Get free Notes

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Click Here

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों की स्पष्ट समझ आपको बेहतर अंक प्राप्त करने में मदद कर सकती है। यहाँ हम विशेष रूप से सामान्य विज्ञान के 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) का एक सेट प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी तैयारी का आकलन करने और आपकी ज्ञान की गहराई को बढ़ाने में सहायक होंगे। इन प्रश्नों को ध्यान से हल करें और अपनी समझ को मजबूत करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. सौर ऊर्जा का उपयोग करके अपशिष्ट जल से अमोनिया निकालने की प्रक्रिया में, अमोनिया को अवक्षेपित (precipitate) करने के लिए किस रासायनिक यौगिक का उपयोग किया जा सकता है?

    • (a) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
    • (b) कैल्शियम क्लोराइड (CaCl₂)
    • (c) पोटेशियम नाइट्रेट (KNO₃)
    • (d) अमोनियम क्लोराइड (NH₄Cl)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अमोनिया (NH₃) एक क्षारीय गैस है। जब इसे किसी अम्लीय या लवण विलयन के संपर्क में लाया जाता है, तो यह अवक्षेपित हो सकती है या अन्य यौगिक बना सकती है। कैल्शियम क्लोराइड (CaCl₂) पानी में घुलनशील है और अमोनिया के साथ अभिक्रिया करके कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड (Ca(OH)₂) बना सकता है, जो पानी में कुछ हद तक घुलनशील है, या यह अमोनिया के साथ जटिल यौगिक बना सकता है, जिससे अमोनिया को हटाना आसान हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): अमोनिया (NH₃) पानी में अमोनियम आयन (NH₄⁺) बनाती है। कैल्शियम क्लोराइड (CaCl₂) पानी में Ca²⁺ और 2Cl⁻ आयनों में विघटित होता है। Ca²⁺ आयन अमोनिया के साथ मिलकर कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड (Ca(OH)₂) बना सकते हैं, जो अपशिष्ट जल से अमोनिया को हटाने में मदद करता है। सोडियम क्लोराइड, पोटेशियम नाइट्रेट और अमोनियम क्लोराइड इस संदर्भ में अमोनिया को अवक्षेपित करने के लिए प्रभावी नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. सौर उपकरण में अमोनिया निष्कर्षण के लिए उपयोग की जाने वाली सौर ऊर्जा, किस प्रकार के ऊर्जा रूपांतरण का उदाहरण है?

    • (a) ऊष्मीय ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में
    • (b) प्रकाश ऊर्जा का ऊष्मीय ऊर्जा में
    • (c) रासायनिक ऊर्जा का प्रकाश ऊर्जा में
    • (d) यांत्रिक ऊर्जा का विद्युत ऊर्जा में

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सौर उपकरण सूर्य से आने वाली प्रकाश ऊर्जा (फोटोन) को अवशोषित करते हैं। यह प्रकाश ऊर्जा आमतौर पर उपकरण के भीतर ऊष्मा उत्पन्न करने के लिए उपयोग की जाती है, जिसका उपयोग फिर रासायनिक प्रक्रियाओं (जैसे अमोनिया निष्कर्षण) को चलाने के लिए किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): सौर उपकरण, जैसे सौर तापीय संग्राहक, सूर्य की प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करते हैं और इसे ऊष्मीय ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। इस ऊष्मा का उपयोग फिर विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए किया जाता है। इस विशिष्ट मामले में, सौर ऊर्जा का उपयोग उस प्रक्रिया को चलाने के लिए किया जाता है जो अपशिष्ट जल से अमोनिया निकालती है, और यह रूपांतरण प्रकाश ऊर्जा से ऊष्मीय ऊर्जा में होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. अपशिष्ट जल से अमोनिया को निकालने में किस भौतिक प्रक्रिया का उपयोग किया जा सकता है?

