सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की दुनिया में, सामान्य विज्ञान एक ऐसा स्तंभ है जिस पर उम्मीदवार अक्सर भरोसा करते हैं। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बुनियादी सिद्धांतों की गहरी समझ आपको न केवल परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करती है, बल्कि आपके आसपास की दुनिया को समझने के लिए एक शक्तिशाली ढाँचा भी प्रदान करती है। यहाँ, हम “Doubling Down on Diamond” जैसे सामयिक संकेतों से प्रेरित, विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों से 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्नों का एक सेट प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी तैयारी को परखने और ज्ञान को मजबूत करने में सहायक होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ अपनी कठोरता और उच्च अपवर्तनांक (high refractive index) के कारण रत्नों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है?
- (a) ग्रेफाइट
- (b) हीरा
- (c) क्वार्ट्ज
- (d) पन्ना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधन और क्रिस्टल संरचना किसी पदार्थ के भौतिक गुणों को निर्धारित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक अपरूप (allotrope) है, जिसमें कार्बन परमाणु sp3 संकरण (hybridization) द्वारा एक टेट्राहेड्रल (tetrahedral) जाली संरचना में मजबूती से जुड़े होते हैं। यह सहसंयोजक बंधन (covalent bonding) इसे अत्यंत कठोर बनाता है। इसके अतिरिक्त, हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) प्रकाश को अत्यधिक परावर्तित (refract) करता है, जिससे इसमें एक विशेष चमक आती है, जो इसे रत्नों के लिए आदर्श बनाती है। ग्रेफाइट नरम होता है, क्वार्ट्ज और पन्ना हीरे जितने कठोर या चमकदार नहीं होते।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की विद्युत चालकता (electrical conductivity) के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
- (a) यह एक उत्कृष्ट विद्युत चालक है।
- (b) यह एक अर्धचालक (semiconductor) है।
- (c) यह एक विद्युत का कुचालक (insulator) है।
- (d) इसकी चालकता तापमान पर निर्भर करती है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता पदार्थ में मुक्त इलेक्ट्रॉनों (free electrons) की उपस्थिति पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणुओं के सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन (valence electrons) सहसंयोजक बंधों में बंधे होते हैं और वे किसी भी प्रकार की गति के लिए स्वतंत्र नहीं होते हैं। इस प्रकार, इसमें मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं, जिससे यह विद्युत का एक बहुत ही खराब संवाहक (poor conductor) यानी कुचालक बन जाता है। यह एक उत्कृष्ट विद्युत रोधक (electrical insulator) है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का उपयोग औद्योगिक कटाई और पॉलिशिंग (cutting and polishing) में क्यों किया जाता है?
- (a) इसकी कम कठोरता के कारण
- (b) इसकी उच्च तापीय चालकता (high thermal conductivity) के कारण
- (c) इसके कम घर्षण गुणांक (low coefficient of friction) के कारण
- (d) इसकी कम गलनांक (low melting point) के कारण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सामग्री की तापीय चालकता उच्च-गति मशीनों में गर्मी अपव्यय (heat dissipation) के लिए महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): हीरा न केवल कठोर होता है, बल्कि इसमें सभी ज्ञात प्राकृतिक सामग्रियों में उच्चतम तापीय चालकता भी होती है। कटाई और पॉलिशिंग जैसी प्रक्रियाओं में उत्पन्न अत्यधिक गर्मी को प्रभावी ढंग से दूर करने के लिए यह गुण आवश्यक है, जिससे उपकरण की कार्यक्षमता बनी रहती है और सामग्री को नुकसान से बचाया जा सकता है। अन्य विकल्प गलत हैं क्योंकि कम कठोरता, कम घर्षण गुणांक और कम गलनांक औद्योगिक कटाई के लिए उपयुक्त गुण नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन का कौन सा अपरूप (allotrope) सामान्यतः “ब्लैक डायमंड” के रूप में जाना जाता है और यह अपने चमकीले रूप से भिन्न होता है?
