत्तर जान सकें, बल्कि उसके पीछे के वैज्ञानिक तर्क को भी समझ सकें। अपनी क्षमताओं को परखें और सफलता की ओर एक कदम और बढ़ाएँ!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. निम्नलिखित में से कौन सी वैज्ञानिक शाखा का संबंध जीन और आनुवंशिकता के अध्ययन से है, जैसा कि ‘जीनोम-वाइड स्टडी’ जैसे शोध में देखा जाता है?

    • (a) कोशिका विज्ञान (Cytology)
    • (b) आनुवंशिकी (Genetics)
    • (c) ऊतक विज्ञान (Histology)
    • (d) भ्रूण विज्ञान (Embryology)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आनुवंशिकी (Genetics) विज्ञान की वह शाखा है जो जीवों में जीन, आनुवंशिक भिन्नता और वंशानुक्रम का अध्ययन करती है। जीनोम-वाइड स्टडीज सीधे तौर पर जीवों के पूरे जीनोम में जीन की भूमिका को समझने से संबंधित होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): कोशिका विज्ञान कोशिकाओं का अध्ययन करता है, ऊतक विज्ञान ऊतकों का, और भ्रूण विज्ञान भ्रूण के विकास का अध्ययन करता है। आनुवंशिकी ही वह क्षेत्र है जो आनुवंशिक सामग्री (जीनोम) और वंशानुक्रम के अध्ययन से जुड़ा है, जो किसी भी आनुवंशिक अध्ययन का मूल है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. किसी स्पीच डिसऑर्डर (जैसे हकलाना) को समझने के लिए किए गए ‘जीनोम-वाइड स्टडी’ में, डीएनए (DNA) अणु के किस संरचनात्मक पहलू का अध्ययन सबसे अधिक प्रासंगिक होगा?

    • (a) न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम (Nucleotide sequence)
    • (b) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen bonds)
    • (c) फॉस्फेट समूह (Phosphate group)
    • (d) डीऑक्सीराइबोज़ शर्करा (Deoxyribose sugar)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जीनोम-वाइड स्टडीज का उद्देश्य किसी जीव के संपूर्ण जीनोम में आनुवंशिक भिन्नताओं का पता लगाना और उनका विश्लेषण करना होता है। जीनोम DNA से बना होता है, और DNA का अनुक्रम (sequence) आनुवंशिक जानकारी का वाहक होता है।

    व्याख्या (Explanation): DNA का न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम (A, T, C, G) आनुवंशिक कोड निर्धारित करता है। हाइड्रोजन बंध DNA स्ट्रैंड को एक साथ रखते हैं, फॉस्फेट समूह और डीऑक्सीराइबोज़ शर्करा DNA की रीढ़ बनाते हैं, लेकिन आनुवंशिक भिन्नताओं और उनके प्रभाव का अध्ययन मुख्य रूप से न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम में भिन्नताओं पर केंद्रित होता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  3. क्वांटम लीप (Quantum leap) शब्द का उपयोग वैज्ञानिक प्रगति को दर्शाने के लिए किया जाता है। भौतिकी में, क्वांटम लीप शब्द का क्या अर्थ है?

    • (a) ऊर्जा के सतत उत्सर्जन से जुड़ा एक परिवर्तन
    • (b) एक इलेक्ट्रॉन द्वारा एक ऊर्जा स्तर से दूसरे ऊर्जा स्तर पर छलांग
    • (c) प्रकाश की गति से यात्रा करने वाला कण
    • (d) कणों का एक दूसरे में परिवर्तित होना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्वांटम यांत्रिकी के अनुसार, परमाणु या अणु में इलेक्ट्रॉन ऊर्जा के असतत (discrete) स्तरों में मौजूद होते हैं। जब कोई इलेक्ट्रॉन ऊर्जा का अवशोषण या उत्सर्जन करता है, तो वह अचानक एक ऊर्जा स्तर से दूसरे में “छलांग” लगाता है, जिसे क्वांटम लीप कहते हैं।

    व्याख्या (Explanation): यह एक असतत परिवर्तन है, सतत उत्सर्जन नहीं। प्रकाश की गति से यात्रा करने वाले कण या कणों का एक-दूसरे में परिवर्तित होना क्वांटम लीप को परिभाषित नहीं करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. यदि हकलाना एक न्यूरोलॉजिकल (तंत्रिका तंत्र से संबंधित) या आनुवंशिक घटक से जुड़ा है, तो निम्नलिखित में से कौन सा कोशिकांग (organelle) तंत्रिका कोशिकाओं (neurons) के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

