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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का एक महत्वपूर्ण स्थान है। चाहे वह SSC, रेलवे, या विभिन्न राज्य PSCs की परीक्षाएं हों, विज्ञान के प्रश्न आपकी सफलता में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। अपनी तैयारी को मजबूत करने और अवधारणाओं की गहरी समझ विकसित करने के लिए नियमित अभ्यास अत्यंत आवश्यक है। इस खंड में, हमने भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से संबंधित 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्नों का संकलन किया है, जो आपको अपनी तैयारी का मूल्यांकन करने और कमजोर क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेंगे। इन प्रश्नों का अभ्यास करके आप निश्चित रूप से अपनी वैज्ञानिक समझ को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. पार्किंसन रोग मानव शरीर के किस न्यूरोट्रांसमीटर की कमी से संबंधित है?

    • (a) एसिटाइलकोलीन
    • (b) डोपामाइन
    • (c) सेरोटोनिन
    • (d) गाबा (GABA)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूरोट्रांसमीटर वे रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) के बीच संकेतों को प्रसारित करते हैं। प्रत्येक न्यूरोट्रांसमीटर शरीर में विशिष्ट कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है।

    व्याख्या (Explanation): पार्किंसन रोग एक प्रगतिशील तंत्रिका संबंधी विकार है जो मस्तिष्क के सबस्टैंशिया नाइग्रा (substantia nigra) क्षेत्र में डोपामाइन-उत्पादक न्यूरॉन्स के नष्ट होने के कारण होता है। डोपामाइन गति, प्रेरणा और इनाम से संबंधित कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से कंपकंपी, कठोरता, धीमी गति और संतुलन की हानि जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. लेवोडोपा (L-DOPA), जो पार्किंसन के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली एक दवा है, शरीर में किस न्यूरोट्रांसमीटर में परिवर्तित होती है?

    • (a) एंडोर्फिन
    • (b) नोरेपीनेफ्रिन
    • (c) डोपामाइन
    • (d) हिस्टामाइन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रोड्रग (prodrug) वे दवाएं होती हैं जो शरीर में जाने के बाद उपापचय (metabolism) द्वारा सक्रिय रूप में परिवर्तित हो जाती हैं। L-DOPA एक ऐसा ही प्रोड्रग है जो रक्त-मस्तिष्क बाधा (Blood-Brain Barrier) को पार कर सकता है।

    व्याख्या (Explanation): डोपामाइन रक्त-मस्तिष्क बाधा को सीधे पार नहीं कर सकता है, इसलिए पार्किंसन रोग के इलाज के लिए डोपामाइन के अग्रदूत (precursor) L-DOPA का उपयोग किया जाता है। L-DOPA मस्तिष्क में पहुँचने के बाद, ‘डोपामाइन डेकार्बोक्सिलेज’ नामक एंजाइम द्वारा डोपामाइन में परिवर्तित हो जाता है, जिससे डोपामाइन की कमी पूरी होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  3. तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) का वह भाग जो संदेश को कोशिका शरीर से दूर ले जाता है, क्या कहलाता है?

    • (a) डेंड्राइट
    • (b) एक्सॉन
    • (c) सिनैप्स
    • (d) तंत्रिका अंत (Nerve ending)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूरॉन तंत्रिका तंत्र की मूल इकाई है जो विद्युत रासायनिक संकेतों के माध्यम से जानकारी को प्रसारित करती है। इसके विभिन्न भाग विशिष्ट कार्यों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

    व्याख्या (Explanation): न्यूरॉन के मुख्य भाग डेंड्राइट, कोशिका शरीर (सोमा) और एक्सॉन होते हैं। डेंड्राइट अन्य न्यूरॉन्स से संकेत प्राप्त करते हैं। कोशिका शरीर संकेतों को संसाधित करता है। एक्सॉन वह लंबी, पतली प्रक्रिया है जो कोशिका शरीर से संदेशों को दूर ले जाती है और उन्हें अन्य न्यूरॉन्स, मांसपेशियों या ग्रंथियों तक पहुंचाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर की स्वैच्छिक गतियों और संतुलन के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

