सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सामान्य विज्ञान का गहन अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह विषय न केवल आपके ज्ञान की व्यापकता को दर्शाता है, बल्कि यह आपके विश्लेषणात्मक कौशल को भी निखारता है। विभिन्न वैज्ञानिक अवधारणाओं को समझना आपको जटिल समस्याओं को हल करने और व्यावहारिक जीवन में भी सूचित निर्णय लेने में मदद करता है। यहाँ आपके लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं, जो आपकी परीक्षा की तैयारी को मजबूत करने में सहायक होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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कृषि अनुसंधान में सरकारी कटौती का सीधा प्रभाव मिट्टी के पोषक तत्वों पर क्या पड़ सकता है?
- (a) मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों की वृद्धि
- (b) मिट्टी के pH स्तर में कमी
- (c) मिट्टी की उर्वरता में संभावित गिरावट
- (d) मिट्टी में जल धारण क्षमता में वृद्धि
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): टिकाऊ कृषि पद्धतियाँ और अनुसंधान मिट्टी के स्वास्थ्य और उर्वरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
व्याख्या (Explanation): कृषि अनुसंधान में कटौती से नई और टिकाऊ कृषि तकनीकों का विकास धीमा हो सकता है, जिससे लंबी अवधि में मिट्टी की उर्वरता में गिरावट आ सकती है। नई पद्धतियाँ अक्सर मिट्टी के पोषक तत्वों के प्रबंधन और सुधार पर केंद्रित होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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फसल किस्मों में सुधार के लिए कृषि अनुसंधान की कमी का आनुवंशिकी पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
- (a) आनुवंशिक विविधता का बढ़ना
- (b) रोग प्रतिरोधी किस्मों का विकास रुकना
- (c) फसल की उपज में अप्रत्याशित वृद्धि
- (d) परागण की दक्षता में सुधार
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप प्रजनन में आनुवंशिकी का उपयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता और अन्य वांछनीय गुणों वाली फसलें विकसित करने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): कृषि अनुसंधान में कमी का अर्थ है कि रोग प्रतिरोधी या बेहतर पोषण मूल्य वाली नई फसल किस्मों को विकसित करने के प्रयास धीमे हो जाएंगे, जिससे मौजूदा किस्मों के रोगग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाएगा।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जंगलों के वैज्ञानिक प्रबंधन में कटौती से जैव विविधता पर क्या असर पड़ सकता है?
- (a) वन प्रजातियों में वृद्धि
- (b) वनों में आग लगने की घटनाओं में कमी
- (c) वनों के पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य में गिरावट
- (d) वनों में प्रजातियों के विलुप्त होने की दर में कमी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वन अनुसंधान स्थायी वन प्रबंधन तकनीकों को विकसित करने में मदद करता है जो जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य को बनाए रखती हैं।
व्याख्या (Explanation): वनों के वैज्ञानिक प्रबंधन में कटौती का मतलब है कि वन पारिस्थितिकी तंत्र की निगरानी, बीमारियों का प्रबंधन और टिकाऊ कटाई जैसी महत्वपूर्ण प्रथाएं प्रभावित हो सकती हैं, जिससे समग्र स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वन आनुवंशिकी अनुसंधान में कटौती का वृक्ष प्रजातियों की अनुकूलन क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
- (a) बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों के प्रति अधिक अनुकूलन
- (b) नई बीमारियों के प्रति बढ़ी हुई संवेदनशीलता
- (c) बीज उत्पादन में वृद्धि
- (d) वृद्धि दर में अप्रत्याशित तेजी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वन आनुवंशिकी अनुसंधान का उद्देश्य तनाव (जैसे बीमारी, सूखा) के प्रति अधिक सहनशील वृक्ष प्रजातियों को विकसित करना है।
व्याख्या (Explanation): यदि वन आनुवंशिकी अनुसंधान में कटौती होती है, तो नई बीमारियों या बदलते जलवायु के प्रति अधिक प्रतिरोधी वृक्ष प्रजातियों को विकसित करने का काम बाधित होगा, जिससे मौजूदा प्रजातियाँ अधिक संवेदनशील हो सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मिट्टी में पौधों द्वारा नाइट्रोजन स्थिरीकरण के लिए कौन सा सूक्ष्मजीव जिम्मेदार है?