    • (a) क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast)
    • (b) राइबोसोम (Ribosome)
    • (c) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondrion)
    • (d) गॉल्जी उपकरण (Golgi apparatus)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तंत्रिका कोशिकाओं को सिग्नल प्रसारित करने के लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है। माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के ‘पावरहाउस’ होते हैं, जो कोशिका श्वसन के माध्यम से एटीपी (ATP) के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): क्लोरोप्लास्ट प्रकाश संश्लेषण में पाए जाते हैं (पादप कोशिकाओं में)। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण के लिए जिम्मेदार होते हैं। गॉल्जी उपकरण प्रोटीन के संशोधन और पैकेजिंग में शामिल होता है। तंत्रिका तंत्र के कार्य के लिए ऊर्जा आपूर्ति महत्वपूर्ण है, जो मुख्य रूप से माइटोकॉन्ड्रिया द्वारा की जाती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. जीनोम-वाइड स्टडी में, वैज्ञानिक डीएनए के विशिष्ट खंडों की पहचान करते हैं जो किसी विशेष लक्षण या स्थिति (जैसे हकलाना) से जुड़े हो सकते हैं। इन खंडों को क्या कहा जाता है?

    • (a) जीन
    • (b) गुणसूत्र (Chromosome)
    • (c) एलील (Allele)
    • (d) जीन लोकस (Gene locus)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जीन DNA का एक विशिष्ट अनुक्रम होता है जो प्रोटीन के लिए कोड करता है या एक कार्यात्मक RNA अणु के लिए कोड करता है। जीन आनुवंशिक जानकारी की मूल इकाई हैं और लक्षणों को नियंत्रित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): गुणसूत्र DNA के बड़े, संघनित रूप हैं। एलील एक जीन के विभिन्न रूप होते हैं। जीन लोकस किसी गुणसूत्र पर जीन की स्थिति को संदर्भित करता है। जीनोम-वाइड स्टडीज विशेष रूप से उन जीनों की पहचान करती हैं जो किसी लक्षण में भूमिका निभाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  6. क्वांटम लीप की अवधारणा को समझने के लिए, निम्नलिखित में से कौन सा परमाणु भौतिकी का एक मूलभूत सिद्धांत है?

    • (a) न्यूटन के गति के नियम
    • (b) ऊष्मागतिकी के नियम
    • (c) बोहर का परमाणु मॉडल
    • (d) मैक्सवेल के समीकरण

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नील्स बोहर के परमाणु मॉडल ने प्रस्तावित किया कि इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर निश्चित कक्षाओं में घूमते हैं, जिनमें से प्रत्येक एक विशिष्ट ऊर्जा स्तर से मेल खाता है। इन ऊर्जा स्तरों के बीच इलेक्ट्रॉनों की “छलांग” को क्वांटम लीप के रूप में वर्णित किया गया था।

    व्याख्या (Explanation): न्यूटन के नियम स्थूल पिंडों की गति से संबंधित हैं। ऊष्मागतिकी के नियम ऊर्जा और ऊष्मा के स्थानांतरण से संबंधित हैं। मैक्सवेल के समीकरण विद्युत चुम्बकीय तरंगों से संबंधित हैं। क्वांटम लीप की अवधारणा परमाणु स्तर पर इलेक्ट्रॉन ऊर्जा स्तरों से जुड़ी है, जिसे बोहर मॉडल द्वारा सफलतापूर्वक समझाया गया था।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. यदि हकलाने में जीन अभिव्यक्ति (gene expression) का उल्लंघन शामिल है, तो निम्नलिखित में से कौन सा कोशिका अंगक (organelle) जीन अभिव्यक्ति के नियमन में एक भूमिका निभा सकता है?

