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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: नींद और स्वास्थ्य पर आधारित अभ्यास

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: नींद और स्वास्थ्य पर आधारित अभ्यास

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। यह खंड विभिन्न विषयों जैसे भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से संबंधित प्रश्नों का एक मिश्रण प्रस्तुत करता है। बेहतर तैयारी के लिए, नवीनतम अध्ययनों और सामान्य जीवन से जुड़े वैज्ञानिक तथ्यों को समझना आवश्यक है। यह अभ्यास आपको नींद के पैटर्न और उसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों से संबंधित महत्वपूर्ण अवधारणाओं को समझने में मदद करेगा।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. नींद की कमी मस्तिष्क में किस न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को प्रभावित कर सकती है?

    • (a) सेरोटोनिन
    • (b) डोपामाइन
    • (c) गाबा (GABA)
    • (d) एपिनेफ्रीन

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मूड, नींद और भूख को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नींद की कमी से सेरोटोनिन के उत्पादन और रिहाई में व्यवधान हो सकता है, जिससे मूड में बदलाव और संज्ञानात्मक कार्यक्षमता में कमी आ सकती है।

    व्याख्या (Explanation): नींद की कमी से मस्तिष्क में सेरोटोनिन का स्तर कम हो सकता है। सेरोटोनिन मूड को नियंत्रित करने, भावनाओं को विनियमित करने और समग्र कल्याण की भावना को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। जब इसके स्तर में कमी आती है, तो व्यक्ति चिड़चिड़ापन, अवसाद और नींद आने में कठिनाई का अनुभव कर सकता है। डोपामाइन, गाबा और एपिनेफ्रीन अन्य महत्वपूर्ण न्यूरोट्रांसमीटर हैं, लेकिन नींद की कमी से सीधे तौर पर सेरोटोनिन का संबंध अधिक स्थापित है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  2. लंबे समय तक नींद के अनियमित पैटर्न से शरीर की किस हार्मोनल गतिविधि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है?

    • (a) इंसुलिन
    • (b) थायराइड हार्मोन
    • (c) कोर्टिसोल
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): शरीर की सर्कैडियन रिदम (जैविक घड़ी) कई हार्मोनल गतिविधियों को नियंत्रित करती है, जिसमें इंसुलिन (रक्त शर्करा विनियमन), थायराइड हार्मोन (चयापचय) और कोर्टिसोल (तनाव प्रतिक्रिया) शामिल हैं। नींद के पैटर्न में गड़बड़ी इस लय को बाधित कर सकती है, जिससे इन हार्मोनल प्रणालियों का असंतुलन हो सकता है।

    व्याख्या (Explanation): नींद सर्कैडियन रिदम के सामान्य कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है, जो कई हार्मोन के उत्पादन और स्राव को प्रभावित करती है। इंसुलिन की संवेदनशीलता नींद की गुणवत्ता से जुड़ी हुई है; खराब नींद इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकती है। थायराइड हार्मोन का स्तर भी नींद से प्रभावित हो सकता है, जो चयापचय को नियंत्रित करता है। कोर्टिसोल, जिसे अक्सर “तनाव हार्मोन” कहा जाता है, का स्राव भी नींद-जागने के चक्र से जुड़ा होता है; अनियमित नींद कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे तनाव और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, ये सभी हार्मोनल गतिविधियाँ प्रभावित हो सकती हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  3. शरीर में कौन सा अंग सर्कैडियन रिदम (जैविक घड़ी) के मुख्य नियामक के रूप में कार्य करता है?

    • (a) पिट्यूटरी ग्रंथि
    • (b) हाइपोथैलेमस
    • (c) पीनियल ग्रंथि
    • (d) एड्रेनल ग्रंथि

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हाइपोथैलेमस मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जिसमें सुप्रैकियास्मैटिक न्यूक्लियस (SCN) होता है, जो मानव शरीर की मुख्य जैविक घड़ी के रूप में कार्य करता है। यह प्रकाश संकेतों को प्राप्त करता है और शरीर की नींद-जागने की दिनचर्या सहित विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं को सिंक्रनाइज़ करता है।

    व्याख्या (Explanation): हाइपोथैलेमस में स्थित सुप्रैकियास्मैटिक न्यूक्लियस (SCN) हमारी आंतरिक जैविक घड़ी को नियंत्रित करता है। यह आँखों से प्रकाश के इनपुट प्राप्त करता है और शरीर के विभिन्न कार्यों, जैसे नींद-जागने के चक्र, शरीर के तापमान और हार्मोनल स्राव को विनियमित करने के लिए सिग्नल भेजता है। पीनियल ग्रंथि मेलाटोनिन हार्मोन का उत्पादन करती है, जो नींद को बढ़ावा देता है, लेकिन SCN ही मुख्य नियामक है। पिट्यूटरी और एड्रेनल ग्रंथियाँ भी हार्मोनल नियंत्रण में शामिल हैं, लेकिन सीधे तौर पर मुख्य जैविक घड़ी के रूप में नहीं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. कौन सा विटामिन नींद-जागने के चक्र को विनियमित करने वाले मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

