सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बुनियादी सिद्धांतों की गहरी समझ आपको जटिल प्रश्नों को आसानी से हल करने में मदद करती है। यहाँ 25 बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं जो आपको अपनी तैयारी को मजबूत करने और विभिन्न महत्वपूर्ण अवधारणाओं की समीक्षा करने में सहायता करेंगे। इन प्रश्नों का अभ्यास करें और अपने ज्ञान का परीक्षण करें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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लीथियम आयन बैटरी में, लीथियम आयन एक इलेक्ट्रोड से दूसरे इलेक्ट्रोड तक स्थानांतरित होते हैं। यह स्थानांतरण किस प्रक्रिया का उदाहरण है?
- (a) संवहन
- (b) चालन
- (c) इलेक्ट्रोकेमिकल सेल
- (d) प्रकाश संश्लेषण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इलेक्ट्रोकेमिकल सेल वह उपकरण होता है जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है या इसके विपरीत। इसमें आयनों और इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह होता है।
व्याख्या (Explanation): लीथियम आयन बैटरी में, चार्जिंग और डिस्चार्जिंग के दौरान लीथियम आयन कैथोड और एनोड के बीच इलेक्ट्रोलाइट के माध्यम से स्थानांतरित होते हैं। यह स्थानांतरण एक इलेक्ट्रोकेमिकल प्रक्रिया है, जो एक इलेक्ट्रोकेमिकल सेल का सिद्धांत है। संवहन और चालन क्रमशः तरल/गैस में कणों के स्थानांतरण और पदार्थ के माध्यम से ऊर्जा के प्रवाह से संबंधित हैं, जबकि प्रकाश संश्लेषण एक जैविक प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में, न्यूरॉन्स के बीच सूचना का संचार किस प्रकार होता है?
- (a) विद्युत संकेत
- (b) रासायनिक संकेत (न्यूरोट्रांसमीटर)
- (c) यांत्रिक दबाव
- (d) दोनों (a) और (b)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तंत्रिका तंत्र में सूचना का संचार मुख्य रूप से विद्युत और रासायनिक संकेतों के संयोजन से होता है।
व्याख्या (Explanation): एक न्यूरॉन के भीतर, विद्युत आवेग (एक्शन पोटेंशियल) के रूप में सूचना प्रसारित होती है। हालांकि, एक न्यूरॉन से दूसरे न्यूरॉन तक जानकारी पार करने के लिए, सिनेप्स पर न्यूरोट्रांसमीटर नामक रासायनिक संदेशवाहक जारी किए जाते हैं। ये न्यूरोट्रांसमीटर अगले न्यूरॉन को उत्तेजित या बाधित करते हैं। इसलिए, मानव शरीर में न्यूरॉन्स के बीच सूचना का संचार विद्युत और रासायनिक दोनों संकेतों का एक जटिल मिश्रण है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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अल्ज़ाइमर रोग के उपचार में लीथियम की भूमिका पर शोध किया जा रहा है। अल्ज़ाइमर रोग मुख्य रूप से मस्तिष्क के किस भाग को प्रभावित करता है?