    • (a) आसवन (Distillation)
    • (b) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
    • (c) वाष्पीकरण (Evaporation)
    • (d) अवसादन (Sedimentation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): वाष्पीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक तरल (जैसे पानी) ऊष्मा के प्रभाव में गैस (वाष्प) में परिवर्तित हो जाता है। यदि अमोनिया पानी में घुला हुआ है, तो वाष्पीकरण से पानी और संभवतः अमोनिया दोनों वाष्पित हो सकते हैं, जिन्हें बाद में अलग किया जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): सौर उपकरण का उपयोग पानी को गर्म करने के लिए किया जाता है, जिससे वाष्पीकरण की प्रक्रिया तेज होती है। अपशिष्ट जल से अमोनिया को हटाने की कुछ विधियों में अमोनिया को मुक्त करने के लिए पानी का वाष्पीकरण शामिल हो सकता है, या फिर पानी को वाष्पित करके शेष अमोनिया को केंद्रित किया जा सकता है। आसवन (विशिष्ट क्वथनांक पर वाष्प को संघनित करना) और वाष्पीकरण (बिना संघनन के वाष्प को अलग करना) दोनों संबंधित प्रक्रियाएँ हैं। हालाँकि, सीधे “निकालने” के संदर्भ में, वाष्पीकरण एक प्रारंभिक कदम हो सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. अमोनिया (NH₃) के अणु में केंद्रीय परमाणु कौन सा है?

    • (a) हाइड्रोजन (H)
    • (b) ऑक्सीजन (O)
    • (c) नाइट्रोजन (N)
    • (d) कार्बन (C)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र NH₃ में, नाइट्रोजन (N) एक परमाणु है जो तीन हाइड्रोजन (H) परमाणुओं से जुड़ा हुआ है। नाइट्रोजन की विद्युत ऋणात्मकता हाइड्रोजन से अधिक होती है, इसलिए यह अणु का केंद्रीय परमाणु होता है।

    व्याख्या (Explanation): अमोनिया का रासायनिक सूत्र NH₃ है, जिसमें एक नाइट्रोजन परमाणु तीन हाइड्रोजन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है। नाइट्रोजन की संयोजकता 3 होती है और इसके पास एक एकाकी युग्म (lone pair) भी होता है। इस संरचना में, नाइट्रोजन केंद्रीय परमाणु होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. अपशिष्ट जल से अमोनिया हटाने की प्रक्रिया में, यदि अमोनिया को नाइट्रोजन गैस (N₂) में परिवर्तित किया जाता है, तो यह किस प्रकार की अभिक्रिया है?

    • (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
    • (b) अपचयन (Reduction)
    • (c) उदासीनीकरण (Neutralization)
    • (d) बहुलकीकरण (Polymerization)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी पदार्थ के ऑक्सीकरण अवस्था में वृद्धि होती है। अपचयन में ऑक्सीकरण अवस्था में कमी आती है। अमोनिया (NH₃) में नाइट्रोजन की ऑक्सीकरण अवस्था -3 है। नाइट्रोजन गैस (N₂) में नाइट्रोजन की ऑक्सीकरण अवस्था 0 होती है। -3 से 0 तक की वृद्धि एक ऑक्सीकरण प्रक्रिया को दर्शाती है।

    व्याख्या (Explanation): अमोनिया (NH₃) से नाइट्रोजन गैस (N₂) बनाने की प्रक्रिया में, अमोनिया का ऑक्सीकरण होता है। उदाहरण के लिए, कुछ जीवाणु या रासायनिक उत्प्रेरक अमोनिया को नाइट्रोजन गैस में परिवर्तित कर सकते हैं, जो एक ऑक्सीकरण अभिक्रिया है। इस प्रक्रिया को नाइट्रिफिकेशन (nitrification) और उसके बाद डीनाइट्रिफिकेशन (denitrification) के चरणों में समझा जा सकता है, जहाँ अमोनिया अंततः नाइट्रोजन गैस में परिवर्तित हो जाती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  6. सौर उपकरण आमतौर पर निम्नलिखित में से किस सामग्री से बने होते हैं ताकि सूर्य के प्रकाश को कुशलतापूर्वक अवशोषित किया जा सके?

