सामान्य विज्ञान की तैयारी: अल्जाइमर और कैंसर ड्रग्स से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान का गहन अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड आपकी वैज्ञानिक समझ को परखने और विभिन्न महत्वपूर्ण अवधारणाओं को स्पष्ट करने में मदद करता है। इस अभ्यास सत्र में, हम अल्जाइमर रोग और कैंसर दवाओं के हालिया शोध से प्रेरित होकर भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी तैयारी को एक नई दिशा देंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रश्न 1: अल्जाइमर रोग में स्मृति हानि का मुख्य कारण मस्तिष्क में किस प्रोटीन का असामान्य जमाव है?
- (a) कोलेस्ट्रॉल
- (b) एमिलॉयड-बीटा
- (c) डोपामाइन
- (d) सेरोटोनिन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अल्जाइमर रोग एक न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है जिसमें मस्तिष्क में प्रोटीन के असामान्य जमाव से तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान पहुँचता है।
व्याख्या (Explanation): अल्जाइमर रोग में, एमिलॉयड-बीटा नामक प्रोटीन मस्तिष्क में प्लेक (plaque) के रूप में जमा हो जाता है। ये प्लेक तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संचार को बाधित करते हैं और अंततः कोशिका मृत्यु का कारण बनते हैं, जिससे स्मृति हानि और संज्ञानात्मक गिरावट होती है। कोलेस्ट्रॉल, डोपामाइन और सेरोटोनिन भी शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन अल्जाइमर के प्राथमिक कारण से सीधे तौर पर नहीं जुड़े हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 2: कोशिका विभाजन को नियंत्रित करने वाली दवाओं को आमतौर पर क्या कहा जाता है, जिनका उपयोग कैंसर के उपचार में किया जाता है?
- (a) एंटीबायोटिक्स
- (b) एंटीवायरल
- (c) कीमोथेरेपी एजेंट
- (d) एंटीफंगल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं। कैंसर के उपचार का एक प्रमुख तरीका इन अनियंत्रित कोशिकाओं के विकास को रोकना है।
व्याख्या (Explanation): कीमोथेरेपी एजेंट वे दवाएं हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास और विभाजन को रोकने या धीमा करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। ये दवाएं अक्सर कोशिका चक्र के विभिन्न चरणों में हस्तक्षेप करती हैं, जिससे कैंसर कोशिकाओं की मृत्यु हो जाती है। एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया से लड़ते हैं, एंटीवायरल वायरस से, और एंटीफंगल फंगल संक्रमण से।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 3: किस प्रकार की तरंगों का उपयोग चिकित्सा इमेजिंग (जैसे एमआरआई) में किया जाता है, जो चुम्बकीय क्षेत्रों और रेडियो तरंगों पर आधारित है?
- (a) पराध्वनि तरंगें (Ultrasound waves)
- (b) एक्स-रे (X-rays)
- (c) रेडियो तरंगें (Radio waves)
- (d) अवरक्त तरंगें (Infrared waves)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम में विभिन्न तरंगों का उपयोग विभिन्न चिकित्सा तकनीकों में किया जाता है। एमआरआई (Magnetic Resonance Imaging) एक ऐसी तकनीक है जो शक्तिशाली चुम्बकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों का उपयोग करके शरीर के अंदर की विस्तृत छवियां बनाती है।
व्याख्या (Explanation): एमआरआई प्रक्रिया में, शरीर को एक मजबूत चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है, जिससे शरीर के प्रोटॉन (मुख्य रूप से पानी में) संरेखित हो जाते हैं। फिर, रेडियो तरंगों के छोटे स्पंद (pulses) इन प्रोटॉन को उत्तेजित करते हैं, और जब ये तरंगें बंद हो जाती हैं, तो प्रोटॉन अपनी मूल स्थिति में लौट आते हैं और ऊर्जा उत्सर्जित करते हैं। इस उत्सर्जित ऊर्जा को कंप्यूटर द्वारा संसाधित करके शरीर के अंदर की विस्तृत क्रॉस-सेक्शनल छवियां बनाई जाती हैं। पराध्वनि तरंगें सोनोग्राफी में, एक्स-रे रेडियोग्राफी में, और अवरक्त तरंगें थर्मल इमेजिंग में उपयोग की जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 4: अल्जाइमर रोग से जुड़े एक प्रमुख न्यूरोट्रांसमीटर में कमी देखी जाती है। यह न्यूरोट्रांसमीटर कौन सा है?
