सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे SSC, Railways, और State PSCs में सामान्य विज्ञान खंड एक निर्णायक भूमिका निभाता है। यह न केवल आपके वैज्ञानिक ज्ञान को परखता है, बल्कि आपकी विश्लेषणात्मक क्षमता को भी दर्शाता है। इन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मूल सिद्धांतों की गहरी समझ और उनका नियमित अभ्यास अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह विशेष सत्र आपको विज्ञान के जटिल कॉन्सेप्ट्स को आसान भाषा में समझने और उन्हें बहुविकल्पीय प्रश्नों के माध्यम से अभ्यास करने में मदद करेगा। आइए, अपनी तैयारी को मजबूत करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. हीरे का अपवर्तनांक (Refractive Index) कितना होता है?

    • (a) 1.52
    • (b) 2.42
    • (c) 1.33
    • (d) 1.71

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक वह माप है जो बताता है कि प्रकाश किसी माध्यम में कितनी धीमी गति से यात्रा करता है, और यह उस माध्यम में प्रकाश के झुकने की मात्रा को भी निर्धारित करता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक लगभग 2.42 होता है, जो अधिकांश अन्य पारदर्शी पदार्थों की तुलना में बहुत अधिक है। यह उच्च अपवर्तनांक ही हीरे की चमक और जगमगाहट का एक प्रमुख कारण है, क्योंकि यह प्रकाश को हीरे के अंदर अधिक बार पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection) करने में मदद करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. हीरे की चमक का मुख्य कारण क्या है?

    • (a) परावर्तन (Reflection)
    • (b) अपवर्तन (Refraction)
    • (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
    • (d) प्रकीर्णन (Scattering)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन (TIR) तब होता है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से विरल माध्यम में क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक कोण पर आपतित होता है, जिससे प्रकाश वापस सघन माध्यम में परावर्तित हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) और इसका विशिष्ट कटिंग पैटर्न प्रकाश को उसके अंदर कई बार पूर्ण आंतरिक परावर्तन करने में सक्षम बनाता है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह कई आंतरिक सतहों से टकराता है और बाहर निकलने से पहले बार-बार परावर्तित होता है, जिससे हीरा अत्यधिक चमकदार दिखाई देता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  3. मोह्स कठोरता पैमाने (Mohs Hardness Scale) पर हीरे की कठोरता कितनी होती है?

    • (a) 7
    • (b) 8
    • (c) 9
    • (d) 10

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मोह्स कठोरता पैमाना खनिजों की खरोंच प्रतिरोधक क्षमता को मापता है, जिसमें 1 (सबसे नरम, टैल्क) से 10 (सबसे कठोर) तक की संख्या होती है।

    व्याख्या (Explanation): हीरा प्रकृति में पाया जाने वाला सबसे कठोर ज्ञात पदार्थ है, और मोह्स कठोरता पैमाने पर इसकी कठोरता 10 होती है। इसका अर्थ है कि यह किसी भी अन्य खनिज को खरोंच सकता है, जबकि इसे किसी अन्य खनिज से खरोंचा नहीं जा सकता। इसी गुण के कारण इसका उपयोग कटाई, पिसाई और पॉलिशिंग जैसे औद्योगिक कार्यों में होता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  4. प्रकाश का वह गुण जिसके कारण हीरा विभिन्न रंगों में चमकता हुआ दिखाई देता है, क्या कहलाता है?

    • (a) व्यतिकरण (Interference)
    • (b) विवर्तन (Diffraction)
    • (c) प्रकीर्णन (Dispersion)
    • (d) ध्रुवीकरण (Polarization)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश का प्रकीर्णन (Dispersion) वह घटना है जिसमें सफेद प्रकाश अपने घटक रंगों (जैसे इंद्रधनुष के रंग) में अलग हो जाता है क्योंकि माध्यम का अपवर्तनांक प्रकाश के तरंग दैर्ध्य पर निर्भर करता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में उच्च अपवर्तनांक के साथ-साथ उच्च प्रकीर्णन क्षमता भी होती है। जब सफेद प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह अपने घटक रंगों में विभाजित हो जाता है और अलग-अलग कोणों पर अपवर्तित होता है, जिससे हीरा विभिन्न चमकदार रंगों (अग्नि या ‘फायर’) में चमकता हुआ दिखाई देता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. हीरे की क्रिस्टल संरचना किस प्रकार की होती है?

