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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की मजबूत पकड़ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करता है, बल्कि दैनिक जीवन से जुड़े वैज्ञानिक सिद्धांतों की आपकी समझ को भी दर्शाता है। चाहे वह SSC हो, रेलवे हो या राज्य PSCs, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के प्रश्न हर परीक्षा का अभिन्न अंग होते हैं। इस अभ्यास सत्र में, हम कुछ ऐसे ही महत्वपूर्ण और परीक्षा-केंद्रित बहुविकल्पीय प्रश्नों पर चर्चा करेंगे, जो आपकी तैयारी को नई दिशा देंगे और आपको अपनी कमजोरियों को पहचानने में मदद करेंगे।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. पार्किंसन रोग शरीर के किस तंत्र को प्रभावित करता है?

    • (a) पाचन तंत्र
    • (b) श्वसन तंत्र
    • (c) तंत्रिका तंत्र
    • (d) परिसंचरण तंत्र

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पार्किंसन रोग एक न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है जो मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में न्यूरॉन्स की क्षति के कारण होता है।

    व्याख्या (Explanation): पार्किंसन रोग मुख्य रूप से मस्तिष्क के ‘सब्सटैंशिया निगरा’ (Substantia Nigra) क्षेत्र में डोपामाइन (Dopamine) नामक न्यूरोट्रांसमीटर (तंत्रिका-प्रेषक) का उत्पादन करने वाले न्यूरॉन्स के नष्ट होने के कारण होता है। डोपामाइन शरीर की गति को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस क्षति से कंपकंपी (tremors), कठोरता (rigidity), धीमी गति (bradykinesia) और संतुलन की समस्याएँ होती हैं, जो सभी तंत्रिका तंत्र से संबंधित कार्य हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  2. न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन की कमी से कौन सा रोग होता है?

    • (a) अल्जाइमर रोग
    • (b) पार्किंसन रोग
    • (c) मधुमेह
    • (d) ऑस्टियोपोरोसिस

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूरोट्रांसमीटर रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संकेतों को प्रसारित करते हैं। उनकी कमी या असंतुलन विशिष्ट रोगों को जन्म दे सकता है।

    व्याख्या (Explanation): पार्किंसन रोग की पहचान मस्तिष्क में डोपामाइन-उत्पादक न्यूरॉन्स की कमी से होती है, विशेष रूप से सब्सटैंशिया निगरा में। डोपामाइन की कमी शरीर की गति को नियंत्रित करने वाले न्यूरल सर्किट को बाधित करती है, जिससे पार्किंसन के विशिष्ट लक्षण जैसे कंपकंपी, कठोरता और चाल में कठिनाई होती है। जबकि अल्जाइमर रोग एसिटाइलकोलाइन (Acetylcholine) से संबंधित है, मधुमेह इंसुलिन से और ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों से संबंधित है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. लेवोडोपा (Levodopa) जो पार्किंसन के इलाज में इस्तेमाल होता है, रासायनिक रूप से किस वर्ग से संबंधित है?

    • (a) कार्बोहाइड्रेट
    • (b) प्रोटीन
    • (c) एमिनो एसिड
    • (d) लिपिड

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लेवोडोपा (L-DOPA) डोपामाइन का एक अग्रदूत है, जिसका अर्थ है कि शरीर इसे डोपामाइन में परिवर्तित कर सकता है। यह एक जैविक रूप से सक्रिय अणु है।

    व्याख्या (Explanation): लेवोडोपा (L-3,4-डाइहाइड्रॉक्सीफेनिलएलानिन) एक एमिनो एसिड है जो स्वाभाविक रूप से शरीर में उत्पन्न होता है। यह रक्त-मस्तिष्क बाधा (blood-brain barrier) को पार कर सकता है, जहाँ यह डोपामाइन में परिवर्तित हो जाता है। डोपामाइन स्वयं रक्त-मस्तिष्क बाधा को पार नहीं कर सकता, इसलिए लेवोडोपा को डोपामाइन की कमी को पूरा करने के लिए दवा के रूप में दिया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. किसी जेल (gel) की श्यानता (viscosity) पर तापमान का क्या प्रभाव पड़ता है?

    • (a) तापमान बढ़ने पर श्यानता बढ़ती है।
    • (b) तापमान बढ़ने पर श्यानता घटती है।
    • (c) तापमान का श्यानता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
    • (d) पहले बढ़ती है फिर घटती है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): श्यानता तरल पदार्थ के आंतरिक घर्षण या बहने के प्रतिरोध का माप है। तापमान बढ़ने पर, अणुओं की गतिज ऊर्जा बढ़ती है, जिससे उनके बीच का अंतर-आणविक बल कम हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): अधिकांश तरल पदार्थ और जेलों के लिए, तापमान बढ़ने पर उनकी श्यानता घट जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उच्च तापमान पर अणुओं की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है, जिससे वे अधिक आसानी से एक-दूसरे के ऊपर फिसल सकते हैं और उनके बीच के आकर्षण बल कमजोर हो जाते हैं। इससे तरल पदार्थ या जेल पतला हो जाता है और अधिक आसानी से बहता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. मानव शरीर में डोपामाइन का उत्पादन मुख्यतः किस अंग में होता है?

    • (a) यकृत (Liver)
    • (b) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (c) मस्तिष्क (Brain)
    • (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डोपामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर और हार्मोन दोनों है। इसका उत्पादन शरीर के विभिन्न हिस्सों में होता है, लेकिन मस्तिष्क में इसका उत्पादन न्यूरोट्रांसमिशन के लिए महत्वपूर्ण है।

    व्याख्या (Explanation): डोपामाइन मुख्य रूप से मस्तिष्क के ‘सब्सटैंशिया निगरा’ और ‘वेंट्रल टेगमेंटल एरिया’ (Ventral Tegmental Area – VTA) में न्यूरॉन्स द्वारा संश्लेषित होता है, जहाँ यह आंदोलन, प्रेरणा, इनाम और कई अन्य कार्यों को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यद्यपि अधिवृक्क ग्रंथि भी डोपामाइन को नोरेपेनेफ्रिन और एपिनेफ्रिन में बदलने से पहले थोड़ी मात्रा में उत्पादन करती है, मस्तिष्क न्यूरोट्रांसमिशन के लिए इसका प्राथमिक स्रोत है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  6. शरीर में कंपकंपी (tremors) किस प्रकार की गति का उदाहरण है?

