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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान का ज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के विविध पहलुओं से पूछे जाने वाले प्रश्न आपके तार्किक कौशल और सैद्धांतिक समझ का परीक्षण करते हैं। यह खंड आपको इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपनी तैयारी को परखने और अपनी कमजोरियों को दूर करने में मदद करेगा। आइए, इन प्रश्नों के माध्यम से अपनी ज्ञान यात्रा को और मजबूत करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. निम्न में से कौन सा कथन “Doubling Down on Diamond” शीर्षक से प्रेरित एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक प्रश्न के रूप में सबसे उपयुक्त है?

    • (a) हीरे का दोहराकरण किस रासायनिक प्रक्रिया द्वारा संभव है?
    • (b) हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) दोगुना करने पर उसके प्रकाशिकी गुणों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
    • (c) क्या हीरे को कृत्रिम रूप से दोगुना घना (denser) बनाया जा सकता है, और यदि हाँ, तो इसके लिए किस भौतिक सिद्धांत का उपयोग किया जाएगा?
    • (d) हीरे का रासायनिक सूत्र C2 कैसे प्राप्त होता है?

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): घनत्व (Density) पदार्थ के द्रव्यमान (mass) और आयतन (volume) का अनुपात है (घनत्व = द्रव्यमान/आयतन)। पदार्थ के घनत्व को बदलने के लिए या तो उसका द्रव्यमान बढ़ाना होगा या उसका आयतन कम करना होगा, या दोनों। यह भौतिकी का एक मूलभूत सिद्धांत है।

    व्याख्या (Explanation): शीर्षक “Doubling Down on Diamond” का अर्थ है हीरे के किसी गुण को दोगुना करना। विकल्प (c) सीधे तौर पर घनत्व को दोगुना करने की भौतिक संभावना और उसके पीछे के सिद्धांत की बात करता है, जो कि वैज्ञानिक शोध का विषय हो सकता है। अन्य विकल्प या तो रासायनिक रूप से असंभव हैं (जैसे (a) और (d)) या हीरे के मौजूदा गुण (अपवर्तनांक) के दोगुने होने के प्रभाव पर केंद्रित हैं, जो कि प्रत्यक्ष रूप से ‘doubling down’ को भौतिक रूप से लागू करने के प्रश्न की तरह नहीं है। इसलिए, (c) सबसे उपयुक्त वैज्ञानिक प्रश्न है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  2. हीरे का कठोरतम पदार्थ होना किस प्रकार के बंध (bonding) का परिणाम है?

    • (a) आयनिक बंध (Ionic bond)
    • (b) सहसंयोजक बंध (Covalent bond)
    • (c) धात्विक बंध (Metallic bond)
    • (d) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen bond)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध में, परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करके एक मजबूत बंधन बनाते हैं। हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंध बनाता है, जिससे एक त्रि-आयामी (3D) नेटवर्क संरचना बनती है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे की अत्यधिक कठोरता उसके क्रिस्टल जालक (crystal lattice) में कार्बन परमाणुओं के बीच बने मजबूत सहसंयोजक बंधों के कारण होती है। ये बंध दिशात्मक (directional) होते हैं और समान रूप से वितरित होते हैं, जिससे इसे तोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है। आयनिक बंध आयनों के बीच इलेक्ट्रोस्टैटिक आकर्षण से बनते हैं, धात्विक बंध धातुओं में पाए जाते हैं, और हाइड्रोजन बंध परमाणुओं के बीच कमजोर आकर्षण बल होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) उच्च क्यों होता है?

    • (a) कार्बन परमाणुओं के बीच कम दूरी के कारण।
    • (b) कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधों के कारण।
    • (c) कार्बन परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की सघन (dense) पैकिंग और प्रकाश के साथ उनकी मजबूत अंतःक्रिया (interaction) के कारण।
    • (d) हीरे की कम घनत्व के कारण।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पदार्थ का अपवर्तनांक प्रकाश के कणों (फोटॉन) के साथ उस पदार्थ के इलेक्ट्रॉनों की अंतःक्रिया पर निर्भर करता है। उच्च अपवर्तनांक का अर्थ है कि प्रकाश पदार्थ में धीरे चलता है, जो इलेक्ट्रॉनों की उच्च ध्रुवीकरण (polarizability) और सघन पैकिंग से जुड़ा है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु एक सघन त्रि-आयामी संरचना में व्यवस्थित होते हैं, और प्रत्येक कार्बन परमाणु के संयोजी इलेक्ट्रॉन (valence electrons) सीमित होते हैं लेकिन मजबूत सहसंयोजक बंधों में बँधे होते हैं। ये इलेक्ट्रॉन प्रकाश के विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र के प्रति अत्यधिक प्रतिक्रियाशील (responsive) होते हैं, जिससे प्रकाश की गति धीमी हो जाती है और अपवर्तनांक उच्च हो जाता है। इलेक्ट्रॉन की सघन पैकिंग और उनकी प्रकाश के साथ मजबूत अंतःक्रिया उच्च अपवर्तनांक का मुख्य कारण है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. निम्नलिखित में से कौन सा एक कार्बन का अपरूप (allotrope) है जो हीरे की तरह कठोर होता है?

