सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: डायमंड की दुनिया से जुड़े विज्ञान के रहस्य
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों को समझना सफलता की कुंजी है। आज हम ‘Doubling Down on Diamond’ जैसे सामयिक संकेत का उपयोग करते हुए, इन विषयों से जुड़े 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों का अभ्यास करेंगे, जो आपकी परीक्षा की तैयारी को और मजबूत बनाने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरा (Diamond) किस प्रकार के कार्बन के अपररूप (Allotrope) का एक उदाहरण है?
- (a) अनाकार (Amorphous)
- (b) क्रिस्टलीय (Crystalline)
- (c) गैसीय (Gaseous)
- (d) धात्विक (Metallic)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपररूपता (Allotropy) किसी तत्व के विभिन्न रूपों में पाए जाने की क्षमता है, जिनके भौतिक गुण भिन्न हो सकते हैं लेकिन रासायनिक गुण समान होते हैं। कार्बन के दो मुख्य अपररूप क्रिस्टलीय (जैसे हीरा, ग्रेफाइट) और अनाकार (जैसे काजल, चारकोल) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में कार्बन परमाणु एक नियमित त्रिविमीय (three-dimensional) जालक संरचना में व्यवस्थित होते हैं, जिससे इसे क्रिस्टलीय प्रकृति प्राप्त होती है। इसके विपरीत, काजल या चारकोल में परमाणुओं की कोई नियमित व्यवस्था नहीं होती, इसलिए वे अनाकार होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की कठोरता (Hardness) का मुख्य कारण क्या है?
- (a) कार्बन परमाणुओं के बीच कमजोर वैन डेर वाल्स बल
- (b) कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंध (Covalent Bonds)
- (c) कार्बन परमाणुओं की खुली संरचना
- (d) कार्बन और ऑक्सीजन के बीच बंध
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की कठोरता उसके परमाणुओं या अणुओं के बीच बंधों की शक्ति पर निर्भर करती है। मजबूत बंधों वाले पदार्थ अधिक कठोर होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है, जो अत्यंत मजबूत होते हैं। यह त्रिसंयोजक (tetrahedral) व्यवस्था एक कठोर और सघन नेटवर्क बनाती है, जिसके कारण हीरा अत्यंत कठोर होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (Refractive Index) उच्च क्यों होता है?
- (a) प्रकाश का धीमा संचरण
- (b) प्रकाश का तीव्र संचरण
- (c) कार्बन परमाणुओं की कम घनत्व
- (d) मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का अपवर्तनांक यह दर्शाता है कि उस पदार्थ में प्रकाश कितनी धीमी गति से यात्रा करता है। उच्च अपवर्तनांक का अर्थ है कि प्रकाश उस माध्यम में अधिक धीमी गति से चलता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की सघन क्रिस्टलीय संरचना और मजबूत सहसंयोजक बंधों के कारण, प्रकाश उसमें यात्रा करते समय बहुत अधिक मुड़ता है और उसकी गति काफी कम हो जाती है। यही कारण है कि हीरे का अपवर्तनांक लगभग 2.417 होता है, जो कि उच्च माना जाता है, और यही उसके चमकने का भी एक कारण है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा उपकरण हीरे की कठोरता को मापने के लिए उपयोग किया जाता है?
- (a) स्केल (Scale)
- (b) थर्मामीटर (Thermometer)
- (c) मोह स्केल (Mohs Scale)
- (d) बैरोमीटर (Barometer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोह स्केल (Mohs Scale of Mineral Hardness) खनिजों की सापेक्षिक कठोरता को मापने की एक पैमाना है, जिसमें 10 खनिजों को उनकी कठोरता के आधार पर क्रमबद्ध किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): मोह स्केल पर, हीरे को 10 की कठोरता दी गई है, जो इसे सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थ बनाती है। अन्य खनिज या पदार्थ जो हीरे से खरोंचे जा सकते हैं, उन्हें मोह स्केल पर कम अंक मिलते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब हीरे को अत्यधिक उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है (बिना हवा के), तो क्या होता है?
