सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान का एक मजबूत आधार होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह विषय न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करता है, बल्कि आपके विश्लेषणात्मक कौशल को भी बढ़ाता है। यहाँ हम सामान्य विज्ञान के विभिन्न पहलुओं से 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनका अभ्यास आपकी तैयारी को और भी पुख्ता करेगा। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत स्पष्टीकरण भी दिया गया है ताकि आप अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझ सकें।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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सौर उपकरणों में उपयोग की जाने वाली प्राथमिक ऊर्जा का स्रोत क्या है?
- (a) पवन ऊर्जा
- (b) जल ऊर्जा
- (c) सौर ऊर्जा
- (d) भू-तापीय ऊर्जा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सौर उपकरण सूर्य से प्राप्त विकिरण का उपयोग करते हैं।
व्याख्या (Explanation): समाचार शीर्षक “Simple solar device extracts ammonia from wastewater” बताता है कि उपकरण सौर ऊर्जा पर आधारित है। सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा है, जो प्रकाश और ऊष्मा के रूप में होती है। पवन ऊर्जा हवा की गति से, जल ऊर्जा बहते पानी से, और भू-तापीय ऊर्जा पृथ्वी की आंतरिक गर्मी से प्राप्त होती है। इसलिए, सौर उपकरणों का प्राथमिक ऊर्जा स्रोत सौर ऊर्जा ही है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जल से अमोनिया निकालने की प्रक्रिया को किस वैज्ञानिक क्षेत्र के अंतर्गत वर्गीकृत किया जा सकता है?
- (a) खगोल भौतिकी
- (b) पर्यावरण रसायन विज्ञान
- (c) भूविज्ञान
- (d) जीवसांख्यिकी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पर्यावरण रसायन विज्ञान पर्यावरण में रासायनिक प्रक्रियाओं और प्रदूषण का अध्ययन करता है।
व्याख्या (Explanation): जल से अमोनिया (जो एक प्रदूषक हो सकता है) को निकालना पर्यावरणीय समस्या का समाधान है। इस प्रक्रिया में रसायनों का उपयोग और परिवर्तन शामिल है, जो सीधे पर्यावरण रसायन विज्ञान के दायरे में आता है। खगोल भौतिकी ब्रह्मांड का अध्ययन है, भूविज्ञान पृथ्वी की संरचना और इतिहास का, और जीवसांख्यिकी जनसंख्या का अध्ययन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अमोनिया (NH₃) में नाइट्रोजन और हाइड्रोजन के परमाणु द्रव्यमान का अनुपात क्या है?
- (a) 14:1
- (b) 14:3
- (c) 7:1
- (d) 7:3
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र में तत्वों के परमाणु द्रव्यमान के अनुपात की गणना।
व्याख्या (Explanation): अमोनिया का रासायनिक सूत्र NH₃ है। नाइट्रोजन (N) का परमाणु द्रव्यमान लगभग 14 amu (atomic mass unit) है और हाइड्रोजन (H) का परमाणु द्रव्यमान लगभग 1 amu है। अमोनिया में 1 नाइट्रोजन परमाणु और 3 हाइड्रोजन परमाणु होते हैं। इसलिए, नाइट्रोजन और हाइड्रोजन के कुल द्रव्यमान का अनुपात 14 : (3 × 1) = 14 : 3 होगा।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सौर उपकरण द्वारा जल से अमोनिया निष्कर्षण में किस प्रकार की ऊर्जा रूपांतरण शामिल हो सकती है?
- (a) रासायनिक ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा
- (b) प्रकाश ऊर्जा से रासायनिक ऊर्जा
- (c) ऊष्मीय ऊर्जा से यांत्रिक ऊर्जा
- (d) विद्युत ऊर्जा से प्रकाश ऊर्जा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण और फोटोकैमिकल प्रतिक्रियाएं प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): सौर उपकरणों का उपयोग अक्सर फोटोकैमिकल प्रक्रियाओं को चलाने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में, सूर्य से प्राप्त प्रकाश ऊर्जा (फोटॉन) रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करती है, जिससे अमोनिया को जल से अलग किया जाता है। यह प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक बंधों में संग्रहीत ऊर्जा में परिवर्तित करने जैसा है। अन्य विकल्प सौर उपकरणों के सामान्य उपयोग के अनुरूप नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अमोनिया (NH₃) का गलनांक (Melting Point) लगभग कितना होता है?
