सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: आलू के रहस्य से प्रेरित अभ्यास
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मौलिक सिद्धांतों की समझ आपकी सफलता की राह को आसान बना सकती है। यह अभ्यास सत्र आपको विभिन्न विषयों के प्रश्नों से अवगत कराएगा, जिससे आपकी ज्ञान की गहराई बढ़ेगी और परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। आइए, आलू की उत्पत्ति जैसे रोचक वैज्ञानिक रहस्यों से प्रेरित होकर अपनी तैयारी को परखें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रश्न: आलू (Solanum tuberosum) की उत्पत्ति का पता लगाने वाले वैज्ञानिक अध्ययन में किस प्रकार की विधियों का उपयोग किया गया होगा?
- (a) रेडियोकार्बन डेटिंग
- (b) डीएनए फिंगरप्रिंटिंग और जीवाश्म विश्लेषण
- (c) पराबैंगनी स्पेक्ट्रोस्कोपी
- (d) घनत्व मापन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैविक प्रजातियों की उत्पत्ति, विकास और भौगोलिक वितरण का पता लगाने के लिए आनुवंशिक (genetic) और जीवाश्म (fossil) साक्ष्य महत्वपूर्ण होते हैं। डीएनए फिंगरप्रिंटिंग प्रजातियों के बीच आनुवंशिक संबंध स्थापित करती है, जबकि जीवाश्म विश्लेषण प्राचीन नमूनों की आयु और वातावरण का अनुमान लगाता है।
व्याख्या (Explanation): 9 मिलियन वर्ष पुरानी उत्पत्ति का पता लगाने के लिए, वैज्ञानिकों को प्राचीन पौधों के नमूनों के डीएनए का विश्लेषण करने और उपलब्ध जीवाश्म रिकॉर्ड का अध्ययन करने की आवश्यकता होगी। रेडियोकार्बन डेटिंग आमतौर पर हजारों वर्षों के लिए प्रयोग की जाती है, 9 मिलियन वर्ष के लिए नहीं। पराबैंगनी स्पेक्ट्रोस्कोपी रासायनिक यौगिकों की पहचान के लिए है, और घनत्व मापन भौतिक गुण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: आलू एक कंद (tuber) है, जो पौधे के किस भाग का रूपांतरण है?
- (a) जड़
- (b) तना
- (c) पत्ती
- (d) फूल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कंद (tubers) संशोधित भूमिगत तने होते हैं जो स्टार्च को संग्रहित करते हैं। इनमें ‘आँखें’ (eyes) होती हैं जो प्रसुप्त कलिकाएँ (dormant buds) होती हैं जिनसे नए पौधे उग सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): आलू में ‘आँखें’ (buds) और नोड्स (nodes) और इंटरनोड्स (internodes) की उपस्थिति दर्शाती है कि यह एक तने का रूपांतरण है, न कि जड़ का। जड़ों में ऐसी संरचनाएं नहीं होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: आलू में मुख्य रूप से कौन सा कार्बोहाइड्रेट संग्रहित होता है?
- (a) सुक्रोज
- (b) फ्रुक्टोज
- (c) स्टार्च
- (d) सेलूलोज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधे अपने भोजन को स्टार्च के रूप में संग्रहित करते हैं, जो ग्लूकोज की कई इकाइयों से बनी एक पॉलीसेकेराइड है। यह ऊर्जा का एक कुशल भंडार है।
व्याख्या (Explanation): आलू अपनी ऊर्जा को स्टार्च के रूप में संग्रहित करते हैं, जो इसे ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत बनाता है। सुक्रोज, फ्रुक्टोज और सेलूलोज अन्य प्रकार के कार्बोहाइड्रेट हैं, लेकिन आलू के भंडारण ऊतकों में स्टार्च प्रमुख है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के दौरान, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को किसमें परिवर्तित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन
- (b) ग्लूकोज और ऑक्सीजन
- (c) पानी और कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) स्टार्च और पानी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जिससे वे शर्करा (ग्लूकोज) बनाते हैं जिसका वे ऊर्जा के लिए उपयोग करते हैं। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन एक सह-उत्पाद (by-product) के रूप में निकलती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का सामान्य समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂। इससे स्पष्ट होता है कि ग्लूकोज और ऑक्सीजन बनते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा आलू का वानस्पतिक नाम (botanical name) है?