- (a) यह पिघल जाता है।
- (b) यह ग्रेफाइट में परिवर्तित हो जाता है।
- (c) यह कार्बन डाइऑक्साइड में बदल जाता है।
- (d) यह अपरिवर्तित रहता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उच्च तापमान पर, कार्बन के अधिक स्थिर अपररूप में संक्रमण हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): जब हीरे को वायु की अनुपस्थिति में लगभग 1500°C से ऊपर गर्म किया जाता है, तो यह अधिक स्थिर अपररूप, ग्रेफाइट में परिवर्तित हो जाता है। यह एक फेज संक्रमण (phase transition) है। यदि हवा मौजूद हो, तो उच्च तापमान पर हीरा ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड बना लेगा।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे के कटाई और पॉलिशिंग (Cutting and Polishing) में मुख्य रूप से किस गुण का उपयोग किया जाता है?
- (a) उसकी विद्युत चालकता
- (b) उसकी तापीय चालकता
- (c) उसकी उच्च अपवर्तकता
- (d) उसकी रासायनिक निष्क्रियता
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की ऑप्टिकल प्रॉपर्टीज़ (जैसे अपवर्तनांक) उसके रूप और चमक को प्रभावित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक और फैलाव (dispersion) इसे अद्वितीय चमक (brilliance) और अग्नि (fire) प्रदान करता है। इन गुणों के कारण ही इसका उपयोग आभूषणों में किया जाता है, और इसे विशेष कोणों पर काटा और पॉलिश किया जाता है ताकि यह प्रकाश को अधिकतम परावर्तित करे।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरा विद्युत का कुचालक (Insulator) क्यों होता है, जबकि ग्रेफाइट (Graphite) सुचालक (Conductor) होता है?
- (a) हीरे में मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते।
- (b) ग्रेफाइट में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं।
- (c) दोनों कथन सही हैं।
- (d) दोनों कथन गलत हैं।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता पदार्थ में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से एकल सहसंयोजक बंध (single covalent bond) द्वारा जुड़ा होता है, और सभी इलेक्ट्रॉन बंधों में बंधे होते हैं। इसलिए, हीरे में कोई मुक्त या डिलोकलाइज्ड (delocalized) इलेक्ट्रॉन नहीं होते, जिससे वह विद्युत का कुचालक होता है। इसके विपरीत, ग्रेफाइट में, प्रत्येक कार्बन परमाणु तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध द्वारा जुड़ा होता है, और चौथा इलेक्ट्रॉन डिलोकलाइज्ड होता है, जो परतों में स्वतंत्र रूप से घूम सकता है, जिससे ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक बनता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे के निर्माण के लिए आवश्यक प्रमुख भौतिक परिस्थितियाँ क्या हैं?
- (a) कम दाब और उच्च तापमान
- (b) उच्च दाब और कम तापमान
- (c) मध्यम दाब और मध्यम तापमान
- (d) अत्यंत उच्च दाब और अत्यंत उच्च तापमान
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ के कणों की व्यवस्था और उनके बीच बंधों का निर्माण भौतिक परिस्थितियों (तापमान, दाब) पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक हीरे पृथ्वी के मेंटल (mantle) में गहराई में बनते हैं, जहाँ दाब अत्यधिक उच्च (लगभग 45-60 किलोबार) और तापमान भी बहुत अधिक (1000-1400°C) होता है। ये चरम स्थितियाँ कार्बन परमाणुओं को हीरे की सघन, त्रिविमीय संरचना में व्यवस्थित होने के लिए मजबूर करती हैं। प्रयोगशालाओं में भी हीरे कृत्रिम रूप से इसी तरह की परिस्थितियों में बनाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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रासायनिक रूप से, हीरा किसका एक रूप है?
- (a) सिलिकॉन डाइऑक्साइड
- (b) कार्बन
- (c) एल्यूमीनियम ऑक्साइड
- (d) मैग्नीशियम
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक तत्व अपने विभिन्न रूपों में पाए जा सकते हैं जिन्हें अपररूप (allotropes) कहा जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा, ग्रेफाइट, फुलरीन और ग्राफीन सभी कार्बन के विभिन्न अपररूप हैं। हीरा कार्बन का एक बहुत ही कठोर और पारदर्शी अपररूप है, जिसमें कार्बन परमाणु एक विशिष्ट क्रिस्टल संरचना में व्यवस्थित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे में मौजूद बंधों का प्रकार क्या है?
