सामग्री विज्ञान और प्रकृति के रहस्य: सामान्य विज्ञान के प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। यह खंड न केवल हमारे आसपास की दुनिया को समझने में मदद करता है, बल्कि यह आपकी विश्लेषणात्मक क्षमताओं को भी मजबूत करता है। यहाँ हम भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी तैयारी को परखने और ज्ञान को गहरा करने में सहायक होंगे। इन प्रश्नों के विस्तृत हल आपको अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरे (Diamond) की कठोरता का मुख्य कारण क्या है?
- (a) कार्बन परमाणुओं की आयनिक बॉन्डिंग
- (b) कार्बन परमाणुओं की टेट्राहेड्रल संरचना में सहसंयोजक (covalent) बंधन
- (c) हीरे में मुक्त इलेक्ट्रॉन
- (d) हीरे की अत्यधिक घनी पैकिंग
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधन और क्रिस्टल संरचना।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक अपरूप (allotrope) है जिसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) द्वारा जुड़ा होता है। यह बंधन अत्यंत मजबूत होते हैं और एक त्रि-आयामी (3D) टेट्राहेड्रल (tetrahedral) क्रिस्टल जालक (lattice) बनाते हैं। इन मजबूत सहसंयोजक बंधों के कारण ही हीरा अत्यधिक कठोर होता है। आयनिक बंधन धातुओं और अधातुओं के बीच बनते हैं, मुक्त इलेक्ट्रॉन विद्युत चालकता के लिए उत्तरदायी होते हैं, और पैकिंग घनत्व कठोरता को प्रभावित करता है लेकिन मुख्य कारण सहसंयोजक बंधन हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन के किस अपरूप का उपयोग ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड के रूप में किया जाता है?
- (a) हीरा
- (b) फुलेरीन
- (c) ग्रेफाइट
- (d) चारकोल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपररूप और उनके गुणधर्म।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट कार्बन का एक नरम, परतदार (layered) अपरूप है। ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु षट्कोणीय (hexagonal) परतों में व्यवस्थित होते हैं, और परतों के बीच कमजोर वान डेर वाल्स बल (Van der Waals forces) होते हैं। प्रत्येक परत के भीतर, कार्बन परमाणु मजबूत सहसंयोजक बंधों से जुड़े होते हैं। ग्रेफाइट की परतदार संरचना और विद्युत चालकता इसे इलेक्ट्रोड, पेंसिल लेड और स्नेहक (lubricant) के रूप में उपयोगी बनाती है। हीरा बहुत कठोर होता है, फुलेरीन जटिल संरचनाएँ बनाते हैं, और चारकोल आमतौर पर शुद्ध रूप में नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे में कार्बन परमाणुओं के बीच बंधन कोण (bond angle) लगभग कितना होता है?
- (a) 90°
- (b) 109.5°
- (c) 120°
- (d) 180°
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधन और आणविक ज्यामिति (molecular geometry)।
व्याख्या (Explanation): हीरे की क्रिस्टल संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु sp³ संकरित (hybridized) होता है। sp³ संकरण के परिणामस्वरूप टेट्राहेड्रल ज्यामिति होती है, जिसमें बंधन कोण लगभग 109.5° होता है। यह कोण परमाणुओं को सबसे अधिक दूरी पर फैलाता है, जिससे संरचना स्थिर और कठोर बनती है। 90°, 120° और 180° के कोण क्रमशः वर्गाकार समतलीय, त्रिकोणीय समतलीय और रैखिक ज्यामिति से जुड़े होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन का कौन सा अपरूप विद्युत का अच्छा सुचालक (conductor) है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता और रासायनिक संरचना।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में, कार्बन परमाणुओं के प्रत्येक sp² संकरित परमाणु के पास एक अविकृत (unhybridized) p-ऑर्बिटल होता है, जिसमें एक इलेक्ट्रॉन होता है। ये इलेक्ट्रॉन परतों में विस्थानीकृत (delocalized) होते हैं और आसानी से गति कर सकते हैं, जिससे ग्रेफाइट विद्युत का अच्छा सुचालक बनता है। हीरे में, सभी इलेक्ट्रॉन सहसंयोजक बंधों में बंधे होते हैं और विस्थानीकृत नहीं होते, इसलिए यह विद्युत का कुचालक (insulator) होता है। फुलेरीन में चालकता भिन्न हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन-कार्बन एकल बंधन (single bond) की तुलना में हीरे में कार्बन-कार्बन बंध (bond) की लंबाई क्या होती है?