- (a) एड्रेनालाईन
- (b) एसिटाइलकोलाइन
- (c) डोपामाइन
- (d) ग्लूटामेट
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संकेत संचारित करते हैं। इनमें से कुछ न्यूरोट्रांसमीटर की कमी विशिष्ट न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों से जुड़ी होती है।
व्याख्या (Explanation): एसिटाइलकोलाइन एक महत्वपूर्ण न्यूरोट्रांसमीटर है जो स्मृति, सीखने और मांसपेशियों के संकुचन में भूमिका निभाता है। अल्जाइमर रोग के रोगियों में, एसिटाइलकोलाइन का उत्पादन करने वाली तंत्रिका कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे इस न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर कम हो जाता है। यह कमी संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली में गिरावट के लिए जिम्मेदार मानी जाती है। एड्रेनालाईन, डोपामाइन और ग्लूटामेट भी महत्वपूर्ण न्यूरोट्रांसमीटर हैं, लेकिन अल्जाइमर से संबंधित मुख्य कमी एसिटाइलकोलाइन की है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 5: कैंसर कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को रोकने वाली दवाएं अक्सर किस प्रक्रिया में बाधा डालती हैं?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) कोशिका विभाजन (माइटोसिस)
- (c) श्वसन
- (d) प्रोटीन संश्लेषण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैंसर की मूलभूत विशेषता अनियंत्रित और तीव्र कोशिका वृद्धि है। इसलिए, कैंसर के उपचार का लक्ष्य इस अनियंत्रित वृद्धि को रोकना है।
व्याख्या (Explanation): कैंसर की दवाएं, विशेष रूप से कीमोथेरेपी एजेंट, अक्सर कोशिका विभाजन (माइटोसिस) की प्रक्रिया को लक्षित करती हैं। वे विभिन्न तंत्रों द्वारा कोशिका विभाजन को रोकते हैं, जैसे कि डीएनए प्रतिकृति को बाधित करना या तर्कु तंतु (spindle fibers) के निर्माण को रोकना, जो कोशिका विभाजन के लिए आवश्यक हैं। प्रकाश संश्लेषण पौधों में होता है, श्वसन कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया है, और प्रोटीन संश्लेषण प्रोटीन बनाने की प्रक्रिया है। जबकि ये प्रक्रियाएं भी महत्वपूर्ण हैं, कैंसर की दवाओं का प्राथमिक लक्ष्य अनियंत्रित कोशिका विभाजन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 6: रेडियोधर्मिता के मापन की मूल इकाई क्या है?
- (a) वॉट (Watt)
- (b) जूल (Joule)
- (c) बेकरेल (Becquerel)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडियोधर्मिता किसी अस्थिर परमाणु नाभिक से विकिरण (जैसे अल्फा, बीटा या गामा कण) के स्वतः उत्सर्जन की प्रक्रिया है। इसके मापन के लिए विशिष्ट इकाइयाँ परिभाषित की गई हैं।
व्याख्या (Explanation): बेकरेल (Bq) रेडियोधर्मिता की एसआई (SI) इकाई है, जो प्रति सेकंड क्षय (decay) की संख्या को मापती है। एक बेकरेल एक क्षय प्रति सेकंड के बराबर होता है। क्यूरी (Curie) एक अन्य इकाई है। वॉट शक्ति की इकाई है, जूल ऊर्जा की इकाई है, और पास्कल दबाव की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 7: किस प्रकार की कैंसर थेरेपी, विद्युत चुम्बकीय विकिरण (जैसे गामा किरणें) का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करती है?