- (a) पेनिसिलियम
- (b) राइजोबियम
- (c) एस्परगिलस
- (d) यीस्ट
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन स्थिरीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा वायुमंडलीय नाइट्रोजन को पौधों द्वारा उपयोग किए जा सकने वाले यौगिकों में परिवर्तित किया जाता है। राइजोबियम बैक्टीरिया फलीदार पौधों (legumes) की जड़ों में सहजीवी रूप से पाए जाते हैं और यह प्रक्रिया करते हैं।
व्याख्या (Explanation): राइजोबियम बैक्टीरिया वायुमंडल की नाइट्रोजन गैस (N2) को अमोनिया (NH3) में परिवर्तित करते हैं, जिसे पौधे आसानी से अवशोषित कर सकते हैं। यह कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करता है। अन्य विकल्प फफूंद (penicillium, aspergillus) या एकल कोशिका वाले कवक (yeast) हैं जो सीधे नाइट्रोजन स्थिरीकरण नहीं करते।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे किस गैस का उपयोग करते हैं और कौन सी गैस छोड़ते हैं?
- (a) ऑक्सीजन का उपयोग, कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग, ऑक्सीजन का उत्सर्जन
- (c) नाइट्रोजन का उपयोग, ऑक्सीजन का उत्सर्जन
- (d) ऑक्सीजन का उपयोग, नाइट्रोजन का उत्सर्जन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। इस प्रक्रिया में, वे क्लोरोफिल की उपस्थिति में सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके ग्लूकोज (भोजन) और ऑक्सीजन बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण है: 6CO2 + 6H2O + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 + 6O2. इस समीकरण से स्पष्ट है कि पौधे कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का उपभोग करते हैं और ऑक्सीजन (O2) का उत्सर्जन करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में जल के परिवहन के लिए कौन सा ऊतक जिम्मेदार है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) एपिडर्मिस (Epidermis)
- (d) कॉर्टेक्स (Cortex)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप ऊतक वे कोशिकाएं होती हैं जो एक साथ कार्य करती हैं और पादप के विशिष्ट कार्य करती हैं। पादपों में संवहन ऊतक (vascular tissues) होते हैं जो पदार्थों के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम ऊतक जड़ से अवशोषित जल और खनिज लवणों को पौधे के अन्य भागों (जैसे तना, पत्तियाँ) तक पहुँचाता है। फ्लोएम ऊतक प्रकाश संश्लेषण द्वारा निर्मित भोजन (शर्करा) को पौधे के विभिन्न भागों में वितरित करता है। एपिडर्मिस बाहरी सुरक्षात्मक परत है, और कॉर्टेक्स तने और जड़ों में पाई जाने वाली एक संवेदी ऊतक है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में ऊर्जा उत्पादन के लिए ग्लूकोज का विघटन किस प्रक्रिया द्वारा होता है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) श्वसन
- (c) किण्वन
- (d) वाष्पोत्सर्जन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन एक उपापचयी (metabolic) प्रक्रिया है जिसमें कोशिकाएं ग्लूकोज जैसे कार्बनिक अणुओं से ऊर्जा प्राप्त करती हैं।
व्याख्या (Explanation): श्वसन, विशेष रूप से कोशिकीय श्वसन, वह प्रक्रिया है जिसमें ग्लूकोज को ऑक्सीजन की उपस्थिति में तोड़ा जाता है, जिससे एटीपी (ऊर्जा मुद्रा) का उत्पादन होता है। प्रकाश संश्लेषण भोजन बनाने की प्रक्रिया है, किण्वन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ऊर्जा उत्पादन है (कम कुशल), और वाष्पोत्सर्जन पौधों से जल का वाष्पीकरण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विटामिन सी का रासायनिक नाम क्या है?
- (a) रेटिनॉल
- (b) एस्कॉर्बिक एसिड
- (c) कैल्सीफेरॉल
- (d) टोकोफेरॉल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन कार्बनिक यौगिक हैं जो शरीर द्वारा थोड़ी मात्रा में आवश्यक होते हैं। प्रत्येक विटामिन का एक विशिष्ट रासायनिक नाम होता है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड है। रेटिनॉल विटामिन ए है, कैल्सीफेरॉल विटामिन डी है, और टोकोफेरॉल विटामिन ई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा होता है?
