सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: विकास, रसायन विज्ञान और भौतिकी को समझें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है। यह न केवल आपके विश्लेषणात्मक कौशल को बढ़ाता है, बल्कि दैनिक जीवन की घटनाओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने में भी मदद करता है। यहाँ हम जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिकी के विभिन्न पहलुओं से संबंधित महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी तैयारी को मजबूत करने में सहायक होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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विभिन्न प्रजातियों के बीच विकासवादी संबंध का अध्ययन करने के लिए किस वैज्ञानिक शाखा का उपयोग किया जाता है?
- (a) जीवाश्म विज्ञान (Paleontology)
- (b) तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान (Comparative Anatomy)
- (c) फाइलोजेनेटिक्स (Phylogenetics)
- (d) भ्रूणविज्ञान (Embryology)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फाइलोजेनेटिक्स वह वैज्ञानिक शाखा है जो विभिन्न प्रजातियों के बीच विकासवादी इतिहास और संबंधों का अध्ययन करती है। यह आनुवंशिक डेटा, रूपात्मक (morphological) विशेषताओं और जीवाश्म रिकॉर्ड का विश्लेषण करके प्रजातियों के वृक्ष (tree of life) का निर्माण करती है।
व्याख्या (Explanation): जीवाश्म विज्ञान जीवाश्मों का अध्ययन करता है, तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान विभिन्न प्रजातियों की शारीरिक संरचनाओं की तुलना करता है, और भ्रूणविज्ञान प्रारंभिक विकासात्मक चरणों का अध्ययन करता है। जबकि ये सभी विकास को समझने में योगदान करते हैं, फाइलोजेनेटिक्स विशेष रूप से प्रजातियों के बीच विकासवादी संबंधों को स्थापित करने पर केंद्रित है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कीड़ों द्वारा सड़े हुए मांस को खाने के लिए विकसित हुई क्षमता, विशेष रूप से मृत्यु के बाद होने वाली रासायनिक प्रक्रियाओं से जुड़ी है। इनमें से कौन सी प्रक्रिया मृत्यु के तुरंत बाद शुरू होती है और ऊतकों के क्षय का कारण बनती है?
- (a) ग्लाइकोलिसिस (Glycolysis)
- (b) किण्वन (Fermentation)
- (c) ऑटोलाइसिस (Autolysis)
- (d) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑटोलाइसिस एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें किसी जीव के अपने एंजाइमों द्वारा उसके अपने ऊतकों का क्षय होता है। मृत्यु के बाद, कोशिकाओं में मौजूद लाइसोसोमल एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं और कोशिका झिल्ली को तोड़ देते हैं, जिससे कोशिका के घटक बाहर निकल जाते हैं और ऊतकों का विघटन शुरू हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): ग्लाइकोलिसिस और किण्वन ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रियाएं हैं जो जीवित कोशिकाओं में होती हैं। प्रकाश संश्लेषण पौधों द्वारा किया जाता है। ऑटोलाइसिस वह प्रक्रिया है जो मृत्यु के बाद ऊतकों के प्रारंभिक क्षय के लिए जिम्मेदार है, जो कीटों के लिए खाद्य स्रोत प्रदान करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कीड़ों की आंतों में पाए जाने वाले एंजाइम जो जटिल कार्बनिक पदार्थों को सरल रूपों में तोड़ते हैं, उन्हें क्या कहते हैं?