    • (a) हेक्सागोनल (Hexagonal)
    • (b) क्यूबिक (Cubic)
    • (c) टेट्रागोनल (Tetragonal)
    • (d) मोनोक्लिनिक (Monoclinic)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल संरचना परमाणु, आयन या अणुओं की एक क्रमबद्ध, आवर्ती व्यवस्था है जो क्रिस्टलीय ठोस बनाती है। हीरे की संरचना कार्बन परमाणुओं की एक विशेष व्यवस्था पर आधारित है।

    व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक अपरूप है जिसकी क्रिस्टल संरचना फलक-केंद्रित क्यूबिक (face-centered cubic – FCC) जाली पर आधारित होती है, जिसे हीरे की क्यूबिक संरचना भी कहा जाता है। इसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा एक टेट्राहेड्रल (चतुष्फलकीय) व्यवस्था में जुड़ा होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. दाब (Pressure) की SI इकाई क्या है?

    • (a) जूल (Joule)
    • (b) न्यूटन (Newton)
    • (c) पास्कल (Pascal)
    • (d) वाट (Watt)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): दाब प्रति इकाई क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को कहते हैं। दाब की SI इकाई वैज्ञानिक ब्लेज़ पास्कल के नाम पर रखी गई है।

    व्याख्या (Explanation): दाब की SI इकाई पास्कल (Pa) है, जिसे न्यूटन प्रति वर्ग मीटर (N/m²) के रूप में परिभाषित किया जाता है। हीरे के कृत्रिम निर्माण (HPHT विधि) में बहुत उच्च दाब का उपयोग किया जाता है, इसलिए दाब की इकाई का ज्ञान प्रासंगिक है। जूल कार्य या ऊर्जा की इकाई है, न्यूटन बल की इकाई है, और वाट शक्ति की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. ध्वनि की गति अधिकतम किस माध्यम में होती है?

    • (a) निर्वात (Vacuum)
    • (b) गैस (Gas)
    • (c) द्रव (Liquid)
    • (d) ठोस (Solid)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें यांत्रिक तरंगें होती हैं जिन्हें यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। उनकी गति माध्यम के घनत्व और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है।

    व्याख्या (Explanation): ठोस पदार्थों में कण एक दूसरे के बहुत करीब और कसकर बंधे होते हैं, जिससे कंपन ऊर्जा अधिक कुशलता से और तेजी से एक कण से दूसरे कण में स्थानांतरित हो सकती है। यही कारण है कि ध्वनि की गति ठोस पदार्थों में अधिकतम (जैसे हीरा भी एक ठोस है जिसमें ध्वनि बहुत तेजी से यात्रा करती है), फिर द्रव में और अंत में गैस में होती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  8. एक न्यूटन-मीटर (Newton-meter) किसके बराबर होता है?

    • (a) 1 वाट (Watt)
    • (b) 1 जूल (Joule)
    • (c) 1 पास्कल (Pascal)
    • (d) 1 किलोग्राम (Kilogram)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्य (Work) को बल और बल की दिशा में विस्थापन के गुणनफल के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसकी SI इकाई जूल है।

    व्याख्या (Explanation): कार्य (Work) की इकाई न्यूटन-मीटर (N·m) है, जो बल (न्यूटन में) को विस्थापन (मीटर में) से गुणा करके प्राप्त की जाती है। यह इकाई जूल (Joule) के बराबर है। 1 जूल = 1 न्यूटन-मीटर। वाट शक्ति की इकाई है, पास्कल दाब की इकाई है, और किलोग्राम द्रव्यमान की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. प्रकाश वर्ष (Light-year) किसका मात्रक है?

