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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों की गहरी समझ आपको न केवल परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करती है, बल्कि दैनिक जीवन की घटनाओं को समझने में भी सहायक होती है। यहाँ प्रस्तुत बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) आपकी तैयारी को धार देने और महत्वपूर्ण अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इन प्रश्नों का अभ्यास करके आप अपने ज्ञान का मूल्यांकन कर सकते हैं और परीक्षा के लिए अपनी दक्षता बढ़ा सकते हैं।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. मानव शरीर में ‘क्रोनिक फटीग सिंड्रोम’ (Chronic Fatigue Syndrome) जैसी स्थितियों में, कौन सा प्रणालीगत तंत्र (systemic system) अक्सर प्रभावित होता है?

    • (a) पाचन तंत्र
    • (b) श्वसन तंत्र
    • (c) तंत्रिका तंत्र
    • (d) कंकाल तंत्र

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (CFS) या मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस (ME) एक जटिल, दीर्घकालिक विकार है जो शरीर के कई प्रणालियों को प्रभावित करता है, जिसमें तंत्रिका तंत्र, प्रतिरक्षा प्रणाली और ऊर्जा उत्पादन शामिल हैं। CFS के लक्षणों में गंभीर थकान, संज्ञानात्मक समस्याएं (जैसे ‘ब्रेन फॉग’), मांसपेशियों में दर्द और नींद की समस्याएँ शामिल हैं, जो सीधे तौर पर तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली से संबंधित हैं।

    व्याख्या (Explanation): CFS/ME में तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी एक प्रमुख विशेषता है। इसमें केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी) और परिधीय तंत्रिका तंत्र (शरीर के बाकी हिस्सों को जोड़ने वाली नसें) दोनों शामिल हो सकते हैं। यह तंत्रिका तंत्र की शिथिलता ही उन लक्षणों के लिए जिम्मेदार होती है जो थकान, संज्ञानात्मक हानि और दर्द का कारण बनते हैं। पाचन, श्वसन और कंकाल तंत्र भी अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन प्राथमिक प्रभाव तंत्रिका तंत्र पर देखा जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  2. ऊतकों (tissues) की मरम्मत और वृद्धि के लिए जीन (genes) कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं?

    • (a) वे केवल ऊर्जा उत्पादन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
    • (b) वे प्रोटीन संश्लेषण के लिए ब्लूप्रिंट प्रदान करते हैं, जो मरम्मत के लिए आवश्यक हैं।
    • (c) वे रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं।
    • (d) वे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जीन डीएनए (DNA) के खंड होते हैं जिनमें आनुवंशिक जानकारी होती है। यह जानकारी प्रोटीन बनाने के लिए कोड प्रदान करती है। ऊतकों की मरम्मत और वृद्धि के लिए आवश्यक एंजाइम, संरचनात्मक घटक और अन्य प्रोटीन जीन द्वारा ही संश्लेषित होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जीन प्रोटीन संश्लेषण के लिए ब्लूप्रिंट के रूप में कार्य करते हैं। जब ऊतकों को क्षति पहुँचती है या उनकी वृद्धि की आवश्यकता होती है, तो कोशिकाएं विशिष्ट प्रोटीनों का उत्पादन करने के लिए जीन को सक्रिय करती हैं। ये प्रोटीन क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत, नए कोशिकाओं के निर्माण और ऊतक की संरचना को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विकल्प (a) ऊर्जा उत्पादन के लिए मुख्य रूप से माइटोकॉन्ड्रिया और उपापचय (metabolism) जिम्मेदार हैं। विकल्प (c) रक्तचाप मुख्य रूप से हार्मोनल और तंत्रिका तंत्र द्वारा नियंत्रित होता है। विकल्प (d) प्रकाश संश्लेषण पौधों में होता है, न कि मानव ऊतकों की मरम्मत में।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. निम्नलिखित में से कौन सा एक रोगज़नक़ (pathogen) है जो मनुष्यों में संक्रमण फैला सकता है?