- (a) इम्यूनोथेरेपी
- (b) हार्मोन थेरेपी
- (c) रेडिएशन थेरेपी
- (d) जीन थेरेपी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडिएशन थेरेपी, जिसे रेडियोथेरेपी भी कहा जाता है, उच्च-ऊर्जा विकिरण का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने या मारने की एक विधि है।
व्याख्या (Explanation): रेडिएशन थेरेपी में, गामा किरणें या एक्स-रे जैसी उच्च-ऊर्जा विकिरण का उपयोग सीधे ट्यूमर पर या उसके आसपास के क्षेत्र में किया जाता है। ये विकिरण डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कैंसर कोशिकाएं या तो मर जाती हैं या विभाजित होने में असमर्थ हो जाती हैं। इम्यूनोथेरेपी शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर से लड़ने के लिए उत्तेजित करती है। हार्मोन थेरेपी हार्मोन-संवेदनशील कैंसर के विकास को रोकने के लिए हार्मोन के स्तर को बदलती है। जीन थेरेपी आनुवंशिक सामग्री को संशोधित करके बीमारियों का इलाज करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 8: अल्जाइमर रोग के उपचार में उपयोग की जाने वाली कुछ दवाएं, मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर की गतिविधि को बढ़ाकर काम करती हैं। ऐसी दवाओं को क्या कहा जाता है?
- (a) एंटी-इंफ्लेमेटरी
- (b) कोलिनेस्टरेज़ इनहिबिटर
- (c) एंटीबायोटिक्स
- (d) एंटी-डिप्रेसेंट
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अल्जाइमर रोग में एसिटाइलकोलाइन नामक न्यूरोट्रांसमीटर की कमी होती है। कोलिनेस्टरेज़ इनहिबिटर एंजाइम को रोकते हैं जो एसिटाइलकोलाइन को तोड़ता है, जिससे मस्तिष्क में इसका स्तर बढ़ जाता है।
व्याख्या (Explanation): कोलिनेस्टरेज़ इनहिबिटर (जैसे डोनेपेज़िल, रिवैस्टिग्माइन) उन एंजाइमों को रोकते हैं जो एसिटाइलकोलाइन को मस्तिष्क में तोड़ते हैं। इन एंजाइमों को रोककर, ये दवाएं सिनैप्स (तंत्रिका कोशिकाओं के बीच का स्थान) में एसिटाइलकोलाइन की मात्रा बढ़ाती हैं, जिससे तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संचार में सुधार होता है और अल्जाइमर के कुछ लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। एंटी-इंफ्लेमेटरी सूजन को कम करते हैं, एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया से लड़ते हैं, और एंटी-डिप्रेसेंट अवसाद का इलाज करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 9: किसी पदार्थ की जलने की क्षमता या ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करने की क्षमता को क्या कहा जाता है?
- (a) अपचयन (Reduction)
- (b) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (c) उदासीनीकरण (Neutralization)
- (d) विस्थापन (Displacement)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण-अपचयन (रेडॉक्स) अभिक्रियाएं रसायन विज्ञान की मूलभूत अभिक्रियाएं हैं। ऑक्सीकरण में ऑक्सीजन का जुड़ना या हाइड्रोजन का निकलना शामिल है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीकरण किसी पदार्थ का ऑक्सीजन के साथ जुड़ना या इलेक्ट्रॉनों का खोना है। जलना, जिसे दहन भी कहते हैं, एक तीव्र ऑक्सीकरण प्रक्रिया है जिसमें पदार्थ ऊष्मा और प्रकाश के रूप में ऊर्जा छोड़ता है। अपचयन में ऑक्सीजन का निकलना या हाइड्रोजन का जुड़ना या इलेक्ट्रॉनों का प्राप्त करना शामिल है। उदासीनीकरण अम्ल और क्षार की अभिक्रिया है, और विस्थापन अभिक्रिया में एक तत्व दूसरे तत्व को उसके यौगिक से विस्थापित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 10: निम्नलिखित में से कौन सा कथन कोशिका झिल्ली (cell membrane) के कार्य का सबसे अच्छा वर्णन करता है?
