सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण विषय है। यह आपके विश्लेषणात्मक और समस्या-समाधान कौशल का परीक्षण करता है। यहां हम कृषि और वानिकी अनुसंधान में कटौती के समाचार को एक संकेत के रूप में उपयोग करके भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से संबंधित 25 बहुविकल्पीय प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी तैयारी को मजबूत करने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
-
निम्नलिखित में से कौन सा पादप हार्मोन पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है?
- (a) एब्सिसिक एसिड
- (b) साइटोकिनिन
- (c) एथिलीन
- (d) जिबरेलिन
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप हार्मोन पौधों की वृद्धि और विकास को नियंत्रित करते हैं। जिबरेलिन (Gibberellins) लंबे समय से ज्ञात प्रमुख पादप हार्मोन में से एक हैं जो कोशिका विभाजन और विस्तार को बढ़ावा देकर पौधों की वृद्धि को बढ़ाते हैं।
व्याख्या (Explanation): एब्सिसिक एसिड (ABA) एक अवरोधक हार्मोन है जो बीजों के अंकुरण और स्टोमेटा के बंद होने में भूमिका निभाता है। साइटोकिनिन कोशिका विभाजन को बढ़ावा देता है लेकिन विशेष रूप से वृद्धि को नहीं। एथिलीन फल पकने को बढ़ावा देता है। इसलिए, जिबरेलिन वह हार्मोन है जो विशेष रूप से पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे किस गैस का उपयोग करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) नाइट्रोजन
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से पोषक तत्व (ग्लूकोज) बनाते हैं, साथ ही उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक मुख्य कच्ची सामग्री कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) है। क्लोरोफिल नामक वर्णक सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है, जो CO2 और H2O को ग्लूकोज (C6H12O6) और ऑक्सीजन (O2) में बदलने के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। इसलिए, पौधे प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
एक विद्युत प्रवाह को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर
- (b) ओमीटर
- (c) एमीटर
- (d) गैल्वेनोमीटर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत परिपथ में विद्युत धारा (Electric Current) की मात्रा को एमीटर (Ammeter) नामक उपकरण से मापा जाता है। यह हमेशा परिपथ के साथ श्रेणी क्रम (series) में जोड़ा जाता है।
व्याख्या (Explanation): वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (potential difference) मापने के लिए किया जाता है। ओमीटर का उपयोग प्रतिरोध (resistance) मापने के लिए किया जाता है। गैल्वेनोमीटर एक अत्यंत संवेदनशील उपकरण है जिसका उपयोग छोटे विद्युत प्रवाह का पता लगाने या मापने के लिए किया जाता है, लेकिन सामान्य विद्युत प्रवाह की माप के लिए एमीटर का उपयोग होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि कौन सी है?
- (a) थायरॉइड
- (b) अग्न्याशय
- (c) यकृत
- (d) अधिवृक्क
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में यकृत (Liver) सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि (gland) है और शरीर के सबसे बड़े अंगों में से एक है। यह विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिसमें पित्त का उत्पादन, विषहरण और प्रोटीन संश्लेषण शामिल है।
व्याख्या (Explanation): थायरॉइड ग्रंथि गर्दन में स्थित होती है और हार्मोन का उत्पादन करती है जो चयापचय को नियंत्रित करते हैं। अग्न्याशय पाचन एंजाइम और हार्मोन (जैसे इंसुलिन) का उत्पादन करता है। अधिवृक्क ग्रंथियां गुर्दों के ऊपर स्थित होती हैं और तनाव हार्मोन का उत्पादन करती हैं। यकृत इन सभी से बड़ा होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
लोहे को जंग से बचाने के लिए उस पर निम्नलिखित में से किस धातु की परत चढ़ाई जाती है?
- (a) तांबा
- (b) एल्युमीनियम
- (c) जस्ता (जिंक)
- (d) सोना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लोहे को जंग लगने से बचाने की प्रक्रिया को गैल्वनीकरण (Galvanization) कहते हैं। इसमें लोहे की सतह पर पिघले हुए जस्ते (Zinc) की एक परत चढ़ाई जाती है।
व्याख्या (Explanation): जस्ता लोहे की तुलना में अधिक अभिक्रियाशील होता है। जब जस्ते की परत को हवा या नमी के संपर्क में लाया जाता है, तो यह पहले प्रतिक्रिया करता है और एक सुरक्षात्मक परत बनाता है, जिससे अंतर्निहित लोहा ऑक्सीकृत होने से बच जाता है। तांबा, एल्युमीनियम और सोना लोहे के साथ इस तरह से प्रतिक्रिया नहीं करते हैं कि वे जंग से बचा सकें।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव आँख में प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करने वाली संरचना कौन सी है?