- (a) Solanum lycopersicum
- (b) Solanum melongena
- (c) Solanum tuberosum
- (d) Solanum nigrum
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रत्येक प्रजाति का एक अद्वितीय द्विपद नामकरण (binomial nomenclature) होता है, जिसमें वंश (genus) का नाम और प्रजाति (species) का नाम शामिल होता है।
व्याख्या (Explanation): Solanum tuberosum आलू का वैज्ञानिक या वानस्पतिक नाम है। Solanum lycopersicum टमाटर है, Solanum melongena बैंगन है, और Solanum nigrum नाइटशेड परिवार का एक पौधा है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: आलू का हरापन (greening) किस यौगिक के बनने के कारण होता है, जो अधिक मात्रा में विषाक्त हो सकता है?
- (a) लाइकोपीन
- (b) सोलानिन
- (c) कैरोटीन
- (d) क्लोरोफिल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आलू के कंद प्रकाश के संपर्क में आने पर हरे हो जाते हैं और सोलानिन (solanine) नामक ग्लाइकोएल्कलॉइड (glycoalkaloid) का उत्पादन करते हैं। यह यौगिक अपने आप में पौधे के लिए एक रक्षा तंत्र है, लेकिन मनुष्यों के लिए उच्च मात्रा में विषाक्त होता है।
व्याख्या (Explanation): हरा रंग क्लोरोफिल के कारण होता है, लेकिन आलू के हरेपन के साथ सोलानिन का निर्माण भी होता है, जो विषाक्तता का कारण बनता है। लाइकोपीन टमाटर में लाल रंग के लिए जिम्मेदार है, कैरोटीन विभिन्न पौधों में पीला/नारंगी रंग देता है, और क्लोरोफिल स्वयं विषाक्त नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: कौन सा खनिज तत्व पौधों में कोशिका भित्ति (cell wall) की संरचना और मजबूती के लिए आवश्यक है?
- (a) पोटेशियम (K)
- (b) मैग्नीशियम (Mg)
- (c) कैल्शियम (Ca)
- (d) नाइट्रोजन (N)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैल्शियम पेक्टेट (calcium pectate) कोशिका भित्ति की मध्य पटलिका (middle lamella) का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो आसन्न कोशिकाओं को एक साथ बांधता है और कोशिका भित्ति को संरचनात्मक अखंडता प्रदान करता है।
व्याख्या (Explanation): पोटेशियम जल संतुलन और एंजाइम गतिविधि के लिए महत्वपूर्ण है। मैग्नीशियम क्लोरोफिल का एक घटक है। नाइट्रोजन प्रोटीन और न्यूक्लिक एसिड के लिए आवश्यक है। कैल्शियम कोशिका भित्ति की मजबूती और कोशिका विभाजन के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: आलू की उपज बढ़ाने के लिए किस प्रकार के उर्वरक का उपयोग किया जाता है, जिसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम (NPK) जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं?
- (a) यूरिया
- (b) सुपरफॉस्फेट
- (c) पोटैशियम क्लोराइड
- (d) मिश्रित उर्वरक
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिश्रित उर्वरक (compound fertilizers) ऐसे उर्वरक होते हैं जिनमें दो या दो से अधिक प्राथमिक या माध्यमिक पोषक तत्व होते हैं। NPK उर्वरक सबसे आम प्रकार के मिश्रित उर्वरकों में से एक हैं, जो पौधों के विकास के लिए तीन सबसे महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट्स प्रदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): यूरिया मुख्य रूप से नाइट्रोजन प्रदान करता है, सुपरफॉस्फेट फास्फोरस प्रदान करता है, और पोटैशियम क्लोराइड पोटैशियम प्रदान करता है। आलू की समग्र वृद्धि के लिए तीनों पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, इसलिए एक संतुलित मिश्रित उर्वरक का उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न: आलू का कौन सा भाग अंकुरण (sprouting) के लिए जिम्मेदार होता है, जिससे नए पौधे उगते हैं?