- (a) यह कोशिका के लिए संरचनात्मक सहायता प्रदान करती है।
- (b) यह कोशिका के अंदर पदार्थों के प्रवेश और निकास को नियंत्रित करती है।
- (c) यह आनुवंशिक सामग्री को संग्रहीत करती है।
- (d) यह प्रोटीन संश्लेषण के लिए स्थान प्रदान करती है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका झिल्ली, जिसे प्लाज्मा झिल्ली भी कहते हैं, कोशिका के बाहरी आवरण का एक महत्वपूर्ण घटक है जो कोशिका की आंतरिक सामग्री को बाहरी वातावरण से अलग करती है।
व्याख्या (Explanation): कोशिका झिल्ली एक अर्ध-पारगम्य (semi-permeable) अवरोध है, जिसका अर्थ है कि यह चुनिंदा रूप से यह तय करती है कि कौन से पदार्थ कोशिका के अंदर प्रवेश कर सकते हैं और कौन से बाहर निकल सकते हैं। यह कोशिका के आंतरिक वातावरण को बनाए रखने और बाहरी उत्तेजनाओं के प्रति प्रतिक्रिया करने के लिए महत्वपूर्ण है। नाभिक (nucleus) आनुवंशिक सामग्री को संग्रहीत करता है, और कोशिका द्रव्य (cytoplasm) में राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण के लिए स्थान प्रदान करते हैं। कोशिका को संरचनात्मक सहायता मुख्य रूप से कोशिका भित्ति (plant cells में) या साइटोस्केलेटन द्वारा प्रदान की जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 11: कैंसर के उपचार के संबंध में, “लक्षित थेरेपी” (Targeted Therapy) का क्या अर्थ है?
- (a) यह कैंसर कोशिकाओं पर विशिष्ट आणविक लक्ष्यों पर हमला करती है।
- (b) यह पूरे शरीर पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालती है।
- (c) यह केवल कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए विकिरण का उपयोग करती है।
- (d) यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लक्षित थेरेपी कैंसर उपचार में एक प्रगतिशील दृष्टिकोण है जो कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार में शामिल विशिष्ट जीन, प्रोटीन या ऊतक वातावरण में मौजूद असामान्यताओं पर केंद्रित है।
व्याख्या (Explanation): लक्षित थेरेपी दवाएं या अन्य उपचार हैं जो विशिष्ट आणविक लक्ष्यों की पहचान करते हैं और उन पर हमला करते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास, विभाजन और प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये अक्सर सामान्य कोशिकाओं की तुलना में कैंसर कोशिकाओं को अधिक सटीक रूप से निशाना बनाते हैं, जिससे कीमोथेरेपी की तुलना में साइड इफेक्ट कम हो सकते हैं। विकिरण थेरेपी (c) सीधे विकिरण का उपयोग करती है, जबकि प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना (d) इम्यूनोथेरेपी से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 12: धातुओं को गर्म करने पर उनका प्रतिरोध (Resistance) आमतौर पर:
- (a) बढ़ता है
- (b) घटता है
- (c) अपरिवर्तित रहता है
- (d) शून्य हो जाता है
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं में विद्युत धारा इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह के कारण होती है। तापमान बढ़ने पर, धातु के परमाणुओं का कंपन बढ़ जाता है, जिससे इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह में अधिक बाधा उत्पन्न होती है।
व्याख्या (Explanation): धातुओं में, जब तापमान बढ़ता है, तो परमाणु अधिक तीव्रता से कंपन करते हैं। यह बढ़ा हुआ कंपन मुक्त इलेक्ट्रॉनों के मार्ग में बाधा डालता है, जिससे उनका प्रवाह धीमा हो जाता है। इस बढ़ी हुई बाधा को प्रतिरोध में वृद्धि के रूप में मापा जाता है। कुछ विशेष सामग्री (जैसे अर्धचालक) में, तापमान बढ़ने पर प्रतिरोध घट सकता है, लेकिन धातुओं के लिए यह सामान्य नियम है कि प्रतिरोध बढ़ता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 13: मानव मस्तिष्क में, “तंत्रिका आवेग” (Nerve Impulse) कैसे संचारित होता है?
