सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: प्रकाश के मुड़ते बीम पर यूरोप की योजना से प्रेरित!
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों को समझना न केवल परीक्षा में सफलता दिलाता है, बल्कि हमारे आसपास की दुनिया को भी बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। हाल ही में यूरोप द्वारा प्रकाश के मुड़ते बीम (twisting beams of light) का उपयोग करने की महत्वाकांक्षी योजना ने वैज्ञानिक जिज्ञासा को जगाया है। इसी भावना को बनाए रखते हुए, यहाँ 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत हैं, जो आपकी सामान्य विज्ञान की समझ का परीक्षण करेंगे और आपको परीक्षा के लिए तैयार करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सी तरंगें प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं?
- (a) ध्वनि तरंगें
- (b) गुरुत्वाकर्षण तरंगें
- (c) विद्युत चुम्बकीय तरंगें
- (d) यांत्रिक तरंगें
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकीय तरंगें (जैसे प्रकाश, रेडियो तरंगें, एक्स-रे) निर्वात में प्रकाश की गति (लगभग 3 x 10^8 मीटर/सेकंड) से यात्रा करती हैं। ध्वनि तरंगों और यांत्रिक तरंगों को यात्रा के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है और वे बहुत धीमी गति से चलती हैं। गुरुत्वाकर्षण तरंगें भी प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं, लेकिन प्रश्न का संदर्भ आम तौर पर विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम की ओर इशारा करता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश स्वयं एक विद्युत चुम्बकीय तरंग है। विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम में सभी तरंगें, जैसे रेडियो तरंगें, माइक्रोवेव, अवरक्त किरणें, दृश्य प्रकाश, पराबैंगनी किरणें, एक्स-रे और गामा किरणें, निर्वात में प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं। ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य यांत्रिक तरंगें हैं जिन्हें यात्रा करने के लिए माध्यम (जैसे हवा, पानी) की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश के “मुड़ते बीम” (twisting beams of light) की अवधारणा किस वैज्ञानिक सिद्धांत से संबंधित है, जो प्रकाश के कोणीय संवेग (angular momentum) का उपयोग करती है?
- (a) व्यतिकरण (Interference)
- (b) विवर्तन (Diffraction)
- (c) ध्रुवीकरण (Polarization)
- (d) प्रकाश का सर्पिल चरण (Spiral phase of light)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): “ट्विस्टिंग बीम” या “स्पाइरल बीम” प्रकाश के वे रूप हैं जिनमें एक सर्पिल चरण (spiral phase) होता है। यह प्रकाश कोणीय संवेग (orbital angular momentum) रखता है, जो इसे एक ‘ट्विस्ट’ या ‘स्पिन’ प्रदान करता है। यह अवधारणा प्रकाशिकी (optics) के क्षेत्र में आती है।
व्याख्या (Explanation): व्यतिकरण और विवर्तन तरंगों के सुपरपोज़िशन से संबंधित हैं, जबकि ध्रुवीकरण तरंग के दोलन की दिशा को संदर्भित करता है। प्रकाश का सर्पिल चरण (जिसे ऑर्बिटल एंगुलर मोमेंटम लाइट – OAM light भी कहा जाता है) वह घटना है जो प्रकाश बीम को एक सर्पिल पथ में प्रचारित करती है, जिससे यह “मुड़ता हुआ” प्रतीत होता है। यह यूरोपीय पहल के लिए प्रासंगिक हो सकता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा विटामिन मानव शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए आवश्यक है?
- (a) विटामिन ए
- (b) विटामिन सी
- (c) विटामिन डी
- (d) विटामिन ई
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन डी एक वसा-घुलनशील विटामिन है जो आंतों से कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। यह हड्डियों के स्वास्थ्य और मजबूती के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी के बिना, हमारा शरीर आंतों से पर्याप्त कैल्शियम अवशोषित नहीं कर पाता है, जिससे हड्डियों का कमजोर होना (जैसे रिकेट्स बच्चों में और ऑस्टियोमलेशिया वयस्कों में) हो सकता है। विटामिन ए त्वचा स्वास्थ्य, दृष्टि और प्रतिरक्षा के लिए है; विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है और कोलेजन निर्माण के लिए आवश्यक है; विटामिन ई एक एंटीऑक्सीडेंट है जो कोशिका झिल्ली की रक्षा करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सोडा-लाइम ग्लास (Soda-lime glass) के निर्माण में मुख्य घटक क्या हैं?