    • (a) समय (Time)
    • (b) दूरी (Distance)
    • (c) तीव्रता (Intensity)
    • (d) ऊर्जा (Energy)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश वर्ष वह दूरी है जो प्रकाश एक वर्ष में निर्वात में तय करता है। इसका उपयोग खगोलीय दूरियों को मापने के लिए किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): नाम में ‘वर्ष’ होने के बावजूद, प्रकाश वर्ष समय का नहीं, बल्कि दूरी का मात्रक है। यह खगोल विज्ञान में बहुत बड़ी दूरियों को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि तारों और आकाशगंगाओं के बीच की दूरी। एक प्रकाश वर्ष लगभग 9.46 ट्रिलियन किलोमीटर के बराबर होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. हीरा और ग्रेफाइट दोनों किसके अपरूप (Allotropes) हैं?

    • (a) सिलिकॉन (Silicon)
    • (b) कार्बन (Carbon)
    • (c) सल्फर (Sulfur)
    • (d) फास्फोरस (Phosphorus)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अपरूपता (Allotropy) वह गुण है जिसमें एक ही तत्व प्रकृति में एक से अधिक रूपों में मौजूद हो सकता है, जिनकी भौतिक गुण भिन्न होते हैं लेकिन रासायनिक गुण समान होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): कार्बन एक ऐसा तत्व है जो अपरूपता प्रदर्शित करता है। हीरा और ग्रेफाइट दोनों कार्बन के सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण अपरूप हैं। इनकी क्रिस्टल संरचनाएं भिन्न होती हैं, जिसके कारण इनके भौतिक गुण (जैसे कठोरता, विद्युत चालकता) बहुत अलग होते हैं, लेकिन ये दोनों केवल कार्बन परमाणुओं से बने होते हैं। फुलेरीन और ग्राफीन भी कार्बन के अन्य अपरूप हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. हीरे में कार्बन परमाणु किस प्रकार के संकरण (Hybridization) में होते हैं?

    • (a) sp
    • (b) sp²
    • (c) sp³
    • (d) dsp²

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): संकरण (Hybridization) परमाणु ऑर्बिटलों के मिश्रण की प्रक्रिया है जो नए, समान ऊर्जा वाले संकर ऑर्बिटलों का निर्माण करती है, जो रासायनिक बंध बनाने में उपयोग होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से एकल सहसंयोजक बंधों (single covalent bonds) द्वारा एक टेट्राहेड्रल (चतुष्फलकीय) ज्यामिति में जुड़ा होता है। इस व्यवस्था को प्राप्त करने के लिए, कार्बन परमाणु अपने एक 2s और तीन 2p ऑर्बिटलों को मिलाकर चार sp³ संकर ऑर्बिटल बनाते हैं। यही sp³ संकरण हीरे की अत्यधिक कठोरता और त्रि-आयामी नेटवर्क संरचना का कारण है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  12. हीरे में कार्बन परमाणुओं के बीच किस प्रकार का बंध (Bond) मौजूद होता है?

    • (a) आयनिक बंध (Ionic Bond)
    • (b) धात्विक बंध (Metallic Bond)
    • (c) सहसंयोजक बंध (Covalent Bond)
    • (d) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen Bond)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध रासायनिक बंध होते हैं जो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों के साझाकरण से बनते हैं, जिससे वे एक स्थिर इलेक्ट्रॉन विन्यास प्राप्त करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ दृढ़ता से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है। ये बंध बहुत मजबूत होते हैं और एक विशाल त्रि-आयामी नेटवर्क संरचना बनाते हैं। यही मजबूत सहसंयोजक बंधों का नेटवर्क हीरे की असाधारण कठोरता, उच्च गलनांक और विद्युत के कुचालक होने के लिए जिम्मेदार है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. निम्नलिखित में से कौन सा कार्बन अपरूप विद्युत का सुचालक है?