- (a) हार्मोनल सिग्नल द्वारा
- (b) विद्युत और रासायनिक संकेत दोनों द्वारा
- (c) केवल यांत्रिक कंपन द्वारा
- (d) ऊष्मा हस्तांतरण द्वारा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तंत्रिका आवेग, जिसे एक्शन पोटेंशियल भी कहा जाता है, तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) के माध्यम से सूचना के संचरण का विद्युत-रासायनिक तरीका है।
व्याख्या (Explanation): एक तंत्रिका आवेग मूल रूप से एक विद्युत संकेत है जो तंत्रिका कोशिका के झिल्ली क्षमता (membrane potential) में तेजी से परिवर्तन के रूप में फैलता है। यह विद्युत परिवर्तन आयनों (जैसे सोडियम और पोटेशियम) के कोशिका झिल्ली के पार गति के कारण होता है। जब यह आवेग तंत्रिका कोशिका के अंत तक पहुँचता है, तो यह न्यूरोट्रांसमीटर नामक रासायनिक संदेशवाहकों को छोड़ता है, जो अगले न्यूरॉन को संकेत देते हैं। इस प्रकार, तंत्रिका आवेगों का संचार विद्युत और रासायनिक दोनों संकेतों के संयोजन से होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 14: अल्जाइमर रोग से संबंधित मस्तिष्क की संरचनाओं में से कौन सी सबसे अधिक प्रभावित होती है, जिससे स्मृति का महत्वपूर्ण नुकसान होता है?
- (a) सेरिबैलम (Cerebellum)
- (b) मेडुला ओब्लोंगटा (Medulla Oblongata)
- (c) हिप्पोकैम्पस (Hippocampus)
- (d) पोंस (Pons)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट कार्य होते हैं। हिप्पोकैम्पस को स्मृति निर्माण और अवधारण के लिए केंद्रीय माना जाता है।
व्याख्या (Explanation): हिप्पोकैम्पस मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जो नई यादों को बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। अल्जाइमर रोग में, हिप्पोकैम्पस आमतौर पर सबसे पहले और सबसे गंभीर रूप से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में से एक है, जिसके परिणामस्वरूप अल्पकालिक स्मृति का नुकसान होता है और यह नई जानकारी को सीखने में कठिनाई का कारण बनता है। सेरिबैलम मुख्य रूप से समन्वय और संतुलन से जुड़ा है, जबकि मेडुला ओब्लोंगटा और पोंस महत्वपूर्ण अनैच्छिक कार्यों (जैसे श्वास और हृदय गति) को नियंत्रित करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 15: कैंसर के इलाज में उपयोग की जाने वाली ‘एंटी-एंजियोजेनेसिस’ (Anti-angiogenesis) थेरेपी का उद्देश्य क्या है?
- (a) कैंसर कोशिकाओं के डीएनए को सीधे नुकसान पहुँचाना
- (b) कैंसर कोशिकाओं को रक्त की आपूर्ति को रोकना
- (c) प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करना
- (d) कैंसर कोशिकाओं में कोशिका मृत्यु को प्रेरित करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ट्यूमर को बढ़ने और फैलने के लिए रक्त वाहिकाओं से पोषक तत्वों और ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। एंजियोजेनेसिस नई रक्त वाहिकाओं के निर्माण की प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): एंटी-एंजियोजेनेसिस थेरेपी उन दवाओं का उपयोग करती है जो ट्यूमर के भीतर नई रक्त वाहिकाओं के विकास को रोकती हैं। इन रक्त वाहिकाओं के बिना, ट्यूमर को वह ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते जिनकी उसे बढ़ने के लिए आवश्यकता होती है, जिससे उसका विकास धीमा हो जाता है या रुक जाता है। अन्य विकल्प (a, c, d) कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और अन्य प्रकार की थेरेपी के उद्देश्यों से संबंधित हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 16: यदि दो प्रतिरोधक (resistors) श्रेणीक्रम (series) में जुड़े हों, तो कुल प्रतिरोध (total resistance) पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) घटता है