- (a) सेरिबैलम
- (b) मस्तिष्क स्टेम
- (c) सेरिब्रम (विशेष रूप से हिप्पोकैम्पस और कॉर्टेक्स)
- (d) मेडुला ओब्लोंगेटा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अल्ज़ाइमर रोग एक न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है जो मुख्य रूप से मस्तिष्क के उन क्षेत्रों को प्रभावित करता है जो स्मृति, सोच और भाषा के लिए जिम्मेदार हैं।
व्याख्या (Explanation): अल्ज़ाइमर रोग मुख्य रूप से सेरिब्रम को प्रभावित करता है, विशेष रूप से वे क्षेत्र जो स्मृति निर्माण (जैसे हिप्पोकैम्पस) और संज्ञानात्मक कार्यों (जैसे सेरिब्रल कॉर्टेक्स) के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके परिणामस्वरूप तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) का नुकसान होता है और मस्तिष्क में प्लाक (अमीलोइड-बीटा) और उलझनों (टाउ प्रोटीन) का निर्माण होता है। सेरिबैलम मुख्य रूप से समन्वय के लिए जिम्मेदार है, मस्तिष्क स्टेम महत्वपूर्ण जीवन कार्यों को नियंत्रित करता है, और मेडुला ओब्लोंगेटा हृदय गति और श्वसन जैसे अनैच्छिक कार्यों के लिए जिम्मेदार है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को किसमें परिवर्तित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन और स्टार्च
- (b) ग्लूकोज और ऑक्सीजन
- (c) नाइट्रोजन और पानी
- (d) क्लोरोफिल और कार्बन डाइऑक्साइड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, आमतौर पर शर्करा (ग्लूकोज) के रूप में, जिसे वे बाद में अपने चयापचय के लिए उपयोग करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण है: $6CO_2 + 6H_2O + \text{Light Energy} \rightarrow C_6H_{12}O_6 + 6O_2$. यह समीकरण दर्शाता है कि कार्बन डाइऑक्साइड ($CO_2$) और पानी ($H_2O$) सूर्य के प्रकाश और क्लोरोफिल (जो प्रकाश को अवशोषित करता है) की उपस्थिति में ग्लूकोज ($C_6H_{12}O_6$, एक प्रकार की शर्करा) और ऑक्सीजन ($O_2$) में परिवर्तित होते हैं। ग्लूकोज पौधे के लिए ऊर्जा का स्रोत है, और ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धातुओं के संदर्भ में, ‘संक्षारण’ (Corrosion) क्या है?
- (a) धातु का पिघलना
- (b) धातु का क्षरण या क्षय, आमतौर पर हवा या नमी के साथ प्रतिक्रिया के कारण
- (c) धातु का आयनों में टूटना
- (d) धातु का वाष्पीकरण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संक्षारण एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो धातुओं को उनके अधिक स्थिर ऑक्सीकृत या सल्फाइड रूपों में धीरे-धीरे नष्ट कर देती है।
व्याख्या (Explanation): संक्षारण तब होता है जब कोई धातु अपने परिवेश के साथ प्रतिक्रिया करती है, जैसे कि हवा में ऑक्सीजन या नमी, जिससे धातु का क्षरण या क्षय होता है। इसका सबसे आम उदाहरण लोहे का जंग लगना है, जहां लोहा ऑक्सीजन और नमी के साथ प्रतिक्रिया करके आयरन ऑक्साइड (जंग) बनाता है। यह एक इलेक्ट्रोकेमिकल प्रक्रिया है। धातु का पिघलना, आयनों में टूटना या वाष्पीकरण संक्षारण से अलग प्रक्रियाएं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव हृदय में कितने कक्ष (Chambers) होते हैं?
- (a) दो
- (b) तीन
- (c) चार
- (d) पाँच
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव हृदय एक मांसपेशी अंग है जो रक्त परिसंचरण के लिए जिम्मेदार है। इसकी संरचना रक्त प्रवाह को कुशलतापूर्वक पंप करने के लिए अनुकूलित है।
व्याख्या (Explanation): मानव हृदय में चार कक्ष होते हैं: दो ऊपरी कक्ष जिन्हें आलिंद (atria) कहा जाता है (दायां आलिंद और बायां आलिंद) और दो निचले कक्ष जिन्हें निलय (ventricles) कहा जाता है (दायां निलय और बायां निलय)। दाएं आलिंद में अशुद्ध रक्त आता है, जो दाएं निलय में जाता है। दायां निलय रक्त को फेफड़ों में पंप करता है, जहाँ यह शुद्ध होता है। शुद्ध रक्त बाएं आलिंद में प्रवेश करता है, फिर बाएं निलय में जाता है, और अंत में बाएं निलय द्वारा पूरे शरीर में पंप किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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अल्ज़ाइमर रोग के संबंध में, ‘अमीलोइड प्लाक’ (Amyloid Plaques) क्या हैं?
