सामान्य विज्ञान के अनसुलझे प्रश्न: अपनी खगोलीय समझ को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। यह न केवल आपके ज्ञान की गहराई को मापता है, बल्कि आपकी तार्किक क्षमता और समस्या-समाधान कौशल को भी निखारता है। आज के सत्र में, हम ब्लैक होल के रहस्यमय संगीत से प्रेरित होकर, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों का अभ्यास करेंगे, जो आपकी आगामी परीक्षाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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ब्लैक होल का “संगीत” वास्तव में किस प्रकार की तरंगों से उत्पन्न होता है?
- (a) प्रकाश तरंगें
- (b) गुरुत्वाकर्षण तरंगें
- (c) ध्वनि तरंगें
- (d) विद्युत चुम्बकीय तरंगें
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्लैक होल के चारों ओर पदार्थ के विकृत होने और गुरुत्वाकर्षण बल के कारण होने वाली दोलनों से गुरुत्वाकर्षण तरंगें उत्पन्न होती हैं। ये तरंगें अंतरिक्ष-काल (spacetime) में लहरों की तरह फैलती हैं।
व्याख्या (Explanation): ब्लैक होल स्वयं ध्वनि उत्पन्न नहीं करते क्योंकि ध्वनि को माध्यम की आवश्यकता होती है, जो अंतरिक्ष में अनुपस्थित होता है। “संगीत” शब्द का प्रयोग इन गुरुत्वाकर्षण तरंगों के अध्ययन से प्राप्त डेटा के विश्लेषण के बाद किया गया है, जिसे मनुष्यों द्वारा सुने जा सकने वाले ऑडियो सिग्नल में बदला गया था। प्रकाश तरंगें ब्लैक होल द्वारा अवशोषित की जाती हैं, और विद्युत चुम्बकीय तरंगें ब्लैक होल के क्षितिज (event horizon) से परे उत्सर्जित नहीं हो पातीं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ब्लैक होल का मुख्य गुणधर्म क्या है जो प्रकाश को भी बाहर निकलने से रोकता है?
- (a) अत्यधिक विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र
- (b) बहुत कम घनत्व
- (c) तीव्र गुरुत्वाकर्षण
- (d) उच्च तापमान
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अल्बर्ट आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता सिद्धांत (General Relativity) के अनुसार, अत्यधिक द्रव्यमान अत्यंत सघन क्षेत्र में केंद्रित होने पर एक ब्लैक होल का निर्माण करता है, जहाँ गुरुत्वाकर्षण इतना प्रबल होता है कि प्रकाश भी इसके खिंचाव से बच नहीं सकता।
व्याख्या (Explanation): ब्लैक होल का गुरुत्वाकर्षण बल इतना अधिक होता है कि इसके क्षितिज (event horizon) के पार जाने वाली किसी भी वस्तु, यहाँ तक कि प्रकाश की गति से चलने वाली भी, बाहर निकलना असंभव हो जाता है। विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र ब्लैक होल का हिस्सा है, लेकिन प्रकाश को रोकने का मुख्य कारण इसका अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण है। ब्लैक होल का घनत्व अत्यधिक उच्च होता है, कम नहीं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सूर्य के द्रव्यमान से लगभग 20 गुना अधिक द्रव्यमान वाले ब्लैक होल को क्या कहा जाता है?
- (a) सुपरमैसिव ब्लैक होल
- (b) तारकीय ब्लैक होल (Stellar Black Hole)
- (c) मध्यवर्ती ब्लैक होल (Intermediate-mass Black Hole)
- (d) MINI ब्लैक होल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्लैक होल को उनके द्रव्यमान के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। तारकीय ब्लैक होल आमतौर पर एक विशाल तारे के गुरुत्वाकर्षण पतन (gravitational collapse) से बनते हैं और उनका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का कुछ गुना से लेकर कुछ दसियों गुना तक हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): सुपरमैसिव ब्लैक होल आकाशगंगाओं के केंद्र में पाए जाते हैं और उनका द्रव्यमान लाखों से अरबों सौर द्रव्यमान हो सकता है। मध्यवर्ती ब्लैक होल का द्रव्यमान तारकीय और सुपरमैसिव ब्लैक होल के बीच होता है। MINI ब्लैक होल एक काल्पनिक अवधारणा है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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खगोल भौतिकी में, ब्लैक होल के “गायन” का अध्ययन किस भौतिकी शाखा से संबंधित है?