    • (a) प्लास्टिक (Plastic)
    • (b) काँच (Glass)
    • (c) एल्यूमीनियम (Aluminum)
    • (d) पॉलीकार्बोनेट (Polycarbonate)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सौर ऊर्जा को अवशोषित करने और उसे ऊष्मा में बदलने के लिए, सौर उपकरणों में ऐसी सामग्री का उपयोग किया जाता है जो सूर्य के प्रकाश को अच्छी तरह से अवशोषित कर सके और ऊष्मा का संचलन (conduction) अच्छे से कर सके। एल्यूमीनियम और तांबा (copper) दोनों अच्छे ऊष्मा संवाहक हैं और अवशोषक सतहों के लिए उपयोग किए जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): सौर संग्राहकों (solar collectors) की अवशोषक प्लेटें अक्सर काले रंग की होती हैं और एल्यूमीनियम या तांबे से बनी होती हैं। ये सामग्रियां सूर्य की विकिरण ऊर्जा को प्रभावी ढंग से अवशोषित करती हैं और उस ऊष्मा को पानी या हवा तक पहुंचाती हैं। जबकि काँच का उपयोग अक्सर कवर के रूप में किया जाता है ताकि ऊष्मा को बाहर निकलने से रोका जा सके (ग्रीनहाउस प्रभाव), अवशोषक सतह मुख्य रूप से धातु की होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. अपशिष्ट जल से अमोनिया हटाने का एक पर्यावरण-अनुकूल तरीका क्यों माना जाता है?

    • (a) यह पानी में अतिरिक्त रसायन मिलाता है।
    • (b) यह अमोनिया को हानिरहित पदार्थों में परिवर्तित करता है।
    • (c) यह ऊर्जा की अत्यधिक खपत करता है।
    • (d) यह प्रक्रिया महंगी है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पर्यावरण-अनुकूल तरीकों का उद्देश्य पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है। अमोनिया जलीय जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है और यूट्रोफिकेशन (eutrophication) का कारण बन सकता है। अमोनिया को हानिरहित पदार्थों, जैसे नाइट्रोजन गैस या नाइट्रेट्स में परिवर्तित करना, जल निकायों के लिए फायदेमंद है।

    व्याख्या (Explanation): सौर उपकरणों का उपयोग करके अमोनिया को हटाना पर्यावरण-अनुकूल है क्योंकि यह सौर ऊर्जा जैसी नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करता है और अमोनिया को या तो पुनर्प्राप्त किया जा सकता है या हानिरहित पदार्थों, जैसे नाइट्रोजन गैस (N₂) में परिवर्तित किया जा सकता है, जो पर्यावरण को लाभ पहुंचाता है। यह रासायनिक प्रक्रियाओं की तुलना में कम प्रदूषक उत्पन्न करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. अमोनिया (NH₃) का जलीय विलयन क्या कहलाता है?

    • (a) अमोनिया का अम्ल
    • (b) अमोनिया का क्षार
    • (c) अमोनिया का लवण
    • (d) अमोनिया का ऑक्साइड

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अमोनिया (NH₃) पानी के साथ अभिक्रिया करके अमोनियम हाइड्रॉक्साइड (NH₄OH) बनाता है, जो एक दुर्बल क्षार है। यह OH⁻ आयन उत्पन्न करता है, जो क्षारीय प्रकृति का सूचक है।

    व्याख्या (Explanation): अमोनिया गैस जब पानी में घुलती है, तो वह थोड़ा सा पानी के साथ अभिक्रिया करके अमोनियम आयन (NH₄⁺) और हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) बनाती है: NH₃ + H₂O ⇌ NH₄⁺ + OH⁻। OH⁻ आयनों की उपस्थिति के कारण, अमोनिया का जलीय विलयन क्षारीय होता है। इस विलयन को अमोनिया का जलीय घोल (aqueous solution of ammonia) या अमोनियम हाइड्रॉक्साइड (हालांकि यह संतुलन में होता है) कहा जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके क्या बनाते हैं?

    • (a) प्रोटीन (Protein)
    • (b) वसा (Fat)
    • (c) कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate)
    • (d) विटामिन (Vitamin)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से शर्करा (ग्लूकोज) बनाते हैं। यह शर्करा एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का सामान्य समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + सूर्य का प्रकाश → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂। ग्लूकोज एक कार्बोहाइड्रेट है। पौधे इस ग्लूकोज का उपयोग ऊर्जा के स्रोत के रूप में या अन्य जटिल कार्बनिक यौगिकों (जैसे स्टार्च, सेल्यूलोज) के निर्माण के लिए करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  10. जीवित कोशिकाओं में ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या है?