    • (a) मिट्टी
    • (b) पानी
    • (c) बैक्टीरिया
    • (d) हवा

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रोगज़नक़ सूक्ष्मजीव या अन्य एजेंट होते हैं जो बीमारी का कारण बन सकते हैं। इनमें बैक्टीरिया, वायरस, कवक और प्रोटोजोआ शामिल हैं।

    व्याख्या (Explanation): बैक्टीरिया सूक्ष्मजीव हैं जो कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं। मिट्टी, पानी और हवा स्वयं रोगज़नक़ नहीं हैं, बल्कि वे रोगज़नक़ों को ले जाने वाले माध्यम (carriers) हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि मिट्टी में रोगजनक बैक्टीरिया मौजूद हैं, तो मिट्टी संपर्क के माध्यम से संक्रमण फैला सकती है। इसी तरह, दूषित पानी या हवा में भी रोगज़नक़ हो सकते हैं। लेकिन प्रश्न में सीधे तौर पर रोगज़नक़ के बारे में पूछा गया है, जो कि बैक्टीरिया है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम (First Law of Thermodynamics) के अनुसार, ऊर्जा को किस रूप में परिवर्तित किया जा सकता है?

    • (a) केवल नष्ट किया जा सकता है
    • (b) केवल बनाया जा सकता है
    • (c) न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है
    • (d) केवल रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम, जिसे ऊर्जा संरक्षण का नियम भी कहा जाता है, बताता है कि ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है, केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): किसी भी बंद प्रणाली (closed system) में, ऊर्जा की कुल मात्रा स्थिर रहती है। यह यांत्रिक, तापीय, विद्युत, रासायनिक, या परमाणु ऊर्जा के रूप में मौजूद हो सकती है, लेकिन इसका कुल योग अपरिवर्तित रहता है। इसलिए, ऊर्जा संरक्षण का सिद्धांत किसी भी रूपांतरण प्रक्रिया में लागू होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. ऑक्सीकरण (Oxidation) वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें:

    • (a) एक परमाणु या अणु इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है।
    • (b) एक परमाणु या अणु इलेक्ट्रॉन खोता है।
    • (c) एक परमाणु या अणु प्रोटॉन प्राप्त करता है।
    • (d) एक परमाणु या अणु न्यूट्रॉन खोता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक अभिक्रियाओं में, ऑक्सीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ एक प्रजाति (atom, molecule, or ion) अपने ऑक्सीकरण अवस्था में वृद्धि का अनुभव करती है, जो आमतौर पर इलेक्ट्रॉनों के खोने से जुड़ी होती है। अपचयन (Reduction) इसके विपरीत है, जहाँ इलेक्ट्रॉनों को प्राप्त किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): जब कोई पदार्थ ऑक्सीकृत होता है, तो वह इलेक्ट्रॉन खो देता है, जिससे उसका ऑक्सीकरण अंक (oxidation number) बढ़ जाता है। उदाहरण के लिए, लोहे का जंग लगना एक ऑक्सीकरण प्रक्रिया है जहाँ लोहा (Fe) इलेक्ट्रॉन खोकर फेरिक आयन (Fe³⁺) बनाता है। इलेक्ट्रॉन प्राप्त करना अपचयन है। प्रोटॉन या न्यूट्रॉन का प्राप्त करना या खोना सीधे तौर पर ऑक्सीकरण की परिभाषा नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. कोशिका विभाजन (Cell Division) के दौरान, गुणसूत्र (chromosomes) प्रतिकृति (replicate) करते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए क्यों आवश्यक है कि प्रत्येक नई कोशिका को आनुवंशिक सामग्री का एक पूरा सेट मिले?

