भूगोल का दैनिक रण: अपनी विशेषज्ञता को परखें!
नमस्ते, भू-अन्वेषकों! आज हम एक बार फिर पृथ्वी के रहस्यों को उजागर करने के लिए तैयार हैं। यह दैनिक अभ्यास सत्र आपको दुनिया भर के भौगोलिक ज्ञान की गहराई में ले जाएगा, चाहे वह भारत की उपजाऊ भूमि हो या सुदूर महाद्वीपों के शिखर। अपनी तैयारी को धार दें और आज की 25 विशेष रूप से तैयार की गई बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ अपनी भौगोलिक दक्षता का प्रदर्शन करें!
भूगोल अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सी गर्म महासागरीय धारा है?
- कनारी धारा
- गल्फ स्ट्रीम
- लैब्राडोर धारा
- ओयाशियो धारा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: गल्फ स्ट्रीम उत्तरी अटलांटिक महासागर की एक शक्तिशाली, गर्म और तेज गति वाली महासागरीय धारा है। यह मेक्सिको की खाड़ी से उत्पन्न होती है और उत्तर-पूर्व की ओर अटलांटिक महासागर को पार करती है, जिससे उत्तरी अटलांटिक को पार करने वाले यूरोपीय देशों के मौसम पर महत्वपूर्ण ‘मॉडरेटिंग’ प्रभाव पड़ता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह धारा पश्चिमी यूरोप के तटों को गर्म रखती है, जो अन्यथा आर्कटिक अक्षांशों के कारण अधिक ठंडा होता। इसके विपरीत, कनारी, लैब्राडोर और ओयाशियो धाराएँ ठंडी धाराएँ हैं जो ध्रुवीय क्षेत्रों से ठंडे पानी को भूमध्य रेखा की ओर लाती हैं।
- गलत विकल्प: कनारी धारा उत्तर-पूर्व अटलांटिक में एक ठंडी धारा है। लैब्राडोर धारा उत्तर-पश्चिम अटलांटिक में एक ठंडी धारा है। ओयाशियो धारा उत्तर प्रशांत महासागर में एक ठंडी धारा है।
प्रश्न 2: भारत में ‘डेक्कन ट्रैप’ का निर्माण किस भूगर्भीय घटना से हुआ है?
- ज्वालामुखी विस्फोट
- भूकंपीय गतिविधि
- टेक्टोनिक उत्थान
- अवसादन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: डेक्कन ट्रैप, जो भारत के पश्चिमी और मध्य भाग में फैला हुआ है, क्रिटेशियस काल (लगभग 65 मिलियन वर्ष पूर्व) के दौरान बड़े पैमाने पर ज्वालामुखी विस्फोटों की एक श्रृंखला का परिणाम है। ये विस्फोट विशाल मात्रा में बेसाल्टिक लावा को बाहर निकालने के लिए जाने जाते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: लावा के ये प्रवाह धीरे-धीरे जम गए और परत दर परत जमा होते गए, जिससे वर्तमान में दिखने वाली विशाल पठारी संरचना का निर्माण हुआ। यह घटना ‘महाद्वीपीय बाढ़ बेसाल्ट’ (Continental Flood Basalt) की घटना का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
- गलत विकल्प: भूकंपीय गतिविधि (b) टेक्टोनिक प्लेटों की गति से संबंधित है, न कि प्रत्यक्ष रूप से लावा प्रवाह से। टेक्टोनिक उत्थान (c) भू-भाग को ऊपर उठाता है, लेकिन डेक्कन ट्रैप का मूल निर्माण लावा से हुआ है। अवसादन (d) पानी या हवा द्वारा लाई गई सामग्री के जमाव से संबंधित है।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से कौन सा जलडमरूमध्य (Strait) भारत के अंडमान और निकोबार द्वीपों को अलग करता है?