- (a) प्लाज्मा
- (b) श्वेत रक्त कोशिकाएं
- (c) लाल रक्त कोशिकाएं (हीमोग्लोबिन)
- (d) प्लेटलेट्स
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त परिसंचरण तंत्र शरीर के सभी भागों में ऑक्सीजन, पोषक तत्व और अपशिष्ट उत्पादों का परिवहन करता है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को बांधता है और उसे शरीर के ऊतकों तक पहुँचाता है। प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है, श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, और प्लेटलेट्स रक्तस्राव को रोकने में मदद करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब लोहे को हवा में खुला छोड़ दिया जाता है, तो यह जंग खा जाता है। जंग लगने की इस प्रक्रिया में कौन सा रासायनिक पदार्थ बनता है?
- (a) आयरन सल्फेट (Iron Sulfate)
- (b) आयरन ऑक्साइड (Iron Oxide)
- (c) आयरन क्लोराइड (Iron Chloride)
- (d) आयरन हाइड्रॉक्साइड (Iron Hydroxide)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जंग लगना (Rusting) लोहे का ऑक्सीकरण (oxidation) है, जो ऑक्सीजन और नमी की उपस्थिति में होता है।
व्याख्या (Explanation): जंग लगने की प्रक्रिया में, लोहा (Fe) ऑक्सीजन (O2) और पानी (H2O) के साथ प्रतिक्रिया करके आयरन (III) ऑक्साइड (Fe2O3) बनाता है, जो लाल-भूरे रंग का पाउडर होता है। इसे सामान्यतः ‘जंग’ कहा जाता है। रासायनिक समीकरण है: 4Fe + 3O2 + 6H2O → 4Fe(OH)3, जो बाद में Fe2O3.nH2O में परिवर्तित हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पानी का क्वथनांक (Boiling Point) क्या है?
- (a) 0°C
- (b) 100°C
- (c) -100°C
- (d) 0°F
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब उसके आसपास के वायुमंडलीय दाब के बराबर हो जाता है, और तरल उबलने लगता है।
व्याख्या (Explanation): मानक वायुमंडलीय दाब (1 atm) पर, शुद्ध पानी 100 डिग्री सेल्सियस (212 डिग्री फ़ारेनहाइट) पर उबलता है। 0°C पानी का हिमांक (freezing point) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब कोई अम्ल (Acid) क्षार (Base) के साथ प्रतिक्रिया करता है, तो यह अभिक्रिया क्या कहलाती है?
- (a) ऑक्सीकरण
- (b) अपचयन
- (c) उदासीनीकरण
- (d) अवक्षेपण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्ल और क्षार की अभिक्रियाएँ रसायन विज्ञान की एक महत्वपूर्ण श्रेणी हैं।
व्याख्या (Explanation): जब एक अम्ल और एक क्षार एक दूसरे के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, तो वे लवण (salt) और जल (water) बनाते हैं। इस प्रक्रिया को उदासीनीकरण (neutralization) अभिक्रिया कहा जाता है। उदाहरण के लिए: HCl (अम्ल) + NaOH (क्षार) → NaCl (लवण) + H2O (जल)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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साबुन के अणु में कौन सा भाग पानी में घुलनशील (hydrophilic) होता है और कौन सा भाग तेल में घुलनशील (hydrophobic) होता है?
- (a) हाइड्रोकार्बन पूंछ (hydrocarbon tail) – हाइड्रोफिलिक, ध्रुवीय सिर (polar head) – हाइड्रोफोबिक
- (b) ध्रुवीय सिर (polar head) – हाइड्रोफिलिक, हाइड्रोकार्बन पूंछ (hydrocarbon tail) – हाइड्रोफोबिक
- (c) दोनों हाइड्रोफिलिक
- (d) दोनों हाइड्रोफोबिक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): साबुन में एक विशेष आणविक संरचना होती है जो इसे गंदगी और तेल को हटाने में मदद करती है।
व्याख्या (Explanation): साबुन के अणु में एक ध्रुवीय ‘सिर’ (जो पानी से आकर्षित होता है – हाइड्रोफिलिक) और एक अध्रुवीय ‘पूंछ’ (जो तेल और गंदगी से आकर्षित होती है – हाइड्रोफोबिक) होता है। यह संरचना साबुन को तेल और पानी के बीच एक सेतु बनाने और गंदगी को पानी में घोलने में मदद करती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरा (Diamond) का रासायनिक सूत्र क्या है?