    • (a) डीएनए (DNA)
    • (b) एटीपी (ATP)
    • (c) आरएनए (RNA)
    • (d) प्रोटीन (Protein)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) को कोशिका की “ऊर्जा मुद्रा” कहा जाता है। यह जीवित कोशिकाओं में ऊर्जा के हस्तांतरण के लिए प्राथमिक अणु है, जो विभिन्न सेलुलर प्रक्रियाओं को शक्ति प्रदान करता है।

    व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) या प्रकाश संश्लेषण जैसी प्रक्रियाओं के माध्यम से उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग एटीपी के संश्लेषण के लिए किया जाता है। जब कोशिका को ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तो एटीपी अणु का एक फॉस्फेट समूह टूट जाता है, जिससे ऊर्जा निकलती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. मानव शरीर में श्वसन के लिए कौन सा अंग मुख्य रूप से जिम्मेदार है?

    • (a) हृदय (Heart)
    • (b) फेफड़े (Lungs)
    • (c) मस्तिष्क (Brain)
    • (d) गुर्दे (Kidneys)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव श्वसन प्रणाली का मुख्य कार्य वातावरण से ऑक्सीजन लेना और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालना है। यह कार्य फेफड़ों द्वारा किया जाता है, जो वायुकोषों (alveoli) से बने होते हैं जहाँ गैसों का आदान-प्रदान होता है।

    व्याख्या (Explanation): फेफड़े छाती गुहा में स्थित होते हैं और डायाफ्राम (diaphragm) और पसलियों (ribs) की मांसपेशियों की मदद से सांस लेने की प्रक्रिया को संभव बनाते हैं। वायुकोषों में, ऑक्सीजन रक्त में चली जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड रक्त से वायुकोषों में आ जाती है, जिसे फिर बाहर निकाल दिया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. पादप कोशिका (Plant cell) और जंतु कोशिका (Animal cell) के बीच मुख्य अंतर क्या है?

    • (a) पादप कोशिका में नाभिक (nucleus) होता है, जंतु कोशिका में नहीं।
    • (b) पादप कोशिका में कोशिका भित्ति (cell wall) होती है, जंतु कोशिका में नहीं।
    • (c) जंतु कोशिका में क्लोरोप्लास्ट (chloroplast) होते हैं, पादप कोशिका में नहीं।
    • (d) जंतु कोशिका में रिक्तिका (vacuole) होती है, पादप कोशिका में नहीं।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पादप कोशिकाएं अपनी संरचना और कार्य के आधार पर जंतु कोशिकाओं से भिन्न होती हैं। एक प्रमुख अंतर कोशिका भित्ति की उपस्थिति है, जो पादप कोशिकाओं को संरचनात्मक सहायता और सुरक्षा प्रदान करती है।

    व्याख्या (Explanation): पादप कोशिका में कोशिका भित्ति (मुख्य रूप से सेल्यूलोज से बनी) होती है जो कोशिका झिल्ली (cell membrane) के बाहर स्थित होती है। यह कोशिका को एक निश्चित आकार देती है और अत्यधिक पानी के अवशोषण से बचाती है। जंतु कोशिकाओं में कोशिका भित्ति नहीं होती है, वे केवल कोशिका झिल्ली से घिरी होती हैं। पादप कोशिकाओं में अक्सर बड़ी केंद्रीय रिक्तिकाएँ होती हैं, जबकि जंतु कोशिकाओं में छोटी और कई रिक्तिकाएँ हो सकती हैं। दोनों प्रकार की कोशिकाओं में नाभिक, क्लोरोप्लास्ट (पादपों में) और रिक्तिकाएँ (अलग-अलग मात्रा में) होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन कौन सा घटक करता है?

    • (a) श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells)
    • (b) प्लेटलेट्स (Platelets)
    • (c) लाल रक्त कोशिकाएँ (Red Blood Cells)
    • (d) प्लाज्मा (Plasma)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को बाँधता है और शरीर के ऊतकों तक पहुँचाता है।

    व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं का प्राथमिक कार्य ऑक्सीजन का परिवहन करना है। हीमोग्लोबिन, जो लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर मौजूद होता है, ऑक्सीजन के साथ जुड़कर ऑक्सीहीमोग्लोबिन (oxyhaemoglobin) बनाता है। यह ऑक्सीजन शरीर के विभिन्न भागों में ऊतकों की कोशिकाओं तक पहुंचाई जाती है, जहाँ ऑक्सीजन का उपयोग कोशिकीय श्वसन के लिए किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  14. प्रकाश की गति (Speed of light) निर्वात (vacuum) में लगभग कितनी होती है?