- (a) जड़ें
- (b) तना
- (c) आँखें (कंद पर मौजूद कलियाँ)
- (d) बीज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आलू के कंद पर मौजूद ‘आँखें’ वास्तव में अविकसित या प्रसुप्त तने की कलियाँ होती हैं, जो उपयुक्त परिस्थितियों में अंकुरित होकर नए तने और जड़ें विकसित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): आलू का प्रजनन वानस्पतिक रूप से होता है, कंदों पर मौजूद ‘आँखों’ से। हालांकि आलू बीज भी पैदा करते हैं, लेकिन व्यावसायिक रूप से कंदों का उपयोग अंकुरण के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सी गैस वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाती है और प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है?
- (a) ऑक्सीजन (O₂)
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (c) नाइट्रोजन (N₂)
- (d) आर्गन (Ar)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी के वायुमंडल में लगभग 78% नाइट्रोजन, 21% ऑक्सीजन और 0.04% कार्बन डाइऑक्साइड है। हालांकि कार्बन डाइऑक्साइड प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है, नाइट्रोजन वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में मौजूद गैस है।
व्याख्या (Explanation): पौधों को प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड की आवश्यकता होती है, लेकिन वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली गैस नाइट्रोजन है, जो प्रोटीन निर्माण जैसे अन्य महत्वपूर्ण जैविक कार्यों के लिए भी आवश्यक है (यद्यपि सीधे हवा से नहीं, बल्कि फिक्सेशन के बाद)। प्रश्न प्रकाश संश्लेषण के लिए ‘आवश्यक’ गैस के बारे में है, लेकिन ‘वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में’ के बारे में भी। CO₂ प्रकाश संश्लेषण के लिए सीधे आवश्यक है, लेकिन N₂ वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में है। संदर्भ को देखते हुए, CO₂ सही उत्तर होना चाहिए था यदि प्रश्न यह पूछता कि प्रकाश संश्लेषण के लिए क्या आवश्यक है। लेकिन यह ‘सबसे प्रचुर’ पर जोर देता है। फिर भी, आम प्रतियोगी परीक्षा के संदर्भ में, CO₂ को अक्सर आवश्यक गैस के रूप में माना जाता है। यदि प्रश्न को ‘वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली गैस कौन सी है?’ के रूप में पढ़ा जाए, तो उत्तर N₂ है। यदि ‘प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक सबसे प्रचुर मात्रा वाली गैस कौन सी है?’ के रूप में पढ़ा जाए, तो यह CO₂ है। चूँकि यह स्पष्ट रूप से CO₂ को संदर्भित कर सकता है, हम इसे चुनते हैं।
सुधार: प्रश्न के निर्माण में अस्पष्टता है। यदि प्रश्न का अर्थ है ‘प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक गैसों में से कौन सी वायुमंडल में सबसे अधिक मात्रा में है?’, तो उत्तर CO₂ नहीं है, बल्कि CO₂ स्वयं वायुमंडल का केवल 0.04% है। सबसे प्रचुर मात्रा वाली गैस N₂ है, जो प्रकाश संश्लेषण में सीधे उपयोग नहीं होती है। इसलिए, प्रश्न को ‘निम्नलिखित में से कौन सी गैस प्रकाश संश्लेषण के लिए एक महत्वपूर्ण अभिकारक है?’ के रूप में समझा जाना चाहिए, जिसमें उत्तर CO₂ है। या यदि प्रश्न का अर्थ है ‘वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली गैस कौन सी है?’, तो उत्तर N₂ है। इस संदर्भ में, यह मानते हुए कि प्रश्न आलू के बारे में है और प्रकाश संश्लेषण पर ज़ोर है, हम CO₂ को चुनते हैं, यह मानते हुए कि प्रश्नकर्ता का इरादा CO₂ की आवश्यकता पर ज़ोर देना है।
अंतिम विचार: एक प्रतियोगी परीक्षा गुरु के रूप में, यह स्पष्ट करना आवश्यक है। यदि प्रश्न का इरादा वायुमंडल की संरचना के बारे में पूछना था, तो N₂ सही है। यदि प्रकाश संश्लेषण के अभिकारक के बारे में पूछना था, तो CO₂ सही है। दिए गए शीर्षक के संदर्भ में (जो आलू की उत्पत्ति पर है), प्रकाश संश्लेषण एक प्रासंगिक प्रक्रिया है। इसलिए, हम CO₂ को चुनते हैं, यह मानकर कि प्रश्न का मुख्य फोकस प्रकाश संश्लेषण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: किसी पदार्थ की विद्युत चालकता (electrical conductivity) किस भौतिक गुण पर निर्भर करती है?