- (a) सिलिका, एल्यूमिना और बोरोन
- (b) सिलिका, सोडियम ऑक्साइड और कैल्शियम ऑक्साइड
- (c) सिलिका, पोटेशियम ऑक्साइड और मैग्नीशियम ऑक्साइड
- (d) सिलिका, लेड ऑक्साइड और पोटेशियम ऑक्साइड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सोडा-लाइम ग्लास, जिसे सोडा ग्लास भी कहा जाता है, कांच का सबसे आम प्रकार है, जिसका उपयोग खिड़की के शीशे, बोतलों और जार जैसे उत्पादों में किया जाता है। इसके मुख्य घटक सिलिका (SiO2), सोडियम ऑक्साइड (Na2O, जिसे सोडा से प्राप्त किया जाता है) और कैल्शियम ऑक्साइड (CaO, जिसे चूना या लाइम से प्राप्त किया जाता है) हैं।
व्याख्या (Explanation): सोडियम ऑक्साइड कांच के पिघलने वाले तापमान को कम करता है, जिससे इसे संसाधित करना आसान हो जाता है। कैल्शियम ऑक्साइड कांच को रासायनिक रूप से अधिक टिकाऊ बनाता है। अन्य प्रकार के कांच में भिन्न घटक होते हैं, जैसे बोरोसिलिकेट ग्लास (जैसे पाइरेक्स) जिसमें बोरोन होता है, या लेड ग्लास जिसमें लेड ऑक्साइड होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में निम्नलिखित में से कौन सी कोशिकाएं प्रतिरक्षी (antibodies) का उत्पादन करती हैं?
- (a) लाल रक्त कोशिकाएं
- (b) न्यूट्रोफिल
- (c) बी-लिम्फोसाइट्स
- (d) मैक्रोफेज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बी-लिम्फोसाइट्स, जिन्हें बी-कोशिकाएं भी कहा जाता है, एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाएं हैं जो प्लाज्मा कोशिकाओं में परिपक्व होती हैं। प्लाज्मा कोशिकाएं प्रतिरक्षी (एंटीबॉडी) नामक प्रोटीन का उत्पादन और स्राव करती हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन का परिवहन करती हैं। न्यूट्रोफिल और मैक्रोफेज फैगोसाइट्स हैं जो रोगजनकों को निगलते हैं और नष्ट करते हैं, लेकिन वे सीधे प्रतिरक्षी का उत्पादन नहीं करते हैं। बी-कोशिकाएं अनुकूलित प्रतिरक्षा प्रणाली (adaptive immune system) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऑप्टिकल फाइबर (Optical Fiber) किस सिद्धांत पर कार्य करता है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- (d) विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑप्टिकल फाइबर प्रकाश के संकेतों को लंबी दूरी तक संचारित करने के लिए पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत का उपयोग करते हैं। जब प्रकाश एक सघन माध्यम से एक विरल माध्यम में एक निश्चित क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक कोण पर आपतित होता है, तो वह माध्यम की सीमा से परावर्तित हो जाता है न कि अपवर्तित।
व्याख्या (Explanation): ऑप्टिकल फाइबर कोर (सघन माध्यम) और क्लैडिंग (विरल माध्यम) से बने होते हैं। प्रकाश कोर में प्रवेश करता है और बार-बार क्लैडिंग की सीमा से पूर्ण आंतरिक परावर्तन से गुजरता है, जिससे यह फाइबर के साथ आगे बढ़ता है। परावर्तन और अपवर्तन अन्य प्रकाशीय घटनाएं हैं, लेकिन ऑप्टिकल फाइबर के कार्य का मुख्य सिद्धांत पूर्ण आंतरिक परावर्तन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सी गैसें ओजोन परत के क्षरण के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन
- (b) क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs)
- (c) सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड
- (d) हाइड्रोजन और हीलियम
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) नामक रासायनिक यौगिक, जो पहले रेफ्रिजरेंट, एयरोसोल प्रोपेलेंट और सॉल्वैंट्स में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते थे, ओजोन परत के क्षरण के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारण हैं। जब CFCs ऊपरी वायुमंडल में पहुंचते हैं, तो वे पराबैंगनी विकिरण द्वारा विघटित हो जाते हैं, जिससे क्लोरीन के मुक्त कण निकलते हैं जो ओजोन (O3) अणुओं को नष्ट कर देते हैं।
व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन ग्रीनहाउस गैसें हैं जो जलवायु परिवर्तन का कारण बनती हैं। सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड अम्लीय वर्षा में योगदान करते हैं। हाइड्रोजन और हीलियम पृथ्वी के वायुमंडल में अल्प मात्रा में पाए जाते हैं और ओजोन क्षरण से सीधे संबंधित नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कोशिका की ऊर्जा मुद्रा (energy currency) के रूप में किसे जाना जाता है?