    • (a) विटामिन डी
    • (b) विटामिन बी6
    • (c) विटामिन सी
    • (d) विटामिन के

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन बी6 (पायरिडोक्सिन) ट्रिप्टोफैन को सेरोटोनिन में और फिर मेलाटोनिन में परिवर्तित करने के लिए आवश्यक है। मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो नींद-जागने के चक्र को विनियमित करने में मदद करता है।

    व्याख्या (Explanation): मेलाटोनिन का संश्लेषण ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड से होता है, जो बदले में सेरोटोनिन में परिवर्तित होता है। विटामिन बी6 इस रूपांतरण प्रक्रिया में एक आवश्यक सह-कारक (co-factor) के रूप में कार्य करता है। इसलिए, पर्याप्त विटामिन बी6 का सेवन मेलाटोनिन के समुचित उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, जो अप्रत्यक्ष रूप से नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है। विटामिन डी, सी और के के अन्य महत्वपूर्ण कार्य हैं, लेकिन वे सीधे तौर पर मेलाटोनिन संश्लेषण में प्रमुख भूमिका नहीं निभाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. नींद के दौरान, शरीर किस प्रक्रिया के माध्यम से कोशिकाओं की मरम्मत और वृद्धि करता है?

    • (a) उपापचय
    • (b) प्रोटीन संश्लेषण
    • (c) ट्रांसपिरेशन
    • (d) वाष्पीकरण

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नींद के दौरान, शरीर आराम की अवस्था में होता है, जो इसे ऊतकों की मरम्मत, मांसपेशियों के विकास और प्रोटीन के संश्लेषण जैसे पुनर्जनन कार्यों पर ऊर्जा केंद्रित करने की अनुमति देता है।

    व्याख्या (Explanation): नींद के दौरान, विशेष रूप से गहरी नींद के चरणों में, शरीर कोशिका की मरम्मत, ऊतक पुनर्जनन और विकास हार्मोन के स्राव में संलग्न होता है। प्रोटीन संश्लेषण इन प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रोटीन कोशिकाओं के निर्माण खंड हैं और शारीरिक मरम्मत के लिए आवश्यक हैं। उपापचय (metabolism) एक व्यापक शब्द है जिसमें सभी रासायनिक प्रक्रियाएं शामिल हैं, लेकिन प्रोटीन संश्लेषण वह विशिष्ट प्रक्रिया है जो कोशिका मरम्मत और वृद्धि के लिए जिम्मेदार है। ट्रांसपिरेशन (पौधों में वाष्पोत्सर्जन) और वाष्पीकरण (तरल का गैस में बदलना) इस संदर्भ में प्रासंगिक नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. पर्याप्त नींद की कमी से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?

    • (a) प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया मजबूत होती है
    • (b) संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है
    • (c) श्वेत रक्त कोशिकाएं अधिक सक्रिय हो जाती हैं
    • (d) शरीर अधिक एंटीबॉडी का उत्पादन करता है

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नींद प्रतिरक्षा प्रणाली के समुचित कार्य के लिए महत्वपूर्ण है। नींद के दौरान, शरीर प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को मजबूत करने वाले साइटोकिन्स (cytokines) नामक प्रोटीन का उत्पादन और स्राव करता है। नींद की कमी इस प्रक्रिया को बाधित कर सकती है, जिससे संक्रमणों से लड़ने की शरीर की क्षमता कमजोर हो जाती है।

    व्याख्या (Explanation): नींद प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है। यह टी-कोशिकाओं (T-cells) की गतिविधि को बढ़ावा देती है, जो संक्रमण से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और साइटोकिन्स के उत्पादन को भी बढ़ाती है, जो सूजन और प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं में शामिल होते हैं। जब नींद की कमी होती है, तो इन प्रतिरक्षा तंत्रों का कार्य बाधित होता है, जिससे शरीर विभिन्न प्रकार के संक्रमणों, जैसे सामान्य सर्दी या फ्लू के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। इसलिए, संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. इंसोम्निया (अनिद्रा) के इलाज में उपयोग की जाने वाली कौन सी दवाएं तंत्रिका तंत्र को शांत करती हैं?