- (a) विशिष्ट ऊष्मा
- (b) प्रतिरोधकता
- (c) वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा
- (d) पृष्ठ तनाव
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता (conductivity, $\sigma$) पदार्थ के प्रतिरोधकता (resistivity, $\rho$) का व्युत्क्रम (reciprocal) होती है। $\sigma = 1/\rho$। प्रतिरोधकता पदार्थ का वह गुण है जो विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करता है।
व्याख्या (Explanation): विशिष्ट ऊष्मा, वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा और पृष्ठ तनाव पदार्थ के तापीय और सतही गुण हैं। विद्युत चालकता सीधे तौर पर पदार्थ की आंतरिक संरचना और इलेक्ट्रॉनों की गति से संबंधित है, जिसे प्रतिरोधकता द्वारा मापा जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: एक आदर्श गैस के लिए, स्थिर आयतन पर तापमान बढ़ाने पर दाब (pressure) पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) घटता है
- (b) बढ़ता है
- (c) अपरिवर्तित रहता है
- (d) पहले घटता है फिर बढ़ता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आदर्श गैस नियम (Ideal Gas Law) के अनुसार, $PV = nRT$, जहाँ P दाब, V आयतन, n मोलों की संख्या, R सार्वभौमिक गैस स्थिरांक और T तापमान है। यदि आयतन (V) और मोलों की संख्या (n) स्थिर रखी जाती है, तो P ∝ T (दाब तापमान के समानुपाती होता है)।
व्याख्या (Explanation): स्थिर आयतन पर, गैस के अणुओं की गतिज ऊर्जा तापमान के साथ बढ़ती है। ये अणु कंटेनर की दीवारों से अधिक तीव्रता से टकराते हैं, जिससे दाब बढ़ता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से किस प्रक्रिया में ऊष्मा का स्थानांतरण संवहन (convection) द्वारा होता है?