- डंकन पैसेज
- पाक जलडमरूमध्य
- कोको जलडमरूमध्य
- 10 डिग्री चैनल
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: 10 डिग्री चैनल 10 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर स्थित है और यह अंडमान द्वीप समूह को निकोबार द्वीप समूह से अलग करता है। यह अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी को जोड़ता है।
- संदर्भ और विस्तार: इस चैनल का नामकरण इसके अक्षांशीय स्थिति के कारण किया गया है। यह भारत के केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के भीतर स्थित है।
- गलत विकल्प: डंकन पैसेज (a) ग्रेट अंडमान के दक्षिणी भाग और लिटिल अंडमान के बीच स्थित है। पाक जलडमरूमध्य (b) भारत और श्रीलंका के बीच स्थित है। कोको जलडमरूमध्य (c) कोको द्वीपों (म्यांमार) और उत्तरी अंडमान द्वीप के बीच स्थित है।
प्रश्न 4: ‘रोरिंग फोर्टिस’ (Roaring Forties) शब्द किस भौगोलिक घटना को संदर्भित करता है?
- भूमध्यसागरीय चक्रवात
- दक्षिणी गोलार्ध में 40°S अक्षांश के पास चलने वाली तीव्र पछुआ पवनें
- उत्तरी गोलार्ध में 40°N अक्षांश पर चलने वाली मानसूनी हवाएँ
- अंटार्कटिका के पास चलने वाली हिम-आंधियाँ
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: ‘रोरिंग फोर्टिस’ (गर्जना करती चालीस) दक्षिणी गोलार्ध में 40° से 50° दक्षिणी अक्षांशों के बीच चलने वाली अत्यंत शक्तिशाली और लगातार पछुआ पवनें (Westerlies) हैं। इन क्षेत्रों में भूमि की अनुपस्थिति के कारण इन पवनों को बिना किसी बाधा के तेज गति से चलने का अवसर मिलता है।
- संदर्भ और विस्तार: इन पवनों का नाम इनकी तीव्रता और भौगोलिक स्थिति के कारण पड़ा है। इसी तरह, 50°S के पास की पवनें ‘फ्यूरियस फिफ्टीज’ (Furious Fifties) और 60°S के पास की पवनें ‘स्क्रीमिंग सिक्सटीज’ (Screaming Sixties) कहलाती हैं।
- गलत विकल्प: भूमध्यसागरीय चक्रवात (a) एक अलग प्रकार की मौसमी मौसमी गतिविधि है। उत्तरी गोलार्ध की मानसूनी हवाएँ (c) मौसमी रूप से दिशा बदलती हैं और इनकी गति अलग होती है। हिम-आंधियाँ (d) विशिष्ट ध्रुवीय मौसम की घटनाएँ हैं।
प्रश्न 5: भारत में, ‘शिवालिक’ श्रेणी का निर्माण किस काल में हुआ माना जाता है?
- प्लाइस्टोसीन
- मायोसीन
- ओलिगोसीन
- प्लीओसीन
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: शिवालिक, हिमालय की सबसे बाहरी और सबसे युवा श्रेणी है, जिसका निर्माण मुख्य रूप से प्लीओसीन (Pliocene) काल (लगभग 5.3 से 2.6 मिलियन वर्ष पूर्व) के अंत और प्लाइस्टोसीन (Pleistocene) काल की शुरुआत में हुआ माना जाता है। इसका निर्माण हिमालय के उत्थान और अपरदन से प्राप्त अवसादों के जमाव से हुआ है।
- संदर्भ और विस्तार: शिवालिक रेंज अवसादी चट्टानों से बनी है और इसमें बालूकाश्म, कांग्लोमेरेट और चिकनी मिट्टी जैसी सामग्रियां पाई जाती हैं। ये उन नदियों द्वारा जमा की गई सामग्री का परिणाम हैं जो केंद्रीय हिमालय से निकलती हैं।
- गलत विकल्प: मायोसीन (b) काल में मध्य हिमालय का निर्माण हुआ। ओलिगोसीन (c) काल में महान हिमालय का निर्माण प्रारंभ हुआ। प्लाइस्टोसीन (a) काल में हिमनदों का जमाव हुआ और अपरदन जारी रहा, लेकिन मुख्य निर्माण प्लीओसीन में हुआ।
प्रश्न 6: ‘आइसोहाइट’ (Isohyet) रेखाएँ क्या दर्शाती हैं?
