विश्व को खंगालें: आज का भू-ज्ञान महा-चुनौती!
नमस्कार, भू-अभियंताओं! एक नए भू-साहसिक कार्य के लिए तैयार हो जाइए। आज हम अपने ग्रह के अनगिनत रहस्यों, भारत की विविध भू-आकृतियों और भौतिक भूगोल के जटिल तंत्रों में गहराई से उतरेंगे। अपनी तैयारी को परखें और देखें कि आप हमारे ग्रह की भू-ज्ञान की जटिलताओं को कितनी अच्छी तरह समझते हैं!
भूगोल अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सी जलधारा ‘ब्लैक स्ट्रीम’ या ‘जापान करंट’ के नाम से जानी जाती है?
- कुरोशियो जलधारा
- ओयाशियो जलधारा
- कैनरी जलधारा
- लैब्राडोर जलधारा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: कुरोशियो जलधारा (Kuroshio Current) उत्तरी प्रशांत महासागर में एक गर्म जलधारा है, जिसे ‘ब्लैक स्ट्रीम’ या ‘जापान करंट’ के रूप में भी जाना जाता है। यह पश्चिम प्रशांत महासागर के पश्चिमी किनारे पर उत्तर की ओर बहती है।
- संदर्भ और विस्तार: इसकी उष्णता जापान के कोरल रीफ को बनाए रखती है, जो दुनिया की सबसे उत्तरी कोरल रीफ हैं। यह जापानी तट के साथ चलने वाली प्रमुख समुद्री धाराओं में से एक है।
- गलत विकल्प: ओयाशियो जलधारा, कैनरी जलधारा और लैब्राडोर जलधारा सभी ठंडी महासागरीय धाराएँ हैं जो ध्रुवीय क्षेत्रों से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों की ओर ठंडे पानी को लाती हैं।
प्रश्न 2: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कौन सा चैनल अंडमान द्वीप समूह को निकोबार द्वीप समूह से अलग करता है?
- डंकन पैसेज
- कोको चैनल
- दस डिग्री चैनल
- पंबन चैनल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: दस डिग्री चैनल (Ten Degree Channel) अंडमान द्वीप समूह (विशेष रूप से मध्य और लिटिल अंडमान) को निकोबार द्वीप समूह (विशेष रूप से कार निकोबार) से अलग करता है। यह लगभग 10 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह चैनल बंगाल की खाड़ी को अंडमान सागर से जोड़ता है और दोनों द्वीपसमूहों के बीच एक महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग है।
- गलत विकल्प: डंकन पैसेज लिटिल अंडमान और ग्रेट अंडमान (रटलैंड द्वीप) के बीच स्थित है। कोको चैनल म्यांमार के कोको द्वीपों को उत्तरी अंडमान से अलग करता है। पंबन चैनल भारत और श्रीलंका के बीच स्थित है।
प्रश्न 3: ‘काला सागर’ (Black Sea) की सीमा किन देशों से लगती है?
- तुर्की, बुल्गारिया, रोमानिया, यूक्रेन, रूस और जॉर्जिया
- ग्रीस, अल्बानिया, इटली, क्रोएशिया, बोस्निया और हर्जेगोविना
- ईरान, इराक, सीरिया, लेबनान और इज़राइल
- मिस्र, लीबिया, ट्यूनीशिया, अल्जीरिया और मोरक्को
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: काला सागर यूरोप और एशिया के चौराहे पर स्थित एक अंतर्देशीय सागर है। इसकी सीमा उत्तर और पूर्व में यूक्रेन, पूर्व में जॉर्जिया, दक्षिण में तुर्की, पश्चिम में बुल्गारिया और उत्तर-पश्चिम में रोमानिया से लगती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह बोस्फोरस जलडमरूमध्य के माध्यम से मरमरा सागर से, और फिर डार्डानेल्स जलडमरूमध्य के माध्यम से एजियन सागर से जुड़ा हुआ है।
- गलत विकल्प: विकल्प (b) एड्रियाटिक सागर के आसपास के देश हैं, विकल्प (c) फारस की खाड़ी और पूर्वी भूमध्यसागरीय देशों से संबंधित है, और विकल्प (d) उत्तरी अफ्रीकी देश हैं।
प्रश्न 4: प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है?