- (a) ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)
- (b) सामान्य सापेक्षता (General Relativity)
- (c) क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्लैक होल का अध्ययन विभिन्न भौतिकी शाखाओं के ज्ञान को एकीकृत करता है। गुरुत्वाकर्षण संबंधी घटनाओं को समझने के लिए सामान्य सापेक्षता, ब्लैक होल के क्षितिज के पास होने वाली घटनाओं (जैसे हॉकिंग विकिरण) को समझने के लिए क्वांटम यांत्रिकी, और ऊर्जा-द्रव्यमान रूपांतरण को समझने के लिए ऊष्मागतिकी महत्वपूर्ण हैं।
व्याख्या (Explanation): ब्लैक होल के निर्माण, उनकी गुरुत्वाकर्षण तरंगों के उत्सर्जन और उनके आसपास के अंतरिक्ष-काल पर प्रभाव को समझने के लिए सामान्य सापेक्षता आवश्यक है। हॉकिंग विकिरण जैसे क्वांटम प्रभावों के लिए क्वांटम यांत्रिकी की आवश्यकता होती है। साथ ही, ब्लैक होल के ऊष्मगतिकीय गुणों का भी अध्ययन किया जाता है। इसलिए, यह विषय इन सभी शाखाओं से जुड़ा हुआ है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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ब्लैक होल के घटना क्षितिज (Event Horizon) की वह दूरी जहाँ से प्रकाश भी वापस नहीं आ सकता, क्या कहलाती है?
- (a) श्वार्ज़स्चिल्ड त्रिज्या (Schwarzschild Radius)
- (b) प्रकाश त्रिज्या (Light Radius)
- (c) गुरुत्वाकर्षण त्रिज्या (Gravitational Radius)
- (d) प्लैंक त्रिज्या (Planck Radius)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्ल श्वार्ज़स्चिल्ड द्वारा व्युत्पन्न श्वार्ज़स्चिल्ड त्रिज्या (R_s) किसी वस्तु के लिए वह अधिकतम त्रिज्या है जिस पर वह ब्लैक होल के रूप में व्यवहार कर सके। इस त्रिज्या के अंदर, गुरुत्वाकर्षण इतना प्रबल हो जाता है कि प्रकाश भी बच नहीं सकता।
व्याख्या (Explanation): घटना क्षितिज (Event Horizon) वह सीमा है जहाँ से वापसी असंभव है। श्वार्ज़स्चिल्ड त्रिज्या ठीक इसी सीमा को परिभाषित करती है। अन्य विकल्प या तो संबंधित नहीं हैं या श्वार्ज़स्चिल्ड त्रिज्या के समान अर्थ नहीं रखते।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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ब्लैक होल के निर्माण का सबसे आम तरीका क्या है?
- (a) दो न्यूट्रॉन सितारों का विलय
- (b) एक विशाल तारे का सुपरनोवा के बाद पतन
- (c) गैस के विशाल बादल का ढहना
- (d) छोटे खगोलीय पिंडों का टकराव
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तारकीय ब्लैक होल (Stellar black holes) तब बनते हैं जब एक विशाल तारे (आमतौर पर सूर्य के द्रव्यमान से 20-25 गुना अधिक) अपने जीवन के अंत में अपने स्वयं के गुरुत्वाकर्षण के तहत ढह जाता है, जिससे एक सुपरनोवा विस्फोट होता है और पीछे एक अत्यंत सघन वस्तु रह जाती है।
व्याख्या (Explanation): दो न्यूट्रॉन सितारों का विलय भी ब्लैक होल बना सकता है, लेकिन यह तारकीय ब्लैक होल के निर्माण का प्राथमिक और सबसे आम तरीका नहीं है। गैस के बादलों का ढहना तारों का निर्माण करता है। छोटे पिंडों का टकराव ग्रहों का निर्माण करता है, न कि ब्लैक होल का।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ब्लैक होल के “गायन” से जुड़े डेटा को ऑडियो में बदलने के लिए मुख्य रूप से किस वैज्ञानिक उपकरण का प्रयोग किया जाता है?