- समान तापमान
- समान वायुदाब
- समान वर्षा
- समान लवणता
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: आइसोहाइट (Isohyet) एक सममान रेखा है जो मानचित्र पर समान वर्षा वाले स्थानों को जोड़ती है। इसका उपयोग किसी क्षेत्र में वर्षा के वितरण को दर्शाने के लिए किया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मौसम विज्ञान और जलवायु विज्ञान में, आइसोहाइट के साथ-साथ आइसोथर्म (समान तापमान), आइसोबार (समान वायुदाब) और आइसोहेलाइन (समान लवणता) जैसी अन्य सममान रेखाओं का भी उपयोग किया जाता है।
- गलत विकल्प: समान तापमान के लिए आइसोथर्म, समान वायुदाब के लिए आइसोबार और समान लवणता के लिए आइसोहेलाइन का प्रयोग होता है।
प्रश्न 7: भारत की प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली में, निम्नलिखित में से कौन सी नदी सबसे लंबी है?
- महानदी
- गोदावरी
- कृष्णा
- कावेरी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: गोदावरी नदी, जिसे ‘दक्षिण गंगा’ भी कहा जाता है, भारत की प्रायद्वीपीय नदियों में सबसे लंबी नदी है। यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्रयंबकेश्वर से निकलती है और लगभग 1,465 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: इसका अपवाह तंत्र महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश राज्यों में फैला हुआ है। यह अपनी विशालता और गोदावरी डेल्टा के लिए महत्वपूर्ण है, जो एक उपजाऊ कृषि क्षेत्र है।
- गलत विकल्प: महानदी, कृष्णा और कावेरी भी महत्वपूर्ण प्रायद्वीपीय नदियाँ हैं, लेकिन उनकी लंबाई गोदावरी से कम है।
प्रश्न 8: ‘भूपृष्ठ’ (Lithosphere) की सबसे ऊपरी, ठोस परत को क्या कहते हैं?
- मैंटल
- क्रोड
- भूपर्पटी (Crust)
- दुर्बलतामंडल (Asthenosphere)
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: भूपृष्ठ (Lithosphere) पृथ्वी की सबसे बाहरी, कठोर परत है, जो पृथ्वी की पपड़ी (Crust) और ऊपरी मैंटल के सबसे ऊपरी, ठोस भाग से मिलकर बनी होती है। पृथ्वी की पपड़ी (Crust) भूपृष्ठ का ही सबसे ऊपरी हिस्सा है।
- संदर्भ और विस्तार: भूपृष्ठ को टेक्टोनिक प्लेटों में विभाजित किया गया है, जो पृथ्वी की सतह पर गति करती हैं और भूकंप, ज्वालामुखी तथा पर्वत निर्माण जैसी भूगर्भीय घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं।
- गलत विकल्प: मैंटल (a) पपड़ी के नीचे स्थित एक मोटी परत है। क्रोड (b) पृथ्वी का केंद्रीय भाग है। दुर्बलतामंडल (Asthenosphere) (d) ऊपरी मैंटल का वह हिस्सा है जो थोड़ा पिघला हुआ और प्लास्टिक जैसा है, जिस पर भूपृष्ठ की प्लेटें सरकती हैं।
प्रश्न 9: निम्नलिखित में से कौन सा देश ‘लैंड ऑफ राइजिंग सन’ के नाम से जाना जाता है?
- दक्षिण कोरिया
- चीन
- जापान
- थाईलैंड
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: जापान को ‘लैंड ऑफ राइजिंग सन’ (उगते सूर्य की भूमि) कहा जाता है। यह उपाधि जापान के पूर्वी एशियाई में, प्रशांत महासागर में स्थित होने के कारण दी गई है, जहाँ से सूर्योदय सबसे पहले दिखाई देता है।
- संदर्भ और विस्तार: ‘निहोन’ या ‘निप्पॉन’ (日本) जापानी भाषा में जापान का नाम है, जिसका शाब्दिक अर्थ ‘सूर्य का मूल’ या ‘सूर्य का उद्गम’ है। यह नाम उस समय से है जब चीन, जापान को एक ऐसे देश के रूप में देखता था जहाँ से सूर्य उगता है।
- गलत विकल्प: अन्य तीन देश पूर्वी एशिया में स्थित हैं, लेकिन उनकी भौगोलिक स्थिति और ऐतिहासिक नाम के कारण उन्हें यह उपाधि नहीं दी गई है।
प्रश्न 10: ‘कर्क रेखा’ (Tropic of Cancer) भारत के कितने राज्यों से होकर गुजरती है?