    • (a) रैखिक गति
    • (b) घूर्णन गति
    • (c) दोलन गति
    • (d) प्रक्षेप्य गति

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): दोलन गति वह है जिसमें कोई वस्तु एक निश्चित बिंदु के आगे-पीछे या ऊपर-नीचे दोहरावदार गति करती है।

    व्याख्या (Explanation): कंपकंपी शरीर के एक या अधिक हिस्सों की अनैच्छिक, लयबद्ध, दोलनशील गति है। यह एक संतुलन बिंदु के चारों ओर दोहरावदार आगे-पीछे की गति है। उदाहरण के लिए, पार्किंसन रोग में हाथों की कंपकंपी, जिसमें हाथ एक निश्चित स्थिति के आसपास लगातार हिलते रहते हैं, दोलन गति का उत्कृष्ट उदाहरण है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. फार्मास्युटिकल जेल के निर्माण में आमतौर पर किस प्रकार के पॉलिमर का उपयोग किया जाता है?

    • (a) पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC)
    • (b) पॉलीइथिलीन (PE)
    • (c) हाइड्रोकार्बन पॉलिमर
    • (d) हाइड्रोफिलिक पॉलिमर (जैसे कार्बोपोल)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जेल बनाने के लिए ऐसे पॉलिमर की आवश्यकता होती है जो पानी में फूल सकें और एक नेटवर्क संरचना बना सकें जो तरल को फंसा सके।

    व्याख्या (Explanation): फार्मास्युटिकल जेलों के निर्माण में मुख्य रूप से हाइड्रोफिलिक पॉलिमर (या हाइड्रोपॉलिमर) का उपयोग किया जाता है। ये पॉलिमर पानी को अवशोषित करके फूलते हैं और एक जालीदार संरचना बनाते हैं जो जेल की स्थिरता और श्यानता प्रदान करती है। कार्बोपोल (एक प्रकार का कार्बोमर) और सेल्युलोज डेरिवेटिव (जैसे हाइड्रॉक्सीप्रोपाइल मिथाइलसेल्युलोज – HPMC) इसके सामान्य उदाहरण हैं। PVC और PE जैसे हाइड्रोकार्बन पॉलिमर आमतौर पर फार्मास्युटिकल जेलों में उपयोग नहीं होते हैं क्योंकि वे पानी में घुलनशील या फूलने वाले नहीं होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  8. मनुष्य में प्रतिवर्ती क्रियाएँ (Reflex Actions) किसके द्वारा नियंत्रित की जाती हैं?

    • (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
    • (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
    • (c) मेरुरज्जु (Spinal Cord)
    • (d) मेडुला ऑब्लांगेटा (Medulla Oblongata)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रतिवर्ती क्रियाएँ वे अनैच्छिक और तीव्र प्रतिक्रियाएँ होती हैं जो किसी उत्तेजना के जवाब में होती हैं, और इनमें मस्तिष्क की सचेत भागीदारी की आवश्यकता नहीं होती।

    व्याख्या (Explanation): प्रतिवर्ती क्रियाएँ मेरुरज्जु द्वारा नियंत्रित होती हैं, जो एक ‘रिफ्लेक्स आर्क’ (reflex arc) का हिस्सा होती है। इसमें संवेदी न्यूरॉन से मेरुरज्जु तक और फिर मोटर न्यूरॉन के माध्यम से सीधे पेशी तक संदेश जाता है, बिना मस्तिष्क तक पहुंचे। इससे प्रतिक्रिया बहुत तेज होती है। मस्तिष्क को बाद में इस क्रिया के बारे में पता चलता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  9. शरीर में दवा के वितरण (drug delivery) में विसरण (Diffusion) की प्रक्रिया की क्या भूमिका है?

    • (a) यह दवा को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
    • (b) यह दवा को रक्तप्रवाह से ऊतकों और कोशिकाओं तक पहुँचाता है।
    • (c) यह दवा को केवल उत्सर्जन अंगों तक सीमित रखता है।
    • (d) इसका दवा वितरण से कोई संबंध नहीं है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विसरण वह प्रक्रिया है जिसमें अणु उच्च सांद्रता वाले क्षेत्र से निम्न सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर बढ़ते हैं।

    व्याख्या (Explanation): दवा के वितरण में विसरण एक मौलिक प्रक्रिया है। एक बार जब दवा रक्तप्रवाह में अवशोषित हो जाती है, तो यह रक्त से शरीर के विभिन्न ऊतकों और कोशिकाओं में विसरित होती है, जहाँ इसकी सांद्रता रक्त की तुलना में कम होती है। यह सांद्रता ढाल (concentration gradient) दवा को लक्षित स्थल तक पहुँचने में मदद करता है। उदाहरण के लिए, एक जेल से दवा का त्वचा में अवशोषण भी विसरण पर आधारित होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. लेवोडोपा को अक्सर कारबिडोपा (Carbidopa) के साथ क्यों दिया जाता है?