    • (a) लाइसोसोम (Lysosome)
    • (b) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
    • (c) नाभिक (Nucleus)
    • (d) पेरोक्सीसोम (Peroxisome)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नाभिक (Nucleus) यूकेरियोटिक कोशिकाओं का नियंत्रण केंद्र है। यह DNA रखता है, जहाँ से अनुलेखन (transcription) द्वारा RNA का निर्माण होता है, जो जीन अभिव्यक्ति का पहला कदम है। नाभिक जीन अभिव्यक्ति के नियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    व्याख्या (Explanation): लाइसोसोम अपशिष्ट को पचाते हैं। एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम प्रोटीन और लिपिड संश्लेषण में शामिल होता है। पेरोक्सीसोम उपापचयी (metabolic) प्रतिक्रियाओं को करते हैं। जीन अभिव्यक्ति का प्रत्यक्ष विनियमन, DNA से RNA का बनना, नाभिक के भीतर होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  8. निम्नलिखित में से कौन सा रसायन प्रोटीन संश्लेषण के लिए आवश्यक है, जो जीनोम में मौजूद आनुवंशिक जानकारी को कार्यात्मक अणुओं में परिवर्तित करने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है?

    • (a) ग्लूकोज (Glucose)
    • (b) अमीनो एसिड (Amino acid)
    • (c) फैटी एसिड (Fatty acid)
    • (d) न्यूक्लियोटाइड (Nucleotide)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रोटीन विभिन्न अमीनो एसिड की लंबी श्रृंखलाओं से बने होते हैं, जो पेप्टाइड बॉन्ड द्वारा जुड़े होते हैं। DNA में जीन कोड करते हैं कि कौन से अमीनो एसिड किस क्रम में जोड़े जाने चाहिए।

    व्याख्या (Explanation): ग्लूकोज ऊर्जा का स्रोत है। फैटी एसिड लिपिड बनाते हैं। न्यूक्लियोटाइड DNA और RNA के बिल्डिंग ब्लॉक हैं। प्रोटीन के बिल्डिंग ब्लॉक अमीनो एसिड होते हैं, जिन्हें राइबोसोम द्वारा mRNA टेम्पलेट के अनुसार जोड़ा जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. किसी हकलाने वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में होने वाली तंत्रिका संबंधी घटनाओं का अध्ययन करने के लिए, वैज्ञानिक किन उपकरणों का उपयोग कर सकते हैं? (भौतिकी और जीव विज्ञान का संयोजन)

    • (a) स्पेक्ट्रोफोटोमीटर (Spectrophotometer)
    • (b) इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राफी (EEG)
    • (c) क्रोमैटोग्राफ (Chromatograph)
    • (d) सेंट्रीफ्यूज (Centrifuge)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राफी (EEG) एक ऐसी तकनीक है जो मस्तिष्क की विद्युत गतिविधि को मापती है। यह तंत्रिका कोशिकाओं द्वारा उत्पन्न विद्युत संकेतों का पता लगाने के लिए इलेक्ट्रोड का उपयोग करती है, जो मस्तिष्क के कार्य और संभावित असामान्यताओं को समझने में मदद कर सकती है।

    व्याख्या (Explanation): स्पेक्ट्रोफोटोमीटर प्रकाश के अवशोषण को मापता है। क्रोमैटोग्राफ विभिन्न घटकों को अलग करता है। सेंट्रीफ्यूज घनत्व के आधार पर घटकों को अलग करता है। EEG विशेष रूप से मस्तिष्क की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो तंत्रिका संबंधी विकारों के अध्ययन के लिए प्रासंगिक है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. DNA की दोहरी हेलिक्स संरचना में, एडेनिन (A) हमेशा थाइमिन (T) के साथ और गुआनिन (G) हमेशा साइटोसिन (C) के साथ जुड़ता है। यह रासायनिक संबंध क्या कहलाता है?