- (a) कम
- (b) अधिक
- (c) समान
- (d) यह स्थिति पर निर्भर करता है
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बंधन क्रम (bond order) और बंधन लंबाई।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं से एकल सहसंयोजक बंधों (C-C single bonds) द्वारा जुड़े होते हैं। इन बंधों की लंबाई लगभग 154 pm (पिकोमीटर) होती है। जबकि हीरे का शीर्षक “Doubling Down on Diamond” अप्रत्यक्ष रूप से कार्बन-कार्बन बंधों की मजबूती और विशिष्टता की ओर इशारा कर सकता है, प्रश्न सीधे हीरे की संरचना पर केंद्रित है। कार्बन-कार्बन एकल बंधन सबसे लंबी और कमजोर कार्बन-कार्बन बंधन प्रकार है। बहु-बंध (जैसे द्वि-बंध या त्रि-बंध) छोटे और मजबूत होते हैं। इसलिए, हीरे में कार्बन-कार्बन बंध की लंबाई सामान्य एकल बंध की लंबाई के आसपास ही होती है, लेकिन प्रश्न शायद यह पूछना चाह रहा है कि क्या यह किसी और प्रकार के कार्बन-कार्बन बंध से छोटा है। यदि हम हीरे में C-C बंध की तुलना ग्रेफाइट में C-C बंध (जो आंशिक द्वि-बंध गुण दिखाता है) से करें, तो हीरे में C-C बंध थोड़ा लंबा होता है। लेकिन यहाँ केवल “कार्बन-कार्बन बंध” का उल्लेख है, जो आम तौर पर एकल बंध को संदर्भित करता है। यदि प्रश्न का अर्थ “कार्बन-कार्बन एकल बंध” से तुलना है, तो यह लगभग समान होगा। हालाँकि, यदि प्रश्न का आशय “अधिकतम मजबूती” से है, तो बहु-बंधों की तुलना में एकल बंध कम मजबूत होते हैं। दिए गए विकल्पों में, सबसे सटीक व्याख्या यह है कि हीरे में C-C एकल बंध की लंबाई लगभग 154 pm है, जो अन्य कार्बन-कार्बन बंधों (जैसे C=C या C≡C) से लंबी होती है। लेकिन यदि प्रश्न का अर्थ “कार्बन-कार्बन एकल बंध” से है, तो यह लगभग समान होगी। इस प्रश्न को थोड़ा और स्पष्ट किया जा सकता था। मान लेते हैं कि यह सामान्य C-C एकल बंध की तुलना में पूछा गया है।
संशोधित व्याख्या (Based on common MCQ expectations): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं से एकल सहसंयोजक बंधों (C-C single bonds) द्वारा जुड़ा होता है। इन बंधों की लंबाई लगभग 154 pm (पिकोमीटर) होती है। जब हम कार्बन-कार्बन बंधों की तुलना करते हैं, तो एकल बंध (लगभग 154 pm) द्वि-बंध (लगभग 134 pm) और त्रि-बंध (लगभग 120 pm) से लंबे होते हैं। इसलिए, हीरे में कार्बन-कार्बन बंध (जो एकल बंध हैं) अन्य कार्बन-कार्बन बहु-बंधों की तुलना में लंबी होती हैं। प्रश्न में “कार्बन-कार्बन बंध” का अर्थ यहाँ एकल बंध है। इस प्रकार, यह अन्य कार्बन-कार्बन बंधों की तुलना में लंबी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे को प्रयोगशाला में बनाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) वाष्पीकरण (Vaporization)
- (b) उच्च दाब, उच्च ताप (HPHT) संश्लेषण
- (c) आसवन (Distillation)
- (d) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ संश्लेषण की विधियाँ।