    • (a) सेरिब्रम
    • (b) सेरिबेलम
    • (c) मेडुला ऑब्लांगेटा
    • (d) थैलेमस

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भाग विशिष्ट कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): सेरिबेलम, जिसे छोटा मस्तिष्क भी कहा जाता है, मस्तिष्क के पिछले भाग में स्थित होता है। यह शरीर के संतुलन, समन्वय, मुद्रा और स्वैच्छिक गतियों (जैसे चलना, दौड़ना) को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पार्किंसन रोग में कंपकंपी और गति संबंधी समस्याएं बेसल गैन्ग्लिया में डोपामाइन की कमी से संबंधित होती हैं, लेकिन सामान्य स्वैच्छिक गति और संतुलन के लिए सेरिबेलम महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. माइटोकॉन्ड्रिया का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) प्रोटीन संश्लेषण
    • (b) प्रकाश संश्लेषण
    • (c) ऊर्जा उत्पादन (ATP)
    • (d) कोशिका विभाजन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया को अक्सर कोशिका का ‘पावरहाउस’ कहा जाता है क्योंकि यह कोशिकीय श्वसन के माध्यम से ऊर्जा उत्पन्न करता है।

    व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार है, जो कोशिकाओं के लिए ऊर्जा मुद्रा है। यह प्रक्रिया कोशिकीय श्वसन कहलाती है, जिसमें ग्लूकोज और ऑक्सीजन का उपयोग करके ATP का निर्माण होता है। तंत्रिका कोशिकाओं को अपने कार्यों के लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  6. एंजाइम मुख्य रूप से क्या होते हैं?

    • (a) कार्बोहाइड्रेट
    • (b) लिपिड
    • (c) प्रोटीन
    • (d) न्यूक्लिक अम्ल

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biocatalysts) होते हैं जो जीवित कोशिकाओं में रासायनिक प्रतिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): अधिकांश एंजाइम प्रोटीन होते हैं जो विशिष्ट रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं। वे प्रतिक्रियाओं को गति देने के लिए एक सक्रिय स्थल (active site) के माध्यम से सब्सट्रेट्स से बंधते हैं। उदाहरण के लिए, L-DOPA को डोपामाइन में बदलने वाला एंजाइम ‘डोपामाइन डेकार्बोक्सिलेज’ एक प्रोटीन है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. मानव शरीर में सबसे लंबी कोशिका कौन सी है?

    • (a) पेशी कोशिका
    • (b) तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन)
    • (c) रक्त कोशिका
    • (d) अस्थि कोशिका

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिकाएं आकार और कार्य में भिन्न होती हैं, और उनका आकार उनके विशिष्ट कार्य के अनुकूल होता है।

    व्याख्या (Explanation): तंत्रिका कोशिकाएं (न्यूरॉन्स) मानव शरीर में सबसे लंबी कोशिकाएं होती हैं, जिनकी लंबाई एक मीटर तक हो सकती है। उनकी लंबी एक्सॉन (axon) उन्हें मस्तिष्क से शरीर के दूरस्थ हिस्सों तक या इसके विपरीत, संकेतों को तेजी से और कुशलता से प्रसारित करने में सक्षम बनाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. न्यूरोट्रांसमीटर क्या हैं?

    • (a) अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित हार्मोन
    • (b) तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संकेतों को प्रसारित करने वाले रासायनिक संदेशवाहक
    • (c) शरीर में ऊर्जा का भंडारण करने वाले अणु
    • (d) प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाएं

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तंत्रिका तंत्र संकेतों को प्रसारित करने के लिए विशिष्ट रासायनिक पदार्थों का उपयोग करता है।

    व्याख्या (Explanation): न्यूरोट्रांसमीटर ऐसे रासायनिक पदार्थ होते हैं जो तंत्रिका आवेगों को एक न्यूरॉन से दूसरे न्यूरॉन, या न्यूरॉन से मांसपेशियों या ग्रंथियों तक सिनैप्स (synapse) के माध्यम से प्रसारित करते हैं। डोपामाइन, सेरोटोनिन, एसिटाइलकोलीन आदि प्रमुख न्यूरोट्रांसमीटर हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. कोशिका के किस भाग में आनुवंशिक सामग्री (DNA) पाई जाती है?

