सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण विषय है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बुनियादी सिद्धांतों की गहरी समझ आपको न केवल परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करती है, बल्कि आपके आसपास की दुनिया को समझने में भी सहायक होती है। यहाँ हम कुछ महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनका उद्देश्य आपकी तैयारी को मजबूत करना और आपकी ज्ञान की परख करना है। ये प्रश्न अक्सर परीक्षाओं में पूछे जाने वाले विषयों पर आधारित हैं, इसलिए इन्हें ध्यान से हल करें और अपनी समझ को और भी बेहतर बनाएं!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे किस गैस का उपयोग करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) नाइट्रोजन
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का उपयोग करके प्रकाश संश्लेषण करते हैं। इस प्रक्रिया में, वे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके ग्लूकोज (एक प्रकार की चीनी) और ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के समीकरण में, पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को अवशोषित करते हैं और इसे पानी (H2O) के साथ मिलाकर सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में शर्करा (जैसे ग्लूकोज) में परिवर्तित करते हैं। इस प्रक्रिया का एक उप-उत्पाद ऑक्सीजन (O2) है, जिसे पौधे वायुमंडल में छोड़ते हैं। इसलिए, पौधे प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय
- (b) थायराइड
- (c) यकृत (Liver)
- (d) पिट्यूटरी ग्रंथि
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में ग्रंथियाँ हार्मोन का उत्पादन करती हैं जो विभिन्न शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करते हैं। यकृत (Liver) एक महत्वपूर्ण अंग है जो चयापचय, डिटॉक्सिफिकेशन और पित्त उत्पादन सहित कई कार्य करता है, और यह शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है।
व्याख्या (Explanation): यकृत, जो पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में स्थित होता है, मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। इसका वजन लगभग 1.5 किलोग्राम होता है। यह विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे पित्त का उत्पादन जो वसा के पाचन में मदद करता है, रक्त को डिटॉक्सीफाई करता है, और प्रोटीन का संश्लेषण करता है। अग्न्याशय, थायराइड और पिट्यूटरी ग्रंथि भी महत्वपूर्ण हैं, लेकिन यकृत सबसे बड़ी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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तापमान के किस पैमाने पर पानी 0 डिग्री सेल्सियस पर जमता है?
- (a) फ़ारेनहाइट
- (b) केल्विन
- (c) सेल्सियस
- (d) यह सभी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न तापमान पैमाने (जैसे सेल्सियस, फ़ारेनहाइट, केल्विन) का उपयोग तापमान को मापने के लिए किया जाता है। इन पैमानों में विभिन्न संदर्भ बिंदु (जैसे पानी का जमना और उबलना) परिभाषित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): सेल्सियस (Celsius) पैमाने पर, पानी का हिमांक (freezing point) 0 डिग्री सेल्सियस (0°C) पर परिभाषित किया गया है। फ़ारेनहाइट पैमाने पर यह 32 डिग्री फ़ारेनहाइट (32°F) होता है, और केल्विन पैमाने पर यह 273.15 केल्विन (273.15 K) होता है। प्रश्न विशेष रूप से सेल्सियस पैमाने के बारे में पूछता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की गति सर्वाधिक किस माध्यम में होती है?
- (a) वायु
- (b) जल
- (c) इस्पात (Steel)
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक अनुदैर्ध्य तरंग (longitudinal wave) है जिसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। माध्यम के कणों की सघनता (density) और प्रत्यास्थता (elasticity) ध्वनि की गति को प्रभावित करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति उस माध्यम पर निर्भर करती है जिसमें वह यात्रा करती है। ठोस पदार्थों में, कण एक-दूसरे के करीब होते हैं और अधिक कसकर बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि अधिक तेज़ी से यात्रा कर पाती है। जल (द्रव) की तुलना में इस्पात (ठोस) में कण अधिक सघन होते हैं और उनमें अधिक प्रत्यास्थता होती है। वायु (गैस) में कण सबसे दूर होते हैं, इसलिए ध्वनि की गति सबसे कम होती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि यात्रा करने के लिए कोई माध्यम नहीं होता। सामान्य तापमान पर, ध्वनि की गति लगभग 343 m/s वायु में, 1480 m/s जल में और लगभग 5000-6000 m/s इस्पात में होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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विटामिन सी का रासायनिक नाम क्या है?