- (b) बढ़ता है
- (c) अपरिवर्तित रहता है
- (d) शून्य हो जाता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्रेणीक्रम संयोजन में, प्रत्येक प्रतिरोधक से होकर समान धारा प्रवाहित होती है, और कुल प्रतिरोध व्यक्तिगत प्रतिरोधों के योग के बराबर होता है।
व्याख्या (Explanation): श्रेणीक्रम संयोजन में, जब आप दो या दो से अधिक प्रतिरोधों को एक के बाद एक जोड़ते हैं, तो समग्र सर्किट में बाधा बढ़ जाती है। गणितीय रूप से, कुल प्रतिरोध (R_total) व्यक्तिगत प्रतिरोधों (R1, R2, …) के योग के बराबर होता है: R_total = R1 + R2 + … । इसलिए, कुल प्रतिरोध हमेशा व्यक्तिगत प्रतिरोधों के योग से अधिक होता है, जिसका अर्थ है कि यह बढ़ता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 17: कोशिका के किस भाग में श्वसन (respiration) की प्रक्रिया होती है, जिससे कोशिका के लिए ऊर्जा (ATP) उत्पन्न होती है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) गॉल्जी उपकरण (Golgi apparatus)
- (c) लाइसोसोम (Lysosome)
- (d) माइटोकांड्रिया (Mitochondria)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकांड्रिया को कोशिका का “पावरहाउस” कहा जाता है क्योंकि यह कोशिकीय श्वसन के माध्यम से अधिकांश एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) का उत्पादन करता है, जो कोशिका की ऊर्जा मुद्रा है।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं भोजन (जैसे ग्लूकोज) को तोड़ती हैं और ऊर्जा (ATP) उत्पन्न करती हैं। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से माइटोकांड्रिया में होती है। नाभिक में आनुवंशिक सामग्री होती है, गॉल्जी उपकरण प्रोटीन और लिपिड को संशोधित करने, छाँटने और पैक करने में मदद करता है, और लाइसोसोम कोशिका के अपशिष्ट उत्पादों और मलबे को पचाने के लिए एंजाइम रखते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 18: अल्जाइमर रोग से संबंधित “न्यूरोफिब्रिलरी टेंगल्स” (Neurofibrillary Tangles) नामक असामान्य संरचनाएँ मस्तिष्क में किस प्रोटीन के जमाव से बनती हैं?
- (a) एमिलॉयड-बीटा
- (b) टाऊ (Tau)
- (c) अल्फा-साइन्यूक्लिन
- (d) प्रियोन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अल्जाइमर रोग को दो प्रमुख पैथोलॉजिकल विशेषताएं द्वारा पहचाना जाता है: एक्सट्रासेल्युलर एमिलॉयड प्लेक्स और इंट्रासेल्युलर न्यूरोफिब्रिलरी टेंगल्स।
व्याख्या (Explanation): न्यूरोफिब्रिलरी टेंगल्स मस्तिष्क कोशिकाओं के अंदर बनते हैं और टाऊ (Tau) नामक एक प्रोटीन के असामान्य रूप से मुड़े हुए और उलझे हुए बंडलों से बने होते हैं। सामान्य रूप से, टाऊ प्रोटीन माइक्रोट्यूब्यूल्स (microtubules) को स्थिर करने में मदद करता है, जो कोशिका के आंतरिक परिवहन प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण हैं। अल्जाइमर में, टाऊ प्रोटीन अपने सामान्य कार्य को खो देता है और असामान्य रूप से एकत्रित होकर टेंगल्स बनाता है, जिससे कोशिका का परिवहन बाधित होता है और अंततः कोशिका मृत्यु होती है। एमिलॉयड-बीटा (a) प्लेक्स बनाता है, अल्फा-साइन्यूक्लिन (c) पार्किंसंस रोग से जुड़ा है, और प्रियोन (d) प्रियोन रोगों का कारण बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 19: मानव शरीर में, कौन सा अंग रक्त को फ़िल्टर करके अपशिष्ट उत्पादों को निकालता है और मूत्र का उत्पादन करता है?
