सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। चाहे वह भौतिकी के सिद्धांत हों, रसायन विज्ञान के अनुप्रयोग हों, या जीव विज्ञान की जटिल प्रक्रियाएं हों, हर पहलू आपकी परीक्षा की तैयारी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह अभ्यास सत्र आपको नवीनतम वैज्ञानिक विकासों और मौलिक अवधारणाओं पर आधारित प्रश्नों के माध्यम से अपने ज्ञान का परीक्षण करने का अवसर प्रदान करता है। आइए, इन महत्वपूर्ण प्रश्नों का सामना करें और अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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सौर ऊर्जा का उपयोग करके अमोनिया निकालने की प्रक्रिया में, प्रकाश को अवशोषित करने के लिए किस प्रकार के पदार्थ का उपयोग किया जा सकता है?
- (a) अवशोषक (Absorber)
- (b) उत्प्रेरक (Catalyst)
- (c) अर्धचालक (Semiconductor)
- (d) परावर्तक (Reflector)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सौर ऊर्जा रूपांतरण में अर्धचालक पदार्थ प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करके उसे रासायनिक या विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
व्याख्या (Explanation): सौर उपकरणों में, विशेष रूप से प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाओं में, अर्धचालक जैसे टाइटेनियम डाइऑक्साइड (TiO2) या जिंक ऑक्साइड (ZnO) सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करते हैं। यह अवशोषित ऊर्जा फिर अमोनिया जैसे यौगिकों के निष्कर्षण या संश्लेषण जैसी रासायनिक अभिक्रियाओं को शुरू करने या बनाए रखने के लिए उपयोग की जाती है। अवशोषक केवल ऊर्जा को सोखते हैं, उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर बढ़ाते हैं, और परावर्तक प्रकाश को वापस भेजते हैं। इसलिए, अर्धचालक यहाँ सही विकल्प है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पानी से अमोनिया (NH3) निकालने के लिए सौर ऊर्जा को किस रूप में परिवर्तित किया जाएगा?
- (a) यांत्रिक ऊर्जा
- (b) रासायनिक ऊर्जा
- (c) विद्युत ऊर्जा
- (d) ध्वनि ऊर्जा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश-संश्लेषण और प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाएं सौर ऊर्जा को सीधे रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): सौर उपकरणों का लक्ष्य अक्सर सौर ऊर्जा को ऐसी ऊर्जा में बदलना होता है जो रासायनिक बंधन बनाने या तोड़ने के लिए उपयोग की जा सके। अमोनिया निकालने की प्रक्रिया एक रासायनिक अभिक्रिया है, जिसके लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। सौर ऊर्जा सीधे तौर पर इस रासायनिक प्रक्रिया को चलाने के लिए रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है, न कि यांत्रिक, विद्युत या ध्वनि ऊर्जा में।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अमोनिया (NH3) के आणविक सूत्र में कितने परमाणु होते हैं?
- (a) 1
- (b) 2
- (c) 3
- (d) 4
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र में सब्सक्रिप्ट (नीचे लिखे अंक) एक अणु में प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या दर्शाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अमोनिया का रासायनिक सूत्र NH3 है। इसमें एक नाइट्रोजन (N) परमाणु और तीन हाइड्रोजन (H) परमाणु होते हैं। कुल परमाणुओं की संख्या 1 (नाइट्रोजन) + 3 (हाइड्रोजन) = 4 है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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जल (H2O) में ऑक्सीजन का परमाणु द्रव्यमान लगभग कितना होता है?
- (a) 8 amu
- (b) 12 amu
- (c) 16 amu
- (d) 18 amu
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी (Periodic Table) में प्रत्येक तत्व का परमाणु द्रव्यमान लगभग उसके प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की कुल संख्या के बराबर होता है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन (O) आवर्त सारणी में 8वें स्थान पर है और इसका परमाणु द्रव्यमान लगभग 15.999 amu है, जिसे सामान्यतः 16 amu के रूप में लिया जाता है। जल (H2O) में दो हाइड्रोजन (H) और एक ऑक्सीजन (O) परमाणु होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सौर ऊर्जा द्वारा संचालित उपकरणों का मुख्य लाभ क्या है?
