सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: पर्यावरण और जीवन को समझना
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का खंड अक्सर छात्रों के लिए चुनौती भरा हो सकता है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे विषयों के मूलभूत सिद्धांतों को समझने की आपकी क्षमता का परीक्षण करता है, जो हमारे आसपास की दुनिया को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस अभ्यास सत्र में, हम “The hidden climate battle between forests and the ocean” जैसे सामयिक संकेत से प्रेरित होकर, इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों से 25 बहुविकल्पीय प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं। ये प्रश्न आपको न केवल अपनी तैयारी को परखने में मदद करेंगे, बल्कि संबंधित वैज्ञानिक अवधारणाओं की गहरी समझ भी प्रदान करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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वन (Forests) पृथ्वी के वायुमंडल से किस मुख्य गैस को अवशोषित करते हैं, जो जलवायु परिवर्तन में भूमिका निभाती है?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
- (d) मीथेन (Methane)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (शर्करा) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): वन प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को अवशोषित करते हैं। CO2 एक ग्रीनहाउस गैस है जो पृथ्वी की गर्मी को रोकती है, जिससे जलवायु परिवर्तन होता है। वनों की कटाई CO2 के इस अवशोषण को कम करती है, जिससे वायुमंडल में CO2 की मात्रा बढ़ जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्री जल का औसत pH मान कितना होता है, जो जलीय जीवन के लिए महत्वपूर्ण है?
- (a) 6.5
- (b) 7.0
- (c) 7.5
- (d) 8.1
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 7 तटस्थ होता है, 7 से कम अम्लीय होता है, और 7 से अधिक क्षारीय (alkaline) होता है।
व्याख्या (Explanation): समुद्री जल थोड़ा क्षारीय होता है, जिसका औसत pH मान लगभग 8.1 होता है। यह pH स्तर समुद्री जीवों, विशेषकर कोरल और शंख वाले जीवों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके कंकाल और गोले के निर्माण को प्रभावित करता है। pH में परिवर्तन समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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वन के पारिस्थितिकी तंत्र में, अपघटक (Decomposers) क्या भूमिका निभाते हैं?
- (a) वे सीधे सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
- (b) वे मृत कार्बनिक पदार्थों को पोषक तत्वों में तोड़ते हैं।
- (c) वे प्राथमिक उत्पादकों (जैसे पेड़) को परागण (pollination) में मदद करते हैं।
- (d) वे वायुमंडलीय नाइट्रोजन को अवशोषित करते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पारिस्थितिकी तंत्र में, अपघटक (जैसे बैक्टीरिया और कवक) मृत पौधों और जानवरों के ऊतकों को सरल अकार्बनिक पदार्थों में तोड़ देते हैं।
व्याख्या (Explanation): अपघटक मृत पौधों और जानवरों के कार्बनिक पदार्थों को तोड़कर उन्हें मिट्टी में पोषक तत्वों के रूप में वापस मिला देते हैं। ये पोषक तत्व फिर से पौधों द्वारा अवशोषित किए जाते हैं, जिससे जीवन चक्र बना रहता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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समुद्रों द्वारा अवशोषित अतिरिक्त कार्बन डाइऑक्साइड का क्या प्रभाव हो सकता है?
- (a) समुद्रों का अम्लीकरण (Ocean acidification)
- (b) समुद्रों का क्षारीयकरण (Ocean alkalization)
- (c) समुद्रों का लवणता बढ़ना (Increased ocean salinity)
- (d) समुद्रों का तापमान कम होना (Decreased ocean temperature)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जब कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) पानी में घुलता है, तो यह कार्बोनिक एसिड (H2CO3) बनाता है। कार्बोनिक एसिड फिर हाइड्रोजन आयन (H+) जारी करता है, जिससे घोल की अम्लता बढ़ जाती है।
व्याख्या (Explanation): समुद्रों द्वारा अधिक CO2 अवशोषित करने से समुद्री जल का pH कम हो जाता है, अर्थात यह अधिक अम्लीय हो जाता है। इस प्रक्रिया को समुद्री अम्लीकरण कहा जाता है। यह समुद्री जीवों, विशेष रूप से कैल्शियम कार्बोनेट के गोले या कंकाल बनाने वाले जीवों (जैसे मूंगे, सीप) के लिए हानिकारक है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधों द्वारा छोड़ी जाने वाली गैस कौन सी है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
- (b) जल वाष्प (Water Vapor)
- (c) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (d) मीथेन (Methane)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की रासायनिक अभिक्रिया है: 6CO2 + 6H2O + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 (ग्लूकोज) + 6O2।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में, पौधे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके शर्करा (भोजन) बनाते हैं और ऑक्सीजन को एक उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं। यही ऑक्सीजन श्वसन के लिए आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्री जल में घुली हुई ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत क्या है?