- (a) आयनिक बंध (Ionic Bond)
- (b) सहसंयोजक बंध (Covalent Bond)
- (c) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen Bond)
- (d) धात्विक बंध (Metallic Bond)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं, जो गैर-धातुओं के बीच आम हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु के बाहरी कोश में 4 इलेक्ट्रॉन होते हैं। ये इलेक्ट्रॉन अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ साझा किए जाते हैं, जिससे प्रत्येक कार्बन परमाणु चार सहसंयोजक बंध बनाता है। यह मजबूत सहसंयोजक नेटवर्क हीरे की असाधारण कठोरता और उच्च गलनांक के लिए जिम्मेदार है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का उपयोग निम्न में से किस औद्योगिक प्रक्रिया में अपघर्षक (Abrasive) के रूप में किया जाता है?
- (a) प्लास्टिक निर्माण
- (b) कांच की कटाई और पॉलिशिंग
- (c) कपड़ा रंगाई
- (d) खाद्य प्रसंस्करण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अत्यंत कठोर पदार्थों का उपयोग अन्य कठिन सामग्रियों को काटने, पीसने या पॉलिश करने के लिए किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता के कारण, इसका उपयोग विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों में अपघर्षक के रूप में किया जाता है, विशेष रूप से उन प्रक्रियाओं में जहां उच्च परिशुद्धता और सतह की गुणवत्ता की आवश्यकता होती है, जैसे कि कांच, पत्थर और अन्य कठोर सामग्री की कटाई और पॉलिशिंग।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की चमक (Brilliance) मुख्य रूप से किस घटना के कारण होती है?
- (a) विवर्तन (Diffraction)
- (b) परावर्तन (Reflection)
- (c) अपवर्तन (Refraction) और पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- (d) प्रकीर्णन (Scattering)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का मुड़ना (अपवर्तन) और एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर पूर्ण आंतरिक परावर्तन, किसी वस्तु की चमक को बढ़ा सकता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.417) प्रकाश को अपनी सतह पर आपतित होने पर बहुत अधिक मोड़ता है। इसके अलावा, जब प्रकाश हीरे के अंदर से गुजरता है और बाहरी माध्यम (जैसे हवा) में वापस जाने की कोशिश करता है, तो यह क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक कोण पर टकराने पर पूर्ण आंतरिक परावर्तन से गुजरता है। इस संयुक्त प्रभाव से प्रकाश हीरे के भीतर कई बार परावर्तित और अपवर्तित होता है, जिससे उसकी असाधारण चमक उत्पन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन के किस अन्य सामान्य अपररूप का उपयोग पेंसिल की लीड (Pencil Lead) बनाने में किया जाता है?
- (a) हीरा
- (b) फुलरीन
- (c) ग्रेफाइट
- (d) कोयला
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न अपररूपों के गुण भिन्न होते हैं, जो उनके विशिष्ट उपयोगों को निर्धारित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट, हीरे के विपरीत, नरम होता है और इसमें परतों में व्यवस्थित कार्बन परमाणु होते हैं, जिन्हें आसानी से अलग किया जा सकता है। यही कारण है कि ग्रेफाइट का उपयोग पेंसिल की लीड बनाने के लिए किया जाता है, जहाँ यह कागज पर निशान छोड़ देता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का रासायनिक सूत्र क्या है?
- (a) CO2
- (b) O2
- (c) C
- (d) SiO2
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र किसी पदार्थ में मौजूद तत्वों और उनके परमाणुओं की संख्या को दर्शाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा केवल कार्बन तत्वों से बना होता है। इसलिए, इसका रासायनिक सूत्र केवल ‘C’ है, जो दर्शाता है कि इसमें कार्बन का एक परमाणु है (हालांकि वास्तव में यह परमाणुओं का एक विशाल नेटवर्क है)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे की तापीय चालकता (Thermal Conductivity) बहुत उच्च क्यों होती है?