- (a) -77.7°C
- (b) 0°C
- (c) 100°C
- (d) -196°C
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अमोनिया एक गैसीय पदार्थ है जिसका गलनांक सामान्य तापमान से काफी नीचे होता है।
व्याख्या (Explanation): अमोनिया एक रंगहीन गैस है जो सामान्य तापमान और दबाव पर मौजूद होती है। इसका गलनांक -77.7°C (-107.9°F) होता है। -196°C तरल नाइट्रोजन का क्वथनांक है। 0°C पानी का गलनांक है, और 100°C पानी का क्वथनांक है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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किसी पदार्थ की शुद्धता का निर्धारण करने के लिए भौतिकी की कौन सी विधि उपयोग की जा सकती है?
- (a) स्पेक्ट्रोस्कोपी
- (b) ध्वनि की गति मापना
- (c) ऊष्मा चालकता मापना
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न भौतिक गुण पदार्थ की शुद्धता के संकेतक होते हैं।
व्याख्या (Explanation): स्पेक्ट्रोस्कोपी (जैसे UV-Vis, IR, NMR) आणविक संरचना और शुद्धता के विश्लेषण के लिए उपयोग की जाती है। ध्वनि की गति और ऊष्मा चालकता जैसे भौतिक गुण भी पदार्थ की अवस्था और शुद्धता पर निर्भर करते हैं। अशुद्धियाँ इन गुणों को बदल सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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यदि किसी सौर सेल में 20% दक्षता है, तो इसका क्या अर्थ है?
- (a) यह 20% सूर्य के प्रकाश को ऊष्मा में परिवर्तित करता है।
- (b) यह 20% सूर्य के प्रकाश को बिजली में परिवर्तित करता है।
- (c) यह 20% ऊर्जा को संग्रहीत करता है।
- (d) यह 20% प्रकाश को अवशोषित करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सौर सेल की दक्षता आपतित सौर विकिरण का वह अंश है जिसे यह उपयोगी विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
व्याख्या (Explanation): सौर सेल की दक्षता (efficiency) को आपतित सौर ऊर्जा के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसे वह विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित कर सकता है। 20% दक्षता का मतलब है कि यह प्राप्त सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का 20% बिजली में बदलता है, शेष 80% ऊष्मा के रूप में या अन्य हानियों के रूप में नष्ट हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जल में अमोनिया का विघटन (dissolution) किस प्रकार का प्रक्रिया है?
- (a) ऊष्माशोषी (Endothermic)
- (b) ऊष्माक्षेपी (Exothermic)
- (c) समतापी (Isothermal)
- (d) समदाबी (Isobaric)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अमोनिया का जल में घुलना एक ऊष्माक्षेपी प्रक्रिया है, जिसका अर्थ है कि यह गर्मी उत्सर्जित करती है।
व्याख्या (Explanation): जब अमोनिया गैस पानी में घुलती है, तो यह अमोनियम हाइड्रॉक्साइड (NH₄OH) बनाती है। इस प्रक्रिया के दौरान थोड़ी मात्रा में ऊष्मा निकलती है, जिससे यह एक ऊष्माक्षेपी प्रक्रिया बन जाती है। ऊष्माशोषी प्रक्रियाएँ ऊष्मा अवशोषित करती हैं। समतापी और समदाबी प्रक्रियाएँ तापमान और दबाव को स्थिर रखने से संबंधित हैं, न कि ऊर्जा उत्सर्जन या अवशोषण से।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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बायोमास से ऊर्जा उत्पादन में कौन सी गैस मुख्य रूप से उत्पादित होती है?
- (a) मीथेन
- (b) हाइड्रोजन
- (c) अमोनिया
- (d) नाइट्रोजन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायोमास का एनारोबिक पाचन (anaerobic digestion) मीथेन (बायोगैस) उत्पन्न करता है।
व्याख्या (Explanation): बायोमास (जैसे कृषि अपशिष्ट, पशु खाद) का जब ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में सूक्ष्मजीवों द्वारा विघटन किया जाता है, तो बायोगैस बनती है, जिसका मुख्य घटक मीथेन (CH₄) होता है। अमोनिया (NH₃) जैव-अपशिष्टों में मौजूद हो सकता है, लेकिन यह ऊर्जा उत्पादन का प्राथमिक उत्पाद नहीं है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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सौर उपकरण के कार्य सिद्धांत में प्रकाश-विद्युत प्रभाव (Photoelectric Effect) किस प्रकार भूमिका निभाता है?
