सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे विषयों के मौलिक सिद्धांतों और अनुप्रयोगों की आपकी समझ का परीक्षण करता है। अपनी तैयारी को और मजबूत करने के लिए, यहाँ 25 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) का एक संग्रह प्रस्तुत है, जो आपकी ज्ञान की गहराई और परीक्षा के लिए आपकी तत्परता को जांचने में मदद करेगा। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत हल भी दिया गया है ताकि आप अवधारणाओं को अच्छी तरह समझ सकें।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ हीरे में नहीं पाया जाता है?
- (a) कार्बन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) बोरोन
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शुद्ध हीरा केवल कार्बन परमाणुओं से बना होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक अपरूप (allotrope) है, जिसका अर्थ है कि यह मुख्य रूप से कार्बन परमाणुओं से बना होता है। हालांकि, कुछ विशिष्ट परिस्थितियों में, हीरे में अन्य तत्वों जैसे नाइट्रोजन या बोरोन की थोड़ी मात्रा अशुद्धि के रूप में मौजूद हो सकती है। ये अशुद्धियाँ हीरे के रंग और अन्य गुणों को प्रभावित कर सकती हैं। लेकिन “हीरे में पाया जाता है” का अर्थ यह है कि वे इसके संरचनात्मक घटक हैं, जो कि केवल कार्बन के मामले में सच है। इसलिए, तकनीकी रूप से, नाइट्रोजन और बोरोन हीरे में “पाए जाते हैं” अशुद्धियों के रूप में, लेकिन वे हीरे के मूल रासायनिक संघटक नहीं हैं। प्रश्न पूछ रहा है कि “कौन सा पदार्थ हीरे में नहीं पाया जाता है”, और यदि हम अशुद्धियों को भी शामिल करें, तो सभी विकल्प (कार्बन, नाइट्रोजन, बोरोन) किसी न किसी रूप में पाए जा सकते हैं। हालांकि, यदि प्रश्न का आशय “हीरे का मुख्य घटक कौन सा है” होता, तो उत्तर कार्बन होता। दिए गए विकल्पों और प्रश्न के सामान्य अर्थ को देखते हुए, ‘उपरोक्त सभी’ सबसे उपयुक्त उत्तर है यदि हम अशुद्धियों को भी गणना में लें। लेकिन यदि प्रश्न शुद्ध रूप से केवल कार्बन की बात कर रहा है, तो यह प्रश्न भ्रामक हो सकता है। मानकीकृत परीक्षाओं के संदर्भ में, आमतौर पर यह माना जाता है कि यह शुद्ध रूप से शुद्ध हीरे की बात कर रहा है, तो कोई भी अन्य तत्व “पाया नहीं जाता”। लेकिन ‘डबलिंग डाउन ऑन डायमंड’ जैसे शीर्षक के साथ, अशुद्धियों की बात प्रासंगिक हो सकती है। चूंकि सभी विकल्प (कार्बन, नाइट्रोजन, बोरोन) किसी न किसी रूप में या संदर्भ में पाए जा सकते हैं, सबसे सुरक्षित उत्तर ‘उपरोक्त सभी’ है यदि प्रश्न अशुद्धियों को भी शामिल करता है। यदि प्रश्न केवल शुद्ध हीरे के बारे में है, तो कोई भी अन्य तत्व “नहीं पाया जाता”। इस अस्पष्टता को दूर करने के लिए, हम मान रहे हैं कि प्रश्न में अशुद्धियों को भी शामिल किया गया है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरा, ग्रेफाइट और फुलेरीन, कार्बन के क्या हैं?
- (a) समस्थानिक (Isotopes)
- (b) अपररूप (Allotropes)
- (c) समावयवी (Isomers)
- (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपररूप (Allotropes) एक ही तत्व के विभिन्न रूप होते हैं जो भौतिक गुणों में भिन्न हो सकते हैं लेकिन रासायनिक रूप से समान होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा, ग्रेफाइट और फुलेरीन सभी कार्बन के विभिन्न रूप हैं जो कार्बन परमाणुओं की अलग-अलग व्यवस्था के कारण भिन्न भौतिक गुण प्रदर्शित करते हैं। उदाहरण के लिए, हीरा बहुत कठोर होता है और बिजली का कुचालक होता है, जबकि ग्रेफाइट नरम होता है और बिजली का सुचालक होता है। फुलेरीन (जैसे बकिंस्टरफुलेरेन) में कार्बन परमाणुओं की एक विशेष संरचना होती है। ये सभी कार्बन के अपररूप कहलाते हैं। समस्थानिक एक ही तत्व के परमाणु होते हैं जिनका परमाणु क्रमांक समान होता है लेकिन द्रव्यमान संख्या भिन्न होती है। समावयवी समान रासायनिक सूत्र वाले यौगिक होते हैं लेकिन परमाणुओं की व्यवस्था भिन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का क्रिस्टल जालक (crystal lattice) किस प्रकार का होता है?