- (a) वायुमंडलीय ऑक्सीजन का सीधा अवशोषण
- (b) फाइटोप्लांकटन (Phytoplankton) द्वारा प्रकाश संश्लेषण
- (c) ज्वालामुखी गतिविधि
- (d) समुद्री जीवों का श्वसन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फाइटोप्लांकटन सूक्ष्म, प्रकाश संश्लेषक जीव होते हैं जो महासागरों की सतह पर रहते हैं। वे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): फाइटोप्लांकटन, जो समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के प्राथमिक उत्पादक हैं, पृथ्वी के अधिकांश ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, जिसमें महासागरों में घुली हुई ऑक्सीजन भी शामिल है। हालांकि वायुमंडलीय ऑक्सीजन भी सतह पर घुलती है, फाइटोप्लांकटन उत्पादन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी वन में पेड़ों का घनत्व (density) कम होने पर मिट्टी में पानी का रिसाव (infiltration) दर पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- (a) रिसाव दर बढ़ेगी
- (b) रिसाव दर घटेगी
- (c) रिसाव दर अपरिवर्तित रहेगी
- (d) रिसाव दर पहले बढ़ेगी फिर घटेगी
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिट्टी की संरचना और जल रिसाव दर के बीच गहरा संबंध है। जड़ें मिट्टी को बांधती हैं और उसमें वायु संचार के लिए मार्ग बनाती हैं।
व्याख्या (Explanation): अधिक घने वन में, पेड़ों की जड़ें मिट्टी को अधिक मजबूती से बांधती हैं और मिट्टी में अधिक छिद्र (pores) बनाती हैं, जिससे पानी का रिसाव आसान हो जाता है। जब पेड़ों का घनत्व कम होता है, तो मिट्टी अधिक संघनित (compacted) हो सकती है, जिससे जल रिसाव धीमा हो जाता है। हालाँकि, इस प्रश्न के संदर्भ में, “घनत्व कम होना” का अर्थ हो सकता है कि वन कवर कम है, जिससे सतह पर बारिश का पानी सीधे मिट्टी में रिसने लगता है। यदि हम “कम घनत्व” को “कम वनस्पति” मानते हैं, तो मिट्टी अधिक खुली होगी, जिससे सतही रिसाव बढ़ेगा, जब तक कि कटाव न हो। इस प्रश्न का सबसे सीधा उत्तर यह है कि कम पेड़ = कम जड़ें = कम संघनन = बेहतर रिसाव।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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समुद्री शैवाल (seaweed) और फाइटोप्लांकटन किस प्रकार के उत्पादक (producers) हैं?
- (a) रसायन संश्लेषक (Chemosynthetic)
- (b) प्रकाश संश्लेषक (Photosynthetic)
- (c) अपघटक (Decomposers)
- (d) उपभोक्ता (Consumers)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषक जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके अपना भोजन स्वयं बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): समुद्री शैवाल और फाइटोप्लांकटन, पौधों की तरह, प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के माध्यम से सूर्य के प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके ऊर्जा (शर्करा) उत्पन्न करते हैं। ये समुद्री खाद्य श्रृंखला के आधार बनते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन किस प्राकृतिक प्रक्रिया के माध्यम से अपनी मिट्टी में नमी बनाए रखने में मदद करते हैं?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation) को बढ़ाना
- (b) संघनन (Condensation) को कम करना
- (c) पौधों की छतरी (canopy) द्वारा छाया प्रदान करना
- (d) हवा के बहाव को रोकना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों की छतरी सूर्य की सीधी किरणों को जमीन तक पहुँचने से रोकती है, जिससे मिट्टी का तापमान कम होता है।
व्याख्या (Explanation): पेड़ों की घनी छतरी सूर्य की रोशनी को सीधे मिट्टी तक पहुँचने से रोकती है, जिससे मिट्टी का वाष्पीकरण धीमा हो जाता है। यह छाया और वाष्पीकरण में कमी के कारण मिट्टी में अधिक नमी बनाए रखने में मदद करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्री जल की लवणता (salinity) मुख्य रूप से किसके कारण प्रभावित होती है?