- (a) हार्मोन (Hormones)
- (b) न्यूक्लियोटाइड (Nucleotides)
- (c) एंजाइम (Enzymes)
- (d) एंटीबॉडी (Antibodies)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं जो रासायनिक प्रतिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं। पाचन में, एंजाइम जटिल खाद्य अणुओं (जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा) को छोटे, अवशोषित किए जा सकने वाले अणुओं (जैसे अमीनो एसिड, शर्करा, फैटी एसिड) में तोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): हार्मोन रासायनिक संदेशवाहक होते हैं, न्यूक्लियोटाइड डीएनए और आरएनए के निर्माण खंड हैं, और एंटीबॉडी प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। कीड़ों की आंतों में पाए जाने वाले विशिष्ट एंजाइम (जैसे प्रोटीज, एमाइलेज, लाइपेज) खाद्य पदार्थों को पचाने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सड़े हुए मांस में पाए जाने वाले अमोनिया (NH₃) जैसे यौगिक किस जैविक प्रक्रिया का परिणाम होते हैं?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (c) अमोनियानीकरण (Ammonification)
- (d) ओजोन परत का क्षरण (Ozone Layer Depletion)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अमोनियानीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा सूक्ष्मजीव (जैसे बैक्टीरिया और कवक) कार्बनिक पदार्थों में मौजूद नाइट्रोजन यौगिकों, विशेष रूप से अमीनो एसिड को अमोनिया में परिवर्तित करते हैं। यह अपघटन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
व्याख्या (Explanation): वाष्पीकरण पानी का गैस में बदलना है। प्रकाश संश्लेषण पौधों द्वारा भोजन बनाने की प्रक्रिया है। ओजोन परत का क्षरण वायुमंडलीय ओजोन का कम होना है। अमोनियानीकरण जैविक पदार्थों के क्षय के दौरान अमोनिया के उत्पादन से सीधे संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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किसी जीव के वातावरण में जीवित रहने और प्रजनन करने की क्षमता को क्या कहा जाता है?
- (a) अनुकूलन (Adaptation)
- (b) विचरण (Variation)
- (c) उत्परिवर्तन (Mutation)
- (d) प्राकृतिक चयन (Natural Selection)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अनुकूलन किसी जीव की वह विशेषता है जो उसे अपने वातावरण में बेहतर ढंग से जीवित रहने और प्रजनन करने में मदद करती है। ये संरचनात्मक, कार्यात्मक या व्यवहारिक विशेषताएं हो सकती हैं।
व्याख्या (Explanation): विचरण प्रजातियों के सदस्यों के बीच अंतर को संदर्भित करता है। उत्परिवर्तन डीएनए अनुक्रम में परिवर्तन है। प्राकृतिक चयन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा अनुकूलित जीव अधिक संख्या में जीवित रहते हैं और प्रजनन करते हैं, जिससे अनुकूलन आबादी में अधिक सामान्य हो जाते हैं। अनुकूलन स्वयं वह विशेषता है जो इन प्रक्रियाओं को सक्षम बनाती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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कीटों के कंकाल (exoskeleton) मुख्य रूप से किस यौगिक से बने होते हैं?
- (a) सेलूलोज़ (Cellulose)
- (b) काइटिन (Chitin)
- (c) कोलेजन (Collagen)
- (d) स्टार्च (Starch)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): काइटिन एक मजबूत, लचीला पॉलीसेकेराइड है जो कीड़ों, मकड़ियों और क्रस्टेशियंस जैसे आर्थ्रोपोड्स के बाहरी कंकाल (exoskeleton) का मुख्य संरचनात्मक घटक है। यह कवक की कोशिका भित्ति में भी पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): सेलूलोज़ पौधों की कोशिका भित्ति का मुख्य घटक है। कोलेजन स्तनधारियों में एक प्रमुख संरचनात्मक प्रोटीन है। स्टार्च पौधों में एक ऊर्जा भंडारण कार्बोहाइड्रेट है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बनिक पदार्थों के अपघटन में जीवाणु और कवक की भूमिका को क्या कहा जाता है?
- (a) निर्माता (Producers)
- (b) उपभोक्ता (Consumers)
- (c) अपघटक (Decomposers)
- (d) प्राथमिक उपभोक्ता (Primary Consumers)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपघटक वे जीव होते हैं, मुख्य रूप से जीवाणु और कवक, जो मृत कार्बनिक पदार्थों (जैसे मृत पौधे और जानवर) को सरल अकार्बनिक पदार्थों में तोड़ते हैं। यह पोषक तत्वों के चक्रण के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): निर्माता (जैसे पौधे) अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। उपभोक्ता वे जीव होते हैं जो भोजन के लिए अन्य जीवों पर निर्भर करते हैं। प्राथमिक उपभोक्ता शाकाहारी होते हैं जो सीधे उत्पादकों को खाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वह प्रक्रिया जिसके द्वारा किसी जीवित जीव का विकास उसके पूर्वजों से भिन्न होता है, क्या कहलाती है?