- (a) इलेक्ट्रॉनों का स्वतंत्र प्रवाह
- (b) कंपन (vibrations) या फोनन (phonons) का कुशल संचरण
- (c) कम घनत्व
- (d) ध्रुवीय बंध
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ठोस पदार्थों में ऊष्मा का संचरण मुख्य रूप से जालक कंपन (lattice vibrations) के माध्यम से होता है, जिन्हें फोनन कहा जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की कठोर और सघन क्रिस्टलीय संरचना में, कार्बन परमाणु एक मजबूत नेटवर्क में कसकर बंधे होते हैं। ये कंपन (फोनन) इस नेटवर्क के माध्यम से अत्यंत कुशलता से संचरित हो सकते हैं, जिससे ऊष्मा का तीव्र संचरण होता है। यही कारण है कि हीरे की तापीय चालकता तांबे जैसी धातुओं से भी अधिक होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कृत्रिम हीरे (Synthetic Diamonds) बनाने के लिए सामान्यतः किस विधि का उपयोग किया जाता है?
- (a) रासायनिक वाष्प जमाव (Chemical Vapor Deposition – CVD)
- (b) जल-अपघटन (Hydrolysis)
- (c) विस्रवण (Diffusion)
- (d) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) एक ऐसी विधि है जिसमें गैसीय अग्रदूतों (precursors) से पतली परतें या क्रिस्टल जमा किए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): CVD विधि में, कार्बन युक्त गैसों (जैसे मीथेन) को उच्च तापमान और कम दाब पर एक सब्सट्रेट (substrate) पर डाला जाता है। इन गैसों के टूटने से कार्बन परमाणु सब्सट्रेट पर जमा होकर हीरे की परत बनाते हैं। उच्च दाब संश्लेषण (HPHT) भी एक सामान्य विधि है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) को उच्च दाब और तापमान पर संसाधित करके हीरे का उत्पादन किस विधि से किया जा सकता है?
- (a) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (b) संघनन (Condensation)
- (c) उच्च दाब उच्च तापमान (High Pressure High Temperature – HPHT)
- (d) आसवन (Distillation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ पदार्थों के क्रिस्टल संरचना को बदलने के लिए उच्च दाब और उच्च तापमान का उपयोग किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): HPHT विधि में, कार्बन स्रोत (जैसे ग्रेफाइट या CO) को उच्च दाब (लगभग 5-6 GPa) और उच्च तापमान (लगभग 1500°C) पर गर्म किया जाता है, जिससे कार्बन हीरे की संरचना में परिवर्तित हो जाता है। इस प्रक्रिया में उत्प्रेरक (catalyst) का भी उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जैविक कोशिका (Biological Cell) में, डीएनए (DNA) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) ऊर्जा उत्पादन
- (b) प्रोटीन संश्लेषण के लिए निर्देश प्रदान करना
- (c) कोशिका झिल्ली का निर्माण
- (d) अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (Deoxyribonucleic Acid) आनुवंशिक जानकारी का वाहक है और यह कोशिका की सभी गतिविधियों को नियंत्रित करता है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए में जीन (genes) होते हैं, जो विशिष्ट प्रोटीन बनाने के लिए ब्लूप्रिंट के रूप में कार्य करते हैं। ये प्रोटीन कोशिका के विभिन्न कार्यों, जैसे एंजाइम के रूप में कार्य करना, संरचनात्मक घटक बनना, या कोशिका विभाजन को विनियमित करना, के लिए आवश्यक होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ होती हैं जो हार्मोन और अन्य महत्वपूर्ण पदार्थों का स्राव करती हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है, जिसका वजन लगभग 1.5 किलोग्राम होता है। यह पित्त (bile) का उत्पादन करने, चयापचय (metabolism) में भूमिका निभाने, विषाक्त पदार्थों को हटाने और प्रोटीन संश्लेषण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके निम्नलिखित में से किसका निर्माण करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन और पानी
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड और ऊर्जा
- (c) ग्लूकोज (शर्करा) और ऑक्सीजन
- (d) नाइट्रोजन और पानी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) का उपयोग करते हैं, सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा की उपस्थिति में, ग्लूकोज (C6H12O6), जो एक प्रकार की शर्करा है, और ऑक्सीजन (O2) का उत्पादन करते हैं। इस प्रक्रिया का समीकरण इस प्रकार है: 6CO2 + 6H2O + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 + 6O2।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव हृदय में कितने कक्ष (Chambers) होते हैं?