    • (a) ग्रेफाइट (Graphite)
    • (b) फुलरीन (Fullerene)
    • (c) नैनोट्यूब (Nanotube)
    • (d) फुलरीन (Buckyball)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन के कई अपरूप होते हैं, जिनमें से प्रत्येक की एक अद्वितीय आणविक संरचना और गुण होते हैं। हीरे की अत्यधिक कठोरता उसकी त्रि-आयामी नेटवर्क संरचना के कारण है।

    व्याख्या (Explanation): हालांकि ग्रेफाइट कोमल होता है, कुछ फुलरीन, विशेष रूप से उनके क्रिस्टलीय रूप या जब वे अन्य सामग्रियों के साथ मिश्रित होते हैं, तो हीरे के समान कठोरता प्रदर्शित कर सकते हैं। फुलरीन (जैसे बकमिन्स्टरफुलरीन C60) कार्बन परमाणुओं के गोलाकार या अन्य आकार के समूह होते हैं। विशेष रूप से, कुछ फुलरीन के पॉलीमर (polymers) को उच्च दबाव में संपीड़ित (compressed) करने पर अत्यंत कठोर पदार्थ बनते हैं। हालांकि, प्रश्न में “फुलरीन” को एक सामान्य वर्ग के रूप में लिया गया है, और कुछ फुलरीन-आधारित सामग्री अत्यधिक कठोर हो सकती है। (d) फुलरीन (Buckyball) विकल्प (b) का ही एक प्रकार है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. हीरे को गर्म करने पर, यदि ऑक्सीजन की अनुपस्थिति हो, तो क्या होता है?

    • (a) यह पिघल जाता है।
    • (b) यह सीधे गैस (ऊर्ध्वपातन) में बदल जाता है।
    • (c) यह काला पड़ जाता है।
    • (d) यह कार्बन डाइऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊर्ध्वपातन (Sublimation) वह प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ ठोस अवस्था से सीधे गैसीय अवस्था में परिवर्तित हो जाता है, बिना द्रव अवस्था से गुजरे।

    व्याख्या (Explanation): हीरे का गलनांक (melting point) बहुत अधिक होता है। ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में, उच्च तापमान पर हीरे का ऊर्ध्वपातन होता है। यह धीरे-धीरे गैसीय कार्बन में विघटित हो जाता है। ऑक्सीजन की उपस्थिति में, यह जलकर कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) बनाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. शरीर के विभिन्न अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए मुख्य रूप से कौन सी कोशिकाएं जिम्मेदार हैं?

    • (a) श्वेत रक्त कोशिकाएं (White blood cells)
    • (b) प्लेटलेट्स (Platelets)
    • (c) लाल रक्त कोशिकाएं (Red blood cells)
    • (d) तंत्रिका कोशिकाएं (Nerve cells)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाएं (एरिथ्रोसाइट्स) में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को बांधता है और पूरे शरीर में ऊतकों तक पहुंचाता है।

    व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) हमारे रक्त का एक महत्वपूर्ण घटक हैं। उनके अंदर मौजूद हीमोग्लोबिन, ऑक्सीजन के साथ बंध बनाकर उसे रक्त परिसंचरण तंत्र के माध्यम से सभी कोशिकाओं और ऊतकों तक पहुँचाता है, जहां यह ऊर्जा उत्पादन के लिए आवश्यक है। श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमाने में मदद करते हैं, और तंत्रिका कोशिकाएं संकेतों को संचारित करती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. पौधों में प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के दौरान ऑक्सीजन का उत्पादन किस प्रक्रिया से होता है?