- (a) विकास (Evolution)
- (b) प्रजनन (Reproduction)
- (c) उपापचय (Metabolism)
- (d) विकास (Development)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विकास (Evolution) समय के साथ आबादी में आनुवंशिक संरचना में परिवर्तन की प्रक्रिया है, जिसके परिणामस्वरूप नई प्रजातियों का उद्भव हो सकता है। यह धीरे-धीरे होने वाली प्रक्रिया है जो पीढ़ियों तक चलती है।
व्याख्या (Explanation): प्रजनन जीवित जीवों की नई संतान उत्पन्न करने की क्षमता है। उपापचय जीवित जीवों के भीतर होने वाली सभी रासायनिक प्रक्रियाओं का योग है। विकास (Development) एक जीव के जीवनकाल में होने वाले परिवर्तन हैं, जो गर्भाधान से लेकर वयस्कता तक होते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को सरल कार्बनिक यौगिकों में परिवर्तित करने की प्रक्रिया, जो प्रकाश या रासायनिक ऊर्जा द्वारा संचालित होती है, क्या कहलाती है?
- (a) श्वसन (Respiration)
- (b) किण्वन (Fermentation)
- (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (d) निष्कर्षण (Extraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग पौधे, शैवाल और कुछ जीवाणु सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से शर्करा (कार्बनिक यौगिक) बनाने के लिए करते हैं। यह प्रक्रिया पृथ्वी पर अधिकांश जीवन के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है।
व्याख्या (Explanation): श्वसन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीवित कोशिकाएं ऊर्जा जारी करती हैं। किण्वन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होने वाली एक उपापचय प्रक्रिया है। निष्कर्षण किसी पदार्थ से कुछ निकालने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सड़े हुए मांस में बदबू के लिए जिम्मेदार कुछ यौगिकों में सल्फर होता है। ये गंध मुख्य रूप से किस प्रकार के जैविक यौगिकों के क्षय से उत्पन्न होती है?
- (a) कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates)
- (b) लिपिड (Lipids)
- (c) न्यूक्लिक एसिड (Nucleic Acids)
- (d) प्रोटीन (Proteins)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रोटीन अमीनो एसिड से बने होते हैं। कुछ अमीनो एसिड, जैसे मेथियोनीन और सिस्टीन, में सल्फर परमाणु होते हैं। जब प्रोटीन सड़ते हैं, तो ये अमीनो एसिड टूट जाते हैं, जिससे सड़े हुए मांस की विशिष्ट दुर्गंध के लिए जिम्मेदार सल्फर युक्त यौगिक (जैसे हाइड्रोजन सल्फाइड, मर्कैप्टन) उत्पन्न होते हैं।
व्याख्या (Explanation): कार्बोहाइड्रेट मुख्य रूप से कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बने होते हैं। लिपिड (वसा) में आमतौर पर सल्फर नहीं होता है। न्यूक्लिक एसिड (डीएनए, आरएनए) में नाइट्रोजन और फास्फोरस होते हैं, लेकिन सल्फर नहीं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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कीटों की आहार नाल में पाए जाने वाले पाचक एंजाइमों की गतिविधि के लिए इष्टतम तापमान क्या होता है?
- (a) बहुत कम तापमान (जैसे 0-5°C)
- (b) मध्यम तापमान (जैसे 20-30°C)
- (c) उच्च तापमान (जैसे 50-60°C)
- (d) शरीर का तापमान (जैसे 37°C)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अधिकांश कीड़ों के पाचक एंजाइम मध्यम तापमान पर सबसे अच्छा काम करते हैं, जो उनके सामान्य आवास तापमान के अनुरूप होता है। अत्यधिक कम तापमान एंजाइम गतिविधि को धीमा कर देता है, जबकि अत्यधिक उच्च तापमान एंजाइमों को विकृत (denature) कर सकता है और उनकी गतिविधि को स्थायी रूप से समाप्त कर सकता है।
व्याख्या (Explanation): जबकि कुछ एंजाइम चरम तापमान पर काम करते हैं, अधिकांश कीट अपने प्राकृतिक वातावरण के तापमान के साथ सबसे अच्छी तरह से अनुकूलित होते हैं, जो आमतौर पर ठंडे से लेकर गर्म मौसम तक हो सकता है, लेकिन अति-उच्च या निम्न नहीं। 20-30°C की सीमा कई कीटों के लिए एक सामान्य इष्टतम सीमा का प्रतिनिधित्व करती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विकासवादी अनुकूलन के संदर्भ में, “फिटनेस” (fitness) शब्द का क्या अर्थ है?