    • (a) हीरा (Diamond)
    • (b) ग्रेफाइट (Graphite)
    • (c) फुलेरीन (Fullerene)
    • (d) कार्बन नैनोट्यूब (Carbon Nanotube)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करती है जो पदार्थ के माध्यम से आसानी से गति कर सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में सभी संयोजकता इलेक्ट्रॉन सहसंयोजक बंध बनाने में लगे होते हैं, इसलिए इसमें कोई मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होता, जिससे यह विद्युत का कुचालक होता है। ग्रेफाइट में, प्रत्येक कार्बन परमाणु केवल तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़ा होता है, जिससे एक मुक्त संयोजकता इलेक्ट्रॉन बच जाता है। ये मुक्त इलेक्ट्रॉन ग्रेफाइट की परतों के बीच डीलोकलाइज़्ड होते हैं और विद्युत के संचालन के लिए उपलब्ध होते हैं, जिससे ग्रेफाइट विद्युत का अच्छा सुचालक बन जाता है। फुलेरीन और कार्बन नैनोट्यूब में भी कुछ हद तक चालकता हो सकती है, लेकिन ग्रेफाइट सबसे प्रसिद्ध है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. कृत्रिम हीरा बनाने के लिए किस विधि का उपयोग किया जाता है?

    • (a) फ्रेंकलिन विधि (Franklin Method)
    • (b) हाई प्रेशर हाई टेम्परेचर (HPHT) विधि
    • (c) गैलवनीकरण (Galvanization)
    • (d) विद्युत अपघटन (Electrolysis)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कृत्रिम हीरे प्राकृतिक हीरे के समान रासायनिक और भौतिक गुणों वाले होते हैं, लेकिन उन्हें प्रयोगशाला में उच्च दाब और तापमान की परिस्थितियों में बनाया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): कृत्रिम हीरे बनाने की दो मुख्य विधियाँ हैं: हाई प्रेशर हाई टेम्परेचर (HPHT) और केमिकल वेपर डिपोजिशन (CVD)। HPHT विधि में ग्रेफाइट को बहुत उच्च दाब और तापमान (पृथ्वी के अंदर की परिस्थितियों के समान) के अधीन किया जाता है, जिससे यह हीरे में परिवर्तित हो जाता है। गैलवनीकरण और विद्युत अपघटन धातुओं से संबंधित प्रक्रियाएँ हैं, जबकि फ्रेंकलिन विधि विज्ञान में कोई ज्ञात विधि नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. जब हीरे को ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलाया जाता है, तो कौन सी गैस निकलती है?

    • (a) कार्बन मोनोऑक्साइड (Carbon Monoxide)
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
    • (c) सल्फर डाइऑक्साइड (Sulfur Dioxide)
    • (d) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (Nitrogen Dioxide)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): दहन एक रासायनिक प्रतिक्रिया है जिसमें एक पदार्थ ऑक्सीजन के साथ तेजी से प्रतिक्रिया करता है, आमतौर पर ऊष्मा और प्रकाश का उत्पादन करता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरा शुद्ध कार्बन का बना होता है। जब कार्बन (हीरा) को ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में जलाया जाता है, तो यह कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस बनाता है। रासायनिक समीकरण C (हीरा) + O₂ → CO₂ है। यह दर्शाता है कि हीरे में कोई अन्य तत्व नहीं होता जो सल्फर या नाइट्रोजन के ऑक्साइड बनाए।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. निम्नलिखित में से कौन सा एक उभयधर्मी ऑक्साइड (Amphoteric Oxide) है?