व्याख्या (Explanation): प्रयोगशालाओं में हीरे को कृत्रिम रूप से बनाने के लिए मुख्य रूप से उच्च दाब, उच्च ताप (HPHT) विधि का उपयोग किया जाता है। इस विधि में, कार्बन स्रोत (जैसे ग्रेफाइट) को बहुत उच्च दाब (लगभग 5-6 GPa) और उच्च तापमान (लगभग 1300-1600°C) पर एक धातु उत्प्रेरक (metal catalyst) की उपस्थिति में रखा जाता है। ये स्थितियाँ प्राकृतिक हीरे के निर्माण की स्थितियों के समान होती हैं। वाष्पीकरण, आसवन और ऊर्ध्वपातन क्रमशः क्वथनांक, क्वथनांक और उर्ध्वपातन बिंदु पर पदार्थ की अवस्था परिवर्तन की प्रक्रियाएं हैं, न कि सीधे हीरे के संश्लेषण की।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे को जलाने पर मुख्य उत्पाद क्या बनता है?
- (a) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
- (b) ओजोन (O₃)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (d) पानी (H₂O)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दहन (Combustion) की रासायनिक अभिक्रियाएँ।
व्याख्या (Explanation): हीरा मुख्य रूप से कार्बन से बना होता है। जब इसे पर्याप्त ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलाया जाता है, तो यह कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) में परिवर्तित हो जाता है। अभिक्रिया इस प्रकार है: C (हीरा) + O₂ (गैस) → CO₂ (गैस)। यह एक विशिष्ट दहन अभिक्रिया है जहाँ कार्बन ऑक्सीजन के साथ मिलकर कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है। कार्बन मोनोऑक्साइड तब बनता है जब ऑक्सीजन की आपूर्ति अपर्याप्त होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का उपयोग किस प्रकार के कटिंग टूल (cutting tools) में किया जाता है?
- (a) केवल लकड़ी काटने के लिए
- (b) केवल धातु काटने के लिए
- (c) चट्टानों, धातुओं और सिरेमिक (ceramics) जैसी कठोर सामग्री को काटने के लिए
- (d) कांच को काटने के लिए
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों के भौतिक गुण और उनके अनुप्रयोग।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता के कारण, इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के कटिंग टूल (जैसे डायमंड सॉ ब्लेड, डायमंड ड्रिल बिट्स) और अपघर्षक (abrasives) के रूप में किया जाता है। ये उपकरण चट्टानों, कंक्रीट, धातुओं, सिरेमिक और कांच जैसी बहुत कठोर सामग्रियों को काटने, पीसने और पॉलिश करने के लिए प्रभावी होते हैं। इसलिए, इसका उपयोग विस्तृत श्रृंखला की कठोर सामग्री के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन का कौन सा अपरूप विद्युत का सुचालक होने के कारण इलेक्ट्रोप्लेटिंग (electroplating) में उपयोग किया जाता है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फ्लोरीन
- (d) फुलरीन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपररूप और उनके अनुप्रयोग।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट अपनी विद्युत चालकता के कारण इलेक्ट्रोप्लेटिंग में इलेक्ट्रोड के रूप में उपयोग किया जाता है। इलेक्ट्रोप्लेटिंग एक विद्युत-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें एक धातु की पतली परत किसी अन्य वस्तु पर चढ़ाई जाती है, और इसके लिए विद्युत प्रवाह की आवश्यकता होती है। ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाते हैं। हीरा विद्युत का कुचालक होता है, फ्लोरीन एक तत्व है, और फुलरीन कार्बन के जटिल अणु होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश को मोड़ने (refract) की हीरे की क्षमता, जिससे यह चमकता है, किस गुण के कारण होती है?