    • (a) कारबिडोपा लेवोडोपा को रक्त-मस्तिष्क बाधा पार करने में मदद करता है।
    • (b) कारबिडोपा लेवोडोपा के साइड इफेक्ट्स को कम करता है।
    • (c) कारबिडोपा डोपामाइन में लेवोडोपा के बाहरी रूपांतरण को रोकता है।
    • (d) कारबिडोपा डोपामाइन के उत्पादन को बढ़ाता है।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कुछ दवाएं अन्य दवाओं की उपापचय को बाधित करके उनके प्रभाव को बढ़ा सकती हैं।

    व्याख्या (Explanation): लेवोडोपा शरीर में (विशेषकर आंत में) एक एंजाइम, डोपा डिकार्बोक्सिलेज (Dopa Decarboxylase) द्वारा डोपामाइन में परिवर्तित हो सकता है, इससे पहले कि वह मस्तिष्क तक पहुंचे। कारबिडोपा इस एंजाइम का एक अवरोधक है जो रक्त-मस्तिष्क बाधा को पार नहीं कर सकता। इसे लेवोडोपा के साथ देने से लेवोडोपा का अधिकांश भाग मस्तिष्क तक पहुंच पाता है, क्योंकि कारबिडोपा इसे शरीर के बाहर (परिधीय क्षेत्र में) डोपामाइन में बदलने से रोकता है। इससे लेवोडोपा की खुराक कम की जा सकती है और परिधीय साइड इफेक्ट्स भी कम होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. एक न्यूरॉन में विद्युत आवेग किस दिशा में यात्रा करता है?

    • (a) एक्सॉन → डेंड्राइट → कोशिका पिंड
    • (b) डेंड्राइट → कोशिका पिंड → एक्सॉन
    • (c) कोशिका पिंड → एक्सॉन → डेंड्राइट
    • (d) एक्सॉन → कोशिका पिंड → डेंड्राइट

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूरॉन में तंत्रिका आवेगों का संचरण एक विशिष्ट दिशा में होता है, जो न्यूरॉन की संरचना पर निर्भर करता है।

    व्याख्या (Explanation): एक न्यूरॉन में, तंत्रिका आवेग (विद्युत संकेत) आमतौर पर डेंड्राइट (प्राप्त करने वाले छोर) द्वारा प्राप्त होते हैं। फिर ये संकेत कोशिका पिंड (Soma) में संसाधित होते हैं, और अंततः एक्सॉन (संचारण वाले छोर) के माध्यम से अगले न्यूरॉन या लक्षित अंग तक भेजे जाते हैं। यह एक-दिशात्मक प्रवाह है जो तंत्रिका तंत्र के सुचारु कार्य के लिए महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. आमतौर पर औषधीय जेलों में उपयोग होने वाले परिरक्षक (Preservatives) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) जेल का रंग बदलना
    • (b) जेल का स्वाद बढ़ाना
    • (c) सूक्ष्मजीवों की वृद्धि को रोकना
    • (d) जेल की श्यानता बढ़ाना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): परिरक्षक वे पदार्थ होते हैं जिन्हें उत्पादों में सूक्ष्मजीवों के विकास को रोकने या धीमा करने के लिए मिलाया जाता है, जिससे उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है।

    व्याख्या (Explanation): औषधीय जेलों, विशेष रूप से उन जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है, में सूक्ष्मजीवों (बैक्टीरिया, कवक) के विकास का जोखिम होता है। परिरक्षक (जैसे मिथाइलपैराबेन, प्रोपाइलपैराबेन, बेंजाल्कोनियम क्लोराइड) को ऐसे उत्पादों में शामिल किया जाता है ताकि उनके उपयोग के दौरान या भंडारण के दौरान सूक्ष्मजीवों के संदूषण और विकास को रोका जा सके। यह उत्पाद की सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. मानव शरीर में समन्वय और संतुलन के लिए कौन सा मस्तिष्क का हिस्सा जिम्मेदार है?

    • (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
    • (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
    • (c) पोंस (Pons)
    • (d) मेडुला ऑब्लांगेटा (Medulla Oblongata)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भाग शरीर के विशिष्ट कार्यों को नियंत्रित करते हैं।

  14. व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क, जो मस्तिष्क के पिछले हिस्से में स्थित होता है, मुख्य रूप से स्वैच्छिक गतियों, संतुलन, समन्वय और मुद्रा को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होता है। पार्किंसन रोग में, हालांकि प्राथमिक समस्या डोपामाइन की कमी है जो बेसल गैन्ग्लिया को प्रभावित करती है, जिसके परिणामस्वरूप गति नियंत्रण में समस्या होती है, अनुमस्तिष्क भी गति के ठीक ट्यूनिंग में महत्वपूर्ण है। कंपकंपी और गति असामान्यताएं अक्सर समन्वय और संतुलन को भी प्रभावित करती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. प्रकाशिकी में उपयोग होने वाले माइक्रोस्कोप का कार्य सिद्धांत किस पर आधारित है?

    • (a) प्रकाश का परावर्तन
    • (b) प्रकाश का अपवर्तन
    • (c) प्रकाश का विवर्तन
    • (d) प्रकाश का प्रकीर्णन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): माइक्रोस्कोप छोटी वस्तुओं को बड़ा करके देखने के लिए लेंस का उपयोग करते हैं। लेंस का कार्य प्रकाश के अपवर्तन पर आधारित होता है।

    व्याख्या (Explanation): माइक्रोस्कोप में, वस्तु से आने वाली प्रकाश किरणें वस्तुनिष्ठ लेंस (objective lens) से अपवर्तित होती हैं और एक आवर्धित वास्तविक प्रतिबिंब बनाती हैं। फिर यह प्रतिबिंब नेत्रिका लेंस (eyepiece lens) द्वारा और आवर्धित होता है, जिससे एक बड़ा आभासी प्रतिबिंब बनता है जिसे देखा जा सकता है। यह पूरी प्रक्रिया प्रकाश के अपवर्तन के सिद्धांत पर आधारित है, जहाँ प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर अपनी दिशा बदलता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. दवा की लंबी अवधि की क्रिया (long-acting) के लिए फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन में किस अवधारणा का उपयोग किया जाता है?