- (a) तंत्रिका कोशिकाओं के अंदर प्रोटीन का असामान्य जमाव
- (b) तंत्रिका कोशिकाओं के बीच प्रोटीन का असामान्य जमाव
- (c) रक्त वाहिकाओं में वसा का जमाव
- (d) मस्तिष्क में तरल पदार्थ का अतिरिक्त उत्पादन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अल्ज़ाइमर रोग में, मस्तिष्क में असामान्य प्रोटीन जमाव तंत्रिका कोशिकाओं के कार्य को बाधित करते हैं और रोग के लक्षणों में योगदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): अल्ज़ाइमर रोग में, मस्तिष्क में “अमीलोइड प्लाक” का निर्माण होता है। ये प्लाक तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) के बाहर, उनके बीच के स्थान में, बीटा-एमिलॉइड नामक प्रोटीन के टुकड़ों के जमा होने से बनते हैं। ये प्लाक न्यूरोनल सिग्नलिंग को बाधित करते हैं और सूजन को बढ़ावा देते हैं। ‘न्यूरोफिब्रिलरी टैंगल्स’ (neurofibrillary tangles) प्रोटीन (टाउ) के असामान्य जमाव होते हैं जो तंत्रिका कोशिकाओं के अंदर बनते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आधुनिक आवर्त सारणी (Periodic Table) में, तत्वों को उनके किस आधार पर व्यवस्थित किया गया है?
- (a) परमाणु भार (Atomic Mass)
- (b) परमाणु संख्या (Atomic Number)
- (c) न्यूट्रॉन संख्या (Neutron Number)
- (d) समस्थानिकों की संख्या (Number of Isotopes)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हेनरी मोस्ले द्वारा विकसित आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों के गुणों को उनकी परमाणु संख्या के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करती है।
व्याख्या (Explanation): आधुनिक आवर्त सारणी में, तत्वों को उनकी परमाणु संख्या (एक परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या) के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है। इससे तत्वों के गुणों में आवधिकता (periodic recurrence) स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। पहले की व्यवस्थाएँ, जैसे मेंडेलीव की आवर्त सारणी, परमाणु भार पर आधारित थीं, लेकिन इसमें कुछ विसंगतियाँ थीं। परमाणु संख्या तत्व की पहचान का मूलभूत गुण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में ‘विटामिन डी’ का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) रक्त के थक्के जमना
- (b) कैल्शियम और फास्फोरस का अवशोषण
- (c) ऊर्जा का उत्पादन
- (d) प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन डी एक वसा-घुलनशील विटामिन है जो शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस के स्तर को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो स्वस्थ हड्डियों के लिए आवश्यक हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी का प्राथमिक कार्य आंतों से कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण को बढ़ावा देना है, जिससे रक्त में इन खनिजों का उचित स्तर बना रहता है। यह हड्डियों के खनिजकरण (mineralization) और मजबूती के लिए महत्वपूर्ण है। जबकि विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य और अन्य प्रक्रियाओं को भी प्रभावित कर सकता है, कैल्शियम और फास्फोरस का अवशोषण इसका सबसे प्रमुख कार्य है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक चालक (Conductor) में विद्युत धारा (Electric Current) का प्रवाह मुख्य रूप से किसके कारण होता है?
- (a) प्रोटॉन
- (b) न्यूट्रॉन
- (c) इलेक्ट्रॉन