    • (a) उत्तेजक (Stimulants)
    • (b) अवसादरोधी (Antidepressants)
    • (c) शामक-निद्राकारी (Sedatives-Hypnotics)
    • (d) एंटीबायोटिक्स (Antibiotics)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): शामक-निद्राकारी दवाएं केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) की गतिविधि को धीमा करके कार्य करती हैं, जिससे शांति, बेहोशी और अंततः नींद आती है।

    व्याख्या (Explanation): इंसोम्निया, या अनिद्रा, नींद आने या उसे बनाए रखने में कठिनाई है। शामक-निद्राकारी दवाएं, जैसे बेंजोडायजेपाइन (benzodiazepines) और ज़ेड-ड्रग्स (Z-drugs), GABAergic न्यूरोट्रांसमिशन को बढ़ाकर मस्तिष्क की गतिविधि को दबाती हैं। GABA (गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड) एक निरोधात्मक न्यूरोट्रांसमीटर है जो तंत्रिका तंत्र की गतिविधि को कम करता है। उत्तेजक नींद को बाधित करते हैं, अवसादरोधी का उपयोग मूड विकारों के लिए किया जाता है (हालांकि कुछ अवसादरोधी अनिद्रा पैदा कर सकते हैं), और एंटीबायोटिक्स संक्रमण के इलाज के लिए होते हैं, नींद से उनका कोई सीधा संबंध नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  8. REM (Rapid Eye Movement) नींद के दौरान शरीर में कौन सी शारीरिक प्रतिक्रिया प्रमुख होती है?

    • (a) मांसपेशियों का पूर्ण विश्राम
    • (b) हृदय गति और श्वसन दर में वृद्धि
    • (c) रक्तचाप में गिरावट
    • (d) मस्तिष्क की गतिविधि में कमी

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): REM नींद को “पैराडॉक्सिकल नींद” भी कहा जाता है क्योंकि इस चरण के दौरान मस्तिष्क की गतिविधि नींद के अन्य चरणों की तुलना में अधिक होती है, और हृदय गति, श्वसन और रक्तचाप में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

    व्याख्या (Explanation): REM नींद वह चरण है जहाँ हम सबसे अधिक सपने देखते हैं। इस दौरान, मस्तिष्क बहुत सक्रिय होता है, लगभग जागृत अवस्था के समान। मांसपेशियों का स्वैच्छिक नियंत्रण अस्थायी रूप से अवरुद्ध हो जाता है, जिससे हम अपने सपनों को शारीरिक रूप से पूरा नहीं करते हैं (मांसपेशियों का पूर्ण विश्राम नहीं होता, बल्कि आंशिक लकवा होता है)। हृदय गति, श्वसन दर और रक्तचाप में अनियमित वृद्धि या कमी देखी जा सकती है। REM नींद के दौरान मस्तिष्क की गतिविधि कम होने के बजाय बढ़ती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. शरीर की जैविक घड़ी को प्रकाश संकेतों द्वारा कैसे नियंत्रित किया जाता है?

    • (a) प्रकाश रेटिना में प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाओं को सक्रिय करता है
    • (b) रेटिना से सिग्नल हाइपोथैलेमस के SCN तक जाते हैं
    • (c) SCN मेलाटोनिन उत्पादन को प्रभावित करता है
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश हमारी सर्कैडियन रिदम को सिंक्रनाइज़ करने के लिए मुख्य पर्यावरणीय संकेत है। रेटिना में विशेष प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाएं (गैंग्लियन कोशिकाएं) प्रकाश का पता लगाती हैं और यह जानकारी हाइपोथैलेमस के सुप्रैकियास्मैटिक न्यूक्लियस (SCN) तक पहुंचाती हैं, जो बदले में पीनियल ग्रंथि द्वारा मेलाटोनिन के उत्पादन को प्रभावित करता है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश का पता लगने पर, रेटिना में मौजूद विशेष रेटिनल गैन्ग्लियन कोशिकाएं (ipRGCs) एक सिग्नल उत्पन्न करती हैं। यह सिग्नल ऑप्टिक नर्व के माध्यम से हाइपोथैलेमस में स्थित सुप्रैकियास्मैटिक न्यूक्लियस (SCN) तक पहुंचता है। SCN, शरीर की मुख्य जैविक घड़ी होने के नाते, इस प्रकाश जानकारी का उपयोग अपनी आंतरिक लय को बाहरी दिन-रात चक्र के साथ संरेखित करने के लिए करता है। SCN तब पीनियल ग्रंथि को मेलाटोनिन का उत्पादन करने या रोकने के लिए संकेत देता है, जिससे नींद-जागने के चक्र पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए, सभी चरण सही हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  10. कौन सा खनिज शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन और कार्य के लिए महत्वपूर्ण है, जो नींद को भी प्रभावित कर सकता है?