- (a) कॉर्निया
- (b) लेंस
- (c) पुतली (Pupil)
- (d) रेटिना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पुतली (Pupil) आंख की एक उद्घाटन (opening) है जो आइरिस (iris) के बीच में स्थित होती है। यह वह स्थान है जहाँ से प्रकाश आंख में प्रवेश करता है। आइरिस, एक मांसपेशी की तरह, पुतली के आकार को समायोजित करके आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है।
व्याख्या (Explanation): कॉर्निया आंख का बाहरी, पारदर्शी आवरण है जो प्रकाश को अपवर्तित करता है। लेंस प्रकाश को केंद्रित करता है। रेटिना आंख के पीछे प्रकाश-संवेदी ऊतक की परत है। पुतली प्रकाश की मात्रा को सीधे नियंत्रित नहीं करती है; यह आइरिस द्वारा नियंत्रित होती है, जो पुतली के आकार को बदलता है। इसलिए, प्रश्न के संदर्भ में, पुतली वह उद्घाटन है जो प्रकाश की मात्रा को *पारित* करता है, और आइरिस इसे नियंत्रित करता है, लेकिन विकल्प के रूप में पुतली सबसे सटीक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
किस विटामिन की कमी से रतौंधी (Night blindness) होती है?
- (a) विटामिन B1
- (b) विटामिन C
- (c) विटामिन D
- (d) विटामिन A
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन A, रेटिनॉल के रूप में भी जाना जाता है, दृष्टि के लिए आवश्यक है, विशेष रूप से कम रोशनी की स्थिति में। यह रोडोप्सिन (rhodopsin) के निर्माण में भूमिका निभाता है, जो रेटिना में एक प्रकाश-संवेदी वर्णक है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन A की कमी से रोडोप्सिन का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे कम रोशनी में देखने की क्षमता प्रभावित होती है, जिसे रतौंधी कहा जाता है। विटामिन B1 (थियामिन) ऊर्जा चयापचय के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड) कोलेजन उत्पादन और एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है। विटामिन D कैल्शियम अवशोषण और हड्डी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
निम्नलिखित में से कौन एक ऊष्माक्षेपी (Exothermic) अभिक्रिया का उदाहरण है?
- (a) जल का वाष्पीकरण
- (b) अमोनियम क्लोराइड का जल में घुलना
- (c) प्राकृतिक गैस का जलना
- (d) जल का जमना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएं वे रासायनिक अभिक्रियाएं हैं जिनमें ऊष्मा (गर्मी) उत्सर्जित होती है। इसके विपरीत, ऊष्माशोषी (Endothermic) अभिक्रियाएं ऊष्मा को अवशोषित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक गैस (मुख्य रूप से मीथेन) का जलना एक दहन अभिक्रिया है जो बड़ी मात्रा में ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करती है। जल का वाष्पीकरण और जल का जमना अवस्था परिवर्तन हैं जिनमें ऊष्मा का आदान-प्रदान होता है (वाष्पीकरण ऊष्माशोषी है, जमना ऊष्माक्षेपी है)। अमोनियम क्लोराइड का जल में घुलना एक ऊष्माशोषी प्रक्रिया है, क्योंकि यह घोल को ठंडा करता है। अतः, प्राकृतिक गैस का जलना एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया का स्पष्ट उदाहरण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
ध्वनि की गति निम्नलिखित में से किस माध्यम में सबसे तेज होती है?