- (a) ग्लूकोज
- (b) एटीपी (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट)
- (c) डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड)
- (d) आरएनए (राइबोन्यूक्लिक एसिड)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एटीपी (Adenosine Triphosphate) कोशिका की प्राथमिक ऊर्जा मुद्रा है। यह कोशिका के भीतर होने वाली विभिन्न चयापचय (metabolic) प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। एटीपी में फॉस्फेट बॉन्ड के टूटने से ऊर्जा निकलती है।
व्याख्या (Explanation): ग्लूकोज ऊर्जा का एक स्रोत है, लेकिन इसे पहले एटीपी में परिवर्तित किया जाना चाहिए। डीएनए और आरएनए आनुवंशिक जानकारी को संग्रहीत और प्रसारित करते हैं, ऊर्जा को सीधे प्रदान नहीं करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“पराबैंगनी” (Ultraviolet) शब्द का क्या अर्थ है?
- (a) प्रकाश की दृश्य सीमा के ऊपर
- (b) प्रकाश की दृश्य सीमा के नीचे
- (c) ध्वनि की दृश्य सीमा के ऊपर
- (d) रेडियो तरंगों की दृश्य सीमा के नीचे
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम में, पराबैंगनी (UV) विकिरण दृश्य प्रकाश के बैंगनी सिरे से ठीक नीचे स्थित होता है। “पराबैंगनी” का अर्थ है “बैंगनी के परे”। दृश्य प्रकाश का स्पेक्ट्रम लाल से बैंगनी तक होता है, और बैंगनी के ठीक परे (कम तरंग दैर्ध्य की ओर) पराबैंगनी विकिरण शुरू होता है।
व्याख्या (Explanation): “दृश्य सीमा के ऊपर” अवरक्त (infrared) विकिरण का वर्णन करेगा, जो दृश्य प्रकाश के लाल सिरे के ठीक नीचे होता है। ध्वनि तरंगें प्रकाश से बहुत अलग हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए निम्नलिखित में से कौन सी विधि सबसे प्रभावी है?
- (a) पानी में डुबोना
- (b) हवा में खुला छोड़ देना
- (c) गैल्वनीकरण (Galvanization)
- (d) गर्म करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गैल्वनीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लोहे या स्टील की सतह पर जस्ता (Zinc) की एक परत चढ़ाई जाती है। जस्ता लोहे को हवा और नमी के संपर्क में आने से बचाता है, इस प्रकार जंग लगने से रोकता है। इसके अतिरिक्त, यदि जस्ता की परत खरोंच जाती है, तो भी जस्ता एक गैल्वेनिक सुरक्षा प्रदान करता है (यह खुद ऑक्सीकरण होकर लोहे को बचाता है)।
व्याख्या (Explanation): पानी में डुबोने या हवा में खुला छोड़ने से जंग लगने की प्रक्रिया तेज होती है। गर्म करने से सामग्री की रासायनिक प्रतिक्रिया दर बढ़ सकती है, लेकिन यह जंग को नहीं रोकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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डीएनए (DNA) की संरचना की दोहरावदार सीढ़ी (double helix) मॉडल किसने प्रस्तावित किया था?
- (a) ग्रेगर मेंडल
- (b) जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक
- (c) चार्ल्स डार्विन
- (d) लुई पाश्चर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): 1953 में, जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) के ‘डबल हेलिक्स’ मॉडल का प्रस्ताव रखा, जो इसकी संरचना का वर्णन करता है। रोजलिंड फ्रैंकलिन और मौरिस विल्किंस के एक्स-रे विवर्तन डेटा ने उनके मॉडल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
व्याख्या (Explanation): ग्रेगर मेंडल को आनुवंशिकी का जनक माना जाता है, लेकिन उन्होंने जीन की आणविक संरचना का प्रस्ताव नहीं दिया। चार्ल्स डार्विन ने विकासवाद का सिद्धांत दिया, और लुई पाश्चर ने रोगाणु सिद्धांत (germ theory) और पाश्चराइजेशन में योगदान दिया।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी वस्तु की गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy) किस पर निर्भर करती है?
