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विदेशों में भारतीय सुरक्षित हैं? मेलबर्न की घटना ने उठाई गंभीर चिंताएँ

विदेशों में भारतीय सुरक्षित हैं? मेलबर्न की घटना ने उठाई गंभीर चिंताएँ

चर्चा में क्यों? (Why in News?):

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। भारतीय मूल के एक व्यक्ति पर एक गिरोह ने क्रूरता से हमला किया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हमले में उसके हाथ की हालत इतनी नाजुक बताई जा रही है कि वह ‘धागे से लटका हुआ’ है। यह घटना न केवल व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह विदेशों में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा और प्रवासी समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों पर एक बार फिर प्रकाश डालती है। यह हमला उन व्यापक सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों को भी जन्म देता है जिन पर UPSC उम्मीदवारों को विचार करना चाहिए।

घटना का विवरण और तत्काल प्रभाव (Details of the Incident and Immediate Impact):

घटना मेलबर्न के एक व्यस्त इलाके में हुई, जहाँ कुछ लोगों के समूह ने भारतीय मूल के व्यक्ति पर अचानक हमला कर दिया। हमलावरों ने machete (एक प्रकार की बड़ी, भारी तलवार जैसी छुरी) जैसे धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया, जिससे पीड़ित को गंभीर चोटें आईं। विशेष रूप से, उसके हाथ की स्थिति इतनी चिंताजनक है कि डॉक्टरों को उसे बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की तलाश जारी है।

इस घटना का तत्काल प्रभाव पीड़ित के परिवार और दोस्तों के लिए विनाशकारी है। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह घटना मेलबर्न और अन्य जगहों पर भारतीय समुदाय में भय और असुरक्षा की भावना पैदा करती है। यह सवाल उठाता है कि क्या वे अपने नए घर में सुरक्षित हैं?

घटना के निहितार्थ: एक बहुआयामी विश्लेषण (Implications of the Incident: A Multidimensional Analysis):

यह अकेली घटना एक व्यापक समस्या का प्रतीक है। UPSC परीक्षा के दृष्टिकोण से, हमें इसे सिर्फ एक आपराधिक कृत्य के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि इसके पीछे के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय आयामों को समझना चाहिए।

1. प्रवासी समुदायों की सुरक्षा (Safety of Diaspora Communities):

दुनिया भर में भारतीय मूल के लोग एक महत्वपूर्ण प्रवासी समुदाय का गठन करते हैं। वे अपनी मेहनत, कौशल और उद्यमिता के लिए जाने जाते हैं। हालाँकि, कई देशों में, वे अप्रत्याशित रूप से नस्लीय पूर्वाग्रह, घृणा अपराधों या सामान्य अपराधों का शिकार हो सकते हैं।

  • नस्लीय पूर्वाग्रह और घृणा अपराध (Racial Bias and Hate Crimes): हालांकि इस विशिष्ट मामले में हमलावरों का मकसद स्पष्ट नहीं है, लेकिन कई बार प्रवासी समुदायों को उनकी जातीयता या राष्ट्रीयता के कारण निशाना बनाया जाता है। यह एक गंभीर चिंता का विषय है और इसे समझना आवश्यक है।
  • सामुदायिक एकीकरण (Community Integration): क्या प्रवासी समुदाय पूरी तरह से स्थानीय समाज में एकीकृत हो पाते हैं? एकीकरण की कमी या सामाजिक अलगाव कभी-कभी तनाव और संघर्ष का कारण बन सकता है।
  • कानून प्रवर्तन की भूमिका (Role of Law Enforcement): क्या स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​प्रवासी समुदायों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय कर रही हैं? क्या वे घृणा अपराधों को गंभीरता से लेते हैं?

2. ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय (Indian Community in Australia):

ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय सबसे बड़े और तेजी से बढ़ते प्रवासी समूहों में से एक है। वे शिक्षा, व्यापार, खेल और संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

  • सकारात्मक योगदान (Positive Contributions): ऑस्ट्रेलियाई अर्थव्यवस्था और समाज में भारतीयों का योगदान सराहनीय है। वे अपनी शिक्षा, कड़ी मेहनत और सांस्कृतिक विविधता के साथ देश को समृद्ध करते हैं।
  • चुनौतियाँ (Challenges): पिछले कुछ वर्षों में, ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों और पेशेवरों पर लक्षित कुछ हमले और घटनाएं हुई हैं। ये घटनाएं प्रवासी समुदायों के लिए चिंता का कारण बनी हैं।