    • (a) कार्बन डाइऑक्साइड का अपचयन (Reduction of carbon dioxide)
    • (b) जल का ऑक्सीकरण (Oxidation of water)
    • (c) ग्लूकोज का संश्लेषण (Synthesis of glucose)
    • (d) क्लोरोफिल का सक्रियण (Activation of chlorophyll)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की प्रकाश-निर्भर अभिक्रिया (light-dependent reaction) के दौरान, जल के अणु टूटते हैं (photolysis of water), जिससे ऑक्सीजन गैस निकलती है, इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन मुक्त होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की समग्र प्रक्रिया में, जल (H2O) को कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) के साथ मिलाकर ग्लूकोज (C6H12O6) और ऑक्सीजन (O2) बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में, जल का ऑक्सीकरण होता है, जिससे ऑक्सीजन गैस निकलती है। यह प्रकाश संश्लेषण का उप-उत्पाद (by-product) है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. यदि किसी अभिक्रिया में एक अभिकारक (reactant) का घनत्व दोगुना हो जाता है, तो उस अभिक्रिया की दर पर क्या संभावित प्रभाव पड़ेगा?

    • (a) दर अपरिवर्तित रहेगी।
    • (b) दर घट जाएगी।
    • (c) दर बढ़ सकती है।
    • (d) यह अनिश्चित है।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक अभिक्रिया दर नियम (rate law) के अनुसार, अभिक्रिया की दर अभिकारकों की सांद्रता (concentration) पर निर्भर करती है। सामान्यतः, अभिकारकों की सांद्रता बढ़ने पर उनकी अभिक्रिया दर बढ़ती है। घनत्व में वृद्धि अक्सर सांद्रता में वृद्धि से जुड़ी होती है।

    व्याख्या (Explanation): यदि एक अभिकारक का घनत्व दोगुना हो जाता है (और यह माना जाए कि आयतन स्थिर है या उस पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता), तो अभिकारकों की प्रति इकाई आयतन संख्या बढ़ जाती है, जिसका अर्थ है कि उनकी सांद्रता बढ़ जाती है। दर नियम के अनुसार, अभिकारकों की बढ़ी हुई सांद्रता से उनके आपस में टकराने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है। हालांकि, विशिष्ट अभिक्रिया और उसके दर नियम पर निर्भर करते हुए, प्रभाव थोड़ा भिन्न हो सकता है, लेकिन सामान्यतः दर बढ़ती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  9. सूर्य से आने वाली किस प्रकार की विकिरण (radiation) हमारे लिए सबसे अधिक हानिकारक हो सकती है?

    • (a) अवरक्त विकिरण (Infrared radiation)
    • (b) दृश्य प्रकाश (Visible light)
    • (c) पराबैंगनी विकिरण (Ultraviolet radiation)
    • (d) रेडियो तरंगें (Radio waves)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम (electromagnetic spectrum) में, विकिरण की आवृत्ति (frequency) जितनी अधिक होती है, उसकी ऊर्जा उतनी ही अधिक होती है और वह उतना ही अधिक हानिकारक हो सकता है। पराबैंगनी (UV) विकिरण दृश्य प्रकाश से अधिक ऊर्जावान होती है।

    व्याख्या (Explanation): पराबैंगनी (UV) विकिरण में अवरक्त विकिरण, दृश्य प्रकाश और रेडियो तरंगों की तुलना में अधिक ऊर्जा होती है। यह उच्च ऊर्जा त्वचा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है, सनबर्न का कारण बन सकती है, और त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ा सकती है। ओजोन परत UV-B और UV-C विकिरण को अवशोषित करके हमें इससे बचाती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  10. यदि किसी लेंस की फोकल लंबाई (focal length) दोगुनी कर दी जाए, तो उसकी क्षमता (power) पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

    • (a) क्षमता दोगुनी हो जाएगी।
    • (b) क्षमता आधी हो जाएगी।
    • (c) क्षमता अपरिवर्तित रहेगी।
    • (d) क्षमता चार गुना हो जाएगी।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लेंस की क्षमता (P) उसकी फोकल लंबाई (f) के व्युत्क्रमानुपाती होती है: P = 1/f (जब f मीटर में हो)।

    व्याख्या (Explanation): यदि फोकल लंबाई (f) को दोगुना (2f) कर दिया जाता है, तो नई क्षमता P’ = 1/(2f) होगी। यह मूल क्षमता P = 1/f का आधा है। इसलिए, लेंस की क्षमता आधी हो जाएगी।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. निम्नलिखित में से कौन सा अम्ल (acid) आमाशय (stomach) में पाया जाता है और भोजन के पाचन में सहायता करता है?