- (a) एक जीव का आकार या शक्ति
- (b) एक जीव की आनुवंशिक संतानों की संख्या
- (c) एक जीव का भोजन प्राप्त करने की क्षमता
- (d) एक जीव का पर्यावरण के प्रति प्रतिरोध
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विकासवादी जीव विज्ञान में, “फिटनेस” का अर्थ है एक जीव की प्रजनन सफलता। यह विशेष रूप से उसके जीन को अगली पीढ़ी में कितनी प्रभावी ढंग से पारित करने की क्षमता है। उच्च फिटनेस वाले जीव अपनी संतानों को पर्यावरण में अधिक सफल बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): जबकि आकार, शक्ति, भोजन प्राप्त करने की क्षमता और प्रतिरोध अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं, वे सीधे तौर पर विकासवादी फिटनेस को परिभाषित नहीं करते हैं। फिटनेस विशुद्ध रूप से प्रजनन की सफलता से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सड़े हुए मांस में पाए जाने वाले पानी के वाष्पीकरण के कारण होने वाली द्रव्यमान में कमी को किस भौतिक प्रक्रिया से समझा जा सकता है?
- (a) संघनन (Condensation)
- (b) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (c) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (d) संक्षेपण (Precipitation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वाष्पीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक तरल (इस मामले में, मांस से पानी) गैस (जल वाष्प) में बदल जाता है और वातावरण में चला जाता है। यह प्रक्रिया द्रव्यमान में कमी का कारण बनती है।
व्याख्या (Explanation): संघनन गैस से तरल बनने की प्रक्रिया है। ऊर्ध्वपातन ठोस से सीधे गैस बनने की प्रक्रिया है। संक्षेपण (precipitation) वायुमंडल से पानी का जमीन पर गिरना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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cadáver (cadaver) के विघटन में कार्बनिक यौगिकों को सरल अकार्बनिक अणुओं में तोड़ा जाता है। इस प्रक्रिया में ऊर्जा का क्या होता है?
- (a) ऊर्जा नष्ट हो जाती है।
- (b) ऊर्जा रासायनिक बंधों में संग्रहीत हो जाती है।
- (c) ऊर्जा ऊष्मा के रूप में मुक्त होती है।
- (d) ऊर्जा रूपांतरित नहीं होती है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपघटन की प्रक्रिया, जिसमें जटिल कार्बनिक अणु सरल अकार्बनिक अणुओं में टूटते हैं, आमतौर पर ऊष्माक्षेपी (exothermic) होती है। इसका मतलब है कि यह प्रक्रिया ऊर्जा को ऊष्मा के रूप में मुक्त करती है। यही कारण है कि सड़ने वाले पदार्थ कभी-कभी थोड़े गर्म हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): ऊर्जा का संरक्षण का नियम बताता है कि ऊर्जा नष्ट नहीं होती है, केवल रूप बदलती है। विघटन में, संग्रहीत रासायनिक ऊर्जा को ऊष्मा और कभी-कभी प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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विकासवादी के दृष्टिकोण से, उन कीड़ों का विकसित होना जो सड़े हुए मांस को खाते हैं, प्रकृति में किस प्रमुख सिद्धांत से संबंधित है?
- (a) कृत्रिम चयन (Artificial Selection)
- (b) जीन प्रवाह (Gene Flow)
- (c) प्राकृतिक चयन (Natural Selection)
- (d) जेनेटिक ड्रिफ्ट (Genetic Drift)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्राकृतिक चयन वह प्रक्रिया है जिसमें वे जीव जिनके पास अपने वातावरण के लिए अधिक अनुकूल लक्षण होते हैं, वे जीवित रहने और प्रजनन करने की अधिक संभावना रखते हैं, जिससे उन अनुकूल लक्षणों को अगली पीढ़ी में पारित किया जाता है। सड़े हुए मांस को खाने की क्षमता एक अनुकूलन है जो इन कीड़ों को भोजन का एक प्रचुर स्रोत प्रदान करती है।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम चयन मनुष्यों द्वारा किया जाता है। जीन प्रवाह आबादी के बीच जीनों का स्थानांतरण है। जेनेटिक ड्रिफ्ट आबादी में यादृच्छिक आनुवंशिक परिवर्तन है। प्राकृतिक चयन वह तंत्र है जो इन कीड़ों को सड़े हुए मांस को खाने की उनकी क्षमता के आधार पर लाभ प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रासायनिक अभिक्रियाओं में, एक एंजाइम क्या करता है?
