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श्रीनगर में सेना का ‘ऑपरेशन महादेव’: 3 पाकिस्तानी आतंकी ढेर, पहलगाम हमले का सरगना हाशिम मूसा भी शामिल!

श्रीनगर में सेना का ‘ऑपरेशन महादेव’: 3 पाकिस्तानी आतंकी ढेर, पहलगाम हमले का सरगना हाशिम मूसा भी शामिल!

चर्चा में क्यों? (Why in News?):

हाल ही में, भारतीय सेना ने जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया है, जिसे ‘ऑपरेशन महादेव’ का नाम दिया गया है। इस ऑपरेशन में, सेना ने तीन खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया है। विशेष रूप से, यह दावा किया जा रहा है कि मारे गए आतंकवादियों में पहलगाम में हुए क्रूर हमले का मुख्य सरगना हाशिम मूसा भी शामिल है। इस सफलता के साथ ही, सुरक्षा बलों द्वारा इलाके में व्यापक तलाशी अभियान जारी है। यह घटना जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, और इसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।

ऑपरेशन महादेव: एक विस्तृत विश्लेषण (Operation Mahadev: A Detailed Analysis)

यह ऑपरेशन, जिसका नाम ‘महादेव’ रखा गया है, भारतीय सेना की त्वरित प्रतिक्रिया, सटीक योजना और आतंकवाद के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता नीति का प्रतीक है। श्रीनगर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में, जहाँ दुश्मन की घुसपैठ और हमले की संभावना बनी रहती है, सेना की यह कार्रवाई कई मायनों में महत्वपूर्ण है।

  • परिचालन संदर्भ (Operational Context): श्रीनगर, कश्मीर घाटी का हृदय स्थल होने के नाते, आतंकवादियों के लिए एक प्रमुख लक्ष्य रहा है। हाल के वर्षों में, सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र में आतंकवाद के नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई सफल ऑपरेशन किए हैं। ‘ऑपरेशन महादेव’ इसी निरंतर प्रयास का हिस्सा है।
  • आतंकियों की पहचान और उनका महत्व (Identification of Terrorists and their Significance): मारे गए तीन आतंकवादियों में हाशिम मूसा का शामिल होना, इस ऑपरेशन के महत्व को कई गुना बढ़ा देता है। हाशिम मूसा को पहलगाम में हुए एक भीषण आतंकी हमले का मुख्य सरगना माना जाता है, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान गई थी। उसके मारे जाने से न केवल उस विशिष्ट हमले का बदला लिया गया है, बल्कि यह जम्मू-कश्मीर में सक्रिय अन्य आतंकवादी समूहों के लिए भी एक कड़ा संदेश है।
  • भारतीय सेना की भूमिका (Role of the Indian Army): भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर, जम्मू-कश्मीर में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अथक प्रयास कर रही है। ऐसे ऑपरेशन न केवल आतंकवादियों के खात्मे में मदद करते हैं, बल्कि स्थानीय आबादी में सुरक्षा की भावना भी पैदा करते हैं।

पहलगाम हमला: एक दर्दनाक स्मृति (Pahalgam Attack: A Painful Memory)

पहलगाम हमला, जिसकी पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ‘ऑपरेशन महादेव’ चलाया गया, कश्मीर की घाटी के इतिहास में एक काला अध्याय है। इस तरह के हमले, जो अक्सर पर्यटन स्थलों या आम नागरिकों को निशाना बनाते हैं, देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करते हैं।

“आतंकवाद का कोई धर्म या राष्ट्र नहीं होता, यह मानवता का दुश्मन है। सुरक्षा बलों का यह प्रयास न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करता है, बल्कि हमारे नागरिकों के जीवन की सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।”

क्यों महत्वपूर्ण है हाशिम मूसा का मारा जाना? (Why is the Killing of Hashim Musa Significant?)