    • (a) रैपिड रिलीज
    • (b) नियंत्रित रिलीज
    • (c) तत्काल रिलीज
    • (d) सामयिक रिलीज

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नियंत्रित रिलीज प्रणाली दवा को शरीर में एक पूर्व-निर्धारित दर और अवधि पर जारी करने के लिए डिज़ाइन की जाती है।

    व्याख्या (Explanation): ‘वन शॉट, सेवन डेज’ जैसे वाक्यांश नियंत्रित रिलीज (Controlled Release) या सस्टेन्ड रिलीज (Sustained Release) फॉर्मूलेशन को इंगित करते हैं। इन प्रणालियों को डिज़ाइन किया गया है ताकि दवा शरीर में धीरे-धीरे और लगातार एक विस्तारित अवधि के लिए जारी हो सके, जिससे खुराक की आवृत्ति कम हो जाती है और रोगी के लिए अनुपालन में सुधार होता है। यह अक्सर विशेष पॉलिमर या मैट्रिक्स संरचनाओं का उपयोग करके प्राप्त किया जाता है जो दवा के विसरण (diffusion) या क्षरण (degradation) को नियंत्रित करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. शरीर की सभी स्वैच्छिक क्रियाओं (voluntary actions) को कौन नियंत्रित करता है?

    • (a) मेरुरज्जु (Spinal Cord)
    • (b) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
    • (c) मेडुला ऑब्लांगेटा (Medulla Oblongata)
    • (d) हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रमस्तिष्क मानव मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग है और उच्च-स्तरीय संज्ञानात्मक कार्यों और स्वैच्छिक गतियों के लिए जिम्मेदार है।

    व्याख्या (Explanation): प्रमस्तिष्क (Cerebrum) मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो विचार, स्मृति, भाषा, तर्क और सभी स्वैच्छिक गतियों (जैसे चलना, बात करना, लिखना) को नियंत्रित करता है। इसमें विभिन्न लोब (Frontal, Parietal, Temporal, Occipital) होते हैं, जिनमें से प्रत्येक विशिष्ट कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है। मेडुला ऑब्लांगेटा अनैच्छिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है, मेरुरज्जु प्रतिवर्ती क्रियाओं को नियंत्रित करती है, और हाइपोथैलेमस अंतःस्रावी तंत्र और समस्थापन (homeostasis) को नियंत्रित करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. रासायनिक संतुलन (Chemical Equilibrium) की स्थिति में, अग्र और पश्च अभिक्रियाओं की दरें क्या होती हैं?

    • (a) अग्र अभिक्रिया की दर पश्च अभिक्रिया से अधिक होती है।
    • (b) पश्च अभिक्रिया की दर अग्र अभिक्रिया से अधिक होती है।
    • (c) अग्र और पश्च अभिक्रियाओं की दरें समान होती हैं।
    • (d) अभिक्रियाएँ रुक जाती हैं।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक संतुलन एक गतिक संतुलन है जहाँ अभिकारक उत्पादों में और उत्पाद अभिकारकों में परिवर्तित होते रहते हैं, लेकिन शुद्ध परिवर्तन शून्य होता है।

    व्याख्या (Explanation): रासायनिक संतुलन पर, एक प्रतिवर्ती अभिक्रिया में आगे की ओर (अभिकारकों से उत्पाद) और पीछे की ओर (उत्पादों से अभिकारक) की अभिक्रियाएँ समान दरों पर होती हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि अभिक्रिया रुक जाती है; बल्कि, यह एक गतिक संतुलन है जहाँ अभिकारक और उत्पादों की सांद्रता स्थिर रहती है क्योंकि उनके बनने और टूटने की दरें बराबर होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग में किस प्रकार की तरंगों का उपयोग किया जाता है?

    • (a) रेडियो तरंगें
    • (b) माइक्रो तरंगें
    • (c) ध्वनि तरंगें
    • (d) एक्स-रे तरंगें

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अल्ट्रासाउंड चिकित्सा इमेजिंग में उच्च आवृत्ति वाली ध्वनि तरंगों का उपयोग किया जाता है जो शरीर के ऊतकों से परावर्तित होकर चित्र बनाती हैं।

    व्याख्या (Explanation): अल्ट्रासाउंड (या सोनोग्राफी) एक गैर-आक्रामक इमेजिंग तकनीक है जो शरीर के आंतरिक अंगों, मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं की तस्वीरें बनाने के लिए उच्च आवृत्ति वाली ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है। ये ध्वनि तरंगें मानव श्रवण सीमा से अधिक होती हैं (इसलिए ‘अल्ट्रा’)। जब ये तरंगें शरीर के अंदर जाती हैं और ऊतकों से टकराकर परावर्तित होती हैं, तो एक कंप्यूटर इन परावर्तित तरंगों को एक चित्र में परिवर्तित करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. मानव शरीर में कौन सी ग्रंथि ‘मास्टर ग्रंथि’ के रूप में जानी जाती है जो अन्य ग्रंथियों को नियंत्रित करती है?

    • (a) थायरॉयड ग्रंथि
    • (b) अग्न्याशय
    • (c) पीयूष ग्रंथि (Pituitary Gland)
    • (d) अधिवृक्क ग्रंथि

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अंतःस्रावी तंत्र में, पीयूष ग्रंथि कई अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों के हार्मोन उत्पादन को नियंत्रित करके केंद्रीय भूमिका निभाती है।

    व्याख्या (Explanation): पीयूष ग्रंथि, जिसे अक्सर ‘मास्टर ग्रंथि’ कहा जाता है, मस्तिष्क के आधार पर स्थित होती है। यह विभिन्न हार्मोन का उत्पादन और स्राव करती है जो थायरॉयड ग्रंथि, अधिवृक्क ग्रंथि, प्रजनन ग्रंथियों और वृद्धि जैसी कई अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों और शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करते हैं। यह हाइपोथैलेमस के नियंत्रण में कार्य करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. रसायन विज्ञान में, पीएच (pH) स्केल क्या दर्शाता है?