- (a) यह प्रकाश को ऊष्मा में बदलता है।
- (b) यह प्रकाश ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
- (c) यह प्रकाश को रासायनिक ऊर्जा में संग्रहीत करता है।
- (d) यह प्रकाश को ध्वनि तरंगों में बदलता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश-विद्युत प्रभाव वह घटना है जिसमें फोटॉन (प्रकाश) किसी पदार्थ से इलेक्ट्रॉनों को बाहर निकालते हैं, जिससे विद्युत प्रवाह उत्पन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): सौर सेल, जो सौर उपकरणों का एक सामान्य उदाहरण है, प्रकाश-विद्युत प्रभाव के सिद्धांत पर कार्य करते हैं। जब सूर्य का प्रकाश (फोटॉन) सौर सेल की अर्धचालक सामग्री पर पड़ता है, तो यह इलेक्ट्रॉनों को उत्तेजित करता है, जिससे वे मुक्त हो जाते हैं और एक विद्युत प्रवाह (बिजली) उत्पन्न होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अमोनिया का उपयोग किस उद्योग में बड़े पैमाने पर किया जाता है?
- (a) प्लास्टिक उद्योग
- (b) उर्वरक उद्योग
- (c) कपड़ा उद्योग
- (d) ऑटोमोबाइल उद्योग
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अमोनिया कई औद्योगिक प्रक्रियाओं में एक प्रमुख कच्चा माल है, विशेष रूप से नाइट्रोजन-आधारित यौगिकों के उत्पादन में।
व्याख्या (Explanation): अमोनिया (NH₃) का सबसे बड़ा औद्योगिक उपयोग उर्वरकों के उत्पादन में होता है, जैसे यूरिया, अमोनियम नाइट्रेट और अमोनियम सल्फेट। ये उर्वरक पौधों के विकास के लिए आवश्यक नाइट्रोजन प्रदान करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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भौतिकी में, प्रकाश की प्रकृति के बारे में ‘क्वांटम सिद्धांत’ (Quantum Theory) का प्रस्ताव किसने दिया था?
- (a) अल्बर्ट आइंस्टीन
- (b) मैक्स प्लैंक
- (c) आइजैक न्यूटन
- (d) नील्स बोर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मैक्स प्लैंक ने 1900 में क्वांटम सिद्धांत का प्रस्ताव रखा, जिसने ऊर्जा के असतत पैकेट (क्वांटा) की अवधारणा पेश की।
व्याख्या (Explanation): मैक्स प्लैंक ने कृष्णिका विकिरण (black-body radiation) के अध्ययन के दौरान प्रस्तावित किया कि ऊर्जा निरंतर नहीं बल्कि असतत इकाइयों (क्वांटा) में उत्सर्जित या अवशोषित होती है। यह क्वांटम यांत्रिकी की नींव था। आइंस्टीन ने प्रकाश-विद्युत प्रभाव की व्याख्या के लिए क्वांटम सिद्धांत का उपयोग किया, नील्स बोर ने परमाणु मॉडल में क्वांटम सिद्धांत लागू किया, और न्यूटन ने कणिका सिद्धांत दिया था।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक विलयन की pH मान 7 से कम है, तो वह विलयन क्या है?
- (a) क्षारीय (Basic)
- (b) अम्लीय (Acidic)
- (c) उदासीन (Neutral)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। pH 7 उदासीन होता है, 7 से कम अम्लीय और 7 से अधिक क्षारीय होता है।
व्याख्या (Explanation): pH मान 7 से कम होने का मतलब है कि विलयन में हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता हाइड्रॉक्साइड आयनों (OH⁻) की सांद्रता से अधिक है, जो इसे अम्लीय बनाता है। pH 7 पर विलयन उदासीन होता है, और pH 7 से अधिक पर क्षारीय होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पानी से अमोनिया निकालने के लिए सौर उपकरण का उपयोग करने का मुख्य लाभ क्या हो सकता है?
- (a) यह बहुत अधिक ऊर्जा की खपत करता है।
- (b) यह एक टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल विधि है।
- (c) यह प्रक्रिया को जटिल बनाता है।
- (d) यह केवल उच्च तापमान पर काम करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सौर ऊर्जा नवीकरणीय है और इसका उपयोग प्रदूषणकारी प्रक्रियाओं के लिए एक स्वच्छ विकल्प प्रदान करता है।
व्याख्या (Explanation): सौर उपकरण सूर्य की मुफ्त और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करते हैं, जिससे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होती है और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन घटता है। यह प्रक्रिया को अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाता है। अन्य विकल्प इस विधि के लाभों के विपरीत हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के लिए आवश्यक मुख्य गैस कौन सी है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) अमोनिया
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के समीकरण में CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) एक अभिकारक है। पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं, जो क्लोरोफिल की उपस्थिति में प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके शर्करा में परिवर्तित हो जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ठोस अमोनिया (Dry Ice) के रूप में कौन सी गैस जानी जाती है?