- (a) इसकी उच्च विद्युत चालकता
- (b) इसका उच्च अपवर्तनांक (high refractive index)
- (c) इसकी नरम प्रकृति
- (d) इसकी ऊष्मीय चालकता
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी (Optics) और पदार्थ के गुण।
व्याख्या (Explanation): हीरे की उच्च चमक (brilliance) और फायर (fire) उसके उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) और फैलाव (dispersion) के कारण होती है। उच्च अपवर्तनांक का अर्थ है कि प्रकाश हीरे में प्रवेश करते समय और बाहर निकलते समय अधिक मुड़ता है। जब प्रकाश हीरे के भीतर परावर्तित (reflected) होता है, तो यह हीरे के उच्च फैलाव के कारण विभिन्न रंगों में विभाजित हो जाता है, जिसे “फायर” कहा जाता है। विद्युत चालकता, नरमी या ऊष्मीय चालकता प्रकाश को मोड़ने या चमकने के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के लिए आवश्यक मुख्य वर्णक (pigment) कौन सा है?
- (a) कैरोटीन (Carotene)
- (b) ज़ैंथोफिल (Xanthophyll)
- (c) क्लोरोफिल (Chlorophyll)
- (d) एंथोसायनिन (Anthocyanin)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप प्रकाशिकी (Plant Physiology) और प्रकाश संश्लेषण।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल वह प्राथमिक वर्णक है जो पौधों में प्रकाश संश्लेषण के लिए सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है। यह प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसका उपयोग CO₂ और पानी से ग्लूकोज बनाने के लिए किया जाता है। कैरोटीन, ज़ैंथोफिल और एंथोसायनिन सहायक वर्णक हैं जो प्रकाश संश्लेषण में योगदान कर सकते हैं या पौधों को रंग प्रदान करते हैं, लेकिन क्लोरोफिल मुख्य वर्णक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मनुष्य के शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर रचना (Human Anatomy) और शरीर विज्ञान (Physiology)।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे पित्त का उत्पादन, चयापचय (metabolism), और विषाक्त पदार्थों को दूर करना। अग्न्याशय एक ग्रंथि है जो पाचन एंजाइम और हार्मोन (जैसे इंसुलिन) का उत्पादन करती है, अधिवृक्क ग्रंथि हार्मोन का उत्पादन करती है, और पिट्यूटरी ग्रंथि मस्तिष्क में स्थित एक छोटी लेकिन महत्वपूर्ण ग्रंथि है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ (powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) केंद्रक (Nucleus)
- (b) रिक्तिका (Vacuole)
- (c) लाइसोसोम (Lysosome)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका जीव विज्ञान (Cell Biology)।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ कहा जाता है क्योंकि यह कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से अधिकांश ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) का उत्पादन करता है, जो कोशिका के लिए ऊर्जा मुद्रा के रूप में कार्य करता है। केंद्रक कोशिका की आनुवंशिक सामग्री को नियंत्रित करता है, रिक्तिकाएं भंडारण का काम करती हैं, और लाइसोसोम कोशिका के अपशिष्ट को पचाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव रक्त का pH मान लगभग कितना होता है?
- (a) 6.4
- (b) 7.4
- (c) 8.4
- (d) 5.4
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव रसायन (Biochemistry) और शरीर विज्ञान।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय (alkaline) होता है, जिसका pH मान सामान्यतः 7.35 से 7.45 के बीच होता है। औसतन, इसे 7.4 माना जाता है। यह एक संकीर्ण सीमा है जिसे बनाए रखना शरीर के लिए महत्वपूर्ण है ताकि विभिन्न एंजाइम और चयापचय प्रक्रियाएं ठीक से काम कर सकें। 7 से कम pH अम्लीय होता है, और 7 से अधिक pH क्षारीय होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान पौधे कौन सी गैस छोड़ते हैं?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (b) ऑक्सीजन (O₂)
- (c) नाइट्रोजन (N₂)
- (d) मीथेन (CH₄)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन गैस को उप-उत्पाद (by-product) के रूप में छोड़ते हैं। इसका रासायनिक समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में जल का सबसे बड़ा घटक क्या है?