    • (a) 3 × 10⁸ मीटर प्रति सेकंड
    • (b) 3 × 10⁸ किलोमीटर प्रति सेकंड
    • (c) 3 × 10⁵ मीटर प्रति सेकंड
    • (d) 3 × 10⁵ किलोमीटर प्रति सेकंड

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति निर्वात में एक मौलिक स्थिरांक है, जिसे ‘c’ से दर्शाया जाता है। यह सबसे तेज़ संभव गति है जिससे कोई ऊर्जा या सूचना यात्रा कर सकती है।

    व्याख्या (Explanation): निर्वात में प्रकाश की गति को सटीक रूप से 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड मापा गया है। इसे गणनाओं को सरल बनाने के लिए अक्सर लगभग 3 × 10⁸ मीटर प्रति सेकंड के रूप में अनुमानित किया जाता है। यह गति किलोमीटर प्रति सेकंड में लगभग 3 × 10⁵ किमी/सेकंड होगी, लेकिन प्रश्न में इकाई मीटर प्रति सेकंड में पूछी गई है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  15. विद्युत धारा (Electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?

    • (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
    • (b) ओमीटर (Ohmmeter)
    • (c) एमीटर (Ammeter)
    • (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा, आवेश के प्रवाह की दर है, जिसे एम्पीयर (Ampere) में मापा जाता है। एमीटर एक ऐसा उपकरण है जिसे किसी परिपथ में विद्युत धारा को मापने के लिए श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है।

    व्याख्या (Explanation): वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (voltage) को मापने के लिए किया जाता है, ओमीटर का उपयोग प्रतिरोध (resistance) को मापने के लिए किया जाता है, और गैल्वेनोमीटर का उपयोग बहुत छोटी मात्रा में धारा का पता लगाने के लिए किया जाता है। एमीटर को हमेशा परिपथ के साथ श्रृंखला में जोड़ा जाता है ताकि धारा का मापन किया जा सके।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. ध्वनि की गति (Speed of sound) किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?

    • (a) निर्वात (Vacuum)
    • (b) जल (Water)
    • (c) हवा (Air)
    • (d) ठोस (Solid)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें कणों के कंपन द्वारा फैलती हैं। इन तरंगों के संचरण के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। माध्यम के कण जितने सघन और मजबूती से जुड़े होंगे, ध्वनि उतनी ही तेजी से यात्रा करेगी।

    व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम की लोच (elasticity) और घनत्व (density) पर निर्भर करती है। सामान्य परिस्थितियों में, ध्वनि की गति ठोसों में सबसे अधिक, द्रवों में उससे कम और गैसों (जैसे हवा) में सबसे कम होती है। निर्वात में ध्वनि संचरित नहीं हो सकती क्योंकि वहाँ कोई कण नहीं होते। धातुओं (ठोस) में ध्वनि की गति स्टील में लगभग 5960 मीटर/सेकंड, जल में लगभग 1480 मीटर/सेकंड और हवा में लगभग 343 मीटर/सेकंड होती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  17. किसी वस्तु का भार (Weight) क्या है?

    • (a) वस्तु में पदार्थ की मात्रा
    • (b) वस्तु पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल
    • (c) वस्तु का जड़त्व (Inertia)
    • (d) वस्तु का आयतन (Volume)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, भार (Weight) किसी वस्तु पर लगने वाला वह गुरुत्वाकर्षण बल है जो उसे किसी खगोलीय पिंड (जैसे पृथ्वी) के केंद्र की ओर खींचता है। यह द्रव्यमान (mass) से भिन्न है, जो वस्तु में पदार्थ की मात्रा है।

    व्याख्या (Explanation): भार (W) का सूत्र W = mg है, जहाँ m वस्तु का द्रव्यमान है और g गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण (acceleration due to gravity) है। चूंकि गुरुत्वाकर्षण बल भिन्न हो सकता है (जैसे पृथ्वी पर और चंद्रमा पर), इसलिए वस्तु का भार भी भिन्न होगा, जबकि उसका द्रव्यमान स्थिर रहता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. इंद्रधनुष (Rainbow) किस भौतिक परिघटना के कारण बनता है?