- (a) दो
- (b) तीन
- (c) चार
- (d) एक
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हृदय एक मांसपेशीय अंग है जो पूरे शरीर में रक्त पंप करता है, और इसकी संरचना रक्त के कुशल संचलन के लिए अनुकूलित होती है।
व्याख्या (Explanation): मानव हृदय में चार कक्ष होते हैं: दो ऊपरी कक्ष जिन्हें अलिंद (Atria) कहा जाता है (दायां अलिंद और बायां अलिंद) और दो निचले कक्ष जिन्हें निलय (Ventricles) कहा जाता है (दायां निलय और बायां निलय)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधे के किस भाग में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया मुख्य रूप से होती है?
- (a) जड़ें (Roots)
- (b) तना (Stem)
- (c) फूल (Flowers)
- (d) पत्तियाँ (Leaves)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पत्तियाँ क्लोरोफिल (chlorophyll) नामक वर्णक (pigment) से समृद्ध होती हैं, जो सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है।
व्याख्या (Explanation): पत्तियों में क्लोरोप्लास्ट (chloroplasts) नामक विशेष कोशिकांग होते हैं जिनमें क्लोरोफिल पाया जाता है। क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है। पत्तियां सतह क्षेत्र में भी बड़ी होती हैं, जो CO2 ग्रहण करने और O2 छोड़ने के लिए अनुकूल है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रतिरक्षा प्रदान करना
- (b) ऑक्सीजन का परिवहन
- (c) रक्त का थक्का जमना
- (d) भोजन पचाना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन (hemoglobin) नामक प्रोटीन होता है, जो ऑक्सीजन को बांधने की क्षमता रखता है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाएं (जिन्हें एरिथ्रोसाइट्स भी कहा जाता है) पूरे शरीर में ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार होती हैं, और कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक वापस लाती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति (Speed of Sound) सबसे अधिक किस माध्यम में होती है?
- (a) हवा (Air)
- (b) पानी (Water)
- (c) निर्वात (Vacuum)
- (d) ठोस (Solid)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन द्वारा फैलती हैं। माध्यम के कण जितने पास और जितने मजबूती से बंधे होंगे, ध्वनि उतनी ही तेजी से यात्रा करेगी।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि को फैलने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। निर्वात में कोई माध्यम नहीं होता, इसलिए ध्वनि उसमें यात्रा नहीं कर सकती। ठोस पदार्थों में, अणु या परमाणु एक-दूसरे के बहुत करीब और मजबूत बंधों से बंधे होते हैं, जिससे कंपन बहुत तेजी से स्थानांतरित होते हैं। पानी में, कण हवा की तुलना में करीब होते हैं, लेकिन ठोस जितने करीब नहीं। इसलिए, ध्वनि की गति आमतौर पर ठोस > तरल > गैस क्रम में होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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एक सामान्य तापमापी (Thermometer) में किस पदार्थ का उपयोग तापमान मापने के लिए किया जाता है?
- (a) पानी
- (b) पारा (Mercury)
- (c) हवा
- (d) शराब (Alcohol)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ पदार्थ तापमान में परिवर्तन के साथ एक समान रूप से फैलते या सिकुड़ते हैं, जिससे उन्हें थर्मामीटर में उपयोग करना संभव होता है।
व्याख्या (Explanation): पारा एक धातु है जो सामान्य तापमान पर तरल अवस्था में रहती है और तापमान परिवर्तन के साथ बहुत ही रैखिक (linearly) रूप से फैलती या सिकुड़ती है। इसका क्वथनांक (boiling point) उच्च और हिमांक (freezing point) कम होता है, जो इसे तापमान की एक विस्तृत श्रृंखला को मापने के लिए उपयुक्त बनाता है। हालांकि, शराब (जैसे इथेनॉल) का उपयोग भी कम तापमान मापने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।