- (a) रेटिनॉल
- (b) एस्कॉर्बिक एसिड
- (c) कैल्सीफेरॉल
- (d) टोकोफ़ेरॉल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन कार्बनिक यौगिक होते हैं जो शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक होते हैं, हालांकि उन्हें बड़ी मात्रा में नहीं चाहिए होता है। प्रत्येक विटामिन का अपना विशिष्ट रासायनिक नाम और कार्य होता है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी (Vitamin C), जिसे एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid) के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण विटामिन है जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक है और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। रेटिनॉल विटामिन ए का रासायनिक नाम है, कैल्सीफेरॉल विटामिन डी का, और टोकोफ़ेरॉल विटामिन ई का।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में जल के ऊपर की ओर परिवहन (transport) के लिए कौन सी ऊतक (tissue) जिम्मेदार है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) कॉर्टेक्स
- (d) एपिडर्मिस
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों में परिवहन ऊतक होते हैं जो पोषक तत्वों और जल के प्रवाह को सुनिश्चित करते हैं। जाइलम और फ्लोएम दो मुख्य संवहनी ऊतक हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम (Xylem) वह ऊतक है जो जड़ों से अवशोषित जल और खनिजों को पौधे के बाकी हिस्सों, जैसे तने और पत्तियों तक पहुँचाता है। यह एक-तरफ़ा परिवहन (unidirectional transport) होता है। फ्लोएम (Phloem) वह ऊतक है जो पत्तियों में प्रकाश संश्लेषण द्वारा बनाए गए भोजन (शर्करा) को पौधे के अन्य भागों में पहुँचाता है। यह दो-तरफ़ा परिवहन (bidirectional transport) हो सकता है। कॉर्टेक्स और एपिडर्मिस बाहरी परतें हैं और जल परिवहन में प्राथमिक भूमिका नहीं निभाते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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एक अवतल दर्पण (concave mirror) द्वारा बनाई गई छवि कैसी होती है जब वस्तु अनंत पर रखी हो?
- (a) आभासी और सीधी
- (b) वास्तविक और उल्टी
- (c) आभासी और उल्टी
- (d) वास्तविक और सीधी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दर्पणों द्वारा बनाई गई छवियों का स्वरूप (जैसे वास्तविक/आभासी, सीधी/उल्टी, छोटी/बड़ी) वस्तु की स्थिति और दर्पण के प्रकार पर निर्भर करता है। अवतल दर्पण विभिन्न स्थितियों में विभिन्न प्रकार की छवियां बना सकता है।
व्याख्या (Explanation): जब वस्तु अनंत पर रखी होती है, तो समानांतर किरणें अवतल दर्पण पर पड़ती हैं। ये किरणें दर्पण से परावर्तन के बाद फोकस (F) पर मिलती हैं। इसलिए, छवि फोकस पर बनती है, यह बहुत छोटी (बिंदु जैसी), वास्तविक (क्योंकि यह दर्पण के सामने बनती है) और उल्टी होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धातुओं का कौन सा गुण उन्हें पीट-पीट कर पतली चादरों (thin sheets) में बदलने की अनुमति देता है?