- (a) फुलरीन (Fullerene)
- (b) ग्रेफीन (Graphene)
- (c) बकमिन्स्टरफुलरीन (Buckminsterfullerene)
- (d) नैनोट्यूब (Nanotube)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपरूपों के भौतिक और रासायनिक गुण भिन्न होते हैं।
व्याख्या (Explanation): बकमिन्स्टरफुलरीन (C60) एक फुलरीन है, जिसे आमतौर पर “ब्लैक डायमंड” या “बकीबॉल” के नाम से जाना जाता है। यह एक काला पाउडर होता है और हीरे के विपरीत, यह नरम होता है और इसमें विद्युत चालकता (semiconducting properties) होती है। फुलरीन की अन्य किस्में भी हैं, लेकिन C60 को अक्सर “ब्लैक डायमंड” कहा जाता है, जो इसके रंग और कार्बन-आधारित प्रकृति को दर्शाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे की संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु कितने अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधन (covalently bonded) द्वारा जुड़ा होता है?
- (a) 2
- (b) 3
- (c) 4
- (d) 6
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन का sp3 संकरण (hybridization) टेट्राहेड्रल ज्यामिति (tetrahedral geometry) की ओर ले जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु sp3 संकरित होते हैं, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक कार्बन परमाणु अपने चार संयोजी इलेक्ट्रॉनों का उपयोग करके चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ एकल सहसंयोजक बंधन बनाता है। यह व्यवस्था एक त्रि-आयामी (3D) टेट्राहेड्रल क्रिस्टल जाली बनाती है, जो हीरे की असाधारण कठोरता और स्थिरता के लिए जिम्मेदार है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरा, ग्रेफाइट और फुलरीन कार्बन के क्या कहलाते हैं?
- (a) समस्थानिक (Isotopes)
- (b) समावयवी (Isomers)
- (c) अपरूप (Allotropes)
- (d) बहुलक (Polymers)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक ही तत्व के विभिन्न रूप जो एक ही भौतिक अवस्था में मौजूद होते हैं, लेकिन जिनकी आणविक संरचना (molecular structure) या क्रिस्टल जाली (crystal lattice) भिन्न होती है, उन्हें अपरूप कहते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा, ग्रेफाइट और फुलरीन सभी कार्बन तत्वों से बने होते हैं, लेकिन उनके परमाणुओं की व्यवस्था भिन्न होती है, जिसके परिणामस्वरूप उनके गुणधर्मों में भारी अंतर होता है। ये विभिन्न रूप कार्बन के अपरूप कहलाते हैं। समस्थानिकों में प्रोटॉन की संख्या समान होती है लेकिन न्यूट्रॉन की संख्या भिन्न होती है। समावयवी के अणु सूत्र समान होते हैं लेकिन संरचना सूत्र भिन्न होते हैं। बहुलक लंबी श्रृंखला वाले अणु होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब प्रकाश हीरे से गुजरता है, तो इसका अत्यधिक अपवर्तन (refraction) इसके किस गुण के कारण होता है?
- (a) निम्न घनत्व (low density)
- (b) उच्च अपवर्तनांक (high refractive index)
- (c) कम तापीय चालकता (low thermal conductivity)
- (d) ध्रुवीकरण (polarization)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का अपवर्तन माध्यम के अपवर्तनांक पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) प्रकाश की गति को धीमा कर देता है जब वह हीरे में प्रवेश करता है और इस कारण से, प्रकाश हीरे के अंदर अधिक मुड़ता है (अपवर्तित होता है)। यह अपवर्तन ही है जो हीरे को उसकी विशिष्ट चमक और “फायर” (विभिन्न रंगों में बिखराव) प्रदान करता है। अन्य विकल्प अपवर्तन के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे को पहचानने के लिए प्रयोगशाला में आमतौर पर किस तकनीक का उपयोग किया जाता है, जो उसके उच्च अपवर्तनांक का लाभ उठाती है?