    • (a) ताकि कोशिका बड़ी हो सके।
    • (b) ताकि नई कोशिकाओं में डीएनए की एक प्रति हो।
    • (c) ताकि ऊर्जा का उत्पादन बढ़ सके।
    • (d) ताकि कोशिका दीवार का निर्माण हो सके।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिका विभाजन, जैसे माइटोसिस (mitosis), में गुणसूत्रों की प्रतिकृति (replication) यह सुनिश्चित करती है कि नई उत्पादित कोशिकाओं (daughter cells) को मूल कोशिका (parent cell) के समान आनुवंशिक सामग्री (DNA) प्राप्त हो।

    व्याख्या (Explanation): कोशिका विभाजन का मुख्य उद्देश्य नई कोशिकाओं का निर्माण करना है। प्रत्येक नई कोशिका को अपनी जैविक प्रक्रियाओं को चलाने के लिए आवश्यक आनुवंशिक निर्देशों (DNA) का एक पूरा सेट चाहिए। गुणसूत्रों की प्रतिकृति से डीएनए की दो समान प्रतियाँ बनती हैं, जो विभाजन के दौरान दो नई कोशिकाओं में समान रूप से वितरित हो जाती हैं। यह आनुवंशिक स्थिरता को बनाए रखता है। कोशिका बड़ी होना या ऊर्जा उत्पादन बढ़ना इसका प्रत्यक्ष परिणाम नहीं है, और कोशिका दीवार का निर्माण भी इससे संबंधित नहीं है (यह पौधों में होता है और विभाजन के बाद हो सकता है, लेकिन प्रतिकृति का उद्देश्य यह नहीं है)।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. शरीर में हार्मोन (hormones) की क्रिया का मुख्य तरीका क्या है?

    • (a) वे सीधे एंजाइम के रूप में कार्य करते हैं।
    • (b) वे तंत्रिका आवेगों को सीधे प्रसारित करते हैं।
    • (c) वे विशिष्ट रिसेप्टर्स (receptors) से बंधकर लक्ष्य कोशिकाओं (target cells) में संदेश पहुंचाते हैं।
    • (d) वे रक्त के pH को नियंत्रित करते हैं।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हार्मोन रासायनिक संदेशवाहक (chemical messengers) होते हैं जो अंतःस्रावी ग्रंथियों (endocrine glands) द्वारा स्रावित होते हैं और रक्तप्रवाह के माध्यम से पूरे शरीर में फैलते हैं। वे केवल विशिष्ट कोशिकाओं पर कार्य करते हैं जिनकी सतह पर उनके लिए विशेष रिसेप्टर्स होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हार्मोन शरीर में विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं को विनियमित करते हैं। जब एक हार्मोन अपने लक्ष्य कोशिका तक पहुंचता है, तो यह उस कोशिका की सतह पर मौजूद रिसेप्टर से जुड़ जाता है। यह बंधन एक संकेत (signal) शुरू करता है जो कोशिका के अंदर एक विशिष्ट प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है, जैसे कि किसी विशेष प्रोटीन का उत्पादन या किसी चयापचय मार्ग का सक्रियण। वे सीधे एंजाइम नहीं होते, तंत्रिका आवेगों को सीधे प्रसारित नहीं करते, और मुख्य रूप से pH नियंत्रण के लिए जिम्मेदार नहीं होते।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  8. गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम (Universal Law of Gravitation) किस पर निर्भर करता है?

    • (a) केवल वस्तुओं के द्रव्यमान पर
    • (b) केवल वस्तुओं के बीच की दूरी पर
    • (c) वस्तुओं के द्रव्यमान और उनके बीच की दूरी के वर्ग पर
    • (d) वस्तुओं की गति पर

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियम के अनुसार, दो वस्तुओं के बीच गुरुत्वाकर्षण बल उनके द्रव्यमानों के गुणनफल के समानुपाती (directly proportional) होता है और उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती (inversely proportional) होता है। गणितीय रूप से, F = G * (m1 * m2) / r², जहाँ G गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक है, m1 और m2 वस्तुएं हैं, और r उनके केंद्रों के बीच की दूरी है।