- (a) रेडियो दूरबीन (Radio Telescope)
- (b) एक्स-रे दूरबीन (X-ray Telescope)
- (c) इंफ्रारेड दूरबीन (Infrared Telescope)
- (d) पराबैंगनी दूरबीन (Ultraviolet Telescope)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्लैक होल के आसपास की गैस और प्लाज्मा अक्सर रेडियो तरंगों का उत्सर्जन करते हैं, और इन रेडियो तरंगों का विश्लेषण करके ही उनके “संगीत” को समझा गया है।
व्याख्या (Explanation): खगोलविदों ने दूरस्थ आकाशगंगाओं में गैस के घनत्व में उतार-चढ़ाव को मापा, जो कि ब्लैक होल के आसपास के प्लाज्मा के दबाव से उत्पन्न होते हैं। इन उतार-चढ़ावों के कारण होने वाले दबाव की तरंगों (Pressure Waves) को सुना जा सकने वाले नोट्स में बदला गया। इसके लिए अक्सर रेडियो दूरबीन जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है जो इन रेडियो संकेतों को पकड़ते हैं। एक्स-रे, इंफ्रारेड और पराबैंगनी दूरबीनें भी खगोलीय पिंडों के अध्ययन में उपयोगी हैं, लेकिन “गायन” की खोज के लिए रेडियो तरंगें प्राथमिक स्रोत थीं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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किस तत्व के एक अपररूप (Allotrope) में हीरे की संरचना के समान चतुष्फलकीय (Tetrahedral) ज्यामिति होती है?
- (a) सल्फर (Sulfur)
- (b) फास्फोरस (Phosphorus)
- (c) कार्बन (Carbon)
- (d) सिलिकॉन (Silicon)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन का एक अपररूप, हीरा (Diamond), अपनी कठोरता और चमक के लिए जाना जाता है। इसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध (covalent bonds) द्वारा जुड़ा होता है, जिससे एक त्रिविमीय (3D) चतुष्फलकीय जाली संरचना बनती है।
व्याख्या (Explanation): सल्फर के अपररूपों में अलग-अलग संरचनाएँ होती हैं, जैसे S8 वलय। फास्फोरस के श्वेत फास्फोरस (P4) में चतुष्फलकीय संरचना होती है, लेकिन यह हीरे की तरह कठोर और स्थिर नहीं होती। सिलिकॉन की क्रिस्टल संरचना हीरे के समान होती है, लेकिन प्रश्न विशेष रूप से “अपररूप” और “हीरे की संरचना के समान” के बारे में पूछ रहा है, जो कार्बन के हीरे रूप के लिए सबसे सटीक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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धातुओं के शुद्धिकरण में उपयोग की जाने वाली “ज़ोन रिफाइनिंग” (Zone Refining) विधि किस सिद्धांत पर आधारित है?
- (a) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (b) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
- (c) अपचयन (Reduction)
- (d) वाष्पीकरण (Evaporation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ज़ोन रिफाइनिंग में, धातु की एक छड़ को धीरे-धीरे पिघलाया और फिर ठंडा किया जाता है। अशुद्धियाँ पिघले हुए क्षेत्र में अधिक घुलनशील होती हैं और जमने पर भी धातु में कम घुलनशील रहती हैं, जिससे उन्हें छड़ के एक सिरे पर केंद्रित किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): यह प्रक्रिया मूल रूप से नियंत्रित क्रिस्टलीकरण का एक रूप है, जहाँ अशुद्धियों की विभिन्न घुलनशीलता का लाभ उठाया जाता है। ऊर्ध्वपातन में ठोस से सीधे गैस में बदलना शामिल है। अपचयन में ऑक्सीजन हटाना शामिल है। वाष्पीकरण में द्रव से गैस में बदलना शामिल है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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लिटमस परीक्षण में, अम्ल लिटमस पेपर को किस रंग में बदल देता है?
- (a) नीला से लाल
- (b) लाल से नीला
- (c) नीला से हरा
- (d) लाल से पीला
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लिटमस एक प्राकृतिक pH संकेतक है। अम्लीय घोल नीले लिटमस पेपर को लाल रंग में बदल देते हैं, जबकि क्षारीय घोल लाल लिटमस पेपर को नीला रंग देते हैं।
व्याख्या (Explanation): यह एक मौलिक रसायन विज्ञान परीक्षण है। जब नीले लिटमस पेपर को एक अम्लीय घोल में डुबोया जाता है, तो pH में कमी के कारण रंग लाल हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जंग लगने (Rusting) की प्रक्रिया में लोहे (Iron) का क्या होता है?