- (a) उच्च प्रारंभिक लागत
- (b) ऊर्जा का नवीकरणीय स्रोत
- (c) जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता
- (d) सीमित उपलब्धता
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत वे होते हैं जो प्राकृतिक रूप से पुनः भर जाते हैं और समाप्त नहीं होते।
व्याख्या (Explanation): सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होती है, जो एक असीमित और प्राकृतिक रूप से पुनःपूर्ति योग्य स्रोत है। इसलिए, यह ऊर्जा का एक नवीकरणीय स्रोत है। उच्च प्रारंभिक लागत, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता (जो सौर ऊर्जा का लाभ है, घाटा नहीं), और सीमित उपलब्धता इसके लाभ नहीं हैं, बल्कि कुछ चुनौतियों या अशुद्धियों के रूप में देखे जा सकते हैं (जैसे रात में अनुपलब्धता)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘वेस्टवाटर’ (wastewater) में अमोनिया की उपस्थिति का क्या कारण हो सकता है?
- (a) औद्योगिक अपशिष्ट
- (b) कृषि उर्वरकों का बहाव
- (c) सीवेज और मानव अपशिष्ट
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अमोनिया एक नाइट्रोजन-युक्त यौगिक है जो विभिन्न स्रोतों से जल निकायों में प्रवेश कर सकता है।
व्याख्या (Explanation): औद्योगिक प्रक्रियाएं, विशेष रूप से उर्वरक और रसायन उत्पादन, अपने अपशिष्ट जल में अमोनिया छोड़ सकती हैं। कृषि में उपयोग किए जाने वाले उर्वरकों में नाइट्रोजन होता है, जो वर्षा या सिंचाई के माध्यम से बहकर जल स्रोतों में मिल सकता है। सीवेज और मानव अपशिष्ट भी अमोनिया का एक प्रमुख स्रोत हैं क्योंकि प्रोटीन और अन्य जैविक पदार्थों के विघटन से अमोनिया बनता है। इसलिए, उपरोक्त सभी कारण वेस्टवाटर में अमोनिया की उपस्थिति के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रकाश-उत्प्रेरित (photocatalytic) अभिक्रिया में, उत्प्रेरक (catalyst) का मुख्य कार्य क्या होता है?
- (a) प्रकाश को परावर्तित करना
- (b) अभिक्रिया को धीमा करना
- (c) अभिक्रिया के लिए सक्रियण ऊर्जा को कम करना
- (d) अभिक्रिया से ऊर्जा अवशोषित करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्प्रेरक रासायनिक अभिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं बिना स्वयं खपत हुए, आमतौर पर सक्रियण ऊर्जा को कम करके।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश-उत्प्रेरित अभिक्रियाओं में, उत्प्रेरक (जैसे अर्धचालक) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है और फिर उसे रासायनिक अभिक्रिया के लिए आवश्यक सक्रियण ऊर्जा को कम करने में मदद करता है। इससे अभिक्रिया तेजी से और अधिक कुशलता से होती है। उत्प्रेरक अभिक्रिया को धीमा नहीं करता, न ही यह केवल प्रकाश को परावर्तित करता है या ऊर्जा अवशोषित करता है (हालांकि अवशोषण आवश्यक है)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हाइड्रोजन (H) का परमाणु क्रमांक क्या है?
- (a) 0
- (b) 1
- (c) 2
- (d) 3
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु क्रमांक (Atomic Number) नाभिक में प्रोटॉन की संख्या के बराबर होता है और यह तत्व की पहचान करता है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन (H) सबसे सरल तत्व है। इसके नाभिक में केवल एक प्रोटॉन होता है। इसलिए, इसका परमाणु क्रमांक 1 है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी विलयन में अमोनिया (NH3) की सांद्रता को मापने के लिए किस विश्लेषणात्मक तकनीक का उपयोग किया जा सकता है?