- (a) घनाकार (Cubic)
- (b) षटकोणीय (Hexagonal)
- (c) चतुष्कोणीय (Tetragonal)
- (d) त्रिकोणीय (Trigonal)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे का क्रिस्टल जालक एक त्रिविमीय (3D) चतुष्फलकीय (tetrahedral) संरचना में व्यवस्थित कार्बन परमाणुओं से बनता है, जो समग्र रूप से एक घनाकार (cubic) जालक संरचना का निर्माण करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध (covalent bond) द्वारा जुड़ा होता है, जो एक चतुष्फलकीय ज्यामिति बनाते हैं। इन चतुष्फलकीय इकाइयों के एक साथ जुड़ने से एक त्रि-आयामी नेटवर्क बनता है जो एक अत्यंत मजबूत और कठोर क्रिस्टल जालक बनाता है। इस जालक संरचना को फेस-सेंटर्ड क्यूबिक (FCC) या डायमंड क्यूबिक (diamond cubic) जालक के रूप में वर्णित किया जाता है, जो एक प्रकार की घनाकार व्यवस्था है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) कितना होता है, जो इसे चमक प्रदान करता है?
- (a) लगभग 1.5
- (b) लगभग 2.4
- (c) लगभग 0.5
- (d) लगभग 3.5
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का उच्च अपवर्तनांक प्रकाश को अधिक मोड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप आंतरिक परावर्तन (total internal reflection) की संभावना बढ़ जाती है और चमक अधिक दिखाई देती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक लगभग 2.42 होता है। यह उच्च अपवर्तनांक प्रकाश के हीरे में प्रवेश करने पर उसे अत्यधिक मोड़ने का कारण बनता है। हीरे की विशिष्ट कटाई (faceting) के साथ मिलकर, यह उच्च अपवर्तनांक प्रकाश के बार-बार आंतरिक परावर्तन का कारण बनता है, जिससे हीरे को उसकी विशिष्ट चमक और ‘फायर’ (dispersive brilliance) प्राप्त होती है। अन्य सामान्य पदार्थ, जैसे कांच (अपवर्तनांक ~1.5), प्रकाश को हीरे की तुलना में बहुत कम मोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की कठोरता का मुख्य कारण क्या है?
- (a) आयनिक बंध (Ionic bonds)
- (b) धात्विक बंध (Metallic bonds)
- (c) सहसंयोजक बंध (Covalent bonds)
- (d) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen bonds)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं और ये अत्यंत मजबूत होते हैं, जिससे पदार्थ को उच्च कठोरता मिलती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से मजबूत सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है, जिससे एक विशाल त्रि-आयामी नेटवर्क बनता है। ये सहसंयोजक बंध बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता के बिना तोड़े नहीं जा सकते, जिसके कारण हीरा अत्यंत कठोर होता है। आयनिक बंध आयनों के बीच स्थिरवैद्युत आकर्षण से बनते हैं, धात्विक बंध धातु परमाणुओं के बीच साझा इलेक्ट्रॉनों के “समुद्र” से बनते हैं, और हाइड्रोजन बंध हाइड्रोजन और अत्यधिक विद्युत्-ऋणात्मक परमाणु (जैसे ऑक्सीजन, नाइट्रोजन) के बीच बनते हैं; ये सभी हीरे की कठोरता के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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तापमान की एस.आई. इकाई क्या है?
- (a) डिग्री सेल्सियस (°C)
- (b) फारेनहाइट (°F)
- (c) केल्विन (K)
- (d) जूल (J)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एस.आई. (Système International d’Unités) प्रणाली वह मानक इकाई प्रणाली है जिसका उपयोग विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सार्वभौमिक रूप से किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): तापमान की एस.आई. इकाई केल्विन (K) है। डिग्री सेल्सियस और फारेनहाइट अन्य सामान्य तापमान पैमाने हैं, लेकिन वे एस.आई. प्रणाली का हिस्सा नहीं हैं। जूल ऊर्जा की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सी एक ऊष्माक्षेपी (exothermic) अभिक्रिया है?