- (a) यह अभिक्रिया को धीमा कर देता है।
- (b) यह अभिक्रिया को तेज करता है।
- (c) यह अभिक्रिया में स्वयं उपभुक्त हो जाता है।
- (d) यह अभिक्रिया की दिशा को बदल देता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक होते हैं। उत्प्रेरक वे पदार्थ होते हैं जो रासायनिक अभिक्रिया की दर को बढ़ाते हैं बिना स्वयं अभिक्रिया में उपभुक्त हुए।
व्याख्या (Explanation): एंजाइम सक्रियण ऊर्जा (activation energy) को कम करके अभिक्रियाओं को तेज करते हैं, जो किसी अभिक्रिया को शुरू करने के लिए आवश्यक न्यूनतम ऊर्जा है। वे अभिक्रिया की दिशा को नहीं बदलते हैं और अभिक्रिया के अंत में अपरिवर्तित रहते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जीव विज्ञान में, “सबयूनिट” (subunit) शब्द का क्या अर्थ है, जैसा कि प्रोटीन या न्यूक्लिक एसिड के संदर्भ में उपयोग किया जाता है?
- (a) संपूर्ण अणु
- (b) अणु का एक घटक भाग
- (c) अणु का अवक्षेपण
- (d) अणु का क्षरण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक सबयूनिट एक बड़े अणु का एक व्यक्तिगत घटक है। उदाहरण के लिए, हीमोग्लोबिन चार प्रोटीन सबयूनिट्स से बना होता है, और डीएनए दो पॉली न्यूक्लियोटाइड सबयूनिट्स से बना होता है।
व्याख्या (Explanation): संपूर्ण अणु सबयूनिट्स से मिलकर बनता है, लेकिन यह सबयूनिट नहीं है। अवक्षेपण और क्षरण अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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यदि कोई कीट मृत जानवरों को खाता है, तो वह पारिस्थितिकी तंत्र में किस भूमिका को पूरा करता है?
- (a) निर्माता (Producer)
- (b) प्राथमिक उपभोक्ता (Primary Consumer)
- (c) द्वितीयक उपभोक्ता (Secondary Consumer)
- (d) अपघटक (Decomposer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मृत जानवरों को खाने वाले जीवों को ‘स्कैवेंजर्स’ (scavengers) कहा जाता है, जो खाद्य श्रृंखला में द्वितीयक उपभोक्ताओं के रूप में कार्य करते हैं। वे मृत जीवों का सेवन करते हैं, जो मृत पौधों और जानवरों को खाने वाले प्राथमिक उपभोक्ताओं (शाकाहारी) द्वारा नहीं खाए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): निर्माता (पौधे) स्वयं भोजन बनाते हैं। प्राथमिक उपभोक्ता (शाकाहारी) उत्पादकों को खाते हैं। अपघटक (जीवाणु, कवक) मृत कार्बनिक पदार्थों को तोड़ते हैं, जबकि स्कैवेंजर्स (जैसे गिद्ध, लोमड़ी, कुछ कीड़े) मृत जानवरों को खाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सड़े हुए मांस में मौजूद अमीनो एसिड से निकलने वाली अमोनिया (NH₃) की उपस्थिति, किस प्रकार के रासायनिक यौगिकों की उपस्थिति का संकेत देती है?
- (a) ईथर (Ethers)
- (b) एल्डीहाइड (Aldehydes)
- (c) अमीन (Amines)
- (d) एस्टर (Esters)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अमोनिया (NH₃) और इसके व्युत्पन्न, जिनमें नाइट्रोजन और हाइड्रोजन होते हैं, अमीन नामक यौगिकों के वर्ग से संबंधित हैं। अमीनो एसिड के विघटन से अमोनिया या अन्य अमीन प्राप्त होते हैं, जो सड़े हुए मांस की दुर्गंध में योगदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ईथर, एल्डीहाइड और एस्टर अन्य कार्यात्मक समूह वाले कार्बनिक यौगिक हैं, जिनमें नाइट्रोजन नहीं होता है और जो सीधे अमोनिया उत्पादन से संबंधित नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा कारक विकासवादी परिवर्तनों को चलाने में सबसे महत्वपूर्ण है?