- 6
- 7
- 8
- 9
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: कर्क रेखा (23.5° उत्तरी अक्षांश) भारत के आठ राज्यों से होकर गुजरती है। ये राज्य पश्चिम से पूर्व की ओर हैं: गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम।
- संदर्भ और विस्तार: भारत के मध्य से गुजरने के कारण, कर्क रेखा देश की जलवायु को काफी हद तक प्रभावित करती है। यह एक महत्वपूर्ण भौगोलिक संदर्भ बिंदु है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प गलत हैं क्योंकि कर्क रेखा ठीक आठ राज्यों से गुजरती है।
प्रश्न 11: पृथ्वी की सबसे भीतरी परत, ‘क्रोड’ (Core), मुख्य रूप से किन तत्वों से बनी है?
- सिलिका और एल्युमीनियम
- सिलिका और मैग्नीशियम
- लोहा और निकेल
- ऑक्सीजन और सिलिकॉन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: पृथ्वी का क्रोड (Core) मुख्य रूप से लोहे (Iron) और निकेल (Nickel) जैसी भारी धातुओं से बना है। यह पृथ्वी की सबसे भीतरी परत है।
- संदर्भ और विस्तार: क्रोड को दो भागों में बांटा गया है: बाहरी क्रोड (Outer Core), जो तरल अवस्था में है और पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के लिए जिम्मेदार है, और आंतरिक क्रोड (Inner Core), जो ठोस अवस्था में है।
- गलत विकल्प: सिलिका और एल्युमीनियम (a) पृथ्वी की पपड़ी (Crust) के मुख्य घटक हैं (इसे ‘सियाल’ भी कहते हैं)। सिलिका और मैग्नीशियम (b) मैंटल (Mantle) के मुख्य घटक हैं (इसे ‘सिमा’ भी कहते हैं)। ऑक्सीजन और सिलिकॉन (d) पपड़ी और मैंटल दोनों में पाए जाते हैं, लेकिन क्रोड के मुख्य तत्व लोहा और निकेल हैं।
प्रश्न 12: ‘अरावली’ पर्वतमाला, जो भारत की सबसे पुरानी वलित पर्वतमालाओं में से एक है, किस राज्य में सबसे अधिक विस्तृत है?
- गुजरात
- राजस्थान
- हरियाणा
- दिल्ली
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: अरावली पर्वतमाला, जो प्राचीनतम वलित पर्वतों में से एक है, भारत के राजस्थान राज्य में सबसे अधिक विस्तृत है। यह गुजरात से दिल्ली तक फैली हुई है, लेकिन इसका अधिकांश भाग राजस्थान में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: अरावली पर्वतमाला का निर्माण प्रीकैम्ब्रियन काल में हुआ था। इसमें गुरु शिखर (1,722 मीटर) जैसी चोटियाँ शामिल हैं, जो राजस्थान में माउंट आबू के पास स्थित है और अरावली की सबसे ऊँची चोटी है।
- गलत विकल्प: जबकि अरावली इन राज्यों के कुछ हिस्सों से गुजरती है, राजस्थान इसका सबसे प्रमुख और विस्तृत क्षेत्र है।
प्रश्न 13: ‘डोलड्रम्स’ (Doldrums) के नाम से जानी जाने वाली शांत पेटी (Calm Belt) कहाँ पाई जाती है?