- (a) मीथेन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) नाइट्रोजन
- (d) अमोनिया
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ड्राई आइस शुष्क बर्फ का सामान्य नाम है, जो ठोस कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का रूप है।
व्याख्या (Explanation): ड्राई आइस (Dry Ice) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का व्यापारिक नाम है। यह -78.5°C (-109.3°F) पर उर्ध्वपातित (sublimate) हो जाती है, यानी ठोस से सीधे गैस अवस्था में बदल जाती है। अमोनिया का ठोस रूप आमतौर पर “ठोस अमोनिया” के रूप में संदर्भित नहीं किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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भौतिकी में ‘ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम’ (First Law of Thermodynamics) किससे संबंधित है?
- (a) ऊर्जा संरक्षण
- (b) एन्ट्रॉपी में वृद्धि
- (c) प्रकाश की गति
- (d) गुरुत्वाकर्षण
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम, जिसे ऊर्जा संरक्षण का नियम भी कहा जाता है, बताता है कि ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है, केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम बताता है कि किसी बंद प्रणाली की आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन उस प्रणाली में जोड़ी गई ऊष्मा और प्रणाली द्वारा किए गए कार्य के अंतर के बराबर होता है (ΔU = Q – W)। यह सीधे तौर पर ऊर्जा संरक्षण के सिद्धांत को दर्शाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जीवाणु (Bacteria) के कोशिका भित्ति (Cell Wall) में आमतौर पर कौन सा पदार्थ पाया जाता है?
- (a) सेलूलोज़
- (b) काइटिन
- (c) पेप्टिडोग्लाइकन
- (d) लिग्निन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीवाणु कोशिका भित्ति एक विशेष बहुलक, पेप्टिडोग्लाइकन से बनी होती है, जो उनकी संरचनात्मक अखंडता प्रदान करती है।
व्याख्या (Explanation): जीवाणु की कोशिका भित्ति पेप्टिडोग्लाइकन से बनी होती है, जो कार्बोहाइड्रेट और पेप्टाइड श्रृंखलाओं का एक बहुलक है। पादप कोशिका भित्ति सेलूलोज़ से, कवक कोशिका भित्ति काइटिन से, और पौधों के ऊतकों में लिग्निन एक महत्वपूर्ण संरचनात्मक घटक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सौर उपकरणों में उपयोग किए जाने वाले अर्धचालक (Semiconductor) का सबसे आम उदाहरण क्या है?
- (a) लोहा
- (b) सिलिकॉन
- (c) सोना
- (d) एल्यूमीनियम
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सिलिकॉन (Si) सौर सेल (फोटोवोल्टेइक सेल) के निर्माण में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला अर्धचालक सामग्री है।
व्याख्या (Explanation): सिलिकॉन में अर्धचालकीय गुण होते हैं जो इसे सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने के लिए आदर्श बनाते हैं। इसके अलावा, अन्य अर्धचालक जैसे गैलियम आर्सेनाइड (GaAs) का भी उपयोग किया जाता है, लेकिन सिलिकॉन सबसे आम है। लोहा, सोना और एल्यूमीनियम धातुएं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सूक्ष्मजीवों का अध्ययन किस विज्ञान की शाखा के अंतर्गत आता है?
- (a) वनस्पति विज्ञान (Botany)
- (b) जंतु विज्ञान (Zoology)
- (c) सूक्ष्मजीव विज्ञान (Microbiology)
- (d) जीवाश्म विज्ञान (Paleontology)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सूक्ष्मजीव विज्ञान (Microbiology) सूक्ष्मजीवों, जैसे बैक्टीरिया, वायरस, कवक और प्रोटोजोआ के अध्ययन से संबंधित विज्ञान की शाखा है।
व्याख्या (Explanation): वनस्पति विज्ञान पौधों का, जंतु विज्ञान जंतुओं का, और जीवाश्म विज्ञान जीवाश्मों का अध्ययन करता है। अमोनिया के निष्कर्षण में सूक्ष्मजीवों की भूमिका हो सकती है, इसलिए सूक्ष्मजीव विज्ञान एक प्रासंगिक क्षेत्र है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) श्वसन (Respiration)
- (b) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (c) किण्वन (Fermentation)
- (d) अपघटन (Decomposition)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा (ग्लूकोज के रूप में) में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): जैसा कि पहले भी बताया गया है, प्रकाश संश्लेषण वह मुख्य जैविक प्रक्रिया है जो प्रकाश ऊर्जा को शर्करा जैसे कार्बनिक यौगिकों में संग्रहीत रासायनिक ऊर्जा में बदलती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हाइड्रोजन परमाणु में न्यूट्रॉन की संख्या कितनी होती है?