- (a) जल का वाष्पीकरण
- (b) अमोनिया का संश्लेषण (Haber process)
- (c) बर्फ का पिघलना
- (d) जल का विद्युत्-अपघटन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएं वे होती हैं जो अपने परिवेश में ऊष्मा उत्सर्जित करती हैं, जिससे सिस्टम की एन्थैल्पी (enthalpy) घटती है।
व्याख्या (Explanation): अमोनिया का संश्लेषण (N₂ + 3H₂ ⇌ 2NH₃) एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है, जिसका अर्थ है कि यह ऊष्मा उत्पन्न करती है। जल का वाष्पीकरण (द्रव से गैस) और बर्फ का पिघलना (ठोस से द्रव) ऊष्माशोषी (endothermic) प्रक्रियाएं हैं, जिनमें ऊष्मा अवशोषित होती है। जल का विद्युत्-अपघटन भी एक ऊष्माशोषी प्रक्रिया है जिसके लिए ऊर्जा इनपुट की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अमोनियम क्लोराइड (NH₄Cl) को गर्म करने पर क्या होता है?
- (a) यह अमोनिया और हाइड्रोजन में विघटित हो जाता है।
- (b) यह अमोनिया और हाइड्रोक्लोरिक एसिड में विघटित हो जाता है।
- (c) यह अमोनिया और जल में विघटित हो जाता है।
- (d) यह अमोनिया और क्लोरीन में विघटित हो जाता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ यौगिक गर्म करने पर पुन: संयोजित हो सकते हैं, यह प्रक्रिया ऊर्ध्वपातन (sublimation) या वियोजन (decomposition) का एक रूप है।
व्याख्या (Explanation): अमोनियम क्लोराइड (NH₄Cl) एक यौगिक है जो गर्म करने पर अमोनिया (NH₃) और हाइड्रोजन क्लोराइड (HCl) गैसों में विघटित हो जाता है: NH₄Cl(s) → NH₃(g) + HCl(g)। जब इन गैसों को ठंडा किया जाता है, तो वे फिर से मिलकर अमोनियम क्लोराइड बना लेते हैं। यह एक प्रतिवर्ती (reversible) प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धातुओं के ऑक्साइड सामान्यतः कैसे होते हैं?
- (a) अम्लीय (Acidic)
- (b) क्षारीय (Basic)
- (c) उभयधर्मी (Amphoteric)
- (d) उदासीन (Neutral)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुएं इलेक्ट्रॉनों को खोने की प्रवृत्ति रखती हैं और उनके ऑक्साइड पानी के साथ प्रतिक्रिया करके क्षार बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश धातु ऑक्साइड क्षारीय प्रकृति के होते हैं। जब वे पानी में घुलते हैं, तो वे धातु हाइड्रॉक्साइड (क्षार) बनाते हैं। उदाहरण के लिए, सोडियम ऑक्साइड (Na₂O) पानी के साथ अभिक्रिया करके सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) बनाता है, जो एक मजबूत क्षार है। अधातुओं के ऑक्साइड सामान्यतः अम्लीय होते हैं। उभयधर्मी ऑक्साइड अम्लों और क्षारों दोनों के साथ अभिक्रिया कर सकते हैं (जैसे एल्यूमीनियम ऑक्साइड, जिंक ऑक्साइड)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आवर्त सारणी (Periodic Table) में, एक आवर्त (period) में बाएं से दाएं जाने पर परमाणु त्रिज्या (atomic radius) पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) बढ़ती है
- (b) घटती है
- (c) अपरिवर्तित रहती है
- (d) पहले बढ़ती है फिर घटती है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक आवर्त में, नाभिकीय आवेश (nuclear charge) बढ़ता है जबकि मुख्य ऊर्जा स्तर (principal energy level) समान रहता है, जिससे इलेक्ट्रॉन नाभिक के प्रति अधिक आकर्षित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): एक आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर, एक ही मुख्य ऊर्जा स्तर में प्रोटॉन की संख्या (और इसलिए प्रभावी नाभिकीय आवेश) बढ़ती है। यह बढ़ा हुआ नाभिकीय आवेश इलेक्ट्रॉनों को अधिक मजबूती से अपनी ओर खींचता है, जिससे परमाणु का आकार (त्रिज्या) घट जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) यकृत (Liver)
- (c) अधिवृक्क (Adrenal gland)
- (d) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न प्रकार की ग्रंथियाँ होती हैं जो विभिन्न हार्मोन और एंजाइम का उत्पादन करती हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिसमें पित्त का उत्पादन, चयापचय, विषहरण (detoxification) आदि शामिल हैं। अग्न्याशय हार्मोन (जैसे इंसुलिन) और पाचक एंजाइम दोनों का उत्पादन करता है, लेकिन यह यकृत से छोटा होता है। अधिवृक्क ग्रंथि गुर्दे के ऊपर स्थित होती है और महत्वपूर्ण हार्मोन जारी करती है। पीयूष ग्रंथि मस्तिष्क के आधार पर स्थित एक छोटी ग्रंथि है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त का pH मान कितना होता है?