- गोदावरी
- कृष्णा
- कावेरी
- महानदी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: गोदावरी नदी प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी है। इसे ‘दक्षिण गंगा’ भी कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर से निकलती है और लगभग 1,465 किलोमीटर की दूरी तय करके बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह डेल्टा बनाती है और अपने प्रवाह क्षेत्र के बड़े हिस्से में महत्वपूर्ण जल संसाधन प्रदान करती है।
- गलत विकल्प: कृष्णा (लगभग 1,400 किमी), कावेरी (लगभग 800 किमी) और महानदी (लगभग 860 किमी) प्रायद्वीपीय भारत की अन्य प्रमुख नदियाँ हैं, लेकिन गोदावरी की तुलना में छोटी हैं।
प्रश्न 5: **’पोंग बांध’ (Pong Dam) किस नदी पर बनाया गया है?**
- ब्यास
- सतलज
- रावी
- चिनाब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: पोंग बांध हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ब्यास नदी पर बनाया गया है। यह एक मिट्टी का बांध (earth-fill dam) है।
- संदर्भ और विस्तार: यह बांध मुख्य रूप से सिंचाई और बिजली उत्पादन के लिए बनाया गया है। पोंग झील, जो बांध से बनती है, एक महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि (wetland) है और प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्रय स्थल है।
- गलत विकल्प: सतलज नदी पर भाखड़ा बांध और नांगल बांध स्थित हैं। रावी नदी पर थीन बांध (रंजीत सागर बांध) है। चिनाब नदी पर सलाल, बगलिहार और दुल्हस्ती जैसे बांध हैं।
प्रश्न 6: **ज्वालामुखी विस्फोट से निकलने वाली सर्वाधिक मात्रा वाली गैस कौन सी है?**
- जल वाष्प (Water Vapour)
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- सल्फर डाइऑक्साइड (SO2)
- हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान निकलने वाली गैसों में जल वाष्प (H2O) की मात्रा सर्वाधिक होती है, जो अक्सर 60-90% तक होती है।
- संदर्भ और विस्तार: जल वाष्प के अलावा, कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S), हाइड्रोजन क्लोराइड (HCl) और हाइड्रोजन फ्लोराइड (HF) जैसी गैसें भी निकलती हैं। जल वाष्प वायुमंडल में प्रवेश करके बादल बना सकती है और वर्षा ला सकती है।
- गलत विकल्प: कार्बन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड भी महत्वपूर्ण मात्रा में निकलती हैं, लेकिन जल वाष्प की तुलना में इनकी मात्रा कम होती है। हाइड्रोजन सल्फाइड की मात्रा और भी कम होती है।
प्रश्न 7: **’गोल्डन गेट ब्रिज’ (Golden Gate Bridge) किस शहर में स्थित है?**
- सैन फ्रांसिस्को
- लॉस एंजेलिस
- न्यूयॉर्क
- शिकागो
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: गोल्डन गेट ब्रिज संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में सैन फ्रांसिस्को शहर में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुल सैन फ्रांसिस्को खाड़ी को प्रशांत महासागर से जोड़ने वाले गोल्डन गेट जलडमरूमध्य पर बना है। यह अपनी वास्तुकला और नारंगी-सुनहरे रंग के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
- गलत विकल्प: लॉस एंजेलिस, न्यूयॉर्क और शिकागो संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख शहर हैं, लेकिन गोल्डन गेट ब्रिज इनमें से किसी में भी स्थित नहीं है।
प्रश्न 8: **भारत में ‘पन्ना’ (Emerald) का प्रमुख उत्पादक राज्य कौन सा है?**