- (a) SiO2
- (b) C
- (c) NaCl
- (d) Fe2O3
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रसायन विज्ञान में, तत्वों और यौगिकों को उनके रासायनिक सूत्रों द्वारा दर्शाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन (Carbon) का एक अपररूप (allotrope) है। इसका रासायनिक सूत्र केवल ‘C’ है, जो दर्शाता है कि यह शुद्ध कार्बन से बना है। SiO2 सिलिकॉन डाइऑक्साइड (रेत), NaCl सोडियम क्लोराइड (नमक), और Fe2O3 आयरन (III) ऑक्साइड (जंग) के सूत्र हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति किस माध्यम में सर्वाधिक होती है?
- (a) वायु
- (b) जल
- (c) निर्वात (Vacuum)
- (d) ठोस (जैसे स्टील)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन द्वारा संचारित होती हैं। ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि ठोस माध्यमों में सबसे तेज गति से चलती है क्योंकि उनके कण एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं और कसकर बंधे होते हैं, जिससे कंपन आसानी से स्थानांतरित हो जाते हैं। जल में यह वायु से तेज होती है, और निर्वात में ध्वनि बिल्कुल भी यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि कोई माध्यम नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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इंद्रधनुष (Rainbow) बनने का मुख्य कारण क्या है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) विवर्तन (Diffraction)
- (d) विक्षेपण (Dispersion)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश के विभिन्न माध्यमों से गुजरने पर उसके व्यवहार को समझने के लिए प्रकाशिकी की अवधारणाएं महत्वपूर्ण हैं।
व्याख्या (Explanation): इंद्रधनुष तब बनता है जब सूर्य का प्रकाश वर्षा की बूंदों से गुजरता है। पानी की बूंदें एक प्रिज्म की तरह काम करती हैं, जो प्रकाश को उसके घटक रंगों में विभाजित करती हैं। यह घटना प्रकाश के विक्षेपण (Dispersion) के कारण होती है। इसके साथ ही, प्रकाश बूंदों के अंदर परावर्तित (reflection) और अपवर्तित (refraction) भी होता है, लेकिन विक्षेपण ही रंगों के पृथक्करण का मुख्य कारण है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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गति का दूसरा नियम (Second Law of Motion) क्या दर्शाता है?
- (a) जड़त्व (Inertia)
- (b) संवेग परिवर्तन की दर बल के समानुपाती होती है
- (c) क्रिया और प्रतिक्रिया
- (d) ऊर्जा संरक्षण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आइजैक न्यूटन के गति के नियम शास्त्रीय यांत्रिकी के आधार हैं।
व्याख्या (Explanation): न्यूटन के गति के दूसरे नियम के अनुसार, किसी वस्तु के संवेग (momentum) में परिवर्तन की दर उस पर लगाए गए शुद्ध बल (net force) के समानुपाती होती है और उसी दिशा में होती है जिस दिशा में बल लगाया जाता है (F=ma)। पहला नियम जड़त्व से संबंधित है, और तीसरा नियम क्रिया-प्रतिक्रिया से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत धारा (Electric Current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
- (b) अमीटर (Ammeter)
- (c) ओडोमीटर (Odometer)
- (d) बैरोमीटर (Barometer)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा किसी परिपथ में आवेशों के प्रवाह की दर है।
व्याख्या (Explanation): अमीटर एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग विद्युत परिपथ में विद्युत धारा को मापने के लिए किया जाता है। इसे हमेशा परिपथ के साथ श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है। वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (potential difference) मापने के लिए किया जाता है, ओडोमीटर तय की गई दूरी मापता है, और बैरोमीटर वायुमंडलीय दाब मापता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड (Thyroid)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क (Adrenal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में कई ग्रंथियां होती हैं जो विभिन्न हार्मोन और एंजाइमों का स्राव करती हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करती है, जैसे पित्त का उत्पादन, विषहरण (detoxification) और प्रोटीन संश्लेषण। अग्न्याशय पाचन और हार्मोन उत्पादन दोनों में भूमिका निभाता है, थायराइड हार्मोन का उत्पादन करता है, और अधिवृक्क एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन का उत्पादन करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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डीएनए (DNA) की संरचना को पहली बार किसने वर्णित किया?