- (a) तापमान और वर्षा
- (b) ज्वार-भाटा (Tides)
- (c) समुद्री धाराओं की गति
- (d) सूर्य का प्रकाश
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लवणता पानी में घुले हुए नमक की मात्रा है। वाष्पीकरण से पानी की मात्रा कम हो जाती है, जिससे नमक की सांद्रता बढ़ जाती है, जबकि ताजे पानी (जैसे वर्षा या नदियों से) के मिलने से लवणता कम हो जाती है।
व्याख्या (Explanation): उच्च तापमान से वाष्पीकरण बढ़ता है, जिससे पीछे नमक की सांद्रता बढ़ जाती है और लवणता बढ़ती है। इसके विपरीत, उच्च वर्षा या नदियों से ताजे पानी का प्रवाह समुद्र में मिलकर लवणता को कम करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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एक पेड़ की छाल (bark) का प्राथमिक कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण करना
- (b) पानी का अवशोषण करना
- (c) पेड़ को बाहरी क्षति से बचाना
- (d) जड़ से पत्ती तक पोषक तत्वों का परिवहन करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): छाल पेड़ के तने की सबसे बाहरी सुरक्षात्मक परत होती है।
व्याख्या (Explanation): छाल पेड़ के आंतरिक ऊतकों को यांत्रिक क्षति (जैसे कीड़े, रोग, या पशुओं से), निर्जलीकरण और अत्यधिक तापमान से बचाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्री जल में बड़ी मात्रा में पाया जाने वाला मुख्य आयन (ion) कौन सा है?
- (a) पोटेशियम (Potassium)
- (b) सोडियम (Sodium)
- (c) मैग्नीशियम (Magnesium)
- (d) कैल्शियम (Calcium)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समुद्री जल की लवणता मुख्य रूप से उसमें घुले हुए विभिन्न आयनों की सांद्रता से निर्धारित होती है।
व्याख्या (Explanation): समुद्री जल में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला आयन क्लोराइड (Cl-) है, लेकिन सकारात्मक आयनों में सोडियम (Na+) सबसे अधिक मात्रा में होता है। वास्तव में, सोडियम और क्लोराइड मिलकर समुद्री जल की कुल लवणता का लगभग 85% बनाते हैं। यदि विकल्प में क्लोराइड नहीं है, तो सोडियम सही उत्तर है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“कार्बन सिंक” (Carbon Sink) किसे कहते हैं?
- (a) एक ऐसा स्थान जहाँ कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन होता है।
- (b) एक ऐसा भंडार जहाँ से कार्बन डाइऑक्साइड को वायुमंडल में छोड़ा जाता है।
- (c) एक ऐसा भंडार जो वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित और संग्रहीत करता है।
- (d) एक ऐसी प्रक्रिया जो कार्बन को ऊर्जा में परिवर्तित करती है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन सिंक वे प्राकृतिक या कृत्रिम प्रणालियाँ हैं जो किसी अन्य भंडार से कार्बन यौगिकों (जैसे CO2) को हटाती हैं।
व्याख्या (Explanation): वन, महासागर और मिट्टी कार्बन सिंक के उदाहरण हैं। वे बड़ी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और उसे अपने बायोमास या समुद्र में घोलकर लंबे समय तक संग्रहीत रखते हैं, जिससे वायुमंडल में CO2 की मात्रा को कम करने में मदद मिलती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक दो प्रमुख घटक क्या हैं?