    • (a) लोहा (Iron)
    • (b) कैल्शियम (Calcium)
    • (c) मैग्नीशियम (Magnesium)
    • (d) जस्ता (Zinc)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मैग्नीशियम एक आवश्यक खनिज है जो कई एंजाइमैटिक प्रतिक्रियाओं में शामिल होता है, जिसमें न्यूरोट्रांसमीटर के संश्लेषण और कार्य के लिए महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं भी शामिल हैं। यह GABA रिसेप्टर्स को भी प्रभावित करता है, जो विश्राम और नींद को बढ़ावा देते हैं।

    व्याख्या (Explanation): मैग्नीशियम मस्तिष्क में GABA (गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड) जैसे निरोधात्मक न्यूरोट्रांसमीटर के कार्य को बढ़ाने में भूमिका निभाता है, जो तंत्रिका गतिविधि को शांत करता है और विश्राम को बढ़ावा देता है। यह NMDA रिसेप्टर्स को भी ब्लॉक कर सकता है, जो उत्तेजक न्यूरोट्रांसमिशन में शामिल होते हैं। इन दोनों क्रियाओं से नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। लोहा (Iron) ऊर्जा चयापचय और ऑक्सीजन परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है, कैल्शियम कोशिका संकेतन और तंत्रिका संचरण के लिए, और जस्ता प्रतिरक्षा कार्य और कोशिका वृद्धि के लिए। जबकि ये सभी महत्वपूर्ण हैं, मैग्नीशियम का नींद पर सीधा प्रभाव अधिक स्थापित है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. नींद के पैटर्न में गड़बड़ी से शरीर में किस प्रकार की सूजन (Inflammation) बढ़ सकती है?

    • (a) तीव्र सूजन (Acute Inflammation)
    • (b) पुरानी सूजन (Chronic Inflammation)
    • (c) एलर्जी सूजन (Allergic Inflammation)
    • (d) ऑटोइम्यून सूजन (Autoimmune Inflammation)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नींद की पुरानी कमी को विभिन्न सूजन मार्करों, जैसे सी-रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) और इंटरल्यूकिन-6 (IL-6) के बढ़े हुए स्तर से जोड़ा गया है। ये क्रोनिक, निम्न-श्रेणी की सूजन के संकेतक हैं जो हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों में योगदान करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो शरीर तनाव प्रतिक्रिया को सक्रिय कर सकता है, जिससे सूजन-रोधी साइटोकिन्स (pro-inflammatory cytokines) का उत्पादन बढ़ जाता है। यह प्रतिक्रिया, यदि लंबे समय तक बनी रहती है, तो पुरानी सूजन का कारण बन सकती है। तीव्र सूजन आमतौर पर किसी चोट या संक्रमण के लिए शरीर की तत्काल प्रतिक्रिया होती है। एलर्जी और ऑटोइम्यून सूजन विशिष्ट प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं के परिणाम हैं, जबकि नींद की कमी एक सामान्य सूजन प्रक्रिया को बढ़ाती है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का मूल कारण हो सकती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. शरीर में “नींद का कर्ज” (Sleep Debt) बनने का क्या मतलब है?

    • (a) पर्याप्त नींद लेने के बावजूद थकान महसूस होना
    • (b) एक रात की नींद की कमी को कई रातों तक पूरा न कर पाना
    • (c) नींद के दौरान शरीर का ऊर्जा भंडार खाली हो जाना
    • (d) नींद की गुणवत्ता में अत्यधिक सुधार होना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नींद का कर्ज तब जमा होता है जब कोई व्यक्ति लगातार अपनी नींद की आवश्यकता से कम सोता है। इस कमी को “कर्ज” के रूप में देखा जाता है जिसे बाद में पूरा करने की आवश्यकता होती है, लेकिन अक्सर यह पूरी तरह से नहीं हो पाता।

    व्याख्या (Explanation): नींद का कर्ज एक संचयी घाटा है जो तब होता है जब एक व्यक्ति नियमित रूप से अपनी आवश्यक नींद से कम सोता है। भले ही एक व्यक्ति लंबी अवधि की नींद लेकर कुछ हद तक इस कमी को पूरा कर सके, नींद के पैटर्न में दीर्घकालिक अनियमितताओं से जुड़े नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभाव बने रह सकते हैं। थकान महसूस होना इसका लक्षण हो सकता है, लेकिन यह कर्ज की परिभाषा नहीं है। ऊर्जा भंडार खाली होना नींद से संबंधित नहीं है, और नींद की गुणवत्ता में सुधार कर्ज की स्थिति को इंगित नहीं करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. ब्लू लाइट (Blue Light), जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से उत्सर्जित होती है, नींद को कैसे प्रभावित कर सकती है?