- मध्य प्रदेश
- राजस्थान
- झारखंड
- आंध्र प्रदेश
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: भारत में पन्ना (Emerald) का प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश है। यहाँ छतरपुर जिले में ‘पन्ना की खानें’ स्थित हैं, जो अपने उच्च गुणवत्ता वाले पन्ना के लिए प्रसिद्ध हैं।
- संदर्भ और विस्तार: पन्ना एक मूल्यवान रत्न है जो बेरिल (Beryl) खनिज का एक हरा किस्म है। यह भूगर्भीय रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विशेष प्रकार की चट्टानों में पाया जाता है।
- गलत विकल्प: राजस्थान, झारखंड और आंध्र प्रदेश में अन्य खनिज जैसे अभ्रक, कोयला, चूना पत्थर आदि पाए जाते हैं, लेकिन पन्ना उत्पादन में मध्य प्रदेश प्रमुख है।
प्रश्न 9: **’चक्रवात’ (Cyclone) शब्द की उत्पत्ति किस भाषा से हुई है?**
- ग्रीक
- लैटिन
- संस्कृत
- अरबी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: ‘चक्रवात’ (Cyclone) शब्द ग्रीक शब्द ‘kyklos’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘साँप का कुंडल’ या ‘घूमता हुआ’।
- संदर्भ और विस्तार: यह शब्द एक ऐसे वायुमंडलीय परिसंचरण प्रणाली को दर्शाता है जिसमें हवाएं कम दबाव वाले केंद्र के चारों ओर घूमती हैं। विभिन्न क्षेत्रों में इन तूफानों के अलग-अलग नाम हैं, जैसे हरिकेन (Atlantic/NE Pacific) और टाइफून (NW Pacific)।
- गलत विकल्प: लैटिन, संस्कृत और अरबी भाषाओं के अपने विशिष्ट शब्द हैं, लेकिन ‘चक्रवात’ का मूल ग्रीक भाषा में है।
प्रश्न 10: **शिवालिक श्रेणी का निर्माण किस भूगर्भीय काल में हुआ है?**
- नवजीव (Cenozoic) युग के प्लायोसीन (Pliocene) और प्लाइस्टोसीन (Pleistocene) काल
- पूर्व-कैम्ब्रियन (Pre-Cambrian) काल
- मेसोज़ोइक (Mesozoic) युग
- पेलियोजोइक (Paleozoic) युग
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और भूगर्भिक काल: शिवालिक हिमालय की सबसे बाहरी और सबसे युवा श्रेणी है। इसका निर्माण नवजीव (Cenozoic) युग के प्लायोसीन (लगभग 25 मिलियन वर्ष पूर्व) और प्लाइस्टोसीन (लगभग 1.8 मिलियन वर्ष पूर्व) काल के दौरान हुआ है।
- संदर्भ और विस्तार: यह हिमालयी उत्थान के अंतिम चरणों में बनी है और इसमें मुख्यतः अवसादी चट्टानें (sedimentary rocks) पाई जाती हैं, जो नदियों द्वारा लाई गई सामग्री से बनी हैं।
- गलत विकल्प: पूर्व-कैम्ब्रियन काल सबसे प्राचीन काल है, मेसोज़ोइक युग डायनासोर का युग था, और पेलियोजोइक युग में भी पृथ्वी पर महत्वपूर्ण भूगर्भीय परिवर्तन हुए थे, लेकिन शिवालिक का निर्माण इनमें से किसी भी काल में नहीं हुआ।
प्रश्न 11: **’अरावली पर्वतमाला’ का विस्तार भारत के किन राज्यों में है?**
- राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली
- राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश
- गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान
- पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: अरावली पर्वतमाला भारत की सबसे पुरानी वलित पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है। इसका विस्तार मुख्यतः राजस्थान में है, लेकिन यह गुजरात के दक्षिणी भाग से शुरू होकर, राजस्थान से होते हुए हरियाणा और दिल्ली तक फैली हुई है।