    • (a) कोशिका द्रव्य (Cytoplasm)
    • (b) माइटोकॉन्ड्रिया
    • (c) केंद्रक (Nucleus)
    • (d) राइबोसोम

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रत्येक जीवित कोशिका में अपनी विशेषताओं और कार्यों को निर्धारित करने वाली आनुवंशिक जानकारी होती है।

    व्याख्या (Explanation): केंद्रक यूकेरियोटिक कोशिकाओं का एक प्रमुख अंग है जो कोशिका के आनुवंशिक पदार्थ (DNA) को संग्रहीत करता है। यह कोशिका की वृद्धि, चयापचय और प्रजनन को नियंत्रित करता है। हालांकि माइटोकॉन्ड्रिया में भी अपना छोटा DNA होता है, लेकिन कोशिका की अधिकांश आनुवंशिक सामग्री केंद्रक में पाई जाती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  10. लेवोडोपा (Levodopa) में मुख्य कार्यात्मक समूह (functional groups) कौन से हैं?

    • (a) एल्डिहाइड और कीटोन
    • (b) कार्बोक्सिल और एमाइन
    • (c) ईथर और एस्टर
    • (d) हाइड्रॉक्सिल और एल्केन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बनिक यौगिकों में कार्यात्मक समूह वे विशिष्ट परमाणु समूह होते हैं जो यौगिक के रासायनिक गुणों और प्रतिक्रियाशीलता को निर्धारित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): लेवोडोपा (3,4-डाइहाइड्रॉक्सी-L-फेनिलएलनिन) एक एमिनो एसिड है। इसमें एक कार्बोक्सिल समूह (-COOH) और एक एमाइन समूह (-NH₂) होता है, जो इसे एक एमिनो एसिड की विशेषता देते हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें दो हाइड्रॉक्सिल समूह (-OH) भी होते हैं जो एक बेंजीन रिंग से जुड़े होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. जेल (Gel) एक कोलाइडल प्रणाली है जिसमें ठोस माध्यम में क्या फैला हुआ होता है?

    • (a) गैस
    • (b) ठोस
    • (c) द्रव
    • (d) प्लाज्मा

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोलाइड एक ऐसा मिश्रण होता है जिसमें एक पदार्थ के कण दूसरे पदार्थ में समान रूप से बिखरे होते हैं, लेकिन वे विलयन से बड़े और निलंबन से छोटे होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जेल एक प्रकार का कोलाइड है जिसमें द्रव के कण एक ठोस माध्यम में फैले हुए होते हैं, जो एक नेटवर्क जैसी संरचना बनाते हैं। यह नेटवर्क जेल को एक निश्चित आकार और स्थिरता प्रदान करता है, जिससे यह अर्ध-ठोस या चिपचिपा दिखाई देता है। उदाहरण के लिए, जैली, अगार-अगार, और औषधीय जैल।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  12. औषधियों के भंडारण और स्थिरता के लिए pH मान का नियंत्रण क्यों महत्वपूर्ण है?

    • (a) यह दवा के रंग को प्रभावित करता है।
    • (b) यह दवा के घुलनशीलता और रासायनिक स्थिरता को प्रभावित करता है।
    • (c) यह दवा की गंध को प्रभावित करता है।
    • (d) यह दवा के भौतिक घनत्व को प्रभावित करता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH एक विलयन की अम्लता या क्षारीयता का माप है। यह रासायनिक प्रतिक्रियाओं की दर और पदार्थों की आयनीकरण स्थिति को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है।

    व्याख्या (Explanation): अधिकांश औषधियाँ विशेष pH रेंज में सबसे अधिक स्थिर और प्रभावी होती हैं। pH में परिवर्तन दवा के रासायनिक विघटन (degradation) को बढ़ावा दे सकता है, उसकी घुलनशीलता (solubility) को बदल सकता है, और शरीर में उसके अवशोषण और वितरण को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, सही pH रेंज का रखरखाव दवाओं की प्रभावकारिता और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. बहुलक (Polymers) क्या होते हैं?