    • (a) सहसंयोजक बंधन (Covalent bond)
    • (b) आयनिक बंधन (Ionic bond)
    • (c) हाइड्रोजन बंधन (Hydrogen bond)
    • (d) वैन डेर वाल्स बल (Van der Waals force)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): DNA के दो स्ट्रैंड्स को एक साथ जोड़ने वाले कमजोर आकर्षण बल हाइड्रोजन बॉन्ड होते हैं। A और T के बीच दो हाइड्रोजन बॉन्ड और G और C के बीच तीन हाइड्रोजन बॉन्ड बनते हैं, जो DNA की संरचना को स्थिर करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): सहसंयोजक बंधन परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों के साझाकरण से बनते हैं, जो DNA की रीढ़ (sugar-phosphate backbone) को बनाते हैं। आयनिक बंधन आयनों के बीच बनते हैं। वैन डेर वाल्स बल कमजोर, क्षणिक इंटरैक्शन हैं। DNA बेस पेयरिंग के लिए हाइड्रोजन बॉन्ड महत्वपूर्ण हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. जीनोम-वाइड एसोसिएशन स्टडी (GWAS) में, वैज्ञानिक व्यक्तियों के पूरे जीनोम में आनुवंशिक भिन्नताओं (जैसे सिंगल न्यूक्लियोटाइड पॉलीमॉर्फिज्म – SNPs) की जांच करते हैं। ये भिन्नताएं मुख्य रूप से DNA की संरचना में किस प्रकार के परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करती हैं?

    • (a) गुणसूत्रों की संख्या में परिवर्तन
    • (b) DNA के एक विशिष्ट न्यूक्लियोटाइड का प्रतिस्थापन
    • (c) प्रोटीन की त्रिविमीय संरचना में परिवर्तन
    • (d) कोशिका झिल्ली की पारगम्यता में परिवर्तन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सिंगल न्यूक्लियोटाइड पॉलीमॉर्फिज्म (SNPs) DNA अनुक्रम में एक एकल न्यूक्लियोटाइड (A, T, C, या G) में भिन्नता है जो आबादी के एक महत्वपूर्ण हिस्से में मौजूद होती है। GWAS इन भिन्नताओं का पता लगाकर उन्हें रोगों या लक्षणों से जोड़ता है।

    व्याख्या (Explanation): गुणसूत्रों की संख्या में परिवर्तन (जैसे ट्राइसोमी) गुणसूत्र संबंधी विकार हैं। प्रोटीन की संरचना या कोशिका झिल्ली की पारगम्यता का परिवर्तन अक्सर जीन अभिव्यक्ति के परिणाम होते हैं, न कि स्वयं आनुवंशिक भिन्नता का प्रत्यक्ष प्रतिनिधित्व। SNPs DNA अनुक्रम के सबसे सामान्य प्रकार की भिन्नता हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. क्वांटम यांत्रिकी में, ‘क्वांटाइजेशन’ (Quantization) का सिद्धांत क्या कहता है?

    • (a) ऊर्जा का प्रवाह निरंतर होता है।
    • (b) ऊर्जा केवल असतत (discrete) पैकेट या ‘क्वांटा’ में मौजूद होती है।
    • (c) सभी कण एक ही ऊर्जा स्तर पर मौजूद होते हैं।
    • (d) प्रकाश की गति को बदला जा सकता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्वांटाइजेशन का अर्थ है कि कुछ भौतिक मात्राएँ, जैसे कि ऊर्जा, केवल विशिष्ट, असतत मान ही ले सकती हैं, न कि कोई भी मध्यवर्ती मान। ये असतत मान ‘क्वांटा’ कहलाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): यह सिद्धांत बताता है कि ऊर्जा का आदान-प्रदान या अस्तित्व असतत इकाइयों में होता है, न कि सतत प्रवाह के रूप में। सभी कण एक ही ऊर्जा स्तर पर नहीं होते, और प्रकाश की गति एक मौलिक स्थिरांक है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. यदि हकलाना भाषा प्रसंस्करण से संबंधित है, तो मस्तिष्क के कौन से क्षेत्र भाषा उत्पादन और समझ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं?

    • (a) सेरिबैलम (Cerebellum)
    • (b) ब्रोका क्षेत्र (Broca’s Area) और वर्निके क्षेत्र (Wernicke’s Area)
    • (c) मेडुला ओब्लोंगटा (Medulla Oblongata)
    • (d) स्पाइनल कॉर्ड (Spinal Cord)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव मस्तिष्क में, ब्रोका क्षेत्र आमतौर पर भाषा उत्पादन (बोलने) से जुड़ा होता है, जबकि वर्निके क्षेत्र भाषा को समझने से जुड़ा होता है। इन क्षेत्रों में कोई भी समस्या भाषा से संबंधित विकारों को जन्म दे सकती है।

    व्याख्या (Explanation): सेरिबैलम मुख्य रूप से समन्वय और संतुलन के लिए जिम्मेदार है। मेडुला ओब्लोंगटा अनैच्छिक कार्यों (जैसे श्वसन) को नियंत्रित करता है। स्पाइनल कॉर्ड केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का हिस्सा है जो मस्तिष्क और बाकी शरीर के बीच संकेतों को प्रसारित करता है। भाषा से सीधे तौर पर ब्रोका और वर्निके क्षेत्र जुड़े होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. DNA के संश्लेषण (replication) और मरम्मत (repair) के लिए कौन सा एंजाइम (enzyme) महत्वपूर्ण है?