हाशिम मूसा जैसे आतंकवादी, जो हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं। उसकी मौत से:

  • कमांड और कंट्रोल पर प्रभाव (Impact on Command and Control): यह आतंकवादी संगठनों के कमांड और कंट्रोल ढांचे को कमजोर करता है, जिससे उनकी भविष्य की योजनाओं को बनाना और क्रियान्वित करना मुश्किल हो जाता है।
  • मनोवैज्ञानिक जीत (Psychological Victory): आतंकवादियों के लिए यह एक बड़ा मनोवैज्ञानिक झटका है, क्योंकि उनके प्रमुख व्यक्ति मारे गए हैं।
  • स्थानीय आबादी का मनोबल (Morale of the Local Population): स्थानीय आबादी, जो आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित होती है, इस तरह की सफलताओं से सुरक्षित महसूस करती है।

‘ऑपरेशन महादेव’ के पीछे की रणनीति (Strategy Behind ‘Operation Mahadev’)

इस तरह के सफल ऑपरेशन के पीछे कई जटिल रणनीतियाँ काम करती हैं। भारतीय सेना खुफिया जानकारी इकट्ठा करने, निगरानी, ​​सामरिक योजना और त्वरित प्रतिक्रिया पर बहुत जोर देती है।

  • खुफिया जानकारी का महत्व (Importance of Intelligence): ऑपरेशन की सफलता काफी हद तक सटीक और समय पर खुफिया जानकारी पर निर्भर करती है। इसमें मानव स्रोत, तकनीकी निगरानी और अन्य खुफिया एजेंसियां ​​शामिल हो सकती हैं।
  • समन्वय और सहयोग (Coordination and Cooperation): सेना, पुलिस, और अन्य सुरक्षा बलों के बीच प्रभावी समन्वय इस तरह के ऑपरेशनों की सफलता की कुंजी है।
  • आधुनिक तकनीक का प्रयोग (Use of Modern Technology): निगरानी ड्रोन, उन्नत संचार प्रणाली और सटीक हथियारों का उपयोग ऑपरेशनों को सुरक्षित और प्रभावी बनाता है।

चुनौतियाँ और भविष्य की राह (Challenges and the Way Forward)

जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी भी जारी है। ‘ऑपरेशन महादेव’ एक महत्वपूर्ण जीत है, लेकिन चुनौतियाँ बनी हुई हैं:

  • घुसपैठ (Infiltration): सीमा पार से घुसपैठ को पूरी तरह रोकना एक निरंतर चुनौती है।
  • प्रेरित कट्टरता (Radicalization): स्थानीय युवाओं का कट्टरपंथ की ओर झुकाव एक जटिल सामाजिक-राजनीतिक मुद्दा है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
  • अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव (International Influence): पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को अंतर्राष्ट्रीय समर्थन एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय बना हुआ है।

भविष्य की राह में, भारत को अपनी सुरक्षा रणनीतियों को मजबूत करने, खुफिया तंत्र को और बेहतर बनाने और कट्टरता के मूल कारणों को संबोधित करने की आवश्यकता होगी। साथ ही, स्थानीय आबादी के साथ विश्वास का निर्माण और विकास के अवसरों को बढ़ावा देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

UPSC परीक्षा के लिए प्रासंगिकता (Relevance for UPSC Exam)

यह घटना UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से सामान्य अध्ययन के पेपर III (सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा) और सामान्य अध्ययन के पेपर I (आंतरिक सुरक्षा के तत्व) के संदर्भ में।

  • आंतरिक सुरक्षा (Internal Security): जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद, सीमा प्रबंधन, उग्रवाद और उग्रवाद का मुकाबला करना।
  • राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security): आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति, सुरक्षा बलों की भूमिका, रक्षा आधुनिकीकरण।
  • भू-राजनीति (Geopolitics): भारत-पाकिस्तान संबंध, सीमा पार आतंकवाद, क्षेत्रीय सुरक्षा।
  • सामाजित मुद्दे (Social Issues): कट्टरता, युवाओं का अलगाव, सामाजिक-आर्थिक विकास का सुरक्षा पर प्रभाव।

निष्कर्ष (Conclusion)

‘ऑपरेशन महादेव’ भारतीय सुरक्षा बलों की क्षमता, दृढ़ संकल्प और समर्पण का एक स्पष्ट प्रमाण है। श्रीनगर में तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों, जिनमें पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा भी शामिल था, का मारा जाना आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह सफलता न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करती है, बल्कि उन सभी के लिए एक संदेश भी है जो भारत की अखंडता और संप्रभुता को चुनौती देने का दुस्साहस करते हैं। सुरक्षा बलों के सराहनीय प्रयासों को सलाम, और उम्मीद है कि भविष्य में भी ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे, जिससे देश में शांति और स्थिरता स्थापित हो सके।

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

  1. प्रश्न 1: ‘ऑपरेशन महादेव’ हाल ही में किस क्षेत्र में भारतीय सेना द्वारा संचालित किया गया था?