- (a) हवा
- (b) पानी
- (c) स्टील
- (d) निर्वात
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन द्वारा फैलती हैं। माध्यम की घनत्व (density) और प्रत्यास्थता (elasticity) ध्वनि की गति को प्रभावित करती है। सामान्य तौर पर, सघन और अधिक प्रत्यास्थ माध्यमों में ध्वनि तेज गति से यात्रा करती है।
व्याख्या (Explanation): निर्वात (vacuum) में ध्वनि बिल्कुल भी यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि यात्रा करने के लिए कोई माध्यम नहीं होता। ठोस पदार्थों (जैसे स्टील) में कण एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं और मजबूत अंतःक्रिया बल होते हैं, जिससे ध्वनि हवा या पानी जैसे तरल पदार्थों की तुलना में बहुत तेज गति से यात्रा करती है। पानी में, कण हवा की तुलना में करीब होते हैं, इसलिए ध्वनि हवा से तेज चलती है, लेकिन स्टील (एक ठोस) से धीमी।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
साइटोलॉजी (Cytology) का अध्ययन क्या है?
- (a) कोशिका
- (b) ऊतक
- (c) अंग
- (d) जीव
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): साइटोलॉजी (Cytology) जीव विज्ञान की वह शाखा है जो कोशिका, उसकी संरचना, कार्य और जीवन चक्र का अध्ययन करती है।
व्याख्या (Explanation): ऊतकों का अध्ययन हिस्टोलॉजी (Histology) कहलाता है। अंगों का अध्ययन ऑर्गेनोलॉजी (Organology) या संबंधित अंग के नाम से किया जाता है। जीवों का समग्र अध्ययन बायोलॉजी (Biology) या जूलॉजी/बॉटनी (Zoology/Botany) जैसी शाखाओं में आता है। इसलिए, साइटोलॉजी विशेष रूप से कोशिकाओं का अध्ययन है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
सोडियम क्लोराइड (NaCl) का सामान्य नाम क्या है?
- (a) बेकिंग सोडा
- (b) कास्टिक सोडा
- (c) साधारण नमक
- (d) सिरका
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सोडियम क्लोराइड (Sodium Chloride) एक रासायनिक यौगिक है जिसका सामान्यतः हम अपने भोजन में उपयोग करते हैं।
व्याख्या (Explanation): सोडियम क्लोराइड का सामान्य नाम ‘साधारण नमक’ या ‘टेबल सॉल्ट’ है। बेकिंग सोडा सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO3) है। कास्टिक सोडा सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) है। सिरका एसिटिक एसिड (CH3COOH) का जलीय घोल है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कौन सी है?
- (a) टिबिया
- (b) फीमर
- (c) स्टेप्स
- (d) ह्यूमरस
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी मध्य कान में स्थित स्टेप्स (Stapes) है। यह ध्वनि के संचरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
व्याख्या (Explanation): टिबिया (Tibia) पैर की एक बड़ी हड्डी है। फीमर (Femur) जांघ की हड्डी है और मानव शरीर की सबसे लंबी हड्डी है। ह्यूमरस (Humerus) ऊपरी बांह की हड्डी है। स्टेप्स, जो एक घन के आकार की होती है, कान के आंतरिक भाग में मौजूद होती है और उसका आकार केवल कुछ मिलीमीटर होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
ओजोन परत वायुमंडल के किस मंडल में पाई जाती है?
- (a) क्षोभमंडल (Troposphere)
- (b) समतापमंडल (Stratosphere)
- (c) मध्यमंडल (Mesosphere)
- (d) आयनमंडल (Ionosphere)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ओजोन (O3) गैस की एक परत पृथ्वी के वायुमंडल के समतापमंडल (Stratosphere) में उच्च केंद्रित होती है। यह परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करती है।
व्याख्या (Explanation): क्षोभमंडल वायुमंडल की सबसे निचली परत है जहाँ मौसम की घटनाएं होती हैं। मध्यमंडल में उल्काएं जलती हैं। आयनमंडल रेडियो तरंगों को परावर्तित करता है। समतापमंडल, ओजोन परत के साथ, पृथ्वी को जीवन के लिए रहने योग्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
जब कोई वस्तु उत्तल लेंस (Convex lens) के फोकस (F) और 2F के बीच रखी जाती है, तो बनने वाला प्रतिबिंब (Image) कैसा होता है?