- ध्रुवों के पास
- सबट्रॉपिकल हाई प्रेशर बेल्ट के पास
- विषुवत रेखा के दोनों ओर (लगभग 5° उत्तर और 5° दक्षिण)
- ध्रुवीय उच्च दाब पेटियों के पास
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: डोलड्रम्स, जिसे विषुवतीय निम्न दाब पेटी (Equatorial Low Pressure Belt) के रूप में भी जाना जाता है, विषुवत रेखा के ठीक ऊपर और नीचे (लगभग 5° उत्तर से 5° दक्षिण अक्षांश तक) स्थित है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ हवाएँ ऊपर की ओर उठती हैं और क्षैतिज हवाएँ लगभग नगण्य होती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्षेत्र में हवाओं की कमी के कारण, यह नौकायन करने वाले नाविकों के लिए एक कुख्यात क्षेत्र रहा है, क्योंकि उनकी पाल हवा न चलने के कारण बेकार हो जाती हैं। इसे ‘अभिसरण क्षेत्र’ (Convergence Zone) के रूप में भी जाना जाता है जहाँ व्यापारिक हवाएँ मिलती हैं।
- गलत विकल्प: ध्रुवों (a) के पास ध्रुवीय उच्च दाब पेटी (d) होती है। सबट्रॉपिकल हाई प्रेशर बेल्ट (b) लगभग 30° अक्षांश पर पाई जाती है।
प्रश्न 14: निम्नलिखित में से कौन सी नदी ‘नील’ (Nile) नदी की सबसे लंबी सहायक नदी है?
- सूबेट
- नीला नील
- सफेद नील
- अटबारा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: नील नदी दो मुख्य सहायक नदियों – सफेद नील (White Nile) और नीली नील (Blue Nile) – से मिलकर बनती है। इन दोनों में से, सफेद नील, जो विक्टोरिया झील से निकलती है, लंबाई में नीली नील से अधिक लंबी है।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि नीली नील (जो इथियोपिया की ताना झील से निकलती है) नील नदी के कुल जल प्रवाह और गाद (silt) का लगभग 80% योगदान करती है, सफेद नील (लगभग 3,700 किमी) लंबाई में बड़ी नदी मानी जाती है। खार्तूम, सूडान में ये दोनों नदियाँ मिलकर मुख्य नील नदी बनाती हैं।
- गलत विकल्प: सूबेट (a) सफेद नील की एक महत्वपूर्ण सहायक नदी है। नीली नील (b) जल प्रवाह का मुख्य स्रोत है लेकिन लंबाई में छोटी है। अटबारा (d) नील नदी की एक और सहायक नदी है।
प्रश्न 15: भारत का कौन सा राज्य, ‘पूर्वी घाट’ (Eastern Ghats) और ‘पश्चिमी घाट’ (Western Ghats) दोनों की पहाड़ियों के मिलन बिंदु पर स्थित है?
- केरल
- तमिलनाडु
- कर्नाटक
- आंध्र प्रदेश
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट की पहाड़ियों का मिलन बिंदु दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित है। यहाँ नीलगिरि पहाड़ियाँ इन दोनों पर्वत श्रृंखलाओं को जोड़ती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: नीलगिरि पहाड़ियाँ भारत के पश्चिमी घाट का हिस्सा हैं और पूर्वी घाट को भी इससे जोड़ती हैं। डोडाबेट्टा, जो नीलगिरि की सबसे ऊँची चोटी है, 2,637 मीटर ऊँची है और यह भारत की प्रायद्वीपीय पठार की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है।
- गलत विकल्प: केरल (a) मुख्य रूप से पश्चिमी घाट के दक्षिण-पश्चिमी भाग में है। कर्नाटक (c) भी पश्चिमी घाट का हिस्सा है लेकिन मिलन बिंदु तमिलनाडु में है। आंध्र प्रदेश (d) पूर्वी घाट के उत्तरी भाग में स्थित है।
प्रश्न 16: ‘भूमध्यसागरीय जलवायु’ (Mediterranean Climate) की मुख्य विशेषता क्या है?
