भूगोल की गहराई में उतरें: क्या आप आज की परीक्षा में सफलता पा सकते हैं?
अपनी भौगोलिक समझ को परखने के लिए तैयार हो जाइए! आज का अभ्यास सत्र आपको भारतीय भूगोल की विविधताओं से लेकर पृथ्वी की भौतिक प्रक्रियाओं और विश्व मानचित्र के रहस्यों तक ले जाएगा। यह सिर्फ एक प्रश्नोत्तरी नहीं, बल्कि ज्ञान की एक नई यात्रा है। क्या आप चुनौती के लिए तैयार हैं?
भूगोल अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सी भारतीय नदी ‘दक्षिण गंगा’ के नाम से भी जानी जाती है?
- गोदावरी
- कृष्णा
- कावेरी
- महानदी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: गोदावरी नदी को ‘दक्षिण गंगा’ या ‘वृद्ध गंगा’ भी कहा जाता है। यह भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है और गोदावरी बेसिन भारत का तीसरा सबसे बड़ा बेसिन है। यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्रयंबकेश्वर से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
- संदर्भ एवं विस्तार: इसकी लंबाई और महत्व के कारण इसे दक्षिण भारत की गंगा कहा जाता है। यह महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा जैसे राज्यों से होकर बहती है।
- गलत विकल्प: कृष्णा, कावेरी और महानदी अन्य प्रमुख दक्षिण भारतीय नदियाँ हैं, लेकिन उन्हें ‘दक्षिण गंगा’ की उपाधि नहीं दी गई है।
प्रश्न 2: ‘ग्रेट आर्टेशियन बेसिन’ (Great Artesian Basin) किस महाद्वीप में स्थित है?
- उत्तरी अमेरिका
- ऑस्ट्रेलिया
- अफ्रीका
- एशिया
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: ग्रेट आर्टेशियन बेसिन, दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे गहरी आर्टेशियन बेसिन है, जो मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया में स्थित है। यह ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड, न्यू साउथ वेल्स, उत्तरी क्षेत्र और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह बेसिन विशेष रूप से अपने भूमिगत जल भंडारों के लिए जाना जाता है, जो बोरवेल के माध्यम से सतह पर आते हैं। यह बेसिन ऑस्ट्रेलिया के शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में कृषि और पशुपालन के लिए जल का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका और एशिया में भी भूजल के बड़े भंडार हैं, लेकिन ‘ग्रेट आर्टेशियन बेसिन’ का विशिष्ट नाम ऑस्ट्रेलिया से जुड़ा है।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से किस प्रक्रिया द्वारा लावा पठार का निर्माण होता है?
- ज्वालामुखी विस्फोट
- हिमनदी अपरदन
- पवन निक्षेपण
- भूगर्भीय हलचल
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: लावा पठार का निर्माण ज्वालामुखी विस्फोटों के दौरान निकलने वाले क्षारीय (basaltic) लावा के पृथ्वी की सतह पर फैलने और ठंडा होकर जमने से होता है। यह प्रक्रिया अक्सर दरार उद्भेदन (fissure eruption) के माध्यम से होती है।
- संदर्भ एवं विस्तार: ऐसे पठार विशाल क्षेत्र को ढक लेते हैं और उनकी परतदार संरचना होती है। भारत का दक्कन का पठार इसी प्रकार के लावा प्रवाह से बना है।
- गलत विकल्प: हिमनदी अपरदन घाटियों और cirques का निर्माण करता है, पवन निक्षेपण बालू के टीले बनाता है, और भूगर्भीय हलचलें पर्वतों और घाटियों का निर्माण कर सकती हैं, लेकिन सीधे तौर पर लावा पठारों का निर्माण नहीं करतीं।
प्रश्न 4: ‘सिल्वास’ (Silvas) शब्द का प्रयोग किस प्रकार के वन क्षेत्र के लिए किया जाता है?