- (a) पर्यावरण में स्थिरता
- (b) संसाधनों की बहुतायत
- (c) प्रतिस्पर्धा और प्राकृतिक चयन
- (d) आबादी का स्थिरीकरण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विकासवादी परिवर्तनों को चलाने में प्राकृतिक चयन एक प्रमुख शक्ति है। जब किसी पर्यावरण में संसाधन सीमित होते हैं या खतरे होते हैं, तो जीवों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। वे जीव जो अपने वातावरण के लिए सबसे अच्छी तरह से अनुकूलित होते हैं, वे जीवित रहते हैं और प्रजनन करते हैं, जिससे आबादी में उन अनुकूल लक्षणों का प्रसार होता है।
व्याख्या (Explanation): पर्यावरण में स्थिरता या संसाधनों की बहुतायत विकास को धीमा कर सकती है। आबादी का स्थिरीकरण विकास की अनुपस्थिति का संकेत देता है। प्रतिस्पर्धा और प्राकृतिक चयन विकास के लिए आवश्यक ड्राइविंग बल हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब एक कीड़े का पाचन तंत्र भोजन को तोड़ता है, तो यह ऊर्जा को किस रूप में प्राप्त करता है?
- (a) रासायनिक ऊर्जा (Chemical Energy)
- (b) गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy)
- (c) विद्युत ऊर्जा (Electrical Energy)
- (d) नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भोजन में संग्रहीत ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा के रूप में होती है, जो कार्बनिक अणुओं के बंधों में निहित होती है। पाचन प्रक्रिया इन बंधों को तोड़ती है, जिससे ऊर्जा निकलती है जिसका उपयोग जीव उपापचय (metabolism) के लिए कर सकता है।
व्याख्या (Explanation): गतिज ऊर्जा गति से संबंधित है। विद्युत ऊर्जा विद्युत आवेशों के प्रवाह से संबंधित है। नाभिकीय ऊर्जा परमाणु के नाभिक से संबंधित है। भोजन से प्राप्त होने वाली ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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उत्कृष्ट जीवाश्म रिकॉर्ड (fossil record) के अभाव में, वैज्ञानिकों द्वारा कीड़ों जैसे अतीत के जीवों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किस विधि का उपयोग किया जाता है?
- (a) अनुवांशिक विश्लेषण (Genetic Analysis)
- (b) तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान (Comparative Anatomy)
- (c) भौगोलिक मैपिंग (Geographical Mapping)
- (d) उपरोक्त सभी (All of the above)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न वैज्ञानिक शाखाएं अतीत के जीवों को समझने में मदद करती हैं। अनुवांशिक विश्लेषण जीवित प्रजातियों के डीएनए का अध्ययन करके उनके विकासवादी इतिहास का पता लगा सकता है। तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान विभिन्न प्रजातियों की शारीरिक संरचनाओं की तुलना करके समानताओं और अंतरों को उजागर करता है, जो विकासवादी संबंधों का संकेत दे सकते हैं। भौगोलिक मैपिंग विलुप्त प्रजातियों के वितरण और आवासों को समझने में मदद कर सकती है।
व्याख्या (Explanation): इन तीनों विधियों का संयोजन अतीत के जीवों के बारे में एक व्यापक समझ प्रदान कर सकता है, खासकर जब जीवाश्म रिकॉर्ड सीमित हो।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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कार्बनिक पदार्थों के अपघटन के दौरान, कुछ पोषक तत्व मिट्टी में वापस आ जाते हैं। इस प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
- (a) नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Nitrogen Fixation)
- (b) फास्फोरिलीकरण (Phosphorylation)
- (c) पोषक तत्व पुनर्चक्रण (Nutrient Cycling)
- (d) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पोषक तत्व पुनर्चक्रण (Nutrient Cycling) एक पारिस्थितिकी तंत्र में पोषक तत्वों के प्रवाह की प्रक्रिया है, जिसमें मृत कार्बनिक पदार्थों का अपघटन और खनिजों का मिट्टी या वातावरण में वापस रिलीज होना शामिल है। यह पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य और उत्पादकता के लिए महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): नाइट्रोजन स्थिरीकरण वायुमंडलीय नाइट्रोजन को अमोनिया में परिवर्तित करने की प्रक्रिया है। फास्फोरिलीकरण एक अणु में फॉस्फेट समूह जोड़ने की प्रक्रिया है। प्रकाश संश्लेषण कार्बन डाइऑक्साइड को शर्करा में बदलने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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