- (a) स्पेक्ट्रोस्कोपी (Spectroscopy)
- (b) रिफ्रैक्टोमेट्री (Refractometry)
- (c) क्रोमेटोग्राफी (Chromatography)
- (d) कैलोरिमेट्री (Calorimetry)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक (Refractive index) किसी पदार्थ की एक विशिष्ट पहचान योग्य संपत्ति है।
व्याख्या (Explanation): रिफ्रैक्टोमेट्री एक ऐसी विधि है जो किसी पदार्थ के अपवर्तनांक को मापती है। चूंकि हीरे का अपवर्तनांक बहुत अधिक और विशिष्ट होता है, इसका उपयोग इसे अन्य रत्नों या सामग्रियों से अलग करने के लिए किया जाता है। स्पेक्ट्रोस्कोपी प्रकाश के अवशोषण या उत्सर्जन का अध्ययन करती है, क्रोमेटोग्राफी मिश्रण को अलग करने के लिए, और कैलोरिमेट्री ऊष्मा परिवर्तन को मापने के लिए उपयोग की जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किस प्रोटीन द्वारा किया जाता है?
- (a) मायोसिन (Myosin)
- (b) एल्ब्यूमिन (Albumin)
- (c) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (d) कोलेजन (Collagen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) श्वसन गैसों (respiratory gases) के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर पाया जाता है। इसमें एक हीम (heme) समूह होता है जिसमें लोहा (iron) होता है, जो ऑक्सीजन अणुओं से जुड़ सकता है। प्रत्येक हीमोग्लोबिन अणु चार ऑक्सीजन अणुओं तक ले जा सकता है। यह फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन के परिवहन के लिए जिम्मेदार है। मायोसिन मांसपेशियों में, एल्ब्यूमिन प्लाज्मा में, और कोलेजन संयोजी ऊतक में पाए जाने वाले प्रोटीन हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया के दौरान, पौधे किस गैस का अवशोषण करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
- (d) मीथेन (Methane)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की समग्र प्रतिक्रिया है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। इस समीकरण से स्पष्ट है कि पौधे क्लोरोफिल की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन को छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?
- (a) थायराइड (Thyroid)
- (b) अग्न्याशय (Pancreas)
- (c) प्लीहा (Spleen)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ विशिष्ट कार्य करती हैं, और उनके आकार भिन्न होते हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह शरीर के ऊपरी दाहिने चतुर्थांश (upper right quadrant) में डायाफ्राम के नीचे स्थित होती है। इसके कई महत्वपूर्ण कार्य हैं, जिनमें डिटॉक्सिफिकेशन (detoxification), प्रोटीन संश्लेषण (protein synthesis) और पित्त का उत्पादन (bile production) शामिल है। थायराइड गर्दन में, अग्न्याशय पेट के पीछे, और प्लीहा पेट के बाईं ओर स्थित होती है, और यकृत की तुलना में आकार में छोटी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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विटामिन डी की कमी से बच्चों में कौन सा रोग होता है?
- (a) स्कर्वी (Scurvy)
- (b) रिकेट्स (Rickets)
- (c) रतौंधी (Night Blindness)
- (d) एनीमिया (Anemia)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व (micronutrients) हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है क्योंकि यह कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स नामक बीमारी हो जाती है, जिसमें हड्डियाँ कमजोर और विकृत हो जाती हैं। स्कर्वी विटामिन सी की कमी से, रतौंधी विटामिन ए की कमी से, और एनीमिया आयरन या विटामिन बी12 की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव कोशिका में गुणसूत्रों (chromosomes) की सामान्य संख्या कितनी होती है?
- (a) 23
- (b) 46
- (c) 23 जोड़े
- (d) 47
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुणसूत्र किसी जीव की आनुवंशिक सामग्री (genetic material) को ले जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): एक सामान्य मानव दैहिक कोशिका (somatic cell) में 46 गुणसूत्र होते हैं, जो 23 जोड़े के रूप में व्यवस्थित होते हैं। इसमें 22 जोड़े ऑटोसोम (autosomes) और एक जोड़ा लिंग गुणसूत्र (sex chromosomes) होता है (महिलाओं में XX और पुरुषों में XY)। हालांकि, जो विकल्प “23 जोड़े” भी है, सीधा उत्तर “46” है क्योंकि प्रश्न सीधे संख्या पूछ रहा है, जोड़ों की नहीं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कौन सी कोशिकांग (organelle) कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ (powerhouse of the cell) कहलाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) लाइसोसोम (Lysosome)
- (c) गॉल्जीकाय (Golgi apparatus)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondrion)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से एटीपी (ATP) के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के अंदर एटीपी (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) का उत्पादन करते हैं, जो कोशिका की मुख्य ऊर्जा मुद्रा है। इसलिए, उन्हें कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ कहा जाता है। नाभिक में आनुवंशिक सामग्री होती है, लाइसोसोम अपशिष्ट को पचाते हैं, और गॉल्जीकाय प्रोटीन को संशोधित और पैक करते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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यदि कोई वस्तु किसी तरल में पूरी तरह से डूबी हुई है, तो उस पर लगने वाला उत्प्लावन बल (buoyant force) किसके बराबर होगा?