- (a) ग्रेगर मेंडल
- (b) जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रिक
- (c) लुई पाश्चर
- (d) चार्ल्स डार्विन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) आनुवंशिक सामग्री है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों में मौजूद होती है।
व्याख्या (Explanation): जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रिक ने 1953 में डीएनए की प्रसिद्ध “डबल हेलिक्स” संरचना का वर्णन किया था, जो रोजालिंड फ्रैंकलिन और मौरिस विल्किंस के एक्स-रे विवर्तन डेटा पर आधारित था। ग्रेगर मेंडल को आनुवंशिकी का जनक कहा जाता है, लुई पाश्चर ने रोगाणु सिद्धांत और पाश्चुरीकरण विकसित किया, और चार्ल्स डार्विन ने प्राकृतिक चयन के माध्यम से विकासवाद का सिद्धांत प्रस्तुत किया।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव नेत्र में प्रकाश की वह मात्रा जिसे रेटिना तक पहुँचने की अनुमति है, किसके द्वारा नियंत्रित होती है?
- (a) पुतली (Pupil)
- (b) आइरिस (Iris)
- (c) कॉर्निया (Cornea)
- (d) लेंस (Lens)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव नेत्र एक प्रकाश-ग्राही अंग है जो दृश्य जानकारी को मस्तिष्क तक पहुँचाता है।
व्याख्या (Explanation): आइरिस (Iris) आंख का रंगीन, पेशीय भाग है जो पुतली (Pupil) के आकार को नियंत्रित करता है। पुतली वह छिद्र है जहाँ से प्रकाश आंख में प्रवेश करता है। आइरिस प्रकाश की तीव्रता के अनुसार पुतली को सिकोड़कर या फैलाकर रेटिना पर पड़ने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है। कॉर्निया प्रकाश का प्राथमिक अपवर्तक है, और लेंस प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) का उत्पादन कहाँ होता है?
- (a) प्लीहा (Spleen)
- (b) अस्थि मज्जा (Bone Marrow)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) लसीका ग्रंथियां (Lymph Nodes)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त कोशिकाएं विशेष ऊतकों में बनती हैं।
व्याख्या (Explanation): मनुष्यों में, लाल रक्त कोशिकाओं (एरिथ्रोसाइट्स) का उत्पादन मुख्य रूप से अस्थि मज्जा (Bone Marrow) में होता है, एक स्पंजी ऊतक जो हड्डियों के अंदर पाया जाता है। प्लीहा और यकृत भी कुछ भ्रूणीय विकास चरणों में रक्त कोशिकाएं बनाते हैं, लेकिन वयस्कता में अस्थि मज्जा प्राथमिक स्थल है। लसीका ग्रंथियां प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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बैक्टीरिया (Bacteria) को नष्ट करने के लिए किस प्रकार के यौगिक का उपयोग किया जाता है?
- (a) एंटीबायोटिक (Antibiotic)
- (b) एंटीवायरल (Antiviral)
- (c) एंटीफंगल (Antifungal)
- (d) एंटीसेप्टिक (Antiseptic)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न सूक्ष्मजीवों के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार की दवाएं होती हैं।
व्याख्या (Explanation): एंटीबायोटिक्स ऐसे पदार्थ होते हैं जो बैक्टीरिया को मारते हैं या उनके विकास को रोकते हैं। एंटीवायरल वायरस के खिलाफ काम करते हैं, एंटीफंगल फफूंदी के खिलाफ, और एंटीसेप्टिक्स जीवित ऊतकों पर सूक्ष्मजीवों को नष्ट करते हैं या उनके विकास को रोकते हैं (जैसे त्वचा पर)।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जब किसी वस्तु को दो समतल दर्पणों के बीच रखा जाता है जो एक दूसरे के समानांतर होते हैं, तो बनने वाले प्रतिबिंबों (Images) की संख्या क्या होती है?
- (a) 1
- (b) 2
- (c) 3
- (d) अनंत (Infinite)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समतल दर्पणों में प्रतिबिंब बनने का सिद्धांत प्रकाश के परावर्तन पर आधारित है।
व्याख्या (Explanation): जब दो दर्पण एक दूसरे के समानांतर होते हैं, तो वस्तु के प्रतिबिंबों की संख्या अनंत होती है क्योंकि प्रकाश बार-बार दर्पणों के बीच परावर्तित होता रहता है, जिससे अनंत प्रतिबिंबों की श्रृंखला बनती है। यदि दर्पण एक कोण पर झुके हों, तो प्रतिबिंबों की संख्या सूत्र (360/θ) – 1 द्वारा दी जाती है, जहाँ θ दर्पणों के बीच का कोण है। समानांतर दर्पणों के मामले में, θ = 0°, जिससे अनंत प्रतिबिंब बनते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।