- (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (b) अपचयन (Reduction)
- (c) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (d) उदासीनीकरण (Neutralization)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जंग लगना एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें लोहा ऑक्सीजन और नमी के संपर्क में आने पर फेरिक ऑक्साइड (Iron(III) oxide, Fe₂O₃) का निर्माण करता है। इस प्रक्रिया में लोहे का ऑक्सीकरण होता है।
व्याख्या (Explanation): लोहे के परमाणु इलेक्ट्रॉन खो देते हैं और Fe²⁺ या Fe³⁺ आयन में परिवर्तित हो जाते हैं, जो ऑक्सीकरण की प्रक्रिया है। अपचयन में इलेक्ट्रॉन प्राप्त करना शामिल है। ऊर्ध्वपातन और उदासीनीकरण इस प्रक्रिया से संबंधित नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हाइड्रोजन के समस्थानिक (Isotopes) क्या होते हैं?
- (a) प्रोटियम, ड्यूटेरियम, ट्राइटियम
- (b) आर्गन, नियॉन, क्सीनन
- (c) हीलियम-3, हीलियम-4
- (d) ऑक्सीजन-16, ऑक्सीजन-18
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समस्थानिक (Isotopes) एक ही तत्व के वे परमाणु होते हैं जिनके नाभिक में प्रोटॉन की संख्या समान होती है, लेकिन न्यूट्रॉन की संख्या भिन्न होती है। इससे उनका परमाणु भार भिन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक हैं: प्रोटियम (¹H, 1 प्रोटॉन, 0 न्यूट्रॉन), ड्यूटेरियम (²H, 1 प्रोटॉन, 1 न्यूट्रॉन), और ट्राइटियम (³H, 1 प्रोटॉन, 2 न्यूट्रॉन)। अन्य विकल्प अन्य तत्वों के समस्थानिक या अक्रिय गैसें हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्लास्टिक के पुनर्चक्रण (Recycling) में उपयोग किया जाने वाला “PET” का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) पॉलीथीन टेरेफ्थेलेट (Polyethylene Terephthalate)
- (b) पॉलीप्रोपलीन टेरेफ्थेलेट (Polypropylene Terephthalate)
- (c) पॉलीविनाइल क्लोराइड (Polyvinyl Chloride)
- (d) पॉलीस्टाइरीन (Polystyrene)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): PET (Polyethylene Terephthalate) एक सामान्य प्रकार का प्लास्टिक है जो अक्सर पेय बोतलों और फाइबर के निर्माण में उपयोग किया जाता है। यह एक थर्मोप्लास्टिक पॉलिमर (thermoplastic polymer) है।
व्याख्या (Explanation): PET का पूरा नाम पॉलीथीन टेरेफ्थेलेट है। अन्य विकल्प अन्य प्रकार के प्लास्टिक के संक्षिप्त नाम हैं, जैसे PVC (Polyvinyl Chloride) और PP (Polypropylene)।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जैव विविधता (Biodiversity) के अध्ययन में “सिनेकोलॉजी” (Synecology) क्या है?
- (a) एक प्रजाति का उसके पर्यावरण के साथ अध्ययन
- (b) विभिन्न प्रजातियों के समुदायों का उनके पर्यावरण के साथ अध्ययन
- (c) जीवों के शारीरिक तंत्र का अध्ययन
- (d) पृथ्वी पर जीवन के उद्भव का अध्ययन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पारिस्थितिकी (Ecology) जीवों और उनके पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन है। इसे दो मुख्य भागों में विभाजित किया जा सकता है: ऑटोकूलॉजी (Autecology) जो एक प्रजाति पर केंद्रित है, और सिनेकोलॉजी (Synecology) जो कई प्रजातियों से बने समुदायों पर केंद्रित है।
व्याख्या (Explanation): सिनेकोलॉजी, या सामुदायिक पारिस्थितिकी, विभिन्न प्रजातियों के समुदायों (जैसे वन, घास के मैदान) और उनके भौतिक पर्यावरण के बीच अंतःक्रियाओं का अध्ययन करती है। एक प्रजाति का अध्ययन ऑटोकूलॉजी कहलाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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डीएनए (DNA) की द्विकुंडलिनी (Double Helix) संरचना की खोज किसने की थी?
- (a) ग्रेगर मेंडल (Gregor Mendel)
- (b) जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक (James Watson and Francis Crick)
- (c) चार्ल्स डार्विन (Charles Darwin)
- (d) रॉबर्ट हुक (Robert Hooke)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (Deoxyribonucleic Acid) आनुवंशिकता की जानकारी का वाहक है। इसकी प्रसिद्ध द्विकुंडलिनी संरचना ने आनुवंशिक जानकारी के गुणन (replication) और भंडारण के तंत्र को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
व्याख्या (Explanation): 1953 में, जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने रोज़ालिंड फ्रैंकलिन (Rosalind Franklin) और मौरिस विल्किंस (Maurice Wilkins) के एक्स-रे विवर्तन (X-ray diffraction) डेटा का उपयोग करके डीएनए की द्विकुंडलिनी संरचना का मॉडल प्रस्तुत किया। ग्रेगर मेंडल आनुवंशिकी के जनक माने जाते हैं। चार्ल्स डार्विन ने विकासवाद का सिद्धांत दिया। रॉबर्ट हुक ने कोशिका की खोज की थी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके क्या बनाते हैं?