- (a) 6.4 – 7.4
- (b) 7.35 – 7.45
- (c) 5.4 – 6.4
- (d) 8.0 – 8.5
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल 0 से 14 तक होता है, जहाँ 7 उदासीन होता है, 7 से कम अम्लीय होता है, और 7 से अधिक क्षारीय होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है, जिसका pH मान सामान्यतः 7.35 से 7.45 के बीच होता है। इस संकीर्ण सीमा को बनाए रखना शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है। pH में थोड़ा सा भी परिवर्तन गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के लिए कौन सा वर्णक (pigment) जिम्मेदार है?
- (a) कैरोटीन (Carotene)
- (b) ज़ैंथोफिल (Xanthophyll)
- (c) क्लोरोफिल (Chlorophyll)
- (d) एंथोसायनिन (Anthocyanin)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल वह हरा वर्णक है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट्स में पाया जाता है। यह सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार है, जो प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया को संचालित करती है। कैरोटीन और ज़ैंथोफिल सहायक वर्णक हैं जो प्रकाश को अवशोषित करने में मदद करते हैं, लेकिन मुख्य ऊर्जा अवशोषण क्लोरोफिल द्वारा होता है। एंथोसायनिन अक्सर लाल, बैंगनी या नीले रंग के लिए जिम्मेदार होते हैं और प्रकाश संश्लेषण में सीधे तौर पर शामिल नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव पाचन तंत्र में, भोजन का पाचन मुख्य रूप से किस अंग में होता है?
- (a) आमाशय (Stomach)
- (b) छोटी आंत (Small intestine)
- (c) बड़ी आंत (Large intestine)
- (d) ग्रासनली (Esophagus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पाचन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा भोजन को छोटे, अवशोषित किए जा सकने वाले अणुओं में तोड़ा जाता है।
व्याख्या (Explanation): हालांकि आमाशय में भोजन का कुछ पाचन (विशेष रूप से प्रोटीन का) होता है, अधिकांश पोषक तत्वों का पाचन और अवशोषण छोटी आंत में होता है। छोटी आंत में एंजाइम और पित्त का स्राव भोजन को शर्करा, अमीनो एसिड और फैटी एसिड जैसे सरल घटकों में तोड़ने में मदद करता है, जिन्हें रक्तप्रवाह में अवशोषित किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ (powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) केंद्रक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
- (d) गॉल्जीकाय (Golgi apparatus)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के भीतर झिल्ली-बद्ध (membrane-bound) ऑर्गेनेल हैं जो कोशिका श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से एटीपी (ATP) के रूप में ऊर्जा का उत्पादन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका श्वसन के माध्यम से भोजन से ऊर्जा निकालने का कार्य करते हैं, इस प्रक्रिया में वे एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) का उत्पादन करते हैं, जो कोशिका की मुख्य ऊर्जा मुद्रा है। इसलिए, उन्हें ‘ऊर्जा घर’ कहा जाता है। केंद्रक कोशिका की आनुवंशिक सामग्री को रखता है, राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण करते हैं, और गॉल्जीकाय प्रोटीन और लिपिड के संशोधन, छँटाई और पैकेजिंग में शामिल होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब ध्वनि एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो कौन सी राशि अपरिवर्तित रहती है?
