सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: कृषि, वन और अनुसंधान पर आधारित MCQs
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का एक मजबूत आधार होना सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। कृषि, वनस्पति विज्ञान और संबंधित अनुसंधान के क्षेत्र में होने वाले विकास और परिवर्तनों को समझना हमें समकालीन मुद्दों से अवगत कराता है और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी पुष्ट करता है। यहाँ प्रस्तुत प्रश्न आपको इन महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी पकड़ मजबूत करने और परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सा प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक नहीं है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) ऑक्सीजन
- (c) जल
- (d) क्लोरोफिल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जो बाद में जीवों के विकास और अन्य जीवन प्रक्रियाओं के लिए ईंधन के रूप में जारी की जाती है। इस प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड, जल और सूर्य का प्रकाश (ऊर्जा स्रोत) का उपयोग किया जाता है, और क्लोरोफिल नामक वर्णक प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का सामान्य समीकरण है: $6\text{CO}_2 + 6\text{H}_2\text{O} + \text{प्रकाश ऊर्जा} \rightarrow \text{C}_6\text{H}_{12}\text{O}_6 (\text{ग्लूकोज}) + 6\text{O}_2$. इस समीकरण से स्पष्ट है कि कार्बन डाइऑक्साइड, जल और क्लोरोफिल आवश्यक हैं, जबकि ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण का उत्पाद है, अभिकारक नहीं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पारिस्थितिकी तंत्र (ecosystem) में ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत क्या है?
- (a) चंद्रमा
- (b) सूर्य
- (c) पृथ्वी का आंतरिक भाग
- (d) जीवाश्म ईंधन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पारिस्थितिकी तंत्र में, ऊर्जा का प्रवाह एक दिशात्मक होता है और आमतौर पर सूर्य से शुरू होता है। पौधे (उत्पादक) सूर्य की प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करते हैं और इसे प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से रासायनिक ऊर्जा (ग्लूकोज) में परिवर्तित करते हैं। यह ऊर्जा फिर खाद्य श्रृंखला के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुँचती है।
व्याख्या (Explanation): सूर्य पृथ्वी पर लगभग सभी जीवन के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है। अन्य विकल्प या तो ऊर्जा का स्रोत नहीं हैं (चंद्रमा) या ऊर्जा के द्वितीयक स्रोत हैं जो अंततः सौर ऊर्जा से प्राप्त होते हैं (जीवाश्म ईंधन, जो लाखों साल पहले सूर्य की ऊर्जा से बने जीवों के अवशेष हैं) या ऊर्जा के अप्रत्यक्ष स्रोत हैं (पृथ्वी का आंतरिक भाग, जो भूतापीय ऊर्जा प्रदान करता है, लेकिन पारिस्थितिकी तंत्र के अधिकांश प्रक्रियाओं के लिए प्राथमिक नहीं है)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वनस्पति विज्ञान के अनुसार, “पर्णहरित” (Chlorophyll) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) पौधों को संरचनात्मक सहायता प्रदान करना
- (b) प्रकाश संश्लेषण के लिए प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना
- (c) पौधों में जल का परिवहन करना
- (d) परागण में सहायता करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पर्णहरित (क्लोरोफिल) वह हरा वर्णक है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट में पाया जाता है। यह प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया का एक अनिवार्य घटक है, जो प्रकाश ऊर्जा को कैप्चर करने के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश से नीले और लाल स्पेक्ट्रा को अवशोषित करता है और हरे स्पेक्ट्रा को परावर्तित करता है, जिससे पत्तियां हरी दिखाई देती हैं। अवशोषित प्रकाश ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और जल को ग्लूकोज (भोजन) में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है, जिससे पौधे बढ़ते हैं। अन्य विकल्प पौधों के अन्य भागों या प्रक्रियाओं से संबंधित हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक बीज के अंकुरण (germination) के लिए निम्नलिखित में से कौन सी स्थिति सबसे महत्वपूर्ण है?