- (a) यकृत (Liver)
- (b) फेफड़े (Lungs)
- (c) गुर्दे (Kidneys)
- (d) प्लीहा (Spleen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुर्दे मानव उत्सर्जन प्रणाली के प्राथमिक अंग हैं, जो रक्त से अपशिष्ट उत्पादों को छानने और समाप्त करने के लिए जिम्मेदार हैं।
व्याख्या (Explanation): गुर्दे रक्त से यूरिया, अतिरिक्त लवण और पानी जैसे अपशिष्ट उत्पादों को छानते हैं और मूत्र का निर्माण करते हैं, जिसे शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। यकृत मुख्य रूप से विषहरण (detoxification) और चयापचय (metabolism) में भूमिका निभाता है। फेफड़े कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालते हैं। प्लीहा प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा है और पुरानी लाल रक्त कोशिकाओं को फ़िल्टर करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 20: कैंसर के उपचार में उपयोग की जाने वाली दवाओं की एक श्रेणी, जो कैंसर कोशिकाओं में एपोप्टोसिस (Apoptosis) या प्रोग्राम्ड सेल डेथ (Programmed Cell Death) को प्रेरित करती है, क्या कहलाती है?
- (a) एंटी-मेटाबोलाइट्स
- (b) एल्काइलेटिंग एजेंट
- (c) प्रोटो-ऑन्कोजीन
- (d) एंटी-ट्यूमर एंटीबॉडी
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एपोप्टोसिस कोशिकाओं की एक स्वाभाविक, नियंत्रित प्रक्रिया है जो शरीर को अवांछित या क्षतिग्रस्त कोशिकाओं से छुटकारा पाने में मदद करती है। कुछ कैंसर दवाएं इस प्रक्रिया को बढ़ावा देती हैं।
व्याख्या (Explanation): एंटी-मेटाबोलाइट्स (Anti-metabolites) ऐसी दवाएं हैं जो डीएनए और आरएनए के निर्माण खंडों की नकल करती हैं। जब ये कोशिका में प्रवेश करती हैं, तो वे डीएनए संश्लेषण और कोशिका विभाजन को बाधित करती हैं, जिससे अंततः कोशिकाएं एपोप्टोसिस से गुजरती हैं। एल्काइलेटिंग एजेंट (b) भी डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन विभिन्न तंत्र से। प्रोटो-ऑन्कोजीन (c) सामान्य जीन हैं जो कोशिका वृद्धि को बढ़ावा देते हैं; उनके उत्परिवर्तन से कैंसर हो सकता है। एंटी-ट्यूमर एंटीबॉडी (d) इम्यूनोथेरेपी से संबंधित हो सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 21: जब किसी परिपथ में दो या दो से अधिक प्रतिरोधक समानांतर (parallel) में जुड़े होते हैं, तो कुल प्रतिरोध पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) बढ़ता है
- (b) घटता है
- (c) अपरिवर्तित रहता है
- (d) पहले बढ़ता है, फिर घटता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समानांतर संयोजन में, प्रत्येक प्रतिरोधक में वोल्टेज समान होता है, और कुल धारा व्यक्तिगत धाराओं का योग होती है। समानांतर में प्रतिरोध जोड़ने से धारा के लिए अधिक पथ उपलब्ध हो जाते हैं, जिससे कुल प्रतिरोध कम हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): समानांतर संयोजन में, धारा विभिन्न शाखाओं में बँट जाती है, जिससे धारा के प्रवाह के लिए अतिरिक्त “रास्ते” खुल जाते हैं। इससे कुल प्रतिरोध कम हो जाता है। गणितीय रूप से, समानांतर में प्रतिरोधों के लिए सूत्र है: 1/R_total = 1/R1 + 1/R2 + … । इस सूत्र से, यह स्पष्ट है कि कुल प्रतिरोध हमेशा किसी भी व्यक्तिगत प्रतिरोध से कम होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 22: किस प्रकार की कैंसर थेरेपी में, रोगी के अपने प्रतिरक्षा कोशिकाओं का उपयोग करके कैंसर से लड़ने के लिए उन्हें संशोधित किया जाता है?