- (a) केवल उसके द्रव्यमान पर
- (b) केवल उसके वेग पर
- (c) उसके द्रव्यमान और वेग दोनों पर
- (d) उसके भार पर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गतिज ऊर्जा (KE) वह ऊर्जा है जो किसी वस्तु में उसकी गति के कारण होती है। इसका सूत्र KE = 1/2 * m * v^2 है, जहाँ ‘m’ वस्तु का द्रव्यमान है और ‘v’ उसका वेग है।
व्याख्या (Explanation): सूत्र से स्पष्ट है कि गतिज ऊर्जा सीधे तौर पर द्रव्यमान (m) के समानुपाती होती है और वेग (v) के वर्ग के समानुपाती होती है। इसलिए, यह वस्तु के द्रव्यमान और वेग दोनों पर निर्भर करती है। भार (weight) वस्तु के द्रव्यमान और गुरुत्वाकर्षण के त्वरण का गुणनफल है, इसलिए यह सीधे गतिज ऊर्जा को परिभाषित नहीं करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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धातुओं का वह गुण जिसके कारण उन्हें पीटकर पतली चादरों में बदला जा सकता है, क्या कहलाता है?
- (a) तन्यता (Ductility)
- (b) आघातवर्धनीयता (Malleability)
- (c) विद्युत चालकता (Electrical Conductivity)
- (d) ऊष्मा चालकता (Thermal Conductivity)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आघातवर्धनीयता (Malleability) धातुओं का वह गुण है जिसके कारण उन्हें हथौड़े से चोट पहुँचाकर या रोलिंग करके पतली चादरों (sheets) में बदला जा सकता है, बिना टूटे। तन्यता (Ductility) वह गुण है जिसके कारण धातुओं को तार (wires) में खींचा जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): विद्युत चालकता और ऊष्मा चालकता धातुओं के वे गुण हैं जो उन्हें बिजली और गर्मी का अच्छा संवाहक बनाते हैं। प्रश्न विशेष रूप से चादरों में बदलने के गुण के बारे में पूछ रहा है, जो आघातवर्धनीयता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा कोशिकांग (organelle) ‘कोशिका का ऊर्जा घर’ (Powerhouse of the cell) कहलाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया वह कोशिकांग है जहाँ कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) होता है। इस प्रक्रिया के दौरान, ग्लूकोज और ऑक्सीजन का उपयोग करके एटीपी (ऊर्जा) का उत्पादन होता है। इसलिए, माइटोकॉन्ड्रिया को ‘कोशिका का ऊर्जा घर’ कहा जाता है।
व्याख्या (Explanation): नाभिक कोशिका के आनुवंशिक पदार्थ को नियंत्रित करता है। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण के लिए जिम्मेदार हैं। एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम झिल्ली-बाउंड संरचनाएं हैं जो प्रोटीन और लिपिड संश्लेषण और परिवहन में भूमिका निभाती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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जब कोई वस्तु पानी में तैरती है, तो उस पर लगने वाला उत्प्लावन बल (Buoyant force) वस्तु के भार के संबंध में कैसा होता है?
- (a) वस्तु के भार से अधिक
- (b) वस्तु के भार से कम
- (c) वस्तु के भार के बराबर
- (d) शून्य
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आर्किमिडीज के सिद्धांत के अनुसार, किसी वस्तु पर लगने वाला उत्प्लावन बल उसके द्वारा विस्थापित तरल के भार के बराबर होता है। जब कोई वस्तु तैरती है, तो इसका मतलब है कि उस पर लगने वाले ऊपर की ओर (उत्प्लावन बल) और नीचे की ओर (गुरुत्वाकर्षण बल/भार) के बल संतुलित होते हैं। इसलिए, उत्प्लावन बल वस्तु के भार के बराबर होना चाहिए।
व्याख्या (Explanation): यदि उत्प्लावन बल वस्तु के भार से अधिक होता, तो वस्तु ऊपर की ओर उठती। यदि यह कम होता, तो वस्तु डूब जाती। केवल जब दोनों बल बराबर होते हैं, तो वस्तु तैरती है (स्थिर रहती है)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक अधातु (Non-metal) है जो सामान्य तापमान पर द्रव अवस्था में पाया जाता है?