- (a) उच्च तापमान
- (b) प्रकाश की अनुपस्थिति
- (c) पर्याप्त नमी
- (d) कम कार्बन डाइऑक्साइड स्तर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बीज अंकुरण एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें भ्रूण (embryo) निष्क्रिय अवस्था से सक्रिय वृद्धि की अवस्था में बदल जाता है। इसके लिए आम तौर पर जल, ऑक्सीजन और एक उपयुक्त तापमान की आवश्यकता होती है। प्रकाश की आवश्यकता सभी बीजों के लिए समान नहीं होती है।
व्याख्या (Explanation): पर्याप्त नमी बीज के ऊतकों को फिर से सक्रिय करती है और एंजाइमों की गतिविधि को बढ़ाती है जो संग्रहीत भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। जल कोशिका भित्ति को नरम करने में भी मदद करता है, जिससे भ्रूण बाहर निकल सकता है। जबकि तापमान और ऑक्सीजन भी महत्वपूर्ण हैं, नमी अंकुरण के लिए एक मूलभूत आवश्यकता है। प्रकाश की अनुपस्थिति कुछ बीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन यह सार्वभौमिक रूप से आवश्यक नहीं है, और कुछ बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“मिट्टी का क्षरण” (Soil Erosion) को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका क्या है?
- (a) अत्यधिक सिंचाई
- (b) वनों की कटाई
- (c) वृक्षारोपण और आवरण फसलें
- (d) भारी मशीनरी का उपयोग
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिट्टी का क्षरण तब होता है जब मिट्टी की ऊपरी परत हवा या पानी द्वारा हटा दी जाती है। यह प्रक्रिया तब तेज हो जाती है जब मिट्टी ढीली हो जाती है और नग्न रहती है।
व्याख्या (Explanation): वृक्षारोपण और आवरण फसलें मिट्टी को एक साथ बांधने वाली जड़ों का एक नेटवर्क प्रदान करती हैं, जिससे मिट्टी के कण हवा और पानी द्वारा बहाए जाने से बचते हैं। पेड़ों और पौधों के आवरण भी वर्षा की बूंदों के प्रभाव को कम करते हैं और मिट्टी में पानी के अवशोषण को बढ़ाते हैं। अत्यधिक सिंचाई, वनों की कटाई और भारी मशीनरी का उपयोग मिट्टी के क्षरण को बढ़ा सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में “जाइलम” (Xylem) ऊतक का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण के दौरान भोजन का उत्पादन
- (b) पत्तियों से शर्करा का अन्य भागों में परिवहन
- (c) जड़ों से जल और खनिज लवणों का परिवहन
- (d) श्वसन के लिए ऑक्सीजन का ग्रहण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप ऊतक संवहनी बंडलों (vascular bundles) के दो मुख्य प्रकारों से बने होते हैं: जाइलम और फ्लोएम। ये ऊतक पौधों में पोषक तत्वों और जल के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम मुख्य रूप से जड़ों से अवशोषित जल और घुलित खनिज लवणों को तने और पत्तियों तक पहुंचाता है। यह पौधे को यांत्रिक सहायता भी प्रदान करता है। दूसरी ओर, फ्लोएम पत्तियों में बने शर्करा (भोजन) को पौधे के अन्य सभी भागों (जड़ों, तनों, फलों, फूलों) में ले जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“खाद” (Fertilizer) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- (a) खरपतवारों को नियंत्रित करना
- (b) पौधों को अतिरिक्त पानी प्रदान करना
- (c) मिट्टी की उर्वरता बढ़ाना और पौधों के विकास को बढ़ावा देना
- (d) कीटों से बचाव करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिट्टी में पौधों के सामान्य विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। बार-बार फसलें उगाने से मिट्टी में इन पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। खादों का उपयोग इन पोषक तत्वों की पूर्ति करने और मिट्टी की उत्पादकता को बनाए रखने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): खादों में मुख्य रूप से नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P) और पोटेशियम (K) जैसे मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (macronutrients) होते हैं, जो पौधों की वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। ये मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाते हैं, जिससे पौधे अधिक स्वस्थ और उत्पादक बनते हैं। खरपतवार नियंत्रण, जल प्रदान करना और कीटों से बचाव अन्य कृषि पद्धतियां हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“बायोमास” (Biomass) क्या है?