    • (a) किसी विलयन का तापमान
    • (b) किसी विलयन की विद्युत चालकता
    • (c) किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता
    • (d) किसी विलयन की श्यानता

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पीएच स्केल हाइड्रोनियम आयनों (H3O+) की सांद्रता के आधार पर किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता को मापता है।

    व्याख्या (Explanation): पीएच (potential of hydrogen) स्केल 0 से 14 तक होता है और इसका उपयोग किसी जलीय विलयन की अम्लता या क्षारीयता को मापने के लिए किया जाता है। 7 का पीएच मान उदासीन होता है (जैसे शुद्ध पानी), 7 से कम पीएच अम्लीय विलयन को दर्शाता है, और 7 से अधिक पीएच क्षारीय (या बुनियादी) विलयन को दर्शाता है। यह दवा के निर्माण और प्रभावशीलता में महत्वपूर्ण है, क्योंकि शरीर के पीएच और दवा के पीएच का संतुलन दवा के अवशोषण और स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  22. परमाणु रिएक्टरों में न्यूट्रॉन मंदक (moderator) के रूप में किसका उपयोग किया जाता है?

    • (a) साधारण जल
    • (b) भारी जल (D2O)
    • (c) ग्रेफाइट
    • (d) (b) और (c) दोनों

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूट्रॉन मंदक ऐसे पदार्थ होते हैं जो परमाणु विखंडन की श्रृंखला अभिक्रिया को बनाए रखने के लिए न्यूट्रॉन की गतिज ऊर्जा को कम करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): परमाणु रिएक्टरों में, विखंडन अभिक्रिया को बनाए रखने के लिए उत्पन्न तेज न्यूट्रॉन को धीमा करना आवश्यक होता है ताकि वे यूरेनियम परमाणुओं द्वारा अवशोषित हो सकें और आगे विखंडन कर सकें। इस प्रक्रिया के लिए भारी जल (ड्यूटेरियम ऑक्साइड, D2O) और ग्रेफाइट दोनों का उपयोग न्यूट्रॉन मंदक के रूप में किया जाता है। ये पदार्थ न्यूट्रॉन से टकराते हैं और उनकी ऊर्जा को गतिज ऊर्जा में परिवर्तित करके उन्हें धीमा कर देते हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  23. मस्तिष्क की सुरक्षा के लिए कौन सी संरचना जिम्मेदार है?

    • (a) पसलियां (Ribs)
    • (b) रीढ़ की हड्डी (Spinal column)
    • (c) खोपड़ी (Skull)
    • (d) श्रोणि (Pelvis)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कंकाल प्रणाली शरीर के नाजुक अंगों को यांत्रिक सुरक्षा प्रदान करती है।

    व्याख्या (Explanation): खोपड़ी (क्रेनियम) हड्डियों का एक कठोर, सुरक्षात्मक आवरण है जो मस्तिष्क को बाहरी झटकों और चोटों से बचाता है। यह मस्तिष्क को एक सुरक्षित और स्थिर वातावरण प्रदान करती है। पसलियां फेफड़ों और हृदय की रक्षा करती हैं, रीढ़ की हड्डी मेरुरज्जु की रक्षा करती है, और श्रोणि आंतरिक अंगों और प्रजनन अंगों की रक्षा करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एक पदार्थ ऑक्सीजन के साथ मिलकर ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करता है, क्या कहलाती है?

    • (a) अपघटन (Decomposition)
    • (b) उदासीनीकरण (Neutralization)
    • (c) दहन (Combustion)
    • (d) किण्वन (Fermentation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): दहन एक तीव्र ऑक्सीकरण अभिक्रिया है जो ऊर्जा (ऊष्मा और प्रकाश के रूप में) मुक्त करती है।

    व्याख्या (Explanation): दहन एक तीव्र रासायनिक अभिक्रिया है जो एक ईंधन और एक ऑक्सीकरण एजेंट (आमतौर पर ऑक्सीजन) के बीच होती है, जिससे ऊष्मा और प्रकाश ऊर्जा के रूप में मुक्त होते हैं। यह एक एक्ज़ोथर्मिक (ऊष्माक्षेपी) अभिक्रिया है। श्वसन, हालांकि नियंत्रित, जैविक दहन का एक रूप है जो कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पन्न करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  25. एक ध्वनि तरंग की पिच (Pitch) किस पर निर्भर करती है?

    • (a) आयाम (Amplitude)
    • (b) आवृत्ति (Frequency)
    • (c) तरंग दैर्ध्य (Wavelength)
    • (d) गति (Speed)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पिच ध्वनि तरंग की वह विशेषता है जो निर्धारित करती है कि ध्वनि कितनी तीखी या सपाट है।

    व्याख्या (Explanation): ध्वनि तरंग की पिच उसकी आवृत्ति पर निर्भर करती है। उच्च आवृत्ति वाली ध्वनि तरंग की पिच उच्च होती है (तीखी आवाज), जबकि कम आवृत्ति वाली ध्वनि तरंग की पिच निम्न होती है (गहरी आवाज)। आयाम ध्वनि की प्रबलता (loudness) से संबंधित है, और तरंग दैर्ध्य गति और आवृत्ति से संबंधित है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  26. मानव शरीर में ‘ब्लड-ब्रेन बैरियर’ (Blood-Brain Barrier – BBB) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) रक्त को मस्तिष्क में प्रवेश करने से रोकना
    • (b) मस्तिष्क को हानिकारक पदार्थों से बचाना
    • (c) मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति नियंत्रित करना
    • (d) मस्तिष्क से अपशिष्ट निकालना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ब्लड-ब्रेन बैरियर एक अत्यधिक चयनात्मक पारगम्य बाधा है जो रक्त और मस्तिष्क के बाह्यकोशिकीय तरल पदार्थ के बीच बनती है।