- गरम, शुष्क ग्रीष्मकाल और ठंडी, आर्द्र सर्दियाँ
- गरम, आर्द्र ग्रीष्मकाल और ठंडी, शुष्क सर्दियाँ
- वर्ष भर समान तापमान और वर्षा
- अत्यधिक ठंडी सर्दियाँ और बहुत छोटे ग्रीष्मकाल
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: भूमध्यसागरीय जलवायु की सबसे विशिष्ट विशेषता इसके गरम, शुष्क ग्रीष्मकाल और ठंडी, आर्द्र सर्दियाँ हैं। यह विशेष रूप से भूमध्य सागर के आसपास के क्षेत्रों में पाई जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: इस जलवायु में, वर्षा मुख्य रूप से सर्दियों के महीनों में होती है, जबकि ग्रीष्मकाल पश्चिमी विक्षोभों (Western Disturbances) से दूर होने के कारण शुष्क रहता है। यह जैतून, अंगूर और खट्टे फलों जैसे फलों के उत्पादन के लिए आदर्श है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प अन्य प्रकार की जलवायु का वर्णन करते हैं, जैसे उष्णकटिबंधीय सवाना (b), भूमध्यरेखीय (c), या टैगा/टंड्रा (d)।
प्रश्न 17: भारत में, ‘काला मिट्टी’ (Black Soil) या ‘रेगुर मिट्टी’ (Regur Soil) किस फसल के लिए सबसे उपयुक्त है?
- गेहूं
- चावल
- कपास
- चाय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: भारत में पाई जाने वाली काली मिट्टी, जिसे रेगुर मिट्टी या कपास मिट्टी भी कहा जाता है, अपने उच्च महीन कणों (fine particles) और नमी धारण क्षमता के कारण कपास की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मिट्टी डेक्कन ट्रैप क्षेत्र में ज्वालामुखी चट्टानों के अपक्षय से बनी है और इसमें कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम, पोटाश और चूना की बहुतायत होती है। यह स्व-जुताई (self-ploughing) की क्षमता के लिए भी जानी जाती है क्योंकि सूखने पर इसमें गहरी दरारें पड़ जाती हैं।
- गलत विकल्प: गेहूं (a) के लिए दोमट मिट्टी अधिक उपयुक्त है। चावल (b) के लिए जलोढ़ मिट्टी (alluvial soil) बेहतर है। चाय (d) अम्लीय, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में उगती है।
प्रश्न 18: ‘सवाना’ घास के मैदान मुख्य रूप से किस महाद्वीप में पाए जाते हैं?
- एशिया
- ऑस्ट्रेलिया
- अफ्रीका
- दक्षिण अमेरिका
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: सवाना घास के मैदान मुख्य रूप से अफ्रीका महाद्वीप में पाए जाते हैं, खासकर अफ्रीका के पूर्वी और दक्षिणी भागों में। ये उष्णकटिबंधीय घास के मैदान हैं जो शुष्क और आर्द्र मौसम के बीच बदलते रहते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: सवाना क्षेत्र विशाल हाथियों, शेरों, जिराफों जैसे वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है। अफ्रीका के सवाना में बबूल और अकेशिया जैसे पेड़ बिखरे हुए पाए जाते हैं।
- गलत विकल्प: जबकि अन्य महाद्वीपों पर भी घास के मैदान हैं (जैसे लानोस और पंपास दक्षिण अमेरिका में, प्रेयरी उत्तरी अमेरिका में, स्टेपी यूरेशिया में), ‘सवाना’ शब्द विशेष रूप से अफ्रीका के इन उष्णकटिबंधीय घास के मैदानों से जुड़ा हुआ है।
प्रश्न 19: भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव ‘गंगा डॉल्फिन’ (Ganges Dolphin) का वैज्ञानिक नाम क्या है?
- Platanista gangetica
- Orcaella brevirostris
- Neophocaena phocaenoides
- Delphinus delphis
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: गंगा डॉल्फिन का वैज्ञानिक नाम ‘Platanista gangetica’ है। इसे ‘सुसु’ के नाम से भी जाना जाता है और यह मीठे पानी में पाई जाने वाली डॉल्फिन की चार प्रजातियों में से एक है।
- संदर्भ और विस्तार: भारत सरकार ने 2009 में गंगा डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया था। यह मुख्य रूप से गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदी प्रणालियों में पाई जाती है। इसकी आंखें अविकसित होती हैं और यह ध्वनि तरंगों (echolocation) का उपयोग करके शिकार करती है।
- गलत विकल्प: Orcaella brevirostris (b) इरावदी डॉल्फिन का वैज्ञानिक नाम है। Neophocaena phocaenoides (c) पोरपॉइज (porpoise) की एक प्रजाति है। Delphinus delphis (d) सामान्य डॉल्फिन का वैज्ञानिक नाम है।
प्रश्न 20: ‘रिफ्ट घाटी’ (Rift Valley) का निर्माण किस प्रकार की टेक्टोनिक गतिविधि का परिणाम है?