- (a) वस्तु के भार के बराबर
- (b) वस्तु द्वारा विस्थापित तरल के भार के बराबर
- (c) विस्थापित तरल के आयतन के बराबर
- (d) वस्तु के घनत्व के बराबर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आर्किमिडीज का सिद्धांत (Archimedes’ Principle) कहता है कि किसी तरल में डूबी हुई वस्तु पर लगने वाला उत्प्लावन बल उस वस्तु द्वारा विस्थापित तरल के भार के बराबर होता है।
व्याख्या (Explanation): आर्किमिडीज का सिद्धांत स्पष्ट रूप से बताता है कि उत्प्लावन बल विस्थापित तरल के भार के बराबर होता है। यह बल वस्तु को ऊपर की ओर धकेलता है। यदि उत्प्लावन बल वस्तु के भार से अधिक है, तो वस्तु तैरेगी; यदि यह कम है, तो वस्तु डूब जाएगी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की तीव्रता (intensity of sound) को मापने के लिए किस मात्रक (unit) का उपयोग किया जाता है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
- (b) डेसीबल (Decibel)
- (c) वाट (Watt)
- (d) जूल (Joule)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता ध्वनि तरंगों द्वारा प्रति इकाई क्षेत्र में ले जाई जाने वाली शक्ति का माप है।
व्याख्या (Explanation): डेसीबल (dB) ध्वनि की सापेक्षिक तीव्रता या ध्वनि दाब स्तर (sound pressure level) को मापने की एक लॉगरिदमिक इकाई है। हर्ट्ज़ आवृत्ति (frequency) का मात्रक है, वाट शक्ति (power) का, और जूल ऊर्जा (energy) का।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब एक पारदर्शी माध्यम (transparent medium) में प्रकाश का अपवर्तन होता है, तो निम्नलिखित में से क्या अपरिवर्तित (unchanged) रहता है?
- (a) वेग (Velocity)
- (b) तरंगदैर्ध्य (Wavelength)
- (c) आवृत्ति (Frequency)
- (d) आयाम (Amplitude)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का वेग उसके माध्यम पर निर्भर करता है, लेकिन आवृत्ति स्रोत द्वारा निर्धारित होती है।
व्याख्या (Explanation): जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है, तो उसका वेग (velocity) और तरंगदैर्ध्य (wavelength) बदल जाते हैं, लेकिन उसकी आवृत्ति (frequency) अपरिवर्तित रहती है। आवृत्ति प्रकाश स्रोत की विशेषता है और माध्यम बदलने से नहीं बदलती। वेग = आवृत्ति × तरंगदैर्ध्य (v = fλ)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चुंबकत्व (magnetism) के संबंध में, एक चुंबक का उत्तरी ध्रुव (north pole) वह बिंदु है जहाँ:
- (a) चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ (magnetic field lines) अंदर की ओर प्रवेश करती हैं।
- (b) चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ बाहर की ओर निकलती हैं।
- (c) चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ चुंबक के अंदर समानांतर होती हैं।
- (d) चुंबकत्व अनुपस्थित होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक चुंबक के चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा और शक्ति को दर्शाती हैं।
व्याख्या (Explanation): चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ परंपरागत रूप से चुंबक के उत्तरी ध्रुव से निकलती हैं और दक्षिणी ध्रुव में प्रवेश करती हैं। चुंबक के अंदर, ये रेखाएँ दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर जाती हैं, जिससे एक बंद लूप बनता है। इसलिए, उत्तरी ध्रुव वह बिंदु है जहाँ से चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ बाहर की ओर निकलती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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इलेक्ट्रॉन की खोज (discovery of the electron) किसने की थी?