- (a) वायुमंडल में गैसों का मिश्रण
- (b) किसी भी जीवित जीव या हाल ही में मृत जैविक सामग्री का द्रव्यमान
- (c) ग्रह पर पाए जाने वाले जीवाश्म ईंधनों का कुल द्रव्यमान
- (d) परमाणुओं और अणुओं का कुल द्रव्यमान
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायोमास किसी भी कार्बनिक पदार्थ को संदर्भित करता है जो जीवित जीवों द्वारा उत्पादित होता है। इसमें पौधे, जानवर और उनके अपशिष्ट उत्पाद शामिल हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): बायोमास ऊर्जा का एक नवीकरणीय स्रोत है, क्योंकि यह उन जीवों से प्राप्त होता है जो बढ़ रहे हैं या हाल ही में मरे हैं। उदाहरणों में लकड़ी, फसल अवशेष, पशु अपशिष्ट और मानव अपशिष्ट शामिल हैं। वायुमंडल में गैसें, जीवाश्म ईंधन (जो लाखों साल पहले बने थे), और असंसाधित परमाणु बायोमास की परिभाषा में नहीं आते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“मिट्टी के पीएच” (Soil pH) का पौधों के विकास पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) पीएच पौधों के विकास को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करता है
- (b) उच्च पीएच हमेशा बेहतर होता है
- (c) पीएच मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता को प्रभावित करता है
- (d) पीएच केवल मिट्टी की संरचना को प्रभावित करता है
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिट्टी का पीएच (pH) मिट्टी की अम्लता या क्षारीयता का माप है। यह मिट्टी में मौजूद रासायनिक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित करता है, विशेष रूप से पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की घुलनशीलता और उपलब्धता को।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश पौधों के लिए, एक तटस्थ या थोड़ा अम्लीय पीएच (लगभग 6.0 से 7.0) इष्टतम होता है क्योंकि इस सीमा में अधिकांश आवश्यक पोषक तत्व (जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम) पौधों द्वारा अवशोषित किए जाने के लिए सबसे अधिक उपलब्ध होते हैं। अत्यधिक अम्लीय या क्षारीय मिट्टी में, कुछ पोषक तत्व पौधों के लिए अनुपलब्ध हो सकते हैं, या विषाक्त तत्व (जैसे एल्यूमीनियम) अधिक घुलनशील हो सकते हैं, जिससे पौधों को नुकसान पहुँच सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“कीटनाशक” (Pesticides) के अत्यधिक उपयोग से कौन सा पर्यावरणीय प्रभाव हो सकता है?
- (a) मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि
- (b) जलीय जीवन को नुकसान
- (c) परागणकों की संख्या में वृद्धि
- (d) जैव विविधता में सुधार
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कीटनाशक ऐसे रसायन होते हैं जिनका उपयोग फसलों को नुकसान पहुँचाने वाले कीड़ों को मारने या नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। हालाँकि, ये रसायन अक्सर अपने लक्ष्य तक सीमित नहीं रहते हैं और पर्यावरण में अन्य जीवों और प्रणालियों को भी प्रभावित कर सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): कीटनाशक, विशेष रूप से जो जल में घुलनशील होते हैं या अपवाह (runoff) द्वारा जलस्रोतों में पहुँच जाते हैं, जलीय जीवों जैसे मछलियों, उभयचरों और जलीय अकशेरुकी जीवों के लिए अत्यधिक विषाक्त हो सकते हैं। वे लाभकारी कीड़ों (जैसे मधुमक्खियों) को भी मार सकते हैं, जिससे परागण प्रभावित होता है। मिट्टी की उर्वरता, परागणकों की संख्या और जैव विविधता पर कीटनाशकों के नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, न कि सकारात्मक।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“प्रकाश वर्ष” (Light Year) किसका मात्रक है?