- (a) आभासी, सीधा और बड़ा
- (b) वास्तविक, उल्टा और छोटा
- (c) वास्तविक, उल्टा और बड़ा
- (d) आभासी, उल्टा और छोटा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्तल लेंस द्वारा विभिन्न स्थितियों में बनने वाले प्रतिबिंबों के गुण लेंस के नियमों (जैसे किरण आरेख) द्वारा निर्धारित होते हैं। जब कोई वस्तु F और 2F के बीच रखी जाती है, तो प्रकाश किरणें लेंस से गुजरने के बाद अभिसरित (converge) होती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब वस्तु उत्तल लेंस के F और 2F के बीच होती है, तो बनने वाला प्रतिबिंब 2F से परे (beyond 2F) बनता है। यह प्रतिबिंब वास्तविक (real), उल्टा (inverted) और वस्तु से बड़ा (magnified) होता है। आभासी प्रतिबिंब तब बनते हैं जब प्रकाश किरणें अपसारी (diverge) होती हैं या जब वस्तु उत्तल लेंस के F से पहले रखी जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पौधों में जल के संवहन के लिए कौन सा ऊतक उत्तरदायी होता है?
- (a) जाइलम
- (b) फ्लोएम
- (c) पैरेन्काइमा
- (d) स्क्लेरेन्काइमा
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप ऊतक (Plant Tissues) वे कोशिकाएं होती हैं जो विशेष कार्य करती हैं। जाइलम (Xylem) और फ्लोएम (Phloem) संवहन ऊतक (Vascular tissues) हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम विशेष रूप से जड़ों से अवशोषित जल और खनिज लवणों को पौधे के अन्य भागों, जैसे तने और पत्तियों तक पहुँचाने का कार्य करता है। फ्लोएम पत्तियों में बने भोजन (शर्करा) को पौधे के विभिन्न भागों में वितरित करता है। पैरेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा अन्य प्रकार के ऊतक हैं जिनके अलग-अलग कार्य होते हैं (जैसे भंडारण और यांत्रिक समर्थन)।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
प्रकाश विद्युत प्रभाव (Photoelectric effect) की व्याख्या करने के लिए किसे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था?
- (a) मैक्स प्लैंक
- (b) अल्बर्ट आइंस्टीन
- (c) नील्स बोहर
- (d) अर्नेस्ट रदरफोर्ड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश विद्युत प्रभाव वह घटना है जिसमें धातु की सतह पर प्रकाश पड़ने पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। अल्बर्ट आइंस्टीन ने 1905 में इस प्रभाव की मात्रात्मक व्याख्या प्रस्तुत की, जिसमें प्रकाश को कणों (फोटॉन) के रूप में माना गया।
व्याख्या (Explanation): आइंस्टीन को 1921 में उनके “प्रकाश विद्युत प्रभाव के नियम की खोज के लिए” नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मैक्स प्लैंक ने क्वांटम सिद्धांत की नींव रखी। नील्स बोहर ने परमाणु संरचना का मॉडल दिया। अर्नेस्ट रदरफोर्ड को परमाणु नाभिक की खोज का श्रेय दिया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव शरीर में कौन सी ग्रंथि “मास्टर ग्रंथि” के रूप में जानी जाती है?
- (a) थायरॉइड
- (b) अधिवृक्क
- (c) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
- (d) अग्न्याशय
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland) एक छोटी लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण अंतःस्रावी ग्रंथि है जो मस्तिष्क के आधार पर स्थित होती है। यह विभिन्न हार्मोन जारी करती है जो शरीर के अन्य ग्रंथियों और अंगों के कार्यों को नियंत्रित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): अपने व्यापक हार्मोनल नियंत्रण के कारण, पीयूष ग्रंथि को “मास्टर ग्रंथि” कहा जाता है। यह वृद्धि, चयापचय, प्रजनन और तनाव प्रतिक्रियाओं को विनियमित करने में भूमिका निभाती है। थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन करती है। अधिवृक्क ग्रंथियां एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन बनाती हैं। अग्न्याशय इंसुलिन और ग्लूकागन का उत्पादन करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
धातुओं के उस गुण को क्या कहते हैं जिसके कारण वे तार के रूप में खींचे जा सकते हैं?