- (a) सूर्य से पृथ्वी तक ऊष्मा का स्थानांतरण
- (b) धातु की छड़ को गर्म करने पर ऊष्मा का प्रसार
- (c) पानी को गर्म करने पर उसका नीचे से ऊपर की ओर गर्म होना
- (d) ब्लैक होल से विकीर्ण होने वाली ऊर्जा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संवहन वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा का स्थानांतरण माध्यम के कणों की गति द्वारा होता है। गर्म कण फैलते हैं, कम घने हो जाते हैं और ऊपर उठते हैं, जिससे ठंडे कणों को उनकी जगह लेने के लिए मार्ग मिलता है, जिससे एक चक्र बनता है।
व्याख्या (Explanation): (a) सूर्य से ऊष्मा विकिरण (radiation) द्वारा आती है। (b) धातु की छड़ में चालन (conduction) द्वारा ऊष्मा फैलती है। (d) ब्लैक होल से ऊर्जा विकीर्ण (radiation) होती है। (c) पानी को गर्म करने पर, नीचे का गर्म पानी ऊपर उठता है और ऊपर का ठंडा पानी नीचे आता है, यह संवहन का एक स्पष्ट उदाहरण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: प्रकाश की वह घटना जिसके कारण आकाश नीला दिखाई देता है, क्या कहलाती है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) प्रकीर्णन (Scattering)
- (d) विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेले प्रकीर्णन (Rayleigh scattering) के अनुसार, जब प्रकाश वायुमंडल में गैस के अणुओं से टकराता है, तो यह विभिन्न दिशाओं में बिखर जाता है। छोटी तरंग दैर्ध्य (blue light) बड़ी तरंग दैर्ध्य (red light) की तुलना में अधिक प्रकीर्णित होती है।
व्याख्या (Explanation): नीली रोशनी की तरंग दैर्ध्य छोटी होती है, इसलिए यह वायुमंडल में मौजूद छोटे कणों द्वारा अधिक प्रभावी ढंग से बिखेरी जाती है, जिससे आकाश नीला दिखाई देता है। परावर्तन प्रकाश का सतह से वापस लौटना है। अपवर्तन प्रकाश का एक माध्यम से दूसरे में जाते समय मुड़ना है। विवर्तन प्रकाश का अवरोधों के किनारों के चारों ओर मुड़ना है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा बल सबसे कमजोर माना जाता है?
- (a) गुरुत्वाकर्षण बल
- (b) विद्युत चुम्बकीय बल
- (c) प्रबल नाभिकीय बल
- (d) दुर्बल नाभिकीय बल
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकृति में चार मौलिक बल हैं: गुरुत्वाकर्षण बल, विद्युत चुम्बकीय बल, प्रबल नाभिकीय बल और दुर्बल नाभिकीय बल। इनकी सापेक्ष शक्ति इस प्रकार है: प्रबल नाभिकीय बल > विद्युत चुम्बकीय बल > दुर्बल नाभिकीय बल > गुरुत्वाकर्षण बल।
व्याख्या (Explanation): गुरुत्वाकर्षण बल सभी बलों में सबसे कमजोर है, हालांकि यह लंबी दूरी पर प्रभावी होता है। प्रबल नाभिकीय बल परमाणुओं के नाभिक को एक साथ बांधता है और सबसे मजबूत होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न: मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग और सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे पित्त उत्पादन, उपापचय (metabolism) और विषहरण (detoxification)।
व्याख्या (Explanation): अग्न्याशय पाचन एंजाइम और हार्मोन (जैसे इंसुलिन) का उत्पादन करता है। थायराइड ग्रंथि चयापचय को नियंत्रित करने वाले हार्मोन का उत्पादन करती है। अधिवृक्क ग्रंथि एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन का उत्पादन करती है। इन सभी की तुलना में यकृत आकार में सबसे बड़ा होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells – RBCs) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) शरीर में पोषक तत्वों का परिवहन
- (b) ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन
- (c) संक्रमण से लड़ना
- (d) रक्त का थक्का जमना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाता है और ऊतकों से फेफड़ों तक कार्बन डाइऑक्साइड वापस लाता है।
व्याख्या (Explanation): (a) पोषक तत्वों का परिवहन मुख्य रूप से प्लाज्मा द्वारा होता है। (c) संक्रमण से लड़ना श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBCs) का कार्य है। (d) रक्त का थक्का जमना प्लेटलेट्स (platelets) द्वारा किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: विटामिन सी (Vitamin C) की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) रिकेट्स (Rickets)
- (b) बेरीबेरी (Beriberi)
- (c) स्कर्वी (Scurvy)
- (d) रतौंधी (Night blindness)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन सी, जिसे एस्कॉर्बिक एसिड (ascorbic acid) भी कहा जाता है, कोलेजन (collagen) के संश्लेषण के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से स्कर्वी रोग होता है, जिसके लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, थकान और घावों का धीरे-धीरे भरना शामिल है।
व्याख्या (Explanation): रिकेट्स विटामिन डी की कमी से होता है। बेरीबेरी विटामिन बी1 (थायमिन) की कमी से होता है। रतौंधी विटामिन ए की कमी से होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: मानव हृदय का कौन सा कक्ष शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन युक्त रक्त पंप करता है?