    • (a) यह मेलाटोनिन के उत्पादन को उत्तेजित करती है
    • (b) यह मेलाटोनिन के उत्पादन को दबाती है
    • (c) यह सीधे तौर पर मस्तिष्क को आराम देती है
    • (d) यह शरीर की तापमान को बढ़ाती है

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली ब्लू लाइट, विशेष रूप से शाम के समय, मस्तिष्क को दिन का प्रकाश होने का संकेत देती है। इससे मेलाटोनिन, नींद को बढ़ावा देने वाले हार्मोन का उत्पादन दब जाता है, जिससे सोचना मुश्किल हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): हमारी आँखों में मौजूद विशेष कोशिकाएं, जो रेटिना गैन्ग्लियन कोशिकाओं (ipRGCs) से जुड़ी होती हैं, प्रकाश के प्रति संवेदनशील होती हैं, खासकर नीले स्पेक्ट्रम में। जब ये कोशिकाएं शाम को ब्लू लाइट के संपर्क में आती हैं, तो वे मस्तिष्क को संकेत भेजती हैं कि यह अभी भी दिन है। इसके परिणामस्वरूप पीनियल ग्रंथि द्वारा मेलाटोनिन का उत्पादन कम हो जाता है। मेलाटोनिन नींद-जागने के चक्र के लिए आवश्यक है, इसलिए इसका दमन सो जाने की क्षमता को बाधित कर सकता है और नींद की गुणवत्ता को कम कर सकता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. यदि किसी व्यक्ति का स्लीप शेड्यूल उलट गया है (जैसे रात की पाली में काम करना), तो उसके शरीर की सर्कैडियन रिदम पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?

    • (a) सर्कैडियन रिदम और बाहरी प्रकाश चक्र के बीच तालमेल (Synchronization) बढ़ जाएगा
    • (b) सर्कैडियन रिदम और बाहरी प्रकाश चक्र के बीच विसंगति (Desynchronization) उत्पन्न हो सकती है
    • (c) सर्कैडियन रिदम पूरी तरह से बंद हो जाएगी
    • (d) सर्कैडियन रिदम दिन के दौरान मजबूत हो जाएगी

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सर्कैडियन रिदम मुख्य रूप से बाहरी पर्यावरणीय संकेतों, विशेष रूप से प्रकाश-अंधेरे चक्र, द्वारा नियंत्रित होती है। यदि कोई व्यक्ति इन संकेतों के विपरीत समय पर जागता और सोता है, तो उसकी आंतरिक जैविक घड़ी बाहरी दुनिया से अलग हो जाती है।

    व्याख्या (Explanation): जब कोई व्यक्ति सामान्य दिन-रात चक्र के विपरीत शेड्यूल पर काम करता है या रहता है, तो उसकी आंतरिक जैविक घड़ी (जो प्रकाश के प्रति प्रतिक्रिया करती है) बाहरी दुनिया के साथ संरेखित नहीं हो पाती। उदाहरण के लिए, यदि वह रात में काम करता है और दिन में सोता है, तो दिन के दौरान तेज रोशनी उसकी आंतरिक घड़ी को सक्रिय रखेगी, जिससे नींद आना मुश्किल हो जाएगा, और रात के दौरान अंधेरा उसकी घड़ी को संकेत देगा कि उसे सोना चाहिए, लेकिन उसे जागना होगा। यह “स्लीप डिसऑर्डर ड्यू टू इरेगुलर सर्कैडियन रिदम” (Sleep Disorder due to Irregular Circadian Rhythm) का कारण बन सकता है, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. शरीर में ऊतकों के पुनर्जनन और विकास के लिए कौन सा हार्मोन नींद के दौरान सबसे अधिक सक्रिय होता है?

    • (a) एड्रेनालिन
    • (b) वृद्धि हार्मोन (Growth Hormone)
    • (c) कॉर्टिसोल
    • (d) इंसुलिन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव वृद्धि हार्मोन (hGH) का स्राव नींद के दौरान, विशेष रूप से गहरी नींद (Non-REM Stage 3) के चरणों में, अपने चरम पर होता है। यह हार्मोन ऊतकों की मरम्मत, मांसपेशियों के निर्माण और हड्डियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

    व्याख्या (Explanation): नींद शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पुनर्प्राप्ति अवधि है। इस दौरान, पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा वृद्धि हार्मोन का स्राव बढ़ जाता है। यह हार्मोन बच्चों और किशोरों में विकास के लिए आवश्यक है, लेकिन वयस्कों में भी यह सेलुलर मरम्मत, मांसपेशियों के ऊतकों के पुनर्निर्माण और चयापचय को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एड्रेनालिन एक “लड़ो या भागो” हार्मोन है, कॉर्टिसोल तनाव से संबंधित है, और इंसुलिन रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है; इन हार्मोनों का स्राव नींद के दौरान अलग-अलग पैटर्न दिखाता है, लेकिन वृद्धि हार्मोन का स्राव विशेष रूप से नींद से गहरा संबंध रखता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. यदि कोई व्यक्ति लगातार 8 घंटे की नींद लेने का लक्ष्य रखता है, तो इसे किस प्रकार की नींद कहा जाता है?