- (a) रक्त
- (b) मांसपेशियाँ
- (c) हड्डियाँ
- (d) मस्तिष्क
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर की संरचना और जल की भूमिका।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में, रक्त में पानी की मात्रा लगभग 83% होती है, जो इसे शरीर का सबसे बड़ा घटक बनाती है जिसमें जल की उच्चतम प्रतिशतता होती है। मांसपेशियाँ लगभग 75% पानी से बनी होती हैं, मस्तिष्क लगभग 75% पानी से बना होता है, और हड्डियाँ लगभग 31% पानी से बनी होती हैं। यद्यपि रक्त का आयतन शरीर के कुल भार का एक छोटा हिस्सा है, इसमें पानी की सांद्रता सबसे अधिक है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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सौरमंडल में सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?
- (a) पृथ्वी
- (b) बृहस्पति (Jupiter)
- (c) शनि (Saturn)
- (d) यूरेनस (Uranus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खगोल विज्ञान (Astronomy)।
व्याख्या (Explanation): बृहस्पति (Jupiter) हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। इसका द्रव्यमान सौरमंडल के अन्य सभी ग्रहों के कुल द्रव्यमान से ढाई गुना अधिक है। यह एक गैस विशाल (gas giant) है, जो मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना है। पृथ्वी, शनि और यूरेनस बृहस्पति से बहुत छोटे हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति (speed of sound) किस माध्यम में सर्वाधिक होती है?
- (a) हवा
- (b) पानी
- (c) स्टील (Steel)
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तरंगें (Waves) और माध्यम का प्रभाव।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के माध्यम से फैलती हैं। ठोस पदार्थों में, कण एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं और एक मजबूत ढांचा बनाते हैं, जिससे ध्वनि ऊर्जा कुशलतापूर्वक स्थानांतरित होती है। इसलिए, ध्वनि की गति ठोसों में सबसे अधिक होती है। स्टील एक ठोस है जिसमें ध्वनि की गति हवा या पानी की तुलना में बहुत अधिक होती है। निर्वात में, ध्वनि का प्रसार नहीं हो सकता क्योंकि ध्वनि को फैलने के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधों द्वारा मिट्टी से अवशोषित किया जाने वाला आवश्यक तत्व कौन सा है?
- (a) सोडियम (Na)
- (b) पोटेशियम (K)
- (c) मैग्नीशियम (Mg)
- (d) कैल्शियम (Ca)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप पोषण (Plant Nutrition)।
व्याख्या (Explanation): मैग्नीशियम क्लोरोफिल अणु का एक केंद्रीय घटक है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है। पौधे इसे मिट्टी से आयन (Mg²⁺) के रूप में अवशोषित करते हैं। सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम भी पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं, लेकिन प्रकाश संश्लेषण में क्लोरोफिल के घटक के रूप में मैग्नीशियम की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कौन सी है?
- (a) ह्यूमरस (Humerus)
- (b) स्टेप्स (Stapes)
- (c) फीमर (Femur)
- (d) टिबिया (Tibia)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली (Human Skeletal System)।
व्याख्या (Explanation): स्टेप्स (stapes) कान के मध्य भाग में पाई जाने वाली तीन सबसे छोटी हड्डियों में से एक है और मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी है। यह ध्वनि के कंपन को आंतरिक कान तक पहुंचाती है। ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, फीमर जांघ की हड्डी है (मानव शरीर की सबसे लंबी हड्डी), और टिबिया पिंडली की हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कौन सा विटामिन घाव भरने (wound healing) में मदद करता है?