- (a) तन्यता (Ductility)
- (b) आघातवर्धनीयता (Malleability)
- (c) चालकता (Conductivity)
- (d) भंगुरता (Brittleness)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं के भौतिक गुणों में आघातवर्धनीयता (Malleability) और तन्यता (Ductility) शामिल हैं, जो उन्हें विभिन्न आकृतियों में ढालने की क्षमता प्रदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): आघातवर्धनीयता (Malleability) वह गुण है जो धातुओं को बिना टूटे या टूटे हुए पतली चादरों में पीटा जा सकता है। उदाहरण के लिए, सोने और चांदी को सबसे अधिक आघातवर्धनीय धातुएं माना जाता है। तन्यता (Ductility) वह गुण है जो धातुओं को बिना टूटे तार में खींचा जा सकता है। चालकता (Conductivity) ऊष्मा या बिजली को गुजरने की क्षमता है, और भंगुरता (Brittleness) टूटने की प्रवृत्ति है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त का pH मान सामान्यतः कितना होता है?
- (a) 6.4 – 7.4
- (b) 7.35 – 7.45
- (c) 8.0 – 9.0
- (d) 5.0 – 6.0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल 0 से 14 तक होता है, जहां 7 उदासीन (neutral) होता है। 7 से कम मान अम्लीय (acidic) होते हैं, और 7 से अधिक मान क्षारीय (alkaline/basic) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है। इसका सामान्य pH मान 7.35 से 7.45 की सीमा में होता है। इस संकीर्ण सीमा को बनाए रखना शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि pH में छोटे से छोटा परिवर्तन भी शारीरिक कार्यों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव आँख में रेटिना (Retina) पर बनने वाली छवि का स्वरूप कैसा होता है?
- (a) सीधी और वास्तविक
- (b) उल्टी और आभासी
- (c) उल्टी और वास्तविक
- (d) सीधी और आभासी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव नेत्र एक प्रकाशिक यंत्र के रूप में कार्य करती है, जिसमें लेंस प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करता है, जहां प्रकाश-संवेदी कोशिकाएं (rods and cones) प्रकाश को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव आँख का लेंस एक उत्तल लेंस (convex lens) की तरह काम करता है। यह वस्तु से आने वाली प्रकाश किरणों को अपवर्तित (refract) करके रेटिना पर केंद्रित करता है। रेटिना पर बनने वाली अंतिम छवि हमेशा वास्तविक (real) होती है, क्योंकि यह प्रकाश किरणों के वास्तविक मिलन बिंदु से बनती है, और यह उल्टी (inverted) होती है। मस्तिष्क तब इस उल्टी छवि को सीधा करके देखता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) की तीव्रता मापने की SI इकाई क्या है?
- (a) वेबर (Weber)
- (b) टेस्ला (Tesla)
- (c) हेनरी (Henry)
- (d) जूल (Joule)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र वह क्षेत्र है जिसमें एक चुंबकीय ध्रुव (magnetic pole) या एक चुंबकीय सामग्री पर एक बल का अनुभव होता है। इसकी तीव्रता को विभिन्न इकाइयों में मापा जाता है।
व्याख्या (Explanation): चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (Magnetic Field Strength) या चुंबकीय प्रवाह घनत्व (Magnetic Flux Density) को मापने की SI इकाई टेस्ला (Tesla, T) है। वेबर (Weber, Wb) चुंबकीय प्रवाह (magnetic flux) की SI इकाई है। हेनरी (Henry, H) प्रेरकत्व (inductance) की SI इकाई है, और जूल (Joule, J) ऊर्जा या कार्य की SI इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कोशिका भित्ति (cell wall) किसमें पाई जाती है?
- (a) केवल पादप कोशिकाओं में
- (b) केवल जंतु कोशिकाओं में
- (c) पादप और कवक कोशिकाओं में
- (d) केवल जीवाणु (bacteria) कोशिकाओं में
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका भित्ति कोशिका झिल्ली (cell membrane) के बाहर एक अतिरिक्त सुरक्षात्मक परत होती है, जो कोशिका को संरचनात्मक सहायता और सुरक्षा प्रदान करती है।
व्याख्या (Explanation): कोशिका भित्ति पादप कोशिकाओं (plant cells), कवक (fungi) और जीवाणुओं (bacteria) में पाई जाती है। पादप कोशिका भित्ति मुख्य रूप से सेलूलोज़ (cellulose) से बनी होती है। कवक कोशिका भित्ति काइटिन (chitin) से बनी होती है। जीवाणु कोशिका भित्ति पेप्टिडोग्लाइकन (peptidoglycan) से बनी होती है। जंतु कोशिकाएं (animal cells) कोशिका भित्ति रहित होती हैं; उनमें केवल कोशिका झिल्ली होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऊष्मा (heat) का एक रूप से दूसरे रूप में रूपांतरण (conversion) करते समय, ऊर्जा का कौन सा नियम हमेशा लागू होता है?