- (a) स्पेक्ट्रोफोटोमेट्री (Spectrophotometry)
- (b) क्रोमैटोग्राफी (Chromatography)
- (c) टाइट्रेशन (Titration)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न विश्लेषणात्मक तकनीकें किसी नमूने में विशिष्ट पदार्थों की पहचान और मात्रा निर्धारण के लिए उपयोग की जाती हैं।
व्याख्या (Explanation): स्पेक्ट्रोफोटोमेट्री का उपयोग करके अमोनिया को रंगीन व्युत्पन्न (derivatives) में परिवर्तित करके उसकी सांद्रता मापी जा सकती है। क्रोमैटोग्राफी, विशेष रूप से गैस क्रोमैटोग्राफी (GC) या आयन क्रोमैटोग्राफी (IC), अमोनिया को अलग करने और मापने के लिए उपयोग की जा सकती है। टाइट्रेशन, विशेष रूप से अम्लीय टाइट्रेशन, अमोनिया की क्षारीय प्रकृति का लाभ उठाकर उसकी सांद्रता निर्धारित कर सकती है। इसलिए, तीनों विधियाँ संभव हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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‘प्रकाश-रसायन’ (Photochemistry) विज्ञान की किस शाखा से संबंधित है?
- (a) भौतिकी (Physics)
- (b) रसायन विज्ञान (Chemistry)
- (c) जीव विज्ञान (Biology)
- (d) भूविज्ञान (Geology)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश-रसायन प्रकाश के अवशोषण से शुरू होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं का अध्ययन है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश-रसायन मुख्य रूप से उन रासायनिक परिवर्तनों का अध्ययन करता है जो प्रकाश के संपर्क में आने से होते हैं। इसमें ऊर्जा के अवशोषण, अभिक्रिया तंत्र और उत्पाद निर्माण शामिल हैं, जो सभी रसायन विज्ञान के मुख्य क्षेत्र हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सेल में प्रोटीन संश्लेषण के लिए जिम्मेदार कोशिकांग (organelle) कौन सा है?
- (a) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
- (b) क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast)
- (c) राइबोसोम (Ribosome)
- (d) लाइसोसोम (Lysosome)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): राइबोसोम कोशिका के वे अंगक होते हैं जो mRNA टेम्पलेट के आधार पर प्रोटीन का निर्माण करते हैं।
व्याख्या (Explanation): राइबोसोम कोशिका के भीतर प्रोटीन संश्लेषण के प्राथमिक स्थल हैं। वे आनुवंशिक जानकारी (mRNA में एन्कोड की गई) को पढ़ते हैं और अमीनो एसिड को एक विशिष्ट क्रम में जोड़कर प्रोटीन बनाते हैं। माइटोकॉन्ड्रिया ऊर्जा उत्पादन के लिए, क्लोरोप्लास्ट प्रकाश संश्लेषण के लिए, और लाइसोसोम अपशिष्ट को पचाने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऑक्सीजन (O2) अणु में कितने सहसंयोजक बंध (covalent bonds) होते हैं?
- (a) 1
- (b) 2
- (c) 3
- (d) 4
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं। ऑक्सीजन का परमाणु क्रमांक 8 होता है, और इसके बाहरी कोश में 6 इलेक्ट्रॉन होते हैं। इसे अपना अष्टक पूरा करने के लिए 2 इलेक्ट्रॉनों की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रत्येक ऑक्सीजन परमाणु अपने बाहरी कोश में दो इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी करता है, जिससे दो सहसंयोजक बंध बनते हैं। यह एक दोहरा बंध (double bond) बनाता है (O=O)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में, रक्त परिसंचरण (blood circulation) के लिए कौन सा अंग जिम्मेदार है?
- (a) फेफड़े (Lungs)
- (b) मस्तिष्क (Brain)
- (c) हृदय (Heart)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हृदय एक पेशीय अंग है जो रक्त को पूरे शरीर में पंप करता है।
व्याख्या (Explanation): हृदय का मुख्य कार्य रक्त को धमनियों और शिराओं के माध्यम से पूरे शरीर में पंप करना है, जिससे ऊतकों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं और अपशिष्ट उत्पादों को हटाया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘अपचयन’ (Reduction) अभिक्रिया में क्या होता है?