- (a) वेग (Velocity)
- (b) तरंगदैर्ध्य (Wavelength)
- (c) आवृत्ति (Frequency)
- (d) आयाम (Amplitude)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की आवृत्ति उसके स्रोत द्वारा निर्धारित होती है और माध्यम परिवर्तन से प्रभावित नहीं होती है।
व्याख्या (Explanation): जब ध्वनि एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो उसका वेग और तरंगदैर्ध्य बदल जाते हैं (क्योंकि ये माध्यम के गुणों पर निर्भर करते हैं), लेकिन उसकी आवृत्ति (जो ध्वनि की पिच निर्धारित करती है) समान रहती है। यह इसलिए है क्योंकि आवृत्ति स्रोत की कंपन दर से संबंधित है, और स्रोत के कंपन की दर माध्यम बदलने पर नहीं बदलती।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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विद्युत धारा (electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
- (b) अमीटर (Ammeter)
- (c) ओह्ममीटर (Ohmmeter)
- (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा प्रति सेकंड आवेश के प्रवाह की दर है।
व्याख्या (Explanation): अमीटर एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग किसी विद्युत परिपथ में विद्युत धारा को मापने के लिए किया जाता है। इसे हमेशा परिपथ के साथ श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है। वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (potential difference) को मापने के लिए किया जाता है, ओह्ममीटर प्रतिरोध (resistance) को मापने के लिए, और गैल्वेनोमीटर बहुत छोटी विद्युत धाराओं का पता लगाने या मापने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन सामान्य विद्युत धारा को मापने के लिए अमीटर अधिक उपयुक्त है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश का रंग (color of light) किससे निर्धारित होता है?
- (a) आयाम (Amplitude)
- (b) तरंगदैर्ध्य (Wavelength)
- (c) वेग (Velocity)
- (d) ध्रुवीकरण (Polarization)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश एक विद्युत चुम्बकीय तरंग है, और दृश्य प्रकाश स्पेक्ट्रम में विभिन्न रंगों के प्रकाश की तरंगदैर्ध्य भिन्न होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश का रंग उसकी तरंगदैर्ध्य (wavelength) या आवृत्ति (frequency) पर निर्भर करता है। विभिन्न तरंगदैर्ध्य प्रकाश के विभिन्न रंगों के रूप में दिखाई देते हैं (उदाहरण के लिए, लाल प्रकाश की तरंगदैर्ध्य लगभग 700 nm होती है, जबकि बैंगनी प्रकाश की लगभग 400 nm)। आयाम प्रकाश की तीव्रता (brightness) से संबंधित है, वेग माध्यम पर निर्भर करता है, और ध्रुवीकरण प्रकाश तरंग के कंपन की दिशा से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी?
- (a) जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson)
- (b) अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford)
- (c) जेम्स चैडविक (James Chadwick)
- (d) जॉन डाल्टन (John Dalton)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु की संरचना को समझने में विभिन्न वैज्ञानिकों ने योगदान दिया है, जिसमें प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन की खोज शामिल है।
व्याख्या (Explanation): जेम्स चैडविक ने 1932 में न्यूट्रॉन की खोज की थी। जे.जे. थॉमसन ने इलेक्ट्रॉन की खोज की थी, अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने परमाणु के नाभिक (nucleus) की खोज की थी (और प्रोटॉन की प्रकृति को भी समझा), और जॉन डाल्टन ने परमाणु सिद्धांत (atomic theory) विकसित किया था।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पोटेशियम परमैंगनेट (KMnO₄) का उपयोग किस रूप में किया जाता है?
- (a) कीटाणुनाशक (Disinfectant)
- (b) विरंजक (Bleaching agent)
- (c) उत्प्रेरक (Catalyst)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पोटेशियम परमैंगनेट एक प्रबल ऑक्सीकारक (strong oxidizing agent) है, जिसके कारण इसके विविध औद्योगिक और औषधीय उपयोग हैं।
व्याख्या (Explanation): पोटेशियम परमैंगनेट अपने ऑक्सीकरण गुणों के कारण एक प्रभावी कीटाणुनाशक (जैसे घावों को साफ करने के लिए) और विरंजक (जैसे वस्त्रों को विरंजित करने के लिए) के रूप में कार्य करता है। यह कुछ रासायनिक अभिक्रियाओं में उत्प्रेरक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हाइड्रोजन का परमाणु भार कितना होता है?