- (a) अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)
- (b) मैरी क्यूरी (Marie Curie)
- (c) जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson)
- (d) अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु की संरचना के अध्ययन में कई वैज्ञानिकों का योगदान रहा है।
व्याख्या (Explanation): जे.जे. थॉमसन ने 1897 में कैथोड किरणों (cathode rays) के अपने प्रयोगों के आधार पर इलेक्ट्रॉन की खोज की थी। उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि ये किरणें ऋणात्मक रूप से आवेशित कणों से बनी होती हैं, जिन्हें उन्होंने “कॉर्पस्कल्स” (corpuscles) नाम दिया, जिन्हें बाद में इलेक्ट्रॉन कहा गया। आइंस्टीन ने फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव (photoelectric effect) पर काम किया, मैरी क्यूरी ने रेडियोधर्मिता (radioactivity) पर, और रदरफोर्ड ने परमाणु के नाभिक (nucleus) की खोज की।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बनिक रसायन विज्ञान (organic chemistry) में, बेंजीन (benzene) का रासायनिक सूत्र क्या है?
- (a) C₆H₁₂
- (b) C₆H₆
- (c) C₅H₁₀
- (d) C₅H₆
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बनिक यौगिकों के रासायनिक सूत्र उनकी परमाणु संरचना को दर्शाते हैं।
व्याख्या (Explanation): बेंजीन एक सुगंधित हाइड्रोकार्बन (aromatic hydrocarbon) है जिसका रासायनिक सूत्र C₆H₆ है। इसकी संरचना में छह कार्बन परमाणु एक वलय (ring) बनाते हैं, जिसमें एकांतर एकल और दोहरे बंधन (alternating single and double bonds) होते हैं, और प्रत्येक कार्बन परमाणु एक हाइड्रोजन परमाणु से जुड़ा होता है। C₆H₁₂ साइक्लोहेक्सेन (cyclohexane) का सूत्र है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धातुओं के क्षरण (corrosion of metals) को रोकने के लिए गैल्वनाइजेशन (galvanization) नामक प्रक्रिया में धातु की सतह पर किस धातु की परत चढ़ाई जाती है?
- (a) लोहा (Iron)
- (b) तांबा (Copper)
- (c) जस्ता (Zinc)
- (d) एल्युमीनियम (Aluminum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गैल्वनाइजेशन एक सुरक्षात्मक प्रक्रिया है जो धातु के संक्षारण को रोकती है।
व्याख्या (Explanation): गैल्वनाइजेशन में, लोहे या इस्पात की वस्तुओं को जस्ता (Zinc) की एक परत से लेपित किया जाता है। जस्ता लोहे की तुलना में अधिक प्रतिक्रियाशील (reactive) होता है, इसलिए यह पहले संक्षारित होता है (एक सुरक्षात्मक ऑक्साइड या कार्बोनेट परत बनाता है) और इस प्रकार लोहे को संक्षारण से बचाता है। इस प्रक्रिया को गैल्वेनिक सुरक्षा (galvanic protection) भी कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान ऑक्सीजन गैस कहाँ से उत्पन्न होती है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (b) क्लोरोफिल (Chlorophyll)
- (c) पानी (H₂O)
- (d) ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक रेडॉक्स (redox) प्रतिक्रिया है जहाँ जल का ऑक्सीकरण (oxidation) होता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के प्रकाश-निर्भर चरणों (light-dependent reactions) के दौरान, पानी के अणु (H₂O) प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके विभाजित होते हैं। इस प्रक्रिया को फोटोलाइसिस (photolysis) कहा जाता है, जिसमें ऑक्सीजन (O₂) गैस निकलती है, प्रोटॉन (H⁺) और इलेक्ट्रॉन (e⁻) उत्पन्न होते हैं। यह ऑक्सीजन वायुमंडल में मुक्त हो जाती है। कार्बन डाइऑक्साइड कार्बनिक यौगिकों के निर्माण में प्रयोग की जाती है, और क्लोरोफिल प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने वाला वर्णक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव हृदय का कौन सा कक्ष (chamber) शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन युक्त रक्त (oxygenated blood) पंप करता है?