    • (a) प्रकाश का परावर्तन (Reflection)
    • (b) प्रकाश का अपवर्तन (Refraction)
    • (c) प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering)
    • (d) प्रकाश का वर्ण विक्षेपण (Dispersion)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): इंद्रधनुष सूर्य के प्रकाश के वायुमंडल में मौजूद जल की बूंदों द्वारा होने वाले वर्ण विक्षेपण (dispersion), अपवर्तन (refraction) और परावर्तन (reflection) के संयोजन का परिणाम है। वर्ण विक्षेपण वह घटना है जिसमें सफेद प्रकाश उसके घटक रंगों में विभाजित हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): जब सूर्य का प्रकाश जल की बूंदों में प्रवेश करता है, तो यह अपवर्तित होता है। चूँकि प्रकाश के विभिन्न रंगों (तरंगदैर्ध्य) का अपवर्तन थोड़ा भिन्न होता है, प्रकाश विभाजित हो जाता है (वर्ण विक्षेपण)। फिर यह बूंदों की पिछली सतह से परावर्तित होता है और फिर से अपवर्तित होकर दर्शक तक पहुँचता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  19. पानी का क्वथनांक (Boiling point of water) सामान्य वायुमंडलीय दाब पर कितना होता है?

    • (a) 0° सेल्सियस (Celsius)
    • (b) 100° सेल्सियस (Celsius)
    • (c) -100° सेल्सियस (Celsius)
    • (d) 0° केल्विन (Kelvin)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब (vapor pressure) उसके ऊपर के वायुमंडलीय दाब के बराबर हो जाता है, जिससे तरल उबलना शुरू कर देता है।

    व्याख्या (Explanation): सामान्य वायुमंडलीय दाब (1 atm) पर, शुद्ध पानी 100° सेल्सियस (212° फारेनहाइट या 373.15 केल्विन) पर उबलता है। यह तापमान दाब के साथ बदलता रहता है; उच्च दाब पर क्वथनांक बढ़ता है और निम्न दाब पर घटता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. कार्बन का सबसे कठोर ज्ञात रूप कौन सा है?

    • (a) ग्रेफाइट (Graphite)
    • (b) हीरा (Diamond)
    • (c) कोयला (Coal)
    • (d) फुलरीन (Fullerene)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपररूप (allotropes) में, हीरा अपने क्रिस्टल संरचना के कारण अत्यंत कठोर होता है। इसकी कार्बन परमाणु एक त्रि-आयामी जाली (3D lattice) में चतुष्फलकीय (tetrahedral) व्यवस्था में जुड़े होते हैं, जिससे यह बहुत मजबूत और कठोर बनता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे में कार्बन परमाणु सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) से मजबूती से जुड़े होते हैं, जो बहुत मजबूत होते हैं। ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु षट्कोणीय (hexagonal) परतों में व्यवस्थित होते हैं, जो एक-दूसरे पर फिसल सकती हैं, इसलिए यह नरम होता है। कोयला कार्बन का एक अशुद्ध रूप है, और फुलरीन कार्बन के गोलाकार या दीर्घवृत्ताकार अणु होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. ऑक्सीजन (O₂) का एक अणु कितने ऑक्सीजन परमाणुओं से मिलकर बना होता है?

    • (a) एक (One)
    • (b) दो (Two)
    • (c) तीन (Three)
    • (d) चार (Four)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र में नीचे लिखा अंक (subscript) यह दर्शाता है कि वह तत्व उस अणु में कितनी बार उपस्थित है।

    व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन का रासायनिक सूत्र O₂ है। इसमें ‘O’ ऑक्सीजन तत्व का प्रतीक है और ‘₂’ नीचे लिखा अंक दर्शाता है कि ऑक्सीजन के दो परमाणु एक साथ बंधे हुए हैं, जिससे ऑक्सीजन का एक अणु बनता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?