3. वैश्विक कूटनीति और कांसुलर सहायता (Global Diplomacy and Consular Assistance):

जब विदेशों में किसी नागरिक को कोई समस्या होती है, तो देश की विदेश मंत्रालय और दूतावासों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है।

  • भारत सरकार की प्रतिक्रिया (Response of the Indian Government): ऐसी घटनाओं में, भारत सरकार का कर्तव्य है कि वह पीड़ित को कांसुलर सहायता प्रदान करे, स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय करे और यह सुनिश्चित करे कि न्याय मिले।
  • द्विपक्षीय संबंध (Bilateral Relations): इस तरह की घटनाएं मेजबान देश के साथ द्विपक्षीय संबंधों को भी प्रभावित कर सकती हैं। भारत अपनी चिंताओं को राजनयिक माध्यमों से व्यक्त कर सकता है।

UPSC के लिए प्रासंगिक विषय (Relevant Topics for UPSC):

यह घटना विभिन्न UPSC परीक्षाओं (जैसे कि प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण) के लिए कई महत्वपूर्ण विषयों को छूती है:

GS-I: सामाजिक मुद्दे (Social Issues)

  • भारतीय प्रवासियों की समस्याएं और सुरक्षा।
  • नस्लीय भेदभाव और घृणा अपराध।
  • शहरी अपराध और सार्वजनिक सुरक्षा।
  • सांस्कृतिक एकीकरण की चुनौतियाँ।

GS-II: अंतर्राष्ट्रीय संबंध (International Relations)

  • विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा।
  • द्विपक्षीय कूटनीति और कांसुलर मामले।
  • प्रवासी मुद्दे और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग।
  • भारत का सॉफ्ट पावर और प्रवासी समुदाय।

GS-III: आंतरिक सुरक्षा (Internal Security)

  • अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार अपराध (हालांकि यह सीधे सीमा पार नहीं है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जुड़ा है)।
  • साइबर अपराध और पारंपरिक अपराधों के बीच संबंध (यह मामला प्रत्यक्ष रूप से संबंधित नहीं है, लेकिन सुरक्षा के व्यापक मुद्दे के तहत आता है)।
  • सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका और क्षमता।

GS-IV: नैतिकता (Ethics)

  • सामाजिक न्याय और समानता।
  • सार्वजनिक सेवा में संवेदनशीलता और जवाबदेही।
  • मानवाधिकारों की सुरक्षा।

क्यों महत्वपूर्ण है यह घटना? (Why is this Incident Important?):

यह घटना केवल एक आपराधिक रिपोर्ट नहीं है। यह उन व्यापक सवालों को उठाती है जो UPSC उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण हैं:

  1. सुरक्षा के बदलते परिदृश्य: क्या अपराध का तरीका बदल रहा है? machete जैसे हथियारों का इस्तेमाल हिंसक प्रवृत्ति को दर्शाता है।
  2. समुदाय की प्रतिक्रिया: पीड़ित का समुदाय कैसे प्रतिक्रिया करता है? क्या वे एकजुट होकर समर्थन जुटाते हैं?
  3. मीडिया की भूमिका: मीडिया इस तरह की घटनाओं को कैसे कवर करता है? क्या यह सनसनीखेज है या यह समस्या की तह तक जाता है?
  4. सुरक्षा जाल: क्या विदेशों में कमजोर प्रवासी समुदायों के लिए पर्याप्त सुरक्षा जाल मौजूद हैं?

समाधान की राह (Pathways to Solutions):

इस तरह की घटनाओं को रोकने और प्रवासी समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है:

1. मजबूत कानून प्रवर्तन और न्याय (Strong Law Enforcement and Justice):

  • मेजबान देशों की पुलिस और न्यायपालिका को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे अपराधों को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को दंडित किया जाए।
  • घृणा अपराधों से निपटने के लिए विशेष कानूनों और नीतियों को लागू किया जाना चाहिए।

2. सामुदायिक सशक्तिकरण और जागरूकता (Community Empowerment and Awareness):

  • प्रवासी समुदायों को अपने अधिकारों और उपलब्ध सहायता प्रणालियों के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए।
  • सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जानी चाहिए।

3. भारत सरकार की सक्रिय भागीदारी (Proactive Involvement of the Indian Government):