    • (a) आरएनए पोलीमरेज़ (RNA Polymerase)
    • (b) डीएनए पोलीमरेज़ (DNA Polymerase)
    • (c) लाइगेज (Ligase)
    • (d) हेलिकेज (Helicase)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डीएनए पोलीमरेज़ वह एंजाइम है जो DNA के नए स्ट्रैंड का संश्लेषण करता है, या तो प्रतिकृति (replication) के दौरान या DNA की मरम्मत के दौरान। यह डीएनए टेम्प्लेट पर नए न्यूक्लियोटाइड जोड़ता है।

    व्याख्या (Explanation): आरएनए पोलीमरेज़ RNA का संश्लेषण करता है। लाइगेज DNA या RNA के टुकड़ों को जोड़ता है। हेलिकेज DNA हेलिक्स को खोलता है। DNA पोलीमरेज़ DNA के संश्लेषण और मरम्मत के लिए केंद्रीय है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. क्वांटम भौतिकी के संदर्भ में, ‘क्वांटम सुपरपोजिशन’ (Quantum Superposition) क्या है?

    • (a) एक कण का ऊर्जा का केवल एक निश्चित स्तर होना
    • (b) एक कण का एक साथ कई अवस्थाओं में होना
    • (c) कणों के बीच गुरुत्वाकर्षण बल
    • (d) प्रकाश का तरंग-कण द्वैत

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्वांटम सुपरपोजिशन एक मौलिक क्वांटम यांत्रिक सिद्धांत है जो बताता है कि एक क्वांटम प्रणाली (जैसे एक इलेक्ट्रॉन) एक ही समय में कई संभावित अवस्थाओं (जैसे विभिन्न स्थानों या ऊर्जा स्तरों) में हो सकती है, जब तक कि उसका मापन न किया जाए।

    व्याख्या (Explanation): ऊर्जा का निश्चित स्तर क्वांटाइजेशन है। गुरुत्वाकर्षण बल शास्त्रीय भौतिकी का हिस्सा है। तरंग-कण द्वैत बताता है कि कण तरंगों और कणों दोनों के गुण दिखा सकते हैं, लेकिन सुपरपोजिशन कणों के एक साथ कई अवस्थाओं में होने का वर्णन करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. हकलाने को समझने के लिए जीनोमिक अध्ययन में, ‘आरएनए इंटरफेरेंस’ (RNA interference) एक तकनीक हो सकती है। आरएनए इंटरफेरेंस में कौन सा आरएनए अणु (RNA molecule) प्रमुख भूमिका निभाता है?

    • (a) मैसेंजर आरएनए (mRNA)
    • (b) ट्रांसफर आरएनए (tRNA)
    • (c) माइक्रोआरएनए (miRNA) या स्मॉल इंटरफेयरिंग आरएनए (siRNA)
    • (d) राइबोसोमल आरएनए (rRNA)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आरएनए इंटरफेरेंस (RNAi) एक प्राकृतिक कोशिका तंत्र है जो जीन अभिव्यक्ति को शांत (silence) करता है। इसमें माइक्रोआरएनए (miRNA) या स्मॉल इंटरफेयरिंग आरएनए (siRNA) जैसे छोटे आरएनए अणु शामिल होते हैं जो विशिष्ट मैसेंजर आरएनए (mRNA) को लक्षित करते हैं, जिससे उनका क्षरण होता है या प्रोटीन संश्लेषण बाधित होता है।

    व्याख्या (Explanation): mRNA प्रोटीन के लिए कोड करता है। tRNA अमीनो एसिड को राइबोसोम तक ले जाता है। rRNA राइबोसोम का संरचनात्मक घटक है। miRNA और siRNA जीन साइलेंसिंग के लिए विशिष्ट हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. निम्नलिखित में से कौन सा रेडियोधर्मी आइसोटोप (radioactive isotope) डीएनए अनुक्रमण (DNA sequencing) और आनुवंशिक अनुसंधान में ट्रेसर के रूप में उपयोग किया जा सकता है?