    • (a) आंशिक नींद (Partial Sleep)
    • (b) पर्याप्त नींद (Sufficient Sleep)
    • (c) अल्प निद्रा (Microsleep)
    • (d) अत्यधिक निद्रा (Hypersomnia)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अधिकांश वयस्कों के लिए, नींद की अनुशंसित मात्रा प्रति रात 7-9 घंटे होती है। इस सीमा के भीतर की नींद को आमतौर पर पर्याप्त नींद माना जाता है।

    व्याख्या (Explanation): वयस्कों के लिए औसत नींद की आवश्यकता लगभग 7 से 9 घंटे प्रति रात होती है। 8 घंटे की नींद इस सीमा के भीतर आती है और इसे पर्याप्त नींद माना जाता है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। आंशिक नींद का मतलब है कि आवश्यकता से कम सोना। अल्प निद्रा (Microsleep) अनैच्छिक रूप से आने वाली छोटी अवधि की झपकी होती है। अत्यधिक निद्रा (Hypersomnia) अत्यधिक दिन की नींद या लंबे समय तक सोने की स्थिति है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. नींद की कमी से संज्ञानात्मक कार्य (Cognitive Functions) जैसे स्मृति निर्माण (Memory Formation) और समस्या-समाधान (Problem-Solving) पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    • (a) ये कार्य बेहतर हो जाते हैं
    • (b) इनमें कोई बदलाव नहीं आता
    • (c) ये कार्य बाधित होते हैं
    • (d) ये कार्य अत्यधिक कुशल हो जाते हैं

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नींद, विशेष रूप से REM और गहरी नींद के चरण, स्मृति समेकन (memory consolidation) और अन्य संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। नींद की कमी इन प्रक्रियाओं को गंभीर रूप से बाधित कर सकती है।

    व्याख्या (Explanation): नींद के दौरान, मस्तिष्क उन सूचनाओं को संसाधित करता है जो दिन भर में प्राप्त की गई थीं, यादों को अल्पकालिक से दीर्घकालिक भंडारण में स्थानांतरित करता है, और समस्या-समाधान कौशल को बेहतर बनाने के लिए कनेक्शन बनाता है। जब नींद अपर्याप्त होती है, तो ध्यान केंद्रित करने, सीखने, निर्णय लेने और समस्याओं को हल करने की क्षमता कम हो जाती है। स्मृति निर्माण भी गंभीर रूप से प्रभावित होता है। इसलिए, नींद की कमी से संज्ञानात्मक कार्य बाधित होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. शरीर का कौन सा तापमान नियमन (Temperature Regulation) तंत्र नींद के चक्र को भी प्रभावित करता है?

    • (a) रक्त प्रवाह में परिवर्तन
    • (b) शरीर का कोर तापमान कम होना
    • (c) त्वचा का तापमान बढ़ना
    • (d) पसीना आना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सोते समय शरीर का कोर तापमान थोड़ा कम हो जाता है। यह गिरावट नींद की शुरुआत और निरंतरता के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है।

    व्याख्या (Explanation): शरीर की सर्कैडियन रिदम का एक हिस्सा शरीर के कोर तापमान का दैनिक उतार-चढ़ाव है। आमतौर पर, कोर तापमान शाम को गिरना शुरू हो जाता है, और नींद के दौरान यह अपने निम्नतम बिंदु पर पहुंच जाता है। यह तापमान में गिरावट नींद को बढ़ावा देने में मदद करती है। जब नींद के पैटर्न बाधित होते हैं, तो इस तापमान नियमन में भी गड़बड़ी हो सकती है, जिससे नींद आने में कठिनाई हो सकती है। रक्त प्रवाह में परिवर्तन (जैसे कि हाथ-पैरों में) तापमान नियमन का एक हिस्सा है, लेकिन कोर तापमान में गिरावट मुख्य कारक है। पसीना आना तब होता है जब शरीर को ठंडा करने की आवश्यकता होती है, जो हमेशा नींद की शुरुआत से जुड़ा नहीं होता।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  19. कौन सा विटामिन, जो सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने पर त्वचा में संश्लेषित होता है, नींद को विनियमित करने में अप्रत्यक्ष भूमिका निभाता है?