    व्याख्या (Explanation): यह नियम बताता है कि जितना अधिक द्रव्यमान वाली वस्तुएं होंगी, उतना ही अधिक गुरुत्वाकर्षण बल होगा। साथ ही, जैसे-जैसे वस्तुएं एक-दूसरे से दूर जाती हैं, गुरुत्वाकर्षण बल दूरी के वर्ग के अनुपात में तेजी से कम होता जाता है। गति का सीधा संबंध नियम की मूल गणितीय अभिव्यक्ति से नहीं है, हालांकि गतिमान वस्तुओं के व्यवहार को समझाने के लिए इसे लागू किया जा सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  9. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के लिए आवश्यक मुख्य घटक कौन से हैं?

    • (a) ऑक्सीजन, पानी और प्रकाश
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और सूर्य का प्रकाश
    • (c) नाइट्रोजन, पानी और ऊष्मा
    • (d) ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड और ऊष्मा

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए करते हैं, जो बाद में जीवों के उपापचय को बढ़ावा देने के लिए जारी की जाती है। इस प्रक्रिया के लिए कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), पानी (H₂O) और सूर्य के प्रकाश (प्रकाश ऊर्जा) की आवश्यकता होती है। क्लोरोफिल (chlorophyll) नामक वर्णक इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की सामान्य समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂। इस समीकरण से स्पष्ट है कि कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और सूर्य का प्रकाश इसके मुख्य अभिकारक (reactants) और ऊर्जा स्रोत हैं। ऑक्सीजन एक उत्पाद (product) है, और नाइट्रोजन या ऊष्मा सीधे तौर पर प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक प्राथमिक इनपुट नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है?

    • (a) प्लेटलेट्स
    • (b) श्वेत रक्त कोशिकाएं
    • (c) प्लाज्मा
    • (d) लाल रक्त कोशिकाएं (हीमोग्लोबिन)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों में ऑक्सीजन के साथ जुड़कर ऑक्सीहीमोग्लोबिन बनाता है। यह ऑक्सीहीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को ऊतकों तक पहुंचाता है।

    व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन की ऑक्सीजन के लिए उच्च आत्मीयता (affinity) होती है, जिससे यह कुशलतापूर्वक ऑक्सीजन को अवशोषित और वितरित कर पाता है। प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमने में मदद करते हैं, श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, और प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है जिसमें प्रोटीन, पोषक तत्व और अपशिष्ट उत्पाद घुले होते हैं। हालांकि थोड़ी मात्रा में ऑक्सीजन प्लाज्मा में घुल सकती है, अधिकांश का परिवहन लाल रक्त कोशिकाओं द्वारा ही होता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  11. सोडा-एसिड अग्निशामक (Soda-Acid Fire Extinguisher) में निम्नलिखित में से कौन सी रासायनिक अभिक्रिया होती है?

    • (a) HCl + NaOH → NaCl + H₂O
    • (b) NaHCO₃ + H₂SO₄ → Na₂SO₄ + H₂O + CO₂
    • (c) CaCO₃ + 2HCl → CaCl₂ + H₂O + CO₂
    • (d) H₂O₂ → H₂O + O₂

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सोडा-एसिड अग्निशामक सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO₃, बेकिंग सोडा) और सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄) का उपयोग करते हैं। जब अग्निशामक को सक्रिय किया जाता है, तो ये दोनों रसायन आपस में अभिक्रिया करते हैं, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस उत्पन्न होती है।

    व्याख्या (Explanation): सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO₃) एक क्षार है और सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄) एक अम्ल है। इनकी अभिक्रिया से सोडियम सल्फेट (Na₂SO₄), पानी (H₂O) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) बनती है। उत्पन्न CO₂ गैस आग पर एक आवरण बना लेती है, जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है और आग बुझ जाती है। विकल्प (a) एक उदासीनीकरण अभिक्रिया है। विकल्प (c) कैल्शियम कार्बोनेट और हाइड्रोक्लोरिक एसिड की अभिक्रिया है (यह भी CO₂ उत्पन्न करती है, लेकिन सोडा-एसिड अग्निशामक का विशिष्ट उदाहरण नहीं है)। विकल्प (d) हाइड्रोजन पेरोक्साइड का अपघटन है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. पादपों (plants) में जल का परिवहन (transport of water) मुख्य रूप से किस ऊतक (tissue) द्वारा होता है?