    • (a) सोडियम ऑक्साइड (Sodium Oxide)
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
    • (c) एल्यूमीनियम ऑक्साइड (Aluminium Oxide)
    • (d) सल्फर डाइऑक्साइड (Sulfur Dioxide)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): उभयधर्मी ऑक्साइड वे ऑक्साइड होते हैं जो अम्लीय और क्षारीय दोनों गुणों को प्रदर्शित कर सकते हैं, यानी वे अम्ल और क्षार दोनों के साथ अभिक्रिया कर सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): एल्यूमीनियम ऑक्साइड (Al₂O₃) एक उभयधर्मी ऑक्साइड है। यह अम्ल (जैसे HCl) के साथ अभिक्रिया करके लवण और पानी बनाता है, और क्षार (जैसे NaOH) के साथ भी अभिक्रिया करके लवण और पानी बनाता है। सोडियम ऑक्साइड एक क्षारीय ऑक्साइड है, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड अम्लीय ऑक्साइड हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. लोहे में जंग लगना (Rusting of Iron) किसका एक उदाहरण है?

    • (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
    • (b) अपचयन (Reduction)
    • (c) संकलन अभिक्रिया (Addition Reaction)
    • (d) विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें किसी परमाणु, अणु या आयन से इलेक्ट्रॉन का निष्कासन होता है, या ऑक्सीजन का जुड़ना होता है।

    व्याख्या (Explanation): लोहे में जंग लगना एक विद्युत रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें लोहा ऑक्सीजन और नमी (पानी) की उपस्थिति में अभिक्रिया करके लोहे का ऑक्साइड (जंग, Fe₂O₃·nH₂O) बनाता है। यह मूल रूप से लोहे का ऑक्सीकरण है। लोहा अपने ऑक्सीकरण अवस्था 0 से +3 में परिवर्तित होता है। यह एक धीमी गति से होने वाली रेडॉक्स (Redox) अभिक्रिया है जिसमें लोहा ऑक्सीकृत होता है और ऑक्सीजन अपचयित होती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  18. कार्बन चक्र (Carbon Cycle) के दौरान कौन सी गैस वातावरण से पौधों द्वारा अवशोषित की जाती है?

    • (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
    • (d) मीथेन (Methane)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन चक्र वह जैव-भू-रासायनिक चक्र है जिसके द्वारा कार्बन पृथ्वी के जीवमंडल, पेडोस्फीयर, भूमंडल, जलमंडल और वायुमंडल के बीच आदान-प्रदान किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): कार्बन चक्र में, पौधे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के दौरान वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को अवशोषित करते हैं। वे इस CO₂ का उपयोग ग्लूकोज (एक कार्बोहाइड्रेट) और ऑक्सीजन का उत्पादन करने के लिए करते हैं। यह प्रक्रिया कार्बन को वायुमंडल से बायोमास में स्थानांतरित करने का प्राथमिक तरीका है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, हरे पौधे सूर्य के प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके किस पदार्थ को संश्लेषित करते हैं?

    • (a) प्रोटीन (Proteins)
    • (b) लिपिड (Lipids)
    • (c) कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates)
    • (d) विटामिन (Vitamins)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे, शैवाल और कुछ जीवाणु सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (एक कार्बोहाइड्रेट) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे क्लोरोफिल की मदद से सौर ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदलते हैं। वे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड और मिट्टी से पानी का उपयोग करके ग्लूकोज (एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट) का उत्पादन करते हैं, जो उनके लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है। ऑक्सीजन इस प्रक्रिया का एक उपोत्पाद है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. कोशिका के ‘ऊर्जा मुद्रा’ (Energy Currency) के रूप में किसे जाना जाता है?

    • (a) DNA
    • (b) RNA
    • (c) ATP
    • (d) ग्लूकोज

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जैविक प्रणालियों में, ऊर्जा को एक सार्वभौमिक अणु के रूप में संग्रहित और स्थानांतरित किया जाता है जिसे कोशिका विभिन्न चयापचय प्रक्रियाओं के लिए उपयोग कर सकती है।

    व्याख्या (Explanation): एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) को कोशिका की ‘ऊर्जा मुद्रा’ कहा जाता है। यह एक न्यूक्लियोटाइड है जो कोशिकाओं के भीतर ऊर्जा के भंडारण और स्थानांतरण के लिए जिम्मेदार है। जब ATP में फॉस्फेट बंध टूटते हैं, तो ऊर्जा निकलती है जिसका उपयोग विभिन्न सेलुलर कार्यों के लिए किया जाता है। ग्लूकोज ऊर्जा का एक स्रोत है, लेकिन ATP वह रूप है जिसमें ऊर्जा तुरंत उपयोग के लिए उपलब्ध होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. प्रोटीन की मूल इकाई (Monomer) क्या है?