  • विदेशों में भारतीय मिशनों को प्रवासी समुदायों के साथ मिलकर काम करना चाहिए और किसी भी समस्या के उत्पन्न होने पर तत्काल सहायता प्रदान करनी चाहिए।
  • सरकार को विदेशी सरकारों के साथ मिलकर प्रवासी सुरक्षा पर नियमित संवाद बनाए रखना चाहिए।

4. सामाजिक एकीकरण को बढ़ावा देना (Promoting Social Integration):

  • मेजबान देशों को सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहिष्णुता को बढ़ावा देना चाहिए ताकि प्रवासी समुदायों को अलग-थलग महसूस न हो।
  • शिक्षा प्रणालियों को विविध और समावेशी बनाया जाना चाहिए।

5. मीडिया की जिम्मेदारी (Responsibility of the Media):

  • मीडिया को घटनाओं को जिम्मेदारी से कवर करना चाहिए, जिससे भय या गलत सूचना न फैले।
  • उन्हें प्रवासी समुदायों के सकारात्मक योगदानों को भी उजागर करना चाहिए।

आगे की राह (The Way Forward):

मेलबर्न की यह भयावह घटना एक रिमाइंडर है कि वैश्वीकरण के इस युग में, हम एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं। भारतीयों को विदेशों में सुरक्षित महसूस करने का अधिकार है, और यह सुनिश्चित करना भारत सरकार, मेजबान देशों और स्वयं प्रवासी समुदायों की सामूहिक जिम्मेदारी है। UPSC उम्मीदवारों को इस तरह की घटनाओं को न केवल समाचारों के रूप में देखना चाहिए, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के व्यापक ढांचे के भीतर विश्लेषण करने का प्रयास करना चाहिए। यह घटना भारत की विदेश नीति, प्रवासी मुद्दों और आंतरिक सुरक्षा के बीच जटिल अंतर्संबंधों को समझने का एक अवसर प्रदान करती है।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि “सभी” निवासी समान नहीं हैं, और एक घटना पूरी आबादी का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। ऑस्ट्रेलिया में अधिकांश लोग शांतिपूर्ण और सहिष्णु हैं। हालांकि, ऐसी हिंसक घटनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और इनकी जड़ों का पता लगाना आवश्यक है।

“प्रवासी समुदाय किसी भी देश की अर्थव्यवस्था और संस्कृति के ताने-बाने का एक अभिन्न अंग होते हैं। उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना एक सभ्य समाज का प्राथमिक कर्तव्य है।”

इस प्रकार, मेलबर्न की यह घटना हमें व्यक्तिगत सुरक्षा, सामुदायिक सद्भाव और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व की याद दिलाती है।

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. मेलबर्न की हालिया घटना के संदर्भ में, ‘घृणा अपराध’ (Hate Crime) से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

I. घृणा अपराध तब होता है जब अपराध का मकसद पीड़ित की जाति, धर्म, यौन अभिविन्यास आदि के प्रति पूर्वाग्रह से प्रेरित होता है।

II. ऑस्ट्रेलिया में घृणा अपराधों से निपटने के लिए विशिष्ट कानून हैं।

III. प्रारंभिक परीक्षा में घृणा अपराधों पर सीधे प्रश्न पूछे जाने की संभावना कम है, लेकिन इससे जुड़े सामाजिक मुद्दे महत्वपूर्ण हैं।

सही कथन चुनें:

a) I और II केवल

b) I और III केवल

c) II और III केवल

d) I, II और III

उत्तर: a) I और II केवल

व्याख्या: घृणा अपराध का संबंध पीड़ित की पहचान से जुड़े पूर्वाग्रह से होता है। ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में ऐसे अपराधों से निपटने के लिए कानून हैं। कथन III मुख्य परीक्षा और वैकल्पिक विषयों के लिए प्रासंगिक है, प्रारंभिक परीक्षा के लिए नहीं।

2. विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों के अधिकारों और सुरक्षा की रक्षा के लिए, भारत सरकार की कौन सी संस्थाएँ मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं?

a) भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास

b) विदेश मंत्रालय

c) दोनों (a) और (b)

d) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

उत्तर: c) दोनों (a) और (b)

व्याख्या: विदेश मंत्रालय (MEA) भारतीय विदेश नीति का संचालन करता है, और विदेशों में भारतीय मिशन (दूतावास और वाणिज्य दूतावास) सीधे तौर पर वहां रहने वाले नागरिकों को कांसुलर सहायता और सुरक्षा प्रदान करते हैं।