    • (a) जाइलम (Xylem)
    • (b) फ्लोएम (Phloem)
    • (c) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
    • (d) स्क्लेरेन्काइमा (Sclerenchyma)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पादपों में, जाइलम ऊतक जड़ों से अवशोषित जल और उसमें घुले खनिजों को तने और पत्तियों तक पहुँचाने के लिए जिम्मेदार होता है।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम विशेषीकृत ऊतक है जो जल संवहन (water conduction) और यांत्रिक सहायता प्रदान करता है। यह मुख्य रूप से मृत कोशिकाओं (जैसे वाहिकाएं और वाहिनिकाएं) से बना होता है। फ्लोएम प्रकाश संश्लेषण के उत्पाद (शर्करा) को पत्तियों से पौधे के अन्य भागों तक पहुँचाता है। पैरेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा अन्य प्रकार के पादप ऊतक हैं जिनके कार्य अलग-अलग होते हैं (जैसे भंडारण और यांत्रिक शक्ति)।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  13. प्रकाश की तरंग दैर्ध्य (wavelength of light) को मापने के लिए किस SI इकाई का प्रयोग किया जाता है?

    • (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
    • (b) जूल (Joule)
    • (c) मीटर (Meter)
    • (d) वाट (Watt)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तरंग दैर्ध्य (wavelength) किसी तरंग के दो लगातार शिखरों (crests) या गर्तों (troughs) के बीच की दूरी होती है। यह लंबाई की एक माप है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश एक विद्युत चुम्बकीय तरंग है। सभी प्रकार की लंबाई या दूरी को मापने के लिए SI इकाई मीटर (m) है। हर्ट्ज़ (Hz) आवृत्ति (frequency) की इकाई है। जूल (J) ऊर्जा की इकाई है, और वाट (W) शक्ति (power) की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  14. अम्ल (Acids) का pH मान आमतौर पर कितना होता है?

    • (a) 7 से अधिक
    • (b) 7 से कम
    • (c) ठीक 7
    • (d) 0

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। pH 7 उदासीन (neutral) माना जाता है। 7 से कम pH मान अम्लीय घोलों को दर्शाता है, और 7 से अधिक pH मान क्षारीय (basic) घोलों को दर्शाता है।

    व्याख्या (Explanation): अम्ल वे पदार्थ होते हैं जो जलीय घोल में H⁺ आयन (प्रोटॉन) छोड़ते हैं। H⁺ आयनों की उच्च सांद्रता pH मान को कम करती है। इसलिए, सभी अम्लों का pH मान 7 से कम होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. मानव शरीर में फेफड़ों का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) रक्त को पंप करना
    • (b) भोजन का पाचन
    • (c) गैसों का आदान-प्रदान (ऑक्सीजन लेना, कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ना)
    • (d) अपशिष्ट उत्पादों को छानना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): श्वसन प्रणाली (respiratory system) का मुख्य कार्य वायुमंडल से ऑक्सीजन को शरीर में लेना और शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालना है। फेफड़े इस प्रक्रिया के प्राथमिक अंग हैं।

    व्याख्या (Explanation): फेफड़ों में, छोटी वायु थैली (alveoli) होती हैं जहाँ रक्त और वायु के बीच गैसों का आदान-प्रदान होता है। रक्त कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों में छोड़ता है और फेफड़ों से ऑक्सीजन को ग्रहण करता है। हृदय रक्त पंप करता है (विकल्प a)। पाचन तंत्र भोजन का पाचन करता है (विकल्प b)। गुर्दे (kidneys) अपशिष्ट उत्पादों को छानते हैं (विकल्प d)।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए उस पर जिंक (Zinc) की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