- भूमध्यसागरीय वन
- उष्णकटिबंधीय वर्षावन
- समशीतोष्ण शंकुधारी वन
- सवाना वन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: ‘सिल्वास’ (Silvas) शब्द का प्रयोग विशेष रूप से दक्षिण अमेरिका में स्थित अमेज़ॅन बेसिन के विशाल उष्णकटिबंधीय वर्षावनों के लिए किया जाता है। यह पुर्तगाली भाषा का शब्द है जिसका अर्थ ‘वन’ होता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: ये वन अत्यधिक जैव विविधता के लिए जाने जाते हैं और पृथ्वी पर ऑक्सीजन उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये भूमध्य रेखा के पास स्थित हैं और उच्च तापमान एवं भारी वर्षा की विशेषता रखते हैं।
- गलत विकल्प: भूमध्यसागरीय वन शुष्क ग्रीष्मकाल और आर्द्र सर्दियों वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं; समशीतोष्ण शंकुधारी वन ठंडे क्षेत्रों में होते हैं; और सवाना वन उष्णकटिबंधीय घास के मैदान होते हैं जिनमें बिखरे हुए पेड़ होते हैं।
प्रश्न 5: भारत में ‘लाल मिट्टी’ (Red Soil) के निर्माण के लिए कौन सा कारक प्रमुख है?
- क्रिस्टलीय आग्नेय शैल
- अवसादी शैल
- कायांतरित शैल
- ज्वालामुखी राख
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: भारत में पाई जाने वाली लाल मिट्टी का निर्माण मुख्य रूप से क्रिस्टलीय आग्नेय शैलों (जैसे ग्रेनाइट और बेसाल्ट) के अपक्षय (weathering) और अपरदन (erosion) से होता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: इन शैलों में लौह ऑक्साइड (iron oxide) की मात्रा अधिक होती है, जो मिट्टी को लाल रंग प्रदान करती है। जब यह लौह ऑक्साइड जल के संपर्क में आता है तो यह जंग (rust) जैसा रूप ले लेता है। लाल मिट्टी आमतौर पर कम उपजाऊ होती है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में उर्वरकों के उपयोग से यह कृषि के लिए उपयुक्त बनाई जा सकती है। यह मुख्य रूप से प्रायद्वीपीय पठार के पूर्वी और दक्षिणी भागों में पाई जाती है।
- गलत विकल्प: अवसादी शैल प्रायः दोमट और चिकनी मिट्टी बनाती हैं; कायांतरित शैल का निर्माण अन्य शैलों के रूपांतरण से होता है; और ज्वालामुखी राख मिट्टी की उर्वरता बढ़ा सकती है लेकिन लाल रंग का प्राथमिक स्रोत नहीं है।
प्रश्न 6: ‘चक्रवात’ (Cyclone) के केंद्र में स्थित शांत क्षेत्र को क्या कहा जाता है?
- आई (Eye)
- वॉल (Wall)
- बैंड (Band)
- फ्रंट (Front)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: चक्रवात के केंद्र में स्थित शांत और निम्न दाब वाले क्षेत्र को ‘चक्रवात की आँख’ (Eye of the Cyclone) कहा जाता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: आँख के चारों ओर ‘आई वॉल’ (Eye Wall) होती है, जहाँ हवाएं सबसे तेज़ चलती हैं और सबसे ज़्यादा बारिश होती है। आँख अपेक्षाकृत शांत होती है और यहाँ बादल कम या नहीं होते। यह उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की एक विशिष्ट विशेषता है।
- गलत विकल्प: आई वॉल वह क्षेत्र है जहाँ सबसे तीव्र हवाएँ होती हैं; बैंड (Rain Bands) वर्षा की पट्टियाँ होती हैं; और फ्रंट (Weather Front) वह सीमा होती है जहाँ विभिन्न वायु द्रव्यमान मिलते हैं।
प्रश्न 7: किस देश की सीमा अफगानिस्तान से नहीं लगती है?