- (a) ऊर्जा संरक्षण का नियम
- (b) संवेग संरक्षण का नियम
- (c) न्यूटन का गति का पहला नियम
- (d) न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण का नियम
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण का नियम (Law of Conservation of Energy) भौतिकी का एक मौलिक सिद्धांत है जो बताता है कि किसी भी विलगित प्रणाली (isolated system) की कुल ऊर्जा स्थिर रहती है।
व्याख्या (Explanation): ऊर्जा संरक्षण के नियम के अनुसार, ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है, इसे केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है। चाहे वह यांत्रिक ऊर्जा हो, ऊष्मीय ऊर्जा हो, विद्युत ऊर्जा हो, या कोई अन्य रूप, कुल ऊर्जा हमेशा संरक्षित रहती है। ऊष्मा के रूपांतरण की प्रक्रिया में भी यह नियम पूरी तरह लागू होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कौन सी है?
- (a) फीमर (Femur)
- (b) ह्यूमरस (Humerus)
- (c) स्टेप्स (Stapes)
- (d) टिबिया (Tibia)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली विभिन्न प्रकार की हड्डियों से बनी होती है, जिनमें से कुछ बहुत छोटी होती हैं और विशेष कार्य करती हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी मध्य कान (middle ear) में स्थित स्टेप्स (Stapes) है। यह केवल लगभग 3×2.5 मिमी आकार की होती है और ध्वनि तरंगों को आंतरिक कान तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। फीमर (जांघ की हड्डी), ह्यूमरस (ऊपरी बांह की हड्डी) और टिबिया (निचली टांग की हड्डी) काफी बड़ी हड्डियाँ हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब किसी वस्तु को उत्तल लेंस (convex lens) के फोकस (F) पर रखा जाता है, तो बनने वाली छवि का स्वरूप कैसा होता है?
- (a) फोकस पर, वास्तविक और उलटी
- (b) अनंत पर, वास्तविक और उलटी
- (c) फोकस पर, आभासी और सीधी
- (d) अनंत पर, आभासी और उलटी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्तल लेंस प्रकाश किरणों को अभिसरित (converge) करता है। वस्तु की स्थिति के आधार पर, विभिन्न प्रकार की छवियां बनती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब कोई वस्तु उत्तल लेंस के फोकस (F) पर रखी जाती है, तो उससे निकलने वाली प्रकाश किरणें लेंस से अपवर्तन के बाद समानांतर हो जाती हैं। समानांतर किरणें अनंत पर मिलती हैं, इसलिए बनने वाली छवि अनंत पर बनती है। यह छवि बहुत बड़ी, वास्तविक और उलटी होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक शक्तिशाली ऑक्सीकरण एजेंट (oxidizing agent) है?
- (a) हाइड्रोजन
- (b) सल्फर डाइऑक्साइड
- (c) ऑक्सीजन
- (d) अमोनिया
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण (Oxidation) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें किसी पदार्थ द्वारा इलेक्ट्रॉनों को खोना या ऑक्सीजन को प्राप्त करना शामिल होता है। एक ऑक्सीकरण एजेंट वह पदार्थ है जो दूसरे पदार्थ को ऑक्सीकृत करता है और स्वयं अपचयित (reduced) हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन (O2) एक बहुत ही सामान्य और शक्तिशाली ऑक्सीकरण एजेंट है। यह कई पदार्थों के साथ अभिक्रिया करके उन्हें ऑक्सीकृत कर सकता है। सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) एक अपचायक (reducing agent) के रूप में कार्य कर सकता है, जबकि हाइड्रोजन (H2) और अमोनिया (NH3) भी अपचायक के रूप में कार्य कर सकते हैं, हालांकि वे कुछ परिस्थितियों में ऑक्सीकरण भी कर सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हवा में फैले प्रकाश का रंग किस कारण से नीला दिखाई देता है?