- (d) फोटॉन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा मुक्त आवेश वाहकों की गति है। धातुओं जैसे चालकों में, ये मुक्त आवेश वाहक मुख्य रूप से बाहरी इलेक्ट्रॉनों (valence electrons) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): चालकों, विशेष रूप से धातुओं में, बाहरी परमाणु कोशों में इलेक्ट्रॉन शिथिल रूप से बंधे होते हैं और आसानी से अपने परमाणुओं से मुक्त हो सकते हैं। जब एक विद्युत क्षेत्र लगाया जाता है, तो ये मुक्त इलेक्ट्रॉन एक निश्चित दिशा में गति करते हैं, जिससे विद्युत धारा का प्रवाह होता है। प्रोटॉन नाभिक में स्थित होते हैं और आमतौर पर गति नहीं करते हैं। न्यूट्रॉन भी नाभिक में होते हैं और आवेश रहित होते हैं। फोटॉन प्रकाश के कण हैं और सीधे विद्युत धारा नहीं बनाते हैं, हालांकि प्रकाश-विद्युत प्रभाव (photoelectric effect) में वे इलेक्ट्रॉनों को मुक्त कर सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में, ‘स्टोमेटा’ (Stomata) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) खनिज अवशोषण
- (c) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) और गैसों का आदान-प्रदान
- (d) परागण (Pollination)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): स्टोमेटा पत्ती की सतह पर छोटे छिद्र होते हैं जो पौधों को वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड लेने और ऑक्सीजन छोड़ने की अनुमति देते हैं, साथ ही वाष्पोत्सर्जन के माध्यम से पानी छोड़ने में भी मदद करते हैं।
व्याख्या (Explanation): स्टोमेटा (एकल: स्टोमा) पौधों की पत्तियों, तनों और अन्य अंगों पर पाए जाने वाले छोटे छिद्र होते हैं, जो मुख्य रूप से वाष्पोत्सर्जन (पत्तियों से पानी का वाष्प के रूप में निकलना) और गैसों के आदान-प्रदान (जैसे प्रकाश संश्लेषण के लिए CO2 लेना और श्वसन के लिए O2 छोड़ना) के लिए जिम्मेदार होते हैं। प्रकाश संश्लेषण क्लोरोप्लास्ट में होता है, खनिज अवशोषण जड़ों द्वारा होता है, और परागण प्रजनन से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रसायन विज्ञान में, ‘pH’ मान क्या दर्शाता है?
- (a) किसी घोल की चालकता
- (b) किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता
- (c) किसी घोल में नमक की मात्रा
- (d) किसी घोल का घनत्व
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल किसी जलीय घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापने का एक पैमाना है।
व्याख्या (Explanation): pH एक ऋणात्मक लघुगणक (negative logarithm) है जो घोल में हाइड्रोजन आयनों ($H^+$) की सांद्रता को दर्शाता है। 7 से कम pH मान अम्लीय घोल को इंगित करता है, 7 का pH मान तटस्थ घोल को इंगित करता है, और 7 से अधिक pH मान क्षारीय (या क्षारीय) घोल को इंगित करता है। यह घोल की चालकता, नमक की मात्रा या घनत्व से संबंधित नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव मस्तिष्क में, ‘न्यूरोट्रांसमीटर’ (Neurotransmitters) का कार्य क्या है?
- (a) तंत्रिका आवेगों को विद्युत संकेतों में बदलना
- (b) न्यूरॉन्स के बीच रासायनिक संदेशों का संचार करना
- (c) न्यूरॉन्स को ऊर्जा प्रदान करना
- (d) तंत्रिका तंत्र से अपशिष्ट पदार्थों को हटाना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूरोट्रांसमीटर वे रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो एक न्यूरॉन से दूसरे न्यूरॉन तक तंत्रिका संकेतों को पार करने में मदद करते हैं।
व्याख्या (Explanation): न्यूरोट्रांसमीटर (जैसे डोपामाइन, सेरोटोनिन, एसिटाइलकोलाइन) सिनेप्स (न्यूरॉन्स के बीच का गैप) में छोड़े जाते हैं और अगले न्यूरॉन पर रिसेप्टर्स से बंधते हैं, जिससे एक संकेत प्रसारित होता है। ये रासायनिक संदेशवाहक होते हैं। तंत्रिका आवेगों को विद्युत संकेतों में बदलना एक्शन पोटेंशियल (action potential) का हिस्सा है, और ऊर्जा प्रदान करना या अपशिष्ट हटाना न्यूरॉन्स के अन्य कार्य हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘कार्य’ (Work) की SI इकाई क्या है?
- (a) वाट (Watt)
- (b) जूल (Joule)
- (c) न्यूटन (Newton)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, कार्य को बल (Force) और बल की दिशा में विस्थापन (Displacement) के गुणनफल के रूप में परिभाषित किया जाता है: $W = F \times d \times \cos(\theta)$.