- (a) ऑक्सीजन का जुड़ना
- (b) हाइड्रोजन का जुड़ना या ऑक्सीजन का निकलना
- (c) इलेक्ट्रॉन का खोना
- (d) ऊर्जा का उत्सर्जन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपचयन अभिक्रिया वह है जिसमें एक पदार्थ इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है, या हाइड्रोजन प्राप्त करता है, या ऑक्सीजन खोता है।
व्याख्या (Explanation): अपचयन की पारंपरिक परिभाषाओं में हाइड्रोजन का जुड़ना या ऑक्सीजन का निकलना शामिल है। अधिक आधुनिक परिभाषा इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने को अपचयन मानती है। ऑक्सीकरण में इसके विपरीत होता है: ऑक्सीजन का जुड़ना या हाइड्रोजन का निकलना।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वनस्पति कोशिकाएं (plant cells) अपने भोजन का निर्माण किस प्रक्रिया द्वारा करती हैं?
- (a) श्वसन (Respiration)
- (b) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (d) निषेचन (Fertilization)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): वनस्पति कोशिकाएं, विशेष रूप से जिनमें क्लोरोफिल होता है, प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से अपना भोजन बनाती हैं। यह प्रक्रिया क्लोरोप्लास्ट में होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘आवेश संरक्षण का नियम’ (Law of Conservation of Charge) क्या कहता है?
- (a) आवेश को बनाया या नष्ट नहीं किया जा सकता
- (b) आवेश को केवल बनाया जा सकता है
- (c) आवेश को केवल नष्ट किया जा सकता है
- (d) आवेश हमेशा शून्य होता है
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवेश संरक्षण का नियम बताता है कि किसी पृथक प्रणाली में कुल विद्युत आवेश स्थिर रहता है।
व्याख्या (Explanation): इस नियम के अनुसार, विद्युत आवेश न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है; यह केवल एक रूप से दूसरे रूप में स्थानांतरित हो सकता है या आवेशों का पुनर्वितरण हो सकता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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रसायन विज्ञान में, pH का पैमाना क्या मापता है?
- (a) विलयन में धातुओं की सांद्रता
- (b) विलयन की अम्लता या क्षारीयता
- (c) विलयन में गैसों की घुलनशीलता
- (d) विलयन का क्वथनांक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाने का उपयोग किसी जलीय विलयन की हाइड्रोजन आयन (H+) सांद्रता को मापने के लिए किया जाता है, जो उसकी अम्लता या क्षारीयता को दर्शाता है।
व्याख्या (Explanation): pH 7 से कम अम्लीय, 7 उदासीन, और 7 से अधिक क्षारीय होता है। यह सीधे तौर पर H+ आयनों की सांद्रता से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में, ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है?
- (a) प्लाज्मा
- (b) श्वेत रक्त कोशिकाएं
- (c) लाल रक्त कोशिकाएं (हीमोग्लोबिन)
- (d) प्लेटलेट्स
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद हीमोग्लोबिन प्रोटीन फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन को ले जाने के लिए जिम्मेदार होता है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन के साथ मिलकर ऑक्सीहीमोग्लोबिन बनाता है, जो ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न भागों में पहुंचाता है। प्लाज्मा भी थोड़ी मात्रा में घुली हुई ऑक्सीजन ले जाता है, लेकिन मुख्य परिवहन हीमोग्लोबिन द्वारा होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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धातुएँ सामान्यतः किस प्रकार की होती हैं?
- (a) अचालक (Insulators)
- (b) ऊष्मा और विद्युत की सुचालक (Good conductors of heat and electricity)
- (c) कम घनत्व वाली
- (d) भंगुर (Brittle)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो उन्हें ऊष्मा और विद्युत के अच्छे संवाहक बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): धातुओं की एक प्रमुख विशेषता उनकी उच्च तापीय और विद्युत चालकता है। वे आमतौर पर तन्य (ductile) और आघातवर्धनीय (malleable) भी होती हैं, न कि भंगुर। उनकी घनत्व भिन्न हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘प्रकाश संश्लेषण’ (Photosynthesis) की प्रक्रिया के लिए आवश्यक प्रमुख कच्चा माल क्या है?