    • (a) एक ही तत्व के विभिन्न रूप।
    • (b) छोटे, दोहराए जाने वाले इकाइयों (मोनोमर्स) से बने बड़े अणु।
    • (c) दो या दो से अधिक तत्वों का मिश्रण।
    • (d) वे पदार्थ जो अम्ल और क्षार दोनों के साथ अभिक्रिया करते हैं।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बहुलक विज्ञान, बड़े अणुओं के निर्माण और गुणों का अध्ययन है।

    व्याख्या (Explanation): बहुलक वे विशाल अणु (मैक्रोमोलेक्यूल्स) होते हैं जो कई छोटी, समान या समान इकाइयों (जिन्हें मोनोमर्स कहा जाता है) के दोहराव से बनते हैं। बहुलकीकरण (polymerization) नामक प्रक्रिया द्वारा मोनोमर्स एक साथ जुड़ते हैं। प्लास्टिक, रबर, प्रोटीन, न्यूक्लिक एसिड और जेल बनाने में उपयोग होने वाले हाइड्रोजेल सभी बहुलक के उदाहरण हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. रासायनिक रूप से जल (H₂O) क्या है?

    • (a) एक तत्व
    • (b) एक मिश्रण
    • (c) एक यौगिक
    • (d) एक निलंबन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रसायन विज्ञान में पदार्थ को तत्व, यौगिक या मिश्रण के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): जल (H₂O) एक यौगिक है क्योंकि यह दो या दो से अधिक विभिन्न तत्वों (हाइड्रोजन और ऑक्सीजन) के रासायनिक संयोजन से एक निश्चित अनुपात (2:1) में बनता है। इसके गुण इसके घटक तत्वों से भिन्न होते हैं और इसे भौतिक तरीकों से अलग नहीं किया जा सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  15. कार्बनिक रसायन विज्ञान मुख्य रूप से किस तत्व के यौगिकों का अध्ययन करता है?

    • (a) नाइट्रोजन
    • (b) ऑक्सीजन
    • (c) कार्बन
    • (d) हाइड्रोजन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बनिक रसायन विज्ञान, कार्बन परमाणुओं के अद्वितीय गुणों के कारण रासायनिक विज्ञान की एक विशिष्ट शाखा है।

    व्याख्या (Explanation): कार्बनिक रसायन विज्ञान कार्बन युक्त यौगिकों का अध्ययन है, विशेष रूप से कार्बन-हाइड्रोजन बंध वाले यौगिकों का। कार्बन की अद्वितीय क्षमता (जैसे शृंखलन – catenation) बड़े और विविध प्रकार के अणुओं का निर्माण करती है, जो जीवन के लिए आवश्यक हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. किस रासायनिक प्रक्रिया द्वारा शरीर में जटिल अणु सरल अणुओं में टूटते हैं और ऊर्जा मुक्त करते हैं?

    • (a) उपचय (Anabolism)
    • (b) अपचय (Catabolism)
    • (c) बहुलकीकरण (Polymerization)
    • (d) उदासीनीकरण (Neutralization)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): चयापचय (metabolism) शरीर में होने वाली सभी रासायनिक प्रतिक्रियाओं का योग है, जिसे उपचय और अपचय में विभाजित किया गया है।

    व्याख्या (Explanation): अपचय (Catabolism) वह प्रक्रिया है जिसमें बड़े, जटिल अणु (जैसे कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन) छोटे, सरल अणुओं में टूटते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान ऊर्जा (आमतौर पर ATP के रूप में) मुक्त होती है, जिसका उपयोग शरीर के कार्यों के लिए किया जाता है। इसके विपरीत, उपचय (Anabolism) सरल अणुओं से जटिल अणुओं का निर्माण करता है और इसमें ऊर्जा की खपत होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. आवर्त सारणी में ‘नोबल गैसें’ (Noble Gases) किस समूह में स्थित हैं?

    • (a) समूह 1
    • (b) समूह 18
    • (c) समूह 17
    • (d) समूह 2

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी तत्वों को उनके परमाणु संख्या और रासायनिक गुणों के आधार पर व्यवस्थित करती है।

    व्याख्या (Explanation): नोबल गैसें (हीलियम, नियॉन, आर्गन, क्रिप्टॉन, क्सीनन, रेडॉन) आवर्त सारणी के समूह 18 में स्थित हैं। इन गैसों को ‘उत्कृष्ट गैसें’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनका बाह्यतम कोश पूर्ण होता है, जिससे वे रासायनिक रूप से अत्यंत अक्रियाशील होती हैं (यानी, वे आसानी से अन्य तत्वों के साथ अभिक्रिया नहीं करतीं)।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. कंपन (Tremors) के अध्ययन में भौतिकी की कौन सी शाखा सबसे प्रासंगिक है?