- (a) 0
- (b) 1
- (c) 2
- (d) 3
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोजन का सबसे सामान्य समस्थानिक (isotope) प्रोटियम (¹H) है, जिसमें एक प्रोटॉन और एक इलेक्ट्रॉन होता है, लेकिन कोई न्यूट्रॉन नहीं होता।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन के तीन मुख्य समस्थानिक हैं: प्रोटियम (¹H), ड्यूटेरियम (²H) और ट्रिटियम (³H)। प्रोटियम में 1 प्रोटॉन, 0 न्यूट्रॉन और 1 इलेक्ट्रॉन होता है। ड्यूटेरियम में 1 प्रोटॉन, 1 न्यूट्रॉन और 1 इलेक्ट्रॉन होता है। ट्रिटियम में 1 प्रोटॉन, 2 न्यूट्रॉन और 1 इलेक्ट्रॉन होता है। सामान्यतः जब केवल ‘हाइड्रोजन’ कहा जाता है, तो इसका मतलब प्रोटियम होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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किसी विलयन की क्षारीयता (alkalinity) को मापने के लिए किस सूचक (indicator) का प्रयोग किया जा सकता है?
- (a) मेथिल ऑरेंज
- (b) लिटमस पेपर
- (c) फेनोल्फथेलिन
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सूचक ऐसे पदार्थ होते हैं जो विलयन की अम्लता या क्षारीयता के अनुसार अपना रंग बदलते हैं।
व्याख्या (Explanation): लिटमस पेपर (नीला लिटमस क्षार में लाल हो जाता है, लाल लिटमस क्षार में नीला रहता है)। मेथिल ऑरेंज क्षारीय माध्यम में पीला हो जाता है (pH 4.4-6.2)। फेनोल्फथेलिन क्षारीय माध्यम में गुलाबी हो जाता है (pH 8.2-10.0)। ये सभी क्षारीयता को इंगित करने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं, हालांकि उनके pH रेंज भिन्न होते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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अमोनिया गैस को द्रवीभूत (liquefy) करने के लिए आमतौर पर किस विधि का उपयोग किया जाता है?
- (a) दबाव बढ़ाना
- (b) तापमान कम करना
- (c) दबाव बढ़ाना और तापमान कम करना
- (d) दबाव कम करना और तापमान बढ़ाना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गैसों को द्रवीभूत करने के लिए, उनके अणुओं के बीच की दूरी को कम करने और अंतर-आणविक बलों को प्रभावी बनाने के लिए उनके तापमान को कम किया जाता है और/या दबाव बढ़ाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): अमोनिया (NH₃) एक गैस है जिसे द्रवीभूत करने के लिए उसके क्रांतिक तापमान (critical temperature) से नीचे ठंडा करना पड़ता है और/या उसके दबाव को बढ़ाना पड़ता है। इन दोनों तरीकों का संयोजन सबसे प्रभावी होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सौर ऊर्जा का उपयोग करके जल को कीटाणुरहित (disinfect) करने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) आसवन (Distillation)
- (b) निस्पंदन (Filtration)
- (c) सौर जल कीटाणुशोधन (Solar Water Disinfection – SODIS)
- (d) वाष्पीकरण (Evaporation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): SODIS एक सरल, कम लागत वाली तकनीक है जो पानी को कीटाणुरहित करने के लिए सूर्य के यूवी-ए विकिरण और ऊष्मा का उपयोग करती है।
व्याख्या (Explanation): SODIS विधि में, पानी को पारदर्शी प्लास्टिक की बोतलों में भरकर कुछ घंटों के लिए सीधी धूप में रखा जाता है। सूर्य की पराबैंगनी-ए (UV-A) किरणें सूक्ष्मजीवों के डीएनए को नष्ट कर देती हैं, जबकि पानी की ऊष्मा (लगभग 50°C या अधिक) भी सूक्ष्मजीवों को मारने में मदद करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।