- (a) आघातवर्धनीयता (Malleability)
- (b) तन्यता (Ductility)
- (c) चालकता (Conductivity)
- (d) तन्य शक्ति (Tensile strength)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तन्यता (Ductility) धातुओं का वह गुण है जिसके कारण उन्हें बिना टूटे तार के रूप में खींचा जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): आघातवर्धनीयता (Malleability) धातुओं का वह गुण है जिसके कारण उन्हें पीटकर पतली चादरों में बदला जा सकता है। चालकता (Conductivity) वह गुण है जिसके कारण वे ऊष्मा या विद्युत का संचालन करती हैं। तन्य शक्ति (Tensile strength) वह अधिकतम तनाव है जिसे कोई पदार्थ टूटने से पहले झेल सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए किस गैस का उपयोग किया जाता है?
- (a) मीथेन
- (b) ईथेन
- (c) एसिटिलीन
- (d) प्रोपेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एसिटिलीन (Acetylene – C2H2) एक असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है जिसका उपयोग फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए किया जाता है। यह फलों में एथिलीन (Ethylene) हार्मोन के उत्पादन को प्रेरित करता है, जो प्राकृतिक रूप से पकने की प्रक्रिया को तेज करता है।
व्याख्या (Explanation): जबकि एथिलीन (Ethylene) स्वयं प्राकृतिक रूप से फल पकाने वाला हार्मोन है, एसिटिलीन का उपयोग वाणिज्यिक अनुप्रयोगों में किया जाता है क्योंकि यह अधिक आसानी से और सस्ते में उपलब्ध होता है। मीथेन, ईथेन और प्रोपेन मुख्य रूप से ईंधन के रूप में उपयोग किए जाते हैं और फल पकाने में उनकी भूमिका नहीं होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
रक्तचाप (Blood pressure) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) थर्मामीटर
- (b) स्टेथोस्कोप
- (c) स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)
- (d) ओडोमीटर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्तचाप (Blood Pressure) वह बल है जो धमनियों की दीवारों पर रक्त द्वारा लगाया जाता है। स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer) एक चिकित्सा उपकरण है जिसका उपयोग रक्तचाप को मापने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): थर्मामीटर का उपयोग शरीर के तापमान को मापने के लिए किया जाता है। स्टेथोस्कोप का उपयोग शरीर की आंतरिक आवाजों (जैसे हृदय की धड़कन, फेफड़ों की आवाज) को सुनने के लिए किया जाता है, जो अक्सर रक्तचाप माप के दौरान भी प्रयोग होता है, लेकिन यह स्वयं रक्तचाप नहीं मापता। ओडोमीटर का उपयोग वाहन द्वारा तय की गई दूरी को मापने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
जल में घुलनशील विटामिन कौन से हैं?
- (a) A, D, E, K
- (b) C, B-समूह
- (c) A, C, D
- (d) B, D, E
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन को उनकी घुलनशीलता के आधार पर दो मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है: वसा-घुलनशील (fat-soluble) और जल-घुलनशील (water-soluble)।
व्याख्या (Explanation): वसा-घुलनशील विटामिन (A, D, E, K) शरीर में वसा ऊतकों और यकृत में जमा हो सकते हैं। जल-घुलनशील विटामिन (विटामिन C और B-समूह के सभी विटामिन जैसे B1, B2, B3, B5, B6, B7, B9, B12) शरीर में जमा नहीं होते और अतिरिक्त मात्रा मूत्र के माध्यम से उत्सर्जित हो जाती है, इसलिए इनका नियमित सेवन आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
प्रकाश संश्लेषण के दौरान क्लोरोफिल का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करना
- (b) जल को अवशोषित करना
- (c) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना
- (d) ऑक्सीजन छोड़ना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल (Chlorophyll) हरे रंग का एक वर्णक (pigment) है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट (chloroplasts) में पाया जाता है। यह प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल का प्राथमिक कार्य सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करना है। यह ऊर्जा फिर कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (भोजन) और ऑक्सीजन में बदलने के लिए उपयोग की जाती है। जबकि प्रकाश संश्लेषण में CO2 का अवशोषण और O2 का उत्सर्जन होता है, ये क्लोरोफिल के *मुख्य कार्य* नहीं हैं; बल्कि, यह ऊर्जा को कैप्चर करता है जो इन रूपांतरणों को संभव बनाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
किसी माध्यम का अपवर्तनांक (Refractive index) क्या दर्शाता है?