- अभिसारी प्लेट सीमा
- अपसारी प्लेट सीमा
- रूपांतरित प्लेट सीमा
- ज्वालामुखी गतिविधि
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: रिफ्ट घाटी का निर्माण अपसारी प्लेट सीमा (Divergent Plate Boundary) पर होता है, जहाँ टेक्टोनिक प्लेटें एक-दूसरे से दूर जाती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: जब पृथ्वी की पपड़ी की दो प्लेटें विपरीत दिशाओं में खिंचती हैं, तो सतह पर दरारें पड़ जाती हैं। गुरुत्वाकर्षण के कारण, इस क्षेत्र के मध्य भाग नीचे धंस जाते हैं, जिससे एक लंबी, गहरी घाटी का निर्माण होता है जिसे रिफ्ट घाटी कहते हैं। अफ्रीका की ग्रेट रिफ्ट वैली इसका एक प्रमुख उदाहरण है।
- गलत विकल्प: अभिसारी प्लेट सीमा (a) पर प्लेटें टकराती हैं, जिससे पर्वत या खाइयाँ बनती हैं। रूपांतरित प्लेट सीमा (c) पर प्लेटें अगल-बगल सरकती हैं। ज्वालामुखी गतिविधि (d) रिफ्ट घाटी के निर्माण में योगदान कर सकती है (दरारों से लावा निकल सकता है), लेकिन रिफ्ट घाटी का मूल कारण प्लेटों का दूर जाना है।
प्रश्न 21: ‘माउना केआ’ (Mauna Kea), जो पृथ्वी पर सबसे ऊंचे पर्वतों में से एक है (समुद्र तल से नहीं, बल्कि आधार से मापा जाने पर), किस देश में स्थित है?
- चिली
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- जापान
- न्यूजीलैंड
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: माउना केआ संयुक्त राज्य अमेरिका के हवाई राज्य में स्थित एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है। यह प्रशांत महासागर के हवाई द्वीपसमूह का हिस्सा है।
- संदर्भ और विस्तार: यदि समुद्र तल से मापा जाए, तो माउना केआ की ऊँचाई लगभग 10,205 मीटर (33,481 फीट) है, जो माउंट एवरेस्ट (8,848.86 मीटर) से काफी अधिक है। इसका अधिकांश भाग प्रशांत महासागर के तल में डूबा हुआ है। यह खगोल विज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि यहाँ दुनिया की कुछ सबसे बड़ी दूरबीनें स्थित हैं।
- गलत विकल्प: चिली (a) एंडीज पर्वत श्रृंखला के लिए जाना जाता है। जापान (c) फ़ूजी पर्वत का घर है। न्यूजीलैंड (d) सuthern Alps के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 22: भारत की ‘गंगा के मैदान’ (Ganges Plain) में पाई जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण जलोढ़ (Alluvial) मिट्टी का प्रकार कौन सा है?
- भाभर
- तराई
- बांगर
- खादर
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: खादर (Khadar) गंगा के मैदान में पाई जाने वाली सबसे नई और सबसे उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी है। यह नदी के बाढ़ के मैदानों में हर साल बाढ़ के पानी के साथ लाए गए नए अवसादों से बनती है।
- संदर्भ और विस्तार: खादर को ‘बाढ़ का मैदान’ (floodplain) भी कहा जाता है और यह अत्यंत उपजाऊ होती है, जो गहन कृषि के लिए आदर्श है।
- गलत विकल्प: भाभर (a) नदी के मैदानी भाग में प्रवेश करते समय बड़े कंकड़ और बजरी से बना एक क्षेत्र है। तराई (b) भाभर के दक्षिण में स्थित दलदली और वनस्पति युक्त क्षेत्र है। बांगर (c) पुरानी जलोढ़ मिट्टी है जो नदी के बाढ़ के मैदानों से थोड़ी ऊँचाई पर स्थित होती है और खादर की तुलना में कम उपजाऊ होती है।
प्रश्न 23: ‘टैगा’ (Taiga) वनस्पति क्षेत्र की विशेषता क्या है?