    • (a) ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)
    • (b) प्रकाशिकी (Optics)
    • (c) यांत्रिकी (Mechanics)
    • (d) विद्युतगतिकी (Electrodynamics)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): यांत्रिकी भौतिकी की वह शाखा है जो गति, बल और ऊर्जा का अध्ययन करती है।

    व्याख्या (Explanation): कंपकंपी (tremors) शरीर के एक या अधिक भागों का अनैच्छिक, लयबद्ध हिलना होता है। यह एक प्रकार का दोलन (oscillation) है, जो गति और बल से संबंधित है। यांत्रिकी की उप-शाखा ‘दोलन और तरंगें’ इस घटना का विस्तार से अध्ययन करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. दवा के जेल से त्वचा में अवशोषण की प्रक्रिया में कौन सा भौतिक सिद्धांत शामिल है?

    • (a) परावर्तन (Reflection)
    • (b) अपवर्तन (Refraction)
    • (c) विसरण (Diffusion)
    • (d) अपकेंद्रण (Centrifugation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विसरण वह प्रक्रिया है जिसमें कण उच्च सांद्रता वाले क्षेत्र से निम्न सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर तब तक गति करते हैं जब तक कि सांद्रता पूरे माध्यम में समान न हो जाए।

    व्याख्या (Explanation): जब कोई दवा जेल के रूप में त्वचा पर लगाई जाती है, तो दवा के अणु जेल में उच्च सांद्रता वाले क्षेत्र से त्वचा में निम्न सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर विसरित होते हैं। यह प्रक्रिया दवा को त्वचा की परतों को पार करने और रक्तप्रवाह में अवशोषित होने में मदद करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. श्यानता (Viscosity) की SI इकाई क्या है?

    • (a) न्यूटन
    • (b) जूल
    • (c) पास्कल-सेकंड (Pascal-second)
    • (d) वॉट

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): श्यानता द्रव के प्रवाह के प्रतिरोध का एक माप है, यानी द्रव के आंतरिक घर्षण का।

    व्याख्या (Explanation): श्यानता की SI इकाई पास्कल-सेकंड (Pa·s) है, जिसे प्वाइज (Poise) भी कहा जाता है (हालांकि प्वाइज CGS इकाई है)। 1 Pa·s = 10 प्वाइज। उच्च श्यानता वाले द्रव धीरे-धीरे प्रवाहित होते हैं (जैसे शहद), जबकि कम श्यानता वाले द्रव तेजी से प्रवाहित होते हैं (जैसे पानी)।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. तंत्रिका आवेगों (Nerve impulses) का संचरण किस भौतिक घटना के माध्यम से होता है?

    • (a) ध्वनि तरंगें
    • (b) विद्युत संकेत
    • (c) गुरुत्वाकर्षण बल
    • (d) चुंबकीय क्षेत्र

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तंत्रिका आवेगों का संचरण एक जटिल विद्युत रासायनिक प्रक्रिया है।

    व्याख्या (Explanation): तंत्रिका आवेग, जिन्हें ऐक्शन पोटेंशियल (action potentials) भी कहा जाता है, न्यूरॉन की झिल्ली के आर-पार आयनों (मुख्यतः सोडियम और पोटेशियम) की गति के कारण उत्पन्न होने वाले विद्युत संकेत होते हैं। ये संकेत एक्सॉन के साथ तेज़ी से यात्रा करते हैं, जिससे मस्तिष्क और शरीर के अन्य हिस्सों के बीच संचार संभव हो पाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. कार्य (Work) की SI इकाई क्या है?