- (a) दायां अलिंद (Right Atrium)
- (b) दायां निलय (Right Ventricle)
- (c) बायां अलिंद (Left Atrium)
- (d) बायां निलय (Left Ventricle)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हृदय एक पंप की तरह काम करता है, जो शरीर में रक्त परिसंचरण को नियंत्रित करता है।
व्याख्या (Explanation): बायां निलय (Left Ventricle) हृदय का सबसे शक्तिशाली कक्ष होता है। फेफड़ों से ऑक्सीजन युक्त रक्त बाएं अलिंद में आता है, फिर बाएं निलय में जाता है, और अंत में महाधमनी (aorta) के माध्यम से पूरे शरीर में पंप किया जाता है। दायां अलिंद और दायां निलय शरीर से डीऑक्सीजनेटेड रक्त को फेफड़ों में पंप करते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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अम्ल (acids) का pH मान कितना होता है?
- (a) 7 से अधिक
- (b) 7 से कम
- (c) ठीक 7
- (d) 0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता (acidity) या क्षारीयता (alkalinity) को मापता है।
व्याख्या (Explanation): pH पैमाना 0 से 14 तक होता है। 7 से नीचे का pH अम्लीय माना जाता है, 7 उदासीन (neutral) माना जाता है, और 7 से ऊपर का pH क्षारीय माना जाता है। इसलिए, अम्ल का pH मान 7 से कम होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश की गति (speed of light) निर्वात (vacuum) में लगभग कितनी होती है?
- (a) 3 x 10⁸ मीटर प्रति सेकंड (m/s)
- (b) 3 x 10⁸ किलोमीटर प्रति सेकंड (km/s)
- (c) 3 x 10⁶ मीटर प्रति सेकंड (m/s)
- (d) 3 x 10⁶ किलोमीटर प्रति सेकंड (km/s)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति एक मौलिक भौतिक स्थिरांक (fundamental physical constant) है।
व्याख्या (Explanation): निर्वात में प्रकाश की गति, जिसे ‘c’ द्वारा दर्शाया जाता है, लगभग 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड है। इसे आमतौर पर 3 x 10⁸ मीटर प्रति सेकंड के रूप में अनुमानित किया जाता है। किलोमीटर प्रति सेकंड में यह लगभग 300,000 km/s होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जीवित कोशिकाओं में आनुवंशिक जानकारी का वाहक कौन है?
- (a) राइबोसोम (Ribosome)
- (b) प्रोटीन (Protein)
- (c) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA)
- (d) लिपिड (Lipid)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): DNA (Deoxyribonucleic Acid) जीवों के लिए आनुवंशिक खाका (genetic blueprint) प्रदान करता है।
व्याख्या (Explanation): DNA में वे निर्देश होते हैं जो कोशिकाओं को कैसे काम करना है, कैसे बढ़ना है और कैसे प्रजनन करना है, इसके लिए आवश्यक हैं। यह पीढ़ी दर पीढ़ी आनुवंशिक लक्षणों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक ले जाता है। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण में मदद करते हैं, प्रोटीन शरीर के लिए बिल्डिंग ब्लॉक हैं, और लिपिड कोशिका झिल्लियों का हिस्सा होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सूर्य से आने वाली पराबैंगनी (ultraviolet – UV) किरणों से पृथ्वी को कौन सी गैस बचाती है?
- (a) ऑक्सीजन (O₂)
- (b) ओजोन (O₃)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (d) नाइट्रोजन (N₂)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ओजोन परत (Ozone layer) पृथ्वी के वायुमंडल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के वायुमंडल की समताप मंडल (stratosphere) में स्थित ओजोन परत, सूर्य से आने वाली अधिकांश हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित कर लेती है। यह जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि UV विकिरण त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, साथ ही पारिस्थितिक तंत्र को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।