- (a) माध्यम की चालकता
- (b) प्रकाश की गति का माध्यम के सापेक्ष मापन
- (c) माध्यम की घनत्व
- (d) माध्यम का चुंबकीय गुण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक (Refractive index – n) किसी माध्यम का वह गुण है जो यह बताता है कि प्रकाश उस माध्यम से कितनी तेजी से यात्रा करता है, निर्वात में प्रकाश की गति (c) की तुलना में। इसका सूत्र n = c/v है, जहाँ v प्रकाश की गति उस माध्यम में है।
व्याख्या (Explanation): उच्च अपवर्तनांक वाले माध्यमों में प्रकाश धीमी गति से चलता है। यह गुण स्नेल के नियम (Snell’s Law) में भी प्रयोग किया जाता है, जो बताता है कि जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है तो वह कैसे मुड़ता है (अपवर्तन)। यह माध्यम की चालकता, घनत्व या चुंबकीय गुण से सीधा संबंधित नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव श्वसन तंत्र में गैसों का आदान-प्रदान (Gas exchange) मुख्य रूप से कहाँ होता है?
- (a) श्वासनली (Trachea)
- (b) ब्रोन्कियल ट्यूब
- (c) वायुकोष्ठिकाएँ (Alveoli)
- (d) डायाफ्राम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्वसन तंत्र में, वायुकोष्ठिकाएँ (Alveoli) छोटी, पतली दीवारों वाली हवा की थैलियाँ होती हैं जो फेफड़ों में पाई जाती हैं। इनकी विशाल सतह क्षेत्र और पतली दीवारें ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के कुशल आदान-प्रदान की अनुमति देती हैं।
व्याख्या (Explanation): श्वासनली हवा को फेफड़ों तक ले जाती है। ब्रोन्कियल ट्यूबें वायुमार्गों की शाखाएँ हैं। डायाफ्राम एक मांसपेशी है जो श्वसन में सहायता करती है। गैसों का वास्तविक आदान-प्रदान, जहां रक्त में ऑक्सीजन प्रवेश करती है और रक्त से कार्बन डाइऑक्साइड निकलता है, वायुकोष्ठिकाओं की दीवारों पर होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कौन सा धातु कमरे के तापमान पर द्रव अवस्था में पाया जाता है?
- (a) लोहा
- (b) तांबा
- (c) पारा (Mercury)
- (d) एल्युमीनियम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अधिकांश धातुएं कमरे के तापमान (लगभग 20-25 डिग्री सेल्सियस) पर ठोस होती हैं। हालांकि, पारा (Mercury) एक अपवाद है, जो इस तापमान पर द्रव अवस्था में रहता है।
व्याख्या (Explanation): लोहा, तांबा और एल्युमीनियम सभी कमरे के तापमान पर ठोस होते हैं। पारा एक भारी, चांदी जैसा धातु है जिसका गलनांक (melting point) बहुत कम होता है, लगभग -38.83 डिग्री सेल्सियस। अन्य अपवाद ब्रोमीन (एक अधातु) है जो कमरे के तापमान पर द्रव होता है, और गैलियम और सीज़ियम जैसी कुछ धातुएं जो मानव शरीर के तापमान के करीब के तापमान पर पिघल जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
साइटोप्लाज्म (Cytoplasm) में राइबोसोम (Ribosomes) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) ऊर्जा उत्पादन
- (b) प्रोटीन संश्लेषण
- (c) वसा का भंडारण
- (d) कोशिका विभाजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): राइबोसोम कोशिका के छोटे कण होते हैं जो साइटोप्लाज्म (कोशिका द्रव्य) में पाए जाते हैं। वे प्रोटीन संश्लेषण (Protein synthesis) के लिए जिम्मेदार हैं, जो कोशिका के कार्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): राइबोसोम मैसेंजर आरएनए (mRNA) से आनुवंशिक जानकारी को पढ़ते हैं और अमीनो एसिड को एक विशिष्ट क्रम में जोड़कर प्रोटीन बनाते हैं। ऊर्जा उत्पादन (ATP) मुख्य रूप से माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria) में होता है। वसा का भंडारण विभिन्न कोशिकांगों या ऊतकों में हो सकता है। कोशिका विभाजन (Cell division) एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें कई कोशिकांग शामिल होते हैं, लेकिन राइबोसोम सीधे कोशिका विभाजन नहीं करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
[कोर्स और फ्री नोट्स के लिए यहाँ क्लिक करें]