    • (a) सल्फ्यूरिक अम्ल (Sulfuric acid)
    • (b) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (Hydrochloric acid)
    • (c) नाइट्रिक अम्ल (Nitric acid)
    • (d) एसिटिक अम्ल (Acetic acid)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आमाशय की परत में स्थित गैस्ट्रिक ग्रंथियां (gastric glands) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) का स्राव करती हैं, जो भोजन के पाचन के लिए आवश्यक है।

    व्याख्या (Explanation): हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) आमाशय में भोजन को अम्लीय वातावरण प्रदान करता है, जो पेप्सिन (pepsin) नामक एंजाइम को सक्रिय करने और प्रोटीन के पाचन को शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह हानिकारक बैक्टीरिया को मारने में भी मदद करता है। अन्य अम्ल आमतौर पर आमाशय में नहीं पाए जाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. डीएनए (DNA) में न्यूक्लियोटाइड (nucleotide) के तीन मुख्य घटक क्या हैं?

    • (a) शर्करा, फॉस्फेट और एडेनिन (Sugar, phosphate, and adenine)
    • (b) शर्करा, फॉस्फेट और एक नाइट्रोजनस बेस (Sugar, phosphate, and a nitrogenous base)
    • (c) शर्करा, अमीनो एसिड और फॉस्फेट (Sugar, amino acid, and phosphate)
    • (d) शर्करा, फॉस्फेट और यूरेसिल (Sugar, phosphate, and uracil)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) एक पॉलीमर है जो न्यूक्लियोटाइड से बना होता है। प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड में तीन घटक होते हैं: एक डीऑक्सीराइबोस शर्करा, एक फॉस्फेट समूह और एक नाइट्रोजनस बेस।

    व्याख्या (Explanation): डीएनए के नाइट्रोजनस बेस चार प्रकार के होते हैं: एडेनिन (A), गुआनिन (G), साइटोसिन (C), और थाइमिन (T)। डीएनए में शर्करा डीऑक्सीराइबोस होती है। फॉस्फेट समूह इन न्यूक्लियोटाइड को एक साथ जोड़कर डीएनए की रीढ़ (backbone) बनाता है। यूरेसिल (U) आरएनए (RNA) में पाया जाता है, डीएनए में नहीं। अमीनो एसिड प्रोटीन के निर्माण खंड हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. कोशिका की ऊर्जा मुद्रा (energy currency) किसे कहा जाता है?

    • (a) ग्लूकोज (Glucose)
    • (b) एटीपी (ATP)
    • (c) डीएनए (DNA)
    • (d) आरएनए (RNA)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एटीपी (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) एक उच्च-ऊर्जा अणु है जो कोशिका के चयापचय (metabolic) कार्यों के लिए ऊर्जा प्रदान करता है।

    व्याख्या (Explanation): एटीपी (Adenosine Triphosphate) को कोशिका की “ऊर्जा मुद्रा” के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह कोशिका की विभिन्न गतिविधियों, जैसे मांसपेशियों के संकुचन, तंत्रिका आवेगों के संचरण, और रासायनिक संश्लेषण के लिए ऊर्जा जारी करने के लिए आवश्यक ऊर्जा को संग्रहीत और परिवहन करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. ऑक्सीजन का आणविक सूत्र (molecular formula) क्या है?

    • (a) O
    • (b) O2
    • (c) O3
    • (d) H2O

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आणविक सूत्र एक अणु में मौजूद प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या को दर्शाता है।

    व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन एक द्विपरमाणुक (diatomic) अणु है, जिसका अर्थ है कि ऑक्सीजन के एक अणु में ऑक्सीजन के दो परमाणु एक साथ सहसंयोजक बंध द्वारा जुड़े होते हैं। इसलिए, इसका आणविक सूत्र O2 है। O3 ओजोन का सूत्र है, O ऑक्सीजन परमाणु का प्रतिनिधित्व करता है, और H2O जल का सूत्र है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. एक चालक (conductor) में विद्युत धारा (electric current) का प्रवाह मुख्य रूप से किसके कारण होता है?