    व्याख्या (Explanation): ब्लड-ब्रेन बैरियर मस्तिष्क को रक्तप्रवाह में मौजूद संभावित हानिकारक पदार्थों, रोगजनकों और विषाक्त पदार्थों से बचाने के लिए एक सुरक्षात्मक तंत्र के रूप में कार्य करता है। यह मस्तिष्क के पर्यावरण को स्थिर रखता है, न्यूरॉन्स को सही ढंग से कार्य करने की अनुमति देता है। यह चुनिंदा रूप से आवश्यक पोषक तत्वों को मस्तिष्क में प्रवेश करने देता है जबकि अधिकांश अन्य पदार्थों को रोकता है। यही कारण है कि लेवोडोपा दिया जाता है, क्योंकि डोपामाइन स्वयं इस बाधा को पार नहीं कर सकता।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  27. किसी विलयन का अपवर्तनांक (refractive index) किस कारक पर निर्भर नहीं करता है?

    • (a) विलयन की सांद्रता
    • (b) प्रकाश का तरंग दैर्ध्य
    • (c) तापमान
    • (d) विलयन की मात्रा

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक एक ऑप्टिकल गुण है जो प्रकाश के एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करने पर उसके मुड़ने की डिग्री का वर्णन करता है। यह माध्यम के घनत्व और संरचना से संबंधित होता है।

    व्याख्या (Explanation): किसी विलयन का अपवर्तनांक उसकी रासायनिक प्रकृति, सांद्रता, तापमान और उस प्रकाश के तरंग दैर्ध्य पर निर्भर करता है जिसका उपयोग माप के लिए किया जा रहा है। हालाँकि, विलयन की कुल मात्रा का अपवर्तनांक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, क्योंकि यह एक गहन गुण (intensive property) है, न कि एक विस्तृत गुण (extensive property)।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  28. कार्बनिक यौगिकों में, निम्नलिखित में से कौन सा कार्यात्मक समूह (functional group) लेवोडोपा में मौजूद होता है?

    • (a) कीटोन
    • (b) एस्टर
    • (c) कार्बोक्सिलिक एसिड और एमीन
    • (d) एल्डिहाइड

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्यात्मक समूह अणु के वे हिस्से होते हैं जो उसके रासायनिक गुणों को निर्धारित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): लेवोडोपा का रासायनिक नाम L-3,4-डाइहाइड्रॉक्सीफेनिलएलानिन है। इसके रासायनिक संरचना में एक कार्बोक्सिलिक एसिड (-COOH) समूह और एक एमीन (-NH2) समूह होता है। ये दोनों कार्यात्मक समूह एमिनो एसिड की विशिष्ट पहचान हैं, और लेवोडोपा एक प्रकार का एमिनो एसिड ही है। इसके अतिरिक्त, इसमें दो हाइड्रॉक्सिल (-OH) समूह भी होते हैं जो इसे एक कैटेचोल बनाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  29. एट्रोफी (Atrophy) शब्द का क्या अर्थ है?

    • (a) कोशिकाओं या ऊतक का आकार बढ़ना
    • (b) कोशिकाओं या ऊतक का अपघटन या क्षय
    • (c) कोशिकाओं या ऊतक की अत्यधिक वृद्धि
    • (d) कोशिकाओं या ऊतक का पुनर्जनन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एट्रोफी एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें कोशिकाएँ, ऊतक या अंग अपने आकार में कम हो जाते हैं या खराब हो जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): एट्रोफी का अर्थ है किसी अंग, ऊतक या कोशिका के आकार में कमी या उसका क्षय। यह आमतौर पर कोशिकाओं के द्रव्यमान के नुकसान या कोशिका मृत्यु के कारण होता है। यह उम्र बढ़ने, पोषण की कमी, बीमारी या उपयोग की कमी (जैसे मांसपेशियों की एट्रोफी) के कारण हो सकता है। न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों में, जैसे पार्किंसन या अल्जाइमर, मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में न्यूरॉन्स की एट्रोफी देखी जाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  30. एक ठोस में ऊष्मा का संचरण मुख्य रूप से किस विधि से होता है?

    • (a) संवहन (Convection)
    • (b) विकिरण (Radiation)
    • (c) चालन (Conduction)
    • (d) इनमें से कोई नहीं

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊष्मा संचरण के तीन मुख्य तरीके हैं: चालन, संवहन और विकिरण। प्रत्येक की विशेषता माध्यम और ऊर्जा के स्थानांतरण के तरीके से होती है।

    व्याख्या (Explanation): ठोस पदार्थों में, ऊष्मा का संचरण मुख्य रूप से चालन विधि से होता है। इसमें ऊष्मा ऊर्जा कंपन करते हुए परमाणुओं या अणुओं के बीच सीधे संपर्क के माध्यम से एक अणु से दूसरे अणु में स्थानांतरित होती है, बिना पदार्थ के वास्तविक गति के। संवहन तरल पदार्थ और गैसों में होता है, जबकि विकिरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  31. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि कौन सी है?

    • (a) थायरॉयड ग्रंथि
    • (b) अग्न्याशय
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) लार ग्रंथि

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में अंग विभिन्न कार्य करते हैं, और उनके आकार उनकी भूमिका के अनुसार भिन्न होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): यकृत मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि और सबसे बड़ा आंतरिक अंग है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिसमें विषहरण (detoxification), प्रोटीन संश्लेषण और पाचन के लिए पित्त का उत्पादन शामिल है। अग्न्याशय, थायरॉयड और लार ग्रंथियां भी महत्वपूर्ण हैं लेकिन यकृत से छोटी होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  32. निम्नलिखित में से कौन सा कारक किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित नहीं करता है?