- (a) 0
- (b) 1
- (c) 1.008
- (d) 2
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु भार (atomic weight) एक तत्व के परमाणु के औसत द्रव्यमान को दर्शाता है, जिसे आमतौर पर कार्बन-12 के एक-बारहवें भाग के सापेक्ष मापा जाता है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन सबसे हल्का तत्व है और इसका परमाणु भार लगभग 1.008 परमाणु द्रव्यमान इकाई (amu) होता है। सामान्यतः गणना में इसे 1 के रूप में लिया जाता है, लेकिन अधिक सटीक मान 1.008 है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व कौन सा है?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) कार्बन (Carbon)
- (c) हाइड्रोजन (Hydrogen)
- (d) नाइट्रोजन (Nitrogen)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर का अधिकांश भाग पानी (H₂O) और कार्बनिक यौगिकों से बना है।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में, ऑक्सीजन द्रव्यमान के अनुसार सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है (लगभग 65%), मुख्य रूप से पानी (H₂O) और कार्बनिक अणुओं में। कार्बन दूसरा सबसे प्रचुर तत्व है (लगभग 18.5%), जो सभी कार्बनिक यौगिकों का आधार है। हाइड्रोजन तीसरा (लगभग 9.5%) और नाइट्रोजन चौथा (लगभग 3.2%) है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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शरीर में रक्त परिसंचरण (blood circulation) की खोज किसने की थी?
- (a) गैलेन (Galen)
- (b) विलियम हार्वे (William Harvey)
- (c) एंड्रियास वेसलियस (Andreas Vesalius)
- (d) हिप्पोक्रेट्स (Hippocrates)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वैज्ञानिक क्रांति के दौरान शरीर क्रिया विज्ञान (physiology) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोजें हुईं।
व्याख्या (Explanation): विलियम हार्वे, एक अंग्रेजी चिकित्सक, ने 1628 में अपने प्रसिद्ध कार्य “De Motu Cordis” (हृदय की गति पर) में मानव शरीर में रक्त परिसंचरण के बंद-लूप (closed-loop) तंत्र का सटीक वर्णन किया था। उन्होंने बताया कि हृदय एक पंप के रूप में कार्य करता है और रक्त पूरे शरीर में एक चक्र में बहता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की तीव्रता (intensity) को किस इकाई में मापा जाता है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
- (b) डेसिबल (Decibel)
- (c) मीटर प्रति सेकंड (m/s)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता ध्वनि तरंगों की ऊर्जा के प्रवाह को दर्शाती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की तीव्रता या प्रबलता को डेसिबल (dB) की इकाई में मापा जाता है। हर्ट्ज़ (Hz) आवृत्ति की इकाई है, मीटर प्रति सेकंड (m/s) वेग की इकाई है, और पास्कल (Pa) दाब की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव आंख में रेटिना (retina) का कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश को अपवर्तित करना (Refract light)
- (b) प्रकाश को केंद्रित करना (Focus light)
- (c) प्रकाश संकेतों को विद्युत संकेतों में बदलना (Convert light signals to electrical signals)
- (d) पुतली (pupil) को नियंत्रित करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेटिना आंख के पीछे स्थित एक प्रकाश-संवेदनशील ऊतक है।
व्याख्या (Explanation): रेटिना में प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाएं (रॉड्स और कोन्स) होती हैं जो प्रकाश को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करती हैं। ये संकेत ऑप्टिक तंत्रिका (optic nerve) के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचाए जाते हैं, जहां उन्हें छवियों के रूप में व्याख्यायित किया जाता है। कॉर्निया और लेंस प्रकाश को अपवर्तित और केंद्रित करते हैं, जबकि आईरिस (iris) पुतली के आकार को नियंत्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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अम्ल वर्षा (acid rain) का मुख्य कारण क्या है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (b) सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx)
- (c) मीथेन (CH₄)
- (d) ओजोन (O₃)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वायुमंडल में प्रदूषक, विशेष रूप से जीवाश्म ईंधन के जलने से निकलने वाले, अम्ल वर्षा का कारण बनते हैं।
व्याख्या (Explanation): अम्ल वर्षा मुख्य रूप से वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) के उत्सर्जन के कारण होती है। ये गैसें हवा में पानी, ऑक्सीजन और अन्य रसायनों के साथ मिलकर सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄) और नाइट्रिक एसिड (HNO₃) बनाती हैं, जो बारिश के साथ पृथ्वी पर गिरते हैं। कार्बन डाइऑक्साइड भी थोड़ी मात्रा में अम्लता में योगदान कर सकती है (कार्बोनिक एसिड बनाकर), लेकिन SO₂ और NOx प्रमुख कारण हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।