    • (a) प्रोटॉन (Protons)
    • (b) न्यूट्रॉन (Neutrons)
    • (c) इलेक्ट्रॉन (Electrons)
    • (d) आयन (Ions)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा आवेशित कणों का प्रवाह है। अधिकांश ठोस चालकों में, ये आवेशित कण मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): धात्विक चालकों में, सबसे बाहरी (संयोजी) इलेक्ट्रॉन परमाणु नाभिक से कमजोर रूप से बंधे होते हैं और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकते हैं। जब एक विद्युत क्षेत्र लागू किया जाता है, तो ये मुक्त इलेक्ट्रॉन एक विशिष्ट दिशा में प्रवाहित होते हैं, जिससे विद्युत धारा उत्पन्न होती है। आयन तरल चालकों (electrolytes) या आयनिक यौगिकों में धारा का प्रवाह करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. जैव-उत्प्रेरक (biocatalyst) के रूप में कार्य करने वाले प्रोटीन क्या कहलाते हैं?

    • (a) हार्मोन (Hormones)
    • (b) विटामिन (Vitamins)
    • (c) एंजाइम (Enzymes)
    • (d) एंटीबॉडी (Antibodies)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एंजाइम विशेष प्रकार के प्रोटीन होते हैं जो जीवित जीवों में जैव रासायनिक अभिक्रियाओं की गति को बढ़ाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): एंजाइम जीवित प्रणालियों में होने वाली अधिकांश रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए आवश्यक हैं। वे अभिक्रियाओं को तेज करके (उत्प्रेरित करके) जीवन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे पाचन, चयापचय और डीएनए प्रतिकृति। हार्मोन संदेशवाहक के रूप में कार्य करते हैं, विटामिन सह-कारक (cofactors) के रूप में कार्य करते हैं, और एंटीबॉडी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का हिस्सा हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधों को किस गैस की आवश्यकता होती है?

    • (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide)
    • (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं।

    व्याख्या (Explanation): पौधों की पत्तियों में मौजूद क्लोरोफिल नामक वर्णक (pigment) सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करता है। इस ऊर्जा का उपयोग करके, पौधे वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और उसे जल के साथ मिलाकर ग्लूकोज (शर्करा) बनाते हैं। ऑक्सीजन इस प्रक्रिया का उप-उत्पाद है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. ऊष्मा (heat) का वह स्थानांतरण जिसमें माध्यम की आवश्यकता नहीं होती, क्या कहलाता है?

    • (a) चालन (Conduction)
    • (b) संवहन (Convection)
    • (c) विकिरण (Radiation)
    • (d) अवशोषण (Absorption)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विकिरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा ऊर्जा विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में स्थानांतरित होती है। इसके लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।

    व्याख्या (Explanation): सूर्य से पृथ्वी तक ऊष्मा का स्थानांतरण विकिरण द्वारा होता है, जो निर्वात (vacuum) से होकर गुजरता है। चालन में ऊष्मा कणों के कंपन द्वारा स्थानांतरित होती है, और संवहन में यह द्रव या गैसों के संचलन द्वारा स्थानांतरित होती है। दोनों के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?

    • (a) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
    • (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) अग्न्याशय (Pancreas)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और एक महत्वपूर्ण ग्रंथि भी है जो विभिन्न प्रकार के स्राव (secretions) करती है।

    व्याख्या (Explanation): यकृत शरीर का सबसे भारी और सबसे बड़ा अंग होने के साथ-साथ सबसे बड़ी अंतःस्रावी ग्रंथि (endocrine gland) भी है (यदि यकृत को एक बहिःस्रावी ग्रंथि माना जाए)। यह पित्त (bile) का उत्पादन करता है, जो वसा के पाचन में सहायता करता है, और कई महत्वपूर्ण चयापचय कार्य करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. ध्वनि की तीव्रता (intensity) मापने के लिए किस इकाई का प्रयोग किया जाता है?

    • (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
    • (b) डेसिबल (Decibel)
    • (c) मीटर प्रति सेकंड (Meters per second)
    • (d) जूल (Joule)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डेसिबल (dB) ध्वनि की तीव्रता या ध्वनि दाब स्तर (sound pressure level) को मापने के लिए एक लघुगणकीय (logarithmic) पैमाना है।

    व्याख्या (Explanation): हर्ट्ज़ (Hz) आवृत्ति की इकाई है। मीटर प्रति सेकंड (m/s) गति की इकाई है। जूल (J) ऊर्जा या कार्य की इकाई है। डेसिबल का उपयोग अक्सर ध्वनि की प्रबलता को व्यक्त करने के लिए किया जाता है, जो ध्वनि तरंगों की ऊर्जा या शक्ति से संबंधित है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. मानव शरीर में कुल कितनी हड्डियाँ होती हैं?