    • (a) ग्लूकोज (Glucose)
    • (b) अमीनो अम्ल (Amino Acid)
    • (c) फैटी एसिड (Fatty Acid)
    • (d) न्यूक्लियोटाइड (Nucleotide)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बहुलक (Polymer) छोटे दोहराए जाने वाले इकाइयों (Monomers) से बने बड़े अणु होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रोटीन बड़े जटिल अणु होते हैं जो अमीनो अम्ल नामक छोटी इकाइयों से मिलकर बने होते हैं। ये अमीनो अम्ल पेप्टाइड बंधों द्वारा एक साथ जुड़कर लंबी श्रृंखलाएं बनाते हैं, जो बाद में मुड़कर विशेष त्रि-आयामी संरचनाएं बनाते हैं। ग्लूकोज कार्बोहाइड्रेट की मूल इकाई है, फैटी एसिड लिपिड की घटक इकाई है, और न्यूक्लियोटाइड न्यूक्लिक अम्ल (DNA और RNA) की मूल इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. मानव शरीर में कार्बोहाइड्रेट मुख्य रूप से किस रूप में संग्रहित होते हैं?

    • (a) ग्लाइकोजन (Glycogen)
    • (b) स्टार्च (Starch)
    • (c) सेल्यूलोज (Cellulose)
    • (d) वसा (Fat)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्लूकोज, ऊर्जा का एक प्राथमिक स्रोत है, जब आवश्यकता से अधिक होता है, तो उसे शरीर में एक पॉलीसेकेराइड के रूप में संग्रहित किया जाता है ताकि ऊर्जा की कमी होने पर उसे फिर से ग्लूकोज में परिवर्तित किया जा सके।

    व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में अतिरिक्त ग्लूकोज को ग्लाइकोजन के रूप में यकृत (liver) और मांसपेशियों (muscles) में संग्रहित किया जाता है। यह एक बहुशाखित पॉलीसेकेराइड है जो आपातकालीन ऊर्जा भंडार के रूप में कार्य करता है। स्टार्च पौधों में ऊर्जा भंडारण का रूप है, और सेल्यूलोज पौधों की कोशिका भित्ति का संरचनात्मक घटक है। वसा ऊर्जा भंडारण का एक अलग रूप है, जो लिपिड के अंतर्गत आता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  23. रक्त का थक्का जमने (Blood Clotting) में कौन सा विटामिन सहायक होता है?

    • (a) विटामिन A
    • (b) विटामिन C
    • (c) विटामिन D
    • (d) विटामिन K

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन कार्बनिक यौगिक होते हैं जिनकी शरीर को सामान्य चयापचय कार्यों के लिए थोड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। कुछ विटामिन विशिष्ट शारीरिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन K रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया के लिए आवश्यक है। यह प्रोथ्रोम्बिन जैसे कई रक्त जमावट कारकों के संश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से रक्त का थक्का जमने में देरी हो सकती है, जिससे चोट लगने पर अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। अन्य विटामिन (A, C, D) की अपनी अलग-अलग भूमिकाएं हैं जैसे दृष्टि, प्रतिरक्षा और हड्डी का स्वास्थ्य।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  24. श्वसन प्रक्रिया (Respiration Process) के दौरान जीवों द्वारा कौन सी गैस मुक्त की जाती है?