- पाकिस्तान
- ईरान
- ताजिकिस्तान
- किर्गिस्तान
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: किर्गिस्तान की सीमा अफगानिस्तान से नहीं लगती है। अफगानिस्तान मध्य एशिया में स्थित एक भू-आबद्ध देश है।
- संदर्भ एवं विस्तार: अफगानिस्तान की सीमा पाकिस्तान (पूर्व और दक्षिण), ईरान (पश्चिम), तुर्कमेनिस्तान (उत्तर-पश्चिम), उज्बेकिस्तान (उत्तर) और ताजिकिस्तान (उत्तर) से लगती है। किर्गिस्तान, जो मध्य एशिया में स्थित है, अफगानिस्तान के उत्तर-पूर्व में है लेकिन इन दोनों देशों के बीच उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान की सीमाएं हैं।
- गलत विकल्प: पाकिस्तान, ईरान और ताजिकिस्तान ये सभी अफगानिस्तान के पड़ोसी देश हैं।
प्रश्न 8: ‘डोल् रूम्स’ (Doldrums) निम्नलिखित में से किस वायुमंडलीय घटना से संबंधित है?
- पछुआ पवनें
- व्यापारिक पवनें
- ध्रुवीय पवनें
- मौसमी पवनें
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: डोल् रूम्स, जिसे ‘अंतःउष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र’ (Intertropical Convergence Zone – ITCZ) भी कहा जाता है, भूमध्य रेखा के पास वह क्षेत्र है जहाँ उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध की व्यापारिक पवनें (Trade Winds) मिलती हैं।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस क्षेत्र में हवाएँ ऊपर की ओर उठती हैं, जिससे अक्सर शांत और स्थिर मौसम (कभी-कभी भारी वर्षा के साथ) होता है। यहाँ हवाओं की दिशा अनिश्चित होती है, और जहाजों के लिए यह क्षेत्र नौकायन की दृष्टि से कठिनाई वाला हो सकता था, इसलिए इसे ‘डोल् रूम्स’ कहा गया।
- गलत विकल्प: पछुआ पवनें मध्य अक्षांशों में चलती हैं, ध्रुवीय पवनें ध्रुवों से चलती हैं, और मौसमी पवनें (जैसे मानसून) मौसम के अनुसार अपनी दिशा बदलती हैं।
प्रश्न 9: भारत का कौन सा राज्य ‘सर्वाधिक तटीय लंबाई’ वाला है?
- गुजरात
- आंध्र प्रदेश
- तमिलनाडु
- महाराष्ट्र
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: गुजरात राज्य की तटरेखा भारत में सबसे लंबी है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 1600 किलोमीटर है।
- संदर्भ एवं विस्तार: गुजरात का तट अनियमित है और इसमें कई खाड़ियां, प्रायद्वीप और ज्वारनदमुख (estuaries) शामिल हैं, जो इसकी लंबाई को बढ़ाते हैं। इसके प्रमुख बंदरगाहों में कांडला (अब दीनदयाल पोर्ट), हजीरा और दहेज़ शामिल हैं।
- गलत विकल्प: आंध्र प्रदेश की तटरेखा दूसरी सबसे लंबी है, इसके बाद तमिलनाडु और महाराष्ट्र का स्थान आता है।
प्रश्न 10: ‘रिफ्ट वैली’ (Rift Valley) का निर्माण किस प्रकार की भूगर्भीय प्रक्रिया से होता है?
- महाद्वीपीय अपसरण
- महाद्वीपीय अभिसरण
- पर्वत निर्माण
- ज्वालामुखी गतिविधि
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: रिफ्ट वैली का निर्माण मुख्य रूप से भू-पटल (Earth’s crust) के अपसरण (divergence) या खिंचाव के कारण होता है, जब दो टेक्टोनिक प्लेटें एक दूसरे से दूर जाती हैं।
- संदर्भ एवं विस्तार: जब भूमि के बड़े खंडों के बीच खिंचाव पैदा होता है, तो बीच का भूभाग नीचे धंस जाता है, जिससे एक लंबी, गहरी घाटी बनती है जिसे रिफ्ट वैली कहते हैं। अफ्रीका की ग्रेट रिफ्ट वैली इसका सबसे प्रसिद्ध उदाहरण है, जो लाल सागर से लेकर मोज़ाम्बिक तक फैली हुई है।
- गलत विकल्प: महाद्वीपीय अभिसरण से पर्वत श्रृंखलाएं बनती हैं; पर्वत निर्माण (Orogeny) भी अभिसरण से संबंधित है; और ज्वालामुखी गतिविधि सीधे तौर पर रिफ्ट वैली नहीं बनाती, हालांकि रिफ्ट क्षेत्रों में ज्वालामुखी हो सकते हैं।
प्रश्न 11: ‘माउंट कोटोपैक्सी’ (Mount Cotopaxi), जो दुनिया के सबसे ऊंचे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है, किस देश में स्थित है?