- (a) विटामिन ए
- (b) विटामिन बी
- (c) विटामिन सी
- (d) विटामिन डी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव पोषण (Human Nutrition) और विटामिन।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) कोलेजन (collagen) के संश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है, जो घाव भरने की प्रक्रिया में एक आवश्यक प्रोटीन है। यह त्वचा, रक्त वाहिकाओं और संयोजी ऊतकों (connective tissues) के निर्माण और रखरखाव में भी भूमिका निभाता है। विटामिन ए त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए, और विटामिन बी समूह विभिन्न चयापचय कार्यों में शामिल है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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लोहे को जंग लगने (rusting) से बचाने के लिए उसकी सतह पर जिंक (zinc) की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) गल्वनाइजेशन (Galvanization)
- (b) इलेक्ट्रोप्लेटिंग (Electroplating)
- (c) एनोडाइजिंग (Anodizing)
- (d) पॉलिशिंग (Polishing)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रसायन विज्ञान (Chemistry) और संक्षारण (Corrosion) से बचाव।
व्याख्या (Explanation): लोहे को जंग से बचाने के लिए उस पर जिंक की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को गल्वनाइजेशन कहा जाता है। जिंक, लोहे की तुलना में अधिक अभिक्रियाशील (reactive) होने के कारण, पहले खुद ऑक्सीकृत (oxidized) होकर लोहे को संक्षारण से बचाता है। इलेक्ट्रोप्लेटिंग में किसी अन्य धातु की परत चढ़ाई जाती है, एनोडाइजिंग एल्यूमीनियम जैसी धातुओं पर ऑक्साइड की परत चढ़ाने के लिए होती है, और पॉलिशिंग सतह को चिकना बनाने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में रक्तचाप (blood pressure) को नियंत्रित करने वाला मुख्य अंग कौन सा है?
- (a) मस्तिष्क
- (b) फेफड़े
- (c) हृदय
- (d) गुर्दे (Kidneys)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर विज्ञान।
व्याख्या (Explanation): हृदय रक्त पंप करके रक्तचाप बनाए रखता है। जब हृदय सिकुड़ता है, तो रक्त वाहिकाओं में दबाव बढ़ता है (सिस्टोलिक दबाव), और जब हृदय शिथिल होता है, तो दबाव कम होता है (डायस्टोलिक दबाव)। गुर्दे रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायता करते हैं (जैसे रेनिन-एंजियोटेंसिन प्रणाली के माध्यम से), लेकिन हृदय पंप के रूप में मुख्य भूमिका निभाता है। मस्तिष्क और फेफड़े सीधे रक्तचाप को नियंत्रित करने वाले प्राथमिक अंग नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पानी का क्वथनांक (boiling point) किस तापमान पर होता है?
- (a) 0°C
- (b) 50°C
- (c) 100°C
- (d) 212°F
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी (Physics) और ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)।
व्याख्या (Explanation): पानी का क्वथनांक मानक वायुमंडलीय दाब (standard atmospheric pressure) पर 100 डिग्री सेल्सियस (100°C) होता है। इसी तापमान पर, पानी द्रव अवस्था से गैसीय अवस्था (भाप) में परिवर्तित होने लगता है। 0°C हिमांक (freezing point) है। 212°F फारेनहाइट पैमाने पर पानी का क्वथनांक है, जो 100°C के बराबर है, लेकिन प्रश्न सेल्सियस में पूछ रहा है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे लंबी हड्डी कौन सी है?
- (a) ह्यूमरस
- (b) टिबिया
- (c) फीमर
- (d) रेडियस (Radius)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली।
व्याख्या (Explanation): फीमर, जिसे जांघ की हड्डी भी कहा जाता है, मानव शरीर की सबसे लंबी, सबसे बड़ी और सबसे मजबूत हड्डी है। यह कूल्हे से घुटने तक फैली होती है। ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, टिबिया पिंडली की हड्डी है, और रेडियस अग्रबाहु (forearm) की दो हड्डियों में से एक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।