    • (a) अभिकारकों की सांद्रता
    • (b) तापमान
    • (c) उत्प्रेरक की उपस्थिति
    • (d) अभिक्रिया पात्र का आकार

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक अभिक्रिया की दर उन कारकों पर निर्भर करती है जो अभिकारकों के बीच प्रभावी टक्करों की संख्या और ऊर्जा को प्रभावित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): अभिकारकों की सांद्रता (उच्च सांद्रता अधिक टक्करें), तापमान (उच्च तापमान अधिक गतिज ऊर्जा), और उत्प्रेरक की उपस्थिति (सक्रियण ऊर्जा कम करना) सभी रासायनिक अभिक्रिया की दर को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं। हालांकि, अभिक्रिया पात्र का आकार (आयतन) सीधे रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित नहीं करता है, बशर्ते कि सांद्रता (जो मात्रा पर निर्भर करती है) को स्थिर रखा जाए। यह केवल अभिकारकों की कुल मात्रा को बदल सकता है, न कि प्रतिक्रिया की आंतरिक दर को।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  33. मानव नेत्र में किसी वस्तु का प्रतिबिंब कहाँ बनता है?

    • (a) कॉर्निया
    • (b) आइरिस
    • (c) रेटिना
    • (d) पुतली

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव नेत्र एक जटिल ऑप्टिकल प्रणाली है जो प्रकाश को केंद्रित करके रेटिना पर एक स्पष्ट छवि बनाती है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश कॉर्निया से प्रवेश करता है, पुतली से होकर गुजरता है, और लेंस द्वारा रेटिना पर केंद्रित होता है। रेटिना नेत्रगोलक के पीछे की प्रकाश-संवेदनशील परत है जिसमें लाखों प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाएं (छड़ और शंकु) होती हैं। ये कोशिकाएं प्रकाश को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करती हैं, जिन्हें ऑप्टिक तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क में भेजा जाता है, जहाँ उन्हें छवियों के रूप में व्याख्या किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  34. निम्नलिखित में से कौन एक अंतःस्रावी ग्रंथि नहीं है?

    • (a) थायरॉयड
    • (b) पीयूष
    • (c) लार ग्रंथि
    • (d) अधिवृक्क

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अंतःस्रावी ग्रंथियाँ वे होती हैं जो हार्मोन को सीधे रक्तप्रवाह में स्रावित करती हैं, जबकि बहिःस्रावी ग्रंथियाँ नलिकाओं के माध्यम से अपने स्राव को शरीर की सतहों या गुहाओं में छोड़ती हैं।

    व्याख्या (Explanation): थायरॉयड, पीयूष और अधिवृक्क ग्रंथियाँ सभी अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हैं जो विभिन्न हार्मोन का उत्पादन और सीधे रक्तप्रवाह में स्रावित करती हैं। लार ग्रंथि एक बहिःस्रावी ग्रंथि है जो लार का उत्पादन करती है और इसे नलिकाओं के माध्यम से मुंह में छोड़ती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  35. निम्नलिखित में से कौन सा एक बायोपोलीमर (biopolymer) का उदाहरण है जिसका उपयोग दवा वितरण में किया जा सकता है?

    • (a) पॉलीविनाइल अल्कोहल
    • (b) स्टार्च
    • (c) पॉलीइथिलीन ग्लाइकॉल
    • (d) पॉलीप्रोपलीन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बायोपोलीमर वे पॉलिमर होते हैं जो जीवित जीवों द्वारा उत्पादित होते हैं और अक्सर जैव-संगत (biocompatible) और जैव-अवक्रमणीय (biodegradable) होते हैं, जो उन्हें दवा वितरण के लिए आदर्श बनाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): स्टार्च एक प्राकृतिक कार्बोहाइड्रेट बायोपोलीमर है जो पौधों में पाया जाता है। इसका उपयोग फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन में एक एक्सिपिएंट (excipient) के रूप में, जैसे टैबलेट बाइंडर, डिसइंटीग्रेंट, और कुछ नियंत्रित-रिलीज प्रणालियों में किया जाता है। पॉलीविनाइल अल्कोहल और पॉलीइथिलीन ग्लाइकॉल सिंथेटिक पॉलिमर हैं, जबकि पॉलीप्रोपलीन एक प्लास्टिक है जिसका उपयोग आमतौर पर पैकेजिंग के लिए किया जाता है, दवा वितरण के लिए नहीं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  36. एक वस्तु का जड़त्व (Inertia) सीधे किस पर निर्भर करता है?

    • (a) वस्तु की गति
    • (b) वस्तु का द्रव्यमान
    • (c) वस्तु का आयतन
    • (d) वस्तु का आकार

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जड़त्व किसी वस्तु का वह गुण है जिसके कारण वह अपनी विरामावस्था या सीधी रेखा में एकसमान गति की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है।

    व्याख्या (Explanation): जड़त्व किसी वस्तु के द्रव्यमान का प्रत्यक्ष माप है। जिस वस्तु का द्रव्यमान जितना अधिक होता है, उसमें उतनी ही अधिक जड़त्व होता है, जिसका अर्थ है कि उसकी गति की स्थिति को बदलना उतना ही कठिन होता है। न्यूटन के गति के पहले नियम में जड़त्व की अवधारणा निहित है। गति, आयतन या आकार जड़त्व को सीधे प्रभावित नहीं करते हैं; हालांकि, आयतन और आकार द्रव्यमान से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन द्रव्यमान ही सीधा निर्धारक है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  37. हार्मोन और एंजाइम के बीच मुख्य अंतर क्या है?