    • (a) कार्बन-14 (¹⁴C)
    • (b) आयोडीन-131 (¹³¹I)
    • (c) फॉस्फोरस-32 (³²P)
    • (d) कोबाल्ट-60 (⁶⁰Co)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फॉस्फोरस-32 (³²P) एक रेडियोधर्मी आइसोटोप है जो डीएनए (जो फॉस्फेट समूहों से बना है) में शामिल किया जा सकता है। इसके रेडियोधर्मी क्षय से उत्सर्जित विकिरण का पता लगाया जा सकता है, जिससे डीएनए संश्लेषण, टूटने या विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान जैसे अध्ययनों में इसका उपयोग ट्रेसर के रूप में किया जाता है।

  18. व्याख्या (Explanation): कार्बन-14 का उपयोग कार्बन डेटिंग और चयापचय अध्ययनों में किया जाता है। आयोडीन-131 का उपयोग थायरॉयड अध्ययनों में किया जाता है। कोबाल्ट-60 का उपयोग विकिरण चिकित्सा में किया जाता है। ³²P डीएनए को लेबल करने के लिए एक बहुत ही सामान्य और उपयोगी ट्रेसर है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. प्रकाश के किस गुण के कारण हम वस्तुओं को देख पाते हैं, जो एक हकलाने वाले व्यक्ति द्वारा बोली जाने वाली आवाजों के अध्ययन में ध्वनि तरंगों के समान एक लहर घटना है?

    • (a) विवर्तन (Diffraction)
    • (b) परावर्तन (Reflection)
    • (c) अपवर्तन (Refraction)
    • (d) ध्रुवीकरण (Polarization)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हम वस्तुओं को इसलिए देख पाते हैं क्योंकि वे प्रकाश को परावर्तित करती हैं। जब प्रकाश किसी वस्तु से टकराता है और वापस हमारी आँखों की ओर आता है, तो हम उस वस्तु को देख पाते हैं। यह ध्वनि तरंगों के परावर्तन (प्रतिध्वनि) के समान एक घटना है।

    व्याख्या (Explanation): विवर्तन तब होता है जब तरंगें किनारों के चारों ओर मुड़ती हैं। अपवर्तन तब होता है जब तरंगें एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाते समय झुकती हैं। ध्रुवीकरण प्रकाश तरंगों के दोलन की दिशा को सीमित करता है। वस्तुओं को देखने के लिए प्रकाश का परावर्तन सबसे महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. यदि जीनोम-वाइड स्टडी हकलाने में कोशिका झिल्ली (cell membrane) में प्रोटीन की भूमिका की जांच करती है, तो कोशिका झिल्ली का मुख्य संरचनात्मक घटक क्या है?

    • (a) कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate)
    • (b) लिपिड (Lipid) – विशेष रूप से फॉस्फोलिपिड
    • (c) न्यूक्लिक एसिड (Nucleic acid)
    • (d) प्रोटीन (Protein) – संरचनात्मक घटक के रूप में

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिका झिल्ली मुख्य रूप से फॉस्फोलिपिड्स की एक बाईलेयर (Bilayer) से बनी होती है, जिसमें प्रोटीन एम्बेडेड या जुड़े होते हैं। फॉस्फोलिपिड बाईलेयर कोशिका के लिए एक बाधा (barrier) बनाती है और झिल्ली की तरलता (fluidity) बनाए रखती है।

    व्याख्या (Explanation): कार्बोहाइड्रेट कोशिका की सतह पर पाए जा सकते हैं, लेकिन वे झिल्ली के मुख्य घटक नहीं हैं। न्यूक्लिक एसिड (DNA/RNA) नाभिक या कोशिका द्रव्य में पाए जाते हैं। प्रोटीन झिल्ली में महत्वपूर्ण कार्य करते हैं, लेकिन संरचनात्मक रूप से फॉस्फोलिपिड्स प्राथमिक घटक हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. भौतिकी में, ‘क्वांटम एंटैंगलमेंट’ (Quantum Entanglement) एक ऐसी घटना है जहाँ दो या दो से अधिक कण इस तरह से जुड़ जाते हैं कि एक कण की अवस्था का मापन दूसरे कण की अवस्था को तुरंत प्रभावित करता है, चाहे उनके बीच कितनी भी दूरी हो। इसका क्या अर्थ है?