    • (a) विटामिन ए
    • (b) विटामिन सी
    • (c) विटामिन डी
    • (d) विटामिन ई

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन डी का मस्तिष्क के कामकाज और मूड विनियमन में भूमिका मानी जाती है, और मूड का सीधा संबंध नींद की गुणवत्ता से होता है। इसके अलावा, विटामिन डी रिसेप्टर्स मस्तिष्क के उन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जो नींद को नियंत्रित करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जबकि विटामिन डी सीधे तौर पर मेलाटोनिन संश्लेषण में शामिल नहीं है, इसके रिसेप्टर्स मस्तिष्क में पाए जाते हैं जो नींद-जागने के चक्र को विनियमित करने में भूमिका निभाते हैं। कुछ अध्ययनों ने विटामिन डी की कमी को नींद संबंधी विकारों, जैसे कि अनिद्रा और अवसाद से जोड़ा है, जो नींद को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। विटामिन ए, सी, और ई के अन्य महत्वपूर्ण कार्य हैं, लेकिन नींद पर विटामिन डी का अप्रत्यक्ष प्रभाव अधिक चर्चित है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. यदि कोई व्यक्ति अनियमित नींद पैटर्न के कारण “जेट लैग” (Jet Lag) का अनुभव करता है, तो यह दर्शाता है कि उसकी सर्कैडियन रिदम किस कारण से बाधित हुई है?

    • (a) भौगोलिक स्थिति में अचानक परिवर्तन
    • (b) स्थानीय समय क्षेत्र में परिवर्तन
    • (c) यात्रा के दौरान प्रकाश के संपर्क में परिवर्तन
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जेट लैग तब होता है जब कोई व्यक्ति तेजी से कई समय क्षेत्रों की यात्रा करता है, जिससे उसकी आंतरिक जैविक घड़ी (सर्कैडियन रिदम) बाहरी समय के साथ तालमेल नहीं बिठा पाती। प्रकाश के संपर्क में परिवर्तन इस तालमेल को बाधित करने में मुख्य भूमिका निभाता है।

    व्याख्या (Explanation): जेट लैग का अनुभव यात्रा के कारण हमारी सर्कैडियन रिदम के बाधित होने का एक स्पष्ट उदाहरण है। जब हम तेजी से समय क्षेत्रों को पार करते हैं, तो हमारे शरीर की आंतरिक घड़ी, जो बाहरी प्रकाश-अंधेरे चक्र के साथ संरेखित होती है, नए समय क्षेत्र के साथ मेल नहीं खा पाती। यात्रा के दौरान प्रकाश के संपर्क में अचानक परिवर्तन (जैसे रात में यात्रा करना जब आपके गंतव्य पर दिन हो) इस विसंगति को और बढ़ा देता है। भौगोलिक स्थिति और स्थानीय समय क्षेत्र में परिवर्तन सीधे तौर पर इन प्रकाश संकेतों के संदर्भ को बदलते हैं, जिससे हमारी जैविक घड़ी का तालमेल बिगड़ जाता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  21. नींद के दौरान मस्तिष्क में कौन सी तरंगें (Brainwaves) प्रमुख होती हैं, जो गहन विश्राम और शारीरिक मरम्मत से जुड़ी होती हैं?

    • (a) अल्फा तरंगें (Alpha Waves)
    • (b) बीटा तरंगें (Beta Waves)
    • (c) डेल्टा तरंगें (Delta Waves)
    • (d) गामा तरंगें (Gamma Waves)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डेल्टा तरंगें सबसे धीमी मस्तिष्क तरंगें होती हैं (0.5-4 हर्ट्ज़) और ये नींद के सबसे गहरे चरणों (Non-REM Stage 3) में प्रमुख होती हैं, जिन्हें धीमी-तरंग नींद (Slow-Wave Sleep) के रूप में भी जाना जाता है। यह चरण शारीरिक मरम्मत और वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।

    व्याख्या (Explanation): मस्तिष्क तरंगों को उनकी आवृत्ति के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। अल्फा तरंगें विश्राम की स्थिति में देखी जाती हैं, बीटा तरंगें सक्रिय विचार और सचेतनता से जुड़ी होती हैं, और गामा तरंगें उच्च-स्तरीय संज्ञानात्मक प्रसंस्करण से संबंधित होती हैं। डेल्टा तरंगें, जो सबसे धीमी होती हैं, गहन नींद में हावी होती हैं। इस चरण को “डीप स्लीप” या “स्लो-वेव स्लीप” कहा जाता है, और यह शरीर के पुनर्जनन, वृद्धि हार्मोन के स्राव और प्रतिरक्षा प्रणाली के सुदृढीकरण के लिए महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  22. नियमित और अच्छी नींद लेने से शरीर के किस मेटाबोलिक (चयापचय) फ़ंक्शन में सुधार हो सकता है?