    (a) पंजाब
    (b) जम्मू और कश्मीर
    (c) राजस्थान
    (d) अरुणाचल प्रदेश

    उत्तर: (b) जम्मू और कश्मीर

    व्याख्या: ‘ऑपरेशन महादेव’ श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा संचालित किया गया था।
  2. प्रश्न 2: ‘ऑपरेशन महादेव’ में मारे गए आतंकवादियों में किस प्रमुख हमले के सरगना के शामिल होने का दावा किया गया है?

    (a) उरी हमला
    (b) पुलवामा हमला
    (c) पहलगाम हमला
    (d) पठानकोट हमला

    उत्तर: (c) पहलगाम हमला

    व्याख्या: मारे गए आतंकवादियों में पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी हाशिम मूसा भी शामिल होने का दावा किया गया है।
  3. प्रश्न 3: जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति का कौन सा पहलू अक्सर राष्ट्रीय सुरक्षा चर्चा का विषय रहता है?

    (a) सीमा पार घुसपैठ को रोकना
    (b) उग्रवाद का मुकाबला करना
    (c) आतंकवाद को वित्तपोषित करने वाले नेटवर्क को ध्वस्त करना
    (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d) उपरोक्त सभी

    व्याख्या: सीमा पार घुसपैठ, स्थानीय उग्रवाद और आतंकवाद को वित्तपोषित करने वाले नेटवर्क का मुकाबला करना, सभी जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति के महत्वपूर्ण पहलू हैं।
  4. प्रश्न 4: निम्नलिखित में से कौन सा मंत्रालय भारत में आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मुद्दों के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है?

    (a) रक्षा मंत्रालय
    (b) गृह मंत्रालय
    (c) विदेश मंत्रालय
    (d) वित्त मंत्रालय

    उत्तर: (b) गृह मंत्रालय

    व्याख्या: गृह मंत्रालय भारत में आंतरिक सुरक्षा, कानून और व्यवस्था तथा आतंकवाद से संबंधित मामलों के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है।
  5. प्रश्न 5: ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे सैन्य अभियानों की सफलता के लिए निम्नलिखित में से कौन सा कारक सबसे महत्वपूर्ण है?

    (a) केवल जमीनी सैनिकों की संख्या
    (b) सटीक और समय पर खुफिया जानकारी
    (c) अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन
    (d) मीडिया कवरेज

    उत्तर: (b) सटीक और समय पर खुफिया जानकारी

    व्याख्या: किसी भी सफल सैन्य अभियान के लिए, विशेष रूप से आतंकवाद विरोधी अभियानों में, सटीक और समय पर खुफिया जानकारी प्राप्त करना सर्वोपरि होता है।
  6. प्रश्न 6: हालिया घटनाओं के संदर्भ में, जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा बलों द्वारा किस प्रकार के आतंकवाद विरोधी दृष्टिकोण पर जोर दिया जा रहा है?

    (a) केवल प्रतिक्रियात्मक उपाय
    (b) सक्रिय और निवारक उपाय
    (c) केवल बाहरी स्रोतों पर निर्भरता
    (d) विदेशी सहायता पर निर्भरता

    उत्तर: (b) सक्रिय और निवारक उपाय

    व्याख्या: सुरक्षा बल अब केवल प्रतिक्रियात्मक नहीं, बल्कि सक्रिय और निवारक उपायों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसमें खुफिया जानकारी और लक्षित अभियान शामिल हैं।
  7. प्रश्न 7: ‘ऑपरेशन महादेव’ में मारा गया हाशिम मूसा किस विशेष घटना से जुड़ा था?