3. ‘सॉफ्ट पावर’ (Soft Power) की अवधारणा से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

I. सॉफ्ट पावर का अर्थ किसी देश की आर्थिक और सैन्य शक्ति से है।

II. सांस्कृतिक आकर्षण, राजनीतिक मूल्य और विदेश नीति सॉफ्ट पावर के प्रमुख घटक हो सकते हैं।

III. विदेशों में भारतीय समुदाय का योगदान भारत की सॉफ्ट पावर को बढ़ा सकता है।

सही कथन चुनें:

a) I और II केवल

b) II और III केवल

c) I और III केवल

d) I, II और III

उत्तर: b) II और III केवल

व्याख्या: सॉफ्ट पावर को जोसेफ नाई ने परिभाषित किया था, जिसमें आकर्षण और अनुनय शामिल है, न कि जबरदस्ती। सांस्कृतिक आकर्षण, मूल्य और विदेश नीति इसके मुख्य तत्व हैं। प्रवासी भारतीय समुदाय अक्सर सांस्कृतिक राजदूत के रूप में कार्य करते हैं।

4. ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?

a) यह ऑस्ट्रेलिया में सबसे छोटा प्रवासी समूह है।

b) यह ऑस्ट्रेलिया में तेजी से बढ़ते और महत्वपूर्ण प्रवासी समूहों में से एक है।

c) भारतीय समुदाय मुख्य रूप से केवल ऑस्ट्रेलियाई ग्रामीण क्षेत्रों में केंद्रित है।

d) भारतीय अप्रवासियों को कभी भी किसी प्रकार के भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा है।

उत्तर: b) यह ऑस्ट्रेलिया में तेजी से बढ़ते और महत्वपूर्ण प्रवासी समूहों में से एक है।

व्याख्या: भारतीय समुदाय ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़े और सबसे तेजी से बढ़ते प्रवासी समुदायों में से एक है, जो शिक्षा, व्यवसाय और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

5. वैश्विक प्रवास (Global Migration) के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन सी एक प्रमुख चुनौती है?

a) प्रवासियों का मेजबान देशों की अर्थव्यवस्थाओं में कम योगदान।

b) प्रवासियों के प्रति सामाजिक पूर्वाग्रह और भेदभाव।

c) प्रवासियों का अपनी सांस्कृतिक पहचान को पूरी तरह से छोड़ देना।

d) प्रवासियों के लिए मेजबान देशों में अवसरों की अधिकता।

उत्तर: b) प्रवासियों के प्रति सामाजिक पूर्वाग्रह और भेदभाव।

व्याख्या: जबकि प्रवासियों का योगदान महत्वपूर्ण होता है, वे अक्सर सामाजिक पूर्वाग्रह, भेदभाव और अलगाव जैसी चुनौतियों का सामना करते हैं, जो मेलबर्न की घटना के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है।

6. ‘आंतरिक सुरक्षा’ (Internal Security) के विषय के तहत, निम्नलिखित में से कौन सा विषय मेलबर्न की घटना से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हो सकता है?

a) सीमा प्रबंधन

b) साइबर सुरक्षा

c) उग्रवाद का मुकाबला

d) संगठित अपराध और सार्वजनिक सुरक्षा

उत्तर: d) संगठित अपराध और सार्वजनिक सुरक्षा

व्याख्या: यद्यपि घटना ऑस्ट्रेलिया में हुई, यह संगठित अपराध (गैंग द्वारा हमला) और सार्वजनिक सुरक्षा के व्यापक मुद्दों से संबंधित है, जो आंतरिक सुरक्षा के तहत अध्ययन किए जाते हैं, खासकर जब ऐसे अपराधों के पैटर्न अंतरराष्ट्रीय संदर्भों में भी देखे जाते हैं।

7. मेलबर्न की घटना के संबंध में, भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली ‘कांसुलर सहायता’ (Consular Assistance) में शामिल हो सकता है:

I. पीड़ित के लिए चिकित्सा देखभाल की व्यवस्था में मदद करना।

II. स्थानीय अधिकारियों से संपर्क स्थापित करना और न्याय प्रक्रिया में सहायता करना।

III. पीड़ित के परिवार को वित्तीय सहायता सीधे प्रदान करना।

सही कथन चुनें:

a) I और II केवल

b) II और III केवल

c) I और III केवल

d) I, II और III

उत्तर: a) I और II केवल

व्याख्या: कांसुलर सहायता में आम तौर पर चिकित्सा, कानूनी सहायता, स्थानीय अधिकारियों से संपर्क और आपातकालीन स्थिति में परिवार से संपर्क स्थापित करना शामिल होता है। सीधे तौर पर बड़ी वित्तीय सहायता प्रदान करना हमेशा कांसुलर सहायता का हिस्सा नहीं होता है, यह सरकार की नीति पर निर्भर करता है।

8. किसी राष्ट्र के ‘सामाजिक ताने-बाने’ (Social Fabric) को मजबूत करने के लिए निम्नलिखित में से कौन सा महत्वपूर्ण है?

a) धार्मिक और जातीय समूहों के बीच अलगाव को बढ़ावा देना।

b) समाज के सभी वर्गों के बीच समावेशिता और सहिष्णुता को बढ़ावा देना।

c) केवल एक विशेष सांस्कृतिक समूह को विशेषाधिकार देना।

d) आर्थिक असमानता को बढ़ाना।

उत्तर: b) समाज के सभी वर्गों के बीच समावेशिता और सहिष्णुता को बढ़ावा देना।

व्याख्या: एक मजबूत सामाजिक ताना-बाना समावेशिता, सहिष्णुता और विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव पर आधारित होता है, जो मेलबर्न की घटना के बाद के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है।

9. machete जैसे तेज धार वाले हथियारों का बढ़ता प्रयोग किस प्रकार के अपराध की ओर संकेत करता है?

a) कम गंभीर अपराध

b) हिंसक और गंभीर अपराध

c) वित्तीय अपराध

d) गैर-भौतिक अपराध

उत्तर: b) हिंसक और गंभीर अपराध

व्याख्या: machete जैसे तेज धार वाले हथियारों का प्रयोग स्पष्ट रूप से गंभीर शारीरिक नुकसान पहुँचाने या हत्या के इरादे को दर्शाता है, जो हिंसक अपराध की श्रेणी में आता है।

10. ‘विविधता’ (Diversity) को एक राष्ट्र के लिए एक ‘संपत्ति’ (Asset) कब माना जा सकता है?

a) जब विभिन्न सांस्कृतिक समूह एक-दूसरे से संवाद न करें।

b) जब विभिन्न समूह सहिष्णुता और आपसी सम्मान के साथ मिलकर रहें।

c) जब केवल एक ही प्रमुख संस्कृति का प्रभुत्व हो।

d) जब विभिन्न समूहों के बीच संघर्ष को प्रोत्साहित किया जाए।

उत्तर: b) जब विभिन्न समूह सहिष्णुता और आपसी सम्मान के साथ मिलकर रहें।

व्याख्या: विविधता एक संपत्ति तभी बनती है जब विभिन्न सांस्कृतिक, जातीय या धार्मिक समूह एक-दूसरे का सम्मान करें और सहिष्णुता के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में रहें, जिससे समाज समृद्ध होता है।

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. मेलबर्न में भारतीय मूल के व्यक्ति पर हुए हमले जैसी घटनाओं का विश्लेषण करते हुए, विदेशों में रहने वाले भारतीय समुदायों की सुरक्षा से संबंधित चुनौतियों पर प्रकाश डालें। भारत सरकार इस संबंध में क्या कदम उठा सकती है और द्विपक्षीय संबंधों पर ऐसे मुद्दों का क्या प्रभाव पड़ सकता है?

2. ‘सॉफ्ट पावर’ की अवधारणा को स्पष्ट करें और बताएं कि कैसे एक देश का प्रवासी समुदाय उसकी सॉफ्ट पावर को बढ़ा या घटा सकता है। मेलबर्न की घटना के आलोक में इस पर चर्चा करें।

3. भारत में आंतरिक सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में, बढ़ते शहरी अपराधों और हिंसक घटनाओं की प्रकृति में बदलाव का विश्लेषण करें। ऐसे अपराधों से निपटने के लिए पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका और क्षमताओं पर टिप्पणी करें।

4. वैश्विक प्रवासन के युग में, मेजबान देशों में प्रवासी समुदायों के सामाजिक एकीकरण और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर चर्चा करें। इसमें सांस्कृतिक सहिष्णुता, कानून प्रवर्तन और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दें।

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