    • (a) ग्लूकोज चयापचय (Glucose Metabolism)
    • (b) वसा चयापचय (Fat Metabolism)
    • (c) प्रोटीन चयापचय (Protein Metabolism)
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नींद शरीर की ऊर्जा संतुलन और विभिन्न चयापचय प्रक्रियाओं के विनियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अपर्याप्त नींद इंसुलिन संवेदनशीलता, लेप्टिन और घ्रेलिन (भूख हार्मोन) के स्तर और ऊर्जा व्यय को प्रभावित कर सकती है।

    व्याख्या (Explanation): अच्छी नींद ग्लूकोज के अवशोषण और उपयोग (ग्लूकोज चयापचय) में सुधार करती है, जिससे टाइप 2 मधुमेह का खतरा कम हो सकता है। यह वसा के भंडारण और वसा के टूटने (वसा चयापचय) को भी प्रभावित करती है। इसके अतिरिक्त, शरीर प्रोटीन का संश्लेषण और मरम्मत करता है, विशेष रूप से वृद्धि हार्मोन की मदद से, जो नींद के दौरान स्रावित होता है (प्रोटीन चयापचय)। इसलिए, नींद के सभी प्रमुख चयापचय कार्यों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  23. लंबे समय तक नींद की कमी, विशेष रूप से REM नींद की कमी, शरीर में किस हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे भूख बढ़ सकती है?

    • (a) लेप्टिन (Leptin)
    • (b) घ्रेलिन (Ghrelin)
    • (c) इंसुलिन
    • (d) एड्रेनालिन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): घ्रेलिन एक हार्मोन है जो भूख को उत्तेजित करता है, जबकि लेप्टिन तृप्ति (पेट भरा हुआ महसूस करना) को बढ़ावा देता है। नींद की कमी घ्रेलिन के स्तर को बढ़ा सकती है और लेप्टिन के स्तर को कम कर सकती है, जिससे भूख बढ़ जाती है और वजन बढ़ सकता है।

    व्याख्या (Explanation): नींद और भूख के नियमन में शामिल प्रमुख हार्मोन घ्रेलिन और लेप्टिन हैं। घ्रेलिन, जिसे “भूख हार्मोन” भी कहा जाता है, का उत्पादन पेट से होता है और यह भूख को उत्तेजित करता है। लेप्टिन, जो वसा कोशिकाओं से निकलता है, मस्तिष्क को बताता है कि शरीर को ऊर्जा मिल गई है और यह भोजन सेवन को दबाता है। नींद की कमी के कारण घ्रेलिन का स्तर बढ़ जाता है और लेप्टिन का स्तर घट जाता है, जिससे व्यक्ति को अधिक खाने की इच्छा होती है, खासकर उच्च-कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  24. नींद की कमी के कारण होने वाला थकान और सुस्ती किस भौतिक घटना से संबंधित हो सकती है?

    • (a) ऊर्जा का अत्यधिक उत्पादन
    • (b) शरीर के ऊर्जा भंडार का कुशलतापूर्वक पुनर्भरण न हो पाना
    • (c) न्यूरोट्रांसमीटर की अत्यधिक गतिविधि
    • (d) मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नींद शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को बहाल करने का समय है। जब नींद अपर्याप्त होती है, तो शरीर की कोशिकाएं और ऊतक कुशलतापूर्वक मरम्मत और ऊर्जा भंडार को फिर से भरने में असमर्थ होते हैं, जिससे थकान और सुस्ती महसूस होती है।

    व्याख्या (Explanation): नींद के दौरान, शरीर ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) जैसे ऊर्जा अणुओं को पुनः प्राप्त करता है और मांसपेशियों और मस्तिष्क की कोशिकाओं की मरम्मत करता है। अपर्याप्त नींद का मतलब है कि इन ऊर्जा भंडारों को पूरी तरह से बहाल नहीं किया जा सकता है, और सेलुलर स्तर पर अपशिष्ट उत्पाद जमा हो सकते हैं। इससे शारीरिक और मानसिक थकान होती है। ऊर्जा का अत्यधिक उत्पादन या न्यूरोट्रांसमीटर की अत्यधिक गतिविधि थकान का कारण नहीं बनती है, बल्कि अक्सर उत्तेजना से जुड़ी होती है। मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी भी थकान का कारण हो सकती है, लेकिन नींद की कमी से होने वाली सामान्य थकान का मुख्य कारण ऊर्जा पुनर्भरण की कमी है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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