- (a) समय
- (b) गति
- (c) दूरी
- (d) चमक
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश वर्ष एक खगोलीय दूरी की इकाई है। यह वह दूरी है जो प्रकाश निर्वात (vacuum) में एक वर्ष में तय करता है।
व्याख्या (Explanation): हालाँकि “वर्ष” शब्द समय से जुड़ा है, प्रकाश वर्ष का उपयोग अंतरिक्ष में विशाल दूरियों को मापने के लिए किया जाता है। प्रकाश की गति लगभग $299,792,458$ मीटर प्रति सेकंड होती है। इस गति से एक वर्ष में तय की गई दूरी बहुत विशाल होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“ध्वनि की गति” (Speed of Sound) किस माध्यम में सर्वाधिक होती है?
- (a) निर्वात (Vacuum)
- (b) गैस
- (c) द्रव
- (d) ठोस
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है, जिसका अर्थ है कि इसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। ध्वनि की गति उस माध्यम के गुणों पर निर्भर करती है जिससे वह गुजर रही है, विशेष रूप से माध्यम की प्रत्यास्थता (elasticity) और घनत्व (density)।
व्याख्या (Explanation): ठोस पदार्थों में, कण एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं और एक मजबूत बंधन द्वारा जुड़े होते हैं, जिससे कंपन (vibrations) अधिक तेज़ी से प्रसारित होते हैं। द्रवों में, कण थोड़े दूर होते हैं, और गैसों में, कण बहुत दूर होते हैं। निर्वात में, ध्वनि तरंगों को यात्रा करने के लिए कोई कण नहीं होते हैं, इसलिए ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती। इसलिए, ध्वनि की गति ठोस > द्रव > गैस के क्रम में घटती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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“विद्युत धारा” (Electric Current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
- (b) ओमीटर (Ohmmeter)
- (c) एमीटर (Ammeter)
- (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा किसी परिपथ (circuit) में आवेशों (charges) के प्रवाह की दर है। इसे मापने के लिए विशेष उपकरणों की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): एमीटर (Ammeter) एक ऐसा उपकरण है जिसे किसी परिपथ में श्रेणी क्रम (series) में जोड़ा जाता है ताकि उसमें बहने वाली विद्युत धारा को मापा जा सके। वोल्टमीटर (Voltmeter) का उपयोग दो बिंदुओं के बीच विभवांतर (potential difference) मापने के लिए किया जाता है, ओमीटर (Ohmmeter) का उपयोग प्रतिरोध (resistance) मापने के लिए किया जाता है, और गैल्वेनोमीटर (Galvanometer) का उपयोग बहुत कम मात्रा में विद्युत धारा का पता लगाने या मापने के लिए किया जाता है, लेकिन इसका मुख्य उपयोग धारा की उपस्थिति या दिशा को इंगित करना है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“न्यूटन का गति का दूसरा नियम” (Newton’s Second Law of Motion) क्या बताता है?
- (a) जड़त्व का नियम
- (b) संवेग परिवर्तन की दर लगाए गए बल के समानुपाती होती है
- (c) क्रिया-प्रतिक्रिया का नियम
- (d) गुरुत्वाकर्षण का नियम
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आइजैक न्यूटन ने गति के तीन नियम प्रतिपादित किए जो किसी वस्तु पर लगने वाले बल और उसके परिणामी गति के बीच संबंध बताते हैं।
व्याख्या (Explanation): न्यूटन का गति का दूसरा नियम बताता है कि किसी वस्तु के संवेग (momentum) में परिवर्तन की दर उस पर लगाए गए शुद्ध बल (net force) के समानुपाती होती है, और यह परिवर्तन उसी दिशा में होता है जिस दिशा में बल लगाया जाता है। गणितीय रूप से, इसे $F = ma$ के रूप में व्यक्त किया जाता है, जहाँ $F$ बल है, $m$ वस्तु का द्रव्यमान है, और $a$ उसका त्वरण (acceleration) है। पहला नियम जड़त्व (inertia) से संबंधित है, और तीसरा नियम क्रिया-प्रतिक्रिया (action-reaction) से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“ऊष्मा का स्थानांतरण” (Heat Transfer) का वह कौन सा तरीका है जिसमें माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है?