- (a) सोना (Gold)
- (b) ब्रोमीन (Bromine)
- (c) पारा (Mercury)
- (d) ऑक्सीजन (Oxygen)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सामान्य तापमान (लगभग 25°C) पर, ब्रोमीन एकमात्र अधातु है जो द्रव अवस्था में पाया जाता है। पारा (Mercury) एक धातु है जो सामान्य तापमान पर द्रव अवस्था में पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): सोना (Au) और ऑक्सीजन (O2) सामान्य तापमान पर क्रमशः ठोस और गैसीय अवस्था में पाए जाते हैं। पारा (Hg) एक धातु है, न कि अधातु, जो सामान्य तापमान पर द्रव होती है। इसलिए, प्रश्न के अनुसार, ब्रोमीन सही उत्तर है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर के संतुलन (balance) और मुद्रा (posture) को नियंत्रित करता है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मेडुला ऑबोंगटा (Medulla Oblongata)
- (d) थैलेमस (Thalamus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अनुमस्तिष्क (Cerebellum) मानव मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो मुख्य रूप से स्वैच्छिक गतिविधियों के समन्वय, संतुलन और मुद्रा को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): प्रमस्तिष्क (Cerebrum) विचार, स्मृति, सीखने और स्वैच्छिक आंदोलनों के लिए जिम्मेदार है। मेडुला ऑबोंगटा (Medulla Oblongata) अनैच्छिक कार्यों जैसे हृदय गति, श्वास और रक्तचाप को नियंत्रित करता है। थैलेमस (Thalamus) संवेदी जानकारी के लिए रिले स्टेशन के रूप में कार्य करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश का वह गुण जिसके कारण वह प्रकाश स्रोत से फैलकर अंधेरे भागों में पहुँच जाता है, क्या कहलाता है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) विवर्तन (Diffraction)
- (d) व्यतिकरण (Interference)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विवर्तन (Diffraction) तरंगों का वह गुण है जिसके कारण वे किसी बाधा के किनारों से या किसी संकीर्ण छिद्र से गुजरते समय मुड़ जाती हैं और फैल जाती हैं। यह प्रकाश के फैलाव का कारण बनता है, जिससे वह उन क्षेत्रों तक पहुँच पाता है जहाँ सीधी रेखा में जाने पर नहीं पहुँच पाता।
व्याख्या (Explanation): परावर्तन तब होता है जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस लौट जाता है। अपवर्तन तब होता है जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाते समय अपनी दिशा बदलता है। व्यतिकरण तब होता है जब दो या दो से अधिक तरंगें मिलती हैं और सुपरपोज़ हो जाती हैं, जिससे आयाम में परिवर्तन होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जल का कथनांक (Boiling Point) क्या है?
- (a) 0°C
- (b) 100°C
- (c) -100°C
- (d) 273 K
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानक वायुमंडलीय दबाव (standard atmospheric pressure) पर, शुद्ध जल 100 डिग्री सेल्सियस (100°C) पर उबलता है। सेल्सियस पैमाने पर, 0°C हिमांक (freezing point) है। 273 K (केल्विन) 0°C के बराबर है।
व्याख्या (Explanation): कथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब (vapor pressure) उस पर लगने वाले परिवेशी दबाव (ambient pressure) के बराबर हो जाता है, जिससे वह उबलने लगता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?
- (a) थायराइड ग्रंथि
- (b) अग्न्याशय (Pancreas)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) पिट्यूटरी ग्रंथि
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है और शरीर का सबसे बड़ा ठोस अंग भी है। यह चयापचय (metabolism), विषहरण (detoxification), प्रोटीन संश्लेषण और पित्त उत्पादन जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य करता है।
व्याख्या (Explanation): थायराइड ग्रंथि गर्दन में स्थित होती है और हार्मोन का उत्पादन करती है। अग्न्याशय पाचक एंजाइम और हार्मोन (जैसे इंसुलिन) का उत्पादन करता है। पिट्यूटरी ग्रंथि मस्तिष्क के आधार पर स्थित एक छोटी अंतःस्रावी ग्रंथि है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“रेडियम” (Radium) की खोज किसने की थी?
- (a) मैरी क्यूरी
- (b) अल्बर्ट आइंस्टीन
- (c) आइजैक न्यूटन
- (d) गैलीलियो गैलीली
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मैरी क्यूरी, अपने पति पियरे क्यूरी के साथ, रेडियम और पोलोनियम की खोज के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने रेडियोधर्मिता (radioactivity) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
व्याख्या (Explanation): अल्बर्ट आइंस्टीन ने सापेक्षता के सिद्धांत (theory of relativity) को विकसित किया। आइजैक न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के नियम दिए। गैलीलियो गैलीली ने खगोल विज्ञान और भौतिकी में योगदान दिया।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को पहुँचने में औसतन कितना समय लगता है?