- (a) विवर्तन (Diffraction)
- (b) परावर्तन (Reflection)
- (c) प्रकीर्णन (Scattering)
- (d) अपवर्तन (Refraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का प्रकीर्णन (Rayleigh Scattering) वायुमंडल में प्रकाश की तरंग दैर्ध्य (wavelength) के आधार पर होता है। छोटी तरंग दैर्ध्य वाला प्रकाश बड़ी तरंग दैर्ध्य वाले प्रकाश की तुलना में अधिक प्रकीर्णित होता है।
व्याख्या (Explanation): जब सूर्य का प्रकाश वायुमंडल से गुजरता है, तो वायुमंडल में मौजूद गैसों और धूल के कणों से टकराता है। छोटी तरंग दैर्ध्य वाले नीले और बैंगनी रंग के प्रकाश का प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है, और यह प्रकाश सभी दिशाओं में फैल जाता है। हमारी आँखें नीले रंग के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं, इसलिए हमें आकाश नीला दिखाई देता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में कितनी जोड़ी पसलियाँ (ribs) होती हैं?
- (a) 10
- (b) 11
- (c) 12
- (d) 13
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली में सुरक्षात्मक संरचनाएं होती हैं, जैसे कि वक्षीय पिंजरा (thoracic cage) जो फेफड़ों और हृदय जैसे महत्वपूर्ण अंगों की रक्षा करता है।
व्याख्या (Explanation): मानव वक्ष में 12 जोड़ी पसलियाँ होती हैं, जो कुल मिलाकर 24 पसलियाँ बनाती हैं। पहली 7 जोड़ी पसलियाँ सीधे स्टर्नम (sternum) से जुड़ी होती हैं (जिन्हें ‘सच्ची पसलियाँ’ कहा जाता है)। अगली 3 जोड़ी पसलियाँ अप्रत्यक्ष रूप से स्टर्नम से जुड़ी होती हैं (जिन्हें ‘झूठी पसलियाँ’ कहा जाता है)। अंतिम 2 जोड़ी पसलियाँ स्टर्नम से नहीं जुड़ती हैं और उन्हें ‘प्लवनशील पसलियाँ’ (floating ribs) कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक विद्युत बल्ब (electric bulb) में टंगस्टन (tungsten) का फिलामेंट किस कारण से नहीं जलता है?