- (a) चालन (Conduction)
- (b) संवहन (Convection)
- (c) विकिरण (Radiation)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा स्थानांतरण के तीन मुख्य तरीके हैं: चालन, संवहन और विकिरण। ये तीनों तरीके विभिन्न परिस्थितियों में ऊष्मा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): चालन वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा ठोस पदार्थों में कणों के कंपन के माध्यम से स्थानांतरित होती है। संवहन वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा द्रव या गैसों में कणों की गति के माध्यम से स्थानांतरित होती है। विकिरण वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में स्थानांतरित होती है और इसे यात्रा करने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है। उदाहरण के लिए, सूर्य से पृथ्वी तक ऊष्मा विकिरण द्वारा पहुँचती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“आधुनिक आवर्त सारणी” (Modern Periodic Table) किस सिद्धांत पर आधारित है?
- (a) परमाणुओं का आकार
- (b) तत्वों के रासायनिक गुण
- (c) तत्वों के समस्थानिकों (Isotopes) की संख्या
- (d) तत्वों के परमाणु क्रमांक (Atomic Number)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तत्वों को व्यवस्थित करने के लिए विभिन्न आवर्त सारणियों का विकास हुआ है, लेकिन आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों के एक मौलिक गुण पर आधारित है।
व्याख्या (Explanation): आधुनिक आवर्त सारणी, जिसे हेनरी मोस्ले ने विकसित किया, तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक (प्रोटॉनों की संख्या) के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करती है। यह व्यवस्था तत्वों के रासायनिक गुणों की आवधिक पुनरावृत्ति (periodic recurrence) को सबसे अच्छी तरह से समझाती है। पहले की सारणियाँ परमाणु भार पर आधारित थीं, लेकिन इसमें कुछ विसंगतियाँ थीं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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“अम्ल” (Acid) का जलीय घोल विद्युत का सुचालक क्यों होता है?
- (a) क्योंकि अम्ल में इलेक्ट्रॉन होते हैं
- (b) क्योंकि अम्ल पानी में आयन (ions) उत्पन्न करते हैं
- (c) क्योंकि अम्ल पानी को गर्म करते हैं
- (d) क्योंकि अम्ल पानी में अघुलनशील होते हैं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता (electrical conductivity) किसी पदार्थ की विद्युत धारा प्रवाहित करने की क्षमता है। यह क्षमता मुक्त इलेक्ट्रॉनों या आयनों की उपस्थिति से आती है।
व्याख्या (Explanation): जब अम्ल को पानी में घोला जाता है, तो वे वियोजित (dissociate) होकर धनात्मक (cations) और ऋणात्मक (anions) आयन बनाते हैं। ये आयन आवेश वाहक के रूप में कार्य करते हैं और घोल में विद्युत धारा को प्रवाहित करने की अनुमति देते हैं। उदाहरण के लिए, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) पानी में H+ और Cl- आयन बनाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“ऑक्सीकरण” (Oxidation) अभिक्रिया में क्या होता है?
- (a) इलेक्ट्रॉन ग्रहण किए जाते हैं
- (b) इलेक्ट्रॉन खोए जाते हैं
- (c) ऑक्सीजन जोड़ी जाती है
- (d) हाइड्रोजन हटाया जाता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण और अपचयन (reduction) रासायनिक अभिक्रियाओं के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। इन्हें इलेक्ट्रॉनों के आदान-प्रदान के संदर्भ में परिभाषित किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): पारंपरिक रूप से, ऑक्सीकरण को किसी पदार्थ में ऑक्सीजन का जुड़ना या हाइड्रोजन का हटना माना जाता था। हालाँकि, अधिक व्यापक परिभाषा यह है कि ऑक्सीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ एक या अधिक इलेक्ट्रॉन खो देता है। इसके विपरीत, अपचयन में इलेक्ट्रॉन ग्रहण किए जाते हैं। एक अभिक्रिया जिसमें ऑक्सीकरण और अपचयन दोनों होते हैं, रेडॉक्स अभिक्रिया (redox reaction) कहलाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“धातुओं का निष्कर्षण” (Extraction of Metals) सामान्यतः किस प्रक्रिया द्वारा किया जाता है?