- (a) कीमोथेरेपी
- (b) रेडिएशन थेरेपी
- (c) इम्यूनोथेरेपी
- (d) हार्मोन थेरेपी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इम्यूनोथेरेपी कैंसर के उपचार का एक रूप है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने और उन पर हमला करने के लिए उत्तेजित करता है।
व्याख्या (Explanation): इम्यूनोथेरेपी में, डॉक्टर रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए दवाएं या उपचार का उपयोग करते हैं ताकि वह कैंसर कोशिकाओं को अधिक प्रभावी ढंग से पहचान सके और नष्ट कर सके। CAR T-सेल थेरेपी इसका एक उदाहरण है, जहाँ रोगी की T-कोशिकाओं को प्रयोगशाला में आनुवंशिक रूप से संशोधित करके उन्हें कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने के लिए तैयार किया जाता है, और फिर रोगी के शरीर में वापस डाल दिया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 23: प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को किसमें परिवर्तित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन
- (b) ग्लूकोज (एक प्रकार का शर्करा) और ऑक्सीजन
- (c) प्रोटीन और वसा
- (d) खनिज लवण और विटामिन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके प्रकाश संश्लेषण नामक प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को भोजन (शर्करा) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का समग्र समीकरण है: 6CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H₂O (पानी) + सूर्य का प्रकाश → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂ (ऑक्सीजन)। इस प्रक्रिया में, सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (जो पौधे के लिए ऊर्जा का स्रोत है) और ऑक्सीजन (जो एक उप-उत्पाद के रूप में छोड़ा जाता है) बनाने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 24: अल्जाइमर रोग के निदान के लिए मस्तिष्क में जो “एमिलॉयड प्लेक्स” (Amyloid Plaques) पाए जाते हैं, वे मुख्य रूप से किस प्रोटीन से बने होते हैं?
- (a) टाऊ (Tau)
- (b) एमिलॉयड-बीटा (Amyloid-beta)
- (c) सिन्यूक्लिन (Synuclein)
- (d) प्रियोन (Prion)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अल्जाइमर रोग की पैथोलॉजी में एमिलॉयड प्लेक्स (extracellular plaques) और न्यूरोफिब्रिलरी टेंगल्स (intracellular tangles) प्रमुख विशेषताएं हैं।
व्याख्या (Explanation): एमिलॉयड प्लेक्स मस्तिष्क कोशिकाओं के बाहर एमिलॉयड-बीटा नामक प्रोटीन के टुकड़ों के जमाव से बनते हैं। ये प्लेक्स तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संचार को बाधित करते हैं और सूजन को बढ़ावा देते हैं, जो अल्जाइमर रोग के लक्षणों में योगदान करते हैं। टाऊ (a) न्यूरोफिब्रिलरी टेंगल्स बनाता है, सिन्यूक्लिन (c) पार्किंसंस रोग से जुड़ा है, और प्रियोन (d) प्रियोन रोगों का कारण बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 25: ‘ऑन्कोजीन’ (Oncogene) क्या होते हैं?
- (a) जीन जो कोशिका वृद्धि को रोकते हैं
- (b) जीन जो कोशिका वृद्धि को बढ़ावा देते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं
- (c) जीन जो डीएनए की मरम्मत करते हैं
- (d) जीन जो कोशिका मृत्यु को प्रेरित करते हैं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑन्कोजीन उत्परिवर्तित (mutated) या अत्यधिक सक्रिय (overactive) जीन होते हैं जो सामान्य रूप से कोशिका वृद्धि और विभाजन को नियंत्रित करने वाले जीनों (जिन्हें प्रोटो-ऑन्कोजीन कहा जाता है) से विकसित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जब प्रोटो-ऑन्कोजीन उत्परिवर्तित होकर ऑन्कोजीन बन जाते हैं, तो वे अनियंत्रित रूप से कोशिका वृद्धि और विभाजन को बढ़ावा देते हैं, जो कैंसर का एक मुख्य कारण है। ये जीन कैंसर कोशिकाओं को अनियंत्रित रूप से बढ़ने और फैलने के लिए “हरित संकेत” (green light) देते हैं। इसके विपरीत, ट्यूमर सप्रेसर जीन (tumor suppressor genes) कोशिका वृद्धि को रोकते हैं और कोशिका मृत्यु को प्रेरित करते हैं, और डीएनए मरम्मत (c) में मदद करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।