- (a) ऑक्सीजन और जल
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड और ऊर्जा
- (c) ग्लूकोज (शर्करा) और ऑक्सीजन
- (d) क्लोरोफिल और कार्बन डाइऑक्साइड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जिससे वे अपना भोजन (ग्लूकोज) बना सकें। इस प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड और जल का उपयोग होता है और ऑक्सीजन एक सह-उत्पाद के रूप में मुक्त होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂। इस प्रकार, पौधे ग्लूकोज और ऑक्सीजन बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में, लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) मुख्य रूप से किस ऊतक (Tissue) से बनती हैं?
- (a) संयोजी ऊतक (Connective Tissue)
- (b) पेशी ऊतक (Muscle Tissue)
- (c) तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue)
- (d) अस्थि मज्जा (Bone Marrow)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त कोशिकाएं (लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स) एक विशेष प्रकार की संयोजी ऊतक, जिसे रक्त कहा जाता है, का निर्माण करती हैं। इन रक्त कोशिकाओं का निर्माण भ्रूणीय विकास के दौरान और वयस्कता में मुख्य रूप से लाल अस्थि मज्जा (Red Bone Marrow) में होता है।
व्याख्या (Explanation): अस्थि मज्जा में हेमेटोपोएटिक स्टेम सेल (Hematopoietic Stem Cells) होती हैं जो विभिन्न प्रकार की रक्त कोशिकाओं में विभेदित होती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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एड्स (AIDS) रोग का कारण बनने वाला वायरस कौन सा है?
- (a) इन्फ्लूएंजा वायरस (Influenza Virus)
- (b) ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV)
- (c) हेपेटाइटिस बी वायरस (Hepatitis B Virus)
- (d) इबोला वायरस (Ebola Virus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS) एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जो ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) के संक्रमण के कारण होती है। HIV प्रतिरक्षा प्रणाली, विशेष रूप से CD4+ T कोशिकाओं पर हमला करता है।
व्याख्या (Explanation): अन्य वायरस विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ उत्पन्न करते हैं; इन्फ्लूएंजा फ्लू का कारण बनता है, हेपेटाइटिस बी यकृत को प्रभावित करता है, और इबोला एक गंभीर रक्तस्रावी बुखार का कारण बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) पीयूष ग्रंथि (Pituitary Gland)
- (c) थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और एक ग्रंथि के रूप में भी कार्य करता है, जो पित्त (bile) और अन्य महत्वपूर्ण यौगिकों का उत्पादन करता है।
व्याख्या (Explanation): यकृत का वजन लगभग 1.5 किलोग्राम होता है, जो इसे शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि बनाता है। अग्न्याशय एक मिश्रित ग्रंथि है (पाचन और हार्मोन दोनों का उत्पादन करती है) लेकिन यकृत से छोटी होती है। पीयूष ग्रंथि और थायराइड ग्रंथि अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हैं जो बहुत छोटी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पौधों में जल और खनिज लवणों का परिवहन किसके द्वारा होता है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) ऊतक (Tissue)
- (d) एपिडर्मिस (Epidermis)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों में संवहन ऊतक (Vascular Tissues) होते हैं जो जल, खनिज लवण और शर्करा के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं। जाइलम जल और खनिजों को जड़ों से पत्तियों तक ले जाता है, जबकि फ्लोएम पत्तियों द्वारा निर्मित शर्करा को पौधे के अन्य भागों में ले जाता है।
व्याख्या (Explanation): जाइलम की कोशिकाएं लंबी, नलिकाकार होती हैं और जल के प्रवाह के लिए एक सतत मार्ग प्रदान करती हैं। फ्लोएम का कार्य मुख्य रूप से प्रकाश संश्लेषण उत्पादों का परिवहन करना है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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ध्वनि की तीव्रता (Intensity) को मापने की इकाई क्या है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
- (b) डेसिबल (Decibel)
- (c) जूल (Joule)
- (d) वाट (Watt)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता को आमतौर पर डेसिबल (dB) नामक एक लघुगणकीय पैमाने (logarithmic scale) पर मापा जाता है, जो ध्वनि दबाव स्तर (Sound Pressure Level) से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): हर्ट्ज़ आवृत्ति (Frequency) की इकाई है। जूल ऊर्जा की इकाई है। वाट शक्ति (Power) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश का वेग (Velocity of Light) निर्वात (Vacuum) में लगभग कितना होता है?