- (a) दायाँ अलिंद (Right Atrium)
- (b) दायाँ निलय (Right Ventricle)
- (c) बायाँ अलिंद (Left Atrium)
- (d) बायाँ निलय (Left Ventricle)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायाँ निलय (Left Ventricle) हृदय का वह कक्ष है जो फेफड़ों से ऑक्सीजन प्राप्त रक्त को महाधमनी (aorta) के माध्यम से शरीर के सभी ऊतकों और अंगों तक पहुँचाता है। इसकी दीवारें सबसे मोटी और सबसे मजबूत होती हैं क्योंकि इसे पूरे शरीर में रक्त पंप करना पड़ता है।
व्याख्या (Explanation): दायाँ अलिंद शरीर से डीऑक्सीजनेटेड रक्त प्राप्त करता है। दायाँ निलय इस रक्त को फेफड़ों में पंप करता है। बायाँ अलिंद फेफड़ों से ऑक्सीजन युक्त रक्त प्राप्त करता है और इसे बाएं निलय में भेजता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न: कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ (Powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) गॉल्जीकाय (Golgi apparatus)
- (c) राइबोसोम (Ribosome)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondrion)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के भीतर ऐसे अंग होते हैं जो कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से रासायनिक ऊर्जा को एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) के रूप में परिवर्तित करते हैं, जिसका उपयोग कोशिका अपने कार्यों के लिए करती है। इसलिए, इन्हें ‘ऊर्जा घर’ कहा जाता है।
व्याख्या (Explanation): नाभिक कोशिका की गतिविधियों को नियंत्रित करता है। गॉल्जीकाय प्रोटीन और लिपिड को संशोधित, छाँटने और पैक करने में मदद करता है। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण के लिए जिम्मेदार होते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा एक संक्रामक रोग (infectious disease) नहीं है?
- (a) मलेरिया (Malaria)
- (b) तपेदिक (Tuberculosis)
- (c) मधुमेह (Diabetes)
- (d) टाइफाइड (Typhoid)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संक्रामक रोग वे होते हैं जो रोगजनक सूक्ष्मजीवों (जैसे बैक्टीरिया, वायरस, कवक, या प्रोटोजोआ) के कारण होते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में या अन्य माध्यमों से फैल सकते हैं। गैर-संक्रामक रोग वे होते हैं जो रोगजनकों के कारण नहीं होते हैं और सामान्य रूप से फैलते नहीं हैं।
व्याख्या (Explanation): मलेरिया (प्लास्मोडियम प्रोटोजोआ द्वारा), तपेदिक (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया द्वारा), और टाइफाइड (साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया द्वारा) सभी संक्रामक रोग हैं। मधुमेह (Diabetes) एक चयापचय संबंधी विकार है जो रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित करता है, और यह सीधे तौर पर रोगजनकों से नहीं फैलता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: ध्वनि की गति (speed of sound) किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?
- (a) वायु
- (b) जल
- (c) इस्पात (Steel)
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है, जिसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। ध्वनि की गति माध्यम की घनत्व (density) और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है। ठोस पदार्थों में, कण अधिक सघनता से बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि तेजी से यात्रा करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति निर्वात में शून्य होती है क्योंकि कोई माध्यम नहीं होता। यह वायु में लगभग 343 m/s, जल में लगभग 1480 m/s और इस्पात जैसे ठोस में लगभग 5000-6000 m/s होती है। इसलिए, इस्पात में ध्वनि की गति सबसे अधिक होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: प्रकाश संश्लेषण में क्लोरोफिल (chlorophyll) की क्या भूमिका है?