    • (a) वॉट
    • (b) न्यूटन
    • (c) जूल
    • (d) पास्कल

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, कार्य को किसी बल द्वारा किसी वस्तु को विस्थापित करने पर किया गया ऊर्जा का स्थानांतरण माना जाता है।

    व्याख्या (Explanation): कार्य (Work) और ऊर्जा (Energy) दोनों की SI इकाई जूल (Joule) है। 1 जूल वह कार्य है जो 1 न्यूटन का बल किसी वस्तु को बल की दिशा में 1 मीटर विस्थापित करने पर करता है (1 J = 1 N·m)। वॉट शक्ति की इकाई है, न्यूटन बल की और पास्कल दाब की।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. ऊर्जा संरक्षण का सिद्धांत क्या बताता है?

    • (a) ऊर्जा को नष्ट किया जा सकता है।
    • (b) ऊर्जा को केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है, न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है।
    • (c) ऊर्जा को केवल उत्पन्न किया जा सकता है।
    • (d) ऊर्जा हमेशा बढ़ती रहती है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण का सिद्धांत भौतिकी का एक मूलभूत नियम है जो एक बंद प्रणाली में ऊर्जा की कुल मात्रा को नियंत्रित करता है।

    व्याख्या (Explanation): ऊर्जा संरक्षण का सिद्धांत बताता है कि एक पृथक प्रणाली (isolated system) में ऊर्जा न तो बनाई जा सकती है और न ही नष्ट की जा सकती है; इसे केवल एक रूप से दूसरे रूप में बदला जा सकता है। उदाहरण के लिए, भोजन में रासायनिक ऊर्जा शरीर में यांत्रिक ऊर्जा और ऊष्मा ऊर्जा में परिवर्तित होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  24. किसी वस्तु का द्रव्यमान, उसकी ______ का एक माप है।

    • (a) आयतन (Volume)
    • (b) जड़ता (Inertia)
    • (c) गति (Speed)
    • (d) भार (Weight)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): द्रव्यमान और जड़ता न्यूटन के गति के नियमों से संबंधित मूलभूत भौतिक अवधारणाएं हैं।

    व्याख्या (Explanation): द्रव्यमान किसी वस्तु में निहित पदार्थ की मात्रा का माप है। यह वस्तु की जड़ता का भी एक माप है, यानी गति में परिवर्तन का विरोध करने की उसकी प्रवृत्ति। जितनी अधिक द्रव्यमान होगा, उतनी ही अधिक जड़ता होगी और उतनी ही अधिक बल की आवश्यकता होगी उसे गति देने या रोकने के लिए। भार, द्रव्यमान पर गुरुत्वाकर्षण बल का परिणाम है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. प्रकाशीय फाइबर (Optical fibers) किस सिद्धांत पर कार्य करते हैं?

    • (a) व्यतिकरण (Interference)
    • (b) विवर्तन (Diffraction)
    • (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
    • (d) प्रकीर्णन (Scattering)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से एक विरल माध्यम में एक निश्चित कोण (क्रांतिक कोण) से अधिक कोण पर प्रवेश करने का प्रयास करता है।

    व्याख्या (Explanation): ऑप्टिकल फाइबर पतले पारदर्शी तार होते हैं जो प्रकाश को लंबी दूरी तक ले जाने के लिए पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत का उपयोग करते हैं। प्रकाश फाइबर के अंदर बार-बार परावर्तित होता है, जिससे यह बहुत कम ऊर्जा हानि के साथ आगे बढ़ता है। इसका उपयोग संचार, चिकित्सा इमेजिंग (जैसे एंडोस्कोपी) और सेंसर में होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  26. सामान्य शुष्क सेल (Dry Cell) में कौन सा इलेक्ट्रोलाइट प्रयुक्त होता है?

    • (a) सोडियम क्लोराइड
    • (b) अमोनियम क्लोराइड
    • (c) पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड
    • (d) सल्फ्यूरिक अम्ल

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): इलेक्ट्रोलाइट वे पदार्थ होते हैं जो आयनों में विघटित होकर विद्युत धारा का संचालन कर सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): एक सामान्य शुष्क सेल (लेकलान्चे सेल का एक प्रकार) में, इलेक्ट्रोलाइट पेस्ट के रूप में होता है जिसमें मुख्य रूप से अमोनियम क्लोराइड (NH₄Cl) और जिंक क्लोराइड (ZnCl₂) का मिश्रण होता है। यह पेस्ट विद्युत धारा को प्रवाहित करने के लिए आयनों की गति प्रदान करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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