- संदर्भ और विस्तार: यह पर्वतमाला भूगर्भीय रूप से महत्वपूर्ण है और भारतीय भूभाग के विकास में इसकी भूमिका रही है। इसका उत्तरी भाग अपेक्षाकृत कम ऊंचाई वाला है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्पों में ऐसे राज्य शामिल हैं जिनसे अरावली का विस्तार नहीं होता है, जैसे महाराष्ट्र, पंजाब (अधिकांशतः), उत्तर प्रदेश (अधिकतर) और मध्य प्रदेश (केवल दक्षिणी भाग)।
प्रश्न 12: **’विश्व का सबसे ऊंचा पठार’ कौन सा है?**
- पामीर का पठार (Pamir Plateau)
- तिब्बत का पठार (Tibetan Plateau)
- बोलीविया का पठार (Bolivian Plateau)
- सहारा का पठार (Sahara Plateau)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: पामीर का पठार, जिसे ‘दुनिया की छत’ भी कहा जाता है, विश्व का सबसे ऊंचा पठार माना जाता है। यह मध्य एशिया में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: पामीर का पठार कई पर्वत श्रृंखलाओं (जैसे पामीर पर्वत, काराकोरम, कुनलुन, हिंदू कुश, तियान शान) का मिलन बिंदु है। इसकी औसत ऊंचाई लगभग 4,500 मीटर (14,800 फीट) है।
- गलत विकल्प: तिब्बत का पठार भी बहुत ऊंचा है (औसत ऊंचाई 4,500 मीटर से थोड़ा कम) और आकार में बहुत बड़ा है, लेकिन पामीर पठार को सामान्यतः सबसे ऊंचा माना जाता है। बोलीविया का पठार (अल्टिप्लानो) और सहारा का पठार भी महत्वपूर्ण पठार हैं, लेकिन ऊंचाई में कम हैं।
प्रश्न 13: **’गंगा नदी प्रणाली’ में भागीरथी और अलकनंदा का संगम किस स्थान पर होता है?**
- देवप्रयाग
- रुद्रप्रयाग
- कर्णप्रयाग
- विष्णुप्रयाग
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: देवप्रयाग वह स्थान है जहाँ भागीरथी नदी और अलकनंदा नदी का संगम होता है, जिसके बाद संयुक्त धारा ‘गंगा’ नदी के नाम से जानी जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह उत्तराखंड राज्य में एक पवित्र तीर्थ स्थल है। अलकनंदा नदी अन्य सहायक नदियों जैसे धौलीगंगा, नंदाकिनी, पिंडर और मंदाकिनी से मिलकर बनती है, जिनका संगम क्रमशः विष्णुप्रयाग, कर्णप्रयाग और रुद्रप्रयाग में होता है।
- गलत विकल्प: रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी का संगम होता है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा और पिंडर का संगम होता है। विष्णुप्रयाग में अलकनंदा और धौलीगंगा का संगम होता है।
प्रश्न 14: **’भूकंपीय तरंगों’ (Seismic Waves) में से कौन सी तरंग पृथ्वी के आंतरिक भाग से होकर गुजर सकती है?**
- केवल P-तरंगें (Primary waves)
- केवल S-तरंगें (Secondary waves)
- P-तरंगें और S-तरंगें दोनों
- सभी प्रकार की तरंगें (P, S, और सतह तरंगें)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: भूकंपीय तरंगों में, केवल P-तरंगें (Primary or compressional waves) ही पृथ्वी के ठोस, तरल और गैसीय कोर से होकर गुजर सकती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: P-तरंगें ध्वनि तरंगों की तरह होती हैं और माध्यम के समानांतर संपीड़न और विसंपीड़न (compression and rarefaction) के रूप में यात्रा करती हैं। S-तरंगें (Secondary or shear waves) केवल ठोस माध्यम से गुजर सकती हैं क्योंकि वे माध्यम को उसकी गति की दिशा के लंबवत स्थानांतरित करती हैं। सतह तरंगें (Love and Rayleigh waves) पृथ्वी की सतह के पास ही सीमित रहती हैं।
- गलत विकल्प: S-तरंगें पृथ्वी के बाहरी कोर (जो तरल है) से नहीं गुजर सकतीं। सभी तरंगें पृथ्वी के आंतरिक भाग से नहीं गुजरतीं, खासकर सतह तरंगें।