    • (a) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
    • (b) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और यह सबसे बड़ी ग्रंथि भी है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिसमें पित्त का उत्पादन, विषहरण (detoxification) और चयापचय (metabolism) शामिल हैं।

    व्याख्या (Explanation): यकृत का वजन औसतन 1.5 किलोग्राम होता है, जो इसे शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि बनाता है। थायराइड ग्रंथि गर्दन में होती है, अग्न्याशय पेट के पीछे होता है और पाचन तथा हार्मोन उत्पादन में मदद करता है, और अधिवृक्क ग्रंथियां गुर्दे के ऊपर स्थित होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. मानव हृदय में कितने कक्ष (chambers) होते हैं?

    • (a) दो (Two)
    • (b) तीन (Three)
    • (c) चार (Four)
    • (d) पाँच (Five)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव हृदय एक शक्तिशाली मांसपेशी है जो पूरे शरीर में रक्त पंप करती है। इसमें चार मुख्य कक्ष होते हैं: दो ऊपरी कक्ष (अलिंद – atria) और दो निचले कक्ष (निलय – ventricles)।

    व्याख्या (Explanation): दाहिना अलिंद (right atrium) और दायां निलय (right ventricle) हृदय के दाहिने हिस्से में होते हैं, जो ऑक्सीजन रहित रक्त को शरीर से प्राप्त करते हैं और फेफड़ों में भेजते हैं। बायां अलिंद (left atrium) और बायां निलय (left ventricle) हृदय के बाएं हिस्से में होते हैं, जो ऑक्सीजन युक्त रक्त को फेफड़ों से प्राप्त करते हैं और पूरे शरीर में पंप करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. कौन सी तरंगें निर्वात में संचरित नहीं हो सकतीं?

    • (a) विद्युत चुम्बकीय तरंगें (Electromagnetic waves)
    • (b) ध्वनि तरंगें (Sound waves)
    • (c) प्रकाश तरंगें (Light waves)
    • (d) रेडियो तरंगें (Radio waves)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें यांत्रिक तरंगें (mechanical waves) होती हैं, जिन्हें संचरण के लिए एक माध्यम (जैसे ठोस, द्रव या गैस) की आवश्यकता होती है। निर्वात में कोई माध्यम नहीं होता, इसलिए ध्वनि तरंगें वहाँ यात्रा नहीं कर सकतीं।

    व्याख्या (Explanation): विद्युत चुम्बकीय तरंगें (जैसे प्रकाश, रेडियो तरंगें, एक्स-रे) निर्वात में संचरित हो सकती हैं क्योंकि उन्हें माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है; वे विद्युत और चुंबकीय क्षेत्रों के दोलनों के रूप में फैलती हैं। ध्वनि तरंगों को संचरित होने के लिए कणों के कंपन की आवश्यकता होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. ऊर्जा का सबसे शुद्ध और नवीकरणीय स्रोत कौन सा माना जाता है?

    • (a) जीवाश्म ईंधन (Fossil fuels)
    • (b) परमाणु ऊर्जा (Nuclear energy)
    • (c) सौर ऊर्जा (Solar energy)
    • (d) पवन ऊर्जा (Wind energy)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत वे होते हैं जो प्राकृतिक रूप से भर जाते हैं और असीमित मात्रा में उपलब्ध होते हैं। सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होती है, जो एक असीमित स्रोत है और इसके उपयोग से न्यूनतम प्रदूषण होता है।

    व्याख्या (Explanation): जीवाश्म ईंधन (कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस) गैर-नवीकरणीय हैं और जलने पर ग्रीनहाउस गैसें उत्सर्जित करते हैं। परमाणु ऊर्जा भी एक गैर-नवीकरणीय स्रोत है और इसमें रेडियोधर्मी कचरे का निपटान एक चुनौती है। पवन ऊर्जा भी एक नवीकरणीय स्रोत है, लेकिन सौर ऊर्जा को अक्सर सबसे “शुद्ध” माना जाता है क्योंकि इसके उत्पादन में प्रत्यक्ष उत्सर्जन लगभग शून्य होता है, और इसके स्रोत (सूर्य) की उपलब्धता व्यापक है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

Leave a Comment