- (a) जल-अपघटन (Hydrolysis)
- (b) आसवन (Distillation)
- (c) अपचयन (Reduction)
- (d) उदासीनीकरण (Neutralization)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खनिजों से शुद्ध धातुओं को प्राप्त करने की प्रक्रिया को धातुओं का निष्कर्षण कहते हैं। इसमें आमतौर पर अयस्क (ore) को रासायनिक रूप से परिवर्तित करना शामिल होता है।
व्याख्या (Explanation): धातुओं को उनके अयस्कों (जैसे ऑक्साइड, सल्फाइड, कार्बोनेट) से प्राप्त करने के लिए, अक्सर उन्हें अपचयित (reduce) करने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, धातु ऑक्साइड को गर्म करके या किसी अपचायक (reducing agent) जैसे कार्बन का उपयोग करके धातु में अपचयित किया जा सकता है। उच्च क्रियाशील धातुएं (जैसे सोडियम, पोटेशियम) विद्युत अपघटन (electrolysis) द्वारा प्राप्त की जाती हैं, जो एक प्रकार की अपचयन प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“प्रकाश संश्लेषण” (Photosynthesis) के दौरान पौधों द्वारा कौन सी गैस छोड़ी जाती है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) नाइट्रोजन
- (c) ऑक्सीजन
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और जल से ग्लूकोज (भोजन) बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के समीकरण के अनुसार, $6\text{CO}_2 + 6\text{H}_2\text{O} + \text{प्रकाश ऊर्जा} \rightarrow \text{C}_6\text{H}_{12}\text{O}_6 + 6\text{O}_2$. यह समीकरण दिखाता है कि कार्बन डाइऑक्साइड और जल अभिकारक हैं, ग्लूकोज उत्पाद है, और ऑक्सीजन एक सह-उत्पाद (by-product) के रूप में मुक्त होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि” (Largest Gland in Human Body) कौन सी है?
- (a) थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland)
- (b) अग्न्याशय (Pancreas)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में कई ग्रंथियां होती हैं जो विभिन्न हार्मोन और एंजाइमों का उत्पादन करती हैं। इन ग्रंथियों का आकार और कार्य भिन्न-भिन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है और इसका वजन लगभग 1.5 किलोग्राम होता है। यह शरीर की सबसे बड़ी ठोस ग्रंथि भी है। यह पित्त (bile) का उत्पादन करती है, जो वसा के पाचन में सहायता करता है, और कई अन्य महत्वपूर्ण चयापचय (metabolic) कार्य भी करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“डीएनए” (DNA) का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid)
- (b) डाइऑक्सीन्यूक्लिक एसिड (Dioxyribonucleic Acid)
- (c) डीऑक्सीराइबोस न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribose Nucleic Acid)
- (d) डाइऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Dioxyribonucleic Acid)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (DNA) आनुवंशिक जानकारी का वह अणु है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों और कई वायरस में आनुवंशिक निर्देश रखता है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए का पूरा नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid) है। यह एक डबल हेलिक्स संरचना वाला अणु है जिसमें दो स्ट्रैंड होते हैं जो एक-दूसरे के चारों ओर लिपटे होते हैं। यह हमारे शरीर के विकास, कार्यप्रणाली, वृद्धि और प्रजनन के लिए आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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“कोशिका भित्ति” (Cell Wall) किस प्रकार की कोशिकाओं में पाई जाती है?