व्याख्या (Explanation): कार्य की SI इकाई जूल (Joule) है। 1 जूल तब किया गया कार्य है जब 1 न्यूटन का बल किसी वस्तु को बल की दिशा में 1 मीटर विस्थापित करता है। वाट (Watt) शक्ति की इकाई है (कार्य प्रति इकाई समय)। न्यूटन (Newton) बल की इकाई है। पास्कल (Pascal) दाब की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में ‘लाल रक्त कोशिकाएं’ (Red Blood Cells) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) रक्त को जमाना
- (b) शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुँचाना
- (c) संक्रमण से लड़ना
- (d) प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाएं (एरिथ्रोसाइट्स) रक्त का एक महत्वपूर्ण घटक हैं जो ऑक्सीजन परिवहन के लिए विशेष रूप से अनुकूलित हैं।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को अवशोषित करता है और इसे शरीर के सभी ऊतकों तक पहुँचाता है। वे कार्बन डाइऑक्साइड को ऊतकों से फेफड़ों तक वापस ले जाने में भी मदद करते हैं। रक्त को जमाने में प्लेटलेट्स (platelets) की भूमिका होती है। संक्रमण से लड़ना और प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाएं श्वेत रक्त कोशिकाओं (white blood cells) द्वारा की जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘ध्वनि’ (Sound) तरंगों के संदर्भ में, कौन सा कथन सत्य है?
- (a) ये अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse Waves) हैं
- (b) ये निर्वात (Vacuum) में यात्रा कर सकती हैं
- (c) ये अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal Waves) हैं
- (d) ये प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम में कणों के कंपन से उत्पन्न होती हैं और यह कंपन कणों की गति की दिशा के समानांतर होती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं, जिसका अर्थ है कि माध्यम के कण तरंग के प्रसार की दिशा के समानांतर आगे-पीछे होते हैं। अनुप्रस्थ तरंगों में, कण तरंग प्रसार की दिशा के लंबवत कंपन करते हैं (जैसे प्रकाश तरंगें)। ध्वनि को यात्रा करने के लिए एक माध्यम (ठोस, तरल या गैस) की आवश्यकता होती है; यह निर्वात में यात्रा नहीं कर सकती। ध्वनि की गति प्रकाश की गति से बहुत कम होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में ‘अग्न्याशय’ (Pancreas) का प्राथमिक कार्य क्या है?
- (a) पित्त का उत्पादन
- (b) इंसुलिन और पाचन एंजाइमों का उत्पादन
- (c) लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण
- (d) हार्मोन के लिए भंडार के रूप में कार्य करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अग्न्याशय एक मिश्रित ग्रंथि है जिसमें अंतःस्रावी (endocrine) और बहिःस्रावी (exocrine) दोनों कार्य होते हैं।
व्याख्या (Explanation): अग्न्याशय का अंतःस्रावी भाग इंसुलिन और ग्लूकागन जैसे हार्मोन का उत्पादन करता है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करते हैं। इसका बहिःस्रावी भाग मुख्य रूप से पाचन एंजाइमों (जैसे एमाइलेज, लाइपेज, प्रोटीज) का उत्पादन करता है जो कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन के पाचन में सहायता करते हैं। पित्त का उत्पादन यकृत (liver) द्वारा होता है। लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण अस्थि मज्जा (bone marrow) में होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘ऊर्जा संरक्षण का नियम’ (Law of Conservation of Energy) क्या कहता है?
- (a) ऊर्जा को बनाया या नष्ट नहीं किया जा सकता, केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।
- (b) ऊर्जा हमेशा क्षय होती है।
- (c) ऊर्जा हमेशा संचित रहती है।
- (d) ऊर्जा केवल विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित होती है।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण का नियम थर्मोडायनामिक्स का एक मौलिक सिद्धांत है जो बताता है कि किसी भी पृथक प्रणाली (isolated system) की कुल ऊर्जा स्थिर रहती है।
व्याख्या (Explanation): ऊर्जा संरक्षण के नियम के अनुसार, ऊर्जा न तो बनाई जा सकती है और न ही नष्ट की जा सकती है। यह केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित हो सकती है (जैसे गतिज ऊर्जा से संभावित ऊर्जा, विद्युत ऊर्जा से ऊष्मा ऊर्जा, आदि)। कुल ऊर्जा हमेशा समान रहती है। ऊर्जा का क्षय हमेशा नहीं होता है, और ऊर्जा केवल विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित नहीं होती है; यह विभिन्न रूपों में परिवर्तित हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में ‘किडनी’ (Kidneys) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) रक्त परिसंचरण
- (b) अपशिष्ट उत्पादों को फ़िल्टर करना और मूत्र का उत्पादन करना
- (c) भोजन को पचाना
- (d) ऑक्सीजन का अवशोषण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुर्दे (किडनी) मूत्र प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो रक्त को फ़िल्टर करके और अपशिष्ट उत्पादों को हटाकर शरीर के तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
व्याख्या (Explanation): गुर्दे रक्त से अपशिष्ट उत्पादों (जैसे यूरिया), अतिरिक्त लवण और पानी को फ़िल्टर करते हैं, और इन पदार्थों को मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालते हैं। वे रक्तचाप को नियंत्रित करने और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में भी भूमिका निभाते हैं। रक्त परिसंचरण हृदय द्वारा नियंत्रित होता है, भोजन पाचन तंत्र में पचता है, और ऑक्सीजन फेफड़ों द्वारा अवशोषित की जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘गुरुत्वाकर्षण’ (Gravity) के बारे में कौन सा कथन सही है?