    • (a) कण एक दूसरे के साथ बातचीत नहीं कर सकते।
    • (b) कणों के बीच सूचना का प्रसार प्रकाश की गति से तेज़ होता है।
    • (c) कणों का भाग्य एक दूसरे से अविभाज्य रूप से जुड़ा होता है।
    • (d) कणों को अलग-अलग मापा जा सकता है।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्वांटम एंटैंगलमेंट तब होता है जब कण इस तरह से एक संयुक्त क्वांटम अवस्था साझा करते हैं कि वे एक एकल इकाई के रूप में व्यवहार करते हैं, भले ही वे अलग हो गए हों। एक कण पर किया गया कोई भी मापन दूसरे कण की संबंधित अवस्था को तुरंत निर्धारित करता है।

  22. व्याख्या (Explanation): यह गलत है कि कण बातचीत नहीं कर सकते; वास्तव में, वे इस तरह से ‘जुड़े’ हुए हैं। जबकि यह प्रभाव प्रकाश की गति से तेज़ लगता है, यह सूचना को इस तरह से नहीं भेजता जो आइंस्टीन के सापेक्षता सिद्धांत का खंडन करता हो। हालाँकि, कणों का भाग्य निश्चित रूप से अविभाज्य रूप से जुड़ा होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. जीव विज्ञान में, ‘एपजेनेटिक्स’ (Epigenetics) जीन अभिव्यक्ति में उन परिवर्तनों का अध्ययन है जो DNA अनुक्रम में बदलाव के बिना होते हैं। यह हकलाने जैसे जटिल लक्षणों को समझने के लिए महत्वपूर्ण क्यों हो सकता है?

    • (a) यह बताता है कि जीन कैसे उत्परिवर्तित (mutate) होते हैं।
    • (b) यह DNA की भौतिक संरचना को बदल देता है।
    • (c) यह बताता है कि पर्यावरणीय कारक जीन की ‘चालू’ या ‘बंद’ स्थिति को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।
    • (d) यह RNA से प्रोटीन बनाने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एपजेनेटिक्स DNA मेथिलिकरण (DNA methylation) और हिस्टोन संशोधन (histone modification) जैसी प्रक्रियाओं से संबंधित है, जो जीन को अधिक या कम सुलभ बनाते हैं। इसका मतलब है कि पर्यावरणीय कारक, जीवन शैली, या विकासवादी अनुभव डीएनए अनुक्रम को बदले बिना जीन अभिव्यक्ति को प्रभावित कर सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): एपजेनेटिक्स उत्परिवर्तन का अध्ययन नहीं करता है, बल्कि जीन अभिव्यक्ति का अध्ययन करता है। यह DNA की भौतिक संरचना को नहीं बदलता है, बल्कि उसके उपयोग के तरीके को बदलता है। यह RNA से प्रोटीन बनाने की प्रक्रिया (ट्रांसलेशन) को प्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित नहीं करता है, बल्कि ट्रांसक्रिप्शन को प्रभावित करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. भौतिकी के किस सिद्धांत के अनुसार, प्रकाश विद्युत चुम्बकीय तरंगें हैं, जो हवा में यात्रा करती हैं और हकलाने के दौरान उत्पन्न ध्वनि तरंगों के समान गुणों को प्रदर्शित करती हैं?

    • (a) ऊष्मप्रवैगिकी (Thermodynamics)
    • (b) विद्युत चुम्बकत्व (Electromagnetism)
    • (c) क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)
    • (d) न्यूटनियन यांत्रिकी (Newtonian Mechanics)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकत्व के सिद्धांत, विशेष रूप से मैक्सवेल के समीकरणों द्वारा वर्णित, प्रकाश को विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में बताते हैं जो निर्वात और विभिन्न माध्यमों से यात्रा कर सकती हैं। ध्वनि तरंगें यांत्रिक तरंगें हैं, लेकिन विद्युत चुम्बकीय तरंगों के समान ही विभिन्न भौतिकी सिद्धांतों का पालन करती हैं (जैसे सुपरपोजिशन, विवर्तन)।