- इंडोनेशिया
- जापान
- इक्वाडोर
- इटली
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: माउंट कोटोपैक्सी दक्षिण अमेरिका के एंडीज पर्वतमाला में स्थित एक सक्रिय स्ट्रैटो-ज्वालामुखी है और यह इक्वाडोर में है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह इक्वाडोर का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत है और इसे दुनिया के सबसे ऊंचे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक माना जाता है। इसकी चोटी लगभग 3000 मीटर (9800 फीट) ऊंची है और यह अपनी सममित शंकु आकृति के लिए जाना जाता है।
- गलत विकल्प: इंडोनेशिया, जापान और इटली में भी सक्रिय ज्वालामुखी हैं (जैसे मेरापी, फ़ूजी, विसुवियस), लेकिन कोटोपैक्सी इक्वाडोर में है।
प्रश्न 12: भारत में ‘मानसून’ (Monsoon) किस प्रकार की जलवायु घटना से मुख्य रूप से संबंधित है?
- स्थायी पवनें
- मौसमी पवनें
- ध्रुवीय पवनें
- व्यापारिक पवनें
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: भारत में मानसूनी वर्षा मौसमी पवनों (Seasonal Winds) के कारण होती है। मानसून अरबी शब्द ‘मौसिम’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘मौसम’।
- संदर्भ एवं विस्तार: मानसूनी पवनें वे हवाएँ हैं जो ऋतुओं के अनुसार अपनी दिशा बदल लेती हैं। ग्रीष्म ऋतु में, स्थल भाग पर निम्न दाब बनने के कारण हिंद महासागर से आर्द्र हवाएँ स्थल की ओर बहती हैं, जिससे भारी वर्षा होती है (दक्षिण-पश्चिम मानसून)। शीत ऋतु में, इसके विपरीत होता है।
- गलत विकल्प: स्थायी पवनें (जैसे व्यापारिक और पछुआ पवनें) वर्ष भर एक ही दिशा में चलती हैं; ध्रुवीय पवनें ध्रुवीय क्षेत्रों से चलती हैं।
प्रश्न 13: ‘भूमध्यसागरीय जलवायु’ (Mediterranean Climate) की प्रमुख विशेषता क्या है?
- गरम, शुष्क ग्रीष्मकाल और ठंडी, आर्द्र सर्दियाँ
- गरम, आर्द्र ग्रीष्मकाल और ठंडी, शुष्क सर्दियाँ
- पूरे वर्ष औसत वर्षा
- अत्यधिक तापमान भिन्नता
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: भूमध्यसागरीय जलवायु की पहचान इसके विशिष्ट मौसमी पैटर्न से होती है: गरम, शुष्क ग्रीष्मकाल और ठंडी, आर्द्र सर्दियाँ।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह जलवायु भूमध्य सागर के आसपास के क्षेत्रों, कैलिफ़ोर्निया, चिली, दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है। इन क्षेत्रों में जैतून, अंगूर और खट्टे फलों जैसी फसलों की खेती होती है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प अन्य प्रकार की जलवायु से मेल खाते हैं; जैसे उष्णकटिबंधीय जलवायु में गरम, आर्द्र ग्रीष्मकाल होता है।
प्रश्न 14: भारत में ‘नीली क्रांति’ (Blue Revolution) किस क्षेत्र से संबंधित है?
- पशुपालन
- डेयरी उत्पादन
- मत्स्य पालन
- वानिकी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: भारत में नीली क्रांति मत्स्य पालन (fisheries) और जलीय कृषि (aquaculture) के विकास और उत्पादन को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई एक पहल है।
- संदर्भ एवं विस्तार: इसका उद्देश्य मछली उत्पादन को बढ़ाना, निर्यात को प्रोत्साहित करना और इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करना है। इसने मत्स्य पालन तकनीकों, बुनियादी ढांचे और अनुसंधान में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया।
- गलत विकल्प: श्वेत क्रांति डेयरी उत्पादन से, गुलाबी क्रांति झींगा पालन या प्याज उत्पादन से, और हरित क्रांति कृषि से संबंधित है।
प्रश्न 15: ‘मरकज़’ (Mercator) प्रक्षेपण का उपयोग मुख्य रूप से किस लिए किया जाता है?