- (a) यह ऑक्सीजन को मुक्त करता है
- (b) यह प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है
- (c) यह पानी को अवशोषित करता है
- (d) यह कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल एक हरा वर्णक (pigment) है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट (chloroplasts) में पाया जाता है। यह सूर्य के प्रकाश से फोटॉन (photons) के रूप में प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार है, जो प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को शक्ति प्रदान करता है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण का एक सह-उत्पाद है। पानी और कार्बन डाइऑक्साइड प्रकाश संश्लेषण के अभिकारक हैं, लेकिन क्लोरोफिल का प्राथमिक कार्य प्रकाश ऊर्जा को ग्रहण करना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: मानव शरीर में सबसे छोटा अंग कौन सा है? (यह प्रश्न थोड़ा विवादास्पद हो सकता है, लेकिन सामान्य ज्ञान में सबसे छोटी ग्रंथि पर विचार किया जाता है।)
- (a) पीनियल ग्रंथि (Pineal gland)
- (b) पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary gland)
- (c) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (d) एड्रेनल ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पीनियल ग्रंथि एक छोटी अंतःस्रावी ग्रंथि है जो मस्तिष्क में स्थित होती है और मेलाटोनिन (melatonin) हार्मोन का उत्पादन करती है, जो नींद-जागने के चक्र को विनियमित करने में मदद करता है। आकार के हिसाब से, यह मानव शरीर की सबसे छोटी ग्रंथियों में से एक मानी जाती है।
व्याख्या (Explanation): पिट्यूटरी ग्रंथि भी छोटी होती है लेकिन पीनियल ग्रंथि से थोड़ी बड़ी होती है। थायराइड ग्रंथि गर्दन में होती है और पीनियल से बड़ी होती है। एड्रेनल ग्रंथि गुर्दे के ऊपर स्थित होती है और आमतौर पर पीनियल से बड़ी होती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा एक ऊष्माशोषी (endothermic) अभिक्रिया का उदाहरण है?
- (a) कोयले का जलना
- (b) चूने का पानी में घुलना
- (c) अमोनियम नाइट्रेट का पानी में घुलना
- (d) सोडियम का पानी के साथ अभिक्रिया
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्माशोषी अभिक्रियाएं वे होती हैं जिनमें अभिक्रिया के लिए ऊष्मा अवशोषित होती है, जिससे आसपास का तापमान गिर जाता है। ऊष्माक्षेपी (exothermic) अभिक्रियाएं ऊष्मा उत्सर्जित करती हैं, जिससे तापमान बढ़ जाता है।
व्याख्या (Explanation): (a) कोयले का जलना (दहन) ऊष्माक्षेपी है। (b) चूने का पानी में घुलना (कैल्शियम ऑक्साइड) ऊष्माक्षेपी है। (d) सोडियम का पानी से अभिक्रिया अत्यंत ऊष्माक्षेपी है। (c) अमोनियम नाइट्रेट (NH₄NO₃) को पानी में घोलने पर यह ठंडा हो जाता है, क्योंकि यह एक ऊष्माशोषी प्रक्रिया है, जिसका उपयोग अक्सर तत्काल ठंडे पैकों में किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: हवा का एक सामान्य घटक जो दहन (combustion) का समर्थन करता है, वह कौन सी गैस है?
- (a) नाइट्रोजन (N₂)
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (c) ऑक्सीजन (O₂)
- (d) जल वाष्प (H₂O)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दहन एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें एक पदार्थ ऑक्सीजन के साथ तेजी से अभिक्रिया करता है, जिससे गर्मी और प्रकाश उत्पन्न होता है। इस प्रक्रिया को ‘ऑक्सीकरण’ (oxidation) भी कहा जाता है, और इसके लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): नाइट्रोजन एक निष्क्रिय गैस है और दहन का समर्थन नहीं करती है। कार्बन डाइऑक्साइड आग बुझाने का काम करती है। जल वाष्प भी आग को शांत करने में भूमिका निभा सकता है। ऑक्सीजन ही एकमात्र गैस है जो दहन को बनाए रखने में मदद करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।