- (a) यह केवल पृथ्वी पर ही मौजूद है।
- (b) यह हमेशा आकर्षक बल होता है।
- (c) यह प्रतिकारक बल होता है।
- (d) यह केवल खगोलीय पिंडों पर लागू होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन के सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण के नियम के अनुसार, ब्रह्मांड में प्रत्येक कण प्रत्येक दूसरे कण को एक बल के साथ आकर्षित करता है।
व्याख्या (Explanation): गुरुत्वाकर्षण एक सार्वभौमिक बल है जो द्रव्यमान वाली किन्हीं भी दो वस्तुओं के बीच मौजूद होता है। यह हमेशा एक आकर्षक बल होता है, जिसका अर्थ है कि यह वस्तुओं को एक-दूसरे की ओर खींचता है। यह केवल पृथ्वी पर ही नहीं, बल्कि सभी वस्तुओं के बीच मौजूद है। यह एक प्रतिकारक बल नहीं है, और यह खगोलीय पिंडों के साथ-साथ छोटी वस्तुओं पर भी लागू होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में ‘विटामिन ए’ की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) स्कर्वी (Scurvy)
- (b) बेरीबेरी (Beriberi)
- (c) रतौंधी (Night Blindness)
- (d) सूखा रोग (Rickets)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन ए आँखों के स्वास्थ्य, विशेष रूप से कम रोशनी में दृष्टि के लिए महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन ए की कमी से ‘रतौंधी’ (Night Blindness) हो जाती है, जिससे व्यक्ति को कम रोशनी में देखने में कठिनाई होती है। स्कर्वी विटामिन सी की कमी से होता है, बेरीबेरी विटामिन बी1 की कमी से होता है, और सूखा रोग (बच्चों में) या ऑस्टियोमलेशिया (वयस्कों में) विटामिन डी की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘प्रकाश की गति’ (Speed of Light) लगभग कितनी होती है?
- (a) 3 x 10^6 मीटर प्रति सेकंड
- (b) 3 x 10^8 मीटर प्रति सेकंड
- (c) 3 x 10^10 मीटर प्रति सेकंड
- (d) 3 x 10^12 मीटर प्रति सेकंड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति एक भौतिक स्थिरांक है जो निर्वात में प्रकाश की गति को दर्शाता है।
व्याख्या (Explanation): निर्वात में प्रकाश की गति लगभग 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड होती है, जिसे आमतौर पर लगभग $3 \times 10^8$ मीटर प्रति सेकंड के रूप में अनुमानित किया जाता है। यह ब्रह्मांड में किसी भी सूचना या ऊर्जा के प्रसार की अधिकतम गति है। अन्य विकल्प प्रकाश की गति से बहुत कम या बहुत अधिक हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में, ‘ाइलम’ (Xylem) ऊतक का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) पत्तियों में भोजन का परिवहन
- (b) जड़ों से पानी और खनिजों का तनों और पत्तियों तक परिवहन
- (c) प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण
- (d) पौधों को संरचनात्मक सहायता प्रदान करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जाइलम और फ्लोएम पौधों में संवहनी ऊतक (vascular tissues) हैं जो पानी, खनिजों और शर्करा के परिवहन के लिए जिम्मेदार हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम ऊतक जड़ों से अवशोषित पानी और उसमें घुले खनिजों को पौधे के अन्य भागों, जैसे तनों और पत्तियों तक पहुँचाता है। यह पौधे को यांत्रिक सहायता भी प्रदान करता है। फ्लोएम ऊतक पत्तियों द्वारा संश्लेषित शर्करा (भोजन) को पौधे के अन्य भागों में पहुँचाता है। प्रकाश संश्लेषण कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण से जुड़ा है, जो स्टोमेटा के माध्यम से होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘विद्युत चुम्बकत्व’ (Electromagnetism) के सिद्धांत में, फैराडे का नियम किससे संबंधित है?