- (a) 3 x 10⁸ मीटर/सेकंड
- (b) 3 x 10⁸ किलोमीटर/सेकंड
- (c) 3 x 10⁸ सेंटीमीटर/सेकंड
- (d) 3 x 10⁸ मील/घंटा
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का वेग (c) ब्रह्मांडीय स्थिरांक (Cosmic Constant) है और यह निर्वात में किसी भी पदार्थ या सूचना की अधिकतम संभव गति है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश का वेग निर्वात में लगभग 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड होता है, जिसे सामान्यतः 3 x 10⁸ मीटर/सेकंड के रूप में सन्निकटित (approximated) किया जाता है। किलोमीटर, सेंटीमीटर या मील जैसी अन्य इकाइयों में यह मान भिन्न होगा।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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ऑक्सीजन (Oxygen) का परमाणु क्रमांक (Atomic Number) क्या है?
- (a) 6
- (b) 7
- (c) 8
- (d) 16
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु क्रमांक (Z) एक तत्व के परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या को दर्शाता है। यह तत्व की पहचान का एक विशिष्ट गुण है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन (O) का परमाणु क्रमांक 8 है, जिसका अर्थ है कि इसके नाभिक में 8 प्रोटॉन होते हैं। इसका परमाणु भार लगभग 16 होता है (8 प्रोटॉन + 8 न्यूट्रॉन), इसलिए समस्थानिक ऑक्सीजन-16 (¹⁶O) सबसे सामान्य है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किस प्रोटीन द्वारा किया जाता है?
- (a) कोलेजन (Collagen)
- (b) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (c) एल्ब्यूमिन (Albumin)
- (d) मायोसिन (Myosin)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है और फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन में मौजूद लौह (Iron) तत्व ऑक्सीजन के अणुओं से बंध जाता है। कोलेजन एक संरचनात्मक प्रोटीन है। एल्ब्यूमिन रक्त में प्लाज्मा प्रोटीन है जो ऑस्मोटिक दबाव को बनाए रखता है। मायोसिन पेशी संकुचन में शामिल प्रोटीन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक ऊष्माक्षेपी (Exothermic) अभिक्रिया का उदाहरण है?
- (a) जल का वाष्पीकरण
- (b) बर्फ का पिघलना
- (c) प्राकृतिक गैस का दहन
- (d) अमोनियम नाइट्रेट का पानी में घुलना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएं वे रासायनिक अभिक्रियाएं होती हैं जो अपने परिवेश में ऊष्मा उत्सर्जित करती हैं, जिससे तापमान में वृद्धि होती है। ऊष्माशोषी अभिक्रियाएं ऊष्मा अवशोषित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): प्राकृतिक गैस (मुख्यतः मीथेन) का दहन एक दहन अभिक्रिया है जो बड़ी मात्रा में ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करती है। जल का वाष्पीकरण, बर्फ का पिघलना, और अमोनियम नाइट्रेट का पानी में घुलना (जो शीतलन प्रभाव पैदा करता है) ऊष्माशोषी (Endothermic) प्रक्रियाएं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव तंत्रिका तंत्र (Nervous System) की मूल इकाई (Basic Unit) क्या है?
- (a) कोशिका (Cell)
- (b) ऊतक (Tissue)
- (c) न्यूरॉन (Neuron)
- (d) अंग (Organ)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तंत्रिका तंत्र सूचना को प्राप्त करने, संसाधित करने और संचारित करने के लिए विशेष कोशिकाओं से बना होता है, जिन्हें न्यूरॉन्स या तंत्रिका कोशिकाएं कहा जाता है।
व्याख्या (Explanation): न्यूरॉन्स तंत्रिका तंत्र के कार्यात्मक और संरचनात्मक आधार हैं। वे विद्युत और रासायनिक संकेतों के माध्यम से अन्य न्यूरॉन्स, मांसपेशियों और ग्रंथियों के साथ संचार करते हैं। कोशिका एक सामान्य शब्द है, ऊतक कोशिकाओं का एक समूह है, और अंग ऊतकों का एक समूह है।
अतः, सही उत्तर (c) है।