- (a) क्योंकि यह बहुत उच्च प्रतिरोध (high resistance) प्रदान करता है
- (b) क्योंकि यह उच्च गलनांक (high melting point) वाला होता है
- (c) क्योंकि यह एक अक्रिय गैस (inert gas) में सील किया जाता है
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत बल्ब का फिलामेंट ऊष्मीय प्रभाव (heating effect) का उपयोग करके प्रकाश उत्पन्न करता है। इसके लिए फिलामेंट का उच्च गलनांक और रासायनिक स्थिरता महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): टंगस्टन का उपयोग फिलामेंट के रूप में इसलिए किया जाता है क्योंकि इसका गलनांक बहुत उच्च (लगभग 3422°C) होता है, जो इसे उच्च तापमान पर भी पिघलने से रोकता है। साथ ही, इसे एक अक्रिय गैस (जैसे आर्गन या नाइट्रोजन) से भरे निर्वातित (evacuated) कांच के बल्ब में सील किया जाता है। यह अक्रिय वातावरण टंगस्टन को हवा (ऑक्सीजन) के संपर्क में आने और जलने से बचाता है। टंगस्टन का उच्च प्रतिरोध इसे गर्म करने में भी मदद करता है। इसलिए, उपरोक्त सभी कारण सही हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर के संतुलन (balance) और मुद्रा (posture) को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मेडुला ओब्लांगेटा (Medulla Oblongata)
- (d) हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव मस्तिष्क के विभिन्न खंडों के विशिष्ट कार्य होते हैं, जो विभिन्न शारीरिक गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क (Cerebellum), जिसे ‘छोटा मस्तिष्क’ भी कहा जाता है, मस्तिष्क के पिछले हिस्से में स्थित होता है। इसका मुख्य कार्य स्वैच्छिक मांसपेशियों की गतिविधियों, जैसे संतुलन, मुद्रा, समन्वय और मोटर लर्निंग (motor learning) को नियंत्रित करना है। प्रमस्तिष्क (Cerebrum) सोच, याददाश्त और चेतना के लिए जिम्मेदार है। मेडुला ओब्लांगेटा (Medulla Oblongata) अनैच्छिक क्रियाओं जैसे श्वास और हृदय गति को नियंत्रित करता है। हाइपोथैलेमस (Hypothalamus) शरीर के तापमान, भूख और प्यास जैसे कार्यों को नियंत्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किस प्रकार की ऊर्जा के कारण प्रकाश उत्पन्न होता है?
- (a) रासायनिक ऊर्जा
- (b) ऊष्मीय ऊर्जा
- (c) विद्युत ऊर्जा
- (d) प्रकाश ऊर्जा (Light energy)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश स्वयं ऊर्जा का एक रूप है। विभिन्न प्रक्रियाएं रासायनिक, ऊष्मीय या विद्युत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित कर सकती हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश ऊर्जा (Light Energy) विद्युत चुम्बकीय विकिरण (electromagnetic radiation) के रूप में प्रकट होती है। जब कोई पदार्थ प्रकाश उत्सर्जित करता है, तो वह वास्तव में प्रकाश ऊर्जा के रूप में ऊर्जा को छोड़ रहा होता है। यद्यपि प्रकाश रासायनिक प्रतिक्रियाओं (जैसे बायोलुमिनिसेंस), ऊष्मीय स्रोतों (जैसे आग) या विद्युत प्रवाह (जैसे LED या टंगस्टन बल्ब) से उत्पन्न हो सकता है, यह स्वयं प्रकाश ऊर्जा के रूप में ही प्रकट होता है। प्रश्न पूछ रहा है कि ‘किस प्रकार की ऊर्जा के कारण प्रकाश उत्पन्न होता है?’ का अर्थ है कि प्रकाश स्वयं कौन सी ऊर्जा है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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दूध को दही में बदलने में कौन सा जीवाणु (bacteria) महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) एस्चेरिचिया कोली (Escherichia coli)
- (b) लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus)
- (c) स्टेफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus)
- (d) स्यूडोमोनास (Pseudomonas)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया (LAB), विशेष रूप से लैक्टोबैसिलस प्रजातियाँ, लैक्टिक एसिड किण्वन (lactic acid fermentation) की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण हैं, जो दूध को दही में परिवर्तित करती है।