- (a) ऑक्सीजन और पानी
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड और सूर्य का प्रकाश
- (c) नाइट्रोजन और मिट्टी
- (d) शर्करा और ऑक्सीजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को सूर्य की ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जो क्लोरोफिल द्वारा अवशोषित की जाती है, और कार्बन डाइऑक्साइड को कच्चे माल के रूप में उपयोग करती है।
व्याख्या (Explanation): पौधों को प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड (जो वे हवा से लेते हैं) और सूर्य के प्रकाश (ऊर्जा स्रोत) की आवश्यकता होती है। पानी (जड़ों से) भी आवश्यक है, लेकिन दिए गए विकल्पों में सबसे सटीक जोड़ी (b) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र में, “ईपिफाइटिक” (Epiphytic) पौधे क्या होते हैं?
- (a) वे पौधे जो समुद्र तल पर उगते हैं।
- (b) वे पौधे जो दूसरे पौधे पर उगते हैं लेकिन उनसे पोषक तत्व नहीं लेते।
- (c) वे पौधे जो पूरी तरह से पानी में डूबे रहते हैं।
- (d) वे शैवाल जो प्रकाश संश्लेषण नहीं करते।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एपीफाइट्स (epiphytes) वे जीव होते हैं जो अन्य पौधों पर शारीरिक रूप से जुड़े रहते हैं, लेकिन परजीवी नहीं होते, यानी वे अपने मेजबान पौधे से सीधे पोषण या पानी नहीं लेते।
व्याख्या (Explanation): समुद्री वातावरण में, कुछ शैवाल या छोटी जलीय वनस्पतियाँ बड़े समुद्री शैवाल या कोरल पर उग सकती हैं। ये ईपिफाइटिक पौधे हैं जो प्रकाश संश्लेषण के लिए सूर्य के प्रकाश पर निर्भर करते हैं और हवा या पानी से अपने पोषक तत्व प्राप्त करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन मिट्टी के कटाव (soil erosion) को रोकने में कैसे मदद करते हैं?
- (a) पेड़ों की जड़ें मिट्टी को बांधे रखती हैं।
- (b) पत्तियां बारिश की बूंदों की गति को धीमा कर देती हैं।
- (c) दोनों (a) और (b)
- (d) पेड़ों की छाल हवा को रोकती है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वनस्पति आवरण मिट्टी को विभिन्न क्षरणकारी शक्तियों से बचाता है।
व्याख्या (Explanation): पेड़ों की जड़ें मिट्टी के कणों को एक साथ बांधे रखती हैं, जिससे वे पानी के बहाव से आसानी से नहीं बह पाते। इसके अतिरिक्त, पेड़ों की पत्तियां और शाखाएं बारिश की बूंदों को सीधे मिट्टी पर गिरने से रोकती हैं, जिससे मिट्टी पर पड़ने वाले प्रभाव को कम किया जा सकता है और सतही बहाव की गति धीमी हो जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्रों में कार्बन चक्र (carbon cycle) में सबसे बड़ी मात्रा में कार्बन किस रूप में संग्रहीत है?
- (a) घुलित CO2
- (b) फाइटोप्लांकटन बायोमास
- (c) समुद्री तलछट (marine sediments)
- (d) समुद्री जीवों के कंकाल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन चक्र में कार्बन के विभिन्न भंडार (reservoirs) शामिल हैं, जिनमें वायुमंडल, महासागर, भूमि और भूमंडल शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): जबकि महासागर वायुमंडल से CO2 को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, कार्बन का सबसे बड़ा भंडार समुद्री तलछट में होता है, जो मुख्य रूप से मृत समुद्री जीवों के कार्बनिक और अकार्बनिक अवशेषों से बनता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वन और जलवायु के बीच संबंध में, “वाष्पोत्सर्जन” (transpiration) शब्द का क्या अर्थ है?