- (a) केवल जंतु कोशिकाएं (Animal Cells)
- (b) केवल पादप कोशिकाएं (Plant Cells)
- (c) पादप कोशिकाएं और जीवाणु कोशिकाएं (Bacterial Cells)
- (d) केवल पादप कोशिकाएं और जंतु कोशिकाएं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका झिल्ली (cell membrane) सभी जीवित कोशिकाओं में पाई जाती है, लेकिन कुछ कोशिकाओं में इसके बाहर एक अतिरिक्त सुरक्षात्मक परत होती है जिसे कोशिका भित्ति कहते हैं।
व्याख्या (Explanation): कोशिका भित्ति पादप कोशिकाओं, जीवाणु कोशिकाओं, कवक (fungi) और शैवाल (algae) में पाई जाती है। यह कोशिका को संरचनात्मक समर्थन और सुरक्षा प्रदान करती है। जंतु कोशिकाएं कोशिका भित्ति रहित होती हैं; उनमें केवल कोशिका झिल्ली होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“विटामिन सी” (Vitamin C) की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) रतौंधी (Night Blindness)
- (b) बेरीबेरी (Beriberi)
- (c) स्कर्वी (Scurvy)
- (d) एनीमिया (Anemia)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन शरीर के समुचित कार्य के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व हैं। उनकी कमी से विभिन्न प्रकार के रोग हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी, जिसे एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid) भी कहा जाता है, का सेवन करने वाले मनुष्यों में इसकी कमी से स्कर्वी रोग हो सकता है। स्कर्वी के लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, fatigue, और जोड़ों का दर्द शामिल है। रतौंधी विटामिन ए की कमी से, बेरीबेरी विटामिन बी1 (थियामिन) की कमी से, और एनीमिया (विशेष रूप से आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया) आयरन की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“पौधों में श्वसन” (Plant Respiration) के दौरान कौन सी गैस ली जाती है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) नाइट्रोजन
- (d) जल वाष्प
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्वसन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीवित जीव ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पोषक तत्वों को तोड़ते हैं। यह प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषण के विपरीत होती है।
व्याख्या (Explanation): पौधों में श्वसन की प्रक्रिया जंतुओं के समान होती है। इसमें, पौधे अपने भोजन (ग्लूकोज) को तोड़ने के लिए ऑक्सीजन लेते हैं और ऊर्जा, कार्बन डाइऑक्साइड और जल छोड़ते हैं। इसका समीकरण इस प्रकार है: $\text{C}_6\text{H}_{12}\text{O}_6 + 6\text{O}_2 \rightarrow 6\text{CO}_2 + 6\text{H}_2\text{O} + \text{ऊर्जा}$. यद्यपि प्रकाश संश्लेषण के दौरान पौधे कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, श्वसन प्रक्रिया के दौरान यह क्रम उलट जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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“हृदय” (Heart) शरीर के किस हिस्से में स्थित होता है?
- (a) दाईं ओर
- (b) बाईं ओर
- (c) छाती के मध्य में, थोड़ा बाईं ओर झुका हुआ
- (d) पेट के ऊपरी भाग में
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव हृदय एक शक्तिशाली मांसपेशीय अंग है जो पूरे शरीर में रक्त पंप करता है। यह वक्ष गुहा (thoracic cavity) में स्थित होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव हृदय मुख्य रूप से छाती के बीचों-बीच स्थित होता है, लेकिन इसका निचला सिरा (apex) थोड़ा बाईं ओर झुका होता है। यह संरचना सुनिश्चित करती है कि हृदय का एक बड़ा हिस्सा हमारे शरीर के बाईं ओर हो, जिससे शरीर के बाईं ओर अधिक रक्त पंप होता है, लेकिन यह पूरी तरह से बाईं ओर स्थित नहीं होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“रक्त में हीमोग्लोबिन” (Hemoglobin in Blood) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) शरीर में नमक के स्तर को नियंत्रित करना
- (b) ऑक्सीजन का परिवहन करना
- (c) प्रतिरक्षा प्रदान करना
- (d) भोजन पचाने में मदद करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है। इसमें लौह (iron) होता है और यह रक्त के सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से एक है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन का मुख्य कार्य फेफड़ों से ऑक्सीजन लेना और उसे शरीर की सभी कोशिकाओं तक पहुँचाना है। यह कार्बन डाइऑक्साइड को भी शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। नमक के स्तर को नियंत्रित करना गुर्दे का कार्य है, प्रतिरक्षा श्वेत रक्त कोशिकाओं और प्रतिरक्षा प्रणाली का है, और पाचन एंजाइमों और यकृत द्वारा किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।