    • (a) इलेक्ट्रोलाइसिस (Electrolysis)
    • (b) गैल्वनीकरण (Galvanization)
    • (c) आसवन (Distillation)
    • (d) उदासीनीकरण (Neutralization)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गैल्वनीकरण एक धातु की सुरक्षा के लिए उस पर जिंक की एक पतली परत चढ़ाने की प्रक्रिया है, विशेष रूप से लोहे या स्टील पर। यह क्षरण (corrosion) से बचाने के लिए एक सामान्य विधि है।

    व्याख्या (Explanation): जिंक लोहे की तुलना में अधिक अभिक्रियाशील (reactive) होता है। जब जिंक की परत चढ़ाई जाती है, तो जिंक पहले संक्षारित होता है, जिससे लोहे का क्षरण रुक जाता है। यह एक प्रकार की सुरक्षा प्रदान करता है जिसे ‘सैक्रिफिशियल प्रोटेक्शन’ (sacrificial protection) कहते हैं। इलेक्ट्रोलाइसिस एक सामान्य प्रक्रिया है जिसका उपयोग कई धातु-संबंधी अनुप्रयोगों में किया जाता है, लेकिन यह विशेष रूप से जिंक परत चढ़ाने का नाम नहीं है। आसवन पृथक्करण की एक विधि है, और उदासीनीकरण अम्ल और क्षार की अभिक्रिया है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) में ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या है?

    • (a) चंद्रमा
    • (b) सूर्य
    • (c) पृथ्वी की कोर
    • (d) ज्वार-भाटा

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अधिकांश पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्रों के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत सूर्य है। पौधे प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से सौर ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जिसे बाद में खाद्य श्रृंखला (food chain) के माध्यम से अन्य जीवों में स्थानांतरित किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): सौर ऊर्जा ही वह ऊर्जा है जो जीवन को संचालित करती है, चाहे वह सीधे (जैसे पौधे) या परोक्ष रूप से (जैसे शाकाहारी और मांसाहारी)। चंद्रमा का प्रभाव ज्वार-भाटा पर होता है। पृथ्वी की कोर से भू-तापीय ऊर्जा (geothermal energy) निकलती है, लेकिन यह अधिकांश पारिस्थितिकी तंत्रों के लिए मुख्य स्रोत नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. यदि कोई वस्तु 10 मीटर प्रति सेकंड के वेग से गिर रही है और उस पर 2 न्यूटन का वायु प्रतिरोध (air resistance) बल लग रहा है, तो वस्तु पर शुद्ध बल (net force) क्या होगा?

    • (a) वस्तु के भार के बराबर
    • (b) वस्तु के भार से अधिक
    • (c) वस्तु के भार से कम
    • (d) शून्य

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूटन के गति के दूसरे नियम (F=ma) के अनुसार, किसी वस्तु पर लगने वाला शुद्ध बल (net force) उसके द्रव्यमान (m) और त्वरण (a) के गुणनफल के बराबर होता है। मुक्त रूप से गिरती हुई वस्तु पर, शुद्ध बल उसके भार (भार = mg, जहाँ g गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण है) के बराबर होता है, यदि वायु प्रतिरोध नगण्य हो।

    व्याख्या (Explanation): जब कोई वस्तु गिरती है, तो उस पर दो मुख्य बल लगते हैं: गुरुत्वाकर्षण बल (नीचे की ओर) और वायु प्रतिरोध बल (ऊपर की ओर)। शुद्ध बल इन दोनों बलों का सदिश योग (vector sum) होता है। यदि वायु प्रतिरोध बल (2 न्यूटन) मौजूद है, तो यह गुरुत्वाकर्षण बल (वस्तु के भार) के विपरीत दिशा में कार्य करता है। इसलिए, शुद्ध बल = गुरुत्वाकर्षण बल – वायु प्रतिरोध बल। चूँकि वायु प्रतिरोध बल शून्य नहीं है, तो शुद्ध बल वस्तु के भार से कम होगा।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. DNA का दोहरा हेलिक्स (double helix) मॉडल किसने प्रस्तावित किया था?