- (a) 8 मिनट
- (b) 8 सेकंड
- (c) 8 घंटे
- (d) 8 दिन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सूर्य से पृथ्वी की दूरी लगभग 150 मिलियन किलोमीटर है। प्रकाश लगभग 300,000 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से यात्रा करता है। इस दूरी को तय करने में प्रकाश को लगभग 8 मिनट और 20 सेकंड का समय लगता है।
व्याख्या (Explanation): 150,000,000 किमी / 300,000 किमी/सेकंड ≈ 500 सेकंड। 500 सेकंड 8 मिनट और 20 सेकंड के बराबर है। इस प्रकार, 8 मिनट एक अच्छा अनुमान है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक तत्व (element) नहीं है?
- (a) हाइड्रोजन (Hydrogen)
- (b) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (c) पानी (Water)
- (d) सोना (Gold)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक तत्व एक शुद्ध पदार्थ है जो केवल एक प्रकार के परमाणु से बना होता है और इसे रासायनिक तरीकों से सरल पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता है। हाइड्रोजन (H), ऑक्सीजन (O), और सोना (Au) सभी तत्व हैं। पानी (H2O) हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का एक यौगिक (compound) है।
व्याख्या (Explanation): एक यौगिक दो या दो से अधिक तत्वों का रासायनिक संयोजन होता है। पानी दो तत्वों – हाइड्रोजन और ऑक्सीजन – से मिलकर बनता है, इसलिए यह एक तत्व नहीं है, बल्कि एक यौगिक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब एक अवतल दर्पण (Concave mirror) के सामने एक वस्तु अनंत पर रखी जाती है, तो उसका प्रतिबिंब कहाँ बनता है?
- (a) दर्पण के पीछे
- (b) ध्रुव (Pole) पर
- (c) फोकस (Focus) पर
- (d) वक्रता केंद्र (Center of Curvature) पर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अवतल दर्पण के लिए, जब वस्तु अनंत पर रखी जाती है, तो समानांतर किरणें मुख्य अक्ष के समानांतर आपतित होती हैं और दर्पण से परावर्तन के बाद फोकस (F) पर अभिसरित (converge) होती हैं। इसलिए, प्रतिबिंब फोकस पर बनता है।
व्याख्या (Explanation): अनंत पर रखी वस्तु का प्रतिबिंब फोकस पर, अत्यंत छोटा, वास्तविक और उल्टा बनता है। यदि वस्तु वक्रता केंद्र पर होती, तो प्रतिबिंब भी वक्रता केंद्र पर ही बनता। ध्रुव पर प्रतिबिंब तभी बनता है जब वस्तु स्वयं ध्रुव पर हो। दर्पण के पीछे प्रतिबिंब तब बनता है जब दर्पण उत्तल (convex) हो या अवतल दर्पण के मामले में वस्तु फोकस और ध्रुव के बीच हो।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है?
- (a) श्वेत रक्त कोशिकाएं
- (b) प्लाज्मा
- (c) लाल रक्त कोशिकाएं (हीमोग्लोबिन)
- (d) प्लेटलेट्स
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells – RBCs) में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को बांधता है और इसे शरीर के विभिन्न ऊतकों तक पहुंचाता है।
व्याख्या (Explanation): श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है जिसमें पोषक तत्व, हार्मोन, अपशिष्ट उत्पाद आदि घुलते हैं, लेकिन ऑक्सीजन का प्रमुख परिवहन हीमोग्लोबिन द्वारा होता है। प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमने में मदद करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (Strength of magnetic field) को मापने की SI इकाई क्या है?
- (a) वेबर (Weber)
- (b) टेस्ला (Tesla)
- (c) हेनरी (Henry)
- (d) फैराड (Farad)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (magnetic flux density) को मापने की SI इकाई टेस्ला (T) है। एक टेस्ला एक वर्ग मीटर के क्षेत्र में एक वेबर के चुंबकीय प्रवाह घनत्व के बराबर है।
व्याख्या (Explanation): वेबर (Wb) चुंबकीय प्रवाह (magnetic flux) की SI इकाई है। हेनरी (H) अधिष्ठापन (inductance) की SI इकाई है। फैराड (F) धारिता (capacitance) की SI इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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