- उच्च अक्षांशों के मानचित्रण के लिए
- समुद्री नौचालन के लिए
- जनसंख्या घनत्व दर्शाने के लिए
- पर्वतीय क्षेत्रों के मानचित्रण के लिए
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: मरकज़ प्रक्षेपण (Mercator Projection) एक बेलनाकार मानचित्र प्रक्षेपण है जिसे 1569 में गेरार्डस मरकटर ने समुद्री नौचालन (nautical navigation) के लिए विकसित किया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस प्रक्षेपण में, ज़मीनी दिशाओं (courses) को सीधे नक्शे पर सीधी रेखाओं के रूप में दर्शाया जाता है, जिससे नाविकों के लिए अपने मार्ग की योजना बनाना आसान हो जाता है। हालांकि, यह उच्च अक्षांशों पर क्षेत्रों को बहुत विकृत (distorted) कर देता है।
- गलत विकल्प: यह उच्च अक्षांशों के लिए आदर्श नहीं है, और यह जनसंख्या वितरण या विशेष रूप से स्थलाकृति को दर्शाने के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया है।
प्रश्न 16: ‘डेजर्ट नेशनल पार्क’ (Desert National Park), जो ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के लिए प्रसिद्ध है, किस भारतीय राज्य में स्थित है?
- गुजरात
- राजस्थान
- हरियाणा
- पंजाब
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: डेजर्ट नेशनल पार्क भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। यह थार रेगिस्तान के विशाल विस्तार का एक प्रमुख हिस्सा है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह पार्क अपने शुष्क पारिस्थितिकी तंत्र, सैंड ड्यून्स, शुष्क झाड़ियों और विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों के लिए जाना जाता है, जिसमें ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (एक गंभीर रूप से लुप्तप्राय पक्षी) भी शामिल है। यह भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
- गलत विकल्प: गुजरात में गिर राष्ट्रीय उद्यान (शेरों के लिए), हरियाणा में सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान, और पंजाब में अबोहर वन्यजीव अभयारण्य स्थित हैं।
प्रश्न 17: ‘टॉर्नेडो’ (Tornado) का निर्माण आमतौर पर किस प्रकार के मौसम तंत्र से जुड़ा होता है?
- ठंडे मोर्चे (Cold Front)
- गर्म मोर्चे (Warm Front)
- साइक्लोन (Cyclone)
- एंटीसाइक्लोन (Anticyclone)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: टॉर्नेडो का निर्माण अक्सर गंभीर गरज वाले तूफानों (severe thunderstorms) से जुड़ा होता है, जो आमतौर पर ठंडे मोर्चों (cold fronts) के साथ विकसित होते हैं।
- संदर्भ एवं विस्तार: जब गर्म, नम हवा एक ठंडे, शुष्क हवा के बड़े द्रव्यमान से मिलती है, तो यह वायुमंडल में तीव्र अस्थिरता पैदा करती है। ठंडे मोर्चे पर ऊपर उठने वाली गर्म हवा एक घूमता हुआ वायु स्तंभ (rotating air column) बना सकती है, जो नीचे की ओर बढ़कर टॉर्नेडो का रूप ले सकता है।
- गलत विकल्प: गर्म मोर्चे आमतौर पर अधिक स्थिर और व्यापक वर्षा लाते हैं; साइक्लोन बड़े पैमाने पर निम्न दाब प्रणालियाँ हैं; और एंटीसाइक्लोन उच्च दाब प्रणालियाँ हैं जो अक्सर स्थिर मौसम लाती हैं।
प्रश्न 18: ‘उत्तरी मैदान’ (Northern Plains) की सबसे उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी को क्या कहा जाता है?