    (a) 2016 उरी हमले
    (b) 2019 पुलवामा हमले
    (c) पहलगाम में हुआ हमला
    (d) मुंबई आतंकी हमला

    उत्तर: (c) पहलगाम में हुआ हमला

    व्याख्या: हाशिम मूसा को पहलगाम में हुए एक महत्वपूर्ण आतंकी हमले का मुख्य सरगना बताया गया है।
  8. प्रश्न 8: भारतीय सेना द्वारा कश्मीर घाटी में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में निम्नलिखित में से कौन सी इकाई महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है?

    (a) भारतीय वायु सेना
    (b) भारतीय नौसेना
    (c) भारतीय थल सेना और स्थानीय पुलिस
    (d) राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC)

    उत्तर: (c) भारतीय थल सेना और स्थानीय पुलिस

    व्याख्या: भारतीय थल सेना, अर्धसैनिक बलों और स्थानीय पुलिस के बीच समन्वय कश्मीर घाटी में सुरक्षा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
  9. प्रश्न 9: जम्मू और कश्मीर में कट्टरता (radicalization) के मुद्दे से निपटने के लिए निम्नलिखित में से किस रणनीति की सलाह दी जाती है?

    (a) केवल सैन्य कार्रवाई
    (b) केवल कठोर कानून
    (c) सामाजिक-आर्थिक विकास और सामुदायिक जुड़ाव
    (d) अलगाव को बढ़ावा देना

    उत्तर: (c) सामाजिक-आर्थिक विकास और सामुदायिक जुड़ाव

    व्याख्या: कट्टरता से निपटने के लिए केवल सुरक्षा उपायों के बजाय सामाजिक-आर्थिक विकास, शिक्षा और सामुदायिक जुड़ाव जैसे बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है।
  10. प्रश्न 10: ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे सफल अभियानों का स्थानीय आबादी पर क्या संभावित प्रभाव पड़ता है?

    (a) भय और असुरक्षा में वृद्धि
    (b) सुरक्षा की भावना में वृद्धि
    (c) सरकारी नीतियों में विश्वास में कमी
    (d) आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति में वृद्धि

    उत्तर: (b) सुरक्षा की भावना में वृद्धि

    व्याख्या: आतंकवादियों के खिलाफ सफल सैन्य कार्रवाई स्थानीय आबादी में सुरक्षा और सरकारी संस्थानों में विश्वास की भावना को बढ़ा सकती है।

मुख्य परीक्षा (Mains)

  1. प्रश्न 1: ‘ऑपरेशन महादेव’ की सफलता को श्रीनगर में हालिया सुरक्षा परिदृश्य के संदर्भ में विश्लेषित कीजिए। पहलगाम जैसे हमलों के इतिहास को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इस प्रकार के सफल अभियानों के महत्व पर प्रकाश डालिए। (लगभग 250 शब्द)
  2. प्रश्न 2: जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारत की वर्तमान रणनीति के प्रमुख तत्वों की चर्चा करें। इसमें खुफिया जानकारी, सैन्य कार्रवाई, स्थानीय आबादी का विश्वास जीतना और कट्टरता को रोकना जैसे पहलू शामिल होने चाहिए। ‘ऑपरेशन महादेव’ इस संदर्भ में कैसे फिट बैठता है? (लगभग 250 शब्द)
  3. प्रश्न 3: सीमा पार आतंकवाद, विशेष रूप से पाकिस्तान स्थित समूहों से उत्पन्न होने वाले खतरों, ने भारत की आंतरिक सुरक्षा को कैसे प्रभावित किया है? ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे अभियानों से इन खतरों से निपटने में क्या चुनौतियां और अवसर उत्पन्न होते हैं? (लगभग 150 शब्द)
  4. प्रश्न 4: भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा श्रीनगर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए उपयोग की जाने वाली परिचालन रणनीतियों और तकनीकों का वर्णन करें। ‘ऑपरेशन महादेव’ के मामले अध्ययन के आधार पर, इन रणनीतियों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करें। (लगभग 150 शब्द)

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