- (a) मिट्टी से पानी का वाष्पीकरण
- (b) पेड़ों से जल वाष्प का पत्तियों के माध्यम से वायुमंडल में निकलना
- (c) बादलों से वर्षा का गिरना
- (d) हवा द्वारा नमी का परिवहन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वाष्पोत्सर्जन एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें पौधे अपने ऊतकों से पानी को वाष्प के रूप में छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): वाष्पोत्सर्जन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे अपनी पत्तियों पर छोटे छिद्रों (स्टोमेटा) से पानी को वाष्प के रूप में छोड़ते हैं। यह प्रक्रिया पौधों को पानी को जड़ों से पत्तियों तक ले जाने में मदद करती है और वातावरण में नमी जोड़ती है, जिससे स्थानीय जलवायु प्रभावित हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कौन सा समुद्री जीव अपने खोल (shell) बनाने के लिए पानी से कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO3) का उपयोग करता है?
- (a) ऑक्टोपस
- (b) डॉल्फिन
- (c) कोरल (Coral)
- (d) शार्क
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कई समुद्री जीव, विशेष रूप से मोलस्क और कोरल, कैल्शियम कार्बोनेट को अपने कंकाल और खोल बनाने के लिए उपयोग करते हैं।
व्याख्या (Explanation): कोरल पॉलीप्स कैल्शियम कार्बोनेट को पानी से अवशोषित करते हैं और इसका उपयोग अपने बाहरी कंकाल बनाने के लिए करते हैं। कोरल रीफ्स का निर्माण इन्हीं कंकालों के जमाव से होता है। समुद्री अम्लीकरण कोरल के लिए इसे बनाना और भी कठिन बना देता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पेड़ों की उम्र का पता आमतौर पर उनके किस भाग को देखकर लगाया जा सकता है?
- (a) जड़ें
- (b) छाल
- (c) वार्षिक वलय (Annual rings)
- (d) पत्तियां
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डेंड्रोक्रोनोलॉजी (Dendrochronology) वह विज्ञान है जो पेड़ों के वार्षिक वलयों का अध्ययन करके उनकी उम्र और अतीत की जलवायु का पता लगाता है।
व्याख्या (Explanation): पेड़ों के तने को काटकर उसके अंदर वार्षिक वलय देखे जा सकते हैं। प्रत्येक वलय आमतौर पर एक वर्ष के विकास का प्रतिनिधित्व करता है (बसंत/गर्मी में तेज वृद्धि और पतझड़/सर्दी में धीमी वृद्धि), जिससे पेड़ की उम्र का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्रों द्वारा अवशोषित CO2 के कारण pH में कमी से समुद्री जीवों पर क्या सीधा प्रभाव पड़ सकता है?
- (a) उनके खोल/कंकाल का निर्माण कठिन हो जाएगा
- (b) वे तेजी से वृद्धि करेंगे
- (c) उनकी त्वचा अधिक जलरोधी हो जाएगी
- (d) वे अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समुद्री अम्लीकरण पानी में कैल्शियम आयनों (Ca2+) की उपलब्धता को कम कर देता है, जो कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO3) के निर्माण के लिए आवश्यक हैं।
व्याख्या (Explanation): जब समुद्री जल अधिक अम्लीय होता है, तो कैल्शियम कार्बोनेट का निर्माण धीमा हो जाता है या मुश्किल हो जाता है। यह उन जीवों के लिए विशेष रूप से समस्याग्रस्त है जो अपने खोल या कंकाल बनाने के लिए कैल्शियम कार्बोनेट पर निर्भर करते हैं, जैसे कि कोरल, सीप, और कुछ प्रकार के प्लवक।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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वन क्षेत्र में, “डेट्रिटस” (Detritus) क्या है?
- (a) जीवित पौधे
- (b) मृत कार्बनिक पदार्थ (जैसे गिरी हुई पत्तियां, टहनियाँ)
- (c) मिट्टी में रहने वाले कीड़े
- (d) वायुमंडलीय गैसें
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पारिस्थितिकी तंत्र में, डेट्रिटस मृत जैविक सामग्री का वह हिस्सा है जो अपघटन प्रक्रिया का हिस्सा बनता है।
व्याख्या (Explanation): वन में, गिरी हुई पत्तियां, शाखाएं, मरे हुए कीड़े और अन्य मृत जैविक सामग्री को डेट्रिटस कहा जाता है। यह डेट्रिटस अपघटक जीवों (जैसे बैक्टीरिया और कवक) के लिए भोजन का स्रोत होता है, जो इसे पोषक तत्वों में तोड़कर मिट्टी में वापस मिला देते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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समुद्रों में बड़ी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने की क्षमता को क्या कहा जाता है?