- भाबर
- तराई
- खादर
- बांगर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: भारत के उत्तरी मैदानों में पाई जाने वाली नई और सबसे उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी को ‘खादर’ (Khadar) कहा जाता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: खादर उन नदी घाटियों के बाढ़ के मैदानों में पाई जाती है जहाँ नदियाँ प्रतिवर्ष ताज़ी जलोढ़ मिट्टी जमा करती हैं। यह बांगर (Bangar) की तुलना में अधिक उपजाऊ होती है, जो पुरानी जलोढ़ मिट्टी होती है और मैदानों के ऊंचे क्षेत्रों में पाई जाती है।
- गलत विकल्प: भाबर शिवालिक के दक्षिण में कंकड़-पत्थर वाली पट्टी है; तराई भाबर के दक्षिण में दलदली क्षेत्र है।
प्रश्न 19: ‘ग्रेट डिवाइडिंग रेंज’ (Great Dividing Range) किस महाद्वीप में स्थित है?
- अफ्रीका
- दक्षिण अमेरिका
- ऑस्ट्रेलिया
- एशिया
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: ग्रेट डिवाइडिंग रेंज ऑस्ट्रेलिया की सबसे महत्वपूर्ण और लंबी पर्वत श्रृंखला है। यह पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के तट के समानांतर चलती है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह रेंज ऑस्ट्रेलिया को पूर्वी तटीय क्षेत्र और पश्चिमी अंतर्देशीय बेसिनों में विभाजित करती है। यह कई नदियों का स्रोत है और इसका महत्व ऑस्ट्रेलिया की जल प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है।
- गलत विकल्प: अफ्रीका में ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत, दक्षिण अमेरिका में एंडीज पर्वत और एशिया में हिमालय पर्वत श्रृंखलाएं स्थित हैं।
प्रश्न 20: ‘अमेज़ॅन बेसिन’ (Amazon Basin) में पाई जाने वाली वर्षावन प्रजातियों के लिए ‘फाइटोप्लैंकटन’ (Phytoplankton) शब्द किस चीज को संदर्भित करता है?
- विशाल वृक्ष
- वनस्पतिक विविधता
- जलीय सूक्ष्मजीव
- ऊष्णकटिबंधीय जड़ी-बूटियाँ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: फाइटोप्लैंकटन (Phytoplankton) शब्द जलीय पारिस्थितिकी तंत्र, विशेष रूप से महासागरों और ताजे पानी के निकायों में पाए जाने वाले सूक्ष्म, प्रकाश संश्लेषक (photosynthetic) जीवों को संदर्भित करता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: अमेज़ॅन बेसिन में नदियाँ और झीलें हैं जहाँ फाइटोप्लैंकटन पाया जाता है। फाइटोप्लैंकटन जल पारिस्थितिकी तंत्र में खाद्य श्रृंखला का आधार बनते हैं और ऑक्सीजन उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- गलत विकल्प: फाइटोप्लैंकटन विशाल वृक्ष, संपूर्ण वनस्पति विविधता या जड़ी-बूटियाँ नहीं हैं; वे सूक्ष्म जलीय जीव हैं।
प्रश्न 21: भारत में ‘हिमालयी क्षेत्र’ (Himalayan Region) में किस प्रकार की वनस्पति मुख्य रूप से पाई जाती है?
- कंटीली झाड़ियाँ
- पतझड़ी वन
- शंकुधारी वन
- मैंग्रोव वन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: हिमालयी क्षेत्र में, विशेष रूप से ऊँचाई पर, ठंडे तापमान और लंबी सर्दियों के कारण शंकुधारी वनों (Coniferous Forests) की बहुतायत होती है।
- संदर्भ एवं विस्तार: इनमें देवदार (Deodar), चीड़ (Pine), फर (Fir) और स्प्रूस (Spruce) जैसे पेड़ शामिल हैं। जैसे-जैसे ऊँचाई बढ़ती है, वनस्पति पतली होती जाती है और अंततः अल्पाइन चारागाह (alpine meadows) और नग्न चट्टानें आ जाती हैं।
- गलत विकल्प: कंटीली झाड़ियाँ शुष्क क्षेत्रों में होती हैं; पतझड़ी वन समशीतोष्ण क्षेत्रों या मानसूनी क्षेत्रों में पाए जाते हैं; और मैंग्रोव वन तटीय खारे पानी के दलदलों में पाए जाते हैं।
प्रश्न 22: ‘लघु हिमालय’ (Lesser Himalayas) और ‘शिवालिक’ (Shiwalik) के बीच स्थित खड़ी घाटियों को क्या कहा जाता है?