    • (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
    • (c) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): श्वसन एक चयापचय प्रक्रिया है जिसमें जीव अपने कोशिकाओं में पोषक तत्वों से ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं और अपशिष्ट उत्पादों को छोड़ते हैं।

    व्याख्या (Explanation): श्वसन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ग्लूकोज जैसे कार्बनिक पदार्थों को तोड़ते हैं। इस प्रक्रिया में, ऑक्सीजन का उपयोग किया जाता है और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) एक अपशिष्ट उत्पाद के रूप में उत्पन्न होता है, जिसे फिर शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। यह प्रकाश संश्लेषण के विपरीत है, जहां CO₂ का उपयोग किया जाता है और ऑक्सीजन मुक्त होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि (Gland) कौन सी है?

    • (a) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (b) थायराइड (Thyroid)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) गुर्दा (Kidney)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्रंथियाँ ऐसे अंग होते हैं जो विभिन्न पदार्थों (जैसे हार्मोन, एंजाइम) का स्राव करते हैं जो शरीर में विशिष्ट कार्य करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिनमें पित्त का उत्पादन, रक्त शर्करा का विनियमन, विषहरण (detoxification), प्रोटीन संश्लेषण और ग्लाइकोजन का भंडारण शामिल है। अग्न्याशय हार्मोन (इंसुलिन) और पाचक एंजाइम दोनों का उत्पादन करता है, थायराइड हार्मोन का उत्पादन करता है, और गुर्दे रक्त को छानते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  26. निम्नलिखित में से कौन सा रोग जीवाणु (Bacteria) के कारण नहीं होता है?

    • (a) हैजा (Cholera)
    • (b) टाइफाइड (Typhoid)
    • (c) खसरा (Measles)
    • (d) तपेदिक (Tuberculosis)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रोगजनक सूक्ष्मजीवों (बैक्टीरिया, वायरस, कवक, प्रोटोजोआ) के कारण होने वाले रोग संक्रामक रोग कहलाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): खसरा (Measles) एक अत्यधिक संक्रामक वायरल रोग है जो खसरा वायरस के कारण होता है। हैजा (Vibrio cholerae), टाइफाइड (Salmonella typhi) और तपेदिक (Mycobacterium tuberculosis) सभी जीवाणु जनित रोग हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है कि विभिन्न रोग किन सूक्ष्मजीवों के कारण होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  27. आर.बी.सी. (RBCs) का जीवनकाल लगभग कितने दिनों का होता है?

    • (a) 60 दिन
    • (b) 120 दिन
    • (c) 180 दिन
    • (d) 240 दिन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रक्त कोशिकाएं विभिन्न प्रकार की होती हैं, जिनमें लाल रक्त कोशिकाएं (एरिथ्रोसाइट्स) ऑक्सीजन परिवहन के लिए महत्वपूर्ण होती हैं और उनका एक निश्चित जीवनकाल होता है।

    व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs), जिन्हें एरिथ्रोसाइट्स भी कहा जाता है, अस्थि मज्जा (bone marrow) में बनती हैं और इनका औसत जीवनकाल लगभग 120 दिन होता है। पुराने या क्षतिग्रस्त RBCs को प्लीहा (spleen) और यकृत (liver) में मैक्रोफेज द्वारा हटा दिया जाता है। RBCs में हीमोग्लोबिन होता है जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने का कार्य करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  28. पौधों में जाइलम (Xylem) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) भोजन का परिवहन (Transport of Food)
    • (b) पानी और खनिज का परिवहन (Transport of Water and Minerals)
    • (c) ऑक्सीजन का परिवहन (Transport of Oxygen)
    • (d) ऊर्जा का भंडारण (Storage of Energy)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों में दो मुख्य संवहनी ऊतक होते हैं – जाइलम और फ्लोएम – जो विभिन्न पदार्थों के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम पौधों में एक संवहनी ऊतक है जो जड़ों से पत्तियों और पौधे के अन्य भागों तक पानी और घुले हुए खनिजों के परिवहन के लिए जिम्मेदार होता है। यह पौधे को यांत्रिक सहारा भी प्रदान करता है। फ्लोएम भोजन (प्रकाश संश्लेषण के उत्पादों) के परिवहन के लिए जिम्मेदार होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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