व्याख्या (Explanation): लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus) जीवाणु दूध में मौजूद लैक्टोज (lactose) को लैक्टिक एसिड (lactic acid) में परिवर्तित करते हैं। यह लैक्टिक एसिड दूध के प्रोटीन (कैसिइन) को जमा देता है, जिससे दूध गाढ़ा हो जाता है और दही का स्वाद और बनावट प्राप्त होती है। एस्चेरिचिया कोली और स्टेफिलोकोकस ऑरियस आमतौर पर रोगजनक (pathogenic) होते हैं, और स्यूडोमोनास भी अक्सर खराब होने से जुड़ा होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व कौन सा है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) कार्बन
- (c) हाइड्रोजन
- (d) नाइट्रोजन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर विभिन्न तत्वों से बना है, जिनमें कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कैल्शियम और फास्फोरस प्रमुख हैं। इन तत्वों की सापेक्षिक प्रचुरता (relative abundance) उनके रासायनिक गुणों और जैविक कार्यों पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर के कुल द्रव्यमान का लगभग 65% ऑक्सीजन होता है। ऑक्सीजन जल (H2O) का एक प्रमुख घटक है, जो शरीर का सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला अणु है। इसके बाद कार्बन (लगभग 18.5%), हाइड्रोजन (लगभग 9.5%) और नाइट्रोजन (लगभग 3.2%) का स्थान आता है। ये चार तत्व (O, C, H, N) मिलकर शरीर के द्रव्यमान का लगभग 96% बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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एक परिपथ (circuit) में विद्युत धारा (electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
- (b) ओमीटर (Ohmmeter)
- (c) एमीटर (Ammeter)
- (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत परिपथ में विभिन्न राशियों को मापने के लिए विशिष्ट उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): एमीटर (Ammeter) एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग किसी विद्युत परिपथ में विद्युत धारा (current) को मापने के लिए किया जाता है। इसे हमेशा परिपथ के साथ श्रेणीक्रम (series) में जोड़ा जाता है। वोल्टमीटर (Voltmeter) का उपयोग विभवांतर (potential difference) को मापने के लिए किया जाता है और इसे समानांतर क्रम (parallel) में जोड़ा जाता है। ओमीटर (Ohmmeter) प्रतिरोध (resistance) को मापता है। गैल्वेनोमीटर (Galvanometer) बहुत कम मात्रा में धारा या वोल्टेज का पता लगाने के लिए उपयोग किया जाता है, और यह एक प्रकार की एमीटर है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव आँख में प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करने वाला अंग कौन सा है?
- (a) पुतली (Pupil)
- (b) आइरिस (Iris)
- (c) कॉर्निया (Cornea)
- (d) लेंस (Lens)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव आँख एक कैमरे की तरह काम करती है, जहां विभिन्न भाग प्रकाश को नियंत्रित और केंद्रित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): आइरिस (Iris) आँख की रंगीन परत है जो पुतली (Pupil) के आकार को नियंत्रित करती है। आइरिस की मांसपेशियाँ तेज रोशनी में पुतली को सिकोड़ कर प्रकाश की मात्रा को कम करती हैं, और मंद रोशनी में पुतली को फैलाकर अधिक प्रकाश को आँख में प्रवेश करने देती हैं। पुतली वह छिद्र है जिससे प्रकाश आँख में प्रवेश करता है। कॉर्निया प्रकाश का अपवर्तन करता है, और लेंस प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जल का शुद्धिकरण (purification) करने के लिए आमतौर पर किस रसायन का उपयोग किया जाता है?
- (a) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
- (b) पोटेशियम परमैंगनेट (KMnO4)
- (c) क्लोरीन (Cl2)
- (d) सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जल शुद्धिकरण में जीवाणुओं (bacteria) और अन्य सूक्ष्मजीवों (microorganisms) को नष्ट करने के लिए कीटाणुनाशक (disinfectants) का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरीन (Chlorine) एक शक्तिशाली कीटाणुनाशक है जिसका उपयोग पीने के पानी की आपूर्ति को शुद्ध करने के लिए व्यापक रूप से किया जाता है। यह पानी में मौजूद हानिकारक जीवाणुओं और वायरसों को मार देता है। पोटेशियम परमैंगनेट (KMnO4) का उपयोग भी जल शुद्धिकरण में किया जाता है, विशेष रूप से लोहे और मैंगनीज को हटाने के लिए, लेकिन क्लोरीन अधिक सामान्य कीटाणुनाशक है। सोडियम क्लोराइड (सामान्य नमक) और सल्फ्यूरिक एसिड (मजबूत अम्ल) का उपयोग इस उद्देश्य के लिए नहीं किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।