- चौड़ी पत्ती वाले पर्णपाती वृक्ष
- उष्णकटिबंधीय वर्षावन
- सदाबहार शंकुधारी वृक्ष
- कैक्टस और झाड़ियाँ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: टैगा, जिसे बोरियल वन (Boreal Forest) भी कहा जाता है, दुनिया का सबसे बड़ा स्थलीय बायोम है और इसकी विशेषता सदाबहार शंकुधारी वृक्ष (evergreen coniferous trees) जैसे चीड़, देवदार और स्प्रूस हैं।
- संदर्भ और विस्तार: टैगा क्षेत्र उत्तरी गोलार्ध में, मध्य अक्षांशों और उप-ध्रुवीय क्षेत्रों में, जैसे कनाडा, साइबेरिया और स्कैंडिनेविया में पाए जाते हैं। इन वनों की विशेषता लंबी, ठंडी सर्दियाँ और छोटी, आर्द्र गर्मियाँ हैं।
- गलत विकल्प: चौड़ी पत्ती वाले पर्णपाती वृक्ष (a) शीतोष्ण पर्णपाती वनों (Temperate Deciduous Forests) में पाए जाते हैं। उष्णकटिबंधीय वर्षावन (b) भूमध्यरेखीय क्षेत्रों में होते हैं। कैक्टस और झाड़ियाँ (d) रेगिस्तानी या शुष्क क्षेत्रों की विशेषता हैं।
प्रश्न 24: ‘वायुमंडलीय दाब’ (Atmospheric Pressure) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- थर्मामीटर
- बैरोमीटर
- हाइड्रोमीटर
- एनीमोमीटर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और अवधारणा: वायुमंडलीय दाब को मापने के लिए बैरोमीटर (Barometer) नामक उपकरण का उपयोग किया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: बैरोमीटर के पाठ्यांक (reading) का उपयोग मौसम के पूर्वानुमान में भी किया जाता है; दाब में अचानक गिरावट अक्सर खराब मौसम का संकेत देती है।
- गलत विकल्प: थर्मामीटर (a) तापमान मापता है। हाइड्रोमीटर (c) तरल पदार्थों के विशिष्ट गुरुत्व (specific gravity) को मापता है। एनीमोमीटर (d) हवा की गति मापता है।
प्रश्न 25: भारत का कौन सा राज्य, ‘पूर्व का स्कॉटलैंड’ (Scotland of the East) के नाम से जाना जाता है?
- अरुणाचल प्रदेश
- मेघालय
- सिक्किम
- नागालैंड
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता और स्थान: मेघालय राज्य को ‘पूर्व का स्कॉटलैंड’ कहा जाता है। यह उपाधि इसकी हरी-भरी पहाड़ियाँ, सुंदर परिदृश्य, जलप्रपात और ठंडी जलवायु के कारण दी गई है, जो स्कॉटलैंड के परिदृश्यों से मिलती-जुलती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: मेघालय, जिसका अर्थ है ‘बादलों का घर’, उत्तर-पूर्वी भारत में स्थित है और यहाँ खासी, गारो और जयंतिया पहाड़ियाँ हैं। चेरापूंजी और मोसिनराम, जो दुनिया में सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में से हैं, मेघालय में ही स्थित हैं।
- गलत विकल्प: अरुणाचल प्रदेश (a), सिक्किम (c) और नागालैंड (d) भी खूबसूरत उत्तर-पूर्वी राज्य हैं, लेकिन ‘पूर्व का स्कॉटलैंड’ की उपाधि विशेष रूप से मेघालय से जुड़ी है।