    • (a) आइज़ैक न्यूटन
    • (b) अल्बर्ट आइंस्टीन
    • (c) जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक
    • (d) मैरी क्यूरी

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): 1953 में, जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने डीएनए की संरचना का वर्णन करने वाला प्रसिद्ध ‘डबल हेलिक्स’ मॉडल प्रस्तुत किया, जो Rosalind Franklin और Maurice Wilkins के एक्स-रे विवर्तन (X-ray diffraction) डेटा पर आधारित था।

    व्याख्या (Explanation): इस मॉडल ने डीएनए की आणविक संरचना को समझने में क्रांति ला दी और आनुवंशिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया। आइज़ैक न्यूटन भौतिकी के नियमों के लिए जाने जाते हैं, अल्बर्ट आइंस्टीन सापेक्षता सिद्धांत के लिए, और मैरी क्यूरी रेडियोधर्मिता के लिए।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. मानव श्वसन तंत्र में ‘एल्वियोली’ (Alveoli) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) भोजन को पचाना
    • (b) रक्त को शरीर के बाकी हिस्सों में पंप करना
    • (c) ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान
    • (d) हार्मोन का उत्पादन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एल्वियोली फेफड़ों में पाई जाने वाली छोटी, पतली दीवारों वाली वायु थैली (air sacs) होती हैं। वे मानव श्वसन प्रणाली के प्राथमिक स्थल हैं जहाँ गैसों का आदान-प्रदान होता है।

    व्याख्या (Explanation): एल्वियोली की बड़ी सतह क्षेत्र और पतली दीवारें हवा से ऑक्सीजन को रक्त में और रक्त से कार्बन डाइऑक्साइड को हवा में आसानी से फैलने (diffusion) देती हैं। भोजन पचाने का कार्य पाचन तंत्र का है, रक्त पंप करने का कार्य हृदय का है, और हार्मोन का उत्पादन अंतःस्रावी ग्रंथियों का है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. विद्युत धारा (Electric Current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?

    • (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
    • (b) ओमीटर (Ohmmeter)
    • (c) एमीटर (Ammeter)
    • (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा (electric current) आवेश के प्रवाह की दर है। इसे मापने के लिए एमीटर (Ammeter) नामक उपकरण का उपयोग किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): एमीटर को हमेशा परिपथ (circuit) में श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है ताकि धारा को मापा जा सके। वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (potential difference) मापने के लिए किया जाता है, ओमीटर का उपयोग प्रतिरोध (resistance) मापने के लिए, और गैल्वेनोमीटर का उपयोग छोटी मात्रा में विद्युत धारा का पता लगाने के लिए किया जाता है (और यह एमीटर का एक प्रकार भी है, लेकिन मानक मापन के लिए एमीटर का उपयोग होता है)।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  22. शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में कौन सा अंग सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

    • (a) हृदय
    • (b) मस्तिष्क (हाइपोथैलेमस)
    • (c) फेफड़े
    • (d) गुर्दे

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में, हाइपोथैलेमस (Hypothalamus), जो मस्तिष्क का एक हिस्सा है, शरीर के आंतरिक तापमान को नियंत्रित करने के लिए एक थर्मोस्टेट के रूप में कार्य करता है।

    व्याख्या (Explanation): जब शरीर का तापमान सामान्य से अधिक या कम होता है, तो हाइपोथैलेमस प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर करता है, जैसे पसीना आना (तापमान कम करने के लिए) या कंपकंपी (तापमान बढ़ाने के लिए)। हृदय रक्त परिसंचरण का काम करता है, फेफड़े गैसों का आदान-प्रदान करते हैं, और गुर्दे अपशिष्ट को फ़िल्टर करते हैं, लेकिन तापमान नियंत्रण में उनकी प्रत्यक्ष भूमिका हाइपोथैलेमस जितनी महत्वपूर्ण नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  23. प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे किस प्रकार की ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं?