- (a) कार्बन अवशोषण
- (b) कार्बन सीक्वेस्ट्रेशन (Carbon sequestration)
- (c) कार्बन फिक्सेशन (Carbon fixation)
- (d) कार्बन चक्रण (Carbon cycling)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन सीक्वेस्ट्रेशन वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को हटाकर उसे लंबी अवधि के लिए संग्रहीत करने की प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): महासागर, वायुमंडल से CO2 को अवशोषित करके, प्राकृतिक कार्बन सीक्वेस्ट्रेशन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह CO2 या तो घुलित CO2 के रूप में, या समुद्री जीवों द्वारा बायोमास में बदल जाती है, या तलछट में संग्रहीत हो जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन, वर्षा जल को पृथ्वी की सतह से बहने के बजाय धीरे-धीरे रिसने (seep) में कैसे मदद करते हैं?
- (a) वे पानी को वाष्पित कर देते हैं।
- (b) वे मिट्टी में छिद्र (pores) बनाकर जल धारण क्षमता बढ़ाते हैं।
- (c) वे हवा के बहाव को बढ़ाते हैं।
- (d) वे मिट्टी को कठोर बनाते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): स्वस्थ वन मिट्टी की संरचना जल धारण और रिसने की क्षमता को बढ़ाती है।
व्याख्या (Explanation): पेड़ों की जड़ें और मिट्टी में मौजूद कार्बनिक पदार्थ मिट्टी की संरचना को सुधारते हैं, जिससे मिट्टी अधिक भुरभुरी हो जाती है और उसमें छिद्र (pores) बन जाते हैं। ये छिद्र पानी को तेजी से रिसने और मिट्टी में गहराई तक जाने की अनुमति देते हैं, जिससे सतही अपवाह कम होता है और भूजल पुनःपूर्ति होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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समुद्री धाराओं (ocean currents) का तापमान वितरण पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) वे ठंडे क्षेत्रों से गर्म क्षेत्रों की ओर गर्मी ले जाती हैं।
- (b) वे गर्म क्षेत्रों से ठंडे क्षेत्रों की ओर गर्मी ले जाती हैं।
- (c) वे केवल सतही जल के तापमान को प्रभावित करती हैं।
- (d) उनका तापमान वितरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समुद्री जल की विशाल मात्रा और गति के कारण, समुद्री धाराएँ पृथ्वी पर ऊष्मा के पुनर्वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
व्याख्या (Explanation): गर्म समुद्री धाराएँ, जो भूमध्य रेखा के पास उत्पन्न होती हैं, उस गर्मी को उच्च अक्षांशों (ठंडे क्षेत्रों) की ओर ले जाती हैं, जिससे उन क्षेत्रों का तापमान अपेक्षाकृत अधिक हो जाता है। इसके विपरीत, ठंडी धाराएँ ठंडे क्षेत्रों से गर्म क्षेत्रों की ओर बढ़ती हैं, लेकिन इसका प्रभाव अक्सर कम होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण (biological nitrogen fixation) में कौन से सूक्ष्मजीव महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं?
- (a) वायरस (Viruses)
- (b) कवक (Fungi)
- (c) बैक्टीरिया (Bacteria)
- (d) प्रोटोजोआ (Protozoa)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन स्थिरीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N2) को अमोनिया (NH3) जैसे अन्य नाइट्रोजन यौगिकों में परिवर्तित किया जाता है, जिसे पौधे अवशोषित कर सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया, जैसे राइजोबियम (Rhizobium) जो फलीदार पौधों की जड़ों में रहते हैं, और साइनोबैक्टीरिया (Cyanobacteria), वायुमंडलीय नाइट्रोजन को अमोनिया में परिवर्तित करने की क्षमता रखते हैं। यह प्रक्रिया पौधों के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।