    • (a) 206
    • (b) 212
    • (c) 300
    • (d) 150

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): वयस्क मानव कंकाल में हड्डियों की एक निश्चित संख्या होती है।

    व्याख्या (Explanation): एक औसत वयस्क मानव के शरीर में 206 हड्डियाँ होती हैं। शिशुओं में जन्म के समय अधिक हड्डियाँ होती हैं जो समय के साथ जुड़ जाती हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  22. जब किसी वस्तु को किसी द्रव में डुबोया जाता है, तो उस पर ऊपर की ओर लगने वाला बल क्या कहलाता है?

    • (a) घर्षण बल (Frictional force)
    • (b) उत्प्लावन बल (Buoyant force)
    • (c) गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational force)
    • (d) अभिकेन्द्रीय बल (Centripetal force)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आर्किमिडीज़ का सिद्धांत (Archimedes’ principle) बताता है कि जब कोई वस्तु किसी द्रव में आंशिक या पूर्ण रूप से डुबोई जाती है, तो उस पर ऊपर की ओर एक बल लगता है, जिसे उत्प्लावन बल कहते हैं। यह बल वस्तु द्वारा विस्थापित (displaced) द्रव के भार के बराबर होता है।

    व्याख्या (Explanation): उत्प्लावन बल ही वह बल है जिसके कारण वस्तुएं द्रव में तैरती हुई या हल्की प्रतीत होती हैं। घर्षण बल गति का विरोध करता है, गुरुत्वाकर्षण बल नीचे की ओर खींचता है, और अभिकेन्द्रीय बल वृत्तीय गति के लिए आवश्यक होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  23. विटामिन सी (Vitamin C) का रासायनिक नाम क्या है?

    • (a) रेटिनॉल (Retinol)
    • (b) एस्कॉर्बिक अम्ल (Ascorbic acid)
    • (c) कैल्सीफेरॉल (Calciferol)
    • (d) टोकोफेरॉल (Tocopherol)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विभिन्न विटामिनों के अपने विशिष्ट रासायनिक नाम होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन सी को एस्कॉर्बिक अम्ल के नाम से जाना जाता है। रेटिनॉल विटामिन ए है, कैल्सीफेरॉल विटामिन डी है, और टोकोफेरॉल विटामिन ई है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  24. निम्न में से कौन सा एक विद्युत का कुचालक (insulator) है?

    • (a) तांबा (Copper)
    • (b) एल्युमीनियम (Aluminum)
    • (c) प्लास्टिक (Plastic)
    • (d) चांदी (Silver)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): चालक (conductors) वे पदार्थ होते हैं जो विद्युत धारा को आसानी से प्रवाहित होने देते हैं, जबकि कुचालक (insulators) धारा के प्रवाह का विरोध करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): तांबा, एल्युमीनियम और चांदी सभी धातुएं हैं और इनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं, जो उन्हें अच्छे चालक बनाते हैं। प्लास्टिक एक अधातु (non-metal) पदार्थ है जिसके परमाणुओं में इलेक्ट्रॉन कसकर बंधे होते हैं और आसानी से प्रवाहित नहीं हो सकते, इसलिए यह विद्युत का कुचालक है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  25. मानव श्वसन प्रणाली में, गैसों का आदान-प्रदान (gas exchange) मुख्य रूप से कहाँ होता है?

    • (a) श्वासनली (Trachea)
    • (b) ब्रोन्कियल ट्यूब (Bronchial tubes)
    • (c) वायुकोशिकाएं (Alveoli)
    • (d) स्वरयंत्र (Larynx)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फेफड़ों की संरचना में वायुकोशिकाएं (Alveoli) अत्यंत पतली दीवारों वाली छोटी थैलियां होती हैं, जो गैसों के विसरण (diffusion) के लिए एक बड़ा सतह क्षेत्र प्रदान करती हैं।

    व्याख्या (Explanation): जब हम सांस लेते हैं, तो हवा फेफड़ों में वायुकोशिकाओं में पहुंचती है। इन वायुकोशिकाओं की पतली दीवारें रक्त केशिकाओं (blood capillaries) से सटी होती हैं। ऑक्सीजन वायुकोशिकाओं से रक्त में और कार्बन डाइऑक्साइड रक्त से वायुकोशिकाओं में विसरित होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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