    • (a) हार्मोन केवल पौधों में पाए जाते हैं, एंजाइम केवल जानवरों में।
    • (b) हार्मोन रासायनिक संदेशवाहक होते हैं, जबकि एंजाइम जैविक उत्प्रेरक होते हैं।
    • (c) हार्मोन प्रोटीन से बने होते हैं, एंजाइम कार्बोहाइड्रेट से।
    • (d) हार्मोन हमेशा अभिक्रियाओं को तेज करते हैं, एंजाइम हमेशा धीमा करते हैं।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हार्मोन और एंजाइम दोनों जैविक अणु हैं जिनकी शरीर में अलग-अलग, लेकिन महत्वपूर्ण भूमिकाएँ होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): हार्मोन रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा उत्पादित होते हैं और रक्तप्रवाह में स्रावित होते हैं, जो दूर के लक्ष्य अंगों में विशिष्ट शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं (जैसे वृद्धि, चयापचय)। दूसरी ओर, एंजाइम जैविक उत्प्रेरक होते हैं (आमतौर पर प्रोटीन) जो रासायनिक अभिक्रियाओं की दर को तेज करते हैं (सक्रियण ऊर्जा को कम करके), लेकिन वे स्वयं अभिक्रिया में खपत नहीं होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  38. ऑक्सीकरण-अपचयन (Redox) अभिक्रियाओं में, ऑक्सीकरण का क्या अर्थ है?

    • (a) इलेक्ट्रॉन का प्राप्त होना
    • (b) इलेक्ट्रॉन का खोना
    • (c) प्रोटॉन का प्राप्त होना
    • (d) न्यूट्रॉन का खोना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रेडॉक्स अभिक्रियाओं में इलेक्ट्रॉन का स्थानांतरण शामिल होता है। ऑक्सीकरण और अपचयन एक साथ होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): रसायन विज्ञान में, ऑक्सीकरण को आमतौर पर एक परमाणु, अणु या आयन द्वारा इलेक्ट्रॉन के नुकसान के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसके विपरीत, अपचयन इलेक्ट्रॉन के लाभ को दर्शाता है। ये दोनों प्रक्रियाएँ हमेशा एक साथ होती हैं; जब एक पदार्थ ऑक्सीकृत होता है, तो दूसरा पदार्थ अपचित होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  39. मानव शरीर में रक्त का थक्का जमने में कौन सा विटामिन सहायक है?

    • (a) विटामिन A
    • (b) विटामिन C
    • (c) विटामिन D
    • (d) विटामिन K

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन शरीर के सामान्य कार्यों के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं, जिनमें से कुछ रक्त जमावट जैसे विशिष्ट कार्यों में शामिल होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन K रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया के लिए आवश्यक है। यह यकृत में कुछ प्रोटीन (जैसे प्रोथ्रोम्बिन) के संश्लेषण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो रक्त जमावट के लिए आवश्यक होते हैं। विटामिन A आँखों की रोशनी के लिए, विटामिन C प्रतिरक्षा और कोलेजन संश्लेषण के लिए, और विटामिन D हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  40. प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में कौन सी ऊर्जा परिवर्तित होती है?

    • (a) रासायनिक ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में
    • (b) प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में
    • (c) यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में
    • (d) ध्वनि ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से खाद्य पदार्थों को संश्लेषित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण में, पौधे क्लोरोफिल की मदद से सूर्य के प्रकाश (प्रकाश ऊर्जा) को अवशोषित करते हैं। इस ऊर्जा का उपयोग पानी और कार्बन डाइऑक्साइड को ग्लूकोज (एक चीनी, रासायनिक ऊर्जा का रूप) और ऑक्सीजन में बदलने के लिए किया जाता है। इस प्रकार, प्रकाश ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  41. द्रवचालित लिफ्ट (Hydraulic Lift) किस सिद्धांत पर कार्य करती है?

    • (a) आर्कमिडीज का सिद्धांत
    • (b) पास्कल का सिद्धांत
    • (c) बर्नौली का सिद्धांत
    • (d) न्यूटन का तीसरा नियम

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पास्कल का सिद्धांत बताता है कि एक संलग्न तरल पदार्थ में किसी भी बिंदु पर लगाया गया दबाव सभी दिशाओं में समान रूप से प्रसारित होता है।

    व्याख्या (Explanation): द्रवचालित लिफ्ट, ब्रेक और प्रेस सभी पास्कल के सिद्धांत पर कार्य करते हैं। एक छोटे पिस्टन पर लगाया गया एक छोटा बल एक बड़े क्षेत्र पर रखे बड़े पिस्टन पर एक बहुत बड़े बल को उत्पन्न करने के लिए एक तरल पदार्थ के माध्यम से प्रसारित होता है, जिससे भारी वस्तुओं को उठाना संभव हो जाता है। यह सिद्धांत बताता है कि द्रव में दबाव समान रूप से फैलता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  42. पदार्थ की सबसे छोटी इकाई जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेती है, क्या कहलाती है?

    • (a) परमाणु (Atom)
    • (b) अणु (Molecule)
    • (c) प्रोटॉन (Proton)
    • (d) इलेक्ट्रॉन (Electron)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): परमाणु रासायनिक तत्वों की मूल निर्माण इकाई है।

    व्याख्या (Explanation): परमाणु किसी तत्व की सबसे छोटी इकाई है जो उस तत्व के रासायनिक गुणों को बनाए रखती है और रासायनिक अभिक्रिया में स्वतंत्र रूप से या समूह में भाग लेती है। अणु दो या दो से अधिक परमाणुओं के रासायनिक बंधन से बनता है। प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन परमाणु के उप-परमाणु कण हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  43. मानव शरीर की सबसे लंबी हड्डी कौन सी है?

    • (a) टिबिया (Tibia)
    • (b) फीमर (Femur)
    • (c) रेडियस (Radius)
    • (d) उल्ना (Ulna)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल विभिन्न प्रकार की हड्डियों से बना होता है जो शरीर को संरचना, समर्थन और गति प्रदान करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): फीमर, जिसे जांघ की हड्डी भी कहा जाता है, मानव शरीर की सबसे लंबी, सबसे भारी और सबसे मजबूत हड्डी है। यह कूल्हे से घुटने तक फैली होती है। टिबिया पिंडली की हड्डी है, जबकि रेडियस और उल्ना अग्रबाहु की हड्डियां हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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