प्रश्न 15: **’अमेज़ॅन वर्षावन’ (Amazon Rainforest) मुख्य रूप से किस देश में स्थित है?**
- ब्राजील
- कोलंबिया
- पेरू
- वेनेजुएला
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: अमेज़ॅन वर्षावन दक्षिण अमेरिका में स्थित एक विशाल उष्णकटिबंधीय वर्षावन है। यह नौ देशों में फैला हुआ है, लेकिन इसका सबसे बड़ा हिस्सा (लगभग 60%) ब्राजील में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह दुनिया का सबसे बड़ा वर्षावन है और जैव विविधता का एक प्रमुख केंद्र है। अमेज़ॅन नदी इसी वर्षावन से होकर बहती है।
- गलत विकल्प: कोलंबिया, पेरू और वेनेजुएला में भी अमेज़ॅन वर्षावन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन ब्राजील सबसे बड़ा क्षेत्र रखता है।
प्रश्न 16: **’ग्रेट बैरियर रीफ’ (Great Barrier Reef) कहाँ स्थित है?**
- ऑस्ट्रेलिया
- मेक्सिको
- फिलीपींस
- भारत
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: ग्रेट बैरियर रीफ विश्व की सबसे बड़ी कोरल रीफ प्रणाली है और यह ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के तट पर कोरल सागर में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह लगभग 2,300 किलोमीटर से अधिक लंबी है और इसमें 900 से अधिक द्वीप शामिल हैं। यह प्रवाल (corals) और अन्य समुद्री जीवों की अनगिनत प्रजातियों का घर है और इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
- गलत विकल्प: मेक्सिको, फिलीपींस और भारत में भी कुछ कोरल रीफ पाई जाती हैं, लेकिन ग्रेट बैरियर रीफ का संबंध ऑस्ट्रेलिया से है।
प्रश्न 17: **’मोनोक्लाइन’ (Monocline) एक भूगर्भीय संरचना है जिसमें चट्टानें:**
- एक दिशा में झुकी होती हैं।
- दोनों दिशाओं में समान रूप से झुकी होती हैं।
- समरूपता (anticline) और अभिनति (syncline) दोनों दर्शाती हैं।
- सपाट (horizontal) होती हैं।
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: मोनोक्लाइन एक ऐसी भूगर्भीय संरचना है जहाँ समतल चट्टानों की परतें एक ही दिशा में झुकी होती हैं, जबकि बाकी सभी परतें क्षैतिज (horizontal) रहती हैं। यह एकतरफा ढलान (unilateral slope) की तरह दिखती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह आमतौर पर प्लेट टेक्टोनिक्स के कारण होता है जहाँ किसी क्षेत्र का एक हिस्सा ऊपर उठता है, जिससे चट्टानों में एकतरफा झुकाव आ जाता है।
- गलत विकल्प: समरूपता (anticline) और अभिनति (syncline) में चट्टानें ऊपर की ओर या नीचे की ओर मुड़ी होती हैं, जो दोनों दिशाओं में झुकाव दर्शाती हैं। सपाट चट्टानें क्षैतिज (horizontal) कहलाती हैं, न कि झुकी हुई।
प्रश्न 18: **’मकर रेखा’ (Tropic of Capricorn) निम्नलिखित में से किस देश से होकर नहीं गुजरती है?**
- ब्राजील
- ऑस्ट्रेलिया
- चिली
- पेरू
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: मकर रेखा (23.5 डिग्री दक्षिणी अक्षांश) दक्षिण अमेरिका में ब्राजील, अर्जेंटीना, पैराग्वे, चिली और उरुग्वे जैसे देशों से होकर गुजरती है। यह अफ्रीका में मेडागास्कर, मोजाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नामीबिया जैसे देशों से भी गुजरती है, और ऑस्ट्रेलिया से होकर भी गुजरती है।
- संदर्भ और विस्तार: पेरू, इक्वाडोर और कोलंबिया जैसे देश भूमध्य रेखा के करीब स्थित हैं और मकर रेखा से होकर नहीं गुजरते।