    • (a) तापीय ऊर्जा
    • (b) यांत्रिक ऊर्जा
    • (c) विद्युत ऊर्जा
    • (d) प्रकाश ऊर्जा

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सौर ऊर्जा (प्रकाश ऊर्जा) को रासायनिक ऊर्जा में बदलते हैं। यह ऊर्जा शर्करा (ग्लूकोज) के रूप में संग्रहीत होती है।

    व्याख्या (Explanation): सूर्य से प्राप्त प्रकाश ऊर्जा क्लोरोफिल द्वारा अवशोषित की जाती है, जिसका उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (एक प्रकार की रासायनिक ऊर्जा) में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में, प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक बंधों (chemical bonds) में संग्रहीत ऊर्जा में बदला जाता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  24. साबुन (Soap) का अणु (molecule) कैसा होता है?

    • (a) इसमें केवल हाइड्रोफोबिक (जल-विरोधी) भाग होता है।
    • (b) इसमें केवल हाइड्रोफिलिक (जल-प्रेमी) भाग होता है।
    • (c) इसमें एक हाइड्रोफोबिक पूंछ और एक हाइड्रोफिलिक सिर होता है।
    • (d) यह पूरी तरह से गैर-ध्रुवीय (non-polar) होता है।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): साबुन के अणु में दो मुख्य भाग होते हैं: एक लंबी हाइड्रोकार्बन (hydrocarbon) श्रृंखला (पूंछ) जो गैर-ध्रुवीय और जल-विरोधी (hydrophobic) होती है, और एक कार्बोक्सिलेट समूह (carboxylate group) (सिर) जो ध्रुवीय और जल-प्रेमी (hydrophilic) होता है।

    व्याख्या (Explanation): साबुन का यह उभयधर्मी (amphipathic) स्वभाव ही उसे तेल (जो गैर-ध्रुवीय होता है) और पानी (जो ध्रुवीय होता है) के बीच पायस (emulsion) बनाने में सक्षम बनाता है, जिससे गंदगी और चिकनाई हटाई जा सकती है। हाइड्रोफोबिक पूंछ तेल में घुल जाती है, जबकि हाइड्रोफिलिक सिर पानी में घुल जाता है, जिससे मिसेल (micelle) बनते हैं जो गंदगी को घेर लेते हैं और पानी में निलंबित (suspended) कर देते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  25. मानव कंकाल प्रणाली (skeletal system) का प्राथमिक कार्य क्या है?

    • (a) भोजन को पचाना
    • (b) शरीर को सहारा देना, संरचना प्रदान करना और अंगों की रक्षा करना
    • (c) फेफड़ों के माध्यम से गैसों का आदान-प्रदान करना
    • (d) रक्त में ऑक्सीजन ले जाना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कंकाल प्रणाली हड्डियों, उपास्थि (cartilage) और स्नायुबंधों (ligaments) का एक जटिल ढांचा है जो शरीर को संरचनात्मक सहायता प्रदान करता है, आंतरिक अंगों की रक्षा करता है, और मांसपेशियों के साथ मिलकर गति संभव बनाता है।

    व्याख्या (Explanation): कंकाल का मुख्य कार्य शरीर को आकार और सहारा देना है, मस्तिष्क, हृदय और फेफड़ों जैसे नाजुक अंगों की रक्षा करना है, और मांसपेशियों के साथ मिलकर लोकोमोशन (movement) को सक्षम करना है। इसमें कैल्शियम का भंडारण और रक्त कोशिकाओं का निर्माण (bone marrow में) जैसे कार्य भी शामिल हैं। अन्य विकल्प पाचन, श्वसन और परिसंचरण से संबंधित हैं, जो अन्य प्रणालियों के कार्य हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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