- दून
- मर्ग
- करेवा
- मार्ग
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: लघु हिमालय (मध्य हिमालय) और शिवालिक (बाह्य हिमालय) के बीच स्थित अनुदैर्ध्य घाटियों को ‘दून’ (Doon) कहा जाता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: देहरादून घाटी इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण है। ये घाटियाँ तलछट (sediments) से भरी होती हैं और इनमें अक्सर समतल तल होते हैं।
- गलत विकल्प: ‘मर्ग’ और ‘मार्ग’ कश्मीर की घाटियों में पाए जाने वाले घास के मैदान हैं (जैसे गुलमर्ग, सोनमर्ग); ‘करेवा’ कश्मीर घाटी में पाई जाने वाली गाद और हिमनद निक्षेप (glacial deposits) हैं।
प्रश्न 23: ‘जीनोम वैली’ (Genome Valley) भारत के किस शहर के पास स्थित है?
- पुणे
- बंगलुरु
- हैदराबाद
- चेन्नई
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: ‘जीनोम वैली’ भारत के आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) की राजधानी हैदराबाद के पास स्थित है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह भारत का एक प्रमुख जैव प्रौद्योगिकी (biotechnology) और जीवन विज्ञान (life sciences) क्लस्टर है, जहाँ कई अनुसंधान संस्थान, बायोटेक कंपनियां और फार्मास्युटिकल फर्म स्थित हैं। इसका उद्देश्य जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देना है।
- गलत विकल्प: पुणे, बंगलुरु और चेन्नई भी प्रमुख आईटी और बायोटेक हब हैं, लेकिन ‘जीनोम वैली’ विशेष रूप से हैदराबाद से जुड़ी है।
प्रश्न 24: ‘महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत’ (Continental Drift Theory) किसने प्रतिपादित किया था?
- अल्फ्रेड वेगेनर
- जेम्स हट्टन
- चार्ल्स लायेल
- विलियम मॉरिस डेविस
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: अल्फ्रेड वेगेनर (Alfred Wegener), एक जर्मन मौसम विज्ञानी और भूविज्ञानी, ने 1912 में महाद्वीपीय बहाव सिद्धांत का प्रस्ताव रखा था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस सिद्धांत के अनुसार, सभी महाद्वीप एक विशाल महाद्वीप ‘पैंजिया’ (Pangaea) का हिस्सा थे, जो करोड़ों वर्ष पहले विभिन्न भूवैज्ञानिक शक्तियों के कारण अलग होकर वर्तमान स्थिति में आ गए। उन्होंने इस सिद्धांत के समर्थन में जीवाश्म, भूवैज्ञानिक संरचनाओं और जलवायु के प्रमाण प्रस्तुत किए।
- गलत विकल्प: जेम्स हट्टन को ‘आधुनिक भूविज्ञान का जनक’ माना जाता है; चार्ल्स लायेल ने ‘भूवैज्ञानिक एकरूपतावाद’ (Uniformitarianism) का सिद्धांत दिया; और विलियम मॉरिस डेविस ने ‘भू-आकृतिक विज्ञान’ (Geomorphology) में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रश्न 25: ‘विश्व का छत’ (Roof of the World) के नाम से किस पठार को जाना जाता है?
- दक्कन का पठार
- अनातोलिया का पठार
- तिब्बत का पठार
- ईरान का पठार
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता एवं भौगोलिक स्थिति: तिब्बत के पठार को उसके विशाल विस्तार और औसत ऊँचाई के कारण ‘विश्व का छत’ (Roof of the World) कहा जाता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह मध्य एशिया में स्थित है और दुनिया का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा पठार है। इसके चारों ओर दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखलाएं हैं, जैसे हिमालय, काराकोरम, कुनलुन और पामीर। यहाँ का औसत वार्षिक तापमान बहुत कम होता है।
- गलत विकल्प: दक्कन का पठार भारत में है; अनातोलिया का पठार तुर्की में है; और ईरान का पठार ईरान में है। ये सभी पठार हैं, लेकिन ‘विश्व का छत’ का विशेषण तिब्बत के पठार को दिया गया है।