- गलत विकल्प: ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया और चिली तीनों देश मकर रेखा पर स्थित हैं।
प्रश्न 19: **’गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा’ (Ganga-Brahmaputra Delta) दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है। यह किन देशों में विस्तृत है?**
- भारत और बांग्लादेश
- भारत और नेपाल
- बांग्लादेश और म्यांमार
- भारत और भूटान
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा, जिसे सुंदरबन डेल्टा भी कहा जाता है, दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है। यह मुख्यतः बांग्लादेश और भारत (पश्चिम बंगाल) के बीच विस्तृत है।
- संदर्भ और विस्तार: यह डेल्टा गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियों के अवसादों (sediments) के जमाव से निर्मित हुआ है। यह अपने मैंग्रोव वनों (सुंदरबन) और रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है।
- गलत विकल्प: नेपाल और भूटान स्थलरुद्ध देश हैं और इस डेल्टा क्षेत्र का हिस्सा नहीं हैं। म्यांमार का कुछ हिस्सा ब्रह्मपुत्र के ऊपरी प्रवाह से जुड़ा हो सकता है, लेकिन मुख्य डेल्टा क्षेत्र भारत और बांग्लादेश में है।
प्रश्न 20: **’रॉक साल्ट’ (Rock Salt) या ‘हैलाइट’ (Halite) का निर्माण किस प्रकार की चट्टानों में होता है?**
- अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rocks)
- आग्नेय चट्टानें (Igneous Rocks)
- कायांतरित चट्टानें (Metamorphic Rocks)
- इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: रॉक साल्ट (सोडियम क्लोराइड – NaCl) का निर्माण अवसादी चट्टानों के रूप में होता है, विशेष रूप से ‘वाष्पीकृत’ (evaporite) चट्टानों के अंतर्गत।
- संदर्भ और विस्तार: यह तब बनता है जब खारे पानी के निकाय (जैसे झीलें या समुद्री खाड़ियाँ) वाष्पित हो जाते हैं, जिससे लवण क्रिस्टलीकृत होकर जमा हो जाते हैं। पृथ्वी पर वाष्पीकृत चट्टानों के बड़े भंडार पाए जाते हैं।
- गलत विकल्प: आग्नेय चट्टानें मैग्मा या लावा के जमने से बनती हैं। कायांतरित चट्टानें मौजूदा चट्टानों के ताप और दबाव से रूपांतरित होने पर बनती हैं। रॉक साल्ट इन दोनों प्रक्रियाओं से नहीं बनता।
प्रश्न 21: **’पश्चिम तटीय मैदान’ (Western Coastal Plains) की सबसे विशिष्ट विशेषता क्या है?**
- लघु हिमनदियाँ (small glaciers)
- दलदली भूमि (backwaters/lagoons)
- विशाल पठार (large plateaus)
- घने वन (dense forests)
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: भारत के पश्चिम तटीय मैदान, विशेषकर केरल तट पर, ‘बैकवाटर्स’ या ‘लग्गून्स’ (लैगून) जैसी दलदली भूमि की उपस्थिति के लिए जाने जाते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: ये लैगून समुद्र के समानांतर स्थित होते हैं और अक्सर ताजे व खारे पानी के मिश्रण से भरे होते हैं। इनका प्रयोग नौकायन, मत्स्य पालन और पर्यटन के लिए होता है।
- गलत विकल्प: भारत के पश्चिम तटीय मैदानों में हिमनदियाँ नहीं पाई जातीं। विशाल पठार पूर्वी घाट के पीछे या दक्कन के पठार पर मिलते हैं। यद्यपि यहाँ वन हैं, लेकिन सबसे विशिष्ट विशेषता लैगून हैं।
प्रश्न 22: **’भूमध्यसागरीय जलवायु’ (Mediterranean Climate) की सबसे प्रमुख विशेषता क्या है?**
- गर्म, शुष्क ग्रीष्मकाल और ठंडी, आर्द्र शीतकाल
- ठंडा, शुष्क ग्रीष्मकाल और गर्म, आर्द्र शीतकाल
- गर्म, आर्द्र ग्रीष्मकाल और ठंडी, शुष्क शीतकाल