    व्याख्या (Explanation): ऊष्मप्रवैगिकी ऊष्मा और ऊर्जा से संबंधित है। क्वांटम यांत्रिकी परमाणु और उप-परमाणु स्तर पर कणों के व्यवहार से संबंधित है। न्यूटनियन यांत्रिकी स्थूल वस्तुओं की गति से संबंधित है। प्रकाश की तरंग प्रकृति विद्युत चुम्बकत्व के क्षेत्र के अंतर्गत आती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. यदि हकलाना आनुवंशिक है, तो उस प्रक्रिया को क्या कहा जाता है जिसके द्वारा DNA में जानकारी RNA में स्थानांतरित की जाती है?

    • (a) अनुवादन (Translation)
    • (b) प्रतिकृति (Replication)
    • (c) अनुलेखन (Transcription)
    • (d) उत्परिवर्तन (Mutation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अनुलेखन (Transcription) वह प्रक्रिया है जिसमें DNA में आनुवंशिक जानकारी को मैसेंजर RNA (mRNA) के एक पूरक स्ट्रैंड में कॉपी किया जाता है। यह जीन अभिव्यक्ति की पहली कड़ी है।

    व्याख्या (Explanation): अनुवादन mRNA से प्रोटीन में जानकारी का अनुवाद है। प्रतिकृति DNA की कॉपी बनाने की प्रक्रिया है। उत्परिवर्तन DNA अनुक्रम में एक स्थायी परिवर्तन है। जीन से RNA बनने की प्रक्रिया अनुलेखन कहलाती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  26. क्वांटम की समझ में ‘क्वांटम टनलिंग’ (Quantum Tunneling) एक महत्वपूर्ण अवधारणा है। इसका क्या अर्थ है?

    • (a) एक कण का प्रकाश की गति से यात्रा करना
    • (b) एक कण का एक ऊर्जा बाधा को पार करना, भले ही उसके पास बाधा को पार करने के लिए पर्याप्त शास्त्रीय ऊर्जा न हो
    • (c) कणों का एक दूसरे के साथ बातचीत किए बिना स्वतंत्र रूप से यात्रा करना
    • (d) ऊर्जा का सतत अवशोषण

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्वांटम टनलिंग एक क्वांटम यांत्रिक घटना है जहाँ एक कण एक क्षमता अवरोध (potential barrier) से ‘गुजर’ सकता है, भले ही उसकी ऊर्जा अवरोध की ऊंचाई से कम हो। यह एक कण के तरंग-जैसे व्यवहार के कारण होता है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश की गति से यात्रा करना क्वांटम टनलिंग नहीं है। स्वतंत्र यात्रा या सतत अवशोषण भी इसके अर्थ को नहीं दर्शाते हैं। टनलिंग का सार शास्त्रीय रूप से असंभव बाधाओं को पार करना है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  27. यदि हकलाना न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitter) के असामान्य स्तर से जुड़ा है, तो ये रासायनिक पदार्थ आमतौर पर तंत्रिका कोशिकाओं (neurons) के बीच सूचना कैसे प्रसारित करते हैं?

    • (a) आयनिक चालन के माध्यम से (Through ionic conduction)
    • (b) विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के माध्यम से (Through electromagnetic induction)
    • (c) सिनैप्टिक फांक (synaptic cleft) में स्रावित होकर (By being secreted into the synaptic cleft)
    • (d) सीधे कोशिका झिल्ली के पार विसरित होकर (By diffusing directly across the cell membrane)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूरोट्रांसमीटर वे रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो एक तंत्रिका कोशिका (presynaptic neuron) द्वारा सिनैप्टिक फांक में छोड़े जाते हैं और अगली तंत्रिका कोशिका (postsynaptic neuron) पर रिसेप्टर्स से बंधते हैं, जिससे सूचना का संचरण होता है।

  28. व्याख्या (Explanation): आयनिक चालन झिल्ली के पार आयनों की गति है। विद्युत चुम्बकीय प्रेरण विद्युत चुम्बकीय तरंगों से संबंधित है। सीधे झिल्ली के पार विसरित होना सामान्य तरीका नहीं है। सिनैप्टिक फांक के माध्यम से स्राव न्यूरोट्रांसमिशन का विशिष्ट तंत्र है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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