- (a) विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव
- (b) चुंबकीय क्षेत्र द्वारा विद्युत धारा का प्रेरण (Induction of electric current by magnetic field)
- (c) विद्युत आवेशों के बीच बल
- (d) प्रकाश की प्रकृति
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फैराडे का विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का नियम बताता है कि किसी बंद परिपथ में प्रेरित विद्युत वाहक बल (EMF) उस परिपथ से जुड़े चुंबकीय प्रवाह (magnetic flux) के परिवर्तन की दर के समानुपाती होता है।
व्याख्या (Explanation): फैराडे का नियम विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की मूल बातें समझाता है, जिसमें यह भी शामिल है कि कैसे बदलते चुंबकीय क्षेत्र विद्युत धारा उत्पन्न कर सकते हैं। यह जनरेटर और ट्रांसफार्मर जैसे उपकरणों का आधार है। विद्युत धारा का चुंबकीय प्रभाव ऑस्टेड के प्रयोग से संबंधित है। विद्युत आवेशों के बीच बल कूलम्ब के नियम से संबंधित है। प्रकाश की प्रकृति विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में मैक्सवेल के समीकरणों द्वारा वर्णित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में ‘माइटोकॉन्ड्रिया’ (Mitochondria) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रोटीन का संश्लेषण
- (b) प्रकाश संश्लेषण
- (c) कोशिका का ‘ऊर्जा गृह’ (Powerhouse of the cell)
- (d) आनुवंशिक सामग्री का भंडारण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया यूकैरियोटिक कोशिकाओं के अंदर पाए जाने वाले झिल्ली-बद्ध कोशिकांग (membrane-bound organelles) हैं जो सेलुलर श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) के रूप में ऊर्जा का उत्पादन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का ‘ऊर्जा गृह’ कहा जाता है क्योंकि वे सेलुलर श्वसन की प्रक्रिया के माध्यम से ऊर्जा (ATP) का उत्पादन करते हैं, जिसका उपयोग कोशिका की विभिन्न गतिविधियों के लिए किया जाता है। प्रोटीन संश्लेषण राइबोसोम (ribosomes) में होता है। प्रकाश संश्लेषण पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट (chloroplasts) में होता है। आनुवंशिक सामग्री (DNA) कोशिका के नाभिक (nucleus) में संग्रहित होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘ऊष्मा’ (Heat) के संदर्भ में, कौन सी प्रक्रिया ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है?
- (a) संवहन (Convection)
- (b) चालन (Conduction)
- (c) विकिरण (Radiation)
- (d) थर्माइलेक्ट्रिक प्रभाव (Thermoelectric effect)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): थर्माइलेक्ट्रिक प्रभाव वह घटना है जहाँ तापमान अंतर को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है, या इसके विपरीत।
व्याख्या (Explanation): थर्माइलेक्ट्रिक प्रभाव, जो सीबेक प्रभाव (Seebeck effect) के रूप में भी जाना जाता है, तब होता है जब दो भिन्न प्रवाहकीय पदार्थों के जंक्शनों पर तापमान अंतर होता है, जिससे विद्युत वाहक बल (EMF) उत्पन्न होता है। संवहन, चालन और विकिरण ऊष्मा हस्तांतरण (heat transfer) की विधियाँ हैं, न कि सीधे ऊर्जा रूपांतरण की।
अतः, सही उत्तर (d) है।