- ठंडा, आर्द्र ग्रीष्मकाल और गर्म, शुष्क शीतकाल
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: भूमध्यसागरीय जलवायु की मुख्य विशेषता इसके ऋतुओं के विपरीत होने वाले वर्षा पैटर्न हैं: गर्म, शुष्क ग्रीष्मकाल और ठंडी, आर्द्र शीतकाल।
- संदर्भ और विस्तार: यह जलवायु भूमध्य सागर के तट के आसपास, कैलिफोर्निया, चिली, दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है। यह जैतून, अंगूर और खट्टे फलों जैसे कृषि के लिए आदर्श है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प जलवायु के सामान्य पैटर्न से भिन्न हैं। उदाहरण के लिए, मानसूनी जलवायु में ग्रीष्मकाल आर्द्र होता है।
प्रश्न 23: **’लक्षद्वीप समूह’ के द्वीपों की उत्पत्ति किस प्रकार हुई है?**
- प्रवाल (Coral) निक्षेपों से
- ज्वालामुखी विस्फोटों से
- टेक्टोनिक उत्थान से
- अवसादी जमाव से
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: लक्षद्वीप समूह, अरब सागर में स्थित एक भारतीय द्वीपसमूह है, जो मुख्य रूप से प्रवाल (Coral) निक्षेपों से निर्मित हुआ है।
- संदर्भ और विस्तार: यह द्वीपसमूह उन द्वीपों का एक समूह है जो समुद्री जीव प्रवाल के कंकाल (skeletons) से बने हैं। इनमें से कुछ द्वीप एटोल (atoll) प्रकार के हैं, जो प्रवाल भित्तियों (coral reefs) से घिरे हैं।
- गलत विकल्प: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह टेक्टोनिक गतिविधियों के कारण बने हैं, जबकि लक्षद्वीप का निर्माण प्रवाल जीवन से हुआ है। ज्वालामुखी और अवसादी जमाव लक्षद्वीप के निर्माण का मुख्य कारण नहीं हैं।
प्रश्न 24: **’कजाकिस्तान’ (Kazakhstan) की राजधानी क्या है?**
- अस्ताना (Nur-Sultan)
- ताशकंद
- बिश्केक
- अल्माटी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और स्थान: कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना है, जिसे हाल ही में फिर से नूर-सुल्तान नाम दिया गया था, लेकिन अब यह वापस अस्ताना हो गया है।
- संदर्भ और विस्तार: कजाकिस्तान मध्य एशिया में स्थित एक विशाल स्थलरुद्ध देश है। अस्ताना एक नियोजित शहर है जिसे देश के उत्तरी मध्य भाग में विकसित किया गया है।
- गलत विकल्प: ताशकंद उज़्बेकिस्तान की राजधानी है, बिश्केक किर्गिस्तान की राजधानी है, और अल्माटी कजाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर और पूर्व राजधानी रह चुका है।
प्रश्न 25: **’भूमध्य रेखा’ (Equator) पर सूर्य की किरणें वर्ष भर _________ रहती हैं।**
- लंबवत (Vertical)
- तिरछी (Inclined)
- कभी-कभी लंबवत, कभी-कभी तिरछी
- बहुत तिरछी (Highly inclined)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता और अवधारणा: भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें वर्ष भर मोटे तौर पर लंबवत (90 डिग्री पर) गिरती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: इसका अर्थ है कि भूमध्यरेखीय क्षेत्र में सूर्योदय और सूर्यास्त का समय अपेक्षाकृत स्थिर रहता है और दिन-रात की अवधि लगभग 12-12 घंटे की होती है। यही कारण है कि भूमध्यरेखीय क्षेत्रों में तापमान अधिक होता है और यहाँ सीधी धूप प्राप्त होती है।
- गलत विकल्प: जैसे-जैसे हम भूमध्य रेखा से दूर ध्रुवों की ओर बढ़ते हैं, सूर्य की किरणें अधिक तिरछी होती जाती हैं, जिससे तापमान कम होता जाता है और दिन-रात की अवधि में मौसमी बदलाव आता है।