- (a) ऑक्सीजन और ग्लूकोज
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड और जल
- (c) नाइट्रोजन और ऑक्सीजन
- (d) ग्लूकोज और जल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण में, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और जल से ग्लूकोज (भोजन) और ऑक्सीजन बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की सामान्य अभिक्रिया है: 6CO2 + 6H2O + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 + 6O2। इसमें कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और जल (H2O) मुख्य अभिकारक (कच्चा माल) हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत का एस.आई. मात्रक (SI unit) क्या है?
- (a) वाट (Watt)
- (b) वोल्ट (Volt)
- (c) एम्पीयर (Ampere)
- (d) जूल (Joule)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एस.आई. प्रणाली में, विद्युत धारा (electric current) का मूल मात्रक एम्पीयर (A) है।
व्याख्या (Explanation): वाट शक्ति (power) का मात्रक है, वोल्ट विभवांतर (potential difference) का मात्रक है, और जूल ऊर्जा (energy) का मात्रक है। एम्पीयर प्रति सेकंड आवेश (charge) के प्रवाह की दर को मापता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव रक्त का सामान्य pH मान कितना होता है?
- (a) 3.5 – 4.5
- (b) 5.5 – 6.5
- (c) 7.0 – 7.5
- (d) 8.0 – 8.5
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव रक्त एक बफर (buffer) प्रणाली के रूप में कार्य करता है जो pH को एक संकीर्ण सीमा के भीतर बनाए रखता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त का सामान्य pH मान लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है, जो थोड़ा क्षारीय होता है। यह सीमा 7.0 – 7.5 के विकल्प में सबसे उपयुक्त है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘ऊर्जा संरक्षण का नियम’ (Law of Conservation of Energy) क्या कहता है?
- (a) ऊर्जा को बनाया या नष्ट नहीं किया जा सकता
- (b) ऊर्जा केवल बनाई जा सकती है
- (c) ऊर्जा केवल नष्ट की जा सकती है
- (d) ऊर्जा हमेशा गतिज ऊर्जा में परिवर्तित होती है
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण का नियम बताता है कि किसी भी पृथक प्रणाली में ऊर्जा न तो बनाई जा सकती है और न ही नष्ट की जा सकती है; यह केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित हो सकती है।
व्याख्या (Explanation): यह भौतिकी का एक मौलिक सिद्धांत है। उदाहरण के लिए, विद्युत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा और ऊष्मा ऊर्जा में बदला जा सकता है, लेकिन कुल ऊर्जा समान रहती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जीव विज्ञान में, ‘डीएनए’ (DNA) का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid)
- (b) डाइऑक्सीजेनेटेड न्यूक्लिक एसिड (Dioxygenated Nucleic Acid)
- (c) डीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deribose Nucleic Acid)
- (d) डीऑक्सी न्यूक्लिक एसिड (Deoxy Nucleic Acid)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (DNA) आनुवंशिकता की वह इकाई है जो जीवों के विकास, कार्य, वृद्धि और प्रजनन के लिए आवश्यक आनुवंशिक निर्देश रखती है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए का पूरा नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड है। यह एक डबल हेलिक्स संरचना में व्यवस्थित होता है और इसमें आनुवंशिक कोड होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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किसी परिपथ (circuit) में धारा (current) के प्रवाह का विरोध करने वाले गुण को क्या कहते हैं?
- (a) चालकता (Conductance)
- (b) प्रतिरोध (Resistance)
- (c) धारिता (Capacitance)
- (d) प्रेरण (Inductance)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रतिरोध (Resistance) किसी पदार्थ का वह गुण है जो उसमें से विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करता है।
व्याख्या (Explanation): ओम के नियम (Ohm’s Law) के अनुसार, V = IR, जहाँ R प्रतिरोध है। उच्च प्रतिरोध धारा के प्रवाह को अधिक बाधित करता है। चालकता (Conductance) प्रतिरोध का व्युत्क्रम (reciprocal) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।